बस्तर

मानसिक बीमार युवक ने काटा अपना पेट, अंतडिय़ा बाहर, 13 घंटे बाद पहुंचा मेकाज
21-Aug-2021 9:22 PM
मानसिक बीमार युवक ने काटा अपना पेट, अंतडिय़ा बाहर, 13 घंटे बाद पहुंचा मेकाज

   डॉक्टरों ने दी युवक को नई जिंदगी   

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

जगदलपुर, 21 अगस्त। मेकाज के चिकित्सकों ने एक बार फिर से मानसिक रूप से बीमार युवक को नई जिंदगी दी है। बीती रात कुआकोंडा निवासी युवक ने ब्लेड से अपने पेट को काट लिया, जिससे अंतडिय़ा बाहर आ गई, जिसके बाद परिजनों ने उसे कुआकोंडा के साथ ही दंतेवाड़ा ले गए, वहां से मरीज को मेकाज रेफर किया गया, जहाँ सर्जरी के चिकित्सकों ने ऑपरेशन कर उसको नई जिंदगी दी।

परिजनों ने बताया कि कुआकोंडा के कनकीपारो निवासी मूंगा सोरी (43 वर्ष) खेती किसानी का काम करता है। उसके 5 बच्चे भी हंै, 3 दिनों से उसका मानसिक संतुलन सही नहीं चल रहा था। बीती रात युवक ने अपने घर के अंदर ही पेट को ब्लेड से काट लिया, जिसके बाद खून बहने लगा, अचानक रात को जब युवक की पत्नी हूंगी अंदर गई तो उसने पति को लहूलुहान देखकर बच्चों को आवाज लगाई, जिसके बाद 108 वाहन की मदद से उसे कुआकोंडा के स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से उसे दंतेवाड़ा रेफर किया गया, दंतेवाड़ा में भी कुछ देर रखने के बाद मरीज को मेकाज रेफर कर दिया। मरीज करीब 13 घंटे के बाद मेकाज पहुँचा, जहाँ मरीज की हालत को देखने के बाद चिकित्सकों ने उसका तत्काल ऑपरेशन करने की बात कही।

सर्जरी विभाग के डॉ. राजेन्द्र सिंह पैकरा व डॉ. राकेश साहू के साथ ही एनेथिसिया जी एस काशी के साथ ही स्टाफ नसों ने करीब डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद उसका सफल ऑपरेशन किया। डॉ राजेन्द्र पैकरा ने बताया कि अंतडिय़ा सडऩे की कगार पर आ गई थी, साथ ही अगर कुछ देर और लेट होता तो उसकी जान भी जा सकती थी। चिकित्सकों का कहना है कि यही इलाज बाहर में करीब 2 लाख रुपये के लगभग की है, जबकि मेकाज में इसका पूरा खर्च निशुल्क किया गया।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news