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वार्डों में मोहल्ले बस्तियों के घरों और गलियों को किया सैनिटाईज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 24 अप्रैल। विधायक अरुण वोरा, महापौर धीरज बाकलीवाल के मार्गदर्शन में नगर पालिक निगम दुर्ग द्वारा आज लगभग 35 वार्डों के 60 से अधिक बस्ती, मोहल्ले के गलियों में सोडियम हाईपोफ्लोराईड दवाई का छिडक़ाव कर सेनेटाईज किया गया । महापौर धीरज बाकलीवाल द्वारा नगर निगम द्वारा प्रत्येक वार्डों में सेनेटाईज करने 60 बैटरी से चलित सीकर मशीन महापौर निधी से दिया गया है। जिसका विधायक, महापौर, हमीद खोखर द्वारा सीकर मशीन का वितरण गत दिनों किया गया है।
विधायक, महापौर के मार्गदर्शन में जारी सेनेटाईजिंग कार्य में बैठरी चलित सीकर मशीन आने के बाद तेजी आई है। नगर पालिक निगम दुर्ग दो टैंकर, तीन सेनेटाईजर मशीन और 120 सीकर मशीन से पूरे शहर के प्रत्येक वार्डो की गलियों, मोहल्ले-मोहल्ले जाकर दवाई का छिडक़ाव किया जा रहा है। आयुक्त हरेश मंडावी के निर्देशानुसार नगर पालिक निगम दुर्ग का अमला कोरोना पॉजिटीव, क्वॉरंटाईन और कंटेनमेंट जोन सभी जगहों सहित वार्ड पार्षदों के दिशा-निर्देश, और आम नागरिकों की मांग पर उनके घर और आस-पास क्षेत्र में दवाई छिडक़ाव कर सेनेटाईज किया जा रहा है।
कोरोना संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए नगर पालिक निगम दुर्ग का अमला पूरा मुस्तैद होकर कार्य कर रहा है। इस कड़ी में आज तकियापारा, लुचकी तालाब किनारे बस्ती, पोलयास चैक मंगलम हास्पीटल एरिया, स्टेशन रोड, सिंधी कालोनी क्षेत्र, गिरधारी नगर, संतोषी मंदिर, पद्मनाभपुर 45, शंकर नगर 10, स्टेशन पारा, कैलाशनगर एरिया, तमेरापारा बाजार क्षेत्र, बोरसी 49, तितुरडीह आदित्य नगर, पदमनाभपुर 46, पचारीपारा जोहन यादव घर क्षेत्र, गुरुघासीदास वार्ड फोकटपारा, देवार पारा, मोहननगर 12, रायपुरनाका उडिय़ा बस्ती क्षेत्र, कातुलबोर्ड, शिवपारा कंडरापारा, सरस्वतीनगर, नयापारा रोड बजरंग नगर, करहीडीह वार्ड, तितुरडीह वार्ड, औद्योगिक नगर शंाति नगर बस्ती, कसारीडीह 43, तितुरडीह 19, बोरसी 51, ब्राम्हणपारा, केलाबाड़ी, सुराना कालेज वार्ड, शिक्षकनगर बैगापारा, न्यू पुलिस लाईन, गंजपारा, उरला आईएचएसडीपी आवास कालोनी सहित अन्य नगर और बस्तीयों में दवाई का छिडक़ाव किया गया ।
महापौर बाकलीवाल ने बताया शहर के प्रत्येक वार्डो की बस्तियों, मोहल्ले को नगर निगम के हैण्ड सीकर मशीन से दवाई का छिडक़ाव कराकर सुरक्षित किया जा रहा है। इस कार्य में तेजी लाने 60 बैटरी चलित सीकर मशीन मंगाया गया है। जिसका वितरण किए जाने के बाद से अब शहर के वार्ड और बस्तियों में संक्रमण से बचाव की दिशा में सेनेटाईजिंग कार्य में तेजी आई है। नागरिकों से अनुरोध है कि वे संक्रमण से बचाव के लिए अपने घरों में ही रहें, स्वस्थ और सुरक्षित रहें।
कांग्रेस नेता ने सीएम का जताया आभार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उतई, 24 अप्रैल। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव (ओबीसी सेल) मोनेश बंछोर ने 18 वर्ष आयु से 45 वर्ष आयु के नागरिकों को इस कोरोना महामारी के दौरान निशुल्क वैक्सीनेशन की सौगात देने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार व्यक्त किया है। केंद्र सरकार द्वारा निशुल्क व्यवस्था नहीं किए जाने से वैक्सीन निर्माता कंपनी द्वारा निजी अस्पताल में 600 रु एवं सरकारी अस्पताल में 400 रु दर तय की गई थी।
मोनेश बंछोर ने जारी विज्ञप्ति मे कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हमेशा की तरह नागरिकों के हित में तत्काल निर्णय लेते हुए निशुल्क वैक्सीनशन हेतु एक हज़ार करोड़ रु का प्रावधान करके बड़ी सुविधा प्रदान की है। यह राज्य सरकार की कार्यशैली का परिणाम है कि विगत एक हफ्ते में 63000 लोग स्वस्थ हुए है तथा लगातार अस्पतालों में सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है एवं अकेले रायपुर में कोविड अस्पतालों में दस हज़ार नए बिस्तरों की शीघ्र व्यवस्था की जा रही है। साथ ही 90,000 रेमडेसिविर इंजेक्शन का सरकार ने क्रय किया है, जिसमें से 30,000 इंजेक्शन इस हफ्ते आ जाने से इसकी उपलब्धता और सुगम होने जा रही है।
राज्य सरकार द्वारा 853 करोड़ की राशि उपलब्ध करा कर कोरोना के खिलाफ निर्णायक कार्यवाही के साथ ही लगातार नई भर्ती करके ज़रूरी स्टॉफ की व्यवस्था कर रही है। साथ ही उन्होंने समस्त डॉक्टर्स, स्वास्थ्य कर्मचारियों, पुलिसकर्मियों के साथ समस्त कोरोना वॉरियर्स का आभार व्यक्त करते हुए उनके सेवा भाव के जज़्बे को सलाम किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 24 अप्रैल। कोरोना लॉकडाउन में नियमों की अवहेलना करने वालों पर निगम की मोबाइल टीम सख्त कार्यवाही कर रही है। निगम क्षेत्र का सघन निरीक्षण कर चोरी, चुपके सामान बेचने तथा फल, सब्जी वाले जो भीड़ इकट्ठा कर रहे है, उन पर जुर्माना लगाया गया।
इंदिरा मार्केट क्षेत्र, शनिचरी बाजार, चंडी चौक, मान होटल चौक, पोलसाय पारा चौक, ग्रीन चौक,स्टेशन रोड, नया गंज मंडी के अलावा कातुलबोर्ड सहित अन्य जगहों का सुबह 3 घंटे आयुक्त हरेश मंडावी, एसडीएम विनय पोयाम, सीएसपी विवेक शुक्ला ने अतिरिक्त तहसीलदार साहू तहसीलदार पार्वती पटेल, स्वास्थ्य अधिकारी दुर्गेश गुप्ता, अतिक्रमण प्रभारी शिव शर्मा के अलावा पद्मनाभपुर एवं दुर्ग थाना पुलिस बल के साथ शहर के मुख्य जगहों पर निरीक्षण कर अर्थदण्ड वसूलने की कार्यवाही की गई। अनाज एवं किराना स्टोर के संचालक द्वारा चुपके से आधा शटर खोलकर अनाज की बोरी देते मॉनिटरिंग के दौरान निगम टीम की पड़ी नजर और दुकानदार से 2000 हजार रूपए अर्थदण्ड वसूलने की कार्यवाही की गई। सुबह इंदिरा मार्केट अनाज दुकान द्वारा सामान देने की सूचना मिली जिस पर कार्रवाई की गई। सुबह शहर में घूमकर 17 लोगों से 12700 रूपए जुर्माना लिया गया और लॉकडाउन के नियमों का दोबारा उल्लंघन करते हुए पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई करने हिदायत दी गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 24 अप्रैल। विधायक अरुण वोरा एवं महापौर धीरज बाकलीवाल ने शहर के लोगों की चिंता करते हुए शहर क 60 वार्डो में कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा करते हुए बताया कि कोरोना संक्रमण संख्या में गिरावट आई है। उन्होनें प्रभावितों को हर सुविधा उपलब्ध कराने तथा व्यवस्था बनाये रखने के निर्देश अधिकारियों को दिए। बैठक में आयुक्त हरेश मंडावी, विद्युत यांत्रिकी विभाग प्रभारी भोला महोबिया, कार्यपालन अभियंता मोहनपुरी गोस्वामी, राजेश पाण्डेय, पार्षद प्रकाश जोशी, एवं पूर्व पार्षद राजेश शर्मा उपस्थित थे।
विधायक अरुण वोरा ने महापौर, अधिकारियों से चर्चा करते हुये कहा कि हमें हमारे शहर के लोगों की स्वास्थ्य के लिए बेहद चिंतित हैं। राज्य शासन के द्वारा किसी भी प्रभावित व्यक्ति के ईलाज में किसी भी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी। शासन के निर्देश पर ऑक्सीजन बेड, वेंटीलेटर की व्यवस्था की गई है। उन्होंने शासकीय अस्पताल सहित सभी प्राइवेट अस्पतालों के प्रबंधकों से कहा है कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति और उसके परिजनों को किसी भी प्रकार से न भटकायें। विधायक, महापौर के मार्गदर्शन में नगर पालिक निगम दुर्ग द्वारा शासकीय अस्पताल क्षेत्र सहित अन्य हास्पीटलों में बेहतर सफाई व्यवस्था बनाये रखने शहर में कोरोना संक्रमण की स्थिति मेें सुधार हुआ है। उन्होंने निगम अधिकारियों को निर्देशित कर कहा शहर की साफ-सफाई के साथ ही शहर के अस्पतालों में सफाई व्यवस्था बना कर रखे। शहर प्रमुख सडक़ों गलियों को बड़ी सेनेटाईज गाडिय़ों से करें सेनेटाईजिंग-समीक्षा बैठक में विधायक, महापौर ने आयुक्त सहित अधिकारियों को निर्देशित कर कहा कि वर्तमान में निगम के टैंकर और सेनेटाईजर मशीन और सीकर से शहर के पूरे वार्ड, प्रमुख सडक़ें आदि सेनेटाईजिंग नहीं हो पा रहा है सेनेटाईज करने से शहर की स्थिति अभी बेहतर हैं।
फिर भी दूसरे विभागों से बड़ी सेनेटाईजिंग मशीन गाड़ी उपलब्ध कराकर पूरे शहर को सेनेटाईज करने की आवश्यकता है। अत: बड़ी सेटनेटाईज गाडिय़ों की व्यवस्था करेंं। बैठक में विधायक और महापौर ने अधिकारियों से चर्चा करते हुये बताए कि शासन के निर्देश 1 मई से 18 वर्ष और उससे ऊपर आयु के युवाओं को कोरोना टीका लगाया जाएगा। उन्होंने कहा किसी भी वार्ड के युवा इस टीकाकरण के लिए न छूटे इसके लिए प्रत्येक वार्ड में एक टीकाकरण केन्द्र खोलें इसकी तैयारी कर लेवे। भवन आदि की व्यवस्था कर लेवे। उन्होंने कहा देखने में आ रहा है कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति और उनके परिजन के समक्ष भटकाव की स्थिति निर्मित हो रही है।
एैसे लोगों को पूरी सुविधा दी जावे। कोरोना संक्रमित मृत शरीर को उनके परिजनों को जल्द दी जावे एैसी व्यवस्था बनाएं।
विधायक, महापौर ने निगम अधिकारियों से अमृत मिशन योजना के तहत पाइप लाईन विस्तार और अन्य आवश्यक कार्यों की जानकारी लिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित कर कहा है कि अभी लॉकडाउन लगा हुआ है। बहुत से वार्ड क्षेत्रों के निवासियों को अमृत मिशन योजना के कार्य से परेशानी हो रही है। अत: इस दौरान शहर के प्रमुख क्षेत्रों, मुख्य मार्गो में अमृत मिशन योजना के जहां पाइप लाईन, कनेक्शन जोडऩे है। उसे पूरा करें, साथ ही जिन जगहों पर गढ्डे खोदकर डाले गये पाइप लाईन वाले गड्ढ़ों को भरने का कार्य जल्द से जल्द पूरा कराए।
सुबह 7 से दोपहर 11 तक चिकन, मछली, मटन, अण्डा की होम डिलीवरी की अनुमति
कोरबा, 26 अप्रैल। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकरणों को देखते हुए कोविड-19 वायरस से बचाव और उसकी रोकथाम के लिए 27 अप्रैल तक लागू की गई पूर्ण तालाबंदी को कोरबा जिले में आगामी पांच मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। इस तालाबंदी बढ़ोत्तरी के संबंध में जिला दण्डाधिकारी श्रीमती किरण कौशल ने इस संबंध में संशोधित आदेश भी जारी कर दिया है। प्रारंभ में कोरबा जिले में कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए 12 अप्रैल से 22 अप्रैल तक पूर्ण तालाबंदी की गई थी। जिसे पहले चरण में पांच दिन बढ़ाकर 27 अपे्रल तक लागू किया गया था। अब कोरोना संक्रमण से आमजनों की सुरक्षा को देखते हुए पूर्ण तालाबंदी पांच मई की रात 12 बजे तक रहेगी।
पूर्व में जारी आदेश में आगामी दिनों के लिए संशोधन किए गए हैं। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत हितग्राहियों को खाद्यान्न और अन्य वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए खाद्यान्न परिवहन, भण्डारण, वितरण, लोडिंग-अनलोडिंग आदि के संचालन की अनुमति संशोधित आदेश में दी गई है। तालाबंदी के दौरान सुबह 07 बजे से 11 बजे तक चिकन, मटन, मछली और अण्डा विके्रताओं को होम डिलीवरी के माध्यम से बिक्री की अनुमति दी गई है। विके्रता कहीं पर भी स्थाई ठेला या दुकान खोलकर चिकन, मटन, मछली और अण्डा नहीं बेच सकेंगे। लाॅकडाउन के दौरान सुबह सात बजे से दोपहर 11 बजे तक ठेले पर फेरी लगाकर या गली-गली घूम कर काॅलोनियों में डोर टु डोर सब्जी और फल विक्रय की अनुमति पहले की तरह ही लागू रहेगी। एक ही स्थान पर खड़े होकर या बाजारों में दुकानों को खोलकर सब्जी और फल बेचने की अनुमति नहीं होगी। लाॅकडाउन की अवधि में थोक दुकानों या थोक व्यापारियों या सब्जी मण्डी या किसी भी मण्डी को खोलने की अनुमति नहीं होगी। थोक व्यापारी शाम सात बजे से रात नौ बजे तक अपने सामानों की लोडिंग अनलोडिंग कर सकेंगे। थोक व्यापारी होम डिलीवरी व्यवस्था में लगे दुकान संचालकों से आॅनलाइन या फोन पर आर्डर लेकर सुबह छह बजे से नौ बजे तक आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करेंगे। अमेजन, फ्लिप कार्ट, जैसी ई-कामर्स सेवाओं के माध्यम से भी जरूरी चीजों की आपूर्ति की अनुमति होगी। खाने-पीने की चीजों की जोमैटो, स्वेगी जैसे माध्यमों से आॅनलाईन डिलीवरी पर पहले की तरह ही प्रतिबंध लगा रहेगा।
लाॅकडाउन अवधि के दौरान जिले के शासकी- अशासकीय और सहकारी बैंक प्रातः 11 बजे से दोपहर दो बजे तक खुले रहेंगे। सभी बैंक संस्थान अपने न्यूनतम आवश्यकतानुसार कर्मचारियों-अधिकारियों का उपयोग करते हुए केवल कार्यालयीन कार्य ही संचालित करेंगे। बैंको में ग्राहक, खातेदार या आम लोगों का प्रवेश पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। बैंकों में केवल दवा एवं चिकित्सा उपकरण, चिकित्सकीय प्रयोजन, आक्सीजन निर्माता ईकाईयों, पेट्रोल पंप संचालकों, गैस एजेंसियों, कोल्ड ट्रांसपोर्टरों, सार्वजनिक वितरण प्रणाली की शासकीय उचित मूल्य की राशन दुकानो के संचालन के लिए ही लेनदेन किया जा सकेगा। इसके लिए भी संबंधित व्यक्तियों को शाखा प्रबंधक के समक्ष विधिवत आवेदन प्रस्तुत करना होगा। बैंक ऐसे सभी लेनदेन करने वालों का विधिवत रिकार्ड भी रखेंगे। अन्य किसी भी प्रकार के लेनदेन पर पहले की तरह ही रोक रहेगी। बैंक द्वारा संचालित एटीएम में पर्याप्त मात्रा में मुद्रा की उपलब्धता बैंक प्रबंधन द्वारा सुनिश्चित की जाएगी।
लाॅकडाउन की अवधि के दौरान जिले में संचालित सभी शासकीय उचित मूल्य की दुकानें पहले की तरह ही सुबह सात बजे से दोपहर 12 बजे तक खुलेंगी। दुकान संचालक वार्ड-मोहल्ला-ग्रामवार हितग्राहियों को टोकन जारी कर कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए राशन वितरण करेंगे। प्रतिदिन 50-50 हितग्राहियों को खाद्यान्न वितरण के लिए टोकन जारी किए जाएंगे। वार्ड-मोहल्ला में खाद्यान्न वितरण के लिए अलग-अलग दिन निर्धारित कर हितग्राहियों को सूचना देकर खाद्यान्न का वितरण किया जाएगा। उचित मूल्य की दुकानों में राशन वितरण के समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा। हितग्राहियों को मास्क पहनना और सेनेटाइजेशन के लिए सेनेटाइजर या साबुन पानी की व्यवस्था भी करनी होगी। हितग्राहियों के खड़े होने के लिए निर्धारित दूरी पर गोले लगाना या चिन्हांकन करने की जिम्मेदारी दुकानदारों की होगी। हितग्राहियों के राशन कार्ड ही खाद्यान्न लेने के लिए राशन दुकान तक आने-जाने के लिए पास के रूप में मान्य होगा।
जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए पूर्ण तालाबंदी संबंधी अन्य निर्देश पहले जारी किए आदेशानुसार ही होंगे। पूर्ण तालाबंदी के निर्देशों का उल्लंघन करने वाले व्यक्ति या प्रतिष्ठान पर भारतीय दण्ड संहिता 1860, आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 और अन्य सुसंगत कानूनों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
जिला भाजपा उपाध्यक्ष ने जताया आभार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 24 अप्रैल। विगत दो सप्ताह से जिला भाजपा उपाध्यक्ष संतोष सोनी खांसी, बुखार, बदन दर्द, सर दर्द आदि लक्षण दिखते ही कोरोना के संदिग्ध मरीजों को दवा शुरू करने की मांग मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री से कर रहे थे, इसे लेकर उन्होंने ईमेल व ट्विटर के माध्यम से कई बार स्वास्थ्य मंत्री व मुख्यमंत्री को पत्र लिखा एवं सोशल मीडिया तथा समाचार पत्रों के माध्यम से लगातार आवाज उठाते रहे, जिसके फलस्वरूप छत्तीसगढ़ सरकार के स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव रेणुका पिल्लई ने समस्त शासकीय प्रमुख चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश पत्र जारी कर कोविड जांच रिपोर्ट में विलंब की स्थिति में कोविड के संदिग्ध मरीजों में लक्षण दिखते ही तत्काल डॉक्सिसाइक्लीन व आइवरमैकटींन, पैरासिटामोल, जिंक विटामिन सी आदि दवा दिए जाने का आदेश जारी किया है। जिस पर उन्होंने प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग को पत्र प्रेषित कर आभार जताया है।
संतोष सोनी ने कहा कि अब प्रदेश में चिकित्सकों को जांच रिपोर्ट में विलंब की स्थिति में कोई बाध्यता नहीं रहेगी एवं वे निर्भीक होकर ऐसे मरीजों को कोविड उपचार की होम आइसोलेशन की उचित दवा अनुसंशित कर सकेंगे, जिससे अधिक से अधिक कोविड मरीज होम आइसोलेशन में ही ठीक हो जाएंगे और गंभीर स्थिति में जाने से बच जाएंगे और इस तरह जनता को अस्पताल के भारी आर्थिक बिल सहित उनके प्राण संकट में पडऩे से बच जाएंगे।
संतोष सोनी ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि इस नियम के बनने व उसके प्रभावी रूप से पालन करने से प्रदेश की जनता को बेहद लाभ मिलेगा एवं कोविड के प्राणघातक दुष्प्रभाव में भारी कमी आएगी। साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ के समस्त जिला प्रमुख चिकित्सा अधिकारियों को सुझाव भी दिया है कि इन दवाओं का डिजिटल पाम्पलेट बनाकर प्रचारित करने की भी आवश्यकता है जिससे जनता के मध्य भी जागरूकता आये और कोई भी मरीज दवा से वंचित न रहे। उन्होंने प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग को पत्र प्रेषित कर इस जनहित के आदेश को जारी करने हेतु आभार व्यक्त किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 24 अप्रैल। दुर्ग में कोरोना के खिलाफ जंग सब मिलकर लड़ रहे हैं। कोरोना मरीजों का मनोबल न टूटे। इसके लिए कोई न कोई कुछ न कुछ अच्छा कर रहा है। ये लड़ाई पिछले साल से शुरू हुई थी, जो अब तक जारी है। आज हम दुर्ग की नविता शर्मा के बारे में बात करने वाले हैं। नर सेवा ही नारायण सेवा है, यही मूलमंत्र है नविता का। जिसे उन्होंने धारण किया है।
नविता शर्मा पिछले 1 वर्षों से कोरोना पीडि़तों के लिए कार्य कर रही हैं। नविता ने कहा, जो कोरोना महामारी में पीडि़तों की सेवा कर रहे, अभी कोरोना प्रकोप शहर में भयानक स्थिति में पहुंच गया है। जिससे कोरोना पूरे परिवार को अपनी चपेट में ले रहा है। नविता अपने खुद की रसोई में शुद्ध व पौष्टिक भोजन दे रही हैं। तकरीबन रोज 50 कोरोना मरीजों के लिए भोजन बनाती हैं। जिसके लिए उन्होंने अपने फेसबुक व व्हाट्सअप रूप में पोस्ट भी किया है कि कोरोना से प्रभावित परिवार किसी भी समय उनके नम्बर पर सम्पर्क करें। खाना पहुंच जाएगा।
विगत कुछ दिनों से बहुत से लोगों ने संपर्क किया। उनके घर तक खाना पहुंचा रहे हैं। उन्होंने शहर के समक्ष लोगों से आग्रह किया कि कम से कम अपने आसपास के लोगों सेवा प्रदान कर मदद करे। इसके साथ ही कोरोना मरीजों को बेड, इंजेक्शन,प्लाज्मा एव ऑक्सीजन आदि किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर फोन आता है तो नविता शर्मा यथासंभव सहयोग करती है।
दुर्ग, 24 अप्रैल। जिले के 8 चिकित्सा अधिकारियों को एस्मा के अंतर्गत नोटिस दी गई है।
प्रदेश में कोविड संकट को देखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यक स्थिति के चलते एस्मा एक्ट लागू है। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए मरीजों के इलाज एवं अन्य स्वास्थ्य सेवाओं के लिए विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों के चिकित्सा अधिकारियों की ड्यूटी 21 अप्रैल से चंदूलाल चंद्राकर हास्पिटल में लगाई गई थी। इनमें 8 चिकित्सा अधिकारियों को अब तक उपस्थिति नहीं देने के कारण कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने शो काज नोटिस जारी किया है। कलेक्टर ने इन्हें प्रदेश में प्रभावी एस्मा एक्ट के अंतर्गत ड्यूटी में तत्काल उपस्थित होने के निर्देश दिये हैं अन्यथा की स्थिति में महामारी एक्ट के अंतर्गत इनका पंजीयन रद्द करने की कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि राज्य में 15 अप्रैल से एस्मा एक्ट लागू है, जिसके तहत समस्त स्वास्थ्य सुविधाएं तथा डॉक्टर, नर्स एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को आवश्यक सेवाओं में शामिल किया गया है।
कोरोना के कारण हो रही कर्मियों की मौतों से भी नाराज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 24 अप्रैल। नेशनल ज्वाइंट कमेटी फॉर स्टील (एनजेसीएस) की बैठक में कल भी वेतन समझौता नहीं होने पर आक्रोशित भिलाई इस्पात संयंत्र के युवा कर्मचारियों के द्वारा कल रात से यूआरएम एवं बीआरएम तथा आज सुबह वायर रॉड मिल, मर्चेंट मिल, पॉवर प्लांट स्टेशन 2, रेल मिल एवं कोक ओवन बैटरी नंबर 11 में काम बंद कर दिया गया है।
आंदोलित कर्मचारी वेतन समझौते एवं कोरोना संक्रमित कर्मियों का उचित उपचार नहीं होने एवं रोस्टर प्रणाली नहीं अपनाने के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। दूसरी ओर अधिशासी निदेशक कार्मिक प्रशासन एसके दुबे के द्वारा समाधान के लिए सभी यूनियन के पदाधिकारियों से चर्चा की जा रही है। जारी आंदोलन के कारण संयंत्र प्रबंधन को भारी नुकसान होने की संभावना व्यक्त की गई है।
एनजेसीएस की बैठक में सेल प्रबंधन एवं यूनियन के मध्य वेतन समझौता के लिए सहमति नहीं बनने के बाद से आक्रोशित भिलाई इस्पात संयंत्र के युवा कर्मचारियों के द्वारा कल रात को ही यूनिवर्सल रेल मिल एवं बार रॉड मिल में काम बंद कर दिया गया था, जिसके कारण दूसरे दिन भी यूआरएम बंद है। आंदोलन की आग बढक़र रेल मिल, मर्चेंट मिल, वायर रोड मिल, ब्लास्ट फर्नेस क्रमांक 8, पॉवर प्लांट स्टेशन 2 तक पहुंच गई। इन सभी विभागों को आज सुबह 11 बजे से ही बंद कर दिया गया है. इस आंदोलन में करीबन 3000 कर्मचारी शामिल हो गए हैं।
आक्रोशित युवा कर्मचारियों की प्रबंधन से मांग है कि शीघ्र ही वेतन समझौता किया जाए, जो विगत 4 वर्षों से लंबित है। इसके अलावा आंदोलित कर्मचारियों ने कहा कि कोरोना के कारण भारी संख्या में संयंत्र के भीतर कार्यरत कर्मचारी बीमार हो रहे हैं। कर्मचारियों का समुचित इलाज सेक्टर 9 अस्पताल में नहीं किया जा रहा है, जिसके कारण लगातार कर्मचारियों की मौत हो रही है। इस स्थिति में प्रबंधन से एहतियातन के तौर पर रोस्टर प्रणाली लागू करने एवं उत्पादन कम करने की मांग की जाती रही है, परंतु प्रबंधन के द्वारा रोस्टर प्रणाली एवं उत्पादन कम करने की दिशा में कोई भी कदम नहीं उठाया गया है। कोरोना से पीडि़त बीएसपी कर्मियों का इलाज भी सेक्टर 9 अस्पताल में ठीक ढंग से नहीं किया जा रहा है, जिसके कारण प्रतिदिन कर्मियों की मौत हो रही है। प्रबंधन को शीघ्र ही कोरोना पीडि़त कर्मचारियों को बचाने की दिशा में उचित इलाज किया जाना चाहिए, साथ ही रोस्टर प्रणाली लागू करके कार्यस्थल पर कर्मचारियों को संक्रमित होने से बचाया जाना चाहिए।
समाधान के लिए सभी यूनियन से चर्चा
युवा कर्मचारियों को मनाने के लिए संयंत्र प्रशासन के द्वारा अपने स्तर पर प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। इसके लिए अधिशासी निदेशक कार्मिक एवं प्रशासन एसके दुबे के द्वारा प्रत्येक यूनियन के प्रतिनिधियों को बुलाकर के चर्चा की जा रही है, ताकि इस आंदोलन को समाप्त किया जा सके और बंद पड़ी सभी मिल्स को शुरू किया जा सके। इस आंदोलन के कारण संयंत्र प्रबंधन को भारी नुकसान होने की संभावना व्यक्त की गई है।
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
दुर्ग, 23 अप्रैल। जिले के 8 चिकित्सा अधिकारियों को एस्मा के अंतर्गत नोटिस दी गई है।
प्रदेश में कोविड संकट को देखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यक स्थिति के चलते एस्मा एक्ट लागू है। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए मरीजों के इलाज एवं अन्य स्वास्थ्य सेवाओं के लिए विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों के चिकित्सा अधिकारियों की ड्यूटी 21 अप्रैल से चंदूलाल चंद्राकर हास्पिटल में लगाई गई थी। इनमें 8 चिकित्सा अधिकारियों को अब तक उपस्थिति नहीं देने के कारण कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने शोकाज नोटिस जारी किया है।
कलेक्टर ने इन्हें प्रदेश में प्रभावी एस्मा एक्ट के अंतर्गत ड्यूटी में तत्काल उपस्थित होने के निर्देश दिये हैं अन्यथा की स्थिति में महामारी एक्ट के अंतर्गत इनका पंजीयन रद्द करने की कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि राज्य में 15 अप्रैल से एस्मा एक्ट लागू है, जिसके तहत समस्त स्वास्थ्य सुविधाएं तथा डॉक्टर, नर्स एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को आवश्यक सेवाओं में शामिल किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 23 अपै्रल। विधायक अरुण वोरा, महापौर धीरज बाकलीवाल के मार्गदर्शन में नगर पालिक निगम दुर्ग द्वारा लगभग 35 वार्डो के 60 से अधिक बस्ती, मोहल्ले के गलियों में सोडियम हाईपोफ्लोराईड दवाई का छिडक़ाव कर सेनेटाईज किया गया। महापौर धीरज बाकलीवाल द्वारा नगर पालिक निगम द्वारा प्रत्येक वार्डंों में सेनेटाईज करने 60 बैटरी से चलित सीकर मशीन महापौर निधी से दिया गया है। जिसका विधायक, महापौर, हमीद खोखर द्वारा सीकर मशीन का वितरण गत दिनों किया गया है।
विधायक, महापौर के मार्गदर्शन में जारी सेनेटाईजिंग कार्य में बैठरी चलित सीकर मशीन आने के बाद तेजी आई है। नगर पालिक निगम दुर्ग दो टैंकर, तीन सेनेटाईजर मशीन और 120 सीकर मशीन से पूरे शहर के प्रत्येक वार्डो की गलियों, मोहल्ले-मोहल्ले जाकर दवाई का छिडक़ाव किया जा रहा है। आयुक्त हरेश मंडावी के निर्देशानुसार नगर पालिक निगम दुर्ग का अमला कोरोना पॉजिटीव, क्वॉरंटाईन और कन्टेनमेंट जोन सभी जगहों सहित वार्ड पार्षदों के दिशा निर्देश, और आम नागरिकों की मांग पर उनके घर और आस-पास क्षेत्र में दवाई छिडक़ाव कर सेनेटाईज किया जा रहा है।
बस्ती और वार्ड को किया सेनेटाईजिंग-
कोरोना संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए नगर पालिक निगम दुर्ग का अमला पूरा मुस्तैद होकर कार्य कर रहा है। इस कड़ी में आज तकियापारा, लुचकी तालाब किनारे बस्ती, पोलयास चौक मंगलम हास्पीटल एरिया, स्टेशन रोड, सिंधी कालोनी क्षेत्र, गिरधारी नगर, संतोषी मंदिर, पद्मनाभपुर 45, शंकर नगर 10, स्टेशन पारा, कैलाशनगर एरिया, तमेरापारा बाजार क्षेत्र, बोरसी 49, तितुरडीह आदित्य नगर, पदमनाभपुर 46, पचारीपारा जोहन यादव घर क्षेत्र, गुरुघासीदास वार्ड फोकटपारा, देवार पारा, मोहननगर 12, रायपुरनाका उडिय़ा बस्ती क्षेत्र, कातुलबोर्ड, शिवपारा कंडरापारा, सरस्वतीनगर, नयापारा रोड बंजरंग नगर, करहीडीह वार्ड, तितुरडीह वार्ड, औद्योगिक नगर शंाति नगर बस्ती, कसारीडीह 43, तितुरडीह 19, बोरसी 51, ब्राम्हणपारा, केलाबाड़ी, सुराना कालेज वार्ड, शिक्षकनगर बैगापारा, न्यू पुलिस लाईन, गंजपारा, उरला आईएचएसडीपी आवास कालोनी सहित अन्य नगर और बस्तीयों में दवाई का छिडक़ाव किया गया ।
विधायक, महापौर, आयुक्त ने शहर के समस्त आम नागरिकों से अपील कर कहा कि वे कोरोना संक्रमण से न घबरायें, सर्दी, खांसी, बुखार होने पर तत्काल जांच करायें। संक्रमित होने पर तत्काल दवाई लें। कोरोना संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए मास्क जरुर लगायें, सोशल डिस्टेंस का पालन करें, और सेनेटाईजिंग का उपयोग अवश्य करें। महापौर श्री बाकलीवाल ने बताया शहर के प्रत्येक वार्डो की बस्तियों, मोहल्ले को नगर निगम के हैण्ड सीकर मशीन से दवाई का छिडक़ाव कराकर सुरक्षित किया जा रहा है।
इस कार्य में तेजी लाने 60 बैटरी चलित सीकर मशीन मंगाया गया है जिसका वितरण किये जाने के बाद से अब शहर के वार्ड और बस्तियों में संक्रमण से बचाव की दिशा में सेनेटाईजिंग कार्य में तेजी आई है। नागरिकों से अनुरोध है कि वे संक्रमण से बचाव के लिए अपने घरों में ही रहें, स्वस्थ और सुरक्षित रहें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 23 अप्रैल। अस्पतालों में ड्यूटी लगाये जाने पर अभी तक उपस्थिति नहीं देने वाले डॉक्टर सहित स्वास्थ्य कर्मियों को नोटिस जारी किया गया है।
ज्ञात हो कि प्रदेश में कोविड संकट को देखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यक स्थिति के चलते एस्मा एक्ट लागू है। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए मरीजों के इलाज एवं अन्य स्वास्थ्य सेवाओं हेतु स्वास्थ्य अमले की ड्यूटी जिला चिकित्सालय तथा चंदूलाल चंद्राकर हास्पिटल में लगाई गई है। इनमें कुछ स्टाफ ने अब तक उपस्थिति नहीं दी है। सीएमएचओ ने इन्हें प्रदेश में प्रभावी एस्मा एक्ट के अंतर्गत ड्यूटी में तत्काल उपस्थित होने के निर्देश दिये हैं अन्यथा की स्थिति में महामारी एक्ट के अंतर्गत इनका पंजीयन रद्द करने की कार्रवाई की जाएगी।
चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कालेज कोविड केयर सेंटर में ड्यूटी लगाये जाने पर अभी तक उपस्थिति नहीं देने वाले 1 चिकित्सा अधिकारी, 1 बीडीएस, 2 इंटर्न डाक्टर, 5 आईसीयू स्टाफ नर्स, 9 स्टाफ नर्स एवं 3 एएनएम को यह नोटिस दी गई है। इसी प्रकार जिला चिकित्सालय में ड्यूटी लगाये जाने पर अभी तक उपस्थिति नहीं देने वाले 1 आईसीयू स्टाफ नर्स, 1 स्टाफ नर्स, 8 वार्ड ब्यॉय एवं 2 आया को शो काज नोटिस जारी की गई है।
उल्लेखनीय है कि राज्य में 15 अप्रैल से एस्मा एक्ट लागू है जिसके तहत समस्त स्वास्थ्य सुविधाएं तथा डाक्टर, नर्स एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को आवश्यक सेवाओं में शामिल किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर 23 अप्रैल। शिक्षा जगत विशेषकर भिलाई के लिए कल का दिन अत्यंत ही दुखदाई रहा। इंदिरा गांधी नेशनल ट्राईबल विश्वविद्यालय अमरकंटक के पूर्व वाइस चांसलर डॉ.तीर्थश्वर सिंह एवं विश्वकर्मा कोचिंग क्लासेस की संचालक सुनीता विश्वकर्मा का कोरोना से निधन हो गया। दोनों ही शिक्षकों के बरसों किए गए योगदान को भुलाया नहीं जा सकेगा।
कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय भिलाई नगर के पूर्व प्रोफेसर सेक्टर-09 निवासी डॉ.तीर्थश्वर सिंह (58) का 22 अप
्रैल की रात्रि करीब 7.30 बजे इलाज के दौरान किम्स अस्पताल बिलासपुर में निधन हो गया। वे प्रोफेसर डॉ. वीणा सिंह के पति व इंजीनियरिंग महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. राजेश्वर सिंह के बड़े भाई थे। क्षत्रिय कल्याण सभा भिलाईनगर ने डॉ. तीर्थश्वर सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि दी है।
डॉ. तीर्थश्वर सिंह द्वारा शिक्षा जगत में विगत 4 दशकों से अपनी निरंतर सेवाएं दी हैं । इसके अलावा उनके द्वारा एनसीसी में कैप्टन पद पर रहते हुए सेवाएं देते हुए अनेकों छात्र छात्राओं का मार्गदर्शन किया।
सुनीता विश्वकर्मा सेक्टर 10 में जूलॉजी विषय के कोचिंग क्लासेस की संचालिका थीं। वे बहुत ही लोकप्रिय शिक्षिका थीं। इसके पढ़ाए स्टूडेंट हर साल पीएमटी में चयनित होते रहे हैं। कोरोना की वजह से कल दोपहर 2 बजे हाइटेक हॉस्पिटल में निधन हो गया। इनके पति डॉ. सुनील विश्वकर्मा है। सुनीता विश्वकर्मा नवीन महाविद्यालय खुर्सीपार में हिंदी विभाग की पूर्व विभागाध्यक्ष स्वर्गीय डॉ. शीला शर्मा एवं साइंस कॉलेज दुर्ग में समाजशास्त्र विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ. सुचित्रा शर्मा की छोटी बहन थी। वे अपने पीछे 13 वर्षीय बिटिया को छोड़ गई हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 23 अप्रैल। महापौर और आयुक्त ने डाटा सेंटर में पार्षदों के साथ कोरोना आपदा पर चर्चा की। महापौर धीरज बाकलीवाल एवं आयुक्त हरेश मंडावी ने सभापति राजेश यादव एवं निगम अधिकारियों की मौजूदगी में बताया कि शासन एवं जिला प्रशासन के निर्देश पर कोरोना आपदा को देखते हुए कोविड पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था जिला प्रशासन के पास उपलब्ध है। दुर्ग में कोविड मरीजों के लिए द्गद्वद्गह्म्द्दद्गठ्ठष्4 हृह्वद्वड्ढद्गह्म् 9399833005/9425557895 सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक एव आप 108 नम्बर पर कॉल करके एम्बुलेंस बुला सकते हैं।
होम आइसोल्वशन कन्ड्रॉल रूप 0788221515/52 यहां हो सकते है भर्ती जिला अस्पताल दुर्ग 60 बेड, सुपेला अस्पताल 81 बेड, सीएचसी झिट 15 बेड सीएचसी पाटन 20 बेड, सीएचसी नीकुम 20 बेड, सीएचसी कुम्हारी 20 बेड, मंगल भवन धमधा 20 बेड सीएचसी उतई 20 बेड अहिवारा 20 बेड साथ ही एक क्लिक में दुर्ग जिले के शासकीय एवं अशासकीय अस्पतालों में बेड उपलब्धता की जानकारी कोरोना मरीजों के लिए लिंग द्धह्लह्लश्चह्य://स्रह्वह्म्द्द. द्दश1. द्बठ्ठ/ष्श1द्बस्रड्ढद्गस्रह्यस्रह्वह्म्द्द/ शासकीय अस्पताल फोन नम्बर व व्हाट्सप्प नंबर 9329280235 एव प्राइवेट अस्पताल फोन व व्हाट्सएप्प नम्बर 9329286697।
बैठक में सभी पार्षदों को शासन द्वारा सुविधाओं की जानकारी देकर अवगत करवाया गया ताकि पार्षद अपने वार्ड में नागरिकों का सहयोग कर सकंे। साथ ही पार्षदों ने बैठक में बारी-बारी से सुझाव भी दिए। बैठक में पार्षदों ने अपने वार्डो में कुछ परेशानियां बताई। आयुक्त श्री मंडावी ने पार्षदों को वार्डो में परेशानियों को गम्भीरता से लेते हुए जल्द दूर करने की बात कही।
बैठक के दौरान एमआईसी सदस्य अब्दुल गनी,भोला महोबिया,हमीद खोखर, पार्षद नरेंद्र बंजारे,नरेश तेजवानी,मनीष साहू,सतीश देवांगन, उषा ठाकुर,काशीराम रात्रे,अंशुल पांडेय, जगमोहन ढीमर, कृष्ण देवांगन,पूर्व पार्षद दिनेश देवांगन, ई.ई मोहन पूरी गोस्वामी,ई.ई राजेश पांडेय, भूपेंद्र गोइर के अलावा अन्य मौजूद थे।
इस अवसर पर महापौर धीरज बाकलीवाल ने बताया किसी भी व्यक्ति का एंटीजन रिपोर्ट नेगेटिव आने अथवा ट्रू नाट और आरटीपीस रिपोर्ट की प्रतीक्षा में मरीज को सांस लेने में होने वाली दिक्कत कोरोना संदिग्ध मरीजों के लिए अलग से बेड्स की व्यवस्था जिला दुर्ग अस्पताल मे की गई है ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 23 अप्रैल। पुरानी कहावत है कि नीम हकीम खतरे जान। फिर कोरोना जैसी बीमारी, ऐसे में यदि किसी मरीज के परिजन डॉक्टर की सलाह की उपेक्षा कर मरीज के ट्रीटमेंट पर अपना निर्णय लें तो मरीज की रिकवरी के लिए गंभीर खतरा हो सकता है। कोविड पर शासन की गाइडलाइन है कि 94 से कम आक्सीजन सैचुरेशन आने पर मरीज को हॉस्पिटल की देखरेख में रखा जाना ही उसके स्वास्थ्य के लिए बेहतर है।
इस संबंध में होम आइसोलेशन कंट्रोल सेंटर की प्रभारी मेडिकल आफिसर डॉ. रश्मि भुरे ने विस्तार से जानकारी दी कि किस तरह होम आइसोलेशन की गाइडलाइन का पालन कर कोविड से रिकवरी का रास्ता सुनिश्चित किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को लगातार आक्सीजन सैचुरेशन की जाँच करनी है और 94 से कम आते ही काउंसलर को जानकारी देनी है तथा हास्पिटल में एडमिट होना है।
ऐसा करने से रिकवरी की संभावना काफी बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि देखा गया है कि कुछ मामलों में मरीज के परिजन आक्सीजन लेवल डाउन होने पर घर में ही आक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था में लग जाते हैं जबकि हास्पिटल में आक्सीजन बेड्स के साथ ही मेडिकल सुपरविजन भी होता है और मरीज की मेडिकल हेल्थ के मुताबिक दवा भी दी जाती है।
मरीज का ऑक्सीजन लेवल डाउन होने के साथ ही उनके इलाज के लिए डॉक्टर एंटीबायोटिक और स्टेराइड प्लान करते हैं घर में इस तरह का प्लान संभव ही नहीं है जिसके कारण से पेशेंट की स्थिति बिगड़ जाती है। ज्यादा खराब स्थिति में अस्पताल आने में रिकवरी की संभावना घट जाती है।
डॉ. भुरे ने बताया कि कई बार मरीज के परिजन आक्सीजन लेवल ड्राप होने की जानकारी नहीं देते और कई बार फोन भी बंद कर देते हैं। ऐसी स्थिति उनके मरीजों के लिए घातक हो सकती है। डॉ. भुरे ने कहा कि जिले में पर्याप्त संख्या में आक्सीजन बेड्स उपलब्ध हैं। अतएव मरीजों के परिजनों को चाहिए कि 94 से नीचे आक्सीजन लेवल आते ही किसी तरह का जोखिम नहीं ले।
जानिये अस्पताल आने से पेशेंट के ट्रीटमेंट में क्या बेहतर डॉ. भुरे ने कहा कि कोविड मरीजों के लिए एकमात्र ऑक्सीजन ही इलाज नहीं है। ऑक्सीजन की उपलब्धता हो जाने के बाद मेडिसीन भी स्थिति के मुताबिक दिया जाना जरूरी है। आक्सीजन लेवल के अनुसार और कोमार्बिडिटी (बीपी, शुगर, थायराइड जैसी बीमारियां) देखते हुए डॉक्टर मेडिसीन प्लान करते हैं। मरीज की स्थिति के मुताबिक एंटीबायोटिक दवाएं तय की जाती हैं। स्टेराइड्स तय किये जाते हैं। सही मौके पर सही दवा के प्रयोग से रिकवरी की संभावना काफी बढ़ जाती है।
घर में रह गए तो किस तरह के नुकसान की आशंका- पहली बात तो यह कि मरीज के घर में रहने से उपयुक्त दवा का प्लान नहीं किया जा सकता और मरीज केवल आक्सीजन के भरोसे रहेगा। डॉ. रश्मि ने दूसरी महत्वपूर्ण बात यह बताई कि मरीज के आक्सीजन लेवल के मुताबिक उसे आक्सीजन दिये जाने का प्लान हास्पिटल में होता है। पहले चरण में आक्सीजन सिलेंडर के माध्यम से, फिर इसके बाद थोड़ी गंभीर जरूरत होने पर हाई कंसट्रेटर मास्कर के माध्यम से आक्सीजन दिया जाता है।
तीसरा और चौथा चरण एनआईवी और वेंटिलेटर का होता है। कई बार मरीज के परिजन पेशेंट को घर में ही रखते हैं मरीज को पहले चरण की जरूरत तो सामान्य आक्सीजन सिलेंडर से पूरी हो सकती है लेकिन दूसरे, तीसरे और चौथे चरण के लिए घर में कोई व्यवस्था नहीं होती। यदि मरीज आक्सीजन लेवल के डाउन होने के शुरूआती स्टेज में ही अस्पताल आ जाए तो इस बात की न्यूनतम आशंका होगी कि मरीज तीसरे या चौथे चरण तक पहुंचे।
उन्होंने कहा कि सैचुरेशन कम होने के बावजूद घर में मरीजों को रखे रहने के निर्णय का असर मरीज के सेहत पर पड़ता है और तेजी से आक्सीजन लेवल कम होने से फेफड़ों की जो क्षति होने लगती है उसे ठीक नहीं किया जा सकता।
रेमडेसिविर लाइफ सेविंग ड्रग नहीं- डॉ. भुरे ने बताया कि लोगों में भ्रम है कि रेमडेसिविर दवा दे देने से ही मरीजों की जान बच जाएगी जबकि रेमडेसिविर लाइफ सेविंग ड्रग नहीं है। अभी यह अंडर ट्रायल दवा है। अलग-अलग मरीजों में इसका अलग-अलग असर होता है। रेमडेसिविर के साथ ही अनेक स्टेराइड और एंटीबायोटिक दवाएं हैं, जो मरीजों को दी जाती हैं और इनसे मरीज की रिकवरी तेज होती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 23 अप्रैल। शिक्षा जगत विशेषकर भिलाई के लिए कल का दिन अत्यंत ही दुखदाई रहा। इंदिरा गांधी नेशनल ट्राईबल विश्वविद्यालय अमरकंटक के पूर्व वाइस चांसलर डॉ.तीर्थश्वर सिंह एवं विश्वकर्मा कोचिंग क्लासेस की संचालक सुनीता विश्वकर्मा का कोरोना से निधन हो गया। दोनों ही शिक्षकों के बरसों किए गए योगदान को भुलाया नहीं जा सकेगा।
कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय भिलाई नगर के पूर्व प्रोफेसर सेक्टर-09 निवासी डॉ.तीर्थश्वर सिंह (58) का 22 अप्रैल की रात्रि करीब 7.30 बजे इलाज के दौरान किम्स अस्पताल बिलासपुर में निधन हो गया। वे प्रोफेसर डॉ. वीणा सिंह के पति व इंजीनियरिंग महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. राजेश्वर सिंह के बड़े भाई थे। क्षत्रिय कल्याण सभा भिलाईनगर ने डॉ. तीर्थश्वर सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि दी है।
डॉ. तीर्थश्वर सिंह द्वारा शिक्षा जगत में विगत 4 दशकों से अपनी निरंतर सेवाएं दी हैं । इसके अलावा उनके द्वारा एनसीसी में कैप्टन पद पर रहते हुए सेवाएं देते हुए अनेकों छात्र छात्राओं का मार्गदर्शन किया।
सुनीता विश्वकर्मा सेक्टर 10 में जूलॉजी विषय के कोचिंग क्लासेस की संचालिका थीं। वे बहुत ही लोकप्रिय शिक्षिका थीं। इसके पढ़ाए स्टूडेंट हर साल पीएमटी में चयनित होते रहे हैं। कोरोना की वजह से कल दोपहर 2 बजे हाइटेक हॉस्पिटल में निधन हो गया। इनके पति डॉ. सुनील विश्वकर्मा है। सुनीता विश्वकर्मा नवीन महाविद्यालय खुर्सीपार में हिंदी विभाग की पूर्व विभागाध्यक्ष स्वर्गीय डॉ. शीला शर्मा एवं साइंस कॉलेज दुर्ग में समाजशास्त्र विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ. सुचित्रा शर्मा की छोटी बहन थी। वे अपने पीछे 13 वर्षीय बिटिया को छोड़ गई हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उतई, 22 अपै्रल। विधानसभा पाटन भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष लालेश्वर साहू, खेमलाल साहू एवं लोकमनी चंद्राकर ने संयुक्त रूप से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि प्रदेश सरकार में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री के बीच छिड़े सत्ता संघर्ष ने अब गैंगवार की शक्ल ले ली है और इसका खामियाजा प्रदेश भुगत रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते स्थिति विकराल होने के बावजूद सामूहिकता की ऐसी कमी है कि स्वास्थ्य मंत्री को ही भरोसे में नहीं लिया जा रहा है। कोविड को लेकर होने वाली बैठकों से स्वास्थ्य मंत्री को ही दूर रखा जाता है। यहां तक कि राज्यपाल द्वारा बुलाई गई सवर्दलीय बैठक में भी विभागीय मंत्री को सीएम बघेल ने अवसर नहीं दिया। इससे पहले खुद स्वास्थ्य मंत्री ने पिछले वर्ष सार्वजनिक रूप से नाराजगी जाहिर की थी।
भाजपा मंडल अध्यक्ष गणों ने कहा कि सीएम बघेल का अहंकार सिर चढक़र बोल रहा है। हद तो तब हो गई, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलाई गई मुख्यमंत्रियों की वचुर्अल बैठक में भी शामिल होने के बदले सीएम बघेल ने असम में चुनाव प्रचार करना अधिक जरूरी समझा। खुद भी नहीं आये और स्वास्थ्य मंत्री को भी उस बैठक में शामिल नहीं होने दिया।
आगे कहा कि ऐसी गंभीर बैठकों को भी घृणित राजनीति की भेंट चढ़ा दिया जाता है। पिछले दिनों आयोजित सवर्दलीय बैठक में पहले कहा गया कि सभी आमंत्रितों को लिंक भेजा जाएगा, नेतागण जहां हैं वहीं से जुड़ सकते हैं, लेकिन ऐन बैठक के समय सबको रायपुर जिला पंचायत भवन बुला लिया गया। उन्होंने कहा कि यह सब इसलिए किया गया ताकि उस समय जशपुर में रहे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय बैठक में शामिल न हो सकें और उसे ही बाद में मुद्दा बनाया जाए जबकि कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम को कोंडागांव से ही बैठक में शामिल होने की सुविधा दे दी गई।
भाजपा की तरफ से फिर भी प्रदेश उपाध्यक्ष शामिल हुए लेकिन कांग्रेस, भाजपा अध्यक्ष के उपस्थित नहीं होने का कारण नहीं बताकर कांग्रेस झूठ बोलती रही। उन्होंने कहा कि अब जब प्रदेश सरकार को प्रदेश के बिगड़ते हालात पर त्वरित निर्णय करना चाहिए। स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने का प्रयास करना चाहिए। छत्तीसगढ़ की जनता की चिंता करनी चाहिए, तब प्रदेश सरकार और सीएम असम से आए बोडो प्रत्याशियों की मेहमाननवाजी में लग रही।
उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि असम के उन प्रत्याशियों को जहां भी छिपा कर रखा गया है, उन सभी का कोविड टेस्ट कराया जाए और उसे सार्वजनिक किया जाए। ऐसे ही जमातियों के कारण पिछली बार छत्तीसगढ़ बुरी तरह संक्रमित हुआ था। उन्होंने सवाल किया है कि शराब के सेस का पैसा मुख्यमंत्री बघेल ने असम चुनाव में खर्च कर दिया है? शराब की हर बोतल पर जो 20 रुपए कोरोना टैक्स लगाकर लोगों से वसूला जा रहा है, सेस 400 करोड़ और डीएमएफ फंड में जमा 800 करोड़ रुपये जो जमा है, उसका अभी तक कितना पैसा खर्च किया गया है। छत्तीसगढ़ की जनता जानना चाहती है। क्या ये सारे पैसे असम चुनाव में खर्च कर दिए गए हैं? उन पैसों का कोई हिसाब नहीं लेकिन मुख्यमंत्री बघेल फिर से झूठी गंभीरता दिखाते हुए ‘सीएम रिलीफ फंड’ के नाम पर राशि जुटा रहे हैं। कैम्पा फंड का बुरी तरह दुरुपयोग किया गया है, उससे नियमों को ताक पर रख लग्जरी वाहन खरीदे गए हैं।
उन्होंने कहा कि इसके अलावी केंद्र से दी गई तमाम सहायता का क्या किया गया, इसका कोई हिसाब नहीं है। इससे अधिक शर्मनाक बात क्या हो सकती है कि प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा दिए गए वेंटिलेटर को खोल कर भी इतने दिनों में नहीं देखा गया। अब जब इतनी किल्लत हुई है, तो कह रहे हैं कि वेंटिलेटर खराब है। क्या सालभर में प्रदेश सरकार उनकी मरम्मत भी नहीं करा सकती थी?
उतई, 22 अपै्रल। अखिल भारतीय साहित्य मंथन शोध संस्थान, नई दिल्ली व केबीएस प्रकाशन दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में 17 अपै्रल को आयोजित प्रतिभा अलंकरण समारोह एवं पुस्तक विमोचन कार्यक्रम भारतीय भाषा परिषद सभागार-कोलकाता, पश्चिम बंगाल में देवेश कुमार भारती सहायक शिक्षक शासकीय प्राथमिक शाला-पाहन्दा, जिला-बेमेतरा, छत्तीसगढ़ को सामाजिक समरसता, साहित्य, शिक्षा एवं अनुसंधान के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए साहित्य मंथन द्रोणाचार्य सम्मान-2021 से सम्मानित किया गया।
अध्यक्षता साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार से सम्मानित श्यामल भट्टाचार्य, मुख्य अतिथि कोलकाता ट्रान्सलेट फोरम के अध्यक्ष रावेल पुष्प, बीज वक्ता जितेंद्र जितांशु संपादक सदीनामा पत्रिका, विशेष अतिथि कृष्ण पदो दास कोलकाता दूरदर्शन प्रभारी, प्रतिष्ठित आवृतिकार, नाटककार एवं सुष्मिता दास आवृतिकार की उपस्थिति में कार्यक्रम हुआ है।
इन सभी विशिष्टजनों ने शिक्षक देवेश कुमार भारती की प्रशंसा करते हुए साहित्य मंथन द्रोणाचार्य सम्मान 2021 प्रदान किया। अखिल साहित्य मंथन शोध संस्थान नई दिल्ली की संस्थापक व अध्यक्ष ज्योति कुशवाहा एवं केबीएस प्रकाशन के संजय कुमार साफी ने भी देवेश कुमार भारती की प्रशंसा के साथ उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है। साहित्य मंथन द्रोणाचार्य सम्मान 2021 से सम्मानित होने शासकीय प्राथमिक शाला-पाहन्दा, बेरला, छत्तीसगढ़ के समस्त शिक्षकों द्वारा बधाई दी गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 21 अप्रैल। गुरुद्वारा के मुख्य ग्रंथि ज्ञानी गहेल सिंह के निधन पर नवदृष्टि फाउंडेशन के सदस्यों ने गहरा दु:ख व्यक्त किया व ज्ञानी गहेल सिंह को श्रद्धांजलि दी। ज्ञानी गहेल सिंह ने 42 वर्ष दुर्ग गुरुद्वारा में ग्रंथि रह सेवा की वह काफी लोकप्रिय व समाज के पथ-प्रदर्शक थे।
कुलवंत भाटिया ने कहा कि समाज के सभी वर्ग ज्ञानी जी से प्रेरणा लेते थे व उनके मार्गदर्शन पर अपने कार्य करते थे, ज्ञानी जी हमेशा नव दृष्टि फाउंडेशन द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना करते व समाज हित के कार्य करने प्रोत्साहित करते थे। हरमन दुलाई ने कहा कि ज्ञानी जी का जाना न केवल दुर्ग बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ सिक्ख समाज के लिए अपूरणीय क्षति है, राज आढ़तिया ने कहा कि सभी शास्त्रों व धर्मों के ज्ञाता ज्ञानी जी से सभी समाज के लोग ज्ञान लेते थे, मेरे नेत्रदान करने से यदि कोई प्रेरित हो नेत्रदान करे तो मुझे ख़ुशी होगी यह कहते हुए कैंसर से पीडि़त होने के बावजूद ज्ञानी जी ने हमारी संस्था के माध्यम से प्रतीकात्मक रूप से नेत्रदान की घोषणा की थी एवं गुरुबाणी के माध्यम से संगत को नेत्रदान का महत्व बता लोगों को नेत्रदान हेतु प्रेरित किया।
नवदृष्टि फाउंडेशन की ओर से अनिल बल्लेवार, कुलवंत भाटिया,राज आढ़तिया,प्रवीण तिवारी,मुकेश आढ़तिया,हरमन दुलई,प्रभु दयाल उजाला, प्रमोद बाघ, रितेश जैन,जितेंद्र हासवानी,सत्येंद्र राजपूत,गोपी रंजन दास,पियूष मालवीय, मुकेश राठी, संतोष राजपुरोहित,किरण भंडारी, चेतन जैन,यतीन्द्र चावड़ा, नत्थू अग्रवाल, खुर्शीद अहमद, आकाश मसीह, वीरेंद्र पाली, अभय माहेश्वरी, प्रफुल्ल जोशी, विवेक साहू , मनीष जोशी, प्रसाद राव, दीपक बंसल ने ज्ञानी गहेल सिंह को श्रद्धांजलि दी।
दुर्ग, 21 अप्रैल। जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर ने डीआरएम रायपुर को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने रेलवे के आइसोलेशन कोच कोरोना मरीजों के इलाज के लिए संचालित कराने कहा है ताकि रेलवे कर्मचारियों के लिए एवं उनके परिजनो तथा अन्य कोविड मरीजों के लिए इलाज के लिए सुविधा उपलब्ध हो सके। सीएमएचओ ने अपने पत्र में लिखा है कि आइसोलेशन कोच में ऑक्सीजन बेड के साथ ही मेडिकल स्टाफ की सुविधा भी उपलब्ध कराएं ताकि कोरोना मरीजों को उचित इलाज मिल सके। उल्लेखनीय है कि दुर्ग जिले में रेलवे का बड़ा स्टॉफ़ निवास करता है साथ ही इनके परिजन भी काफी संख्या में है।
आइसोलेशन कोच आरंभ हो जाने से मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 21 अप्रैल। रविवार को कोरोना पाजिटिव मरीजों की संख्या में गिरावट आई है। इस दिन 1282 मरीज पाजिटिव आए। पाजिटिव मरीजों के आंकड़ों पर नजर डालें तो इनमें 20 से 40 वर्ष की आबादी का प्रतिशत 44 है। इस आयु वर्ग के 562 मरीज चिन्हांकित किये गये हैं। 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों के केवल 112 मामले सामने आए हैं यह कुल मामलों का लगभग 8 फीसदी है।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ग की आबादी जिले में लगभग 10 फीसदी है। यह वही आबादी है जिसकी प्रतिरोधक क्षमता सबसे कम होती है और कोमार्बिडी सबसे अधिक। इनमें से अधिकांश बुजुर्गों को प्रथम चरण का टीका लग चुका है और कुछ ऐसे भी हैं जिन्हें दूसरे चरण का टीका भी लग गया है। बच्चों के केस पर नजर डालें तो दस वर्ष तक के 41 बच्चे कल की रिपोर्ट में संक्रमित आये हैं। प्राय: देखा गया है कि कोविड का गंभीर संक्रमण छोटे बच्चों पर नहीं होता लेकिन बच्चे सुपर स्प्रेडर होते हैं अर्थात वे इस बीमारी का संक्रमण फैलाने के बड़े कारक बन सकते हैं। इनकी वजह से परिवार के कम प्रतिरोधक क्षमता वाले और बुजुर्ग लोग भी कोविड संक्रमण का शिकार हो सकते हैं। परिजनों को चाहिए कि बच्चों को घर पर ही रखें। इसी तरह से युवा वर्ग को भी बेहद एहतियात रखने की जरूरत है। जिले में संक्रमण की दर घटी है। नागरिकों के संयम से और लाकडाउन के पूरी तरह पालन से कोरोना संक्रमण की रोकथाम की दिशा में मदद मिलेगी। उल्लेखनीय है कि इस बार देखा गया है कि परिवार के किसी एक व्यक्ति के संक्रमित होने पर थोड़ी सी चूक भी बरतने पर परिवार के सभी सदस्यों को संक्रमण का शिकार होते देखा गया है अतएव पूरी सावधानी जरूरी है। मास्क का प्रयोग और हाथ साबुन से समय-समय पर धोते रहना जरूरी है। छह फीट की दूरी का पूरी तरह पालन करना जरूरी है। कई बार यह देखा जाता है कि बिना मास्क पहने या मास्क पहनकर भी लोग बिल्कुल पास आकर बात करते हैं दूरी का पालन होने से संक्रमण से बचने की संभावना बढ़ जाती है। इसके बाद भी यदि कोरोना के लक्षण महसूस करते हों या कोरोना पाजिटिव मरीज के निकट संपर्क में आये हैं तो टेस्ट तुरंत कराना चाहिए। ऐसे लक्षण महसूस होने पर रोग निरोधी किट जो प्रशासन द्वारा प्रदान की जाएगी, उसका उपयोग करना आवश्यक है ताकि संक्रमण को प्रारंभिक चरण में ही रोका जा सके।
यह बिल्कुल ध्यान रहें कि संक्रमण का पहला लक्षण आते ही टेस्ट कराएं और रोग निरोधी किट का इस्तेमाल शुरू करें- कोरोना संक्रमण को थामने के लिए यह आवश्यक है कि प्रारंभिक लक्षण उभरते ही टेस्ट कराना चाहिए, शुरूआती दौर में टेस्ट करा लेने से दवा आरंभ करने पर इस बात की पूरी संभावना है कि संक्रमण का असर घटने लगे।
दुर्ग, 21 अप्रैल। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के द्वारा दुर्ग जिला को 26 अप्रैल तक कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। इस अवधि के दौरान बैंकों को केवल एटीएम कैश रिफिलिंग एवं कार्यालयीन प्रयोजन हेतु खोलने की अनुमति होगी किंतु दवा एवं चिकित्सा प्रयोजन को छोडक़र अन्य किसी भी प्रकार के लेनदेन हेतु बैंक/ शाखा संचालन की अनुमति नहीं होगी। इस अवधि के दौरान कोमॉर्बिड/ गर्भवती अधिकारियों/ कर्मचारियों को एक्टिव ड्यूटी से छूट देते हुए बैंकों को न्यूनतम स्टाफ के साथ कार्य करने अनुमति प्रदान की जाती है, किंतु सभी बैंक शाखाएं प्रात: 10.00 बजे से दोपहर 1.00 बजे तक ही संचालित हो सकेंगी।
इस अवधि के दौरान केवल एटीएम कैश रिफिलिंग, मेडिकल इक्विपमेंट, मेडिसिन, पेट्रोल/डीजल पंप, एलपीजी, पीडीएस/केरोसिन वितरण, शासकीय उचित मूल्य दुकानदारों संबंधी लेनदेन, उद्योग व्यापारिक लेन-देन, श्रमिकों के भुगतान मेडिकल ऑक्सीजन आपूर्ति/लिक्विड ऑक्सीजन उत्पादक, शासकीय लेन देन, निविदा अस्पताल एवं मेडिकल प्रयोजन को छोडक़र आम जनता हेतु किसी प्रकार के सामान्य लेन-देन की अनुमति नहीं होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 21 अप्रैल। दुर्ग जैन समाज एवं श्रमण संघ परिवार की वरिष्ठ संरक्षक एवं उद्योगपति नेमीचंद नाहर ने प्रदेश में बड़ रहे कोरोना संक्रमण के प्रभावी रोकथाम एवं प्रभावित मरीजों के बेहतर उपचार के साथ मरीजों को नया जीवन देने में प्रभावी ऑक्सीजन वेंटीलेटर दुर्ग जिला चिकित्सालय को भेट स्वरुप दिया गया है इसके अलावा जिला चिकित्सालय राजनांदगांव को भी यह ऑक्सीजन वेन्टीलैटर दिया गया है।
दुर्ग शहर के विधायक अरुण वोरा एवं महापौर नगर निगम दुर्ग धीरज बाकलीवाल की विशेष उपस्थिति में नेमीचंद जितेंद्र कुमार नाहर परिवार द्वारा चीफ मेडिकल ऑफिसर श्री गंभीर सिंह ठाकुर को यह ऑक्सीजन वेन्टीलेटर दीया गया जिसकी कीमत 2लाख तीन हजार रुपये है इसी तरह राजनांदगांव जिला चिकित्सालय पहुंच कर जितेंद्र नाहर ने राजनांदगांव जिला कलेक्टर श्री गोपेश्वर वर्मा राजनांदगांव निगम आयुक्त आशुतोष जी एडिशनल कलेक्टर एवं श्री अनीश पारख डॉ आदित्य पारख की विशेष उपस्थिति में यह ऑक्सीजन वेंटीलेटर भेंट स्वरूप दिया गया जिससे पीडि़त मानवता की जीवन की रक्षा की जा सके।
धमतरी जिला चिकित्सालय को भी शीघ्र ही यह ऑक्सीजन वेंटिलेटर दिया जाएगा। श्रमण संघ परिवार के वरिष्ठ सदस्य श्री नेमीचंद नाहर के इस अनुकरणीय सहयोग एवं योगदान के लिए श्रमण संघ दुर्ग के श्री पारसमल संचेती दुलीचंद करनावट जसराज पारख प्रवीण श्रीमाल, सतीश सुराणा अमरचंद बेगानी प्रेम चौरडिया सुरेश लुनिया उन्हें बधाई प्रेषित करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की मंगल कामना की है।
श्री जैन सोशल ग्रुप दुर्ग के पूर्व अध्यक्ष श्री जितेंद्र नाहर के इस सेवाभावी कार्य में ऑक्सीजन वेंटीलेटर के सहयोग के लिए भारतीय जैन संघटना के अध्यक्ष प्रफुल्ल संचेती ने कहा जब भी समाज में संकट खड़ा हुआ है नेमीचंद नाहर परिवार ने पीडि़त मानवता की सेवा में मुक्त हस्त से दान दिया है।
श्रमण संघ दुर्ग के निर्मल बाफना टीकम छाजेड़ अमित बाघमार नितिन संचेती नीरज लुणावत अमित बाफना सहित अन्य कार्यकर्ता भी इस कोरोना महामारी में जन सेवा के कार्य में लगे हुए हैं और लोगों को राहत पहुंचा रहे हैं।
पहली बार संक्रमण 30 फ़ीसदी से नीचे
दुर्ग, 21अप्रैल।जिले के लिए आज के कोरोना आंकड़े संक्रमण के रोकथाम को लेकर सकारात्मक संदेश दे रहे हैं। आज रिकॉर्ड 5736 मरीजों के सैंपल लिए गए इनमें 1680 मरीजों का पॉजिटिव आया है। इनमें इस तरह संक्रमण की दर 29 फीसदी दर्ज की गई है उल्लेखनीय है कि संक्रमण की दर 10 अप्रैल को 56 फीसदी तक पहुंच गई थी।इस लिहाज से आज के आंकड़े काफी महत्वपूर्ण है। उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन लगने के बाद हर दिन लगभग 4000 सैंपल लिए जा रहे हैं आज साढ़े पांच हजार से अधिक सैंपल लिए गए और इसमें 1680 मरीज पॉजिटिव आए हैं। पॉजिटिव मरीजों की संख्या में गिरावट इस बात का संकेत है कि जिले में लॉकडाउन का असर संक्रमण पर हो रहा है। लॉक डाउन की वजह से कोरोना की गतिशीलता थमी है और धीरे-धीरे संक्रमण घट रहा है उल्लेखनीय है कि एंटीजन रिपोर्ट में भी इस बात के संकेत मिले हैं पहले एंटीजन रिपोर्ट में 48त्न तक पॉजिटिविटी दर्ज की गई थी जो कि काफी नीचे आ चुकी है।
सभी पंचायतों में उपलब्ध कराए गए हैं पल्स आक्सीमीटर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 21 अप्रैल। जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों को भी विशेष रूप से अलर्ट किया गया है। यहाँ स्थानीय अमले द्वारा कोरोना मरीजों के चिन्हांकन का कार्य तेजी से किया जा रहा है।
ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी की जा रही है कि सर्दी-खांसी, बुखार जैसे लक्षण कोरोना के हो सकते हैं ऐसी स्थिति में तुरंत नजदीकी फीवर क्लीनिक पहुँचकर टेस्ट कराएं।
टेस्ट करने पर पाजिटिव आते ही चिकित्सक के परामर्श पर हास्पिटल रिफर करने या होम आइसोलेशन की सलाह दी जाएगी, इसके साथ ही मरीज को रोग निरोधी किट भी दी जाएगी।
ग्रामीण क्षेत्रों में सलाह दी गई है कि कोरोना के लक्षणों को गंभीरता से लें और ऐसे लक्षण उभरते ही तुरंत टेस्ट कराएं। इसके साथ ही ग्रामीणों को यह भी सलाह दी गई है कि यदि कोरोना मरीज के निकट संपर्क में रहे हों तो भी टेस्ट करा लें।