छत्तीसगढ़ » सुकमा
सुकमा, 4 अक्टूबर। सुकमा पूना नर्कोम अभियान ‘ नई सुबह नई शुरुआत’ के तहत शिक्षित बेरोजगारों युवक / युवतियों को बस्तर बटालियन पुलिस भर्ती के तहत पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा के नेतृत्व में सुकमा जिला के सभी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत के सभी बेरोजगारों को राष्ट्र सेवा के रूप में बस्तर बटालियन भर्ती हेतु ट्रेनिंग / कोचिग खेलकूदों में आ कर राष्ट्रसेवा के साथ रोजगार देने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम किया जा रहा है ।
कल से सीआरपीएफ बटालियन 227 के ट्रेनरों द्वारा युवक / युवतियों को भर्ती प्रक्रियाओं के समस्त विद्याओं दौड़ , लम्बी कूद- ऊंची कूद , इत्यादि में ट्रेनिंग दिया जा रहा है , वहीं लिखित परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करने सामान्य ज्ञान प्रश्नों की तैयारी व्याख्याता शिक्षकों द्वारा प्रतिदिन सुबह 8 से 10 बजे 2 घंटे की कोचिंग भी दिया जा रहा है।
इस कार्यक्रम के दौरान जिले सभी अधिकारी मौजूद थे, जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंजनेय वैष्णव सीआरपीएफ के प्रभाकरन मनोज कुमार - कमांडेंट 227वीं बटालियन ओम जी शुक्ला - द्वितीय कमाण्ड अधिकारी- परिचालनिक ( 227वी बीएन )एवं तोंगपाल थाना प्रभारी विजय पटेल मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 2 अक्टूबर। सुकमा जिले के दोरनापाल थाना अंतर्गत सर्व आदिवासी समाज के माध्यम से पीडीएस की कालाबाजारी पर पुलिस ने दबिश दी है। प्रथम दृष्टया खाद्य विभाग ने इसे पीडीएस का चावल होना बताया है, इसके साथ ही जांच की प्रक्रिया शुरू हुई। वहीं सर्व आदिवासी समाज ने कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी।
चावल पोलमपल्ली के एक व्यापारी हरेंद्र सिंह द्वारा पोलमपल्ली इलाके से सुकमा की ओर ले जाया जा रहा था। इसी दौरान सर्व आदिवासी समाज के सदस्यों द्वारा वाहन को रोककर उसकी तलाशी ली गई, जहां वाहन में चावल की संदिग्धता को देखने के बाद इसकी जानकारी पुलिस को दी गई जिसके बाद वाहन को पुलिस के सुपुर्द किया गया। थाने में तलाशी के दौरान वाहन में खुली बोरी में चावल की 36 बोरिया और इनके ऊपर के लेयर में महुए की बोरियों को रखा पाया गया।
सुकमा जिले के दोरनापाल में सुबह एक पिकअप वाहन में सर्व आदिवासी समाज के सदस्यों द्वारा पीडीएस का चावल होने की जानकारी पुलिस को दी गई, जिसके बाद पुलिस व खाद्य विभाग की टीम ने वाहन की तलाशी और तफ्तीश की, जिसमें वाहन मालिक के पास किसी भी तरह का बिल तत्कालीन रूप से नहीं पाया गया। इसके साथ ही वाहन मालिक द्वारा यह बताया गया कि वह एक व्यापारी है, उसने जगदलपुर से चावल को खरीदा था। तफ्तीश में यह भी सवाल किया गया कि जब चावल की खरीदी जगदलपुर से की गई तो वापस सील खोलकर क्यों भेजा जा रहा?
कोंटा के खाद्य निरीक्षक विक्रांत नायडू ने बताया कि आज सुबह ग्रामीणों के द्वारा नगर पंचायत निवासियों के द्वारा एक शिकायत की गई कि एक गाड़ी पोलमपल्ली से आ रही है, जिसमें पीडीएस का चावल प्रतीत हो रहा है। दोरनापाल थाने में वाहन को खड़ा किया गया। मेरे द्वारा प्रथम दृष्टया जो जांच की गई, उसमें पीडीएस का चावल प्रतीत होता है। जिसका चावल मैंने जब्त किया है, वह कहता है कि वह चावल जगदलपुर से खरीदा गया, लेकिन तत्कालीन रूप से उसके द्वारा किसी भी तरह का दस्तावेज नहीं जमा किया गया। सोमवार तक मेरे द्वारा अंतिम जांच प्रतिवेदन कलेक्टर कार्य शाखा में प्रस्तुत कर दिया जाएगा।
सर्व आदिवासी समाज ने दी आंदोलन की चेतावनी
इस पूरे मामले में सामने आए सर्व आदिवासी समाज के ब्लॉक अध्यक्ष गणेश मंडावी और संभागीय अध्यक्ष उमेश सुंडाम ने बताया कि जिला का आदिवासी बहुल है और आदिवासियों के हक के राशन पर कालाबाजारी लंबे समय से चल रही है, जिसे रोकने का प्रयास सर्व आदिवासी समाज के लोग भी करना चाह रहे हैं। आज जो वाहन हमारे माध्यम से पुलिस के सुपुर्द कराया गया, उसमें प्लास्टिक की बोरियों में चावल बगैर सील पैक जिसमें संबंधित व्यापारी द्वारा पीडीएस का ना होना बताया जा रहा है। अगर चावल पीडीएस का नहीं था तो उसे छुपाकर क्यों ले जाया जा रहा था। इस तरह से कालाबाजारी चल रही है वह सर्व आदिवासी समाज नहीं बर्दास्त करेगा। खाद्य विभाग संबंधित व्यापारी पर कड़ी कार्यवाही करें, अन्यथा सर्व आदिवासी समाज इसके खिलाफ आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन को मजबूर होगा।
पीडीएस की कालाबाजारी सफेद बोरी में की जाने लगी
गौरतलब है कि पीडीएस की कालाबाजारी सुकमा जिले में कोई नया नहीं है। कई सालों से पीडीएस की कालाबाजारी की जा रही है। चावल तस्करों द्वारा इन दिनों कालाबाजारी के दौरान कार्यवाही से बचने नए तरीके का उपयोग किया जा रहा है।
चावल तस्करों में एक मानसिकता बनी हुई है कि कार्यवाही से बचना है तो चावल को सील पैक रखने की बजाय प्लास्टिक की बोरियों में टुकडिय़ों में बेचा जाए, फिर कोई कुछ नहीं कर सकता।
भारी बारिश की आशंका, अलर्ट जारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 27 सितंबर। मौसम विज्ञान केन्द्र उष्ण कटिबंधीय चक्रवात नई दिल्ली से जारी मौसम जानकारी के अनुसार एक अवदाब उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे लगे पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर स्थित हैं। इस गहरे अवदाब का अगले 12 घंटे में और प्रबल होकर एक चक्रवाती तूफान के रूप में परिवर्तित होने की आशंका है। इसका प्रभाव मुख्य से दक्षिण छत्तीसगढ़ में रहने की आशंका है। इसके कारण जिले में भारी से अतिभारी वर्षा हो सकती है। साथ ही बहुत ही तेज हवा चलने की संभावना रहेगी।
उपरोक्त दृष्टिकोण से आगामी 48 घण्टे में अति भारी वर्षा अथवा चकवाती तूफान की संभावनों को देखते हए सुकमा प्रशासन द्वारा आम नागरिकों से जर्जर भवनों, झोपडिय़ों, विद्युत पोलों, सूखे खड़े पेड़ों आदि से दूर रहने की अपील की गई है। यदि आपका घर असुरक्षित हैं, तो चक्रवात आने से पहले किसी सुरक्षित स्थान पर चले जाएं। टूटे हुए बिजली के खम्भों, तारों व दूसरी नुकीली चीजों से बचें, दरवाजे व खिड़कियां बंद रखे। मवेशियों व पशुओं की सुरक्षा के लिए उन्हें बांध कर न रखें। नदियों, जलाशयों में न जावे।
प्रसासन द्वारा दूरभाष नम्बर जारी
किसी भी प्रकार की आपात स्थिति निर्मित होने पर कण्ट्रोल रूम दूरभाष नम्बर 07864-284012 पर तथा तहसील छिन्दगढ़ क्षेत्र हेतु मोबाईल नम्बर 7000298003, तहसीलदार कोण्टा क्षेत्र हेतु मोबाईल नम्बर 7489117113 तथा तहसीलदार सुकमा 9399903009 मोबाईल नम्बर पर तत्काल अवगत करावें।
सुकमा का साप्ताहिक बाजार भी नहीं लगा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंटा, 27 सितंबर। जिला कांग्रेस ने केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए ‘भारत बंद’ को समर्थन देते हुए सुकमा जिला मुख्यालय में नगरपालिका अध्यक्ष जगन्नाथ राजू साहू के नेतृत्व में सुबह 6 बजे से ही सुकमा के मुख्य मार्केट को बंद कराया। सोमवार को सुकमा का साप्ताहिक बाजार भी नहीं लगा।
प्रदर्शन कर रहे किसानों से वार्ता बहाल करने की मांग उठाई। पालिकाध्यक्ष जगन्नाथ राजू साहू ने कहा कि किसान संगठनों व किसानों द्वारा 27 सितंबर को बुलाए गए शांतिपूर्ण भारत बंद का समर्थन छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने समस्त जिला कांग्रेस को करने निर्देश दिया था।
उन्होंने कहा, ‘हम मांग करते हैं कि किसानों के साथ वार्ता प्रक्रिया शुरू की जानी चाहिए, क्योंकि वे पिछले नौ महीने से अधिक समय से दिल्ली की सीमाओं पर बैठे हुए हैं। हम मांग करते हैं कि बिना चर्चा के लागू किए गए ये तीनों काले कानून वापस लिए जाने चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के वादे का भी उल्लेख किया. साहू ने दावा किया कि अगर एक किसान परिवार की 2012-2013 की आय के साथ 2018-2019 की आय की तुलना की जाए तो एक किसान की आय 48 फीसदी से घटकर 38 फीसदी रह गई है।
उन्होंने आगे कहा कि केंद्र की मोदी सरकार की ओर से पारित तीन किसान विरोधी कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर किसान करीब 300 दिन से दिल्ली की सीमा पर धरने पर बैठे हैं। इस धरने के दौरान 600 से अधिक किसानों की मौत हो चुकी है, लेकिन मोदी सरकार ने किसानों के साथ इस मामले पर चर्चा करने की जहमत नहीं उठाई और न ही किसानों की दुर्दशा पर दया की।
पालिकाध्यक्ष जगन्नाथ राजू साहू ने बन्द के समर्थन में सहयोग करने के लिए व्यापारी संघ एवं सुकमा जिले के समस्त छोटे-बड़े, फुटकर व्यापारियों का आभार जताया।
इस दौरान नगर कांग्रेस के अध्यक्ष शेख सजार, जेल संदेशक मनोज चौरसिया, भूतपूर्व पार्षद रम्मू राठी, एल्डरमैन दिनेश दास, कांग्रेस पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता सत्येंद्र गुप्ता रिंकू दास दिनेश दास विशाल शाह, सूर्यप्रकाश कोरी,महेश, सफरूद्दीन एवं कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे।
सुकमा, 25 सितम्बर। जिले के विकासखण्ड छिंदगढ़ के ग्रामपंचायत सौतनार के नक्सल प्रभावित ग्राम काचीररास के ग्रामीण जर्जर कच्चे सडक़ से बेहद परेशान हैं। बुधवार को ग्रामीणों के बुलावे पर उनके बीच पहुंची भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष दीपिका शोरी ने प्रशासन से ग्रामीणों की इस समस्या को दूर करने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि पुल के साथ एक अच्छी सडक़ का इंतजार काचीररास के ग्रामीणों को वर्षों से था, परन्तु प्रधानमंत्री सडक़ निर्माण विभाग ने प्राक्कलन बनाते समय इस बात का ध्यान नहीं दिया व सडक़ बनाना भूल गए।
दीपिका के साथ गांव के पतिराम, मनीराम, सुखमन, श्यामलाल, कुर्ती, फगनू राम, सीताराम, ईश्वर, वारे, महादेव सोमाराम, घेनवाराम, राजू चैतूराम, लच्छूराम, चैनूराम, लक्ष्मण,जोगा, आसाराम, सोमारू एवं ग्राम के प्रमुख डोमूराम आदि ग्रामीणों ने पूरे ग्राम का भ्रमण कर गाँव में सडक़ एवं प्रधानमंत्री आवास की भी स्थिति दिखाई। काचीररास में पीएम आवास की यह स्थिति है दीवारें तो खड़ी हो गई है पर आज भी छत अधूरा है। ग्रामीण पुराने जर्जर मकान में ही रहने को मजबूर हैं।
जर्जर मार्ग पर फंस जाती है एम्बुलेंस
ग्रामीणों ने बताया कि सडक़ की हालत इतनी ज्यादा जर्जर है कि एम्बुलेंस भी हमारे गाँव तक नहीं आ पाता है। रास्ते में ही फंस जाता है। विगत दिनों ऐसी ही समस्या का सामना करना पड़ा। गोविंदपाल जाने वाला एम्बुलेंस रास्ता खराब होने के कारण वहीं से लौट गया व मरीज को सही वक्त पर स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पाई, जिससे मरीज को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
इस संबंध में अनिल राठौर, ईई प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना की कहना है कि सडक़ बनने का प्रपोजल आया है परन्तु स्वीकृत नहीं मिली है। स्वीकृति मिलने के पश्चात सडक़ निर्माण किया जाएगा।
समेली में आयोजित सुविधा शिविर में सैकड़ों हुए शामिल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 24 सितंबर। ग्राम पंचायत समेली, जिला दंतेवाड़ा में आयोजित सुविधा शिविर में भारी संख्या में कामाराम, कोंडासांवली, गुमोड़ी, तारलागुड़ा, मिलमपल्ली और ताड़मेटला के ग्रामीण पहुंचे। उनके चेहरे पर खुशी और संतोष साफ तौर पर झलक रही थी। आखिर उन्हें आधार, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड और पेंशन जैसी मूलभूत सुविधाओं का लाभ पहली बार मिला। भारी संख्या में महिला, पुरुष और युवा शिविर में पहुंचकर अपना आधार कार्ड, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड बनवा रहे हैं।
इन्ही ग्रामीणों की बीच कोंडासांवली के रितेश माड़वी ने भी अपना राशन कार्ड बनवाने पहुंचा था। यह वही युवा है जो कोंडासांवली में कैंप स्थापना को लेकर विरोध प्रदर्शन करने जिला मुख्यालय आया था, जिसे कलेक्टर विनीत नंदनवार ने उपहार स्वरूप अपनी कलम भेंट की थी। रितेश ने कहा कि कलेक्टर श्री नंदनवार ने मुझे उस वक्त आश्वाशन दिया था कि जल्द ही उसके ग्राम वासियों को मूलभूत सुविधाओं सहित अन्य शासकीय योजनाओं का लाभ प्रदान किया जाएगा। आज सुविधा शिविर आयोजित कर उन्होंने अपना वादा पूरा किया। इससे कोंडासावली सहित शिविर में आए अन्य ग्राम के लोगों में हर्ष व्याप्त है। इसके साथ ही कामाराम निवासी अशोक कुमार ने शिविर का आयोजन और ग्रामीणों को शिविर स्थल लाने के लिए वाहन की व्यवस्था, भोजन आदि की व्यवस्था से ग्रामीणों को सुविधा मिल रही है। उन्होंने शासन प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इन शिविर के कारण बहुत से ग्रामीणों को उनके गांव के निकट ही आधार कार्ड, राशन कार्ड आदि प्रदाय हो रहे है, जिसके लिए पहले उन्हे बहुत मशक्कत करनी पड़ती थी।
जिला पंचायत सदस्य आदम्मा मरकाम ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं उद्योग मंत्री कवासी लखमा के अथक प्रयासों से सुकमा जिले के सुदूर अंचल एवं संवेदनशील क्षेत्र के निवासियों को शासकीय योजनाओं का लाभ मिल रहा है। आधार कार्ड, राशन कार्ड जैसी मूलभूत चीजों के अभाव में अधिकतर ग्रामीण शासकीय योजनाओं का लाभ लेने से वंचित थे। अब प्रशासन द्वारा सुविधा शिविर के माध्यम से ये कमी भी पूर्ण की जा रही है। शिविर के संचालन और शिविर तक पहुंचने के लिए की गई व्यवस्थाओं के कारण संबंधित क्षेत्र के ग्रामीण बड़ी आसानी से शिविर पहुंच कर सुविधा का लाभ ले रहे हैं। इस दौरान दंतेवाड़ा जिला पंचायत सदस्य समेली पाइके मरकाम भी उपस्थित रही।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंटा, 24 सितंबर। राज्य में नक्सल मोर्च पर तैनात रहे सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट विनोद कुमार टंडन को राजनीति विज्ञान में पीएचडी की उपाधि मिली है। उन्होंने छत्तीसगढ़ में नक्सल उन्मूलन पर पुलिस प्रशासन की भूमिका का विषलेषण करते (सुकमा जिले के विशेष संदर्भ में) शोध पूरा किया है।
डॉ. अलका मेश्राम प्राचार्य शासकीय कला और वाणिज्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय वैशाली नगर भिलाई के निर्देशन तथा डॉ. डीएन सूर्यवंशी, सेवानिवृत्त प्राचार्य एसआरसीएस कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय दुर्ग के सह पर्यवेक्षण में उन्होंने अपना शोध पूरा किया।
गौरतलब है कि श्री टंडन दंतेवाड़ा में भी लंबे समय तक पदस्थ रहे। 2004 बैच के प्रथम श्रेणी के सहायक कमांडेंट के रूप में सीधे नियुक्त अधिकारी है। वर्तमान में सीपीआरपीएफ डिप्टी कमांडेंट के रूप में ओडिशा में सेवारत् हंै।
12 जुलाई 1981 को बलौदाबाजार जिले के जैतपुर सरसींवा जन्मे विनोद ग्रामीण परिवेश में पल-बढऩे के बावजूद उच्च शिक्षा प्राप्त की। वे रामेश्वरी देवी एवं सेवानिवृत्त ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी भागवत टंडन के बेटे हंै।
प्राइमरी शिक्षा गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर में, माध्यमिक शिक्षा पटेवा महासमुंद में, स्नातक छत्तीसगढ़ महाविद्यालय रायपुर और लोक प्रशासन विषय पर पंडित रविशंकर शुक्ल विवि से स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की, इसके अलावा यूजीसी नेट जेआरएफ की परीक्षा भी उन्होंने उत्तीर्ण की।
श्री टंडन ने शोध केंद्र एसआरसीएस कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय दुर्ग से अपना शोध पूरा किया। 30 जुलाई को मौखिक परीक्षा में भाग लेने के बाद उन्हें पीएचडी की डिग्री से नवाजा गया।
उन्होंने अपने शोध के लिए चुनौतीपूर्ण विषय का चयन किया, जो न केवल वास्तविक समय की जानकारी के साथ तथ्यात्मक डेटा एकत्रित करने में जोखिम भरा है बल्कि सैन्य बलों में सेवारत् अधिकारियों की पेशेवर क्षमता के लिए एक उपकरण भी है।
वर्ष 2005 में बेसिक प्रशिक्षण उपरांत देश के उग्रवाद ग्रस्त राज्यों मणिपुर, त्रिपुरा, ओडिशा, जम्मू एवं कश्मीर में उन्होंने अपनी सेवाएं दी। सोलह साल की सेवा अवधि में 9 साल देश के सर्वोत्तम माओवाद ग्रस्त इलाके में भी अपनी सेवाएं दीं। जिसके चलते उन्होंने अपने शोध विषय के रूप में वर्तमान में देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए चुनौती बने नक्सलवाद जैसे गंभीर मुद्दे को चुना। जिसमें इस गंभीर समस्या के निवारण को लेकर उपयोगी विचार, सुझाव भी शोध में सामने आए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 23 सितंबर। यातायात विभाग द्वारा यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर चालानी कार्रवाई के साथ समझाईश दी गई।
यातायात प्रभारी शंकर लाल पॉल ने बताया कि 21 सितंबर को पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार उप पुलिस अधीक्षक यातायात रजत नाग, द्वारा पुलिस लाईन सुकमा के आगे एन.एच.30 पर वाहनों की चेकिंग की गई। इस दौरान बिना लायसेंस, दोपहिया वाहन में तीन सवारी, चार पहिया वाहन में बिना सीट बेल्ट लगाकर वाहन चलाने एवं मोबाईल से बात करते वाहन चलाते पाये जाने पर मोटर व्हीकल एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत् कुल बीस प्रकरणों में कुल आठ हजार एक सौ रुपए की चालानी कार्रवाई के साथ ही लगभग साठ वाहन चालको को ट्रैफिक नियमों के बारे में जानकारी देकर यातायात नियमों का पालन करने समझाईश दी गई। इस कार्रवाई में मुख्य रूप से यातायात प्रभारी शंकर लाल पॉल व उनकी टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 22 सितंबर। प्रशासन द्वारा दूरस्थ नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शिविर के माध्यम से आधार कार्ड, राशन कार्ड आदि बनाए जा रहे हैं। कलेक्टर विनीत नंदनवार सहित एसपी सुनील शर्मा एवं एसपी दंतेवाड़ा डॉ. अभिषेक पल्लव ने आज समेली में आयोजित सुविधा शिविर का जायजा लिया और ग्रामीणों से मुलाकात की।
समेली शिविर में कलेक्टर नंदनवार ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में ग्रामीणों की उपस्थिति यह स्पष्ट करती है कि ग्रामीण जन विकास की ओर अग्रसर हैं। आधार कार्ड, राशन कार्ड आदि नही होने के कारण बहुत से ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं से लाभान्वित होने से वंचित थे। इसी समस्या को देखते हुए सुविधा शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
सुकमा जिले के दूरस्थ क्षेत्रों में नक्सल प्रभाव के कारण इन ग्रामों में निवासरत लोगों को बड़े अरसे से इन सुविधाओं की आस रही है। नक्सल अवरोध के कारण वर्षों से इन मूलभूत सुविधाओं से वंचित लोगों को अब राहत मिल रही है। जिला प्रशासन के अथक प्रयासों से आज इन दुर्गम क्षेत्रों के ग्रामीण का वर्षों का इंतजार खत्म हुआ, जब प्रशासन स्वयं ग्रामीणों तक पहुंच कर उनके समस्याओं का निदान कर रही है।
कलेक्टर विनीत नंदनवार के मार्गदर्शन में सुकमा जिले अंतर्गत ऐसे अंदरूनी गांव जहां के ग्रामीणों को ब्लॉक मुख्यालय तक आने में मशक्कत करनी पड़ती थी, वहां सुविधा शिविर लगाकर ग्रामीण को हाथों हाथ राशन कार्ड, आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, पेंशन सुविधा प्रदान की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 19 सितंबर। भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में सुकमावासियों को 78 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों की सौगात दी।
दोपहर 12 बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित लोकार्पण के अवसर पर सुकमा जिले में किकिरपाल माता मंदिर से नयापारा तक लगभग तीन करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली सडक़, सुकमा से मलकानगिरी मार्ग में 6 करोड़ 37 लाख रुपए की लागत से बनने वाली पुल, चिन्नापारा से जीरमपाल मार्ग में मलंगेर नदी पर 7 करोड़ 52 लाख रुपए की लागत से बनने वाली पुल, केरलापाल में बटनवाड़ा घाट पर लगभग 19 करोड़ 37 लाख रुपए की लागत के पुल, बकुलाघाट से कांजीपानी मार्ग में फुल नदी पर लगभग 7 करोड़ 14 लाख रुपए की लागत की पुल,और क्षेत्रीय विकास के लिए बड़ी घोषणा किए।
ग्रामीण अंचलों में सुगम होगी यात्रा
श्री लखमा ने सुकमा जिलेवासियों को विकास कार्यों की सौगात देने के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि सडक़ और पुल पुलिया बनने से जिले में विकास की लहर तेज हुई है। सडक़ बन जाने से क्षेत्रवासियों को हर मौसम में आवागमन में सुविधा मिल रही है।उद्योग मंत्री कवासी लखमा, जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी, सुकमा नगरपालिका अध्यक्ष जगन्नाथ साहू, कलेक्टर विनीत नन्दनवार, एसपी सुनील शर्मा सहित जनप्रतिनिधिगण एवं अधिकारीगण जिला कार्यालय के विडियो कांफ्रेंसिंग कक्ष में उपस्थित रहेे।
वार्ड में पानी की समस्या पर नपं अध्यक्ष के बयान पर भाजपा का पलटवार
दोरनापाल, 19 सितंबर। दोरनापाल में आबकारी एवं उद्योग मंत्री कवासी लखमा के शासकीय कार्यक्रम के दौरान कुछ लोगों के द्वारा पार्टी प्रवेश के बाद इसका खंडन करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं वर्तमान भाजपा मंडल अध्यक्ष दुलाल शाहा ने कांग्रेस पर तंज कसा है कि मंत्री कार्यक्रम में अपनी साख बचाने एवं वाहवाही बटोरने के उद्देश्य से काँग्रेसी एक ही व्यक्ति को बार बार पार्टी प्रवेश करवाने में सफल साबित हो रहे हैं और मंत्री जी इस बात से अनभिज्ञ हैं कि उनके नाक के नीचे उनके ही कार्यकर्ता उन्हीं की आँखों में धूल झोंक रहे हैं। भूमिपूजन कार्यक्रम में जितने भी लोगों ने पार्टी प्रवेश किया है उसमें से अधिकतर लोग पिछले समय मंत्री जी के ही कार्यक्रम में पार्टी प्रवेश किए थे जो कि उस कार्यक्रम के पूर्व में भी काँग्रेसी कार्यकर्ता ही रहे।
उन्होंने जारी विज्ञप्ति में कहा कि हमारे कोंटा विधानसभा के लोकप्रिय विधायक माने जाने वाले कवासी लखमा जी जब से मंत्री पदभार सम्हाले हैं, तब से कोंटा विधानसभा में भरपूर समय नहीं देने के कारण उन्हें उनके ही कार्यकर्ता धोखे में रखते हुए इस प्रकार की जुमलेबाजी करते आए दिन नजर आ रहे हैं जिसमें एक उदाहरण बंशी नायक नाम के कार्यकर्ता को ही ले अगर तो ये पूर्व से काँग्रेसी कार्यकर्ता रहे हैं और पिछले फरवरी 2020 में मंत्री कार्यक्रम में ही इन्हें पटका पहनाकर पार्टी प्रवेश करवाया गया था और इस कार्यक्रम में फिर से वही व्यक्ति पार्टी प्रवेश करता है तो इससे साफ पता चलता है कि दोरनापाल में काँग्रेस की क्या स्थिति है, वहीं हमारी नगर की प्रथम नागरिक आदरणीय नगर पंचायत अध्यक्षा कहती हैं कि नगर के वार्डों में पेयजल की समस्या नहीं है और नगरवासी अपनी समस्या को लेकर नगर पंचायत सी.एम.ओ. को अपनी समस्या बताते हुए ज्ञापन सौंपते हैं तो मैडम इसे भाजपा का नाटक बताते हुए प्रेस विज्ञप्ति जारी करती हैं जो कि दोरनापाल से न छपकर कोंटा से छपता है। अध्यक्षा कहती हंै वार्ड क्र 02 में सबसे ज्यादा पानी जाता है। अध्यक्षा कुर्सी से उतर कर वार्डों में आइए वार्डवासियों के घर पड़े बर्तनों में झांकिए कि उन्हें बराबर पानी मिल रहा है या नहीं, आपका अहंकार टूट जाएगा।
दुलाल ने कहा, अध्यक्षा मैं आपको याद दिलाना चाहूँगा कि आप एक बार उस ज्ञापन की प्रति पढ़ें और ज्ञापन देने पहुँचे लोगों पर दृष्टि डालेंगी, तब आपको यह बोध होगा कि वह पेयजल की समस्या का विरोध भाजपा के बैनर तले नहीं हुआ बल्कि वार्डवासी या यूँ कहें नगरवासी आए दिन पेयजल आपूर्ति की समस्या से परेशान हो रहे हैं, तब उन्होंने वार्ड पार्षद के नेतृत्व में आपकी गैरमौजूदगी में मुख्य नगरपालिका अधिकारी को अपनी समस्या के विषय में ज्ञापन सौंपा है ।
जिसमें आपकी काँग्रेस पार्टी के भी काँग्रेस समर्थित सदस्य भी शामिल हैं, जिसमें किंकर मल्लिक एवं अन्य साथी भी शामिल रहे जिन्होंने आबकारी मंत्री के रायपुर स्थित बंगले में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी अब यदि आप इसे भाजपा का विरोध कार्यक्रम मान रही हैं तो इसका तात्पर्य वो लोग फिर से भाजपा के ही साथ हैं और उनकी सदस्यता भी इसी पार्टी प्रवेश कार्यक्रम की तरह ही छलावा रही है। इन्हीं रवैया के कारण आपके स्वयं के कार्यकर्ता आपसे दूर हो रहे हैं।
शुक्रवार का कार्यक्रम जिसमें आपके मार्गदर्शन में नियोजित भूमिपूजन कार्यक्रम में मीडिया एवं पत्रकार बन्धुओं को दरकिनार करते हुए उन्हें बैठक की व्यवस्था तक सुचारु रुप सुनिश्चित नहीं की गई थी एवं उन्हें उस सम्मान से वंचित रखा गया जिनके वो हकदार हैं ।
मंडल अध्यक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा, यह तो स्थिति है आपके काँग्रेस राज में जहाँ कभी किसी पत्रकार को सरेआम काँग्रेसी मारते पीटते नजर आते हैं तो कहीं आमंत्रित किए गए पत्रकारों को सम्मान न देते हुए बैठक हेतु कुर्सी की अलग समूचित व्यवस्था नहीं की जाती है।
नक्सली नेता हरिभूषण की पत्नी थीं
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
कोंटा, 18 सितंबर। महिला नक्सली नेता शारदक्का ने पुलिस के सामने शुक्रवार को आत्मसमर्पण कर दिया। बताया जाता है कि नक्सली नेता पति की मौत के बाद संगठन से मोह भंग हो गया था। उसके खिलाफ दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज थे। वह कई बड़ी घटनाओं में शामिल थी। उस पर लाखों का ईनाम घोषित था।
कुछ समय से बीमार बज्जरा सम्मक्का उर्फ शारदक्का ने शुक्रवार सुबह तेलंगाना डीजीपी महेंद्र रेड्डी के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। शारदक्का का गृहनगर महबूबाबाद जिले में गंगाराम है। पीपुल्स वार पार्टी से आकर्षित होकर, वह 1994 में छिप गई। वर्तमान में जिला समिति के सदस्य के रूप में कार्यरत थीं। पूर्व में चारला-सबरी क्षेत्र समिति के सचिव के रूप में कार्य किया। इस बीच शारदक्का के पति माओवादी पार्टी तेलंगाना राज्य समिति के सचिव और केंद्रीय समिति के सदस्य हरिभूषण (यप नारायण)की इसी साल 21 जून को कोरोना से मौत हो गई थी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 14 सितंबर। भाजपा दोरनापाल के नेतृत्व में मंगलवार को भाजपा के कार्यकर्ताओं ने दोरनापाल तहसील का घेराव कर 14 सूत्रीय मांगों को लेकर तहसीलदार को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।
भाजपाइयों ने दोरनापाल थाना चौक से लगभग 1 किलोमीटर पैदल मार्च करते हुये व नारेबाजी करते हुये तहसील कार्यालय का घेराव किया, जिसके बाद तहसीलदार की गैरमौजूदगी में दोरनापाल आरआई को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। जिलाध्यक्ष हूंगाराम ने कहा कि मांगें पूरी न होने पर आने वाले दिनों में सडक़ पर चक्काजाम जैसी स्थिति भी बन सकती है ।
इस दौरान जिलाध्यक्ष हूँगाराम मरकाम ,अरुण सिंह भदौरिया, महेन्द्र सिंह भदौरिया,दुलाल शाह, युवामोर्चा जिलाध्यक्ष मडक़म भीमा, ऋषभ गुप्ता, धर्मेंद्र भदौरिया, वार्ड पार्षद राधा मंडावी, कोसी ठाकुर ,पुष्पलता भदौरिया,मडक़म पोदीये, सोढ़ी मंगली, मंगी, लक्ष्मी चौहान, राजकुमार कश्यप, सोहनलाल नायक, प्रदीप शुक्ला, अभय भदौरिया, आशिफ अली ,जावेद के साथ तमाम कार्यकर्ता मौजूद रहे ।
भाजपा जिलाध्यक्ष हूँगाराम मरकाम ने कहा कि आज वे भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ 14 सूत्रीय मांगों को लेकर गादीरास तहसील का घेराव करने आये, जिसमें अहम मुद्दे - चिंतलनार पोटाकेबिन में चांवल घोटाले के दोषियों की गिरफ्तारी, दुब्बाटोटा में हितग्राहियों के तेंदूपत्ता का बकाया 55 लाख भुगतान के साथ हितग्राहियों का पत्ता अवैध रूप से ओडि़सा बिकवाने वाले प्रबंधक पर कार्यवाही की रखी मांग ,धर्मान्तरण रोकने, मनरेगा भुगतान निर्माण पूरा करवाने,दोरनापाल अधूरे सडक़ काम को जल्द पूरा करने,किसानों को 2 वर्षो का बोनस, सुकमा जिले में पोलावरम बांध से प्रभावित होने वाले परिवार को उचित मुआवजा , बेरोजगार युवाओं को 2500 रु.भत्ता जो सरकार ने घोषणा कर मुंह फेर लिया , सुकमा जिले के तीनों विकासखण्ड को सूखा घोषित किये जाने की मांग, के साथ ही प्रदेश व जिला स्तरीय 14 मांगो को लेकर हमने तहसील स्तर पर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा है, साथ ही इन मांगों को पूरा करने व जनहित मुद्दों पर मांगों को पूरा करवाने की मांग की है और मांगें पूरी न होने पर आने वाले दिनों में सडक़ पर चक्काजाम जैसी स्थिति भी बन सकती है ।
सुकमा, 14 सितंबर। धर्मांतरण सहित स्थानीय मुद्दों को लेकर भाजपाइयों ने तहसील कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान जमकर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। तहसील कार्यालय घेराव करने पहुंचे भाजपा और पुलिसकर्मियों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई। जिसके बाद भाजपाइयों ने राज्यपाल के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।
भाजपा ने इस वर्ष छत्तीसगढ़ में बारिश कम होने पर किसानों व स्थानीय समस्याओं को देखते हुए आज 14 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर हमारी मांगें पूरी नहीं होती है तो अगले महीने से चरणबद्ध तरीके से उग्र आंदोलन करेंगे।
लच्छुराम कश्यप ने कहा कि धर्मांतरण, बिजली बिल में वृद्धि, भूपेश बघेल की वादाखिलाफी के खिलाफ आज धरना प्रदर्शन किया गया। भूपेश बघेल ने जो वादा किया था, उस वादा को पूरा करने के लिए समय-समय पर रैली एवं धरना प्रदर्शन किया जाएगा। आज इसी तारतम्य में 14 सूत्री मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है।
इस दौरान पूर्व सांसद दिनेश कश्यप, लच्छुराम कश्यप, सुकमा जिलाध्यक्ष हूँगाराम, नंदलाल मुड़ामी, धनीराम बारसे, अरूण सिंह भदौरिया, लक्ष्मी बाई, महेंद्र सिंह भदौरिया, विनोद बैस, विश्वराज सिंह चौहान, दिलीप पेद्दी, भुवनेश्वरी यादव, ऋषभ गुप्ता, चंद्रिका गुप्ता, बारसे माड़े, साई रेड्डी, संग्राम सिंह राणा, मडक़म भीमा, गौरव राठौड़, राजकुमार कश्यप, शिल्पा मंडावी, विमला माड़वी, दीपक नेताम समेत बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 12 सितंबर। जिला मुख्यालय में शनिवार को आजादी के अमृत महोत्सव पर फिट इंडिया फ्रीडम रन 2.0 का आयोजन हुआ।
राष्ट्रीय सेवा योजना शास. महाविद्यालय सुकमा एंव नेहरू युवा केंद्र संगठन सुकमा युवा कार्यक्रम एंव खेल मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में आजादी के अमृत महोत्सव पर युवाओं में फिटनेस के प्रति जागरूकता लाने के लिए फिट इंडिया फ्रीडम रन 2.0 का शुभारंभ गादीरास चौक सुकमा में हुआ। फिट इंडिया फ्रीडम रन में 200 से अधिक की संख्या में (एन.एस.स्वयंसेवक, (एन.सी. सी. कैंडेट नेहरू युवा केंद्र के स्वयंसेवक एंव जिला पुलिस बल के जवानों ने हिस्सा लिया।
कलेक्टर विनीत नंदनवार एवं नपाध्यक्ष राजू साहू ने फिट इंडिया फ्रीडम रन को हरी झंडी दिखाई। प्रतिभागी युवाओं के साथ कलेक्टर विनीत नंदनवार, पालिका अध्यक्ष राजू साहू एन.एस. एस गावस्कर नेहरू युवा केंद्र अंजली ने दौड़ लगाते हुए फिट इंडिया के लिए जन भागेदारी से जन आंदोलन मुहिम की शुरुआत गादीरास चौक सुकमा से स्थान मिनीस्टेडियम पहुंचे। विनीत नंदनवार ने युवाओं को फिटनेस की डोज आधा घंटा रोज की शपथ दिलाकर युवाओं को फिट रहने का मंत्र बताते हुए कहा कि फिट रहने से न केवल शारीरीक अपीतु मानसिक शक्तियों का भी विकास होता है।उन्होंने युवाओं को अपनी दिनचर्या में ऐक्सरसाइज को समिलित करने को कहा जिससे स्वस्थ और फिट इंडिया का सपना पूरा हो सके। अंत में अंजली नेहरू युवा केन्द्र द्वारा कलेक्टर एंव नपाध्यक्ष को स्मृति भेंट किया गया।
इस अवसर पर विशेष रूप से अनिल पाल व प्रीति सिंह खेल अधिकारी विरूपाक्ष पुराणिक, सी.एल. पाटले,एच एस सिदार आयोजन में मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 11 सितंबर। सुकमा जिले के कोंटा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत दुब्बाटोटा में वन प्रबंधन दुब्बाटोटा अन्तर्गत हुई तेंदूपत्ता खरीदी के बाद टारगेट से अधिक बचे पत्ते की खरीदी पर नाराज ग्रामीणों ने खुद प्रबंधक पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आज स्थिति ऐसी है कि इन आदिवासी ग्रामीणों को आपने ही मेहनताने के लिए पिछले 4 महीने से प्रबंधक के घर के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं पर ये कोई सरकारी खरीदी का मामला नही है ये टारगेट से अधिक तोड़ाई किये गए तेंदूपत्ता का मामला है जो प्रबंधक ने ओडिसा के एक ठेकेदार को बिकवाया था।
इस तेंदूपत्ते की खरीदी किसी तरह का रॉयल्टी भुगतान शासन के खाते पर नही हुआ। ग्रामीणों द्वारा लगाए गए आरोप के अनुसार उक्त बचे हुए पत्ते की खरीदी दुब्बाटोटा प्रबंधक देवदास जांगड़े के माध्यम से हुआ औऱ प्रबंधक ने जल्द भुगतान करवाने का आश्वासन देकर पत्ते का उठाव करवाया और 4 महीने बाद भी 2 दिन या 1 हफ्ते का आश्वासन दे रहा है । ज्ञात हो कि पिछले महीने भी नाराज ग्रामीणों ने कलेक्टर सुकमा के नाम लिखित शिकायत बनाकर कलेक्टर को शिकायत करने की तैयारी बनाई थी मगर उसी दौरान प्रबंधक द्वारा सरपंच व ग्रामीणों से थोड़ा वक्त मांगकर शिकायत को टाल दिया।
इस मामले पर नाराज ग्रामीण 8 सितम्बर को भी प्रबंधक के घर के सामने बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे थे। जहां उन्हें प्रबंधक ने अंतिम वक्त देने को कहते हुए दिए गए वक्त में भुगतान का आश्वासन दिया गया बावजूद 4 दिन बाद भी जब भुगतान नहीं हुआ, तो ग्रामीणों ने पत्रकारों को इसकी जानकारी देते हुए मामले पर प्रबंधक पर भुगतान के लिए घुमाने का आरोप लगाया औऱ उक्त मामले पर सोमवार को कलेक्टर और डीएफओ से शिकायत के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीणों के पहुंचने की बात भी कही गई ।
ज्ञात हो कि इस मामले पर 8 सितंबर को बसपा के स्थानीय भी डीएफओ को लिखित शिकायत कर चुके हैं । इस मामले पर मौके पर मौजूद प्रबंधक देवदास जांगड़े से उनका पक्ष मांगा गया मगर उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया । ग्रामीणों को उनके अधिकार का पैसा मिलने के साथ जानकारी के बावजूद अवैध खरीदी का समर्थन करने वाले जिम्मेदार पर कार्यवाही की भी आवश्यकता है । क्योंकि अगर पत्ता अतिरिक्त बचा था हो अन्य सरकारी खरीदी कर रहे ठेकेदारों के माध्यम से रॉयल्टी भुगतान पर भी पत्ता उठवाया जा सकता था इससे शासन को राजस्व भी मिलता ग्रामीणों को समय पर उनका हक भी मिलता और शासन के बनाए नियमो की अवहेलना भी नही होती।
स्थानीय ग्रामीण करको सोमा ने छत्तीसगढ़ को बताया कि मई महीने में ग्रामीणों द्वारा जो पत्ता तोड़ाई किया गया था उसी दौरान प्रबंधक द्वारा ओडिसा के ठेकेदार को बुलवाया गया था पर पत्ता खरीदी होते ही 5 रु प्रति गद्दी में भुगतान करवाने की बात कही गई थी और पत्ता की ख़ूनदाई व ढुलाई के काम मे लगाया गया था । फिर भुगतान के लिए 1 महीने रुकने का हवाला दिया गया 1 माह बाद ग्रामीणों ने ठेकेदार को बुलवाया जहां ठेकेदार द्वारा 15 दिन में पूरा भुगतान करवाने का हवाला दिया। सोमा ने यह भी बताया कि बिना भुगतान माल से भरी ट्रक को भी ले जाने के खिलाफ ग्रामीणों ने ट्रक के सामने लकडिय़ां लगा दी थी मगर आधी रात उन लकडिय़ों को हटाकर गाडिय़ों को निकाल लिया गया।
उक्त मामले पर मुझे स्थानीय लडक़ो से लिखित शिकायत मिली है मैने कोंटा एसडीएम को मामले की जांच का आदेश दिया है । ओडिसा का ठेकेदार उसी शर्त में खरीद सकता है अगर उसे सरकारी खरीदी का ठेका मिला हो बगैर सरकारी ठेके के खरीदी भी अवैध मानी जाएगी फिलहाल वास्तविकता जांच में पता चल जाएगी अगर जांच में ये पाया जाता है कि जानकारी के बावजूद अगर प्रबंधक द्वारा अवैध रूप से ओडिसा पत्ता बिकवाने का काम किया गया है तो प्रबंधक पर कार्यवाही होगी।
15 वर्षों में 20 से ज्यादा मामले में शामिल था सोड़ी मुया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 11 सितंबर। राज्य की पुनर्वास नीति व सुकमा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे पूना नर्कोंम अभियान के ठीक एक माह के पूरे होने वाले दिन को पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है, क्योंकि जिले में नक्सलियों द्वारा विभाजित पांच एरिया कमेटी में से एक केरलापाल एरिया कमेटी के सचिव व 8 लाख रुपये इनामी नक्सली सोड़ी मुया ने गुरुवार को योज्ञान सिंह सीआरपीएफ डीआइजी,सुनील शर्मा एसपी सुकमा, आंजनेय वाष्णेय एएसपी नक्सल ऑपरेशन, ओम चंदेल एएसपी, डीएसपी श्याम मधुकर, डीएसपी रजत नाग के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया। जिसके पश्चात उक्त आत्मसमर्पित नक्सली को छत्तीसगढ़ शासन की राहत एवं पुनर्वास नीति के तहत दस हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गई।
सोड़ी मुया ग्राम मुयापारा थाना गादीरास का निवासी है जो कि केरलापाल एरिया कमेटी का सचिव रहा, जो कि अपने साथ एसएलआर हथियार रखता था। सोड़ी मुया 2006 से नक्सली संगठन में जुड़ा और एक साल में ही किस्टाराम एरिया कमेटी के प्लाटून नम्बर 8 का सदस्य बन गया जिसके पश्चात 2008 से 2011 तक यह दक्षिण बस्तर डिवीजन कम्युनिकेशन टीम का सदस्य रहा।
2012 से 2014 तक कोन्टा एरिया कमेटी के प्लाटून नम्बर 4 का सदस्य रहा और 2015 से 2018 तक कोन्टा एलजीएस कमांडर रहा। 2018 से अब तक यह केरलापाल एरिया कमेटी का सचिव रहा और आज इसने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर लिया।
2014 से अब तक इस आत्मसमर्पित नक्सली पर अलग अलग 6 थानों पर हेलीकॉप्टर पर फायरिंग, कसालपाड़ की घटना, आईईडी विस्फोट, रोड निर्माण सुरक्षा पर फायरिंग जैसे लगभग 20 अलग अलग घटनाओं पर मामले दर्ज हैं। जिसमे लगभग 35 से 40 जवान घायल हुए हैं और लगभग 25 से 30 जवान शहीद हुए हैं।
सुनील शर्मा एसपी सुकमा ने कहा कि पूना नर्कोंम के तहत पुलिस व सीआरपीएफ द्वारा स्थानीय आदिवासियों को शासन की विभिन्न योजनाओं को बताने का प्रयास किया जा रहा है। जिसकी बड़ी सफलता आज मिली है कि एक एरिया के कमेटी सचिव ने समर्पण किया। मुया के माध्यम से हमे केरलापाल के अलावा चार अन्य कमेटी को निष्क्रिय करने में जल्द ही कामयाबी मिलेगी। बीते कुछ दिनों पूर्व नक्सलियों के विरोध में नक्सलियों के तरीके से लाल रंग के बैनर लगाए गए थे जिसमें बाहरी नक्सलियों का विरोध किया गया था उस वक्त से हमें इनके बीच फुट की सूचना मिल रही थी जिसके तहत स्थानीय नक्सलियों को बाहरी नक्सलियों के मंसूबों का पता चल रहा है जिससे ये उनकी विचारधारा का विरोध कर पुलिस व प्रशासन से जुड़ रहे हैं।
सोड़ी मुया ने बताया कि दण्डकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी सचिव रमन्ना व सुजाता अक्का के प्रचार प्रसार के दौरान वह 2002-2005 के मध्य नक्सल संगठन से जुड़ा और अब वर्तमान में वह एरिया सचिव के पद पर था। मुया ने बताया कि रमन्ना की मृत्यु के पश्चात से नक्सल संगठन दिशाविहीन हो गया। नए-नए कैम्प से नक्सल संगठन और भी कमजोर हो रहा है जिसके चलते ग्रामीणों से जबरन कैम्प का विरोध नक्सलियों द्वारा कराया जाता है। बाहरी नक्सलियों द्वारा स्थानीय नक्सलियों के साथ भेदभाव किया जाता है उनका उपचार तक नही किया जाता है जब इन सब मुद्दों को रखा जाता है तो गद्दार घोषित करने का प्रयास बाहरी नक्सलियों द्वारा किया जाता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उदयपुर (सरगुजा), 9 सितंबर। बुधवार देर शाम आठ हाथियों के दल ने स्कूटी सवार पति-पत्नी व मासूम बेटे को कुचलकर मार डाला।
जानकारी के मुताबिक गौतम दास (30) अपनी पत्नी रीना दास (28) और बेटे युवराज (4) के साथ स्कूटी में सवार होकर कैशपार माइक्रो फाइनेन्स कंपनी से 30 हजार रुपये निकाल कर उदयपुर से कुन्नी वापस आ रहे थे। इसी दौरान अलकापुरी से मोहनपुर चौक के पास तीनों को कुचलकर मार दिया।
घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। वन अमला निगरानी में जुटा है। मौके पर जिला पंचायत सदस्य राजनाथ सिंह लोगों को समझाइश देने में जुटे रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 8 सितंबर। सुकमा जिले से 45 किमी की दूरी पर बसे इडजेपाल गाँव के ग्रामीण पिछले 15 दिनों से ब्लैक आउट में रहने को मजबूर हैं। पंद्रह दिनों पूर्व यहाँ का ट्रांसफार्मर खराब होने की वजह से इस गाँव में अंधेरा छा गया। ग्रामवासियों ने बिजली विभाग के कर्मचारियों से सम्पर्क कर अपनी समस्याओं से अवगत करवाया, परन्तु अब तक नहीं बनी है।
यहाँ के ग्रामीण देवलाल,पान्डू ,पोजा, आयता, विजय, पवन, लखमा, शत्रुधन, लक्ष्मण, रमेश, हडमा, सन्ना, आयता मरकाम, दिनेश, संतोष, कोसा आदि ने बताया कि पिछले 15 दिनों से हमारे गाँव में बिजली नहीं है। मिस्त्री आया था जिसे हम लोगों ने इस विषय में जानकारी दी। मिस्त्री ने कहा कि ट्रांसफार्मर खराब है ऑफिस में सूचना दिया हंू परन्तु आज तक बिजली नहीं बनी है। हमारे गाँव में अस्पताल भी है, जहाँ मरीज भर्ती रहते हैं, जिन्हें बोर के माध्यम से पानी दिया जाता है परन्तु बिजली नहीं होने से मरीजों को भी परेशानी हो रही है, साथ ही फ्रीज बन्द होने की वजह से दवाइयां भी खराब हो रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 5 सितंबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा बस्तर अंचल से कुपोषण को दूर भगाने के संकल्प को सार्थक करता दिख रहा है मुख्यमंत्री बघेल ने बस्तर अंचल की गरीबी दूर करने और कुपोषण को भगाने का संकल्प लिया था और दोनों संकल्प को वे पूरा करते हुए नजर आ रहे हैं।
कुपोषण की समस्या अज्ञानता और गरीबी दोनों का ही परिणाम है। इसलिए शिक्षा और जागरुकता पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सुकमा अंचल की अपनी कई समस्याएं अब भी हैं, जिनमें घने जंगलों और पहाड़ों के बीच बसे इक्का-दुक्का घर और सडक़ों का अभाव एक बड़ी समस्या है। इन्हीं समस्याओं के कारण निश्चित तौर पर शासन की योजनाओं को हितग्राहियों तक पहुंचा पाना एक बड़ी चुनौती होती है। इसके साथ ही स्थानीय योग्य युवाओं के अभाव में भी शासन की योजनाओं का क्रियान्वयन एक बड़ी चुनौती है।
इन चुनौतियों के बीच जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा इस आदिवासी अंचल से कुपोषण जैसी समस्या को दूर करने का संकल्प लिया गया, तब यहां के स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ ही यहां के शासकीय अमले ने भी कुपोषण की समस्या के समूल अंत के लिए कमर कस ली।हम सभी जानते हैं कि कुपोषण का प्रभाव आने वाली पीढ़ी पर भी निश्चित तौर पर पड़ता है। पोषक आहार के अभाव में बच्चे आगे चलकर शारीरिक रुप से तो कमजोर होते ही हैं, साथ ही मानसिक रुप से भी कमजोर रह जाते हैं।
माता-पिता अपने कुपोषित बच्चों के उपचार के लिए पोषण पुनर्वास केन्द्रों में पहुंच रहे हैं। ग्रामीणों में लगातार आ रही जागरूकता से निश्चित तौर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के कुपोषण मुक्त सुकमा का सपना साकार होता दिख रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 3 सितंबर। महंगाई भत्ता सहित अन्य 14 सूत्रीय मांगों को लेकर आज पूरे प्रदेश के साथ विकासखंड मुख्यालय कोण्टा के समस्त अधिकारी कर्मचारी एक दिन का अवकाश लेकर धरना प्रदर्शन किया।
फेडरेशन के संयोजक भानुप्रताप सिंह चौहान ने बताया कि काफी समय से लंबित मांगों एवं 28 प्रतिशत महंगाई भत्ता देय तिथि से प्रदाय करने के मांग को लेकर आज काम बंद कर एक दिवसीय धरना कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के नाम से 14 सूत्रीय मांग का ज्ञापन आज अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अनुभाग कोण्टा को दिया गया गया।
इस अवसर पर कर्मचारी संगठन से भानुप्रताप सिंह चौहान, श्री निवास राव, विश्वनाथ सिंह नाग,एच प्रसाद राव, बी विशेश्वर राव, श्री राव, सुशील श्रीवास, जगमोहन ने सभा को संबोधित किया। आज के इस धरने में सभी विभागों के कर्मचारी अधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित हुए।
जवानों ने पकड़ किया वन विभाग के हवाले
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 1 सितंबर। सुकमा जिले के दोरनापाल थाना अंतर्गत सीआरपीएफ 74वीं वाहिनी के मुख्यालय में एक 6 फीट का अजगर कैंप में घुस आया। सीआरपीएफ के जवानों द्वारा उसे बिना किसी तरह की चोट पहुंचाए सुरक्षित पकड़ा और वन विभाग की टीम को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद वन विभाग मौके पर पहुंचा और अजगर को वहां से निकालकर सुरक्षित जंगल में वापस छोड़ दिया।
गौरतलब है कि बारिश के दौरान अक्सर इन इलाकों में अजगर रिहायशी इलाकों में पहुंच जाते हैं, लेकिन आम लोग भयभीत होकर अजगर पर हमला करते उसे नुकसान भी पहुंचाते हैं।
वन विभाग की टीम आम लोगों से यह अपील करती है कि कहीं भी अजगर दिखाई दे तो उसे नुकसान न पहुंचाया जाए और तुरंत इसकी जानकारी वन विभाग की टीम को दी जाए, ताकि वह अजगर को वहां से निकाल कर सुरक्षित ठिकानों में वापस भेज सकें। इसके साथ ही वन विभाग के रेंजर ने कहा कि अजगर को मारना कानूनी जुर्म है, जिसकी सजा भी निर्धारित है, इसलिए इस तरह के जीवों की हत्या करने से बचें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंटा, 1 सितंबर। जिले के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन की पहल से अब ग्रामीणों को आधार कार्ड, राशन कार्ड, पेंशन पंजीयन इत्यादि मूलभूत सुविधाओं का लाभ बड़ी आसानी से मिल रहा है। जिला प्रशासन द्वारा अंदरूनी क्षेत्रों में बसे गांवों में सुविधा शिविर के माध्यम से ग्रामीणों को एक ही जगह पर सभी मूलभूत सुविधाओं का लाभ प्रदाय किया जा रहा है। इस सुविधा शिविर के माध्यम से ग्रामीणों को आधार कार्ड, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड निर्माण सहित पेंशन पंजीयन आदि का लाभ लेने मे सहूलियत हुई है।
सारकेगुड़ा में तीन दिवसीय शिविर
जिला प्रशासन द्वारा सिलगेर सहित आसपास के गांव के ग्रामीणों को आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड और राशन कार्ड बनवाने के लिए सुविधा हो, इसके लिए सारकेगुड़ा में तीन दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया है। ग्रामीणों को शिविर स्थल तक आवागमन में कोई परेशानी ना हो, इस हेतु प्रशासन द्वारा वाहन की व्यवस्था के साथ ही भोजन आदि की पूरी व्यवस्था की गई है।
बीते दिवसों में ग्राम कांकेरलंका में ग्रामीणों के आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड और राशन कार्ड बनाने के लिए शिविर का आयोजन किया गया था। इस शिविर में अतिसंवेदनशील मिनपा के साथ ही आसपास के ग्रामीण बड़ी संख्या में पहुंचे। शिविर में निराश्रित पेंशन, आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड आदि बनाने के लिए मिनपा, अलमागुण्डा, डब्बाकोण्टा, दुलेड़, चिन्तागुफा के ग्रामीण शामिल हुए। इस शिविर के माध्यम से 900 आधार कार्ड, 568 राशन कार्ड और 570 आयुष्मान कार्ड बनाया गया। साथ ही 138 पात्र हितग्राहियों का पंजीयन पेंशन भुगतान हेतु किया गया।
अन्य नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में जल्द ही सुविधा शिविर
विदित हो की ग्राम मिनपा और सिलगेर के ग्रामीणों ने प्रशासन को अपनी समस्याओं से अवगत कराया था। जिसके त्वरित निराकरण के लिए इन क्षेत्रों में सुविधा शिविर लगाया जा रहा है। आगामी दिवसों में अन्य ग्रामों में भी शिविर का आयोजन किया जाएगा, जिससे जिले के अधिक से अधिक ग्रामीण जन सरलता से आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड इत्यादि बनवा सके और विभिन्न शासकीय योजनाओं का लाभ ले सके।
शिविर जारी रहेंगे
जिपं अध्यक्ष हरीश ने कहा कि अंतिम व्यक्ति का विकास जरूरी है। शिविर जारी रहेंगे। डेढ़ दशक तक अपनी पहचान खो चुका यह इलाका अब स्वास्थ्य, बिजली, पानी, शिक्षा के क्षेत्र में तेजी से अग्रसर हो रहा है।
दायरे से बाहर इलाज करने का भी आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 30 अगस्त। सुकमा जिले के दोरनापाल थानांतर्गत वार्ड क्र 2 में स्थित जया मेडिकल स्टोर में इलाज के नाम पर युवती से रेप का मामला सामने आया है। यह मामला थाने पहुंचते ही 1 घंटे के अंदर पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया और आरोपी मेडिकल संचालक के खिलाफ़ एफआईआर दर्ज कर सुकमा भेजा गया।
पुलिस के अनुसार 24 अगस्त को सुदूर गांव की पीडि़ता स्वास्थ्य संबंधी समस्या लेकर इलाज के लिए जया मेडिकल पहुंचीं, जहां आरोपी मेडिकल संचालक निमाई सरकार ने उसका टेस्ट किया औऱ उसे निमोनिया होना बताया, साथ ही सीने में कफ होना बताते हुए ड्रिप चढ़वाने को कहा। जिसके बाद 28 अगस्त को उपचार के लिए आना बताकर चली गई। इस दौरान निमाई सरकार ने युवती से उसका नम्बर भी लिया, 28 अगस्त दोपहर 12 बजे के करीब युवती मेडिकल में आई, जिसके बाद मेडिकल के पीछे कमरे में युवती को ले जाकर ड्रिप चढ़ाया, इसके साथ ही आरोपी निमाई सरकार ने उसका चेकअप शुरू किया। इस दौरान आरोपी द्वारा रेप किये जाने की बात सामने आई।
युवती ने फोन कर अपनी बड़ी बहन को को बुलाया औऱ ड्रिप खत्म होते ही दोनों घर आए और घर आते ही पीडि़त युवती ने अपना फोन पटक दी और रोते हुए कभी भी उस मेडिकल में न जाने की बात कही और सारा घटनाक्रम बताया। जिसके बाद पूरी बात परिजनों तक पहुंची और फिर 29 अगस्त को शाम 7.30 बजे पीडि़ता के परिवार ने आरोपी मेडिकल संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाया। कुछ ही घंटे में आरोपी की गिरफ्तारी भी हो गई।
इस मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल ने कहा कि दोरनापाल से ये मामला आया है, जहाँ इलाके की एक युवती से मेडिकल संचालक ने इलाज के दौरान ऐसी हरकत की। आरोपी की गिरफ्तारी कर ली गई है औऱ उसे न्यायिक रिमांड पर भेज रहे हैं ।
इस मामले पर ड्रग इंस्पेक्टर सुनील पांडा ने कहा कि संबंधित व्यक्ति किसी भी दूसरे का लाइसेंस इस्तेमाल नहीं कर रहा था, उसके पास खुद का लाइसेंस है और उसको दवा बेचने का अधिकार है, बाकी अगर वो किसी प्रकार का टेस्ट कर रहा या फिर ग्लूकोस चढ़ा रहा हैं तो उसके लिए बीएमओ से बात करें। ये मेरा अधिकार क्षेत्र नहीं है और न मेरी जिम्मेदारी।
वहीं कोंटा बीएमओ कपिल कश्यप ने कहा कि टेस्टिंग, लाइसेंस या बिना प्रिस्क्रिप्शन दवा देने पर प्राथमिक कार्रवाई के लिए ड्रग इंस्पेक्टर की जिम्मेदारी होती है। उनके द्वारा मेडिकलों का निरीक्षण किया जाना होता है। कोई मेडिकल नियमों की अवहेलना करता है तो ड्रग इंस्पेक्टर हमारे संज्ञान में लाते हैं तो हम कार्रवाई करेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 30 अगस्त। जवानों की संयुक्त पार्टी ने पेद्दाबोडक़ेल के जंगल में घेराबंदी कर दो नक्सल आरोपी को गिरफ्तार किया गया। दोनों से इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, कोर्डेक्स वायर, इलेक्ट्रिक वायर, पेंसिल सेल व नक्सल साहित्य व एवं अन्य दैनिक उपयोगी सामग्री बरामद किया गया।
सुकमा में सुन्दरराज पी. पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज जगदलपुर (छ.ग.), योज्ञान सिंह, उप महानिरीक्षक सीआरपीएफ (परिचालन सुकमा रेंज) के मार्गदर्शन एवं सुनील शर्मा पुलिस अधीक्षक सुकमा (छ.ग.), सौमित्र रॉय कमाण्डेन्ट 201 वाहिनी कोबरा के निर्देशन में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत 28 अगस्त को थाना चिंतलनार से कोबरा टूआईसी हेमपुष्प शर्मा के नेतृत्व में डीसी नितिन बगाड़े एवं डीसी अजय कुमार के हमराह 201 वाहिनी कोबरा का बल व जिलाबल की संयुक्त बल एरिया डोमिनेशन/नक्सली आरोपियों की धरपकड़ हेतु पेद्दाबोडक़ेल व आसपास एरिया की ओर रवाना हुये थे।
अभियान के दौरान ग्राम पेद्दाबोडक़ेल के जंगल एरिया में 2 संदिग्ध व्यक्ति हाथ में थैला लिये हुए दिखे, जो पुलिस पार्टी को देख भागने-छुपने की कोशिश कर रहे थे, जिन्हें पुलिस पार्टी द्वारा घेराबंदी कर पकड़ा गया। जिनसे पूछताछ करने पर अपना नाम माड़वी पोज्जा (45), बट्टा विनोद (21)दोनों निवासी पेद्दाबोडकेल, थाना चिंतलनार जिला सुकमा का निवासी होना तथा प्रतिबंधित माओवादी संगठन में माड़वी पोज्जा डीएकेएमएस उपाध्यक्ष व कमेटी मेम्बर एवं बट्टा विनोद मिलिशिया सदस्य के पद पर कार्य करना बताये।
पकड़े गये आरोपियों की मौके पर तलाशी लेने से माड़वी पोज्जा से 4 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 3 मीटर कोर्डेक्स वायर, 10 मीटर इलेक्ट्रिक वायर, 5 पेंसिल सेल व नक्सल साहित्य व बट्टा विनोद से 3 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 4 मीटर कोर्डेक्स वायर, 15 मीटर इलेक्ट्रिक वायर, 7 पेंसिल सेल व नक्सल साहित्य एवं अन्य दैनिक उपयोगी सामग्री बरामद किया गया।
दोनों नक्सल आरोपियों को अपने पास विस्फोटक सामाग्री रखने के संबंध में आवश्यक दस्तावेज मांगा गया। जिनके द्वारा कोई वैध दस्तावेज पेश नहीं करने पर पकड़े गये दोनों आरोपियों व बरामद सामग्री को थाना लाया गया। दोनों आरोपियों के विरूद्ध थाना चिंतलनार में धारा 4, 5 विस्फोट पदार्थ अधिनियम 1908 प्रकरण पंजीबद्ध कर दोनों नक्सली आरोपियों को शनिवार को गिरफ्तार कर न्यायालय सुकमा के समक्ष पेश कर न्यायिक रिमांड में जेल दाखिल किया गया।