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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 16 अप्रैल। नगर पालिक निगम दुर्ग के विवेकानंद सभा भवन में दुर्ग शहर के कोविड-19 मरीजों के इलाज हेतु 120 ऑक्सीजन बेड की बहुत जल्द व्यवस्था की जाएगी।
इस संबंध में आज महापौर कक्ष में धीरज बाकलीवाल ने बैठक लेकर अधिकारियों से चर्चा किये । आयुक्त हरीश मंडावी की उपस्थिति में जिला चिकित्सालय के अधिकारी और जैन समाज के पदाधिकारियों के साथ बैठक संपन्न हुई।
बैठक में महापौर श्री बाकलीवाल ने बताया की शहर में कोरोना संक्रमण की बढ़ती संख्या के दृष्टि को देखते हुये कोविड-19 केयर सेंटर बढ़ाया जाना चाहिए। कोविड केयर सेंटर में गोविंद मरीजों के लिए अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराया जाना होगा।
नगर पालिक निगम दुर्ग सीमा क्षेत्र में कोविड-19 के मरीजों को किसी भी चीज की कमी नहीं होने देना है। इस कार्य में जैन समाज सहित अन्य सामाजिक संस्थाएं इसमें सहयोग करेंगे अपनी सहभागिता दें सकेगें। जिला चिकित्सालय के माध्यम से विवेकानंद सभा भवन में ऑक्सीजन बेड विवेकानंद सभा भवन उपलब्ध कराया जाएगा। जहां 120 ऑक्सीजन बेड, डॉक्टर, नर्स, मेडिसिन व अन्य सुविधाएं उपलब्ध रहेगी। इस कोविंड केयर सेंटर में जैन समाज की ओर से चाय नाश्ता वह अन्य खाद्य सामग्री उपलब्ध कराया जाएगा।
बैठक में आयुक्त हरेश मंडावी सीएमएचओ गंभीर सिंह ठाकुर लाइव केयर के डॉ मनीष पारख, कार्यपालन अभियंता मोहनपुरी गोस्वामी सहायक अभियंता जितेंद्र समैया भवन अधिकारी प्रकाश थवानी, एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे ।
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दुर्ग,15 अप्रैल। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने प्राइवेट हॉस्पिटल के लिए लगाए नोडल अधिकारियों की मीटिंग ली। मीटिंग में उन्होंने कहा कि नोडल अधिकारी परिजनों की दिक्कतों को दूर करने की भरसक कोशिश करें, उनके फोन से जिस तरह से फीडबैक आते हैं उससे निजी अस्पतालों को अवगत कराएं ताकि व्यवस्था में निरंतर सुधार होता रहे।
इसके साथ ही बिलिंग पर भी नोडल ऑफिसर की नजर रहे, शासन ने जो दरें निर्धारित की है निजी अस्पताल उसी तरह की दर से मरीजों से शुल्क वसूल करें यह सुनिश्चित करें। इसके लिए वह नियमित रूप से अपने अकाउंटेंट्स के साथ बिलिंग पर नजर रखें। नियमित रूप से इन हॉस्पिटल का निरीक्षण करें और व्यवस्था के संदर्भ में निर्देश दें। अस्पतालों के प्रबंधकों से सीधी बातचीत करें। मरीज के परिजन अपने मरीज के स्वास्थ्य संबंधी स्थिति को लेकर चिंतित रहते हैं अस्पतालों में परिजनों की कॉउंसिलिंग की नियमित व्यवस्था होती रहे।
साथ ही यदि नोडल अधिकारी से परिजन मरीज की स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में जानना चाहते हो तो उन्हें अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रबंधन मरीजों के परिजनों की नियमित काउंसलिंग करें, उनके द्वारा किए जा रहे इलाज की जानकारी दें, साथ ही किसी तरह का एडवांस इलाज किया जाना है तो इसकी जानकारी भी प्रदान करें। कलेक्टर ने कहा कि अभी दुर्ग जिला कोविड के गंभीर संकट के दौर से गुजर रहा है। इस दौर में यह आवश्यक है कि नोडल अधिकारी 24 घंटे अपने कार्य की मॉनिटरिंग करें। उन्हें रात में दिन में हर समय मरीजों के फोन आ सकते हैं उनके फीडबैक मिल सकते हैं, उनके फीडबैक के अनुसार हॉस्पिटल प्रबंधन से समन्वय करना आवश्यक है। यदि निजी अस्पताल प्रबंधकों द्वारा समन्वय में किसी तरह से दिक्कत आ रही है तो इस संबंध में भी अवगत कराया जाए ताकि आवश्यक कार्रवाई प्रशासन द्वारा की जा सके। उन्होंने कहा कि रिफर की स्थिति में अथवा अस्पताल में जगह न होने की स्थिति में नोडल अधिकारी अन्य नोडल अधिकारियों से संपर्क में रहें ताकि यदि किसी अन्य अस्पताल में बेड की उपलब्धता हो तो परिजन को इससे अवगत कराया जा सके।
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दुर्ग, 15 अप्रैल। जिला अस्पताल में 10 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था आज ही की जाएगी। साथ ही बढ़ते मरीजों को देखते हुए जितनी अतिरिक्त इंफ्रास्ट्रक्चर एवं मानव संसाधन की जरूरत है।
जिला अस्पताल को सभी मुहैया कराए जाएंगे। यह बात कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने जिला अस्पताल के औचक निरीक्षण में कही । कोरोना के रोकथाम व संक्रमण को रोकने जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।
कलेक्टर डॉ.सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे कोरोना संक्रमण के रोकथाम की नियमित मॉनिटरिंग कर रहे हैं । जिले में कोरोना के उपचार के लिए तय किये गये शासकीय एवं निजी चिकित्सालयों की लगातार मॉनिटरिंग कर रहें है। संचालकों से वस्तुस्थिति की जानकारी व फीडबैक लेकर स्थिति पर नजर रख रहे है।
कलेक्टर स्वयं अस्पताल पहुंचकर व्यवस्था देख रहे हैं। आज उन्होंने जिला अस्पताल पहुंचकर व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने यहाँ भर्ती मरीजों के उपचार के साथ-साथ यहां उपलब्ध इंफ्रास्ट्रक्चर एवं व्यवस्था की भी समीक्षा की। लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों की संख्या को ध्यान में रखते हुए आज ही 10 आक्सीजन बेड बढ़ाने के निर्देश भी दिए। साथ ही 10 आक्सीजन कंसेंट्रेटर की व्यवस्था भी करने कहा है। उन्होंने जिला अस्पताल के सिविल सर्जन एवं निगरानी हेतु नियुक्त प्रभारी अधिकारी से कहा है कि लगातार मरीजों के स्वास्थ्य पर नजर रखकर फीडबैक लेते रहें जिससे अन्य सुविधा और संसाधनों की व्यवस्था समय पर किया जाकर हालात को नियंत्रित किया जा सके। कलेक्टर ने यहाँ साफ सफाई की स्थिति की निरंतर मॉनिटरिंग करने के निर्देश भी दिए।
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दुर्ग, 15 अप्रैल। कोविड की गंभीर आपदा से जूझते हुए दुर्ग जिले में इससे निपटने के लिए प्रशासन द्वारा असाधारण प्रयास किए गए हैं। केवल 15 दिनों के भीतर ही ऑक्सीजन बेड का बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया है। अभी 725 ऑक्सीजन बेड जिले में शासकीय संस्थाओं में है इसके साथ ही 36 वेंटिलेटर की सुविधा भी शासकीय अस्पतालों में है।
चंदूलाल कोविड हॉस्पिटल में 25 बेड का आईसीयू तैयार किया जा रहा है। इसमें वेंटिलेटर बेड की सुविधा भी होगी। कोविड सस्पेक्टेड मरीजों के लिए भी 236 बेड के आइसोलेशन वार्ड बनाये गए हैं। इस तरह कोविड की बड़ी आपदा को देखते हुए प्रशासन ने इसके लिए बड़ा रिस्पांस भी किया है। ऑक्सीजन की स्थिति को देखते हुए 100 कंसंट्रेटर भी खरीदे गए हैं ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की विशेषता होती है कि यह इनमें रिफिलिंग की जरूरत नहीं होती तथा सीधे यह वातावरण से ऑक्सीजन ले लेते है। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे हर दिन ऑक्सीजन बेड बढ़ाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं और हर दिन लगभग 50 से 100 अतिरिक्त ऑक्सीजन बेड शासकीय अस्पतालों में उपलब्ध कराए गए हैं। इसके साथ ही सामाजिक संस्थाओं से भी सहयोग लेकर उनके कोविड केयर संस्थान भी चल रहे हैं जिनमें विभिन्न समाजों की भागीदारी है। अग्रसेन समाज और जैन समाज द्वारा 18 बेड वाले और 15 बेड ऑक्सीजन सुविधा वाले केंद्र आरंभ किए हैं। इस तरह से अन्य सामाजिक संस्थाएं भी आगे आई हैं। कलेक्टर ने बीते दिनों सामाजिक संस्थाओं की बैठक भी बुलाई थी और उनसे आग्रह किया था कि कोविड की गंभीर स्थिति को देखते हुए नागरिकों की मदद के लिए आगे आकर बड़े कार्य में सहभागिता निभाएं। उल्लेखनीय है कि जिला अस्पताल में अभी 160 बेड ऑक्सीजन युक्त हैं इनमें 100 बेड कोविड केयर के लिए तथा 60 बेड सस्पेक्टेड कोविड मरीजों के लिए रखे गए हैं। चंदूलाल हॉस्पिटल में 237 ऑक्सीजन बेड है शंकराचार्य अस्पताल में 76 ऑक्सीजन बेड है। सीएचसी झीठ में 20 ऑक्सीजन बेड है इसके अलावा आइसोलेशन बेड की सुविधा भी दी गई है इनमें प्रत्येक विकासखंड में 20 ऑक्सीजन बेड सस्पेक्टेड मरीजों के लिए सुविधा दी गई है। यह सुविधा कुम्हारी में भी आरंभ की गई है।
चंदूलाल हॉस्पिटल में तैयार हो रहा 25 बेड का आईसीयू-क्रिटिकल केयर वाले मरीजों की विशेष देखभाल के लिए चंदूलाल चंद्राकार हॉस्पिटल में बेड का आईसीयू तैयार हो रहा है। इसमें वेंटिलेटर की सुविधा भी होगी इससे गंभीर मरीजों को काफी राहत मिलेगी
100 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी क्रय किए गए- कोविड मरीजों के लिए सबसे जरूरी ऑक्सीजन सिलेंडर होते हैं। इसकी उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जिले में ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर खरीदे गए हैं। इनमें रेफिलिंग की समस्या नहीं होती।
इसके साथ ही डेडिकेटेड कोविड सेंटर के लिए नियुक्त किये गए चिकित्सक, स्टाफ नर्स एवं वार्ड ब्वाय- कोविड हॉस्पिटल के लिए पांच डाक्टरों की नई नियुक्ति के साथ ही डीएमएफ और एनएचएम के माध्यम से 70 स्टाफ नर्स, डीएमएफ के माध्यम से 46 स्टाफ नर्स तथा डीएमएफ के माध्यम से 60 वार्ड ब्वाय नियुक्त किये गए हैं। अभी विशेषज्ञ चिकित्सकों सहित सात पदों के लिए साक्षात्कार भी लिये जा रहे हैं। साक्षात्कार में चयनित होते ही इन्हें डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर में नियुक्त कर दिया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 15 अप्रैल। भारतीय जैन संघटना दुर्ग जोन ने इस लॉक डाउन का समुचित उपयोग करते हुए जैन समाज की 18 वर्ष से 25 वर्ष तक की किशोर युवतियों के लिए 10 अप्रैल से 15 अप्रैल तक स्मार्ट गल्र्स ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किया है जिसमें छत्तीसगढ़ के विभिन्न प्रांतों की लगभग 61 बालिकाओं ने ऑनलाइन वेबीनार में बढ़-चढक़र हिस्सा लिया और अपने मन के अंदर उठ रहे प्रश्नों को उठाया और उसका भारतीय जैन संघटना के प्रशिक्षक द्वारा ज्ञानवर्धक समाधान भी प्राप्त किया।
भारतीय जैन संघटना द्वारा आयोजित वेबीनार में नई दिल्ली से दुर्ग की बिटिया सृष्टि बाफना जो कि अभी कुछ दिनों पूर्व भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो ) की परीक्षा में पूरे भारतवर्ष में प्रथम स्थान अर्जित किया था और हाल ही में संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में पूरे भारत वर्ष में सृष्टि ने 21 वे स्थान पर जगह बनाने में सफल रही। पढ़ाई को अपने जीवन का एक हिस्सा बनाने वाली सृष्टि बाफना आज इस वेबीनार में नई दिल्ली से बतौर अतिथि वक्ता के रूप में मौजूद रही।
सृष्टि बाफना स्मार्ट गल्र्स ट्रेनिंग प्रोग्राम मैं लड़कियों को अपने संबोधन में कहा स्कूल या कॉलेज छोटी हो या बड़ी हो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। स्टूडेंट चाहे इंग्लिश मीडियम का हो या हिंदी मीडियम का हो इससे भी कुछ फर्क नहीं पड़ता। यह सब हमारी इच्छा शक्ति पर निर्भर करता है। हमारा कठिन परिश्रम सकारात्मक परिणाम लाने से नहीं रोक सकता।
प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में परिवार के सदस्य का सहयोग नितांत आवश्यक है जो उन्हें आगे बढऩे में मददगार साबित होते हैं। पांच दिन तक चलने वाले इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में अलग-अलग विषयों पर अलग-अलग ट्रेनर अपना प्रशिक्षण देंगे। स्वयं की जागरुकता से अपनी योग्यता और अपनी कमजोरी का भान करना, आत्मरक्षा तन मन धन से संवाद एवं रिश्ता,अपनी पसंद एवं अपना स्वयं का निर्णय लेने की क्षमता जैसे विषय पर लड़कियां प्रशिक्षण प्राप्त करेगी।
भारतीय जैन संघटना की ओर से अनेक उदाहरणों एवं रोचक सारगर्भित तथ्यों के साथ हर क्षेत्र में स्मार्ट बनने की ट्रेनिंग दी जा रही है। इस कार्यक्रम में लहर लुक्कड़ द्वारा विशेष रुप से ट्रेनिंग दी जा रही है। पांच दिन चलने वाले इस ट्रेनिंग वेबीनार में ममता गोलछा रायपुर शिल्पा नाहर त्रिशला प्रदीप जैन स्मार्ट गल्र्स ट्रेनिंग प्रोग्राम की प्रमुख है जो अलग-अलग विषयों पर बच्चों को प्रशिक्षण दे रही हैं। भारतीय जैन संघटना के जोन अध्यक्ष प्रफुल्ल संचेती के निर्देशन में भारतीय जैन संघटना दुर्ग जोन का यह पहला आयोजन है इस आयोजन में भारतीय जैन संघटना के राष्ट्रीय महासचिव संजय सिंगी जी बतौर अतिथि विशेष रूप से उपस्थित थे।
इस आयोजन से हिस्सा लेने वाले बच्चों के पालकों खासा उत्साह देखा गया है। और कार्यक्रम के अंतिम दिवस हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों के पालक भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे श्रीमती सरिता श्रीश्रीमाल एवं श्रीमती पूनम पारख के संयोजन में कार्यक्रम का शानदार संचालन ने कार्यक्रम में अलग ही समा बांध दिया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सचिव राजेश कोटेचा ने कार्यक्रम में आए अतिथियों का आभार ज्ञापित किया। श्रीमती अनीता सखलेचा, उत्तम बरडिया, रमेश चोपड़ा, प्रवीण तातेड़ का आयोजित कार्यक्रम में विशेष सहयोग रहा।
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दुर्ग, 15 अप्रैल। आयुक्त हरेश मंडावी ने आज बुधवार को गयानगर एवं अन्य वार्ड क्षेत्रों में संचालित वैक्सीनेशन सेंटरों में पहुॅचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। अधिक से अधिक वैक्सीनेशन के कार्य में निगम कर्मचारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, मितानिनों, और वार्ड के जनप्रतिनिधियों का पूरा-पूरा सहयोग प्राप्त हो रहा है । इसके लिए उन्होनें उनकी प्रशंसा की । जिसके कारण अब तक शहर में 85 प्रतिशत लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है शेष 15 प्रतिशत लोगों से अपील है कि वे भी टीकाकरण केन्द्रों में जाकर टीका अवश्य लगवायें। भ्रमण के दौरान वार्ड पार्षद नरेन्द्र बंजारे, स्वास्थ्य अधिकारी दुर्गेश गुप्ता, सहा0 अभियंता जितेन्द्र समैया, उपअभियंता आसमा डहरिया, कोविड नोडल संजीव दुबे एवं अन्य मौजूद थे ।
आयुक्त श्री मंडावी आज गयानगर मुक्तिधाम, गयाबाई स्कूल, कायस्थ पारा ब्राम्हण पारा, तिलक स्कूल आदि वार्ड क्षेत्रों में स्थापित टीकाकरण केन्द्रों का निरीक्षण कर केन्द्रों में टीका लगवाने आने वाले हितग्राहियों के लिए शुद्ध पेयजल, वेटिंग रुम, पंखें, की व्यवस्था के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुये मास्क पहनाकर टीकाकरण केन्द्रों में प्रवेश देने के निर्देश दिए। उन्होंने आम जनता से अपील कर कहा कोरोना संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए यह आवश्यक है।
कि जो भी व्यक्ति बीमार हो रहा है वह टेस्टिंग अवश्य करायें, बाहर से कोई व्यक्ति आ रहा है उसका टेऊसिंग हो, और उस मरीज का ट्रीटमेंट के साथ टीका लगाने पर विशेष पहल होनी आवश्यक है ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 15 अप्रैल। वैश्विक महामारी कोरोना ने अपने सगे - संबंधियों के बीच भी दूरियां पैदा कर दी हैं। जीवन के अंतिम सत्य मौत में भी लोग अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में शामिल होने से मुंह मोडऩे लगे हैं। लेकिन समाज में अभी भी ऐसे विरले लोग हैं। जिनकी वजह से मानवता जिंदा है। मानवता का ऐसा ही एक बड़ा उदाहरण दीपक नगर निवासी यादव समाज के गहिरा गुरु राजेश यादव ने पेश कर समाज के लिए बड़ा संदेश दिया हैं। श्री यादव के मानव सेवा के इस सहासिक कार्य को बड़ी प्रशंसा मिल रही हैं। मालूम हो कि कोरोना आपदा के बीच तितुरडीह वार्ड क्रमांक- 22 दुर्ग निवासी निशा देवी सिंह 69 वर्ष पति मोहन जयसिंह की 11 अप्रैल को जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। इसकी सूचना निशा देवी के पति, पुत्र और परिवार के अन्य सदस्यों को दी गई, लेकिन कोरोना के भय से परिवार के सदस्य शव को लेने नहीं पहुंचे। यह स्थिति सगे रिश्ते को शर्मसार करने वाली थी। जिसकी खबर यादव समाज के गहिरा गुरु राजेश यादव तक पहुंची और उन्होंने अपनी मानवता का परिचय देते हुए स्व. निशादेवी सिंह के शव का स्थानीय मरच्युरी में पोस्ट पोस्टमार्टम करवाने के साथ-साथ शव का शिवनाथ नदी मुक्तिधाम में पूरे विधि - विधान के साथ अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी करवाई। यहीं नही गहिरा गुरु राजेश यादव द्वारा दाह संस्कार उपरांत निशा देवी की अस्थियों का शिवनाथ नदी में विसर्जन कर पिंडदान की धार्मिक रस्म भी पूरी करवाई गई।
कोरोनाकाल में जब सगे - संबंधी अपने परिजनों के अंतिम संस्कार जैसे कार्यक्रमों से मुंह मोड़ रहे हैं, तब यादव समाज के गहिरा गुरु राजेश यादव की यह पहल मानवता जिंदा होने का बड़ा उदाहरण है, जो समाज के लिए बड़ी प्रेरणादायी साबित हो रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 15 अप्रैल। कोरोना के देश भर में बढ़ते आंकड़ों के बीच 13 तारीख को ही 1138 रेमडीसीवर वॉयल जिले में भेजी गई थी साथ ही प्रतिदिन आवश्यकता अनुसार वॉयल भेजने के निर्देश मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा दिए गए हैं।
जीवन रक्षक इंजेक्शन को सेक्टर 9 और जिला अस्पताल सहित सभी प्राइवेट कोविड केयर सेंटर को वितरित की गई है साथ ही जन औषधी केंद्रों में भी सप्लाई की गई है। उसके बावजूद उन्हीं अस्पतालों की लिखी पर्ची लेकर मरीजों के परिजन भटक रहे हैं जहां दवा पहुंचाई गई है। इस बात पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए वरिष्ठ विधायक अरुण वोरा ने कहा कि ड्रग कंट्रोलर के माध्यम से निजी अस्पतालों में आपूर्ति के अलावा शासकीय सेंटरों में सीजीएमएससी के माध्यम से मांग के अनुरूप सीधी सप्लाई आती है। उसके बावजूद जनता में भटकाव की स्थिति आखिर क्यों उत्पन्न हो रही है।
विधायक वोरा ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के त्वरित निर्णय के बाद उच्च अधिकारियों द्वारा मैन्युफैक्चरर कंपनियों से सीधे संपर्क कर जीवन रक्षक दवा की आपूर्ति सुनिश्चित की गई है। जनता को जागरूक होने की आवश्यकता है कि अपवाहों में ना पड़ कर डॉक्टरी सलाह पर चलें गंभीर मरीजों को ही रेमडीसीवर दवा की आवश्यकता पड़ती है। किंतु सोशल व अधिकृत ऑडिटिंग के आभाव में काला बाजारी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। जिसे रोकने एवं इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित करने ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। शीघ्र ही उच्च अधिकारियों से चर्चा कर यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाएगा कि हर जरूरतमंद को दवा दी जा सके। साथ ही निजी अस्पतालों में भेजी जा रही रेमडीसीवर वहीं के मरीजों को निर्धारित दर पर लगाई जाए यह सुनिश्चित करने जिम्मेदार नोडल की नियुक्ति की जाए।
संक्रमण से बचाव के लिए घर से न निकलें बाहर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 15 अप्रैल। निगम आयुक्त हरेश मंडावी ने पार्षद, निगम अधिकारियों के साथ आज शहर के वार्डो में घूम-घूमकर लाउडस्पीकर के माध्यम से को संक्रमण के खतरे से आगाह किया ।
उन्होनें आम जनता को जानकारी देते हुये बताया कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए जिला प्रशासन, निगम प्रशासन, पुलिस प्रशासन पूरी तरह से प्रयास कर रहे हैं। परन्तु शहर के नागरिक लॉकडाउन का पालन नही ंकर सुबह और शाम के समय अधिक संख्या में घरों से बाहर निकलकर आवाजाही कर रहे हैं।
जिला प्रशासन और निगम प्रशासन बार-बार उनके अनुरोध कर घर से बाहर नहीं निकलने की अपील कर रहे हैं । घरों से बाहर निकलकर आवाजाही करने से संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। इस दौरान वार्ड पार्षद नरेन्द्र बंजारे, स्वास्थ्य अधिकारी दुर्गेश गुप्ता, सहा. अभियंता जितेन्द्र समैया, उपअभियंता आसमा डहरिया, कोविड नोडल संजीव दुबे एवं अन्य मौजूद थे ।
अपील
आयुक्त श्री मंडावी ने उपरोक्त वार्डो में भ्रमण कर दौरान आम नागरिकों को सूचित करते हुये अपील कर कहा कि कोरोना के वायरस को खत्म करना आवश्यक है। और यह तभी हो सकता है जब सभी व्यक्ति अपने-अपने घरों से निकलना बंद कर दें। प्राय: यह देखा जा रहा है कि सुबह और शाम के समय अधिक संख्या में लोग घर से निकलकर अधिक संख्या में आवाजाही कर रहे हैं । इससे संक्रमण नहीं रुक रहा है। बल्कि जहॉ हम नियंत्रण की स्थिति में हैं वहॉ फिर से संक्रमण बढऩे की स्थिति में है। अत: सभी नगारिक आवाजाही न करें। मास्क पहनें, सोशल डिस्टेंस का पालन अवश्य करें ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 15 अप्रैल। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने आज अधिकारियों को कड़े निर्देश जारी किए हैं कि रेमडेसिवीर की कालाबाजारी का कोई भी मामला संज्ञान में आए तो संबंधित व्यक्ति को सीधे जेल भेजने की कार्रवाई की जाए।
कलेक्टर ने अस्पताल प्रबंधकों को निर्देश दिए हैं कि मरीजों के परिजनों को वर्तमान में उपलब्ध नहीं होने की वजह से मेडिकल स्टोर्स के लिए रेमडेसिवीर की पर्ची लिखकर ना दें। उपलब्ध होते ही इसकी सूचना जारी कर दी जाएगी। अस्पतालों को जितना स्टॉक उपयोग के लिए दिया गया है उसका उपयोग करें। स्टॉक की कालाबाजारी होने की किसी भी प्रकार की सूचना मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी तथा ऐसी जानकारी मिलने पर सीधे जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी। नोडल अधिकारी हर दिन अस्पताल में इस दवा के स्टॉक की ऑडिट करेंगे, किसी भी तरह की अनियमितता मिलने पर सूचना देंगे और ऐसा पाए जाने पर सीधे जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्टॉक विक्रय के लिए उपलब्ध होने पर इसकी सूचना नागरिकों को दी जाएगी अत: नागरिक बाजार में रेमडेसिवीर दवा खरीदने ना पहुंचे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 14 अप्रैल। दुर्ग एवं बेमेतरा जिले के किसानों को अपने खेतो, मेड़ों अथवा बाडिय़ों में रोपण कार्य के लिए दुर्ग वनमण्डल, द्वारा ई-रजिस्ट्रेशन के माध्यम से गुणवत्ता युक्त बांस की प्रजातियां मुफ्त में प्रदान करने के लिए हरियाली प्रसार एवं बांस विकास योजना संचालित की जा रही है जिसका उद्देश्य बांस की खेती को बढ़ावा देने के साथ किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने और पर्यावरण संरक्षण में योगदान सुनिश्चित कराने की है।
क्यों कहा जाता है बांस को हरा सोना-बांस विभिन्न प्रकार के उपयोगों की वजह से बहुमूल्य है इसलिए इसे हरे सोने का दर्जा दिया गया है। यह अत्यधिक नवीकरणीय, सतत और विकसित करने में आसान है। बांस बहुत तेजी से बढऩे वाले और विभिन्न कार्यों में उपयोग होने वाले प्राकृतिक संसाधनों में से एक है जिससे यह विश्व की अर्थव्यवस्था में अधिक मूल्यवान होता जा रहा है।
इस योजना के अंतर्गत इच्छुक किसान 30 अप्रैल तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते है जिसके पश्चात उन्हें इस वर्ष अवश्यकता अनुसार बांस की प्रजातियों के पौधे रोपण हेतु वर्षा ऋतु में उपलब्ध कराए जाएंगे।
बांस को वृक्ष की परिभाषा से विमुक्त किया गया है जिसके फलस्वरूप अब भविष्य में खेती में लगे बांस को काटने एवं परिवहन के लिए अनुमति की आवश्यकता नहीं होगी। योजना को सफल बनाने हेतु दुर्ग वनमण्डलाधिकारी ने किसान समूह से अधिक से अधिक मात्रा में रजिस्ट्रेशन करने और खेतो में बांस रोपण करने की अपील की है। ‘बाँस हमर हे हरियर सोना, जन-जीवन बर खेत म हे बोना।’
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमधा, 14 अपै्रल। धमधा शहर में सैकड़ों सालों से त्रिमूर्ति की आराधना हो रही है तीन देवियों की ऐसी प्राचीन प्रतिमाएं संपूर्ण भारत में और कहीं भी नहीं है। यहां एक ही गर्भगृह में तीन देवियों महाकाली,महालक्ष्मी और महासरस्वती की स्थापना है। तीन देवियों के साकार रूप एक साथ देश में बिरले स्थानों पर ही दिखाई देते हैं। जम्मू-कश्मीर के वैष्णो देवी मंदिर में ये तीनों देवियां तीन रूप में विद्यमान हैं, जबकि यहां साकार रूप में है छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थानों में धमधा भी शामिल है।
दुर्ग जिला मुख्यालय से उत्तर दिशा में 35 किलोमीटर दूर दुर्ग बेमेतरा मार्ग पर यह प्राचीन शहर स्थित है। त्रिमूर्ति महामाया की प्रतिमाएं 432 वर्षों से भी ज्यादा प्राचीन हैं स्थानीय वै? घराज स्व रामजी अग्रवाल की डायरी के अनुसार धमधा गढ़ को वीर गोंड सरदार सांड ने बसाया। गोंड राजवंश ने विक्रम संवत 1100 में धमधा की पुन: स्थापना कराई थी। यहां पहले टूटे किले और मंदिरों के अवशेष थे जिसे गोंड राज्यों ने फिर से बनाया आज भी यहां का किला गोंड राजवंश के साहस और वीरता का प्रतीक बनाया हुआ है। किले के भग्नावेश, सिंहद्वार बुढ़ा देव मंदिर आज भी अपने पुराने वैभव का बखान करते प्रतीत होते हैं महामाया मंदिर के गर्भगृह के मुख्य दरवाजे में शिलालेख अंकित है इसमें मंदिर स्थापना और उसके काल का उल्लेख है पांडुलिपियों के अनुसार इस मंदिर की स्थापना सन 1589 में राजा दशवंत सिंह ने की थी।
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दुर्ग, 14 अप्रैल। भारतीय जनता पार्टी व्यापारी प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक लाभचंद बाफना के द्वारा कल की गई अपनी कार्यकारिणी की घोषणा में दुर्ग जिले से वरिष्ठ भाजपा नेता पूर्व भाजपा जिला महामंत्री कांतिलाल बोथरा को प्रदेश सह संयोजक बनाया गया है उनकी नियुक्ति पर कांतिलाल बोथरा ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णु देव साय, प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय,राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय भाजपा प्रदेश मंत्री उषा टावरी , व्यापारिक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक लाभचंद बाफना , भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ शिवकुमार तमेर भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य चंद्रिका चंद्राकर महिला मोर्चा प्रदेश मंत्री माया बेलचंदन को धन्यवाद ज्ञापित किया है उनकी इस नियुक्ति पर दुर्ग जिला के भाजपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं में हर्ष व्याप्त है।
अपनी नियुक्ति पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ भाजपा नेता और व्यापारी प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक कांतिलाल बोथरा ने कहा कि व्यापारिक प्रकोष्ठ के अंतर्गत आने वाले जितने भी कार्य जो व्यापारिक गतिविधियों से संलग्न होती हैं वह सारे कार्य संपादित करने में अपनी अग्रिम भूमिका में रहूंगा और शीर्ष नेतृत्व के द्वारा जो मुझ पर भरोसा जताया गया उस पर मैं खरा उतरने की पूरी कोशिश करूंगा।
उनकी नियुक्ति पर दुर्ग से शिव चंद्राकर नटवर ताम्रकार संतोष सोनी अनिल साहू कांतिलाल जैन बसंत चंद्राकर कल्पना जोशी जितेंद्र साहू मनोज मिश्रा मनीषा डाहरे केएस चौहान नीरज पाण्डेय अजय वर्मा सतीश समर्थ सरिता मिश्रा बानी सोनी राजा महोबिया नवीन जैन चंद्रशेखर चंद्राकर दीपक चोपड़ा लुकेश बघेल जितेंद्र यादव श्रवण देशमुख गिरेश साहू फते लाल वर्मा राहुल पंडित नितेश साहू गौरव शर्मा मनोज टावरी उत्तम साहू तेखन सिन्हा नरेश तेजवानी ईश्वर शर्मा अनूप गटागट देवनारायण चंद्राकर काशीराम कोसरे संतोष कोसरे विनायक नातू आशा सुब्बा अभिषेक गुप्ता मनोज सोनी कृष्णा निर्मलकर संजय बोहरा ने हर्ष और खुशी जाहिर की है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 14 अप्रैल। आयुक्त हरेश मंडावी सीएसपी विवेक शुक्ला एसडीएम विनय पोयाम सहित अधिकारियों ने शहर में भ्रमण कर बाहर घूमने वालों से अनुरोध कर घर वापस भेजे। भ्रमण के दौरान पुलिस विभाग के आला अधिकारी नगर पालिक निगम दुर्ग के अधिकारी उपस्थित थे। उन्होंने 19 अप्रैल तक 5 दिन लॉकडाउन में सहयोग करने की अपील की ।
आयुक्त हरेश मंडावी आज शाम 6 बजे सीएसपी विवेक शुक्ला एसडीएम विनय पोयाम तथा पुलिस और निगम अधिकारियों के साथ पटेल चौक से होते हुए पचरीपारा, तकिया पारा से होकर केलाबाड़ी, पोटियाकला होते हुए बोरसी क्षेत्र का भ्रमण किए।
उन्होंने घरों से बाहर निकलने वाले और घूमने वाले लोगों को रोक-रोककर बाहर निकलने का कारण पूछा और उनसे अनुरोध कर घर वापस भेजें। उन्होंने आम जनता से अपील कर कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए लॉकडाउन आवश्यक इसके तहत जिला कलेक्टर डॉ.सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे द्वारा निर्णय लिया गया है कि कोरोना संक्रमण का चैन तोडऩे 5 दिन का और लॉकडाउन किया जाए।
जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार पूरे जिले में 5 दिन का 19 अप्रैल तक लॉकडाउन किया गया है।
अत: नागरिकों से अपील है की लॉकडाउन के दौरान कोई भी व्यक्ति बिना कारण घर से बाहर ना निकले। आपके सहयोग से जिला प्रशासन और निगम प्रशासन की सक्रियता से जिला और शहर में कोरोना संक्रमण के पॉजिटिव केस में गिरावट आई है। पांच दिन के आपके सहयोग से हम शहर में कोरोना संक्रमण को नियंत्रण कर सकेंगे। लॉकडाउन का जायजा लेते वक्त बाहर घूमने वालों और दुकान खोलकर सामान बेचने वालों पर जुर्माना लगाकर कार्यवाही भी की गई।
कचांदुर व जिला अस्पताल की सुधरेगी व्यवस्था, मिले 10 डॉक्टर- वोरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 14 अप्रैल। जिले में शहरी क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के तेजी से फैलाव को देखते हुए पर्याप्त व्यवस्था एवं सुविधाओं के विस्तार के लिए वरिष्ठ कांग्रेस विधायक अरुण वोरा व महापौर धीरज बाकलीवाल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुख्यमंत्री निवास जा कर मुलाकात की।
विधायक वोरा ने मुख्यमंत्री को वस्तुस्थिति से अवगत करवाते हुए कहा कि शहर में ऑक्सीजन बेड, वेंटिलेटर एवं आईसीयू यूनिट पर्याप्त संख्या में बढ़ाया जाना आवश्यक है। लोग सुबह से शाम तक भटक रहे हैं और उन्हें सही इलाज नहीं मिल पा रहा है। कोरोना उपचार के लिए जरूरी कोरोना किट, रेमडीसीवर इंजेक्शन वॉयल, टेस्टिंग किट एवं वैक्सीन की पर्याप्त संख्या में उपलब्धता सुनिश्चित करने विशेष गाइड लाइन जारी करने की जरूरत है।
जिला अस्पताल के अलावा शहर में एक और 200 बिस्तर आइसोलेशन सेंटर और कम से कम 100 ऑक्सीजन बेड, 20 आईसीयू और 10 वेंटिलेटर वाला डेडिकेटेड कोविड सेंटर शुरू किया जाए साथ ही चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल कचांदुर और जिला अस्पताल में अव्यवस्था की शिकायत करते हुए उन्होंने श्री बघेल को बताया कि खाना, पीने का पानी, भर्ती मरीजों की देखरेख किसी चीज की व्यवस्था नहीं है।
भर्ती मरीजों के परिजनों को सूचना मिलने का भी कोई माध्यम नहीं है। महापौर धीरज बाकलीवाल ने सीएम से भारती कालेज, आयुर्वेदिक कालेज चंदखुरी में भी ऑक्सीजन सिलिंडर युक्त आइसोलेशन सेंटर शुरू करने व निगम द्वारा आइसोलेशन सेंटर शुरू करने डॉ एवं नर्सिंग स्टॉफ उपलब्ध कराने का आग्रह किया।
श्री बाकलीवाल ने कहा कि आरटीपीसीआर कि रिपोर्ट में देरी और उभरते लक्षण ही मृत्यु दर बढऩे का प्रमुख कारण है। आइसोलेशन सेंटर में पर्याप्त सुविधा रहने पर काफी राहत मिल सकेगी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने त्वरित एक्शन लेते हुए कलेक्टर से फोन कर सीएम अस्पताल कचांदुर एवं जिला अस्पताल की व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। वोरा के आग्रह पर 10 अतिरिक्त डॉक्टरों को दुर्ग के हालात संभालने नियुक्त करने का आदेश जारी किया।
प्रशासनिक तंत्र की कोशिशों, जनता की भागीदारी और कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर की वजह से कोरोना केसेज में दो दिनों से आ रहा स्लोडाउन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 14 अपै्रल। कोरोना की दूसरी लहर पहली की तुलना में कई गुना तेज है और तेजी से लोगों को संक्रामित कर रही है। पिछली बार जहाँ पीक में कोरोना से अधिकतम 400 पॉजिटिव मरीज आए थे, इस बार अधिकतम 2200 तक मरीज एक ही दिन में आए हैं। इस तरह से देखा जाए तो दुर्ग जिला अपने इतिहास की सबसे असाधारण आपदा का सामना कर रहा है। संकट के बीच उज्ज्वल पक्ष यह भी है कि प्रशासन ने अपने पूरे संसाधन और संकल्पशक्ति इस आपदा को रोकने में झोंक दी है। बीते दो दिनों में कोरोना वायरस के केसेज में कुछ स्लोडाउन हुआ है वो इसे इंगित करता है। इन बिन्दुओं में देखें तो हमें पता चलता है कि कितने बड़े स्तर पर कार्य दुर्ग में कोरोना वारियर्स कर रहे हैं।
टेस्टिंग और ट्रेसिंग- शासन के निर्देशानुसार कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट पर फोकस करने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। पिछली लहर में अधिकतम हजार टेस्ट हो रहे थे। इस बार चार हजार टेस्ट हर दिन हो रहे हैं। पीपीई किट के भीतर पसीना बहाते कोरोना वारियर्स जाने अपने सेंटर में कितने लोगों का टेस्ट कर रहे हैं। उनकी मेहनत को जज्बे को सलाम हैं। टेस्टिंग के बाद ट्रेसिंग भी अहम टास्क है। इसमें टाइम मैनेजमेंट काफी मजबूत हुआ है। ट्रेसिंग का डाटा अभी 90 प्रतिशत है। कभी-कभी मरीज गलत मोबाइल नंबर या एड्रेस दे देते हैं जिससे लोकेट करने में उन्हें तकलीफ होती है।
आक्सीजन बेड्स और हास्पिटल इंफ्रास्ट्रक्चर- कोविड में बड़ी दिक्कत आक्सीजन लेवल लो हो जाने की होती है। ऐसे में सभी हास्पिटल में हास्पिटल बेड्स और आक्सीजन बेड्स युद्धस्तर पर बढ़ाये जा रहे हैं। जिला चिकित्सालय में कोविड के 100 बेड और रेस्पिरेटरी के 60 बेड की सुविधा दी गई है। चंदूलाल चंद्राकर कोविड केयर हास्पिटल में 400 बेड हैं। सुपेला अस्पताल में 80 बेड तथा कुम्हारी में 20 बेड हैं। पाटन में 100 बेड, झीठ में 20 बेड तथा धमधा में 40 बेड का सेंटर खोला गया है। इसके अलावा सामाजिक संगठन भी काफी आगे आकर कोविड मरीजों को सामान्य बेड एवं आक्सीजन बेड उपलब्ध करा रही हैं। महावीर कोविड केयर सेंटर में 100 लोगों के इलाज की सुविधा है इसमें 15 आक्सीजन बेड उपलब्ध हैं। अग्रवाल समाज के भवन में 21 बेड हैं जिनमें 18 आक्सीजन बेड हैं।
शासकीय अस्पतालों और कोविड सेंटर में इस तरह से छह सौ मरीजों के लिए आक्सीजन बेड की सुविधा है। इसमें लगातार इजाफा किया जा रहा है। सेक्टर-9 हास्पिटल में पहले 30 बेड थे अब 400 बेड में मरीजों को सुविधाएं दी जा रही हैं। हर दिन अतिरिक्त आक्सीजन बेड की उपलब्धता बढ़ाई जा रही है और इस पर युद्धस्तर पर कार्य हो रहा है।
होम आइसोलेशन कंट्रोल सेंटर- होम आइसोलेशन कंट्रोल सेंटर के माध्यम से लगभग तेरह हजार मरीजों की हर दिन स्वास्थ्य देखभाल की जा रही है। इन्हें मेडिकल किट उपलब्ध कराया जा रहा है। मरीज की स्थिति के अनुरूप जरूरत पडऩे पर हायर सेंटर रिफर करने का निर्णय लिया जाता है। इसके लिए विज्ञान विकास केंद्र में कंट्रोल रूम बनाया गया है।
काल सेंटर और एंबुलेंस के लिए हेल्पलाइन- काल सेंटर तथा हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से लोगों की हर संभव सहायता की जा रही है। इसके साथ ही डेडिकेटेड कोविड सेंटर के लिए नियुक्त किये गए चिकित्सक, स्टाफ नर्स एवं वार्ड ब्वाय- कोविड हास्पिटल के लिए पांच डाक्टरों की नई नियुक्ति के साथ ही डीएमएफ और एनएचएम के माध्यम से 70 स्टाफ नर्स, डीएमएफ के माध्यम से 46 स्टाफ नर्स तथा डीएमएफ के माध्यम से 60 वार्ड ब्वाय नियुक्त किए गए हैं। अभी विशेषज्ञ चिकित्सकों सहित सात पदों के लिए साक्षात्कार भी लिये जा रहे हैं। साक्षात्कार में चयनित होते ही इन्हें डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर में नियुक्त कर दिया जाएगा।
कोविड एप्रोप्रिएट बिहैवियर के लिए किया जा रहा जागरूक- लोगों को मास्क पहनने एवं कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर करने जागरूक किया जा रहा है। इसके लिए सतत रूप से अभियान चलाया जा रहा है। जुर्माना वसूलने के साथ ही मास्क भी प्रदान किया जा रहा है।
45 वर्ष से अधिक आयु वाले जरूर लगवाएं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 13 अप्रैल। जिले के 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिक नजदीकी टीकाकरण केंद्र में पहुंचकर कोविड का टीका जरूर लगवाएं। जिला टीकाकरण अधिकारी श्री सुदामा चंद्राकर ने कहा कि कोविड का टीका पूरी तरह सुरक्षित है।
कोविड से प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने कोविड का टीका जरूरी है। जिले में 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों को बीमारी से बचाने के लिए टीका लगाया जा रहा है। यह टीका नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में लगाया जा रहा है। टीका लगाने की सुविधा चिन्हांकित प्राइवेट अस्पतालों में भी है।
जिला टीकाकरण अधिकारी श्री सुदामा चन्द्राकर ने जिले के 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों से अपील की है कि कोविड से प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने टीका अवश्य लगाएं। कोविड का टीका पूरी तरह सुरक्षित है। किसी तरह का साइड इफेक्ट नहीं हो रहा है। अभी तक लगभग साढ़े तीन लाख लोगों ने कोविड का प्रथम डोज लगवा लिया है।
श्री चंद्राकर ने बताया कि कोविड से प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने बहुत आवश्यक है कि टीका जरूर लगाएं। टीका लगाने के बाद भी अनिवार्य रूप से सैनिटाइजर का प्रयोग करें। सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें। श्री चंद्राकर ने कहा कि जिन लोगों को टीके का दूसरा डोज लगना है वह समय पर अपना निर्धारित दूसरा डोज लगवा लें। लॉक डाउन में भी टीका लगाया जा रहा है। किसी तरह की रोकटोक नहीं है
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 13 अप्रैल। युवा मोर्चा दुर्ग जिला महामंत्री ने शासन-प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि आज कोरोना संक्रमण से कोई भी परिवार नहीं बचा है। सरकार के सारे प्रयास विफल हो रहे। प्राइवेट हॉस्पिटल लूट मचा रहे, मरीजों के परिजनों से मनचाहा रकम वसूल रहे, आपदा को कमाने का अवसर में बदल दिए हैं पर उन पर लगाम लगाने की हिम्मत न शासन की है न प्रशासन की है।
अनिवार्य दवा मेडिकल से गायब है ताकि लोग घर पर ही ठीक न हो जाए। कुछ चिकित्सक भगवान के रूप में अपने छोटी से डिस्पेंसरी में ही मरीजों को राहत पहुंचा रहे, तो उनको आवश्यक दवा फेबिफ्लू व इंजेक्शन रेमदेसीवीर नहीं मिल रहा। इन दवाओं की कालाबाजारी हो रही। यह दवा अधिक मूल्य देने वालों व पहुंच वाले लोगों को ही मिल रही। आज अभाव में कई पत्रकार, कई अधिवक्ता व आमजन को यह बीमारी निगल गई है पर शासन-प्रशासन का कोई ठोस कदम नहीं है। समाज सेवी संस्थान संजीवनी का काम कर रही पर उनको कोई विशेष सहयोग शासन का नहीं है। जिन मरीजों को सामान्य लक्षण है जो होम आइसोलेशन में ठीक हो सकते हैं उनको निजी अस्पताल पैसों के लिए भर्ती कर ले रही है जिससे गंभीर मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहा। ऑक्सीजन व इलाज के अभाव में उनकी मृत्यु हो जा रही। इस बुरी स्थिति के लिए शासन स्वयं जिम्मेदार है। आने वाले समय में प्रदेश सरकार की इस निष्क्रियता व गैर जिम्मेदाराना हरकत को युवा मोर्चा प्रबलता के साथ जनता के बीच तक जरूर ले जाएगी ।
दुर्ग, 13 अप्रैल। छत्तीसगढ़ राज्य में कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते संक्रमण के कारण एवं इसमें उत्पन्न विषम परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए, प्रदेश के भीतर कार्यरत श्रमिक अथवा अन्य राज्यों में रोजगार हेतु प्रवास पर गए श्रमिक, अथवा अपने जिले से अन्य जिलों पर रोजगार हेतु प्रवास पर जाने वाले श्रमिक, या उन्हे वर्तमान कार्यस्थल पर कोई समस्या हो, या रेल अथवा बस के माध्यम से छत्तीसगढ़ मे वापसी पश्चात गृह नगर जाने में अथवा कोविड-19, कोरोना वायरस से संबंधी कोई समस्या हो तो ऐसे समस्या को श्रम विभाग के श्रम सुविधा केंन्द्र (हेल्प लाईन सेंटर) से परामर्श एवं आवश्यकता अनुसार सहयोग करने के लिए छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मण्डल, शांती नगर रायपुर, में प्रारंभ किया जा रहा है । इस श्रमिक सुविधा केन्द्र में वर्तमान में मोबाईल नंबर 9109849992, दुरभाष नंबर 0771-2443809 के माध्यम से श्रमिको के कॉल सुने जाऐंगें एवं इन श्रमिकों की मदद की जायेगी। यह सुविधा श्रमिको हेतु 24 घंटे होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 13 अप्रैल। जिला भाजपा उपाध्यक्ष संतोष सोनी ने दुर्ग व रायपुर सहित प्रदेश के अन्य जिला में वेंटिलेटर व अन्य आईसीयू उपकरण की त्वरित व्यवस्था करने के लिए प्रदेश सरकार को केंद्र सरकार से अविलम्ब मदद मांगने की अपील की है।
संतोष सोनी ने कहा कि दुर्ग जिला सहित प्रदेश के अन्य जिला में चिकित्सा व्यवस्था को तुरंत दुरुस्त करने की आवश्यकता है, क्योंकि पिछले एक सप्ताह से दुर्ग से लेकर रायपुर तक किसी भी अस्पताल में आईसीयू में जगह नही मिल पा रही है और पिछले दो दिनों में चिकित्सा व्यव्स्था की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है।
अब क्रिटिकल मरीजों की संख्या राज्य में उपलब्ध वेंटिलेटर व आईसीयू बेड के अनुपात से दोगुनी हो चुकी है पर प्रदेश सरकार उस गति व अनुपात से अब तक इंफ्रास्ट्रक्चर न तैयार कर सकी है न ऐसा लग रहा है कि कर पायेगी। नतीजतन गम्भीर मरीज वेंटिलेटर के लिए तरस रहे हैं और लगातार उनकी मौतें बड़ी संख्या में हो रही है।
दुर्ग जिला अस्पताल व जिला प्रशासन द्वारा संचालित कचांदुर के चंदूलाल कोविड आइसोलेशन सेंटर में अनेक मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट से हटाकर वेंटिलेटर सपोर्ट दिए जाने की नितांत जरूरत है पर उनके लिए वेंटिलेटर उपलब्ध ही नहीं है ऐसी स्थिति में रीज के परिजन मन मसोस के और खून के घूंट पीकर अपने जान के टुकड़े को मरता हुआ देखने को मजबूर हैं।
ऐसे ही दुर्ग भिलाई के अनेक घरों में होम आइसोलेशन में पड़े हुए मरीजों का आक्सीजन लेवल खतरे के निशान तक आ गया है और उनके परिजन उस मरीज को अपनी गाड़ी में ले कर अस्पताल दर अस्पताल दौड़ लगा रहे हैं और उन्हें काफी मशक्कत के बाद ऑक्सीजन वाला बेड भी मुश्किल से मिल रहा है।
लोग बुरी तरह से हताश और बदहवासी की हालत में भटकने को मजबूर हो रहे हैं। जिला प्रशासन व मुख्य चिकित्सक के हाँथ पांव अब फूल गए हैं और जरूरतमंद मरीजों को वेंटिलेटर वाला बिस्तर उपलब्ध कराना उनके बस के बाहर की बात हो चुकी है। प्रायवेट अस्पतालों को भी ऑक्सीजन सिलेंडर मिलने में दिक्कत जा रही है, अब नए ऑक्सीजन प्लांट लगाये जाने की नितांत आवश्यकता है।
अभी अन्य जिलों में दुर्ग रायपुर जैसी स्थिति नहीं आई है तो ये हाल है, प्रदेश के अन्य जिलों में भी अब कोविड मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रही है अब डर इस बात का है कि उन जिलों में भी ऐसी स्थिति निर्मित हो गई तो क्या हाल होगा।
संतोष सोनी ने कहा कि प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल जी को जनता के हित को सर्वोपरि मानते हुए दलगत राजनीति की भावना से ऊपर उठ कर देश के प्रधानमंत्री जी से तुरंत मदद मांगनी चाहिए एवं प्रदेश व केंद्र को मिल कर निरीह जनता के लिए वेंटिलेटर जैसे जरूरी मँहगे उपकरण सहित प्रायवेट अस्पतालों में ईलाज हेतु प्रत्येक कोविड मरीज हेतु राहत पैकेज जारी करना चाहिए क्योंकि प्रति दिन बीस से तीस हजार का खर्च पंद्रह से बीस दिन तक वहन करना किसी के बस की बात नहीं है।
संतोष सोनी ने विश्वास जताया कि यदि मुख्यमंत्री जी इस दिशा में सकरात्मक कदम उठाएंगे तो प्रदेश व केंद्र दोनों मिलकर जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर सहित रेमडेसीवीर इंजेक्शन की किल्लत दूर कर लेंगे जो कि प्रदेश की जनता के सर्वथा हित में रहेगा।
दुर्ग, 13 अप्रैल। दुर्ग जिले में 6 अप्रैल से 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाया गया था। कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए इस लॉक डाउन के नतीजे प्रभावी रहे हैं और इससे कोरोना संक्रमण में कमी देखी गई है। इस के परिप्रेक्ष्य में आज कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने लॉक डाउन को 19 अप्रैल तक बढ़ाने का निर्णय लिया है। सभी से आग्रह है कि जिले में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन में पूरा सहयोग करें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 13 अप्रैल। अन्य राज्यों से जिले में आए यात्री 7 दिन के लिए क्वारंटीन होंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में भी क्वारंटीन सेंटर प्रभावी होंगे। पूर्व की तरह स्टेशन पर आ रहे यात्रियों की जाँच होती रहेगी। यह निर्देश कलेक्टर डा. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने अधिकारियों को कोविड संक्रमण की रोकथाम को लेकर हुये एक महत्वपूर्ण बैठक में दिए।
कलेक्टर ने कहा कि कंटेनमेंट जोन एवं हाटस्पाट में सख्त निगरानी की जरूरत है। लॉकडाउन का पूरी तरह पालन हो, यह सुनिश्चित होता रहे। जो लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं उन पर जुर्माना लगाएं तथा उन्हें मास्क भी वितरित करें। बैठक में एसपी श्री प्रशांत ठाकुर ने भी अधिकारियों को कोरोना गाइड लाइन का पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। टीकाकरण कार्य का लक्ष्य शीघ्र पूरा हो जाए। साथ ही अर्धसैनिक बलों के जवानों का भी टीकाकरण कार्य हो जाए। ग्राम पंचायतों में भी क्वारंटीन सेंटर की व्यवस्था प्रभावी हो तथा यहाँ आवश्यक सुविधाओं का ध्यान रखें। कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायतों में पल्स आक्सीमीटर रखने कहा गया है साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी पल्स आक्सीमीटर दिये गए हैं। कोविड के लक्षणों वाले मरीजों के संबंध में तुरंत बीएमओ को जानकारी दें ताकि उन्हें आइसोलेट किया जा सके और टेस्ट कराया जा सके। कलेक्टर ने अस्पतालों की प्रभावी व्यवस्था के संबंध में भी अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में सर्वोत्तम इलाज के साथ ही बेहतर साफसफाई और गुणवत्तायुक्त भोजन पर भी नजर रखें। इस संबंध में किसी भी तरह की जरूरत होने पर त्वरित सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। बैठक मेंं नगर निगम आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी, अपर कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चैधरी, अपर कलेक्टर श्री प्रकाश सर्वे, श्री बीबी पंचभाई सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
विकासखंडों में भी कोविड केयर की होगी पुख्ता व्यवस्था- विकासखंड मुख्यालयों में भी कोविड केयर की पुख्ता व्यवस्था होगी। यहाँ आक्सीजन की व्यवस्था के साथ ही चिकित्सकीय एवं नर्सिंग स्टाफ मरीजों की स्थिति को मानिटरिंग करेगा। आक्सीजन लेवल में गिरावट होने पर या अन्य किसी प्रकार की गंभीर स्थिति होने पर मरीज को तुरंत जिला मुख्यालय रिफर किया जाएगा। इसके लिए एंबुलेंस आदि की व्यवस्था कोविड केयर सेंटर में उपलब्ध होगी। कलेक्टर ने सभी एसडीएम से इसकी पुख्ता व्यवस्था कर लेने के निर्देश दिए।
ब्राह्मण पारा में किए 1500 फाईन, केलाबाड़ी में 4 लोगों पर लगाया जुर्माना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 13 अप्रैल। शहर में कोरोना संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के तहत जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार लॉक डाउन का पालन कराने निगमायुक्त हरेश मंडावी एवं सीएसपी विवेक शुक्ला पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों और निगम अधिकारियों के साथ शहर के अनेक गलियों सडक़ों और वार्डो का भ्रमण कर आम जनता को लॉक डाउन का पालन करने की अपील की । इस दौरान ब्राह्मण पारा में दुकान खोल कर व्यवसाय करने वाले दुकानदार पर 1500 का फाइन किया गया तथा केलाबाड़ी में बेवजह घर से बाहर घूमने वालों को रोककर उनके ऊपर 500--500 रुपए का जुर्माना किया गया ।
आयुक्त श्री मंडावी एवं सीएसपी श्री शुक्ला पुलिस के आला अधिकारियों के साथ पुराना सिटी कोतवाली से पटेल चौक होते हुए केलाबाड़ी कसारीडीह आजाद चौक तक पैदल ही भ्रमण किए । इस दौरान श्याम 4:00 बजे के बाद बिना काम के घर से बाहर निकलने वाले वाहन चालक और लोगों को रोक रोक कर बाहर निकलने का कारण पूछा और उन्हें घर वापस किए । केलाबाड़ी के मजार और उससे आगे तक गलियों का निरीक्षण कर बाहर घूमने वाले चार लोगों को 500--500 रुपए जुर्माना किया गया ।
आयुक्त मंडावी एवं सीएसपी श्री शुक्ला का दल केलाबाड़ी के अलावा गंजपारा हटरी बाजार,ब्राह्मण पारा मैथिल पारा दिगंबर जैन मंदिर क्षेत्र आदि जगह का भी भ्रमण कर घर से बाहर निकल कर बाहर बैठने वालों को सनराइज दिए और उन्हें घर वापस भेजा इस दौरान ब्राह्मण पारा गली में जैन फास्ट फूड वाला दुकान खोलकर सामान बेच रहा था जिसे बंद कराया, और 1500 रु. फाईन किये । वहीं गंजपारा में एक मुर्गा दुकान पर 200 रु. का जुर्माना लगया । आयुक्त और सीएसपी ने आला अधिकारियों के साथ आम जनता को से अपील कर कहा की कोरोना संक्रमण की चेन तोडऩे लॉक डाउन का पालन करना आवश्यक है अच्छा बेवजह घर से बाहर ना निकले एक जगह एकत्र ना हो गए मास्क लगाएं सोशल डिस्टेंस का पालन करें और सेनीटाइजर का उपयोग करें । पैदल भ्रमण के दौरान सिटी कोतवाली के पुलिस बल पदमनाभपुर पुलिस थाना के अधिकारी निगम के स्वास्थ्य अधिकारी दुर्गेश गुप्ता अतिक्रमण प्रभारी शिव शर्मा के अलावा सहायक राजस्व अधिकारी प्रकाश धर दीवान एवं राजस्व विभाग स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 13 अप्रैल। महापौर धीरज बाकलीवाल एवं आयुक्त हरेश मंडावी ने आम नागरिकों से अपील कर कहा है कि शहर में कोरोना संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए पूरे शहर व 60 वार्ड को सैनिटाइजिंग कर छिडक़ाव किया जा रहा है । उन्होंने बताया शहर को सुरक्षित करने के कार्य में सभी वार्डों के पार्षद लॉकडाउन में अपनी सक्रिय भागीदारी निभा रहे हैं । समस्त आम नागरिकों से अपील है कि वे अपने घरों में सुरक्षित रहें घर से बाहर ना निकले आवश्यक होने पर मास्क लगाकर बाहर निकले और सोशल डिस्टेंस का पालन करें ।
150 से 200 लीटर सेनेटाइजर का हो रहा छिडक़ाव
आयुक्त हरीश मंडावी ने बताया कि विधायक अरुण वोरा एवं महापौर धीरज बाकलीवाल के मंशा अनुरुप वार्ड पार्षदों के सहयोग से पूरे शहर में 150 से 200 लीटर प्रतिदिन सैनिटाइजर का छिडक़ाव कर शहर को सुरक्षित किया जा रहा है । नगर निगम और वार्ड पार्षदों के इस प्रयास में आम नागरिकों की सहभागिता आवश्यक है अत: सभी नागरिक अपने घर पर ही रहें , मास्क लगाएं, सैनिटाइजिंग का उपयोग करें और सोशल डिस्टेंस का पालन करें ।
टैंकर, सेनेटाजिंग मशीन और सीकर से हो रहा छिडक़ाव
आयुक्त श्री मंडावी ने बताया वार्ड पार्षदों के सहयोग से समूचे 60 वार्डों में सीकर के माध्यम से 11 गली और बस्ती को सैनिटाइजिंग कराया जा रहा है साथ ही एक टैंकर और तीन सैनिटाइजिंग मशीन से भी शहर को बाजार क्षेत्र को सैनिटाइज किया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 13 अप्रैल। आयुक्त हरीश मंडावी के निर्देश पर नगर पालिक निगम दुर्ग का हमला आज लॉक डाउन का उल्लंघन करने वाले 5 किराना स्टोर, और एक जर्नल स्टोर पर कार्यवाही कर 4500 रुपया जुर्माना लगाया।
अमला ने दुकानदारों को हिदायत देकर कहा लॉकडाउन में किसी भी प्रकार से दुकान नहीं खोलना है घर में रहें मास्क का उपयोग करें और सोशल डिस्टेंस का पालन करें दोबारा सामान विक्रय करने की शिकायत मिलने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी कार्यवाही के दौरान अतिक्रमण प्रभारी शिव शर्मा राजस्व निरीक्षक निशांत यादव ईश्वर वर्मा भगवान दास साहू एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित थे ।
आम जनता की सूचना पर निगम ने की कार्रवाई
नगर पालिक निगम दुर्ग सीमा क्षेत्र के गिरधारी नगर में संतोषी किराना स्टोर, गुप्ता किराना स्टोर, चांदनी किराना स्टोर, कान्हा किराना स्टोर और कला किराना स्टोर के अलावा उरला अटल आवास में ागर किराना स्टोर के द्वारा लॉक डाउन का उल्लंघन करते हुए दुकान खोल कर सामान बेचा जा रहा था जिसकी सूचना शिकायत आम जनता द्वारा किए जाने के उपरांत आयुक्त श्री मंडावी के निर्देश पर सागर किराना स्टोर और कला किराना स्टोर पर ?500 500 का जुर्माना किया गया शेष किराना दुकानों पर 1000 -1000 का जुर्माना लगाया गया और दुकानदारों को कड़ी चेतावनी दी गई।