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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 23 जुलाई। कोतवाली पुलिस द्वारा गुम बालिका को 9 घंटे के भीतर पता तलाश कर उनके परिजनों को सुपुर्द किया।
कोतवाली थाना प्रभारी एमन साहू ने बताया कि प्रार्थी ने थाना उपस्थित आकर मौखिक रिपोर्ट दर्ज करायी कि इनकी बेटी 22 जुलाई को लगभग 12 बजे घर से बिना बताये कहीं चली गई है। रिपोर्ट पर थाना कोतवाली पुलिस द्वारा तत्काल गुम बालिका का पता तलाश किया गया। जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जीतेन्द्र सिंह मीणा व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाष शर्मा के मार्गदर्शन एवं नगर पुलिस अधीक्षक हेमसागर सिदार के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक एमन साहू के नेतृत्व में उपनिरीक्षक पीयुष बघेल, सउनि सुजाता डोरा के द्वारा सायबर सेल की मदद से गुम बालिका की तलाश की गई, जो 22 जुलाई की रात करीबन 8 बजे संजय मार्केट में मिलने पर बालिका को थाना लाया गया।
पूछताछ दौरान बालिका के साथ किसी प्रकार से अपराध का घटित होना नहीं पाये जाने पर बालिका को वारिसानों को सुरक्षित सौंपा गया।
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जगदलपुर, 23 जुलाई। सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 6 लाख 73 हजार रूपये लेकर धोखाधड़ी कर पैसे हड़पने वाले आरोपी को बस्तर पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
सीएसपी हेमसागर सिधार ने बताया कि प्रार्थी शालिनी कश्यप हाटकचोरा को आरोपी मनोज बिसाई के द्वारा सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 6,73,000/- रूपये लेकर धोखाधड़ी करने संबंधी रिपोर्ट थाना बोधघाट में दर्ज करायी थी। जिस पर थाना बोधघाट में धारा 420 का अपराध दर्ज कर अनुसंधान में लिया गया।
वरिष्ठ पुलिस अफसरों के मार्गदर्शन एवं थाना प्रभारी बोधघाट धनंजय सिन्हा के नेतृत्व में कार्यवाही के लिए टीम गठित कर रवाना किया गया था। उक्त टीम के द्वारा ग्राम राजनगर में आरोपी मनोज बिसाई (28) के निवास पर घेराबंदी कर दबिश दिया गया, जहां आरोपी को घेराबंदी कर पकड़ा गया। जिससे पूछताछ करने पर अपना नाम मनोज कुमार बिसाई होना एवं मामले की प्रार्थिया से नौकरी दिलाने की बात कहकर 6,73,000/- रूपये लेकर ठगी करना स्वीकार किया है। मामले में आरोपी मनोज बिसाई को उक्त आपराधिक प्रकरण में गिरफ्तार किया गया है।
जगदलपुर, 23 जुलाई। भारतीय जनता पार्टी जगदलपुर नगर मंडल की प्रथम कार्यसमिति की बैठक शनिवार को सुबह 11 बजे प्रारंभ होने जा रही है जिसमें भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय एवं प्रदेश पदाधिकारी सहित जिला पदाधिकारी उपस्थित रहने वाले हैं जिनका मार्गदर्शन नगर भाजपा को मिलेगा। कार्यसमिति की बैठक परिचयात्मक होने के साथ-साथ नवनियुक्त भाजपा नगर के पदाधिकारी एवं नगर मोर्चा के समस्त पदाधिकारियों का सम्मान एवं वरिष्ठ भाजपा के पदाधिकारियों द्वारा उद्बोधन स्वरूप भाजपा की रीति नीति सिद्धांत से अवगत कराया जाएगा इस बैठक में नवनियुक्त कार्यकर्ताओं का भाजपा में प्रवेश भी कराया जाएगा। यह जानकारी नगर मंडल मीडिया प्रभारी रोशन झा ने दी।
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जगदलपुर, 23 जुलाई। कलेक्टर रजत बंसल की अध्यक्षता में गुरूवार को बस्तर की लोक कला, लोक गीत, लोक नृत्य एवं बस्तर की स्थानीय भाषा हल्बी, गोंडी, भतरी तथा बस्तर की शिल्प के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु इन विधा के जानकारों की बैठक जिला कार्यालय के प्रेरणा हॉल में अभिलेखीकरण हेतु विस्तृत चर्चा की गई।
ज्ञात हो कि बस्तर विकास प्राधिकरण अध्यक्ष लखेश्वर बघेल के मंशानुसार एवं उनके निर्देश के तहत संभाग के सातों जिलों में आदिवासी विकास विभाग को नोडल अधिकारी बनाकर इस कार्य शीघ्र पूर्ण कराने हेतु जिम्मेदारी दी गई है।
कलेक्टर श्री बंसल ने कहा शासन-प्रशासन, जनप्रतिनिधि विधा के जानकार अशासकीय एवं शासकीय व्यक्ति सभी मिलकर इस कार्य को अंजाम तक पंहुचाएं, जिससे बस्तर की लोककला, संस्कृति, भाषा का संवर्धन एवं संरक्षण हो सके और आगामी पीढ़ी तक यह सुरक्षित तथा लिपिबद्ध होकर पहुंचे एवं देश-दुनिया तक इसका परिचय कराया जा सके। उन्होंने कहा कि आसना में निर्माणाधीन बादल सरथा में संस्कृति से संबंधित विधाओं का प्रदर्शन एवं फिल्मांकन भी किया जाना है उस हेतु भी आप सभी को कार्य करने की आवश्यकता है। इस हेतु शासन स्तर से आर्थिक रूप से एवं अन्य रूप से पूर्ण सहयोग किया जावेगा। बैठक में उपस्थित विभिन्न विधाओं के जानकार लोगों से सुझाव भी लिए गए।
बैठक में उपायुक्त आदिवासी विकास विभाग श्री विवेक दलेला ने बताय कि पूर्व में गठित जनजाति संस्कृति को संरक्षित करने एवं अभिलेखीकरण करने हेतु 05 समितियां बनाई गई हैं। इन समितियों के कार्यों की जानकारी संकलित कर कलेक्टर निर्देशानुसार कार्य योजना तैयार कर दो सप्ताह में प्रस्तुत की जाएगी। इस कार्य को पूर्ण करने हेतु विधा के जानकार लखेश्वर खुदराम, डा.रूपेन्द्र कवि हिडमो वट्टी, भरत गंगादित्य, राजेंद्र सिंह, बलदेव कश्यप, बुधराम करटाम. तथा उपस्थित अन्य लोगों ने भी अपने विचार एवं सुझाव दिए। कार्यक्रम में मुरिया समाज, धुरवा समाज, कोया समाज, हल्बा समाज, मुण्डा समाज के प्रमुख व्यक्तियों के साथ अनेक विधा जानकार उपस्थित थे।
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जगदलपुर, 23 जुलाई। मिलिंग क्षमता के अनुरूप कार्य नहीं करने पर मिलर को कलेक्टर ने कारण बताओ नोटिस जारी किया। खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में जिला बस्तर में समर्थन मूल्य पर कुल 142618.64 मेट्रिक टन धान की खरीदी की गई। खरीदी धान का निराकरण जिले के पंजीकृत 27 राईस मिलरों के द्वारा कस्टम मिलिंग के माध्यम से किया जा रहा है, जिसमें कुछ मिलरों द्वारा अपनी मिलिंग क्षमता के अनुरूप कार्य नहीं किया जा रहा है, ऐसे राईस मिलरों पर विभाग के द्वारा जांच की जा रही है।
इसी तारतम्य में खाद्य विभाग के द्वारा धनपुंजी स्थित अरवा राईस मिल मेसर्स हनुमान राईस मिल में जांच की गई। जांच में मेसर्स हनुमान राईस मिल, धनपुंजी विकासखण्ड जगदलपुर के प्रोप्राइटर अर्जुन कुमार गुप्ता के द्वारा खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में 48 हजार क्विंटल धान उठाव हेतु अनुबंध कराया गया है। अनुबंध के विरूद्ध केवल 21 हजार 807.87 क्विंटल धान का उठाव किया गया और 13 हजार 534.58 क्विंटल चावल सीएमआर जमा किया गया। चुंकि फर्म की क्षमता 4 टन प्रति घंटा है क्षमता अनुसार कस्टम मिलिंग की कार्य प्रतिशत 25 प्रतिशत से कम होने पर खाद्य विभाग के अधिकारियों द्वारा मेसर्स हनुमान राईस मिल में जांच की गई।
मौके पर खाद्य विभाग के अधिकारियों द्वारा भौतिक सत्यापन करने पर राईस मिल में 791.03 क्विंटल धान की कमी पाई गई। इस धान का मूल्य समर्थन मूल्य के अनुसार कुल राशि 19 लाख 77 हजार 575 रुपए होता है। खाद्य विभाग की टीम के द्वारा इस आधार पर प्रकरण तैयार कर कलेक्टर खाद्य शाखा जगदलपुर में प्रस्तुत किया है। उक्त कृत्य के लिए कलेक्टर रजत बंसल द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी इस राईस मिल को कार्यालय कलेक्टर खाद्य शाखा से चेतावनी पत्र जारी कर समयावधि में अनुबंध कार्य पूर्ण करने निर्देश किया गया था, इसके बावजूद फर्म के द्वारा अपनी मिलिंग क्षमता अनुसार धान का कस्टम मिलिंग में कोई रूचि एवं कोई प्रगति नहीं लाया गया।संचालक खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण संचालनालय रायपुर द्वारा बस्तर जिले के 4 राईस मिलरों को प्रतिशत से कम मिलिंग क्षमता का उपयोग एवं चांवल जमा करने वाले राईस मिलरों को डी श्रेणी में रखा गया है। ऐसे पंजीकृत मिलर्स के द्वारा अपनी मिलिंग क्षमता अनुसार धान का उठाव एवं चांवल जमा करने में शिथिलता बरती गई, उनके खिलाफ विभाग द्वारा नियमानुसार कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
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जगदलपुर, 23 जुलाई। बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी शहर के द्वारा चन्द्रशेखर आज़ाद, बालगंगाधर तिलक की जयंती और बिसाहू दास महंत की पुण्यतिथि स्थानीय राजीव भवन में सादगी व गरिमा के साथ मनाई गई।
सर्वप्रथम जिलाध्यक्ष राजीव शर्मा ने उनके छायाचित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांसुमन अर्पित की और उनके जीवनी पर प्रकाश डालते कहा कि क्रांतिकारी चन्द्रशेखर आज़ाद का जन्म 23 जुलाई 1906 को उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में हुआ, इनका वास्तविक नाम चन्द्रशेखर सीताराम तिवारी था चन्द्रशेखर आज़ाद का प्रारंभिक जीवन आदिवासी बाहुल क्षेत्र भावरा गांव में व्यतीत हुआ भील बालकों के साथ रहते रहते चन्द्रशेखर आज़ाद ने धनुष बाण चलाना सीख चुके थे इनकी माता जगरानी देवी उन्हें संस्कृति का विद्वान बनाना चाहती थी तथा उन्हें संस्कृति सीखने के लिए काशी विद्यापीठ बनारस भेजा गया दिसम्बर 1921 में जब गांधी जी के द्वारा असहयोग आंदोलन की शुरुआत की गई उस समय मात्र 14 वर्ष की उम्र में ही आज़ाद ने इस आंदोलन में भाग लिया परिणामस्वरूप उन्हें गिरफ्तार कर मजिस्ट्रेड के समक्ष उपस्थित किया गया जब मजिस्ट्रेड ने उनसे नाम पूछा तो उन्होंने अपना नाम आज़ाद और पिता का नाम स्वतंत्रता बताया, यहीं से चन्द्रशेखर सीताराम तिवारी का नाम चन्द्रशेखर आज़ाद पड़ गया।
महामन्त्री अनवर खान ने कहा कि बालगंगाधर तिलक को भारतीय स्वतंत्रता का जनक कहा जाता है वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे वह एक समाज सुधारक, स्वतन्त्रता सेनानी,राष्ट्रनेता के साथ साथ भारतीय इतिहास,संस्कृति,हिन्दु, धर्म,गणित और भूगोल विज्ञान जैसे विषयों के विद्वान थे बालगंगाधर तिलक लोकमान्य के नाम से भी जाने जाते थे इनका जन्म 23 जुलाई 1856 को महाराष्ट्र के रत्नागिरी के चितपावन ब्रह्मण्ड कुल में हुआ तिलक एक प्रतिभाशाली विद्यार्थी थे और गणित से उन्हें खास लगाव था उनकी शिक्षा दीक्षा पुणे के एंग्लो वर्नाकुलर स्कूल में हुई 16 वर्ष की उम्र में माता पिता का साया सर से उठ चुका था स्नातक होने के बाद एक प्राइवेट स्कूल में गणित पढ़ाया करते थे और उसके बाद पत्रकार बन गए, बालगंगाधर तिलक 1890 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से जुड़े तथा एक आंदोलनकारी शिक्षक के साथ साथ एक समाज सुधारक भी थे।
आज के कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ कांग्रेसी सतपाल शर्मा ने किया जिसमें कांग्रेस के पदाधिकारी व कार्यकर्तागण उपस्थित थे।
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जगदलपुर, 23 जुलाई। अपने अनुपम प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण बस्तर जिले में ईको टूरिज्म की परिकल्पना को साकार करने हेतु जिला प्रशासन द्वारा आमचो बस्तर टूरिज्म के कार्य को पूरा करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं। जिससे की मनोरम एवं आकर्षक पर्यटन क्षेत्रों से युक्त बस्तर जिले में शीघ्र ही सैलानी यहां की प्राकृतिक सुंदरता, आदिम संस्कृति के साथ-साथ पर्यटन का भी लुत्फ उठा सकें। इस कार्य को पूरा करने के लिए कलेक्टर श्री रजत बंसल के निर्देशानुसार जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग द्वारा द्रुत गति से कार्य किया जा रहा है। कलेक्टर रजत बंसल ने इस कार्य में होटल संचालकों की सहभागीता सुनिश्चित करने हेतु 22 जुलाई को कलेक्टोरेट जगदलपुर के प्रेरणा कक्ष में शहर के होटल संचालकों की बैठक लेकर इस कार्य को आगे बढ़ाने हेतु जरूरी सुझाव लिए। कलेक्टर ने कहा कि जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने तथा पर्यटकों को जरूरी सुविधाओं के अलावा पर्यटन क्षेत्र के संबंध में आवश्यक जानकारी प्रदान करने में होटल संचालकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। कलेक्टर ने कहा कि बस्तर की संस्कृति को बढ़ावा देने के अलावा स्थानीय लोगों को अधिक से अधिक स्वरोजगार से प्रदान ही ईको टूरिज्म का आधार भूत सिद्धांत है। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से आदिवासी संस्कृति को सुरक्षित रखने तथा स्थानीय चिजों को बढ़ावा देने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए जिले के पर्यटन क्षेत्रों में स्थानीय व्यजनों की उपलब्धता को अनिवार्य रूप से शामिल किया जा रहा है।
बैठक में कलेक्टर ने जिले के समीप में स्थित पड़ोसी राज्य उड़ीसा, आन्ध्र प्रदेश एवं तेंलगाना के प्रमुख पर्यटन स्थल एवं शहरों में बस्तर केे पर्यटन की जानकारी हेतु प्रचार-प्रसार की समुचित व्यवस्था करने की जानकारी दी। जिससे की इन स्थानों में भ्रमण हेतु आने वाले पर्यटक बस्तर जिले में भी आ सकें।
इस संबंध में उन्होंने इन राज्यों के पर्यटन बोर्ड के प्रबंध निदेशकों से भी चर्चा करने की बात कही। कलेक्टर ने पर्यटकों को ट्रासपोर्ट एवं लाजिंग की उत्तम सुविधा प्रदान करने में होटल संचालकों को सहयोग प्रदान करने को कहा। इसके अलावा उन्होंने होटलों में पर्यटकों के लिए स्थानीय उत्पादों एवं सामग्रियों की भी व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि पर्यटन कारीडोर में शामिल जगदलपुर शहर के दलपत सागर एवं अन्य स्थानों में सुविधाएं बढ़ाई जा रही है। श्री बंसल ने बैठक में उपस्थित होटल संचालकों से इस कार्य को बेहतर बनाने हेतु सुझाव भी लिए एवं जरूरी सुझावों पर अमल करने की बात कही। बैठक में जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कैलाश कोड़ोपी एवं होटल संचालक उपस्थित थे।
बस्तर को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने सौंपा पत्र
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 23 जुलाई। भाजपा के पूर्व विधायक बैदूराम कश्यप ने नई दिल्ली में केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री किशन रेड्डी से भेंट कर उन्हें बस्तर अंचल को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने के लिये पर्यटन स्थलों के विकास के संबंध में पत्र सौंपा है। जिसमें बस्तर में होटल मैनेजमेंट संस्थान की स्थापना, दंतेवाडा़ को प्रसाद योजना में शामिल किये जाने एवं विशाखापट्नम से अरकू तक चलने वाली विक्टाडोम कोच को जगदलपुर तक बढाऩे की माँग भी शामिल है।
बस्तर के विकास के लिए केन्द्रीय मंत्री को सौंपे गये पत्र में कहा गया है कि बस्तर अंचल आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र व नक्सल प्रभावित क्षेत्र है। जिसके विकास के लिये स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा लगातार माँग की जाती रही है। पर्यटन क्षेत्र के रूप में चित्रकोट, तावडा़घुमर, गिचनार, तीरथगढ़, दंतेवाडा़, ढोलकल, बारसूर में लोकल टूरिस्ट सर्विस का विकास किया जाना आवश्यक है। इसके साथ ही मनोरम पर्यटन स्थल चित्रकोट जलप्रपात के आसपास लाईट एण्ड शो एवं यहाँ पहुँचने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिए रोपवे निर्माण की आवश्यकता है। पर्यटन क्षेत्र के रूप में बस्तर के विकसित होने से इसका लाभ स्थानीय निवासियों को भी प्राप्त होगा। केन्द्रीय मंत्री से भेंट व पत्र सौंपने के दौरान दुर्ग के सांसद विजय बघेल भी उपस्थित थे।
5 टीमें ओडिशा रवाना, एसपी ने की ईनाम की घोषणा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 23 जुलाई। गत 18 जुलाई को जगदलपुर के स्थानीय सराफा व्यापारी त्रिलोकचन्द्र सिसोदिया के साथ हुये लाखों की लूट मामले में थाना बोधघाट में प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है। ओडिशा में 5 टीमें रवाना की गई हैं, वहीं आरोपियों के संबंध में पतासाजी एवं गिरफ्तारी के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के द्वारा 10,000/- रूपये का ईनाम घोषित किया गया है।
मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश शर्मा के सतत मार्गदर्शन और राजपत्रित अधिकारियों के पर्यवेक्षण में अनुसंधान हेतु नगर पुलिस अधीक्षक जगदलपुर के नेतृत्व में विशेष अनुसंधान टीम का गठन किया गया है। मामले में माल मुलजिम पतासाजी हेतु सरहदी राज्य ओडिशा में 5 टीमें बनाकर रवाना किया गया है, जो घटना और वारदात के तरीके को ध्यान में रखकर अनुसंधान किया जा रहा है।
जगदलपुर के आदतन एवं निगरानीशुदा बदमाशों से पूछताछ की जा रही है, एक दर्जन से अधिक बदमाशों से पूछताछ किया गया है, साथ ही कुछ आपराधिक जातियों और समुदायों पर भी नजर रखी जा रही है।
संदिग्ध स्थलों पर पुलिस द्वारा दबिश दिया जा रहा है। साथ ही ह्यूमन इंटेलिजेंस, और तकनीकी साक्ष्यों के माध्यम से आरोपियों के संबंध में पतासाजी की जा रही है। साथ ही घटना के तथ्यों अथवा आरोपियों के संबंध में पतासाजी एवं गिरफ्तारी हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जगदलपुर के द्वारा 10,000/- रूपये का ‘ईनाम उदघोषणा’ जारी किया गया है।
किसानों की समस्याओं को उठाएगी भाजपा, तैयारी संबंधी बैठक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 23 जुलाई। खाद की कमी व संकट से जूझ रहे प्रदेश के किसानों की समस्याओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी आगामी 26 जुलाई को पूरे प्रदेश में विधानसभा स्तरीय एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करेगी। भाजपा किसान मोर्चा के बैनर तले यह विशाल धरना प्रदर्शन राज्य के सभी 90 विधानसभा में एक साथ किया जाएगा। जिसकी तैयारियों के संबंध में आज भाजपा जिला कार्यालय में महत्वपूर्ण बैठक भी आहुत की गयी। जिसमें भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष आलोक ठाकुर भी शामिल थे।
बैठक को अजजा मोर्चा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश कश्यप, प्रदेश महामंत्री किरणदेव, श्रीनिवास राव मद्दी,भाजपा जिलाअध्यक्ष रूप सिंह मंडावी, किसान मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष श्री ठाकुर, श्रीनिवास मिश्रा आदि ने संबोधित किया।
भाजपा नेताओं ने कहा कि प्रदेश के किसानों को खाद की कमी से जूझना पड़ रहा है, एक ओर सोसायटी में खाद नहीं मिल रही है और दूसरी ओर खुले बाजाऱ मे खाद की ऊँचे दामों में बिक्री हो रही है। यह सब कांग्रेस सरकार की गलत नीति व नीयत की वजह से हो रहा है। किसानों की आवाज़ बन कर भारतीय जनता पार्टी ने धरना आंदोलन की रुपरेखा बनायी है। जिसमें भाजपा के समस्त मोर्चा, प्रकोष्ठ, मंडल व जिले के पदाधिकारी, कार्यकर्ता शामिल होंगे। बैठक में धरना की तैयारियों पर विस्तृत चर्चा की गयी। बैठक का संचालन महामंत्री रामाश्रय सिंह व आभार प्रदर्शन जिला मंत्री नरसिंह राव ने किया।
जिसमें प्रमुख रूप से विद्याशरण तिवारी, लच्छूराम कश्यप, योगेन्द्र पांडे, वेदप्रकाश पांडे, रजनीश पाणिग्रही, मनीराम कश्यप, बाबुल राम नाग, निर्देश दीवान, रैतूराम बघेल, सीता नाग, सुरेश गुप्ता, संग्राम सिंह राणा, आलोक अवस्थी, अविनाश श्रीवास्तव, विनायक गोयल, बृजेश भदौरिया, अनूप जैन, महेश कश्यप, नवीन ठाकुर, राधेश्याम पन्द्रे, योगेश ठाकुर, मनोज पटेल, श्रीपाल जैन, श्रेयांश जैन, उदबोराम, के के द्विवेदी, सतीश सेठिया, रमेश सेठिया, जीतेन्द्र सेठिया, पुलकेश्वर पांडे, पुरूषोत्तम जोशी, सतीश बाजपेयी आदि सहित पदाधिकारी कार्यकर्ता मौजूद थे।
5 टीमें ओडिशा रवाना, एसपी ने की ईनाम की घोषणा
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
जगदलपुर, 23 जुलाई। गत 18 जुलाई को जगदलपुर के स्थानीय सराफा व्यापारी त्रिलोकचन्द्र सिसोदिया के साथ हुये लाखों की लूट मामले में थाना बोधघाट में प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है। ओडिशा में 5 टीमें रवाना की गई हैं, वहीं आरोपियों के संबंध में पतासाजी एवं गिरफ्तारी के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के द्वारा दस हजार रूपये का ईनाम घोषित किया गया है।
मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश शर्मा के सतत मार्गदर्शन और राजपत्रित अधिकारियों के पर्यवेक्षण में अनुसंधान हेतु नगर पुलिस अधीक्षक जगदलपुर के नेतृत्व में विशेष अनुसंधान टीम का गठन किया गया है। मामले में माल मुलजिम पतासाजी हेतु सरहदी राज्य ओडिशा में 5 टीमें बनाकर रवाना किया गया है, जो घटना और वारदात के तरीके को ध्यान में रखकर अनुसंधान किया जा रहा है।
जगदलपुर के आदतन एवं निगरानीशुदा बदमाशों से पूछताछ की जा रही है, एक दर्जन से अधिक बदमाशों से पूछताछ किया गया है, साथ ही कुछ आपराधिक जातियों और समुदायों पर भी नजर रखी जा रही है। संदिग्ध स्थलों पर पुलिस द्वारा दबिश दिया जा रहा है। साथ ही ह्यूमन इंटेलिजेंस, और तकनीकी साक्ष्यों के माध्यम से आरोपियों के संबंध में पतासाजी की जा रही है। साथ ही घटना के तथ्यों अथवा आरोपियों के संबंध में पतासाजी एवं गिरफ्तारी हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जगदलपुर के द्वारा दस हजार रूपये का 'ईनाम उद्घोषणाÓ जारी किया गया है।
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जगदलपुर, 22 जुलाई। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व शिक्षा मंत्री केदार कश्यप ने प्रदेश सरकार द्वारा 2 अगस्त से प्रदेश में स्कूल खोले जाने के फैसले को सरकार द्वारा भ्रमित करने वाला निर्णय बताया है।
उन्होंने जारी विज्ञप्ति में कहा कि प्रदेश सरकार हर बार की तरह स्कूलों को खोलने के मामले में भी अपनी जि़म्मेदारी से मुँह चुराती नजऱ आ रही है। श्री कश्यप ने कहा कि स्कूलों के संचालन को लेकर प्रदेश सरकार का यह फ़ैसला कन्फ्य़ूज़्ड नेतृत्व की निशानी है। प्रदेश सरकार अपनी व्यवस्था तय करने के बजाय स्कूलों को खोलने का अधिकार पंचायतों, स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों और पालकों पर छोडक़र अब शिक्षा जैसे विषय के साथ भी खिलवाड़ कर रही है।
श्री कश्यप ने कहा कि प्रदेश सरकार ने कोरोना काल और तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच स्कूलों को शुरू करने का फ़ैसला लेकर एक तो जनस्वास्थ्य के प्रति अपनी लापरवाही का प्रदर्शन किया है, दूसरे अपनी कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व की हाल ही जताई गई उस चिंता को भी अनदेखा कर दिया है, जिससे बच्चों में संक्रमण का हंगामा मचाकर केंद्र सरकार के विरुद्ध प्रलाप करता नहीं थक रहा था।
श्री कश्यप ने कहा कि प्रदेश सरकार ने स्कूलों को खोलने का फ़ैसला तो सुना दिया, लेकिन स्कूलों के संचालन के लिए कोई दिशा-निर्देश तय नहीं किए हैं। सरकार ने यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया है कि पंचायतों, स्थानीय निकायों के पार्षद व पालक मिलकर व्यवस्थाएँ तय करेंगे। अभी जहाँ कोरोना संक्रमण के शून्य प्रकरण हैं, वहाँ स्कूल खोले जाएंगे, लेकिन सरकार यह भी तो बताए कि जहाँ स्कूल खुलने के बाद अगर कोरोना संक्रमण का एक भी प्रकरण सामने आया तो फिर क्या होगा? क्या उन स्थानों के स्कूल वापस बंद कर दिए जाएँगे?
श्री कश्यप ने कहा कि स्कूल खोलने और संचालित करने को लेकर प्रदेश सरकार कोई स्पष्ट नीति बना नहीं पाई है और यह भ्रमित करने वाला फऱमान जारी कर दिया है। प्रदेश सरकार तमाम पहलुओं पर संज़ीदगी से विचार करके न केवल नीतिगत फ़ैसला करे, अपितु अपने निर्णय के क्रियान्वयन के लिए एक सुविचारित गाइडलाइन तय करके अपनी जि़म्मेदारी का ईमानदारी से निर्वहन करें।
श्री कश्यप में कहा निजी स्कूलों को कोरोनाकाल में आ रही दिक्कतों पर सरकार ने कोई सहायता अब तक नही की साथ ही जिन शिक्षकों की दुखद मृत्यु हुई सरकार ने उनके परिवारों से भी मुंह मोड़ लिया ऐसे में सरकार न किसी बात की जिम्मेदारी लेना चाहती है न किसी की मदद करना चाहती है तो ऐसी सरकार किस काम की।
होटल के खाने में कीड़ा निकलने का मामला
जगदलपुर, 22 जुलाई। बीते दिन शहर में संचालित एक होटल के खाने में कीड़ा निकलने का मामला सामने आया था।, जिस पर विभागीय अधिकारी ने जांच की बात कही थी। इस विषय में एसडीएम जीएस मरकाम ने बताया कि इसकी शिकायत 19 जुलाई को हुई थी। जिसके बाद 21 जुलाई को खाद्य सुरक्षा अधिकारी जाहिरा खान मौके पर पहुंची व बिरयानी का सैंपल लिया, साथ ही सैंपल को क्यू.पी.पी.एल लैब इंदौर भेजा गया है, 14 दिन के अंदर सैंपल की रिपोर्ट आएगी।
वहां दो तरह का खाना बनता है एक वेज और दूसरा नॉनवेज, वेज में तो किसी प्रकार की शिकायत नहीं है, लेकिन नॉनवेज में शिकायत आई थी जिसकी रिपोर्ट आने के बाद नेगेटिव या पॉजिटिव जो भी हो, उसके हिसाब से कार्रवाई किया जाएगा।
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जगदलपुर, 22 जुलाई। बस्तर साँसद दीपक बैज ने आज लोकसभा प्रश्नकाल में अधिनियम 377 के अंतर्गत किसानों से जुड़े मुद्दों को प्राथमिकता देते हुए केंद्र सरकार से प्रश्न किया है। केंद्र सरकार द्वारा इस वर्ष खरीफ की फसल हेतु रसायनिक उर्वरक यूरिया डी.ए.पी एन.पी.के और एस.एस.पी की छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के किसानों के लिए मांग किया गया है, लेकिन केंद्र सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ सरकार की मांग की तुलना में रासायनिक उर्वरक अत्यंत कम आपूर्ति कराई गई है। यह बहुत ही चिंता की बात है।
सांसद बैज ने कहा, जिसके कारण छत्तीसगढ़ सरकार किसानों के उर्वरक की समस्या को देखते हुए अपने स्तर पर किसानों हित के लिए गोठान से ऑर्गेनिक खाद उपलब्ध कराकर किसानों की फसल का उत्पादन बढ़ा रही है। जबकि दूसरी ओर छत्तीसगढ़ राज्य की मांग की उपेक्षा से किसानों के हितों को केंद्र सरकार अनदेखी कर रही है। इस सदन के माध्यम से मेरी केंद्र सरकार से मांग है, की केंद्र सरकार रासायनिक उर्वरकों हेतु छत्तीसगढ़ सरकार की मांग के सापेक्ष किसानों के हित को देखते हुए रासायनिक उर्वरक जल्द से जल्द उपलब्ध कराएं।
गौरतलब है कि बस्तर सांसद दीपक बैज ने मानसून सत्र शुरू होने से पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा बुलाई गई वर्चुअल बैठक में किसानों से जुड़े मुद्दे को सदन में उठाने का सुझाव दिया था। श्री बैज ने छत्तीसगढ़ के किसानों के मुद्दे को प्राथमिकता देते हुए उनका दर्द केंद्र सरकार के समक्ष अपने प्रश्न के जरिए पेश किया।
जगदलपुर, 22 जुलाई। पिछले माह नक्सली हमले में मारे गए गोपनीय सैनिक की पत्नी को पांच लाख की आर्थिक सहायता दी गई। आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त ने बताया कि पिछले माह 22 जून को पखनार के साप्ताहिक बाजार में नक्सलियों द्वारा किए गए हमले में गोपनीय सैनिक बुधराम कवासी की मृत्यु हो गई थी। शासन की पुनर्वास नीति के तहत उनकी पत्नी सोमारी को पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी गई।
जगदलपुर, 21 जुलाई। गत 26 जनवरी को प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल के द्वारा दलपत सागर में 6 बोटिंग नाव का उद्घाटन किया गया। लाखों रुपये की लागत वाली यह बोट 6 माह बाद ही अब शोपीस बनकर रह गई है।
6 माह बाद ही इन बोट को किनारे में खड़ा कर दिया गया है, जिसके कारण कंडम होने में इसे देर नहीं लगेगी। इस मामले में कई लोगों का कहना है कि दलपत सागर में इससे पहले भी कई बोटें आ चुकी है, लेकिन सही रूप से इसे सुरक्षित नहीं रखने के कारण कंडम हो चुकी है।
इस मामले में नगर निगम आयुक्त प्रेम कुमार पटेल का कहना था कि 9 लाख रुपये की लागत की यह बोटिंग बोट है, पानी में इसके पैडल खराब होने का ज्यादा डर रहता है, जबकि इसे सुरक्षित रखने के लिए इसे रस्सी के सहारे बांधकर रखा गया है, लेकिन अगर बोट में पानी जमा हो रहा है तो ये गलत है, इस बोट का पूरी तरह से सुरक्षित रखने का काम महिला समूह का है जो इसका पूरा देखरेख कर रही है, बोट में अगर कचरा आदि भी जमा हो रहा है तो गलत है, इसकी जांच किया जाएगा।
इस विषय पर महापौर सफिरा साहू से जानकारी के लिए फोन किया गया तो उनके द्वारा फोन नहीं उठाया गया।
नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे का कहना है कि नगर निगम को खरीदी मे भ्रष्टाचार के लिए काम करता हुआ दिखाई देता है। कोई चीज खरीदी हो गई है तो उसके रखरखाव में उसका ध्यान नहीं है, इसलिए क्योंकि खरीदी में उनको कमीशन मिल जाता है, अगले बार फिर खरीदी करेंगे तो फिर कमीशन मिलेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 21 जुलाई। कोविड नियमों को ध्यान में रखते हुआ आज बस्तर में ईद-उल-अजहा का त्योहार मनाया गया। लोगों ने मस्जिदों में बड़ी संख्या में ईद की नमाज पढ़ी और देश में अमन-चैन की दुआ मांगी। इस दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा गया। वहीं शहर के जामा मस्जिद में लोगों के द्वारा नमाज अदा की गई। इस मौके पर अन्य समाज के लोगो ने मुस्लिम भाइयो को बकरीद की बधाई दी है।
समाज के लोगों का कहना है कि खुशियों का यह त्योहार सामाजिक एकता को मजबूत करने के साथ ही आपसी भाईचारे की भावना को बढ़ाता है। बकरीद को कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए त्योहार मनाने की अपील भी की गई है।
मस्जिदों में पढ़ी गई ईद उल-जुहा की नमाज
बकरीद (ईद-उल-अजहा) के त्योहार को लेकर लोगों से त्योहार के दौरान ईद की नमाज मस्जिदों में पढऩे की अपील की। इस संबंध में अपने-अपने क्षेत्र के लोगों को भी अवगत कराकर जागरुक करने को कहा। उन्होंने कहा कि त्योहार के दौरान कहीं भी भीड़ इक_ा नहीं करने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन किया जाए।
कोविड नियम के तहत जामा मस्जिद में नमाज जामा मस्जिद में शारीरिक दूरी नियम के साथ ईद की नमाज पढ़ी गई, जबकि अन्य मस्जिदों में भी कोविड नियम के साथ ईद की नमाज हुई। लोगों ने कपड़ों और खाने के सामान की जमकर खरीदारी की। मुस्लिम समाज के गणमान्य लोगों ने नमाजियों से अपील की है कि ईद-उल-अजहा की नमाज मस्जिदों में अदा किया गया, कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को रोकने में कामयाबी मिल सके। वहीं त्योहार के मद्देनजर मस्जिदों पर सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल भी तैनात किया गया है। शहर के मस्जिदों पर सुबह 7 बजे ईद-उल-जुहा की नमाज अदा की गई।
जगदलपुर, 21 जुलाई। शहर के वृंदावन कॉलोनी में सराफा व्यापारी के साथ हुए 14 लाख की लूटपाट के साथ ही चले तीन गोली को लेकर पुलिस लगातार आरोपियों के पतासाजी में जुटी हुई है, एक ओर जहाँ इसके तार ओडिशा से जोड़े जा रहे हंै, वहीं इसके पीछे लोकल बदमाशों के होने की खबर आ रही है। पुलिस की इन लोकल गुंडों के साथ पूछताछ भी चल रही है, वहीं घटना के कुछ दिन पहले कौन जेल से बाहर आया और कौन शहर से बाहर है, इसकी भी पूरी जन्मकुंडली तैयार की गई है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओपी शर्मा का कहना है कि इस पूरे मामले की बारीकी से जांच की जा रही है, वहीं लोकल गुंडों की धरपकड़ भी की जा रही है, कुछ लोगों से लगातार पूछताछ की गई है, साथ ही जितने भी मोबाइल नंबर सामने आ रहे हंै, उसकी पूरी कुंडली खंगाली जा रही है।
वहीं अन्य व्यापारियों से लेकर पुलिस को भी ऐसा अनुमान है कि इस घटना को अंजाम देने के लिए कई दिन पहले से रेकी किया गया था, बिना लोकल किसी आरोपी के इतनी बड़ी घटना को अंजाम नहीं दिया जा सकता है। सायबर सेल से लेकर अन्य थाना प्रभारी व अधिकारियों को लेकर टीम तैयार किया गया है, जो अलग-अलग बातों को लेकर जांच कर रही है। इन सबके अलावा जिन अधिकारियों को बाहर भेजा गया है उनके हाथ में भी कोई सुराग अब तक हाथ नहीं आया है। इन सबके अलावा पुलिस के हाथ कुछ पुख्ता सबूत भी आये हंै, जो जल्द ही आरोपियों तक पहुंचने के संकेत दे रहे हंै।
पुलिस अभी किसी भी बात का खुलासा करने से मना कर रही है, उनका कहना है कि आरोपी जब तक पुलिस के हाथ नहीं आ जाते, तब तक किसी भी बात का खुलासा नहीं कर सकते हंै।
जगदलपुर, 21 जुलाई। भारतीय जनता युवा मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू के अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।
बैठक में मुख्यरूप से भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, भाजपा प्रदेश महामंत्री(संगठन) पवन साय, पूर्व प्रदेश महामंत्री (संगठन) रामप्रताप सिंह, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल , पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर , पूर्व मंत्री राजेश मुड़त , भाजयुमो प्रदेश प्रभारी अनुराग सिंह देव, भाजपा प्रदेश मंत्री विजय शर्मा,भाजयुमो प्रदेश सह-प्रभारी मान. ओ.पी. चौधरी, भाजयुमो राष्ट्रीय मंत्री रवि भगत सहित अन्य आदरणीय भाजपा पदाधिकारी, भाजयुमो प्रदेश पदाधिकारी/प्रदेश कार्यसमिति सदस्य/प्रदेश विशेष आमंत्रित सदस्य एवं सभी जिलों के भाजयुमो जिलाध्यक्ष उपस्थित रहे।
राज्यपाल से बस्तर क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने की मुलाकात, धर्मांतरण पर कार्रवाई की मांग
रायपुर/जगदलपुर, 20 जुलाई। राज्यपाल अनुसुइया उइके से मंगलवार को राजभवन में पूर्व कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप के नेतृत्व में बस्तर क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने मुलाकात की और बस्तर सहित पूरे प्रदेश के भोले भाले वनवासियों को लालच देकर कराए जा रहे धर्मांतरण पर चर्चा की व चिंता जताई और उचित कठोर कार्रवाई की मांग की।
केदार कश्यप ने कहा कि झारखंड, केरल, हैदराबाद, बेंगलुरु और चेन्नई सहित दक्षिण भारत से आए सैकड़ों धर्मगुरु प्रदेश में सक्रिय हैं और बस्तर व प्रदेश के वनवासी क्षेत्रों के जंगलों में घुसकर भोले भाले वनवासियों को दवाई, पढ़ाई और प्रार्थना का नाम देकर धर्मांतरण कराया जा रहा है। बस्तर क्षेत्र में स्थितियां यह निर्मित हो गई है कि एक उच्च अधिकारी को भविष्य में होने वाले टकराव को भांपकर व जबरन होते धर्मांतरण को लेकर राज्य सरकार को पत्र लिखना पड़ रहा है। वनवासियों के साथ होते षड्यंत्र व धर्मांतरण के कानून को प्रदेश में कड़ाई से पालन करना चाहिए, परंतु दुर्भाग्य से प्रदेश की भूपेश सरकार मौन हैं और संरक्षण दे रही हैं।
श्री कश्यप ने कहा कि कोरोनाकाल में इन लोगों ने सेवा के नाम पर मदद कर अवैध मतांतरण के काम में और तेजी लाने का काम किया। सुकमा, बीजापुर जिले के कई गांव ऐसे हैं, जहां के अधिकतर परिवार मतांतरित हो चुके हैं, कई गांव में भोले-भाले आदिवासियों की जमीन स्कूल और गोदाम बनाने आदि के नाम पर लेकर चर्च खोल दिया गया है। यही नही आदिवासियों को भरमाने के लिए उनके देवी देवताओं का नाम भी चर्च के बाहर सिलावट कर लिख दिया गया हैं। प्रतिनिधिमंडल में विकास मरकाम, धनीराम बारसे, हूंगाराम मरकाम, महेश कश्यप, सेमल नरेश,वी नरेश उपस्थित थे।-----------------
समस्याओं को ले डीईओ को संयुक्त शिक्षक संघ ने सौंपा ज्ञापन
जगदलपुर, 20 जुलाई। बस्तर जिले में शिक्षक एलबी संवर्ग के कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं को लेकर 19 जुलाई को जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान को संघ के जिला अध्यक्ष शैलेंद्र तिवारी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात कर अपनी समस्याओं से अवगत कराया।
समस्याओं में मुख्य रूप से शिक्षक एल बी संवर्ग को समयमान वेतनमान एवं वेटेज का लाभ देकर वेतन भुगतान करने हेतु आदेश जारी किया जाए, साथ ही शिक्षक एलबी संवर्ग की वरिष्ठता सूची जारी करने सहित। उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए परीक्षा में बैठने की अनुमति प्राप्त करने हेतु प्राप्त आवेदनों का निराकरण किया जावे अकारण ही शिक्षको को इसके लिए कार्यालयों का चक्कर लगाते देखा जाता है। विगत दो वर्षों से अनुमति आदेश जारी नहीं होने के कारण उच्च योग्यता होने के बाद भी सेवा पुस्तिका में इंद्राज नहीं हो पा रहा है। संघ के नेतावो ने शिक्षक एलबी संवर्ग के लंबित मेडिकल बिलों का त्वरित निराकरण करने एवं मेडिकल बिल प्रस्तुत करते समय लगने वाले आवश्यक दस्तावेजों की सूची जारी किए जाने के लिए आग्रह किया। ताकि कर्मचारियों का मेडिकल बिल अनावश्यक लंबित न रहें। सके इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती भारती प्रधान जल्द ही इस सम्बंध ने आदेश जारी करने की बात कही।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष शैलेन्द्र तिवारी प्रदेश सँयुक्त सचिव महेन्द्र सिंह ठाकुर, प्रांतीय संगठन सचिव राहुल सिंह ठाकुर, संभागीय अध्यक्ष शिवराज सिंह ठाकुर, महिला प्रकोष्ट जिला अध्यक्ष,नीलम सोरी, ब्लॉक अध्यक्ष लोहण्डीगुड़ा धनसाय नाग, बस्तर रविन्द्र सिंह ठाकुर, जगदलपुर,अविनाश दास, तोकापाल हरदास सांडिल्य, सोसल मीडिया प्रभारी खेतीमल दीवान योवेश हरदाहे,हरेन्द्र सिंह ठाकुर,लच्छिन नाग, दिलेश्वर साहू,श्रीमती प्रवीणा पाल,राबिया कुरैशी, साइना जिलान, मोना जानी,ललिता चन्द्रा कश्यप, चेतेन्द्र प्रसाद पाणिग्रही, निलधर पाढे महेश बेस उवस्थित थे।
जगदलपुर, 20 जुलाई। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के बस्तर संभागीय पदाधिकारियों ने आज कलेक्टोरेट में जगदलपुर एसडीएम जीआर मरकाम को ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में फेडरेशन ने मुख्यमंत्री के नाम लंबित 16 फीसदी महंगाई भत्ता के लिए एक सूत्रीय मांग की है।
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा प्रदेश के कर्मचारियों को 12 फीसदी महंगाई भत्ता दिया जा रहा है। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन पिछले दो वर्ष से लंबित 5 फीसदी महंगाई भत्ता स्वीकृत करने के लिए संघर्ष कर रहा है। इसके लिए दिसंबर 2020 में कलम छोड़ मशाल उठा मुहिम के तहत फेडरेशन ने अपनी 14 सूत्रीय मांगों को लेकर पत्र में इस महंगाई भत्ते का भी जिक्र किया था। इसमें केंद्र के कर्मचारियों को 28 फीसदी महंगाई भत्ता मिल रहा है, जबकि प्रदेश में कर्मचारियों को मात्र 12 फीसदी हो दिया जा रहा है। जिससे प्रदेश के कर्मचारियों को प्रतिमाह लगभग 5000 रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसी विषय पर बस्तर के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम अपना ज्ञापन एसडीएम को सौंपा, जिसमे महंगाई भत्ता 17 फीसदी किए जाने की मांग की गई है।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन की ओर से यह ज्ञापन पूरे छत्तीसगढ़ में कलेक्टर और उच्चाधिकारियों को सौंपा गया।
फेडरेशन की ओर से कैलाश चौहान, आरडी तिवारी, गजेंद्र श्रीवास्तव, विजय सिंह, तर्जन गुप्ता, रविन्द्र नाथ विश्वास, बसंत जैन, विधु शेखर झा, देवदास कश्यप, हरीश पाठक, नितेश महंत, भारती गिरी, एसएन पाणिग्रही, अमित झा, धनंजय देवांगन, रजी वर्गीस, चंद्र प्रकाश देवांगन, जेएन जोशी, सुदामा श्रीवास्तव, एविन मांडवी, राजकुमार झा, बालमुकुंद रथ, एसएस कुरैशी, भेनेश श्रीवास्तव, टीपी पांडे, सेठिया, मनोज, राजेंद्र चौहान, राजेंद्र परगनिया, तुलसीराम ठाकुर, मोतीलाल वर्मा, दिनेश कुमार रैकवार, संजय यादव, मनोज लवाग, विजय विश्वास, दिपा मांझी, कविनाथ पांडे, दिनेश पांडे, जगदीश प्रसाद मौर्य, सुभाष पांडे, हरशचंद्र खोबरागड़े, जागेश्वर शर्मा (स्वास्थ्य), आशादान और घनश्याम यादव उपस्थित थे।
जगदलपुर, 20 जुलाई। विधायक जगदलपुर एवं संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने आज बाहुड गोंचा के अवसर पर भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र एवं उनकी बहन देवी सुभद्रा के सुसज्जित रथ को खींच कर भगवान जगन्नाथ से बस्तर सहित छत्तीसगढ़ के मंगल की कामना की। इससे पहले उन्होंने गुंडीचा मंडप में विधि विधान पूर्वक पूजा-अर्चना की।
विदित हो कि गुंडीचा मंदिर से बाहुड़ा रथयात्रा आज आषाढ़ शुक्ल दशमी को भगवान बलभद्र, भगवान जगन्नाथ और उनकी बहन सुभद्रा जी की वापसी यात्रा शुरू होती हैं। इसे बाहुड़ा (उल्टा ) अथवा दक्षिणाभिमुखी यात्रा भी कहा जाता है। शाम से पूर्व रथ जगन्नाथ मंदिर पहुंचने के पूर्व भगवान अपनी मौसी के मंदिर(अर्धसानी मंदिर ) में रुकते हैं। प्रतिमाओं को मंत्रोच्चार के साथ मंदिर के गर्भगृह में पुन: स्थापित कर दिया जाता है। विधायक जगदलपुर एवं संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने गोंचा के अवसर पर पारंपरिक रथ यात्रा में शामिल हुए एवं विधि विधान से पूजा अर्चना कर भगवान जगन्नाथ से क्षेत्र के मंगल की कामना की।
जगदलपुर, 20 जुलाई। कलेक्टर रजत बंसल ने जगदलपुर एवं आसपास किए जा रहे अवैध प्लाटिंग पर कड़ाई से कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मंगलवार को आयोजित समय-सीमा बैठक में उन्होंने अवैध कब्जा करने वालों पर भी सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर रजत बंसल ने अक्टूबर-नवंबर में प्रस्तावित सेना भर्ती रैली के लिए बस्तर जिले के अधिक से अधिक युवाओं को तैयार करने के निर्देश दिए। मंगलवार को आयोजित समय-सीमा बैठक में उन्होंने कहा कि इस भर्ती रैली में शामिल होने के इच्छुक शैक्षणिक योग्यताधारी युवाओं का शारीरिक परीक्षण करने के पश्चात् भर्ती हेतु योग्य युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने शारीरिक परीक्षण के लिए जनपद स्तर में ही प्रबंध करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने श्रवण बाधित दिव्यांगों को दिव्यांगता प्रमाण पत्र प्रदान करने हेतु मेडिकल बोर्ड के समक्ष उपस्थिति हेतु आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मेडिकल बोर्ड के सदस्य प्रति सोमवार एवं शुक्रवार को सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक महारानी अस्पताल में उपस्थित रहते हैं।
कलेक्टर ने सभी शासकीय संस्थानों में नल के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने जल जीवन मिशन के कार्य की धीमी प्रगति पर गहरी नाराजगी भी जाहिर की।
कलेक्टर श्री बंसल ने कोरोना की रोकथाम के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए सभी जांच नाकों में कोरोना जांच में किसी प्रकार की शिथिलता न बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी पर्यटन स्थलों में भी कोरोना प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री बंसल ने योजनाओं के क्रियान्वयन में कसावट लाने के निर्देश दिए। उन्होंने जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों द्वारा कार्य में अपेक्षित प्रगति नहीं लाने पर गहरी नाराजगी जाहिर की और सभी अनुविभागीय दण्डाधिकारियों को योजनाओं की सुक्ष्म समीक्षा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में हो रहे विलंब के लिए तत्काल जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी पर कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित करें।
बैठक में वन मंडलाधिकारी स्टायलो मंडावी, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी ऋचा प्रकाश चौधरी, अपर कलेक्टर अरविंद एक्का सहित विभिन्न विभागों के जिलास्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
जगदलपुर, 20 जुलाई। प्रशासन के द्वारा बगैर नोटिस दिये ही कॉन्ट्रेक्ट नर्सेज स्टाफ को नौकरी से बाहर करने के संबंध में भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं क्षेत्र के पूर्व विधायक संतोष बाफना ने कलेक्टर को पत्र लिखकर मामलें में हस्ताक्षेप करने का मुद्दा उठाया है।
पूर्व विधायक ने अपने पत्र में उल्लेख करते हुए कहा कि, कोरोना वायरस की दूसरी लहर से निपटने के लिए फ्रंटलाईन वर्कर्स के तौर पर विगत् मार्च-अप्रैल माह में स्थानीय प्रशासन के द्वारा जिला महारानी अस्पताल जगदलपुर एवं मेडिकल कॉलेज, डिमरापाल के कोरोना वार्ड्स के लिए कॉन्ट्रेक्ट नर्स स्टाफ की भर्ती की गई। लेकिन जैसे ही कोरोना संक्रमण की दर में मामूली सी गिरावट आई तो कॉन्ट्रेक्ट नर्सेज को बगैर नोटिस दिए ही कार्य से पृथक कर दिया गया।
इतना ही नहीं, अस्पताल में कोविड मरीज के भर्ती होने से लेकर डिस्चार्ज होने तक कोरोना को हराने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली इन सभी नर्सेज को सेवा में भर्ती होने के दिनांक से नौकरी से बेदखल करने के दिनांक तक एक भी माह के वेतन का भुगतान तक नहीं किया गया।
ज्ञात हो कि, पूर्व विधायक बाफना ने अन्य राज्यों में कोरोना संकट के बीच नियुक्त किये गए अस्थाई स्वास्थ्य कर्मियों की नौकरी नियमित करने या फिर उन सभी की सेवा अवधि को बढ़ाने जैसे फैसलों का हवाला दिया है एवं कॉन्ट्रेक्ट नर्सेज को बगैर नोटिस के ही सेवा से पृथक करने के फैसले को निंदनीय बताया है।
और प्रशासन से वैध कारण बताते हुए यह स्पष्ट करने की मांग की है कि, जहां बस्तर जिलें में अभी भी पूरे प्रदेशभर के अन्य जिलों की तुलना में अधिक कोरोना मरीज मिल रहे हैं एवं बस्तर संभाग सीमाएं जो ओडिशा, आंध्राप्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र से लगती है। और यह सभी राज्य जो कोरोना महामारी की दृष्टि से आज भी अतिसंवेदनशील बने हुए है और महामारी की तीसरी लहर भी इन्हीं राज्यों से बस्तर में आने की आशंका को नजरअंदाज नहीं किया सकता है तो इस तरह की स्थिति में कोरोना वायरस से निपटने में फ्रंटलाईन वर्कर्स के तौर पर काम करने वाली इन नर्सेज को नौकरी से क्यों निकाला गया। इससे बेहतर होता कि, सभी कर्मियों की सेवा अवधि को बढ़ा दिया जाता है।
पूर्व विधायक बाफना ने कलेक्टर से आग्रह किया है कि बस्तर जिले को कोरोना महामारी की चपेट से बाहर निकालने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाहन करने वाली कॉन्ट्रेक्ट नर्सेज स्टाफ की समस्याओं को सुलझाते हुए उन्हें नौकरी से न निकालने, बल्कि उन सभी के सेवा काल को बढ़ाने एवं अब तक की गई सेवा का वेतन भुगतान करने जैसे मुद्दे का उचित हल निकालने का कष्ट करें।