छत्तीसगढ़ » राजनांदगांव
राजनांदगांव, 14 जनवरी। पुलिस विभाग से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, नगर पुलिस अधीक्षक, एसडीएम एवं नगर निगम की टीम द्वारा गुरुवार को राजनांदगांव शहर में कोविड-19 प्रोटोकॉल के पालन हेतु जागरूकता लाने के उद्देश्य से फ्लैग मार्च किया गया। बिना मास्क वाले लोगों पर चालान की कार्रवाई की गई तथा उन्हें मास्क प्रदान करते हुए समझाईश दिया गया।
15 से 18 वर्ष के बच्चों के टीकाकरण के लिए खोले जा सकेंगे स्कूल
राजनांदगांव, 14 जनवरी। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया था। जिसमें आवश्यक संशोधन किया गया है।
जारी संशोधित आदेश के अनुसार जिले की सीमा अंतर्गत सभी स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्र आगामी आदेश तक बंद रहेंगे, लेकिन इस अवधि में छत्तीसगढ़ शासन महिला एवं बाल विकास विभाग के निर्देशों का पालन करते सभी श्रेणी के पात्र हितग्राहियों को रेडी-टू-ईट का वितरण तथा गर्भवती माताओं एवं बच्चों को गरम भोजन टिफिन व्यवस्था के माध्यम से घर-घर प्रदान किया जाएगा। शासन के निर्देशानुसार स्कूली बच्चों के लिए मध्यान भोजन वितरण किया जाएगा। कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते स्कूलों को 15 से 18 वर्ष के बच्चों के टीकाकरण के लिए खोले जा सकेंगे।
स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में आवश्यक व्यवस्था के लिए एक तिहाई कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी। शेष कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम पद्धति से दूरभाष व ऑनलाइन प्रकिया से कार्यों में सहयोग करेंगे। सक्षम अधिकारी के अनुमति के बिना कोई भी कर्मचारी मुख्यालय का त्याग नहीं करेंगे। आवश्यकता पडऩे पर दूरभाष से सम्पर्क कर कार्यालय बुलाया जा सकता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 14 जनवरी। मकर संक्रांति पर्व पर शुक्रवार को सुबह से मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ी रही। सुबह से लोग स्नान ध्यान कर विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। मंदिरों में सुबह से ही भक्तों ने पूजा-अर्चना कर परिवार की मंगल कामना के लिए प्रार्थना की। वहीं भक्तों द्वारा दान-पुण्य भी किया। इस दौरान भक्तों ने तिल व तिल से बने पकवान भी प्रसादी के रूप में चढ़ाया। माना जाता है कि तिल का दान-पुण्य मकर संक्रांति पर महत्वपूर्ण माना जाता है। मकर संक्रांति पर्व को लेकर शहर समेत अंचल में उत्साह का माहौल बना हुआ है।
मकर संक्रांति पर्व को लेकर शहर के पाताल भैरवी मंदिर, मां शीतला मंदिर, शनि मंदिर समेत शहर के अन्य स्थानों के मंदिरों में सुबह से ही लोगों की भीड़ उमड़ी रही। भक्तों द्वारा सुबह मंदिरों में तिल से बने पकवान का प्रसादी चढ़ाया और भिक्षुओं को दान-पुण्य भी किया गया। वहीं मंदिर परिसरों में भिक्षुओं का तांता भी लगा रहा। इधर भक्तों ने मंदिरों में भगवान से प्रार्थना करते अपने घर-परिवार की खुशहाली की कामना की। इसके अलावा शहर के शनि मंदिर में भी भक्तों ने पहुंचकर तिल का दान किया।
लैब में होगी जांच, तम्बाकू पाए जाने पर होगी कड़ी कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 14 जनवरी। कोरोनाकाल में व्यापारियों की कालाबाजारी करने की नियत पर प्रशासन ने नकेल कसने के लिए सिलसिलेवार छापामार कार्रवाई शुरू कर दी है। प्रशासन के इस सख्त रूख के चलते शहर के नंदई स्थित एक गोदाम से 55 बोरियों में साढ़े छह लाख के गुटखा बरामद किया गया है।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी नेमीचंद पटेल के नेतृत्व में हेमंत ट्रेडर्स के गोदाम में गुरुवार को अफसरों की एक टीम धमक गई। अफसरों को गोदाम में भारी मात्रा में जर्दायुक्त पाउच और पान मसाले डंप किए जाने की सूचना मिली थी। अफसरों ने मौके पर कार्रवाई करते हुए तकरीबन साढ़े छह लाख रुपए की गुटखों की बोरियां जब्त कर ली है। हालांकि जब्ती के बाद बोरियां अब भी गोदाम में रखी गई है। नियमानुसार विभाग ने कार्रवाई करने के लिए बोरियों से सैंपल लिए हैं। सैंपलों में तम्बाकू होने के प्रमाण को जानने के लिए लैब भेजा गया है। लैब में तम्बाकू मिलने की पुष्टि के बाद ही व्यापारी के खिलाफ कार्रवाई होगी।
इस संबंध में खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री पटेल ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि अलग-अलग स्तर पर जांच हो रही है। निकोटिन के प्रमाण के लिए लैब से ही अधिकृत पुष्टि होगी। वहीं दुकानदार के खिलाफ जमाखोरी के मामले में कार्रवाई की जा रही है। कोरोनाकाल में शहर में बड़े व्यापारियों ने गुड़ाखू, गुटखा और जरूरी खाद्य सामग्रियों को डंप कर रखा है।
कलेक्टर निर्देश पर समूचे जिले में ताबड़तोड़ कार्रवाई हो रही है। इधर डोंगरगढ़ में एक खाद्य अधिकारी ने ग्राहक बनकर दुकानदार से सामानों की कीमतें जानने के लिए सामान मांगा। निर्धारित दर से अधिक में सामान बेचने के मामले में मिश्रीलाल चोपड़ा के दुकान को सील कर दिया गया है। एमआरपी रेट से अधिक सामान बेचने की वजह से टीम ने कार्रवाई की है।
निकोटिन मिलने पर दुकानदार पर गिरेगी गाज
बोरियों में मिले गुटखे के पाउच में निकोटिन मिलने की पुष्टि होने की सूरत में दुकानदार को गंभीर मामले में कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। नियमत: निकोटिन होने पर सीजीएम के न्यायालय में दुकानदार के विरुद्ध प्रकरण चलेगा।
अपराध सिद्ध होने पर सजा का भी प्रावधान है। यदि निकोटिन नहीं मिला तब भी दुकानदार को जमाखोरी और कालाबाजारी के मामले में एडीएम के न्यायालय में उपस्थित होना पड़ेगा। मिली जानकारी के मुताबिक जमाखोरी के आरोप के सच होने पर दुकानदार को अर्थदंड और सजा भी मिल सकती है।
राजनांदगांव, 14 जनवरी। बापूटोला निवासी व राष्ट्रीय संघर्ष समिति अध्यक्ष राजेन्द्र कुमार वर्मा की माता सरस्वती देवी वर्मा (86) का 13 जनवरी को सेक्टर-9 भिलाई में निधन हो गया। वे अपने पीछे दो पुत्र और चार पुत्रियों व नाती-पोतों का भरापूरा परिवार छोड़ गई।
राजनांदगांव, 14 जनवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वामी विवेकानंद जी की 159वीं जयंती पर 25वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्घाटन और संबोधन का प्रसारण सभी मंडलों में भारतीय जनता युवा मोर्चा राजनांदगांव द्वारा किया गया। प्रसारण के पश्चात विवेकानंद के तैल्यचित्र पर माल्यार्पण किया गया। कार्यक्रम मे जिला युवा मोर्चा के पदाधिकारी एवं मंडल के पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।
राजनांदगांव, 14 जनवरी। युगांतर पब्लिक स्कूल में विवेकानंद जयंती संस्था के प्राचार्य मधुसूदन नायर, चेयरमैन सुरेश अग्रवाल, सेक्रेटरी अखराज कोटडिय़ा, कोषाध्यक्ष पारस अग्रवाल, एकेडमिक हेड शैलजा एम. नायर की उपस्थिति में मनी। विवेकानंद के तैल्य चित्र पर दीप प्रज्जवलित कर पुष्पांजलि अर्पित की गई। विवेकानंद के कथन ’उठो जागो और लक्ष्य जब तक प्राप्त न हो तब तक परिश्रम करते रहो’ को याद किया गया। प्राचार्य मधुसूदन नायर ने स्टॉफ के साथ शैक्षणिक लक्ष्य प्राप्त करने का संकल्प लिया। इस दौरान कोरोना का प्रोटोकाल का पालन करते शिक्षकगण उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 14 जनवरी। स्वास्थ्य विभाग फ्रंट लाइन में कार्य करते कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए नागरिकों को वैक्सीन लगाने में अपनी ताकत झोंकी है। नागरिकों को जागरूक करते हुए फ्रंट लाइन वर्करों ने स्वयं टीका लगाया। जिससे स्वयं सुरक्षित होकर सभी को सुरक्षित कर सकें।
मानपुर विकासखंड के वैक्सीनेशन टीम की पति-पत्नी कर्मचारी एक अच्छा उदाहरण है, जिन्होंने वैक्सीनेशन कार्य के दौरान अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते एक-दूसरे को कोरोना टीका लगाया, जो अन्य नागरिकों के लिए जागरूकता की मिसाल है। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के निर्देश पर कोविड टीकाकरण विशेष महाअभियान में सभी फ्रंट लाइन वर्कर नागरिकों को सुरक्षित करने वैक्सीनेशन का कार्य कर रहे हैं।
जिसमें फ्रंट लाइन वर्करों और 60 वर्ष से अधिक आयु वाले नागरिकों को बुस्टर डोज लगाया जा रहा है। वहीं दूसरा डोज से छूटे हुए एवं 15 से 18 वर्ष आयु वाले बच्चों का भी वैक्सीनेशन किया जा रहा है।
अंबागढ़ चौकी, 14 जनवरी। स्कूल शिक्षा विभाग की विशेष संस्था कन्या शिक्षा परिसर में 19 जनवरी को आयोजित प्रवेश परीक्षा को आगामी आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। संस्था के प्राचार्य उपेन्द्र देवांगन ने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देश एवं शाला बंद व बढ़ते कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते प्रवेश परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है। अनुसूचित जनजाति वर्ग की छात्राओं के लिए संचालित आवासीय एवं विशेष संस्था में प्रवेश परीक्षा 19 जनवरी को सुबह 11 से 12 बजे से रखी गई थी।
निवेशकों को लौटाई जाएगी राशि
राजनांदगांव, 14 जनवरी। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा द्वारा लगातार चिटफंड कंपनियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जा रही है। चिटफंड कंपनी शुभ सांई देवकान इंडिया लिमिटेड की डोंगरगढ़ तहसील के ग्राम घोटिया में 9.72 एकड़ जमीन को कुर्क की गई है। जिसका प्रकरण न्यायालय में प्रस्तुत करने के बाद माननीय जिला न्यायाधीश ने कलेक्टर के आदेश को अंतिम कर कुर्क कर नीलामी के आदेश जारी कर दिया है। कलेक्टर द्वारा कुर्क की गयी जमीन की नीलामी के लिए डोंगरगढ़ एसडीएम को भेज दिया गया है। इसके साथ ही अन्य कम्पनी से प्राप्त 1 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान जल्द ही निवेशकों को किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि चिटफंड कंपनियों के निवेशकों को निवेश की राशि लौटाए जाने के लिए कड़ी कार्रवाई की जा रही है। चिटफंड कंपनी के निवेशकों को अब तक 11 करोड़ 22 लाख रुपए की राशि वापस कर दी गई है। कुर्क की गई जमीन की नीलामी के बाद प्राप्त राशि निवेशकों को लौटाई जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 14 जनवरी। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के निर्देश पर खाद्य एवं अन्य सामग्री के बाजार मूल्य से अधिक मूल्य में बिक्री, कालाबाजारी और जमाखोरी के नियंत्रण के लिए सम्पूर्ण जिले में टीम गठित कर दुकानों में लगातार छापामार कार्रवाई की जा रही है। नगर पालिका डोंगरगढ़ में सहायक खाद्य अधिकारी आशीष रामटेके और नायब तहसीलदार भूपेन्द्र नेताम द्वारा किराना दुकानों में आकस्मिक जांच की कार्रवाई की गई। जांच के दौरान बाजार स्थित किराना दुकान में बाजार मूल्य से अधिक मूल्य पर सामान बेचना पाया गया। जिसके विरूद्ध दुकान सील बंद की कार्रवाई की गई।
कलेक्टर सिन्हा ने कालाबाजारी और जमाखोरी करने वाले दुकानों पर लगातार छापामार की कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उल्लेखनीय है कि कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए विभिन्न प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए गए हैं। इस दौरान कालाबाजारी और जमाखोरी के शिकायत पर इसके नियंत्रण के लिए सम्पूर्ण जिले में टीम गठित किया गया है। जिसके द्वारा लगातार जांच की कार्रवाई की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 14 जनवरी। मकर संक्रांति पर्व पर शुक्रवार को सुबह से मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ी रही। सुबह से लोग स्नान ध्यान कर विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। मंदिरों में सुबह से ही भक्तों ने पूजा-अर्चना कर परिवार की मंगल कामना के लिए प्रार्थना की। वहीं भक्तों द्वारा दान-पुण्य भी किया। इस दौरान भक्तों ने तिल व तिल से बने पकवान भी प्रसादी के रूप में चढ़ाया। माना जाता है कि तिल का दान-पुण्य मकर संक्रांति पर महत्वपूर्ण माना जाता है। मकर संक्रांति पर्व को लेकर शहर समेत अंचल में उत्साह का माहौल बना हुआ है।
मकर संक्रांति पर्व को लेकर शहर के पाताल भैरवी मंदिर, मां शीतला मंदिर, शनि मंदिर समेत शहर के अन्य स्थानों के मंदिरों में सुबह से ही लोगों की भीड़ उमड़ी रही। भक्तों द्वारा सुबह मंदिरों में तिल से बने पकवान का प्रसादी चढ़ाया और भिक्षुओं को दान-पुण्य भी किया गया। वहीं मंदिर परिसरों में भिक्षुओं का तांता भी लगा रहा। इधर भक्तों ने मंदिरों में भगवान से प्रार्थना करते अपने घर-परिवार की खुशहाली की कामना की। इसके अलावा शहर के शनि मंदिर में भी भक्तों ने पहुंचकर तिल का दान किया।
लैब में होगी जांच, तम्बाकू पाए जाने पर होगी कड़ी कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 14 जनवरी। कोरोनाकाल में व्यापारियों की कालाबाजारी करने की नियत पर प्रशासन ने नकेल कसने के लिए सिलसिलेवार छापामार कार्रवाई शुरू कर दी है। प्रशासन के इस सख्त रूख के चलते शहर के नंदई स्थित एक गोदाम से 55 बोरियों में साढ़े छह लाख के गुटखा बरामद किया गया है।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी नेमीचंद पटेल के नेतृत्व में हेमंत ट्रेडर्स के गोदाम में गुरुवार को अफसरों की एक टीम धमक गई। अफसरों को गोदाम में भारी मात्रा में जर्दायुक्त पाउच और पान मसाले डंप किए जाने की सूचना मिली थी। अफसरों ने मौके पर कार्रवाई करते हुए तकरीबन साढ़े छह लाख रुपए की गुटखों की बोरियां जब्त कर ली है। हालांकि जब्ती के बाद बोरियां अब भी गोदाम में रखी गई है। नियमानुसार विभाग ने कार्रवाई करने के लिए बोरियों से सैंपल लिए हैं। सैंपलों में तम्बाकू होने के प्रमाण को जानने के लिए लैब भेजा गया है। लैब में तम्बाकू मिलने की पुष्टि के बाद ही व्यापारी के खिलाफ कार्रवाई होगी।
इस संबंध में खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री पटेल ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि अलग-अलग स्तर पर जांच हो रही है। निकोटिन के प्रमाण के लिए लैब से ही अधिकृत पुष्टि होगी। वहीं दुकानदार के खिलाफ जमाखोरी के मामले में कार्रवाई की जा रही है। कोरोनाकाल में शहर में बड़े व्यापारियों ने गुड़ाखू, गुटखा और जरूरी खाद्य सामग्रियों को डंप कर रखा है।
कलेक्टर निर्देश पर समूचे जिले में ताबड़तोड़ कार्रवाई हो रही है। इधर डोंगरगढ़ में एक खाद्य अधिकारी ने ग्राहक बनकर दुकानदार से सामानों की कीमतें जानने के लिए सामान मांगा। निर्धारित दर से अधिक में सामान बेचने के मामले में मिश्रीलाल चोपड़ा के दुकान को सील कर दिया गया है। एमआरपी रेट से अधिक सामान बेचने की वजह से टीम ने कार्रवाई की है।
निकोटिन मिलने पर दुकानदार पर गिरेगी गाज
बोरियों में मिले गुटखे के पाउच में निकोटिन मिलने की पुष्टि होने की सूरत में दुकानदार को गंभीर मामले में कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। नियमत: निकोटिन होने पर सीजीएम के न्यायालय में दुकानदार के विरुद्ध प्रकरण चलेगा। अपराध सिद्ध होने पर सजा का भी प्रावधान है। यदि निकोटिन नहीं मिला तब भी दुकानदार को जमाखोरी और कालाबाजारी के मामले में एडीएम के न्यायालय में उपस्थित होना पड़ेगा। मिली जानकारी के मुताबिक जमाखोरी के आरोप के सच होने पर दुकानदार को अर्थदंड और सजा भी मिल सकती है।
अब तक 20 हजार 799 परिवारों का सर्वे, 28 संक्रमित मिले
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 13 जनवरी। कोविड-19 के नए वैरियंट ओमिक्रॉन संक्रमण से बचाव व रोकथाम के लिए जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान कर उसे होम आईसोलेशन में रख कर उपचार किया जा रहा है। जिससे कोरोना संक्रमण का फैलाव को रोका जा सकें। कोविड संक्रमित व्यक्ति की पहचान होने पर जल्द ही उपचार होगा और कम्युनिटी स्प्रेड होने से रोका जा सकेगा।
कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के निर्देश पर नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत कोरोना संक्रमित मरीजों और उनके संपर्क में आए व्यक्तियों की पहचान एवं कान्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए 51 वार्डों के लिए 51 सर्विलेंस टीम कार्य कर रही है। सर्विलेंस टीम द्वारा घर-घर जाकर नागरिकों के स्वास्थ्य की जानकारी ली जा रही है। सर्दी, खांसी, बुखार लक्षण वाले नागरिकों का सेम्पल लेकर कोविड जांच किया जा रहा है। नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत बुधवार को 3 हजार 378 परिवारों का सर्वे किया गया। सर्वे में 91 सर्दी, खांसी व बुखार के लक्षण वाले नागरिक पाए गए। जांच के दौरान 3 कोविड संक्रमित मरीजों की पहचान की गई। संक्रमित मरीजों को तत्काल होम आईसोलेट कर उपचार किया जा रहा है। इस दौरान उन्हें दवाईयां उपलब्ध कराई गई है तथा स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने पर कोविड-19 कंट्रोल रूम नंबर 74402-03333 में संपर्क करने कहा गया। राजनांदगांव नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत अब तक 20 हजार 799 परिवारों का सर्वे किया जा चुका है। जिसमें अब तक 28 कोविड संक्रमित मरीजों की पहचान की गई है।
राजनांदगांव शहर में सर्विलेंस टीम के माध्यम से कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान कर प्राईमरी कोन्टेक्ट आने वाले व्यक्तियों की जानकारी ली जा रही है और उनका भी कोविड जांच किया जा रहा है। सर्विलेंस टीम द्वारा घर-घर जाकर कोविड प्रोटोकॉल बिहेवियर का पालन करने के लिए नागरिकों को जागरूक किया जा रहा है। कोरोना संक्रमित मरीजों की हर संभव सहायता उलब्ध कराने व समन्वय के काम में यह टीम जुटी हुई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 13 जनवरी। कोविड-19 से सुरक्षा के लिए राजनांदगांव जिले में कोविड टीकाकरण के लिए दो दिवसीय विशेष महाभियान चलाया जा रहा है। इस विशेष महाअभियान के बुधवार को पहले दिन कोविड वैक्सीनेशन के लिए नागरिकों में उत्साह रहा। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए विभिन्न वर्गों में 15 हजार नागरिकों ने कोविड टीकाकरण कराया। शहर से लेकर सुदूर वनांचल क्षेत्रों के ग्रामों में निवास करने वाले युवा, बुजुर्गों, 15 से 18 वर्ष के बच्चों ने जागरूक होकर कोविड टीकाकरण में हिस्सा लिया।
फ्रंट लाइन वर्करों और 60 वर्ष से अधिक आयु वर्गों के नागरिकों ने भी कोविड टीका का बूस्टर डोज लगाकर इस महाभियान में सहयोग दिया। कोविड टीकाकरण के लिए जागृति की यह अनुगुंज दूर-दराज तक पहुंच रही है। जनमानस में जागृति की लहर और टीम के प्रयासों ने टीका लहर की गति बढ़ाई। टीकाकरण के प्रति जनसामान्य के रूझान का प्रभावी असर विशेष महाभियान में दिखा।
कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के नेतृत्व में टीम शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण के लिए प्रतिबद्धतापूर्वक कार्य कर रही है। घर-घर दस्तक देकर टीका लगाया जा रहा है और टीकाकरण का संदेश जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है। जिले में कोविड वैक्सीनेशन का प्रथम डोज का लक्ष्य शत-प्रतिशत पूरा हो चुका है और दूसरे डोज का लक्ष्य शत-प्रतिशत पूरा करने के लिए इस विशेष महाअभियान को चलाया जा रहा है। कलेक्टर ने नागरिकों से अपील करते कहा कि कोविड-19 के नए वैरियंट ओमिक्रॉन के फैलाव को देखते कोविड टीकाकरण एक सुरक्षा कवज के रूप में महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि कोविड टीकाकरण के बाद भी नागरिक कोविड-19 एप्रोप्रिएट बिहेवियर का पालन जरूर करें। मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और समय-समय पर हाथों को सेनेटाईज करते रहें।
राजनांदगांव, 13 जनवरी। कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए कोविड टीकाकरण की जागरूकता सिर्फ शहरों, कस्बों के युवा-बुजुर्गों तक ही नहीं, बल्कि सुदूर वनांचल क्षेत्रों के गांवों में निवास करने वाले बुजुर्गों तक पहुंच रही है।
छुईखदान विकासखंड के ग्राम नचनिया साल्हेवारा की 98 वर्ष की बुजुर्ग महिला रासोबाई साहू कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाकर स्वयं और अपने परिवार को सुरक्षित रखने में सहयोग दे रही है और जागरूकता का संदेश दे रही है। यह इस बात को प्रदर्शित करती है कि कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए वैक्सीनेशन जरूरी है। जिसकी जागृति अब दूरस्थ अंचलों में निवास करने वाले ग्रामीणों तक पहुंच रही है। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के नेतृत्व में स्वास्थ्य और राजस्व विभाग कोविड टीकाकरण विशेष महाभियान में समर्पित होकर लगी हुई है। वहीं जिले में स्वास्थ्य विभाग की टीम युद्ध स्तर पर वैक्सीन लगाने का कार्य कर रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 13 जनवरी। असामयिक वर्षा थमने के बाद बुधवा को धान उपार्जन केन्द्रों में किसानों में उत्साह दिखा। बारिश के बाद धान खरीदी में तेजी आई है। बुधवार को किसानों ने 10 हजार क्विंटल धान का विक्रय किया। वहीं धान का उठाव भी तेजी से हो रहा है। वर्षा के दौरान धान उपार्जन केन्द्रों में धान की खरीदी लगातार जारी रही। धान खरीदी केन्द्रों में धान को सुरक्षित रखा गया है।
कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के निर्देश पर धान खरीदी के लिए केन्द्रों में सभी व्यवस्था दुरूस्थ की गई है। वहीं धान को बारिश से सुरक्षित रखने के लिए स्टैकिंग लगाकर केप कव्हर से ढंका गया है। बारिश के पानी निकास के लिए व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। जिससे धान खरीदी सुचारू रूप से चल रहा है। बारिश से धान को नुकसान नहीं हुआ है। सभी धान सुरक्षित है। धान खरीदी केन्द्रों से लगातार धान का उठाव किया जा रहा है। कलेक्टर स्वयं धान खरीदी एवं उठाव की मानिटरिंग कर रहे हंै। इसी कड़ी में जिले में व्यापक तौर पर धान का उठाव किया जा रहा है। जिले में अबाधित रूप से धान की खरीदी चल रही है। जिले में 10 हजार क्विंटल धान की खरीदी की गई है। जिले में बुधवार को 27 हजार क्विंटल धान का उठाव किया गया। वहीं 44 हजार क्विंटल का डीओ जारी किया गया। जिले में पर्याप्त संख्या में बारदाने उपलब्ध है। कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा है कि किसानों से बारदाना नहीं लिया जाएगा। अवकाश के दिनों में भी लगातार धान का उठाव किया जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा किसानों की सुविधाओं के लिए धान उपार्जन केन्द्रों में समुचित व्यवस्था की गई है।
नक्सल मामलों पर आईजी पाल की अफसरों के साथ समीक्षा बैठक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 13 जनवरी। पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग क्षेत्र दुर्ग ओपी पाल, उप महानिरीक्षक आईटीबीपी ओपी यादव एवं राजनंादगांव पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने बुधवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जिले के समस्त राजपत्रित अधिकारी, आईटीबीपी के अधिकारी वं जिले के नक्सल प्रभावित थाना/चौकी/कैम्प प्रभारियों की बैठक लेकर नक्सल विरोधी अभियान तेज करने की रणनीति पर चर्चा की।
बैठक में पुलिस महानिरीक्षक द्वारा मीटिंग में जिले में चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियानों की समीक्षा की गई एवं आगामी दिनों में नक्सल विरोधी अभियानों के संबंध में रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया। साथ ही नक्सल विरोधी अभियान में तेजी लाकर नक्सली गतिविधियों पर अंकुश लगाने की योजना तैयार की गई। जिला राजनांदगांव महाराष्ट्र एवं मध्यप्रदेश की सीमा पर स्थित होने से नक्सली ऑपरेशन हेतु सीमावर्ती राज्य के थानों से समन्वय स्थापित कर स्ट्रेटेजी तैयार करने और ऑपरेशन चलाए जाने निर्देश दिए गए। जिला बल, सीएएफ एवं आईटीबीपी के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने एवं सूचनाओं का आदान-प्रदान करने एवं संयुक्त कार्रवाई करने समझाईश दी गई्र।
राजनांदगांव, 13 जनवरी। कोविड की तीसरी लहर को ध्यान में रखते जिला प्रशासन द्वारा दिग्विजय स्टेडियम में स्थापित कंट्रोल रूम की हेल्पलाइन नंबर 7440203333 में लगातार सेवाएं दी जा रही है। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा जारी कंट्रोल रूम नम्बर में 10 युवाओं को चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के लिए कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है। अब एक ही नंबर पर जनसामान्य को समस्त जानकारी उपलब्ध होंगी। आरोहण बीपीओ सेंटर के 10 युवा 24 घंटे यहां सेवा दे रहे हैं। यहां कोरोना जांच, होम आईसोलेशन के उपचार, कोविड अस्पतालाओं की जानकारी, दवाओं तथा एम्बुलेंस की जानकारी, डॉक्टरों की चिकित्सीय सलाह भी दी जाएगी। कोविड-19 पॉजिटिव मरीज की सूची के आधार पर होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करने की जानकारी, घर में दूसरा शौचालय उपयोग करने के संबंध में सुझाव दिया जा रहा है।
इसी तरह सैम्पल संग्रहण करने के लिए कन्ट्रोल रूम नम्बर को कॉल फॉरवार्डिंग से जोड़ा गया है। जिले के सभी विकासखण्ड के सभी बीएमओ के सम्पर्क नम्बर इन 10 युवाओं को दिया गया है, वे उनसे समन्वय कर दवाई वितरण, भोजन की व्यवस्था एवं टीकाकरण से संबधित जानकारी दे रहे हैं। कोविड-19 के मरीज की टेस्टिंग के लिए टीम भेजना, डॉक्टर से ऑनलाइन परामर्श एवं चिकित्सा सुविधा प्रदान करने का कार्य भी किया जा रहा है। मरीज को घबराहट होने पर डॉक्टर से कान्फ्रेंस में लेकर सलाह एवं परामर्श भी दिया जा रहा है। आरोहण बीपीओ सेंटर के युवा 24 घंटे तीन पालियों में सेवाएं दे रहे हैं।
कोविड-19 के मरीजों का सैम्पल लेने के बाद टेस्टिंग रिपोर्ट का डाटा एन्ट्री भी युवाओं द्वारा किया जा रहा है।
राजनांदगांव, 13 जनवरी। डोंगरगांव विकासखंड के खुज्जी की 92 वर्षीय हिरौंदीबाई कोविड टीकाकरण जागरूकता की मिसाल बन गई है। कोविड टीकाकरण के लिए चलाए जा रहे विशेष महाभियान में श्रीमती हिरौंदीबाई ने कोविड-19 संक्रमण की सुरक्षा के लिए कोविड वैक्सीनेशन का दूसरा डोज लगाकर अन्य नागरिकों को जागरूक किया। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के निर्देश पर हिरौंदीबाई को उनके घर जाकर टीकाकरण जागरूकता के लिए सम्मानित किया गया। सम्मान स्वरूप उन्हें साड़ी, शॉल, कंबल, मास्क और सेनेटाईजर प्रदान किया गया।
कांकेर के गुरदाटोला गांव में घेराबंदी कर ग्रामीणों ने पकड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 13 जनवरी। राजनांदगांव स्थित 8वीं बटालियन का एक जवान अपने 4 साथियों के साथ कांकेर जिले के कोड़ेकुर्से गांव में उस वक्त ग्रामीणों के हत्थे चढ़ गया, जब सभी नकली नक्सली बनकर लूट के इरादे से घर में दाखिल हुए। लूटपाट करने की नियत से सभी ने खुद को नक्सली बताकर घरवालों से डेढ़ लाख रुपए की मांग की। उनकी हरकत को देखकर घर के लोगों को शंका हुई और विरोध कर ग्रामीणों की मदद से सभी को पकड़ लिया।
मिली जानकारी के मुताबिक 8वीं बटालियन के जितेन्द्र कुमार अपने 4 साथी संतोष गुप्ता, शिवा ठाकुर, सेवराम जाड़े और प्रवीण तारन के साथ कोड़ेकुर्से क्षेत्र के गुरदाटोला स्थित चमरू कवाची के घर 10 जनवरी की रात घुस गए। एक नकली बंदूक के साथ चाकू और तलवार से लैस होकर सभी ने ग्रामीण से नक्सली के रूप में अपना परिचय दिया और उनसे रकम की मांग की। उनके हावभाव को देखकर चमरू कवाची और उसके भाई को शक हुआ और दोनों सभी से लडऩे भिड़ गए। घर में शोरगुल की आवाज सुनकर आसपास के पड़ोसी भी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद सभी को पकड़ लिया।
मिली जानकारी के मुताबिक 8वीं बटालियन का जितेन्द्र रामटेके करीब 3 माह से बिना सूचना के कार्य से अनुपस्थित है। स्थानीय बटालियन के मुख्यालय से उसकी तैनाती बस्तर में स्थित कंपनी में की गई थी। उसने वहां अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराई।
मिली जानकारी के मुताबिक जितेन्द्र बालोद जिले का रहने वाला है और उसने अपने साथियों शिव ठाकुर बालोद, संतोष गुप्ता राजनंादगांव और उईकाटोला के सेवराम जाड़े और प्रवीण तारन के साथ डकैती करने की योजना बनाई। डकैती के लिए पहुंचे सभी को ग्रामीणों ने अपनी साहस से धर लिया। 8वीं बटालियन के कमांडेंट एसआर सलाम ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि आरक्षक जितेन्द्र रामटेके लंबे समय से बिना बताए अनुपस्थित है। घटना में उसकी संलिप्तता को लेकर जानकारी ली जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 13 जनवरी। शैक्षणिक सत्र आधा गुजर जाने के बाद शाासकीय लाल चक्रधर शाह महाविद्याालय में नियमित विद्यार्थियों के लिए ड्रेस कोड लागू किए जाने का विरोध शुरू हो गया है।, पर सबसे अधिक विरोध व हंगामा इस बात पर मा कि महाविद्यालय ने ड्रेस के कपड़े खरीदने नगर के एक फर्म को अधिकृत कर दिया है। महाविद्यालय के प्राचाय की ओर से छात्र-छात्राओं के लिए नगर के एक कपड़ा व्यवसायी को नामांकित किए जाने के बाद अब नगर के कपड़ा व्यवसायी भी महाविद्यालय प्रशासन के खिलाफ सडक़ पर आ गए हैं।
शासकीय लाल चक्रधर शाह महााविद्यालय के प्राचार्य डॉ. केआर मंडावी के पत्र द्वारा महाविद्यालय के नियमित छात्र-छात्राओं को सूचना जारी किया गया है कि कॉलेज में इसी सत्र से ड्रेस कोड़ लागू किया गया है। सभी विद्यार्थी को ड्रेस कोड का पालन करना अनिवार्य है। प्राचार्य ने नोटिस में बताया कि वे महाविद्यालय द्वारा चयनित किया गया ड्रेस का कपड़ा नगर के गुप्ता चौक स्थित मनीष ड्रेसेस में उपलब्ध है। प्राचार्य ने विद्यार्थियों को 26 जनवरी तक डे्रस बना लेने का निर्देश दिया। समय-सीमा में के बाद ड्रेस में नहीं आने वाले छात्र-छात्राओं को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
इधर प्राचार्य की नोटिस के बाद नियमित छात्र-छात्राओं ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। महाविद्यालय के नियमित छात्र विनोद, अजय, सुरेश, रमेश, कविता व संध्या ने कहा कि शिक्षा सत्र आधा गुजर जाने के बाद महाविद्यालय प्रशासन द्वारा तय किए गए ड्रेस कोड पर ही सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि ड्रेस कोड शुरूआत से ही लागू किया जाना चाहिए था, अब तो परीक्षाओं का समय आ गया है और कोरोना की तीसरी लहर के मध्य स्कूल-कॉलेज बंदहोने लगे हैं। ऐसे वक्त में ड्रेस कोड लागू कर आर्थिक भार डाला जाना ठीक नहीं है। उन्होंने महाविद्यालय प्रशासन से इस निर्णय पर पुर्नविचार रने तथा आने वाले नवीन सत्र से ड्रेस कोड लागू करने की मांग की।
कपड़ा व्यवसायी भी विरोध में उतरे
महाविद्यालय के नियमित छात्र-छात्राओं को ड्रेस के लिए कपड़ा खरीदने महाविद्यालय प्रशासन द्वारा नगर के एक कपड़ा व्यवसायी मनीष ड्रेसेस की जानकारी दिए जाने के बाद स्थानीय कपड़ा व्यवसायी भी महाविद्यालय प्रशासन के खिलाफ सडक़ पर आ गए हैं। व्यवसायियों का कहना है कि नगर में कपड़ा के ढऱे सारी दुकानें हैं। महाविद्यालय प्रशासन द्वारा इसके लिए न ही मुनादी या अखबारों में कोई सूचना प्रकाशित की। सीध्ेा कॉलेज के विद्यार्थियों को ड्रेस के लिए कपड़ा खरीदने नगर के एक फर्म की जानकारी दे दी। यह अन्य व्यापारियो के साथ अन्याय है और महाविद्यालय प्रशासन का गलत निर्णय है।
अब नए सत्र से लागू होगा ड्रेस कोड
विद्यार्थियो के विरोध के बाद महाविद्यालय प्रशासन ने 5 जनवरी को जारी अपने आदेश को स्थागित कर दिया है। प्राचार्य डॉ मंडावी ने 12 जनवरी को एक नया आदेश जारी कर अपने पुराने आदेश को निरस्त करते हुए कॉलेज में नियमित विद्यार्थियों के लिए आगामी नए सत्र से ड्रेस कोड लागू करने की सूचना दी। प्राचार्य डॉ. केआर मंडावी ने कहा कि बढ़ते कोरोना संक्रमण एवं हालातों को देखते ड्रेस कोड नवीन सत्र से लागू किया जाएगा। ड्रेस के कपड़े खरीदने किसी फर्म को अधिकृत नहीं किया गया है। ड्रेस चयन करने के लिए कपड़ो का कतरन एक व्यापारी की दुकान से मंगाई गई थी। लिपिकीय त्रुटी से संबंधित फर्म का नाम जारी हो गया था। दोषाी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। प्राचार्य डॉ. मंडावी ने कहा कि छात्र-छात्राए किसी भी फर्म व किसी भी स्थान से ड्रेस के लिए कपड़े खरीद सकते हैं।
मदनवाड़ा क्षेत्र में नक्सल हत्या के पीछे स्माल एक्शन टीम के हाथ होने की आशंका
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 13 जनवरी। मदनवाड़ा क्षेत्र के कलवर के एक आदिवासी ग्रामीण की नक्सल हत्या के पीछे पुलिस को प्रारंभिक जांच में नक्सलियों के स्माल एक्शन टीम की भूमिका होने की जानकारी मिल रही है। कलवर के रामजी गोंड की बुधवार देर शाम को नक्सलियों द्वारा गला दबाकर हत्या करने की खबर सामने आई। मंगलवार रात को नक्सलियों ने ग्रामीण का अपहरण कर लिया था। अगुवा करने के बाद बुधवार शाम को कांकेर बार्डर पर स्थित मुड़पार मार्ग में ग्रामीण का शव मिला। ग्रामीण के शव के पास से नक्सलियों द्वारा छोड़े गए पर्चा भी बरामद किया गया है।
राजनंादगांव-कांकेर बार्डर कमेटी द्वारा लिखे गए परचे में मुखबिरी के शक पर हत्या करने का जिक्र है। इधर ग्रामीण की हत्या के बाद प्रारंभिक जांच में स्माल एक्शन टीम की भूमिका को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी पुलिस को मिला है।
सूत्रों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से स्माल एक्शन टीम में शामिल नए लोग रामजी की पतासाजी कर रहे थे। सूत्रों का कहना है कि मृतक की पत्नी ने भी पुलिस को दिए जानकारी में बताया है कि कुछ दिन पूर्व कुछ नए लोग उसके पति के संबंध में पूछताछ के लिए घर पहुंचे थे। मृतक की पत्नी का दावा है कि नए लोगों को वह पहचानती नहीं है। उसके बयान को लेकर पुलिस के कान खड़े हो गए हैं। पुलिस स्माल एक्शन टीम के मौजूदगी के प्रमाण और साक्ष्य जुटाने के लिए प्रयास कर रही है। इस संबंध में मदनवाड़ा थाना प्रभारी सुरेन्द्र नेताम ने छत्तीसगढ़ को बताया कि ग्रामीण की हत्या के बाद तथ्यों को खंगाला जा रहा है। पुलिस हाईअलर्ट होकर इलाके में गश्त कर रही है।
राजनांदगांव होटल एवं रेस्टोरेंट कैफे एसो. गठित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 जनवरी। होटल एवं रेस्टोरेंट कैफे के संचालकों की बैठक मंगलवार को होटल राज इम्पीरियल में संपन्न हुई। इसमें लगभग 25 संचालक शामिल हुए। बैठक में निर्णय लिया गया कि छत्तीसगढ़ के अन्य शहरों की तरह राजनांदगांव में भी होटल एवं रेस्टोरेंट कैफे एसोसिएशन का गठन किया जाए, ताकि होटल रेस्टोरेंट कैफे के संचालन से संबंधित कार्य सुचारू रूप से चल सके। इसी को ध्यान में रखते सर्वसम्मति से होटल अवाना के संचालक रवि सिंग बग्गा को अध्यक्ष बनाया गया, वहीं सचिव पद की जिम्मेदारी पंख रेस्टोरेंट के संचालक अतुल रायचा को दी गई। इसके अलावा कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी होटल पंचशील के संचालक प्रतीक कांकरिया को सौंपी गई।
बैठक में निर्णय लिया गया कि होटल या रेस्टोरेंट कैफे संचालक एसोसिएशन में सदस्य बनना चाहते हैं, उनका स्वागत है। बैठक में राज एम्पीरियल के संचालक रोशन भाटिया, होटल रेलिस के जय बग्गा, होटल गुजरात के शिव ठक्कर, होटल ब्लू डायमंड के शैबी बग्गा, होटल अमोरा के संचालक अंकित दुआ, होटल मयूर के अक्षय रायचा, होटल अवाना के रवि बग्गा, होटल पंचशील के प्रतीक कांकरिया, सबरस रेस्टोरेंट के दीपक अरोरा, एबीस ग्रीन के वैभव गोयल, ग्रीन कैफे के राहुल तिवारी, होटल अनंत पैलेस के सोनू भाटिया और जलाराम रेस्टोरेंट के तिलक भोजनी शामिल हुए।
जमाखोरों के खिलाफ समूचे जिले में जांच और कार्रवाई शुरू
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 जनवरी। कोरोना के तीसरी लहर के दौरान जमाखोर व्यापारियों पर शिकंजा कसने के लिए कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के कड़े रूख के बाद खाद्य विभाग हरकत में आ गया है। खाद्य विभाग की अलग-अलग टीमें समूचे जिले में बड़े से लेकर मझोले व्यापारियों के दुकानों में दबिश देकर सामानों के दामों को लेकर सघन जांच पड़ताल कर रही है। कलेक्टर सिन्हा ने खाद्य अफसरों को हर छोटे-बड़े सामानों की कीमतों पर नजर रखने का निर्देश दिया है।
इधर कलेक्टर सिन्हा के निर्देश पर खाद्य एवं अन्य सामग्री के कालाबाजारी और जमाखोरी के नियंत्रण के लिए सम्पूर्ण जिले में टीम गठित कर दुकानों में लगातार छापामार की कार्रवाई की जा रही है। खाद्य निरीक्षक अंगद ठाकुर एवं गठित टीम द्वारा गुड़ाखू लाइन स्थित दुकानों में आकस्मिक दबिश देकर जांच की कार्रवाई की गई। साथ ही उपभोक्ता से अधिक मूल्य के बारे में जानकारी ली गई।
कलेक्टर सिन्हा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कालाबाजारी और जमाखोरी करने वाले दुकानों पर लगातार छापामार की कार्रवाई करें, जिन दुकानों में कालाबाजारी और जमाखोरी पाई जाएगी उन दुकानों को सील कर एफआईआर की कार्रवाई करें। ज्ञात हो कि कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए विभिन्न प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए गए हैं। इस दौरान कालाबाजारी और जमाखोरी की शिकायत पर इसके नियंत्रण के लिए सम्पूर्ण जिले में टीम गठित किया गया है। जिसके द्वारा लगातार जांच की कार्रवाई की जा रही है।