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कोरोना की तीसरी लहर के बीच तबादला रद्द होना शहर के लिए अच्छी खबर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 जनवरी। राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज में पदस्थ मेडिसीन विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. प्रकाश खुंटे का स्थानांतरण आखिरकार रद्द हो गया। कोरोना की तीसरी लहर के बीच उनका तबादला रद्द होना शहर के लिए अच्छी खबर मानी जा रही है। पहले और दूसरे लहर में डॉ. प्रकाश खुंटे ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कोरोनाग्रस्त मरीजों को 24 घंटे सेवाएं दी। उनकी दवाईयों और सलाह के कारण हजारों की जान बची। डॉ. खुंटे का योगदान इसलिए भी अहम है, क्योंकि वह स्वयं संक्रमित होकर भी लोगों की चिकित्सकीय मदद के लिए आगे रहे।
डीएमई ने कुछ दिन पहले डॉ. खुंटे को पदोन्नति के पश्चात दुर्ग स्थित चंदूलाल चंद्रकार मेडिकल कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में पदस्थ कर दिया था। दुर्ग तबादला होने के बाद से शहर के राजनीतिज्ञ और गैरराजनीतिज्ञ वर्ग ने स्थानांतरण को रद्द करने के लिए एक अभियान छेड़ा।
मिली जानकारी के मुताबिक महापौर हेमा देशमुख ने एक तरह से तबादला को रद्द कराने के लिए अभियान शुरू किया। उन्होंने सीधे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समक्ष डॉ. खुंटे के स्थानांतरण को फौरन राजनांदगांव शहर के हित के मद्देनजर रद्द करने की मांग की। मुख्यमंत्री को डॉ. प्रकाश खुंटे के कार्यप्रणाली की जानकारी देते हुए महापौर ने कोरोनाकाल में उनकी सेवाओं को लेकर विस्तृत जानकारी दी। आखिरकार राज्य सरकार ने उनका तबादला रद्द कर दिया है। महापौर हेमा देशमुख ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति आभार जताया है। इस बीच डॉ. खुंटे के लिए शहर के दूसरे प्रमुख वर्ग ने भी तबादला रोकवाने के लिए अपने स्तर पर पूरा जोर लगाया। मेडिकल कॉलेज में उनकी गैरमौजूदगी से होने वाले नुकसान को लेकर लोगों ने काफी प्रयास करते हुए तबादला पर रोक लगाने कोई कसर नहीं छोड़ी। डॉ. खुंटे एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर स्थानीय मेडिकल कॉलेज में ही यथावत पदस्थ रहते लोगों का उपचार करेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 जनवरी। मानपुर विकासखंड के नक्सल प्रभावित एवं सुदूर वनांचल ग्राम कोराचा से बुकमरका तक 5 करोड़ 83 लाख 25 हजार रुपए की लागत से 10.70 किमी सडक़ निर्माण किया जा रहा है।
पहाड़ी तथा नदी नाला क्षेत्र होने के कारण एक वक्त ऐसा था कि ग्रामवासियों को ग्राम बुकमरका से मानपुर जाने के लिए पगडंडियों से होकर जाना पड़ता था और कठिनाईयों का सामना करना पड़ता था और यह ग्राम बारिश के दिनों में पहुंचविहीन हो जाता था। शासन के छत्तीसगढ़ ग्राम सडक़ विकास अभिकरण राजनांदगांव द्वारा जिला मुख्यालय से 120 किमी दूर ग्राम कोराचा से बुकमरका तक जाने के लिए एक सुगम रास्ता बनाया गया है, जो निर्माणाधीन है तथा मार्च 2022 तक डामरीकरण कर पूर्ण हो जाएगा। इसमें 21 पुल-पुलियों का निर्माण किया जा रहा है।
बारहमासी सडक़ निर्माण होने से सुदूर वनांचल के ग्रामवासियों को आवागमन, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं कृषि उपज तथा दैनिक उपयोग की वस्तुओं के क्रय-विक्रय की सुविधा सीधे ब्लॉक मुख्यालय मानपुर से प्राप्त होगी। निर्माणाधीन सडक़ से ग्राम पुगदा, गट्टेगहन, संबलपुर एवं बुकमरका के रहवासियों में हर्ष व्याप्त है। सडक़ निर्माण के दौरान पुलिस एवं नक्सलियों के बीच 5-6 बार मुठभेड़ हो चुकी है। अत्यंत विपरीत परिस्थितियों में सडक़ निर्माण कार्य कराया गया।
राजनांदगांव, 10 जनवरी। राज्यपाल अनुसुईया उइके का रविवार को इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय गेस्ट हाऊस खैरागढ़ पहुंचने पर आत्मीय स्वागत किया गया। इस अवसर पर कुलपति ममता चन्द्राकर, आईजी दुर्ग संभाग ओपी पॉल, कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा, एसपी संतोष सिंह, एसडीएम खैरागढ़ लवकेश धु्रव, एसडीओपी दिनेश सिन्हा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 जनवरी। जिले में तेज गति से धान का उठाव किया जा रहा है। विगत दो दिनों में 3 लाख क्ंिवटल धान का उठाव किया गया है। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने नेतृत्व में धान खरीदी, उठाव एवं धान की सुरक्षा के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। कलेक्टर स्वयं इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। धान खरीदी केन्द्रों में किसानों की सुविधाओं के लिए चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है।
गौरतलब है कि मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश के अनेक स्थानों में 10 जनवरी को हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। उत्तर-पूर्व राजस्थान के ऊपर एक उपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा स्थित है। जिससे बारिश होने की संभावना है, जिसे ध्यान में रखते कलेक्टर ने अधिकारियों को धान की सुरक्षा के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर का भय दिखाकर जमाखोरी एवं कालाबाजारी करने वाले व्यापारियों पर सख्त कार्रवाई करने हेतु जिला खाद्य अधिकारी को निर्देश दिए हैं। अवकाश के दिनों में लगातार कार्य करते धान का उठाव किया जा रहा है। कलेक्टर ने सभी राईस मिलर्स एवं ट्रांसपोटर्स को धान के उठाव के लिए निर्देश किया है। विशेष अभियान चलाकर धान का उठाव किया जा रहा है। जिले में पर्याप्त संख्या में बारदाने उपलब्ध है। कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा है कि किसानों से बारदाना नहीं लिया जाए।
राजनांदगांव, 10 जनवरी। जैन मुनि सम्यक रतन सागर जी ने रविवार को कहा कि जब हमें देखने और सोचने की शक्ति मिली है तो इसका सही उपयोग होना चाहिए। चील के पास दृष्टि होती है, किन्तु दृष्टिकोण नहीं होता, इसलिए इतनी ऊंचाई में उडऩे के बाद भी उसकी नजर नीचे की ओर रहती है। वह शव, गला मांस आदि खोजते रहता है। हमारी भी दृष्टि एवं दृष्टिकोण सही नहीं हुआ तो हमारा पतन निश्चित है।
मुनिश्री ने कहा कि दृष्टि की एक निश्चित सीमा होती है, किन्तु दृष्टिकोण की सीमाएं अनंत है। दृष्टि में हम एक निश्चित दूरी तक परिवर्तन कर सकते हैं, किन्तु दृष्टिकोण में हम शुरू से लेकर अंत तक परिवर्तन कर सकते हैं। जैन जगत का आध्यात्म भी दर्शन यानि दृष्टिकोण पर टिका है। उन्होंने कहा कि हम आराधना साधना के कितने भी उड़ान भर लें, किंतु यदि दृष्टिकोण मलिन है तो हमारी साधना-आराधना का कोई मतलब नहीं। उन्होंने कहा कि आकाश में उडऩे वाले चील की नजर अर्थात दृष्टि इतनी ऊंचाई में होने के बाद भी नीचे रहती है।
क्योंकि चील के पास दृष्टि है, किन्तु दृष्टिकोण नहीं है। हंस के पास दृष्टि भी होती है और दृष्टिकोण भी होता है, इसीलिए वह दूध और पानी को अलग-अलग कर देता है।
शिकायत करने वाला कभी प्रसन्न नहीं हो सकता-प्रवीण मुनि
श्रमण संघ के उपाध्याय प्रवीण मुनि ने कहा कि शिकायत करने वाला कभी प्रसन्न नहीं हो सकता। शिकायत एक कांटा है और इससे हमें बचना चाहिए। शिकायतकर्ता कभी धर्म श्रद्धालु हो नहीं सकता। उन्होंने कहा कि जिसके पास बुद्धि का दिया है, वह कभी शिकायत नहीं करता और जिसका दिवाला निकल गया है ,वहीं शिकायत करता है। प्रवीण मुनि जैन बगीचे में बोल रहे थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 जनवरी। कोविड संक्रमण के बढ़ते प्रकरणों को ध्यान में रखते कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के निर्देशन में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग रेणुप्रकाश की पहल से 15 से 18 वर्ष के बच्चों को कोविड टीकाकरण हेतु संस्था परिसर में शिविर आयोजित किया गया। जिसमें शासकीय बालक संप्रेक्षण गृह राजनांदगांव के कुल 19 बालक एवं बालिका गृह (स्नेह सेवा सर्वोदय संस्था) राजनांदगांव की 9 बालिकाओं को टीकाकरण किया गया है। शेष बच्चों की आयु 15 वर्ष से कम आयु होने के कारण टीका नहीं लगाया गया है, जैसे इनकी आयु 15 वर्ष हो जाएगी तथा आगामी समय में 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चे प्रवेश लेने पर स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित कर टीकाकरण कराया जाएगा। महिला एवं बाल विकास विभाग की एकीकृत बाल संरक्षण योजना अंतर्गत जिले में संचालित बाल देखरेख संस्थाओं में कोविड संक्रमण से बचाव हेतु एहतियात बरतने जिला कार्यक्रम अधिकारी ने गृह के अधीक्षकों एवं कर्मचारियों को कड़े निर्देश यह दिये है।
किशोर न्याय बोर्ड एवं बालक कल्याण समिति के आदेश पर प्रवेश लेने वाले बच्चों को क्वारेंनटाइन कक्ष में रखा गया है। गृह के अधिकारी एवं कर्मचारी तथा बच्चे मास्क लगाकर रखने के निर्देश दिए गए। गृह में प्रवेश के दौरान मास्क लगाए रखना अनिवार्य है, बिना मास्क के प्रवेश निषेध होगा।
गृह में प्रवेश के दौरान सुरक्षा गार्ड द्वारा टेम्परेचर जांच के बाद बुखार होने एवं सर्दी-खांसी के लक्षण परिलक्षित नहीं होने पर सेनेटाईज करने के बाद प्रवेश दिया जाए। अनाधिकृत एवं बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित होगा। जिला बाल संरक्षण अधिकारी चंद्रकिशोर लाड़े ने बताया कि कोविड टीकाकरण हेतु मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी एवं डॉ. विकास राठौर, कोविड नियंत्रण प्रभारी तथा स्वास्थ्य विभाग की टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 जनवरी। शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय राजनांदगांव में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा प्राचार्य डॉ. केएल टांडेकर के मार्गदर्शन एवं कार्यक्रम अधिकारी प्रो. नूतन देवांगन व प्रो. संजय देवांगन के नेतृत्व में 6, 7 व 8 जनवरी को तीन दिवसीय हार्टफूलनेस रिलैक्सेशन एवं मेडिटेशन कार्यशाला का आयोजन किया गया।
प्रथम दिन कार्यशाला का शुभारंभ प्राचार्य ने किया। इस दिन ध्यान के माध्यम से मन में उठने वाले विभिन्न विचारों को केन्द्रित करना तथा नकारात्मक विचारों को दूर करना सिखाया गया। द्वितीय दिवस ध्यान के माध्यम से मन व आत्मा की सफाई पर प्राणाहूति करना बताया गया। वहीं तीसरे व अंतिम दिवस प्रार्थना का महत्व व प्रार्थना के माध्यम से मन व विचारों को परमात्मा के साथ जोडऩा सिखाया गया। प्राचार्य डॉ. टंडेकर ने कहा कि इस तनाव भरी जिंदगी में हार्टफूलनेस मेडिटेशन का बहुत महत्व है और हमें प्रतिदिन ध्यान करना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन प्रो. नूतन देवांगन एवं आभार प्रदर्शन प्रो. संजय देवांगन ने किया।
उक्त कार्यशाला डॉ. एचडी देशमुख, विजय अय्यर, प्रीति झा, शिरीष साव, गोविंद नामदेव, मनोहर जायसवाल, चुन्नीलाल देवांगन के सहयोग से संपन्न हुआ। कार्यशाला के सफल आयोजन में डॉ. अनिल मिश्रा, भागवत वर्मा, मनीष टांडेकर, सोनल वर्मा, बलेश्वर, कुलदीप टंडन, यश साहू एवं लोकेश्वर का विशेष योगदान रहा। तीन दिवसीय कार्यशाला में 120 स्वयंसेवक लाभान्वित हुए।
अब तक 82 हजार बच्चों का टीकाकरण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 जनवरी। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा कोविड-19 के नए वैरियंट ओमिक्रॉन के फैलाव को ध्यान में रखते सीमावर्ती राज्यों के बार्डर, रेल्वे स्टेशन, बस स्टैंड में किए जा रहे टेस्टिंग का लगातार निरीक्षण कर रहे हैं। उन्होंने कोविड-19 सुरक्षा के लिए कोविड जांच बढ़ाने के साथ ही सीमावर्ती राज्यों के बार्डर में चेकिंग बढ़ाने के निर्देश दिए। इसके लिए उन्होंने सभी अधिकारियों को बार्डर में अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों की टेस्टिंग पर विशेष ध्यान देने कहा। गौरतलब है कि 8 जनवरी को बागनदी बार्डर, राजनांदगांव एवं डोंगरगढ़ रेल्वे स्टेशन में कुल 633 एंटीजन टेस्ट किए गए। जिसमें बागनदी बार्डर में 400, राजनांदगांव रेल्वे स्टेशन में को 123, डोंगरगढ़ रेल्वे स्टेशन में 85 एंटीजन टेस्ट किए गए। रविवार शाम तक महत्वपूर्ण चिन्हांकित स्थानों में 313 एंटीजन टेस्ट किए गए। बार्डर के पाटेकोहरा चेकपोस्ट में 160, राजनांदगांव रेल्वे स्टेशन में 108, डोंगरगढ़ रेल्वे स्टेशन में 25, बोरतलाब चेक पोस्ट में लोगों का एंटीजन टेस्ट किया गया।
कलेक्टर सिन्हा ने नागरिकों से अपील की है कि मास्क लगाएं एवं कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करें। कोरोना की पहली एवं दूसरी लहर की त्रासदी से हम उबरे हैं और हमारे सामने कोरोना की तीसरी लहर की यह चुनौती सामने है। जिसका सामना करने के लिए हमें कोविड प्रोटोकाल का पालन करना होगा। अपने और अपने परिजनों को सुरक्षित रखने के लिए इसे अपनी जीवन में अपनाएं। उन्होंने कहा कि सर्दी, खांसी एवं बुखार के लक्षण आने पर तत्काल कोरोना जांच कराएं। कोरोना के लक्षण होने पर घर पर ही रहें और परिवार के सदस्यों को भी होम आईसोलेशन में रहना चाहिए। सैम्पल देने के बाद कार्य स्थल पर न जाए, घर पर ही रहें। उन्होंने नागरिकों से आव्हान किया है कि जिन्होंने अपना सेकंड डोज नहीं लगाया है वे तत्काल कोविड टीकाकरण केन्द्र जाकर टीका लगवाएं।
गौरतलब है कि 10 जनवरी से सभी पात्र हेल्थ वर्कर्स एवं फ्रंट लाईन वर्कर्स तथा 60 वर्ष व उससे अधिक कोमार्बिटी को प्रिकॉसन डोज के लिए बूस्टर डोज के लिए कोविन पोर्टल में पुन: रजिस्टेशन की आवश्यकता नहीं होगी। द्वितीय डोज लगने के 270 दिन बाद प्रिकॉसन या बूस्टर डोज लगेगा। वहीं सेकंड डोज के टीकाकरण के लिए बुधवार और गुरुवार को विशेष टीकाकरण महाअभियान चलाया जाएगा। 15 वर्ष से 18 वर्ष की आयु के बच्चों का टीकाकरण जारी जारी है। बच्चे उत्साहपूर्वक टीका लगा रहे हैं। अब तक 15 वर्ष से 18 वर्ष आयु के 82 हजार 381 बच्चों का टीकाकरण हो गया है। अब तक जिले में 18 वर्ष आयु समूह का प्रथम डोज शत-प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। जिन व्यक्तियों को द्वितीय डोज नहीं लगा है वे इस विशेष अभियान में टीकाकरण करा सकते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 जनवरी। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन जिला राजनांदगांव के टेबल कैलेंडर 2022 का विमोचन कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने गत् 8 जनवरी को किया। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर, संयुक्त कलेक्टर इंदिरा देवहारी, संयुक्त कलेक्टर निष्ठा पांडे तिवारी, डिप्टी कलेक्टर केएल वर्मा, उप संचालक जनसंपर्क उषा किरण सहित फेडरेशन के जिला संयोजक डॉ. केएल टांडेकर, जिला महासचिव सतीश ब्यौहरे एवं जिला महामंत्री पीआर झाड़े उपस्थित थे।
इस अवसर पर जिला संयोजक डॉ. टांडेकर ने कहा कि वर्तमान समय में कोरोना संक्रमण की दिनो-दिन बढ़ती आपात स्थिति के दृष्टिगतएवं कलेक्टर के निर्देशानुसार फेडरेशन के टेबल कैलेंडर 2022 का विमोचन किया गया। फेडेरेशन के जिला महासचिव सतीश ब्यौहरे ने बताया कि अधिकारी-कर्मचारियों की सुविधा के लिए, उनके कार्यालय एवं ऑफिस टेबल में रखने टेबल कैलेंडर 2022 का प्र्रकाशन करवाया गया है।
टेबल कैलेंडर के प्रकाशन एवं विमोचन पर फेडरेशन के कमल वर्मा, राजेश चटर्जी, राजेश मालवे, एसके ओझा, बीएस मंडावी, बृजभान सिन्हा, दुर्गेश त्रिवेदी, मुकुल साव, रामनारायण बघेल, भीषम ठाकुर, सीएल चंद्रवंशी, पूरनलाल साहू, संतोष चौहान, डॉ. बीपी चंद्राकर, अरूण देवांगन, संजय तिवारी, विनोद मिश्रा, राज्य शेखर मेश्राम, अजीत दुबे, उत्तम फंदियाल, हरीश भाटिया, महेश साहू, पीएल साहू, गीता जुरेशिया, विनोद यादव, संजय सिंह, एनएल देवांगन, शैलेष श्रीवास्तव, उपेन्द्र रामटेके, सुरेश यादव, हरीशचंद यादव ने आभार प्रदर्शन किया।
विद्यार्थियों में रूचि उत्पन्न करने शिक्षकों ने की पहल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 10 जनवरी। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय अंबागढ़ चौकी में गत् दिनों शाला प्रबंधन एवं विकास समिति के अध्यक्ष अफशान खान के मुख्य आतिथ्यि में विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
शाला विकास समिति अध्यक्ष ने बच्चों की प्रदर्शनी देख सराहना की। जिसमें विद्यालय के कक्षा पहली से 12वीं तक के विद्यार्थियों ने कबाड़ से जुगाड़ शीर्षक के अंतर्गत खराब पड़ी सामग्रियों के माध्यम से विज्ञान के विभिन्न सिद्धांतों का उपयोग करते विज्ञान के लिए मॉडल तैयार किए।
विद्यालय में प्रत्येक शनिवार को विभिन्न क्रियाकलापों के मध्य विज्ञान विषय में विद्यार्थियों की रूचि उत्पन्न करने के लिए विद्यालय के शिक्षकों द्वारा अपने मार्गदर्शन में दैनिक जीवन में खराब चीजों का इस्तेमाल करते विज्ञान के विभिन्न मॉडल तैयार करवाए गए और उसे आज शिक्षकों तथा शाला प्रबंधन विकास समिति के अध्यक्ष के समक्ष कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते प्रस्तुत किया गया।
शिक्षा के प्रमुख उद्देश्य विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के उद्देश्य की पूर्ति के लिए इस आयोजन के प्रबंधन की जिम्मेवारी कक्षा आठवीं के विद्यार्थियों को देकर दी गई। विद्यार्थियों ने इस विज्ञान प्रदर्शनी में पूरे उत्साह से भाग लिया। विज्ञान प्रदर्शनी में संस्था के शिक्षक रेणुका देशमुख, रितेश देवांगन, दीप्तांशु, मयूर, प्रज्ञा, नेहा, ममता बघेल, दामिनी, अतुल, नरेंद्र, निखिल, राहुल, तुलेश, रूचि, भारती सहित प्रधान पाठक ओमप्रकाश यादव ने बच्चों का मार्गदर्शन किया। प्राचार्य आरबी सिंह ने इस आयोजन में विद्यार्थियों के विज्ञान के महत्व को लेकर विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया और उनके दैनिक जीवन में उपयोग में आने वाले विभिन्न विज्ञान के नियमों और सिद्धांतों से सीख लेने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम के अंत में विजेताओं के नाम की उद्घोषणा की गई। प्रतियोगिता के निर्णायक श्रीमती राव, सुशील चौरसिया एवं ओमप्रकाश यादव थे।
9वीं के विद्यार्थियों ने मारी बाजी
विज्ञान प्रदर्शनी कि इस प्रतियोगिता में हायर सेकंडरी से कक्षा नौवीं के विद्यार्थी शेख मुस्तकीम, सिम्मी विश्वकर्मा, आर्ची शर्मा, रीतिका साहू द्वारा बनाए गए सोलर स्ट्रीट लाइट के प्रोजेक्ट को प्रथम तथा द्वितीय स्थान पर अशफिया, राकेश रजक, नीतिका बोरकर, सत्येंद्र द्वारा बनाए गए मॉडल रेस्पिरेट्री ऑर्गन सिस्टम पर प्रोजेक्ट को द्वितीय स्थान प्राप्त किया है।
मिनी एटीएम बना प्रदर्शनी
इसी प्रकार माध्यमिक विभाग से कक्षा 6वीं की माही बोरकर द्वारा बायोगैस प्लांट ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार कक्षा 6वीं से आयुष बघेल एलोवेरा बैटरी कूलर तथा कक्षा 8वीं के धर्मेंद्र साहू द्वारा प्लास्टिक रीसाइकलिंग से सडक़ निर्माण को द्वितीय विजेता घोषित किया गया है। साथ ही प्राथमिक विभाग में कक्षा पहली से आरोही, कक्षा चौथी से अनमोल कुमार द्वारा अपोजिट वर्ड का प्रोजेक्ट सराहा गया। कक्षा पांचवी के छात्र द्वारा मिनी एटीएम का प्रदर्शन भी किया गया।
खैरागढ़ संगीत विवि के थियटर विभाग के रंगमंडल का उद्घाटन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 10 जनवरी। कला और ललित कला को समर्पित एशिया प्रसिद्ध इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के थिएटर विभाग के रंगमंडल का उद्घाटन करते हुए छत्तीसगढ़ के राज्यपाल एवं कुलाधिपति अनुसुईया उइके ने शिक्षा में नवाचार के रूप में रंग मंडल के निर्माण पर बधाई देते हुए कहां की मैं भी रंगमंच से जुड़ी हुई थी और अभिनय से जुड़े हुए लोगों के लिए छिंदवाड़ा में अभिनव संस्था का गठन किया गया था। इसका उद्देश्य जिन्हें मंच नहीं मिल पा रहा है उन्हें मंच देकर आगे बढ़ाना था। मुझे रंगमंच से लगाव था और ऑल इंडिया नाटक प्रतियोगिता चंडीगढ़ में अभिनय में मैंने मालकिन का किरदार निभाया था। आपने आगे कहां की संगीत और कला जीवन का महत्वपूर्ण पहलू है। रंगमंच अभिव्यक्ति का प्राचीनतम माध्यम है। छत्तीसगढ़ी भाषा के रंगमंच को एक नया आयाम देना होगा।
कुलपति ने राजभवन में इसका उद्घाटन करने को कहा तो मैंने कहां की मैं खैरागढ़ आकर इसकी उद्घाटन करूंगी क्योंकि वहां छात्र-छात्राएं और अध्यापक गण भी मौजूद रहेंगे। मुझे यहां आकर काफी खुशी हुई और एक अलग अनुभूति होती है। इसके पूर्व पद्मश्री से सम्मानित कुलपति मोक्षदा चन्द्राकर ने कहा यह विश्वविद्यालय संगीत और कला के लिए जाना जाता है और हमें पहचान भी कला से मिलती है।
अध्ययन अध्यापन के साथ नवाचार जोडऩे का प्रयास किया जा रहा है। नई शिक्षा नीति में भी कौशल विकास पर जोर दिया जा रहा है। रंगमंडल के माध्यम से लोगों को रोजगार मिलेगा और कला का प्रचार प्रसार होगा। इस अवसर पर माननीय राज्यपाल, कुलपति, प्रोफेसर मृदुला शुक्ला, अधिष्ठाता कला संकाय, कुलसचिव आई डी तिवारी मंचस्थ थे। कार्यक्रम का संचालन योगेन्द्र चौबे द्वारा किया गया। उद्घाटन समारोह के पश्चात छत्तीसगढ़ राज्य गीत पर भरतनाट्यम के विद्यार्थियों के द्वारा नृत्यात्मक प्रस्तुति हुई उसके बाद थियेटर विभाग के विद्यार्थियों द्वारा नाटक कि मंचन किया गया।
राजनांदगांव, 10 जनवरी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पंजाब दौरा रद्द होने के बाद लगातार भाजपाई अनर्गल बयानबाजी कर रहे, जिस पर राज्य पर्यटन मंडल के सदस्य निखिल द्विवेदी ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को एसपीजी सुरक्षा प्राप्त है। जिसका प्रतिदिन का खर्च एक करोड़ 25 लाख के आसपास है। मोदी के बयानों से लगता है कि मोदी को देश के किसान और एसपीजी के जवानों पर भरोसा नहीं है।
श्री द्विवेदी ने जारी विज्ञप्ति में आगे कहा कि मनमोहन सिंह जब देश के प्रधानमंत्री थे, तब 2009 में गुजरात गए थे, उनकी सभा में किसी अराजक तत्वों द्वारा जूता फेंका गया था, उस वक्त गुजरात के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी थे, तब मनमोहन सिंह ने उस घटना पर यह नहीं किया कि धन्यवाद मोदी जी मेरी जान बच गई। मनमोहन सिंह पीएम रहते जेएनयू गए थे। छात्रों ने उनके काफिले को घेर लिया था और काले झंडे दिखाए थे, तब मंच के छात्रों को संबोधित करते मनमोहन सिंह ने कहा था मैं आपसे असहमत होते हुए भी आपकी अभिव्यक्ति की आजादी की रक्षा करूंगा। किसी भी छात्र के लिए कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री थे, तब वह उत्तरप्रदेश दौरे पर थे, तब वहां की छात्राओं ने उन्हें काला झंडा दिखा था और उनके काफिला को घेर लिया था और उस वक्त योगी आदित्यनाथ उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री थे और उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार थी, तब नरेन्द्र मोदी ने लखनऊ एयरपोर्ट पर सुरक्षा अधिकारी को नहीं कहा कि अपने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देना की, मेरी जान बच गयी।
चुनावी माहौल है और नरेंद्र मोदी लगातार गैर भाजपा शासित राज्यों के साथ अर्गलन बयानबाजी और गैर जिम्मेदाराना रवैया दिखा रहे हैं।
श्री द्विवेदी ने कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है जिस पर राजनीति करने के बजाय एसपीजी, आईबी तथा अन्य एजेंसियों एवं गृहमंत्री अमित शाह की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए और जो दोषी हैं उस पर राजनीति छोड़ करवाई होनी चाहिए। भाजपा द्वारा इस मुद्दे पर कांग्रेस एवं पंजाब के मुख्यमंत्री श्री चन्नी के खिलाफ की जा रही टिप्पणियां मुद्दे की गंभीरता को कम करती है।
कफ्र्यू में सभी प्रकार की व्यवसायिक गतिविधियां रहेंगी प्रतिबंधित, स्कूल और आंगनबाड़ी रहेंगे बंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 जनवरी। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने वर्तमान में कोविड-19 के बढ़ते पॉजिटिव दरों को दृष्टिगत रखते परिस्थिति अनुरूप के लिए प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया है। जिला राजनांदगांव अंतर्गत प्रतिदिन रात्रि 10 से सुबह 6 बजे तक रात्रिकालीन कफ्र्यू लागू किया गया है।
राजनांदगांव एवं डोंगरगढ़ विकासखंड के अंतर्गत नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र के समस्त स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्र आगामी आदेश तक बंद रहेंगे। जिले के समस्त नगरीय निकाय क्षेत्र डोंगरगांव, छुरिया, अंबागढ़ चौंकी, डोंगरगढ़, खैरागढ़, गंडई एवं छुईखदान में भी सभी स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्र बंद रहेंगे, किन्तु सूखा राशन वितरण किया जा सकेगा। शेष क्षेत्रों में कोविड प्रोटोकाल का पालन करते स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्र खोले जा सकेंगे। वैक्सीनेशन कार्य हेतु वर्ष 15-18 आयु वर्ग के बच्चों को स्कूल परिसर में कोविड गाईड लाइन एवं फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते बुलाया जा सकेगा। कक्षाओं का संचालन ऑनलाइन माध्यम से किया जा सकता है।
रात्रिकालीन कफ्र्यू में सभी प्रकार की व्यवसायिक गतिविधियां प्रतिबंधित रहेंगी। रात्रिकालीन कफ्र्यू के दौरान कोविड प्रोटोकाल का पालन करने की शर्त पर थोक व्यापार, सब्जी मंडी, लोडिंग-अनलोडिंग की अनुमति होगी। पेट्रोल पंप, अस्पताल, दवाई दुकान, दवाई की डिलिवरी, एम्बुलेंस उपरोक्त प्रतिबंध से मुक्त होंगे। राजनांदगांव जिला अंतर्गत समस्त प्रकार के धरना, रैली, जुलूस, सार्वजनिक, सामाजिक कार्यक्रम (विवाह एवं अंत्योष्ठि को छोडक़र) सांस्कृतिक, धार्मिक कार्यक्रम, खेलकूद मेला, मड़ई अथवा अन्य किसी प्रकार के सामुहिक कार्यक्रम आयोजित किया जाना प्रतिबंधित रहेगा। छत्तीसगढ़ शासन के आदेश के अनुसार कार्यक्रम स्थलों पर अधिकतम एक तिहाई क्षमता की अनुमति होगी तथा 100-200 व्यक्तियों के सम्मिलित होने की स्थिति में एक दिन पूर्व निकटतम थाना एवं नगरीय निकाय को सूचना दिया जाना अनिवार्य होगा। कार्यक्रम में 200 से अधिक व्यक्तियों की उपस्थिति होने की दशा में कलेक्टर की लिखित अनुमति अनिवार्य होगी। समस्त कार्यक्रम स्थलों पर पंजी संधारित कर कार्यक्रम में सम्मिलित होने वाले व्यक्तियों का नाम, पता एवं मोबाइल नंबर संधारित किया जाना अनिवार्य होगा। राजनांदगांव जिले अंतर्गत सभी मॉल, जिम, सिनेमाघर, होटल, रेस्टोरेंट, ऑडिटोरियम, मैरिज हॉल एवं अन्य आयोजन स्थलों को आगामी आदेश तक एक तिहाई क्षमता के साथ संचालित किया जा सकेगा। होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा, बेकरी आईटम, फूड कोर्ट एवं अन्य खाद्य सामग्री प्रतिष्ठान रात्रि 11 बजे तक संचालित किए जा सकेंगे। फूड की होम डिलिवरी 11 बजे तक की जा सकेगी। समस्त व्यवसायिक प्रतिष्ठान संचालक, कर्मचारी एवं ग्राहकों को व्यवसाय के दौरान मास्क का उपयोग करना अनिवार्य होगा। सभी व्यवसायियों को अपने दुकान, संस्थान में विक्रय हेतु मास्क, सेनिटाइजर रखना अनिवार्य होगा, ताकि बिना मास्क पहने खरीदारी करने के लिए आए ग्राहकों को सर्वप्रथम मास्क का विक्रय एवं वितरण किया जाए एवं तत्पश्चात् अन्य वस्तुओं एवं सेवाओं का विक्रय किया जाए।
उल्लंघन किए जाने पर नगरी निकाय के अधिकारी पुलिस विभाग के सहयोग से चालानी कार्रवाई की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 जनवरी। भाजपा के जिला सोशल मीडिया प्रभारी कमल सोनी ने कोरोना संक्रमण को देखते 9 जनवरी को अपना जन्मदिन सादगीपूर्ण मनाया। श्री सोनी ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण असंख्य लोग अकाल मौत के मुंह में समा चुके हैं। वर्तमान में भी कोरोना वायरस का तेजी से प्रकोप जारी है, ऐसी स्थिति में उन्होंने आम जनता से प्रशासन के निर्देशों और कोरोना गाइड लाइन का कड़ाई से पालन करते सावधानी बरतने की अपील की है।
श्री सोनी ने कहा कि पिछले कोरोनाकाल के दौरान बड़ी बहन पूर्व महापौर शोभा सोनी का निधन हुआ था, यह हमारे परिवार के लिए बहुत ही बड़ी क्षति हुई थी, जिस परिवार में इस तरह की घटना होती थी, वह परिवार के सदस्य ही समझ सकते हैं। जिसके एवज मैं अपने जन्मदिन पर केक भी नहीं काटा।
केक काटने के बजाय कमला कॉलेज चौक के समीप जाकर लोगों को अपने हाथों से मास्क पहनाते लगभग 200 मास्क बांटते कहा कि मास्क पहने, सेनिटाईजर का उपयोग करें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, तभी हम करोना जैसे भयंकर बीमारी को मात दे सकते हैं।
जिला अस्पताल में कोरोना वारियर्स को दिए गए डोज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 जनवरी। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच कोरोना वारियर्स माने जाने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को बुस्टर डोज की पहली खुराक दी गई। सोमवार को जिला अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मियों में शामिल चिकित्सक, नर्स और अन्य कर्मियों को बुस्टर डोज दिया गया।
चिकित्सकों का कहना है कि दोनों डोज और बुस्टर की खुराक लेने वाले लोगों को कोरोना संक्रमण होने का खतरा कम रहेगा। कोरोना के टीकाकरण के पहले और दूसरे दौर में भी स्वास्थ्य कर्मियों से ही टीका लगाए जाने की शुरूआत हुई थी। सोमवार से सभी पात्र हेल्थ वर्कर्स एवं फ्रंट लाईन वर्कर्स तथा 60 वर्ष व उससे अधिक कोमार्बिटी को प्रिकॉसन डोज के लिए बूस्टर डोज लगाने की शुरूआत हो गई है। वहीं पात्र लोगों को कोविन पोर्टल में पुन: रजिस्टे्रशन की आवश्यकता नहीं होगी। द्वितीय डोज लगने के 270 दिन बाद प्रिकॉसन या बूस्टर डोज लगेगा। वहीं सेकंड डोज के टीकाकरण के लिए बुधवार और गुरुवार को विशेष टीकाकरण महाअभियान चलाया जाएगा।
इधर जिला अस्पताल में बुस्टर डोज लगने की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही चिकित्सकों ने आमजनों से कोरोना के प्रथम और द्वितीय डोज लगाने की अपील की। साथ ही दोनों डोज लगा चुके कोरोना वारियर्स से भी बुस्टर डोज लगाने का आह्वान किया। चिकित्सकों का कहना है कि कोरोना संक्रमण से बचने कोरोना टीका लगाना आवश्यक है। चिकित्सकों का कहना है कि बचाव ही एकमात्र उपाय है।
सुबह बारिश के साथ दिनभर रही धुंध
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 जनवरी। मौसम ने एक बार फिर अपना रूख बदला है। बदले हुए मिजाज के साथ सोमवार को बारिश के बाद दिनभर धुंध रही। कोहरे और बारिश के चलते फिर से मौसम सर्दीला हो गया। रविवार शाम ढ़लते ही एकाएक ठंडी हवाएं चलने लगी। रात के बाद सोमवार सुबह बारिश होने से मौसम काफी बदल गया। वहीं तापमान में भी गिरावट दर्ज की जा रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में लगातार नमी का असर होने के कारण प्रदेश सहित अन्य प्रांतों में भी बारिश की संभावना बढ़ गई है। वर्तमान में चक्रवाती सिस्टम का घेरा राजस्थान के आसपास बना हुआ है। जिससे दो दिन तक छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों के साथ-साथ नांदगांव जिले में भी बारिश की संभावना बढ़ गई है। राजनांदगांव जिले में बेमौसम बारिश होने से लोगों की परेशानियां बढ़ गई थी। एक बार फिर मानसून के बदले मिजाज ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी है। रविवार को शाम से ही ठंडी हवाएं चल रही है। आसमान में भी बादलों की अच्छी खासी उपस्थिति देखने को मिल रही है। अचानक मौसम में आए बदलाव से लोगों की परेशानियां भी बढ़ी है। बारिश हुई तो फसलों को फिर नुकसान हो सकता है। अचानक मौसम में आए बदलाव तथा ठंडी हवाओं के चलने से तापमान में भी भारी गिरावट दर्ज की जा रही है।
सोमवार को धुंध और आसमान में बादलों के बीच बारिश होने से लोगों को लोगों को ठंडी हवाओं से ठंड का अहसास हुआ। वहीं बारिश से बचने के लिए लोगों ने छाता और रैनकोट का भी सहारा लिया। सडक़ों में चलने वाले लोगों ने जहां बारिश से बचने दुकानों और मकानों के प्लेटफार्म में सहारा लिया। वहीं कुछ लोग शहर से गुजरने वाले फ्लाई ओवर के नीचे आसरा लिए। इधर बेमौसम बारिश होने से शहर में फुटपाथ में दुकान लगाने वाले व्यापारी अपनी दुकानें नहीं लगाए पाए। अचानक मौसम में आए बदलाव तथा ठंडी हवाओं के चलने से तापमान में भी गिरावट दर्ज की जा रही है। मौसम का मिजाज बदलने से लोगों को शीतलहर से जूझना पड़ेगा।
आधा दर्जन महिलाओं को आरक्षक का मिलेगा दर्जा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 जनवरी। नक्सल मोर्चे में पुलिस की कामयाबी के असल सूत्रधार रहे सहायक आरक्षकों के लिए राज्य सरकार ने तोहफे के तौर पर आरक्षक पद पर प्रमोशन देने का ऐलान कर उनकी 10 साल पुरानी मांग को पूरा किया है। राजनांदगांव जिले में 60 सहायक आरक्षक विभाग की नक्सल लड़ाई में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से शाामिल रहे हैं।
2011 से नक्सलियों के खिलाफ चली निर्णायक जंग में सहायक आरक्षकों ने जवानों को कई सफलताएं दिलाई। नक्सलियों के लिए सहायक आरक्षकों का पुलिस का साथ देना बेहद घातक रहा है। नक्सली हिंसा के शिकार हुए परिजनों के अलावा नक्सलियों के हिमायती रहे युवाओं को तोडकऱ पुलिस ने अपने पाले में किया। दस साल पहले शुरू हुई सहायक आरक्षक बनाने की नीति के अब सकारात्मक नतीजे सामने आए हैं। नक्सल गतिविधि की सटीक सूचना का संकलन महकमा सहायक आरक्षकों के जरिये ही करता रहा है। उनके ही जरिये नक्सलियों के कई ठिकानों पर जवानों ने धावा बोला। सहायक आरक्षकों की भूमिका का ही नतीजा रहा कि नक्सलियों की रणनीतियों से जुड़ी अहम जानकारियां अफसरों को मिलती रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक सहायक आरक्षकों के वेतनमान में काफी विसंगतियां है। अलग-अलग साल के सहायक आरक्षकों को 13 से 18 हजार रुपए प्रतिमाह दिए जा रहे हैं। सहायक आरक्षकों का दावा है कि महकमा आरक्षक की तर्ज पर उनसे काम लेता रहा है, लेकिन मेहनताना देने की नीति को समकक्ष नहीं रखा गया। राजनांदगांव जिले में 2011, 2014, 2016 से लेकर आज पर्यन्त सहायक आरक्षकों की एक बड़ी टीम तैयार हो गई है। 60 सहायक आरक्षकों में आधा दर्जन महिलाएं भी शामिल है। लंबे समय से आरक्षकों के समकक्ष वेतन और सुविधाएं देने की मांग को लेकर सहायक आरक्षक संघर्ष कर रहे थे। राजनांदगांव जिले में भी सहायक आरक्षकों ने हाल ही में हुए राजधानी में प्रदर्शन में खुलकर भाग लिया था।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सहायक आरक्षकों की मांग को जायज मानते हुए आरक्षक पद पर पदोन्नति दिए जाने पर सैद्धांतिक सहमति दी है। ऐसे में राजनांदगांव जिले के मोहला से लेकर बकरकट्टा तक तैनात सहायक आरक्षकों की वाजिब मांग पूरा होने की कगार पर है।
मिली जानकारी के मुताबिक सहायक आरक्षकों को आरक्षक बनाए जाने से विभाग को नक्सलियों को कमजोर करने में काफी मदद मिलेगी। फिलहाल सहायक आरक्षकों को प्रस्तावित प्रमोशन मिलने से भविष्य में सकारात्मक नतीजे विभाग को मिलेंगे।
सहायक शिक्षक का पदोन्नित रोकनेे का संगीन आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 जनवरी। राजनांदगांव जिला पंचायत के लिपिक पर एक सहायक शिक्षक ने प्रमोशन के एवज में घूस मांगने का संगीन आरोप लगाते शिक्षक पद पर पदोन्नित रोकने के मामले को सार्वजनिक किया है। डोंगरगढ़ ब्लॉक के बेलगांव हाईस्कूल में पदस्थ सहायक शिक्षक विजेन्द्र कुमार वर्मा ने जिला पंचायत में कार्यरत लिपिक नेमीचंद देंवागन पर प्रमोशन के लिए 50 हजार रिश्वत नहीं देने के बाद पदोन्नित से वंचित करने का गंभीर आरोप लगाया है।
सोमवार को प्रेसवार्ता में सहायक शिक्षक ने लिपिक देंवागन पर कई तरह के आरोप लगाते कहा कि पांच साल पहले अप्रैल 2017 में सहायक शिक्षक से शिक्षक के लिए प्रमोशन सूची में उसका नाम सूचीबद्ध किया गया था। सूची के अंतिम प्रकाशन के बाद जुलाई 2017 की वैध सूची में उसका नाम विलोपित कर दिया गया। प्रमोशन से वंचित होने के बाद से वह विभागीय स्तर पर मामले को लेकर आवाज उठा रहे है। अपने साथ हुए अन्याय को लेकर सहायक शिक्षक ने आरोप लगाते कहा कि 5 हजार रूपए की रिश्वत नही देना उनके लिए भारी पड़ गया। लिपिक देवांगन ने रूपए नहीं देने की सजा के तौर पर गुपचुप रूप से 23 अगस्त 2017 को जारी प्रमोशन सूची को फाईल में दबाए रखा। इस सूची में शिक्षक पद पर प्रमोशन के लिए उनका नाम था, बाद में प्रमोशन की अंतिम तिथि 31 अगस्त 2017 को शाम को साल्हेवारा स्कूल में उपस्थिति देने संबंधी आदेश मिला। इस वजह से वह सहायक शिक्षक से शिक्षक बनने से वंचित रह गए।
इधर लिपिक पर लगे आरोपों के संबंध में जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में कहा कि मामला पांच साल पुराना है। उक्त विषय पर जानकारी लेने के बाद कुछ कहना बेहतर होगा। फिर भी शिकायत मिलने पर जांच होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गंडई, 9 जनवरी। ग्राम पैलीमेटा स्थित शासकीय प्राथमिक शाला में स्कूली बच्चों ने शिक्षक तुलेश्वर सेन द्वारा दिए गए नवाचार पांच प्रकार की सामग्रियां फल, फूल, बीज, पत्ती, अन्न के कण आदि को कार्ड बोर्ड में सजाकर लाए और स्कूल में प्रदर्शन किया।
बताया जा रहा है कि पैलीमेटा के शिक्षक अपनी योग्यतानुसार प्रतिदिन कुछ नया करने का प्रयास करते हैं। प्रत्येक शनिवार को योग/ध्यान की कक्षा के बाद बच्चों को कुछ नया सीखने और सिखाने का अवसर प्रदान करते रहते हैं। जिससे बच्चों में स्कूली शिक्षा के अतिरिक्त नैतिक, बौद्धिक, सामाजिक, शारीरिक, मानसिक शिक्षा का विकास होता है। इस सप्ताह बच्चों को प्रोजेक्ट वर्क के अंतर्गत पांच-पांच प्रकार की सामग्रियां आदि लाने कहा गया था, जिसमें कक्षा पहली से 5वीं तक के बच्चों ने अपनी प्रतिभा अनुसार संकलित करते सजाकर पेश किए। शिक्षक तुलेश्वर सेन ने बताया कि नवाचार से बच्चों को दूरदर्शी बनने और अपने आसपास से आत्मिक रूप से जूझने का मौका मिलता है। साथ ही उनकी प्रतिभाओं का विकास होता है और स्कूल को लेकर बच्चों में आकर्षण बना रहता है।
कलेक्टर ने अफसरों एवं समिति प्रबंधकों की ली बैठक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 9 जनवरी। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने शनिवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में धान खरीदी व्यवस्था, बारिश से सुरक्षा और धान के उठाव में तेजी लाने अधिकारियों एवं समिति प्रबंधकों की बैठक ली।
श्री सिन्हा ने कहा कि धान खरीदी प्रारंभ होने के बाद जिले में सुचारू रूप से धान खरीदी हो रही है। धान विक्रय के लिए सभी धान खरीदी केन्द्रों में समुचित व्यवस्था की गई है। जिससे किसान आसानी से अपना धान विक्रय कर रहे हंै। लगभग सभी छोटे किसानों ने अपने धान का विक्रय कर लिया है। शेष दिनों में बचे हुए सभी किसानों का धान क्रय कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि लगभग डेढ़ लाख किसानों ने 60 लाख क्विंटल धान का विक्रय कर लिया गया है। वहीं धान खरीदी केन्द्रों से धान का उठाव लगातार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि धान खरीदी की अच्छी व्यवस्था लगातार जारी रहना चाहिए। अब तक लगभग सभी छोटे किसानों द्वारा धान का विक्रय किया जा चुका है। जिन किसानों ने अपने पूरे धान का विक्रय कर लिया है, उनका अभियान चलाकर रकबा समर्पण कराएं। धान खरीदी के शेष दिनों में कोचियों, बिचौलियों पर कड़ी निगरानी रखी जाए। धान खरीदी केन्द्र में अवैध धान नहीं आना चाहिए। अवैध धान पकड़ाए जाने पर एफआईआर की कार्रवाई करें। सीमावर्ती क्षेत्रों के चेक पोस्ट में कड़ाई से जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि धान खरीदी केन्द्र में पर्याप्त संख्या में बारदाने उपलब्ध हैं। इन्हीं बारदाने से ही धान की खरीदी की जाए। किसानों द्वारा लिए गए बारदानों की राशि का भुगतान कर दिया गया है।
कलेक्टर सिन्हा ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बारिश होने की संभावना है। सभी धान खरीदी केन्द्र में खरीदे हुए धान की स्टैकिंग बनाकर केप कव्हर से ढका जाएं। सभी अधिकारी धान खरीदी केन्द्रों पर निरीक्षण कर मानिटरिंग करें। उन्होंने कहा कि बारिश से धान को नुकसान नहीं होना चाहिए। धान की सुरक्षा के लिए डे्रनेज अनिवार्य रूप से बनाएं। सभी धान खरीदी केन्द्रों में केप कव्हर पर्याप्त संख्या में रहें। केन्द्र में पानी जमा नहीं होना चाहिए, निकासी की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले उठाव करने वाले धान खरीदी केन्द्रों की सूची तैयार करें।
जिससे उन धान खरीदी केन्द्रों से धान का उठाव पहले किया जा सके। नोडल अधिकारी द्वारा धान की सुरक्षा के लिए धान खरीदी केन्द्रों में जाकर व्यवस्था की मानिटरिंग करें।
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण का फैलाव तेजी से हो रहा है। धान खरीदी केन्द्र में कोविड प्रोटोकाल का जरूर करें। धान खरीदी केन्द्र में प्रवेश के पहले अनिवार्य मास्क लगाने संबंधी पोस्टर चस्पा करें। किसानों को मास्क लगाने के लिए जागरूक करें। जिन किसानों ने कोविड टीका का दूसरा डोज नहीं लगाया है, उन्हें टीकाकरण के लिए प्रेरित करें।
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, संयुक्त कलेक्टर इंदिरा देवहारी, एसडीएम राजनांदगांव अरूण वर्मा, जिला खाद्य अधिकारी भूपेन्द्र मिश्रा, महाप्रबंधक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक सुनील वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से विकासखंड स्तरीय अधिकारी एवं समिति प्रबंधक उपस्थित थे।
रात्रि 10 से सुबह 6 बजे तक नाईट कर्फ़्यू लागू
राजनांदगांव 9 जनवरी। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने कोरोना संक्रमण के फैलाव को ध्यान में रखते हुए इसके रोकथाम के लिए ज़िले के राजनांदगांव और डोंगरगढ़ विकासखण्ड के सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्र को तत्काल बंद करने के निर्देश दिए है। इसके साथ ही ज़िले के सभी नगरीय निकाय क्षेत्र राजनांदगांव, डोंगरगढ़, डोंगरगांव, अम्बागढ़ चौकी, खैरागढ़,छुरिया और छुईखदान सीमा के अंतर्गत आने वाले सभी आंगनबाड़ी केंद्र और स्कूल बंद रहेंगे। शेष स्थानो में स्कूल एवं आंगनबाड़ी पूर्ववत खुले रहेंगे। स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद के दौरान सूखा राशन का वितरण किया जाएगा। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए ज़िले में रात्रि 10 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ़्यू तत्काल प्रभाव से लागू किया जाता है।
देशमुख दंपत्ति का संपर्क में आए लोगों से जांच कराने अपील
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 9 जनवरी। राजनांदगांव महापौर हेमा देशमुख और उनके पति सुदेश देशमुख कोरोनाग्रस्त हो गए है। देशमुख दंपत्ति के साथ उनके सुपुत्र मानव देशमुख भी इस वैश्विक महामारी से संक्रमित हुए है। महापौर और उनके पति ने कोरोना जांच में पॉजिटिव आने के बाद उनके संपर्क में रहे लोगों से जांच कराने की अपील की है।
मिली जानकारी के अनुसार महापौर श्रीमती देशमुख के पति सुदेश देशमुख ने बुखार आने के बाद सपरिवार कोरोना जांच कराया। रविवार देर शाम को मेडिकल रिपोर्ट में तीनों के कोरोनाग्रस्त होने की पुष्टि हुई। माना जा रहा है कि सुदेश देशमुख केरिसाली निकाय चुनाव में प्रभारी होने की वजह से लगातार राजनीतिक कार्यक्रमों में शामिल होने की वजह से वह कोरोना के चपेटे में आए है। शनिवार को भी वह रिसाली नगर निगम के शपथ ग्रहण समारोह में शरीक हुए थे।
ज्ञात हो कि सुदेश देशमुख भी राजनांदगांव के पूर्व महापौर है। वही उनके सुपुत्र मानव देशमुख भी युवक कांग्रेस के उपाध्यक्ष के तौर पर लगातार राजनीति में सक्रिय है। इस बीच महापौर के पॉजिटिव होने के बाद नगर निगम के कर्मियों को भी जांच कराने के लिए कहा गया है। संक्रमित होने के बाद तीनों होम आईसोलेशन में चले गए है।
कोरोना संक्रमण रोकने सडक़ पर उतरा नगर पालिका व पुलिस प्रशासन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 9 जनवरी। कोरोना संक्रमण बढऩे की आशंका को देखते हुए कलेक्टर के निर्देश पर नगर पालिका और पुलिस प्रशासन की टीम रोज शहर में भ्रमण कर मास्क नहीं लगाने व सामाजिक दूरी का पालन नहीं करने वाले व्यक्तियों, दुकानदारों को समझाईश देने के साथ कार्रवाई कर रही है।
एसडीओपी दिनेश सिन्हा और थाना प्रभारी राजेश साहू की अगुवाई में खैरागढ़ पुलिस ने शहर के जयस्तंभ चौक में पुलिस बल की अगुवाई में आने-जाने वाले लोगों को मास्क का उपयोग करने की हिदायत दी। इस दौरान बिना मास्क के आवाजाही करने वाले लोगों को मास्क का वितरण कर कोरोना नियमों का पालन करने की अपील करते बचाव की जानकारी दी।
थाना प्रभारी राजेश साहू ने इस दौरान लोगों को कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के उपाय बताते लोगों से मास्क का अनिवार्य उपयोग करने, घर से बाहर निकलने के दौरान मास्क अनिवार्य रूप से लगाकर निकलने, खुद को और लोगों को भी कोरोना संक्रमण से बचाने जन जागरूकता बढ़ाने अपील की।
जयस्तंभ चौक सहित इतवारी बाजार में मास्क पहनने को लेकर जारी अभियान के बीच पुलिस अधिकारी व नगरपालिका कर्मचारियों ने दुकानदारों और आम लोगों के बीच मास्क का वितरण करते कहा कि अब लापरवाही घातक हो सकती है। कोरोना महामारी के तीसरे चरण की शुरुआत हो चुकी है, ऐसे में नियमों का पालन ही बचाव है, इसलिए मास्क और सामाजिक दूरी का पालन ही इस विपदा से आसानी से बचा जा सकता है।
थाना प्रभारी साहू ने कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बरतने पर परिणाम घातक हो सकते हैं, फिलहाल प्रशासन की ओर से जागरूकता और लोगों को आगाह करने अभियान चलाया जा रहा है, इसके बाद प्रशासन नियम का पालन नहीं करने पर कड़ी कार्रवाई करेगी।
10 से फ्रंट लाइन वर्कर को लगेगा बूस्टर डोज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 9 जनवरी। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने शनिवार को कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की कलेक्टोरेट सभाकक्ष में बैठक ली। वीडियो कांफे्रसिंग के जरिए बीएमओ एवं बीपीएम जुड़े रहे।
कलेक्टर ने कहा कि जिले में कोरोना के केस बढ़े हैं तथा कोरोना वायरस तेजी से कम्युनिटी स्प्रेड हो रहा है। कोविड-19 से सुरक्षा के लिए सैम्पलिंग बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने बाजार, चौक-चौराहों, पुलिस के जवानों, औद्योगिक संस्थाओं में जाकर सैम्पलिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना पॉजिटिव आने वाले मरीजों का कॉन्टेक्ट टे्रसिंग करने के लिए 51 टीम फालोअप ले रही है। इस कार्य में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और मितानिनों की ड्यूटी लगी है। वैक्सीनेशन जरूर कराएं और सेंकेण्ड डोज जिन्होंने नहीं लगाया है वे जरूर लगाएं।
उन्होंने कहा कि होम आईसोलेशन के मरीजों के लिए दवाईयों का वितरण एवं उनके स्वास्थ्य की जानकारी तथा फॉलोअप लेते रहे। कोरोना पॉजिटिव मरीजों का फॉलोअप लेकर खतरे को कम किया जा सकता है। 10 जनवरी से सभी फ्रंट लाइन वर्कर को बूस्टर डोज लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे कोरोना वारियर्स हमारे लिए अमूल्य है। जब वे स्वयं सुरक्षित रहेंगे तो दूसरों को सुरक्षित रखेंगे, इसलिए अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। ग्रामीण क्षेत्रों में जमीनी स्तर पर एक्टिव सर्विलेंस के लिए टीम का गठन करें और कोरोना लक्षण वाले मरीजों को दवाईयों को वितरण करवाएं। इसके लिए माईक्रो लेवल प्लानिंग होनी चाहिए। इसके लिए गंभीरता से कार्य करें।
कलेक्टर सिन्हा ने कहा कि जिले में कंट्रोल रूम सक्रिय है तथा 24 घंटे मरीज हेल्पलाईन नंबर से सहायता ले सकते हैं। यहां मरीजों को होम आईसोलेशन प्रबंधन, कोविड टीकाकरण, सैम्पलिंग एवं अन्य संबंधित जानकारी मिलेगी। बाहर से आने वाले लोगों का सैम्पलिंग होना चाहिए। ईलाज के लिए पहले से ही दवाईयों की किट एवं सभी आवश्यक उपकरण उपलब्ध होना चाहिए।
जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर ने कहा कि कोरोना के दूसरे डोज के लिए पहले से कार्ययोजना बनाकर मोबाईल टीम भेजे। बाजार, बस स्टैण्ड, रेल्वे स्टेशन एवं भीड़ के स्थानों में सैम्पल लेने के लिए कहा है। इस अवसर पर डीपीएम गिरीश कुर्रे ने प्रजेन्टेशन के माध्यम से कोविड-19 के संबंध में आवश्यक सावधानियों के बारे में जानकारी दी।
अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, संयुक्त कलेक्टर इंदिरा देवहारी, संयुक्त कलेक्टर निष्ठा पाण्डेय, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अल्पना लूनिया, मेडिकल कॉलेज अधीक्षक डॉ. संदीप चंद्राकर, एसडीएम राजनांदगांव अरूण वर्मा, डीपीएम गिरीश कुर्रे, स्वास्थ्य विभाग के अखिलेश चोपड़ा एवं ऐश्वर्व सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 9 जनवरी। शनिवार को शहर में कोरोना के बढ़ते प्रकरणों को देखते नगर निगम प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा मास्क नहीं लगाने वाले तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने वालों पर संयुक्त कार्रवाई की गई। इस दौरान मास्क नहीं लगाने वाले 70 लोगों पर 13 हजार 550 रूपए की चालानी कार्रवाई की गई। इस दौरान नगर निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी, एसडीएम अरूण वर्मा एवं सीएसपी ने कार्रवाई की।
नगर पालिक निगम से रैली निकली जो जयस्तंभ चौक, मानव मंदिर, दुर्गा चौक, कामठी लाइन, गुड़ाखू लाइन होते हुए निगम में समाप्त हुई। इस दौरान लोगों से मास्क लगाने एवं कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की गई। पिछली दो लहर की त्रासदी दुखद रही है। इसे रोकने के लिए टीकाकारण एवं कोरोना प्रोटोकॉल का पालन जरूरी है। कोरोना के नया वैरियंट ओमिक्रोन के फैलाव को देखते एक बार फिर जागरूकता और सतर्कता की जरूरत है। एनसीसी कैडेट्स ने भी तख्तियां लेकर कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने का जनसामान्य से आग्रह किया। कैडेट्स ने मास्क लगाने और सोशल डिस्टेनसिंग का पालन करने का संदेश दिया। नगर पंचायत डोंगरगांव द्वारा बिना मास्क वालों से 1 हजार 450 रूपए की वसूली की गई तथा मास्क वितरित किया गया। नगर पालिका परिषद खैरागढ़ के द्वारा मास्क धारण नहीं करने वालों पर चालान की कार्रवाई की गई एवं 3000 जुर्माना राशि वसूल किया गया।