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पांच दिवसीय माता मावली मेले का समापन, लोक संध्या रायपुर ने दी रंगारंग प्रस्तुति
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 20 फरवरी। जिला मुख्यालय में विगत 5 दिनों से चल रहे ऐतिहासिक मावली मंडई का समापन गत रात्रि हो गया। इस दौरान समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद दीपक बैज एवं विधायक नारायणपुर एवं हस्त शिल्प विकास बोर्ड के ंअध्यक्ष चंदन कश्यप उपस्थित थे।
समारोह में मुख्य आतिथ्य की आसंदी से अपने संबोधन में सासंद श्री बैज ने कहा कि मावली मंडई क्षेत्रीय लोक संस्कृति एवं परंपरागत आस्था का प्रतीक है जो सैकड़ों साल से इसक निर्वहन करते चली आ रही है। इस मेले में देवी देवताओं के संगम के अलावा उनके परंपरागत आराधना इस मेले को विशिष्ट बना देता है। इस प्रकार स्थानीय जनों को एकता के सूत्र में बांधने में मेले की महत्वपूर्ण भूमिका है।
इसके साथ ही उन्होने आगे कहा कि इसी संस्कृति एवं लोक कला को संरक्षण देने एवं उसे विलुप्त होने से बचाने के लिए राज्य शासन द्वारा विशेश प्रयास किये गये हैै। इनमें देव गुड़ी एवं गोटूल जैसे आदिम परंपराओ के केन्द्र का पुनरूथान कर उसे पुन: स्थापित किया जा रहा हैै। इसके अलावा विगत 4 सालों में नारायणपुर जिले में विकास के नये अध्याय शुरू हुआ है। फिर चाहे वह दुर्गम क्षेत्र में सडक़ मार्गों का विकास हो या अबुझमाड़ क्षेत्र में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के केन्द्रों में बढ़ोत्तरी हो, जहां उल्लेखनीय रूप से कृषकों द्वारा धान विपणन किया गया या फिर मुख्यालय के बंधुआ तालाब का सौंदर्यीकरण हो या फिर छोटेडोंगर में आत्मानंद स्कूल, महाविद्यालय, आईटीआई केन्द्र खोलने की बात हो, इसके अलावा रावघाट रेल परियोजना के तहत् जिले तक रेल का परिचालन भी शीघ्र किया जा रहा है। कुल मिलाकर मुख्यमंत्री के मंशानुरूप आदिवासी क्षेत्रों के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। इसके साथ ही उन्होंने इस 5 दिवसीय मेले के नियोजित एवं सुचारू रूप से संचालन पर जनप्रतिनिधियो एवं प्रशासन को साधुवाद दिया।
मौके पर विधायक ने भी मेले की भव्यता़ एवं प्रशासनिक इंतजामात के लिए आयोजकों को बधाई देते हुए कहा कि माता मावली के इस पवित्र धरा मे इस 5 दिवसीय मेले का निर्विघ्न पूरा होना सफल आयोजन का प्रमाण है। देश दुनिया के लोग अबूझमाड़ को यहां की गौरवशाली परम्परा, कला संस्कृतिक के नाम से जानते हैं। माता मावली मेला बस्तर का सबसे प्राचीन मड़ई-मेलों में से एक है, जिसे लोग एक उत्सव के रूप में मनाते आये हैं। आमजनों के मनोरंजन के लिए मेला आरंभ होने के दिन से अंतिम दिन तक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गये थे। जिसका सभी ने भरपूर आनंद उठाया। मेले को सभी वर्गो को एक जुट एवं भागीदारी के सूत्र मे बाधने वाला उत्सव बताते हुए उन्होने आशा व्यक्त किया कि भविश्य में भी मेले की भव्यता एवं आस्था का इसी प्रकार निर्वहन किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होने शासन के कल्याणकारी कदमों तथा लोक संस्कृतियों को सहेजने के प्रयासों पर भी प्रकाश डाला। समारोह के अंत में मुख्य अतिथियो को स्मृति चिन्ह दिया गया। इसके साथ ही कार्यक्रम में लोक संध्या रायपुर के द्वारा रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्यामबती नेताम, नगर पालिका अध्यक्ष सुनीता मांझी, नगर पालिका उपाध्यक्ष प्रमोद नेलवाल, क्षेत्र के जनप्रतिनिधि रजनू नेताम, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हेमसागर सिदार, संयुक्त कलेक्टर प्रदीप वैद्य, तहसीलदार सुमित बघेल, नगर पालिका अधिकारी मोबिन अली के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 11 फरवरी। नारायणपुर जिले के छोटे डोंगर में शुक्रवार की रात नक्सलियों ने घर में घुसकर भाजपा नेता के सिर में गोली चला दी। इस हमले से भाजपा नेता बुरी तरह घायल हो गए। उन्हें छोटे डोंगर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के बाद 40 किलोमीटर दूर नारायणपुर जिला अस्पताल में भेज दिया गया था, जहां उनकी मौत हो गई। घटना की पुष्टि नारायणपुर एएसपी हेमसागर सिदार ने की है।
मिली जानकारी के अनुसार छोटे डोंगर थाना से करीब 100 मीटर की दूरी पर रात करीब 8 बजे भाजपा नेता सागर साहू अपने घर में टीवी देख रहे थे। इसी दौरान कुछ नक्सली अचानक घर के अंदर घुस आए और उन्होंने भाजपा नेता के सिर में गोली चला दी, इसके बाद नक्सली वहां से भाग खड़े हुए।
इधर, गोली चलने की आवाज सुनाई देते ही आसपास के लोग घर आ पहुंचे, और आनन-फानन में घायल भाजपा नेता को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया, जहां प्राथमिक उपचार करने के बाद घायल भाजपा नेता को जिला अस्पताल भेज दिया गया, लेकिन उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।
इधर घटना की जानकारी लगते ही पुलिस भी मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई है।
नारायणपुर, 8 फरवरी। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविधलाय, रायपुर के अंतर्गत कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, नारायणपुर, की डॉ. रत्ना नशीने, अधिष्ठता एवम राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी को राज्य स्तरीय राष्ट्रीय सेवा योजना के श्रेष्ठ कार्यक्रम अधिकारी का पुरस्कार सत्र 2021-22 हेतु 3 फरवरी को प्रदान किया गया है।
राज्य स्तरीय पुरस्कार श्री कृष्णा महाविद्यालय दुर्ग में छत्तीसगढ़ युवा आयोग के अध्यक्ष योगेंद्र मुदलियार कुलपति डॉ. अरुणा पलटा, हेमचंद विश्वविद्यालय, कुलपति डॉ. वर्मा रवि शंकर विश्व विद्यालय रायपुर, निदेशक उच्च शिक्षा विभाग रायपुर श्रीमती वर्मा भारतीय प्रशसनिक सेवा, राज्य राष्ट्रीय सेवा योजना अधिकारी डॉ. नीता बजपाई डॉ. त्रिपाठी निदेशक कृष्णा महाविध्यालय दुर्ग की उपस्थिति में पुरस्कार प्रदाय किया गया।
डॉ. रत्ना नशीने, अधिष्ठता एवम राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी ने 5 वर्षों में 32 ग्रामों में कार्य किए। जिनमें पर्यावरण संरक्षण, पेड़ों को न काटना, अच्छी किस्म के 24700 पौधों का रोपण एवं 80000 सीड बाल को विभिन्न क्षेत्रों में विस्तारित किया गया है। 30 किलो तुलसी, गिलोय व लेमनग्रास इत्यादि पौधों को वितरित किया गया है। रक्तदान के 60 जागरूकता कार्यक्रम हेतु रेडक्रॉस सोसायटी, पंतनगर के द्वारा सम्मानित भी किया गया है। ग्रामीणों के स्वास्थ्य हेतु गाजर घास उन्मूलन करने के लिए जैविक विधि में 3000 जाइगोग्रामा बीटल छोड़ा गया। कई स्वास्थ्य शिविर के अन्तर्गत पोलियो, सम्पूर्ण स्वास्थ्य जांच के अतिरिक्त कोविड -19 के दौरान लोगों का टीकाकरण व लगभग कई हजारो लोगों को अबूझमाड़ के सुदूर अंचल ग्रामों में जा कर जागरूक किया तथा पर्यावरण के ध्यान में रखते हुए हजारों की संख्या में कपड़ों के मास्क वितरित किए गए। इन कार्यों के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने फेसबुक वॉल पर पोस्ट कीया। नशामुक्ति में रैलियों के माध्यम से जनों को नशामुक्त किया जिसके लिए नारायणपुर जिला प्रशासन ने सम्मानित किया।
विभिन्न ग्रामीणों को रा.से.यो. के तहत विभिन्न कृषि एवं अन्य योजना में भागीदारी दी, जिसमें किसान क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, सौर सुजला योजना, मृदा परीक्षण, वर्मीखाद, जनधन योजना, नरवा-गुरवा-घुरवा-बाड़ी इत्यादि योजनाएं शामिल हैं। सडक़-सुरक्षा जीवन रक्षा के तहत नंबर प्लेट, लाईसेंस आवेदन, आंख की जांच व लगभग 15000 लोगों को लाभान्वित किया गया जिसके लिए जिला प्रशासन ने सम्मानित किया। रा.से.यो. के अन्तर्गत महिला सशक्तिकरण की कहानी को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2020 के लिए पीएम ट्विटर हैंडल के लिए शॉर्टलिस्ट की गई थी। आपको अपने समग्र कार्यकाल में रा.से.यो. के अन्तर्गत उत्कृष्ट किए गए उत्कृष्ठ कार्यों हेतु 7 अंतरराष्ट्रीय, 45 राष्ट्रीय तथा 30 से अधिक राज्य एवं क्षेत्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य व पोषण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य
नारायणपुर , 8 फरवरी। भारत सरकार के नीति आयोग की ओर से आकांक्षी जिलों को लेकर रिपोर्ट जारी की जाती है। इसी कड़ी में दिसम्बर 2022 के लिए जारी की गई चैम्पियन ऑफ चेंज डेल्टा रैंकिंग में छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले का परफॉर्मेंस बेहतर रहा है।
देश में घोषित 112 आकांक्षी जिलों में से ओवरऑल परफॉर्मेंस श्रेणी में शीर्ष पांच जिलों में छत्तीसगढ़ के आकांक्षी जिलों में शामिल नारायणपुर जिला चौथे स्थान पर है, वहीं स्वास्थ्य और पोषण श्रेणी में नारायणपुर जिले का स्थान तीसरा है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में बीते चार के भीतर स्वास्थ्य और पोषण सहित विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य किया गया है। छत्तीसगढ़ में हुए इन प्रयासों को भारत सरकार ने भी कई बार सराहा है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बच्चों में कुपोषण दूर करने और किशोरी बालिकाओं व महिलाओं को एनिमिया से मुक्त करने के लिए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान चलाया है। छत्तीसगढ़ सरकार के प्रयासों से पोषण के क्षेत्र में सकारात्मक परिणाम भी सामने आये हैं।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करते हुए मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक, दाई-दीदी क्लिनिक, मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना, हमर लैब, मलेरिया मुक्त बस्तर और मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ योजना का संचालन करने के साथ ही छत्तीसगढ़ में लोगों को डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना, मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत स्वास्थ्य संबंधी लाभ पहुंचाये जा रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 5 फरवरी। जिले में नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक पुष्कर शर्मा (भा.पु.से) द्वारा पुलिस अधीक्षक नारायणपुर के पद पर पदभार ग्रहण करने के पश्चात् पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभाकक्ष में जिले के सभी राजपत्रित अधिकारियों, थाना एवं कैम्प प्रभारियों, डीआरजी प्रभारी एवं पुलिस कार्यालय के विभिन्न शाखाओं के प्रभारी अधिकारियों की मीटिंग लिया गया।
मीटिंग में श्री शर्मा ने सम्पूर्ण जिले में पुलिसिंग के संबंध में समीक्षा कर भविष्य की कार्ययोजना के संबंध में आवश्यक निर्देश दिया गया है। श्री शर्मा ने जिले में नक्सल विरोधी अभियान में तेजी लाने एवं विकास कार्यों में सुरक्षा बल के सकारात्मक भूमिका निभाने हेतु निर्देश दिया गया है। जिले में अपराध नियंत्रण एवं कानून व्यवस्था हेतु प्रभावी पुलिसिंग एवं पेट्रोलिंग पर विशेष ध्यान देकर कार्रवाई करने हेतु निर्देश दिया गया है।
साथ ही जिले में सामुदायिक पुलिसिंग के अतंर्गत अभियान चलाकर जन जागरूकता अभियान चलाने एवं आम जनता के साथ मधुर संबंध स्थापित कर पुलिसिंग में जनसहयोग की महत्वपूर्ण भुमिका होना एवं जिस दिशा में कार्य करने हेतु निर्देशित किया गया, साथ ही महिलाओं, बच्चों के सुरक्षा एवं सायबर अपराध में गंभीरता से कार्रवाई करने निर्देशित किया गया है। इसके अतिरिक्त आपराधिक गतिविधियों एवं आपराधिक तत्वों पर कड़ी वैधानिक कार्रवाई करने एवं पुलिस विभाग में उच्च स्तर का अनुशासन एवं व्यवहार का पालन करने निर्देशित किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 3 जनवरी। जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र नारायणपुर में पदस्थ भृत्य धर्मपाल यादव की सेवा निवृत्त होने पर जिला रोजगार अधिकारी पवन कुमार नेताम सहित अन्य कर्मचारियों ने शाल एवं श्रीफल भेंटकर उन्हे भावभीनी विदाई दी।
उल्लेखनीय है कि धर्मपाल यादव द्वारा 35 वर्षों से तीन जिलों में पदस्थ रहकर राज्य शासन के रोजगार कार्यालय में भृत्य पद पर पदस्थ रहकर अपनी सेवाएं दी गई। इस क्रम में 62 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त होने पर रोजगार अधिकारी द्वारा उन्हें फूलों की माला पहनाकर सम्मानित भी किया गया।
इस अवसर पर कार्यालय के सहायक ग्रेड 2 प्रकाश मरावी, डाटा एन्ट्री ऑपरेटर किशोर कुमार साहू, ईश्वर बघेल सहित अन्य कार्यालयों के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 3 जनवरी। कार्यपालन अधिकारी जिला अंत्यावसायी ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री अनुसूचित जाति अभ्युदय योजना के अंतर्गत लक्षित वर्ग के युवाओं को सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा अनुशंसित प्रदाय संस्था सिपेट रायपुर से 3 माह मशीन ऑपरेटर एवं मशीन ऑपरेटर असिस्टेंट प्लास्टिक प्रोसेसिंग का प्रशिक्षण प्रदाय किया जाना है।
उन्होंने बताया कि इस हेतु अनुसूचित जाति वर्ग के कम से 8वीं कक्षा उत्तीर्ण बेरोजगार युवाओं को उक्त ट्रेडो में 3 माह का प्रशिक्षण सिपेट रायपुर द्वारा प्रदाय किये जाने हेतु जिले के इच्छुक लक्षित वर्ग के युवाओं से 10 जनवरी तक आवेदन पत्र आमंत्रित किया गया है।
इस हेतु आवेदक को अनुसूचित जाति वर्ग एवं जिले का मूल निवासी होना आवश्यक किया गया है। इसके लिए सक्षम अधिकारी का प्रमाण पत्र आवेदन के साथ संलग्न करना होगा। इसके अलावा आवेदक का कम से कम 8वीं कक्षा उत्तीर्ण होना तथा उम्र 18 से 35 वर्ष के बीच होना अन्य अर्हताओं में से एक है। इस हेतु आवेदक का मतदाता परिचय पत्र और राशन कार्ड एवं आधार कार्ड, बैंक पास बुक की छायाप्रति संलग्न करना होगा। उक्त पात्रता रखने वाले इच्छुक अनुसूचित जाति के बेरोजगार युवा 10 जनवरी तक निर्धारित दस्तावेज के साथ कलेक्टोरेट परिसर स्थित कार्यपालन अधिकारी, जिला अत्यावसायी सहकारी विकास समिति नारायणपुर (कक्ष क्रमांक 84) में आकर आवेदन प्रस्तुत कर जमा कर सकते है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 3 जनवरी। शासन की मंशानुरूप जिले के आमजनों की समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए कलेक्टर अजीत वसन्त द्वारा दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों से आये ग्रामीणों के आवेदनों एवं मांगों की सुनवाई की गयी।
यह आयोजन कलेक्टोरेट में प्रात: 11 बजे से 1 बजे तक किया गया, जिसमें जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के ग्रामीणों ने आकर अपनी मांग एवं समस्याओं संबंधी आवेदन दिया। प्राप्त आवेदनों में उच्च शिक्षा हेतु आर्थिक सहायता और पैतिृक भूमि अभिलेख में त्रुटि सुधार व अन्य कार्यों के आवेदन दिये गये। जनदर्शन में प्राप्त आवेदनों पर कलेक्टर द्वारा सभी आवेदनों पर गंभीरतापूर्वक मांगों और आवेदनों को शीघ्र कार्रवाई करने के लिए ग्रामीणों को आश्वस्त किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 2 जनवरी। वर्तमान में खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में नारायणपुर जिले के विभिन्न उपार्जन केन्द्रों से अब तक 1 लाख 87 हजार 294 क्विंटल खरीदी की गयी है।
जिले के उपार्जन केन्द्र एडक़ा में 15 हजार 287 क्विंटल, गढ़बेंगाल में 22 हजार 532 क्विंटल, ओरछा में 2 हजार 95 क्विंटल, कोहकामेटा में 558 क्विंटल, बासिंग में 2 हजार 21 क्विंटल, छोटेडोंगर में 12 हजार 682 क्विंटल, झारा में 19 हजार 973 क्विंटल, कन्हारगांव में 3 हजार 453 क्विंटल, धौड़ाई में 16 हजार 705 क्विंटल, नारायणपरु में 19 हजार 119 क्विंटल, सोनपुर में 440 क्विंटल, चांदागांव में 7 हजार 787 क्विंटल, बेनूर में 21 हजार 164 क्विंटल, कुकड़ाझोर में 11 हजार 651 क्विंटल, बाकुलवाही में 15 हजार 954 क्विंटल और बिंजली में 16 हजार 477 क्विंटल धान की खऱीदी की गई है। उल्लेखनीय है कि राज्य शासन की मंशा के अनुरूप समर्थन मूल्य पर जिले के किसानों से धान खरीदी 1 नवम्बर से शुरू की गई है। इसके लिए जिले में 16 सोसायटियों के माध्यम से धान का उपार्जन किया जा रहा है। जिले के कुल 9 हजार 291 पंजीकृत किसानों से 31 जनवरी 2023 तक धान की खरीदी की जायेगी। इन किसानों को 38 करोड़ 53 लाख 8 हजार 40 रूपये का भुगतान किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 2 जनवरी। कार्यालय जिला रोजगार एवं स्वरोजगर मार्गदर्शन केन्द्र नारायणपुर द्वारा निजी क्षेत्र में नौकरी के अवसर उपलब्ध कराने हेतु रोजगार मेला का आयोजन 13 जनवरी को प्रात: 11 बजे बालक हाईस्कूल मैदान में किया गया है।
जिला रोजगार अधिकारी पवन नेताम ने बताया कि जिले के शिक्षित बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु रोजगार मेला का आयोजन किया जा रहा है। इस मेले में जिले के युवा अधिक से अधिक संख्या में भाग लेकर लाभान्वित हो सकते है। रोजगार मेला से संबंधित जानकारी हेतु कलेक्टोरेट परिसर के जिला रोजगार एवं स्व रोजगार मार्गदर्शन केन्द्र में संपर्क किया जा सकता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 31 दिसंबर। कलेक्टर अजीत वसंत ने शासन की हितग्राही मूलक और विकास मूलक योजनाओं का जायजा लेने आज नारायणपुर जिले की ग्राम पंचायत छिनारी में जन चौपाल लगाई और ग्र्रामीणों का हालचाल जाना। कलेक्टर को ग्रामीण अपने बीच पाकर बहुत खुश हुए और उन्होंने कहा कि बहुत दिनों के बाद कलेक्टर उनके बीच पहुंचे हैं। अपने कलेक्टर को अपने बीच पाकर प्रफुल्लित हुए और खुल कर उनसे बातचीत की।
ग्रामीणों से बातचीत के दौरान कलेक्टर ने बड़ी आत्मीयता से उनकी मांग एवं उनकी समस्याओं को सुना और उनके त्वरित निराकरण के निर्देश दिए। इस दौरान ग्रामीणों ने शिक्षक, विद्यालय भवन, स्वास्थ्य सुविधा, सडक़, आंगनबाड़ी, पेयजल से संबंधित समस्यायें रखी। जिसके लिए कलेक्टर ने मौके पर निराकरण हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य कुमारी गंगादई शोरी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी देवेश कुमार ध्रुव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्कर शर्मा, एसडीएम जितेन्द्र कुमार कुर्रे, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी घनश्याम जांगड़े, सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक सहित ग्रामीणजन उपस्थित थे।
ग्रामीणों के आग्रह पर गांव में पेड़ की छाया में लगी जनचौपाल में कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीणजन शासन द्वारा उपलब्ध कराई जा रही शिक्षा, स्वास्थ्य, मध्यान्ह भोजन, पेंशन योजना आदि अन्य योजनाओं का लाभ उठायें।
कलेक्टर श्री वसंत ने कहा कि ऐसे युवा जो बांरहवी पास हैं और आर्मी तथा पुलिस में भर्ती होना चाहते हैं उनके लिए नारायणपुर में तीन माह का प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा रही है, युवा इसका लाभ उठा सकते है। इसके अलावा बैक और रेलवे सहित अन्य परीक्षाओ में भर्ती के लिए प्रतियोगियों के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा रही है।
उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि ग्रामीणजन गर्भधात्री माताओं का संस्थागत प्रसव कराना सुनिश्चित करें। इससे जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ और सुरक्षित रहेंगे। चौपाल में कलेक्टर ने आगे कहा कि सरपंच एव सचिव समय समय पर स्कुल, आंगनबाड़ी केन्द्रों का भ्रमण कर मानिटरिंग करें।
बातचीत के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि उचित मूल्य की दुकान से उन्हे राशन समय पर मिल जाता है। गांव में दो आंगनबाड़ी केन्द्र और एक मिनी आंगनबाड़ी केन्द्र है। उन्होने जर्जर हो चुके आंगनबाड़ी केन्द्र के लिए नये भवन की मांग की जिसे कलेक्टर ने तत्काल अधिकारियों को स्वीकृति प्रक्रिया पुरा करने के निर्देश दिये।
इस दौरान ग्रामीणों ने उपस्वास्थ्य केन्द्र, बाजार में शेड निर्माण, झरलपारा में बोर की व्यवस्था, नाले पर चेक डेम निर्माण, अतिथि शिक्षकों का मानदेय समय पर भुगतान करने, धान विक्रय करने हेतु नये उर्पाजन केन्द्र, छोटे फरसगांव में प्रधानमंत्री सडक़ योजना के तहत् सडक़ निर्माण की मांग की। इस संबंध में कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।
ग्रामीणों ने यही भी बताया कि तेंदूपत्ता के भुगतान में दिक्कत आती है, इस कलेक्टर ने कहा कि लीड बैंक अधिकारी सभी हितग्राहियों के बैंक एकाउंट का आधार लिंक हेतु शिविर लगा कर कार्रवाई पूरा कराएं। इसके अलावा इस क्षेत्र में बैंक सखी को प्रशिक्षित कर हितग्राहियों की भुगतान की सुविधा सुनिश्चित करें।
नारायणपुर, 28 दिसंबर। वर्तमान में खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में नारायणपुर जिले के विभिन्न उपार्जन केन्द्रों से अब तक 1 लाख 66 हजार 330 क्विंटल खरीदी की गई है। जिले के उपार्जन केन्द्र एडक़ा में 13 हजार 173 क्विंटल, गढ़बेंगाल में 19 हजार 138 क्विंटल, ओरछा में 1 हजार 22 क्विंटल, कोहकामेटा में 448 क्विंटल, बासिंग में 682 क्विंटल, छोटेडोंगर में 11 हजार 445 क्विंटल, झारा में 16 हजार 656 क्विंटल, कन्हारगांव में 3 हजार 398 क्विंटल, धौड़ाई में 16 हजार 503 क्विंटल, नारायणपरु में 17 हजार 461 क्विंटल, सोनपुर में 179 क्विंटल, चांदागांव में 6 हजार 563 क्विंटल, बेनूर में 19 हजार 831 क्विंटल, कुकड़ाझोर में 10 हजार 984 क्विंटल, बाकुलवाही में 14 हजार 469 क्विंटल और बिंजली में 14 हजार 372 क्विंटल धान की खऱीदी की गई है। उल्लेखनीय है कि राज्य शासन की मंशा के अनुरूप समर्थन मूल्य पर जिले के किसानों से धान खरीदी 1 नवम्बर से शुरू की गई है। इसके लिए जिले में 16 सोसायटियों के माध्यम से धान का उपार्जन किया जा रहा है। जिले के कुल 9 हजार 291 पंजीकृत किसानों से 31 जनवरी 2023 तक धान की खरीदी की जायेगी।
इन किसानों को 34 करोड़ 21 लाख 71 हजार 776 रूपये का भुगतान किया गया है।
नारायणपुर, 27 दिसंबर। कलेक्टर अजीत वसन्त ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक लेते हुए विभागवार विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की।
बैठक में कलेक्टर ने उपस्थित सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिला में जिलाधिकारी और ब्लाक स्तर में ब्लाक स्तरीय अधिकारी आम जनता की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक सोमवार को अपने मुख्यालय कार्यालय में स्वयं उपस्थित रहकर आम जनता से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान करें। उन्होंने कहा कि उक्त दिवस को अनिवार्य परिस्थितियों में ही दौरा कार्यक्रम रखा जाये।
समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर ने विभागवार समय सीमा के लंबित प्रकरणों, जनशिकायत के लंबित आवेदनों की जानकारी ली तथा उनका निर्धारित समय सीमा में तेजी से निराकरण करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने बैठक में राजस्व प्रकरणों की निराकरण की स्थिति, नरवा के कार्य, जल जीवन मिशन, जाति प्रमाण पत्र, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के कार्य, मनरेगा, लोक सेवा गारंटी, राजीव युवा मितान क्लब, हाट-बाजार क्लिनिक योजना, धन्वन्तरी योजना, मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना, वर्मी कम्पोस्ट उत्पादों के विक्रय की स्थिति सहित अन्य विभिन्न विषयों पर विस्तार से जानकारी ली तथा आवश्यक निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत देवेश कुमार ध्रुव, वनमण्डलाधिकारी नारायणपुर, एसडीएम जितेन्द्र कुर्रे, डिप्टी कलेक्टर प्रदीप वैद्य, रामसिंग सोरी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कुंवर, उप संचालक कृशि श्री बीएस बघेल, कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग रविकांत ध्रुर्वे, कार्यपालन अभियंता जल संसाधन श्री अजय चौधरी के अलावा अन्य विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री वसन्त ने जिले के हाई स्कूल और हायर सेकंडरी स्कूल के पढ़ाई में कमजोर बच्चों के लिए रेमेडियल क्लासेस लगाने के निर्देश शिक्षा विभाग के अधिकारी को दिये। उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चों का चयन कर उनके लिए रेमेडियल क्लासेस की व्यवस्था की जाए। ताकि रिजल्ट में सुधार हो सके। कलेक्टर ने जिले के सभी हायर सेकंडरी स्कूल के टॉप पांच बच्चों को मेडिकल और इंजीनियरिंग के एंट्रेन्स एग्जाम की तैयारी हेतु आवश्यक तैयारी करने के निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर ने स्कूल और आंगनबाड़ी भवनों की जानकारी ली, उन्होंने कहा कि ऐसे स्कूल और आंगनबाड़ी जो जर्जर स्थिति में हैं उसका मरम्मत किया जाएगा, उन्होंने इसके लिए विभागीय अधिकारी और इंजीनियर के साथ संयुक्त सर्वे करने के निर्देश दिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 27 दिसम्बर। जिला नारायणपुर के अति संवेदनशील क्षेत्र में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के जवान नक्सल अभियान के साथ-साथ सुदूर अंचल के गरीब लोगों की मदद भी कर रहे हैं। सोमवार को 53वीं बटालियन आईटीबीपी की एन कम्पनी कैम्प बांसिग ने सिविक एक्शन कार्यक्रम के तहत ग्रामीणों को आवश्यक घरेलू सामान को वितरण किया।
इस कैम्प में ग्राम बांसिंग के अतिरिक्त रानीबेड़ा, दुताखार, कुंदला, हरीमारका आदि गांवों के ग्रामीणों को दैनिक इस्तेमाल में काम आने वाले बर्तन एवं सर्दी से बचाव के लिए कम्बल साडी व बच्चों के कपड़े आदि सामग्री का वितरण किया गया।
अमित भाटी, सेनानी 53वीं बटालियन, आईटीबीपी के नेतृत्व में आनन्द सिंह रावत, उप-सेनानी (ऑप्स) श्री मंजीत कुमार निरीक्षक एवं स्थानीय गांवों के सरपंच, आंगनबाड़ी की कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम के अंत में आनन्द सिंह रावत, उप-सेनानी (ऑप्स) 53वीं बटालियन आईटीबीपी ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए बताया आईटीबीपी आपकी सेवा एवं सुरक्षा हेतु ही यहाँ पर तैनात है। उन्होंने कहा कि हमें अपना मित्र समझें किसी भी प्रकार की समस्या आने पर आप लोग कभी भी कैम्प में आकर हमें बताए। हमारे जवान सदैव आप लोगों की सेवा एवं सहायता के लिए तैयार है। श्री आनन्द सिंह रावत, उप सेनानी (ऑप्स) 53वीं बटालियन, आईटीबीपी ने सभी ग्रामीणों का इस कार्यक्रम में शामिल होकर सफल बनाने के लिए आभार व्यक्त किया व धन्यवाद देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस दौरान जवानों द्वारा दूर-दराज से आए ग्रामीणों के लिए जलपान की भी व्यवस्था की गई, जिसकी ग्रामीणों ने प्रशंसा की।
गांववालों का आरोप-सुरक्षा के नाम पर दमन कर रहे जवान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 17 दिसंबर। नारायणपुर जिले के कोहकामेटा ब्लॉक के ग्राम पंचायत मेटानार के आश्रित ग्राम ब्रेहबेड़ा में 1 नवंबर को पुलिस कैंप के विरोध में माडिय़ा जनजाति ने आंदोलन शुरू किया। लेकिन 28 नवंबर को इन आदिवासियों को पुलिस ने आंदोलन स्थल से खदेड़ दिया। फिर दोबारा ये गांववाले एकजुट होकर 11 दिसंबर को ब्रेहबेड़ा गांव के जंगल में सडक़ किनारे अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन पर बैठ गए।
स्थानीय आदिवासियों का आरोप है कि 16 दिसम्बर की सुबह 7 बजे से पुलिस वालों ने कैंप लगाकर इलाके को घेर लिया। इसके बाद अब नारायणपुर पुलिस और माडिय़ा आदिवासियों के बीच तनाव का माहौल है। गांववाले कैंप का विरोध कर रहें हैं तो पुलिस सुरक्षा व्यवस्था का हवाला देकर कैंप खोल दिया है। यहां अब बीजापुर जिले के सिलगेर जैसे हालात बन गए हैं। दोनों तरफ से विवाद और टकराव की स्थिति निर्मित हो गई है।
पांगुड गांव के रहने वाले कांडेराम हिचामी का कहना है कि सरकार के पास ज्ञापन सौंपने के लिए कुछ गांववाले नारायणपुर कलेक्ट्रेट गए थे लेकिन रास्ते में ही पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और फिर एक ग्रामीण को नक्सली बताकर जेल भेज दिया। उनका कहना है कि यदि आदिवासियों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा बलों का कैंप खोला जा रहा है तो फिर उन्हें कलेक्टर के पास ज्ञापन देने से क्यों रोका गया।
उन्होंने यह भी बताया कि कोहकामेटा तहसीलदार ने 15 दिसंबर को एक लिखित आश्वासन दिया कि ब्रेहबेड़ा गांव के आसपास पुलिस कैंप नहीं खोला जाएगा। उसके अगले ही दिन आंदोलन स्थल के ठीक सामने आईटीबीपी का कैंप खोल दिया गया। इसके लिए डीआरजी के जवान जो पूर्व में इस इलाके के माओवादी थे उन्हें बुलाया गया है। बख्तरबंद गाडिय़ों के साथ पानी के टैंकर, जेसीबी मशीन और आधुनिक हथियारों से लैस होकर पहुंच गए।
ग्रामीणों ने इसका वीडियो बनाया है जिसमें पुलिस के जवान स्थानीय आदिवासियों को धरना प्रदर्शन बंद करके नारायणपुर में बातचीत के लिए बुला रहे हैं। उसी वीडियो में गांववाले बता रहे हैं कि उन्हें नारायणपुर कलेक्टर से मुलाकात करने नहीं दिया जा रहा है। सरकार तक उनका ज्ञापन नहीं भेजने दें रहें हैं।
एक आदिवासी युवती दिव्या पोटाई ने बताया कि 5 दिसंबर को जब नारायणपुर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने के लिए गांववालों का 11 सदस्यीय टीम जिला मुख्यालय पहुँची तो डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (ष्ठक्रत्र) के जवानों ने उन्हें हिरासत में ले लिया। इसके बाद महिलाओं और कुछ पुरुषों को पूछताछ कर छोड़ दिया गया। और दो आदिवासी युवकों को नक्सली बताकर जेल भेज दिया गया। कुतुल गांव के मालू और आयतु उसेंडी को जेल भेज दिया गया। उन पर कई गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। अब जब ब्रेहबेड़ा गांव में आईटीबीपी का कैंप खोल दिया गया है ऐसी स्थिति में दोनों तरफ से टकराव के हालात बने हैं। ग्रामीणों को डर है कि सिलगेर की घटना दोहराई जा सकती है। उन्होंने राज्यपाल और छत्तीसगढ़ सरकार से न्याय की गुहार लगाई है।
गांववालों ने बताया कि अबूझमाड़ इलाके में माओवादियों के साथ सालों तक काम करने वाले पूर्व नक्सली सुक्कू नरेटी, कसरू गोटा, नवीन, लच्छू और उनके साथी हैं जो अब नारायणपुर पुलिस के डीआरजी में भर्ती हो गए हैं। सरेंडर करने के बाद ये पूर्व नक्सली अब गांववालों के लिए मुसीबत बन गए हैं। आदिवासियों के घरों में सुबह सुबह जाकर उन्हें पकड़ के प्रताडि़त कर रहें हैं। जेल भेजने और फर्जी मुठभेड़ में मारने के आरोप भी ग्रामीणों ने लगाया है। उनका तर्क है कि डीआरजी में भर्ती होने वाले ये पूर्व माओवादी सरकार से प्रमोशन पाने की लालच के आदिवासियों को अपना शिकार बना रहे हैं और नक्सलियों के खात्मे का दावा करते रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 6 दिसम्बर। नीति आयोग के 112 आकांक्षी जिलों में शामिल नारायणपुर कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी के नेतृत्व में विकास के मापदंडों में बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। नीति आयोग के तय मानकों पर काम करते हुए नारायणपुर जिला ने पूरे देश में 14वां स्थान हासिल किया है।
देश के आकांक्षी जिलों में स्वास्थ्य एवं सुपोषण में 8वां स्थान मिलने पर कलेक्टर श्री रघुवंशी ने समस्त अधिकारी-कर्मचारियों के कार्यों की सराहना की है और आने वाले समय में और अधिक मेहनत कर जिले को रैंकिंग में और ऊपर ले जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि जिले के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है कलेक्टर ने जिले के प्रगति की दिशा में एक ठोस शुरुआत बताते हुए जनकल्याण के कार्यों की गति को निरन्तर बनाये रखने की बात कही।
नीति आयोग द्वारा आकांक्षी जिलों के अक्टूबर 2022 की डेल्टा रैंकिंग जारी की गई, जिसमें नारायणपुर जिला ने ओवर ऑल 14वां स्थान प्राप्त किया है। स्वास्थ्य और पोषण, वित्तीय समावेश और कौशल विकास ,आधारभूत अधोसंरचना के मानकों में सुधार आने से डेल्टा रैंकिंग की कम्पोजिट स्कोर में नारायणपुर जिला का 52 वें स्थान रहा। वहीं स्वास्थ्य व पोषण में 8वें स्थान, शिक्षा में 15वां, कृषि और जल संसाधन में 23वां, वित्तीय प्रबंधन और कौशल विकास में 73वां तथा आधारभूत संरचना में 66वें स्थान डेल्टा रैंकिंग में नारायणपुर जिला को दिया गया है।
किसानों के चेहरों पर दिखी खुशी, जताया मुख्यमंत्री का आभार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 5 दिसम्बर। छत्तीसगढ़ राज्य का अबूझमाड़ क्षेत्र घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र है, जिस वजह से यहां कभी प्रशासन और पुलिस की टीम नहीं पहुंच सकी थी। माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार नारायणपुर जिला प्रशासन धीरे-धीरे इस क्षेत्र में पहुंच रही है, और किसानों को शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं-कार्यक्रमों से लाभान्वित कर रही है। पूरे प्रदेश सहित नारायणपुर जिले में 1 नवम्बर से धान की समर्थन मूल्य पर खरीदी की जा रही है। समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी इस बार मैदानी क्षेत्रों के लिए सामान्य बात होगी, लेकिन अबूझमाड़ के किसानों के लिए यह एक उत्सव की तरह है। इस बार का धान खरीदी इन किसानों के लिए एक अलग उम्मीद की किरण लेकर आयी है। अबूझमाड़ के 2 हजार 193 किसान मसाहती खसरा मिलने के बाद इस बार पहली बार धान बेचेंगे। ऐसे किसानों से मसाहती सर्वे के आधार पर शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की जा रही है।
बासिंग धान खरीदी केन्द्र में सबसे पहले धान विक्रय करने आये कुरूशनार के किसान महतूराम दुग्गा ने धान विक्रय करते हुए बताया कि जमीन का पट्टा मिलने से क्षेत्र के किसानों ने खुशी देखने को मिल रही है। मसाहती पट्टा बनने के बाद अब किसान अपने उगाए धान को केंद्रों में भी बेच सकेंगे। महतूराम ने बताया कि वह अपने खेत में उगाने वाले फसल को खाने के साथ सरकार को भी बेच रहे हैं। पूर्व में वे जो फसल उगाते थे, उसे ओने पौने दामों में छोटे बाजारों अथवा बिचौलियों को बेच देते थे। लेकिन अब शासन द्वारा लिये गये निर्णय अनुसार वे अपने धान को शासन द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य पर धान खरीरी केन्द्रों में आकर विक्रय करेंगे, जिससे उन्हें उनकी फसल का सही दाम मिल पायेगा। श्री महतूराम दुग्गा ने बताया कि उसने अपने 3 एकड़ खेत में धान की फसल लगायी थी, जिससे लगभग 12 क्विंटल धान की उपज हुई है, जिसे वह आज खरीदी केन्द्र बासिंग में बेचने आया है।
श्री महतूराम ने बताया कि क्रेडा विभाग द्वारा उसके खेत में सौर ऊर्जा चलित बोर खनन किया गया है। वहीं कृशि एवं उद्यानिकी विभाग द्वारा उसे इस वर्श खाद एवं बीज भी प्रदान किया गया था। श्री महतूराम ने कहा कि अगर खेत में फेसिंग हो जाये तो, वह और अधिक बेहतर ढंग से खेती-किसानी का काम कर सकेगा। उसने बताया कि उसके दो लडक़े व 2 लड़किया हे, जिसमें से एक की शादी हो गयी है, और दूसरी लडक़ी ने सिविल में इंजीनियरिंग पूरी कर ली है। बड़ा लडक़ा रानू दुग्गा उसकी खेती के कार्य में मदद करता है।
उल्लेखनीय है कि खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में नारायणपुर जिले के उपार्जन केन्द्रों एडक़ा, गढ़बेंगाल, छोटेडोंगर, झारा, कन्हारगांव, धौड़ाई, नारायणपुर, चांदागांव, बेनूर, कुकड़ाझोर, बाकुलवाही और बिंजली में बीते 4 दिसम्बर तक 36 हजार 330 क्विंटल धन की खरीदी की गयी है। ख़बर लिखे जाने तक सबसे अधिक धान उपार्जन केन्द्र बेनूर में 4 हजार 859 क्विंटल धान की खऱीदी की गई। इसके साथ ही एडक़ा में 4 हजार 323 क्विटल, गढ़बेंगाल में 4 हजार 140 क्विंटल, छोटेडोंगर में 1 हजार 294 क्विंटल, झारा में 4 हजार 134 क्विंटल, कन्हारगांव में 200, धौड़ाई में 1 हजार 997, नारायणपुर में 4 हजार 509 क्विंटल, चांदागांव में 1 हजार 117 क्विंटल, कुकड़ाझोर 2 हजार 568, बाकुलवाही में 2 हजार 523 क्विंटल और बिंजली में 4 हजार 663 क्विंटल धान की खरीदी की गयी है, जिसके एवज में किसानों को अब तक 7 करोड़ 47 लाख 32 हजार 912 रूपये का भुगतान किया गया है। उल्लेखनीय है कि राज्य शासन की मंशा के अनुरूप समर्थन मूल्य पर जिले के किसानों से धान खरीदी 1 नवम्बर से शुरू की गई है। इसके लिए जिले में 9 सोसायटियों के माध्यम से धान का उपार्जन किया जा रहा है। जिले के कुल 9 हजार 291 पंजीकृत किसानों से 31 जनवरी 2022 तक धान की खरीदी की जायेगी।
नारायणपुर, 24 नवंबर। विगत दिवस ओरछा कन्या आश्रम से अचानक लापता हुई 4 छात्राओं को ढूंढने गयी टीम को तमिलनाडु में बड़ी सफलता मिली है।
बचाव दल को तमिलनाडु में नारायणपुर के 6, बास्तानार के 9 और कोंडागांव के 1 बच्चे मिले हैं। कुल 16 बच्चों को बचाव दल द्वारा वापस लाया जा रहा है, जिसमें 12 लड़कियां और 4 लडक़े शामिल हैं।
ओरछा आश्रम से 4 बच्चियों की गुमशुदा होने की सूचना पर तत्काल संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी ने उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल 8 सदस्यीय दो दलों का गठन कर इन छात्राओं को ढूढने इन दलों को रवाना किया था। बचाव दल द्वारा इन बच्चों को समझाईश देते हुए सभी बच्चों को वापस लाया जा रहा।
नारायणपुर, 13 नवम्बर। प्रतिवर्ष की भॉति इस वर्ष भी छ.ग. शासन खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सौजन्य से युवा महोत्सव का आयोजन जा रहा है। जिसका नोडल अधिकारी, प्रभारी खेल अधिकारी, खेल एवं युवा कल्याण विभाग, जिला नारायणपुर को नियुक्त किया गया।
इसी तारतम्य में विकासखण्ड स्तरीय युवा महोत्सव 16 नवम्बर को प्रात: 10 बजे से इंडोर स्टेडियम, माहका नारायणपुर, विकासखण्ड नारायणपुर एवं पोर्टा केबिन, ओरछा विकासखण्ड ओरछा में आयोजित किया जाएगा, जिसके आयोजन प्रभारी विकासखण्ड नारायणपुर प्रभारी खेल अधिकारी, जिला नारायणपुर एवं विकासखण्ड हेतु खण्ड शिक्षा अधिकारी, ओरछा को नियुक्त किया गया है तथा सहयोग हेतु खण्ड शिक्षा अधिकारी, नारायणपुर एवं खण्ड स्त्रोत समन्वयक वि.ख. नारायणपुर/ओरछा को सहायक प्रभारी नियुक्त किया गया है।
युवा महोत्सव दो आयु वर्गों 15 से 40 वर्ष एवं 40 से अधिक आयु वर्ग में कुल 38 विभिन्न विधाओं में आयोजित होगी। जैस- लोकनृत्य, लोकगीत, एकांकी नाटक (हिन्दी/अंग्रेजी भाषा), शास्त्रीय गायन (हिन्दुस्तानी शैली), शास्त्रीय गायन (कर्नाटक शैली), सितारवादन (शास्त्रीय वादन), तबला वादन , वीणावादन (शास्त्रीय वादन), मृदंगम वादन (शास्त्रीय, हारमोनियम वादन (सुगम वादन), गिटार वादन (भारतीय या पाश्चात्य संगीत), मणिपुरी (शास्त्रीय नृत्य), ओडीसी (शास्त्रीय नृत्य), भरतनाट्यम (शास्त्रीय नृत्य), कत्थक (शास्त्रीय नृत्य), कुचीपुडी उन सभी को जिला स्तर पर शामिल किया जाएगा।
प्रत्येक विधा में निर्धारित संख्या में के आधार पर प्रतिभागी भाग ले सकेंगे। विकासखण्ड स्तरीय युवा उत्सव में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी को 25 नवम्बर को आयोजित जिला स्तरीय युवा उत्सव में भाग लेने का अवसर प्रदान किया जाएगा, जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले को संभाग एवं राज्य स्तर में भाग लेने की पात्रता होगी। प्रत्येक विधा के लिए अलग-अलग मापदंड एवं प्रतिभागियों की संख्या निर्धारित है तथा फिल्मी गाने एवं टेप रिकार्डेड संगीत मान्य नहीं होगा।
इस आयोजन में जिला का निवासी, स्कूल/कॉलेज/छात्रावासों में अध्ययनरत छात्र-छात्राएं, जिले में कार्यरत कर्मचारी भाग ले सकतें। इस संबंध में अधिक जानकारी एवं पंजीयन हेतु आयोजन प्रभारियों से संपर्क कर सकते हैं तथा पंजीयन कराकर युवा महोत्सव में भाग ले सकते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 29 अक्टूबर। कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी और पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार ने कल आकाबेड़ा स्थित पुलिस कैंप में शहीद पवन मंडावी की स्मृति में नवनिर्मित शौर्य निवास का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री रघुवंशी ने कहा कि पुलिस के जवान लगातार अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हैं। आज इनकी मेहनत के बल पर ही क्षेत्र में शांति कायम हो रही है। उन्होंने ग्रामीणों से आग्रह किया कि वे पुलिस व सुरक्षा बलों का सहयोग करें और अपना स्नेह और आशीर्वाद बनाये रखें।
कलेक्टर ने कार्यक्रम में आये हुए ग्रामीणों से कहा कि 1 नवम्बर से धान की खरीदी शुरू होने जान रही है। जिन ग्रामीणों को मसाहती पट्टा मिल गया है, वे अपना पंजीयन जरूर करायें और शासन द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य पर धान का विक्रय करें। शासन द्वारा कुकड़ाझोर में नवीन धान खरीदी केन्द्र प्रारंभ किया जा रहा है। कलेक्टर श्री रघुवंशी ने ग्रामीणों की मांग पर नेडनार में आंगनबाड़ी भवन और किचन शेड और ओपन जिम की मंजरी दी। इस दौरान अधिकारियों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत भी किया।
कलेक्टर ने आकाबेड़ा स्वास्थ्य केन्द्र का किया निरीक्षण
कलेक्टर श्री रघुवंशी ने अपने आकाबेड़ा प्रवास के दौरान वहां संचालित स्वास्थ्य केन्द्र का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने स्वास्थ्य केन्द्र में मरीजों को दी जाने वाले सुविधाओं की जानकारी ली और सुविधाओं को बेहतर बनाने अन्य आवश्यकताओं के बारे में पूछा। इस दौरान उपस्थित स्वास्थ्य अमले ने पानी की पूर्ति हेतु बोर खनन, गर्म पानी हेतु हीटर, बाईक एम्बुलेंस और किचन सेट की मांग की, कलेक्टर श्री रघुवंशी ने तत्काल इसे पूरा करने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी देवेश कुमार ध्रुव, जनपद सीईओ घनश्याम जांगड़े, क्षेत्र के थाना प्रभारी श्री रामनाथ कावडे एवं ग्रामीण जन उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 29 अक्टूबर। जिला नारायणपुर स्थित 29वी वाहिनी भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल कैम्प फरसगांव में समर बहादुर सिंह, सेनानी 29वीं वाहिनी के दिशा निर्देशन में बेगराज मीणा (उप-सेनानी), मृणाल ई पी सहायक सेनानी के नेतृत्व में सिविक एक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया गया, जिसके तहत एडंगपाल, गोटाबेनुर, गोंगला, कोडोली, हिकोनार के 200 ग्रामवासियों को बर्तन का वितरण किया गया।
इस अवसर पर उप-सेनानी श्री बेगराज मीणा द्वारा सभी ग्रामवासियों को बच्चों की पढाई, फौज में भर्ती एवं विभिन्न सरकारी नौकरी में आवेदन करने हेतु प्रेरित किया। भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल 29वीं वाहिनी विगत वर्षों से जिला नारायणपुर में नक्सल विरोधी अभियान में तैनात है। आईटीबीपी द्वारा प्रत्येक वर्ष सिविक एक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया जाता रहता है।
सिविक एक्शन प्रोग्राम के अंत में ग्रामवासियों ने भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल 29 वी वाहिनी की प्रशंसा की।
नारायणपुर, 29 अक्टूबर। जिला स्तरीय संयुक्त परामर्शदात्री की बैठक कलेक्टर, श्री ऋतुराज राघुवंशी की अध्यक्षता में 31 अक्टूबर दिन सोमवार को दोपहर 12 बजे से जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित किया गया है। जिला स्तरीय संयुक्त परामर्शदात्री की बैठक में नियत समयावधि में कर्मचारियों की मांगो और समस्याओं पर चर्चा की जाएगी। बैठक में संबंधित अधिकारी कर्मचारियों को उपस्थित होने कहा गया है।
निर्माणाधीन चबूतरों-शेड का काम समय सीमा में पूर्ण कराने के दिये निर्देश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 27 अक्टूबर। कल कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी ने संबंधित अधिकारियों के अमले के साथ जिले सभी धान खरीदी केन्द्रों का पुन: निरीक्षण करते हुए सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को धान खरीदी के पूर्व ही सुनिश्चित करने के आवश्यक निर्देश दिये।
इस कड़ी मे उन्होने सर्व प्रथम वे बासिंग एवं सोनपुर पहुंचे जहां निर्माणाधीन चबूतरे को समय सीमा में पूर्ण कराने को कहा। किसानों के पंजीयन के साथ ही उनके बैक खातों को पूर्व से ही सक्रिय करें-
ग्राम कोहकामेटा पहुंच कर उन्होने अधिकारियों को संबंधित कृषकों के बैक खातों को सक्रिय कराने, बैंक लेनदेन की अंतिम अवधि की भी पूर्ण जानकारी को तैंयार करने के निर्देश दिये ताकि उनके खातों मे राशि तत्काल पहुंचाई जा सके। साथ ही जिन कृशकों ने अपना बैक खाता सक्रिय नही किया है उन्हें कम राशि में ही खाता खोलने को कहा जाए। इस दौरान ग्रामीणों ने भी कलेक्टर को ग्राम में कुछ हिस्सों में आयरन युक्त पानी की समस्या से अवगत कराया। इसके लिए कलेक्टर ने आयरन युक्त पानी का सेंपल की जांच कराने के अलावा इस प्रकार की समस्या वाले बोर खनन में फिल्टर प्लांट लगाने का प्रस्ताव तैयार कर भेजने के लिए अधिकारियों को कहा।
इसके साथ ही कलेक्टर ने ग्राम धौड़ाई और बेनूर में 3-3 नग शेड निर्माण कार्य का भी अवलोकन किया। अपने सघन निरीक्षण के दौरान सूदूर ओरछा और छोटेडोंगर भी पहुंचे। यहां उन्होने गोदाम में चबुतरा और आद्रता मापी यंत्र, तौल मशीन, पेयजल और विद्युत व्यवस्था का स्वयं जायजा लिया। साथ ही गोदाम में पूर्व से ही ब्लिचिंग पाउडर से साफ सफाई करने को कहा।
ज्ञातव्य है कि पूर्व वर्श में जिले में 11 धान खरीदी केन्द्र थे जबकि इस बार जिले में 5 नये धान खरीदी केन्द्र बनाये गये है। इस प्रकार जिले में धान खरीदी केन्द्रों की संख्या 16 हो गयी है। जहां जिले के कृशक आसानी से अपने धान का विक्रय करेंगे।
इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री देवेश कुमार ध्रुव, डिप्टी कलेक्टर श्री प्रदीप वैद्य, तहसीलदार सुमित बघेल, श्री रामांचल यादव, खाद्य अधिकारी श्री हुलेश डडसेना, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत श्री घनश्याम जांगड़े, नोडल अधिकारी श्री प्रतीक अवस्थी के अलावा संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
प्रभावितों को सौ फीसदी नौकरी और 50 फीसदी शेयर देने की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 30 अगस्त। रावघाट खदान में ग्राम सभा की मंजूरी के बिना निजी कंपनी की ओर से किये जा रहे खनन के विरोध में 28 गांवों की दुग्गाल परगना ने प्रस्ताव पारित किया है। उन्होंने राज्यपाल और कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर इसे तत्काल बंद कराने की मांग की है। साथ ही भविष्य की खनन परियोजनाओं में स्थानीय प्रभावितों को 50 प्रतिशत शेयर और 100 फीसदी नौकरी की मांग की गई है।
27 अगस्त को हुई बैठक में पारित प्रस्तावों का उल्लेख करते हुए आदिम भूमकाल परगना के अध्यक्ष, गोंडवाना समाज और सर्व आदिवासी युवा प्रभाग नारायणपुर की ओर से भेजे गए इस ज्ञापन में कहा गया है कि बीएसपी ने निजी कंपनी के माध्यम से रावघाट में खनन का काम जारी रखा है। इस संबंध में किसी भी ग्राम सभा ने उन्हें अनुमति नहीं दी है। इसके बिना खनन असंवैधानिक है। राज्यपाल लोकतांत्रिक व्यवस्था के अनुसार कार्रवाई कर आदिवासियों को न्याय दिलाएं।
परगना की बैठक में कहा गया है कि जब तक स्थानीय लोग काम करने के लायक नहीं हो जाते खदान बंद रहेगा। सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की भी मांग खनन शुरू करने के पहले पूरी करने की मांग की गई है। बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया है कि जब तक वन अधिकार की सारी प्रक्रिया पूरी नहीं की जाती खदान को बंद रखा जाएगा।
बैठक में दुग्गल परगना के 28 गांवों के सरपंच, युवा और ग्रामीण करीब 500 की संख्या में उपस्थित थे जिन्होंने संगठित होकर एक साथ लड़ाई लडऩे का निर्णय लिया है।
सडक़ बनने से ग्रामीण खुश, कहा अब आने-जाने में होती है आसानी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 23 जून। छत्तीसगढ़ के दूरस्थ वनांचल नारायणपुर जिला मुख्यालय से घने जंगलों और नक्सल प्रभावित इलाके की तरफ बढ़ें, तो 20 किलोमीटर दूर पहाड़ों से घिरे कुमगांव नजर आएगा। पहाड़ों से घिरे इस गांव में 20-25 परिवारों के 120 लोग रहते हैं।
इलाके की प्राकृतिक सुंदरता आपको जैसे बांध ही लेती है, लेकिन यह सुंदरता बाहर से गये लोगों को ही देखने में अच्छी लगती है। पहाड़ों की तराई में बसे गांवों में रहने वाले लोग बहुत कठिन परिस्थितियों में जीवन गुजारते हैं। पहुंच मार्ग के अभाव में किसी भी गांव व क्षेत्र का विकास की बात करना महज कोरी कल्पना सी है, लेकिन प्रशासन के प्रयास से यहां जरूरी सुविधायें पहुंचने लगी है। नक्सल प्रभावित सुदूर वनांचल के निवासी जो वर्षों से शासन की योजनाओं और सडक़ की समस्या से जूझ रहे थे। राज्य शासन की योजना अनुसार इन गांवों का मसाहती सर्वे पूर्ण कर शासन की योजनाओं से जोड़ा जा रहा है। सडक़ के बन जाने से अब शासन की सभी योजनाओं से आसानी से जोड़ा जा सकता है।
प्रशासन द्वारा लोगों की दिक्कत और आवागमन की सुविधा के लिए प्रशासन ने कुमगांव को जोडऩे सडक़ बनाने का दुरूह कार्य कर दिखाया है। पहले जहां गांव में पहुंचने के लिए सायकल और दुपहिया वाहनों से चलना मुश्किल था, अब वहां सडक़ है, बिजली है, साफ पीने का पानी है, स्कूल है और स्कूल में शिक्षक हैं। सडक़ न बनने से यहां यह सुविधा आसानी से नहीं मिल पाता था। कुछ साल पहले तक यह सब बुनियादी सुविधाएं यहां के लोगों के लिए सपना थीं।
इस सपने को हकीकत में बदलने का प्रयास किया है कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी की टीम ने। गांव तक सडक़ बन जाने से अब स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ-साथ एम्बुलेंस और अन्य बुनियादी सुविधायें गांवों तक पहुंच जाएगी। प्रशासन के इस कार्य से ग्रामवासी काफी उत्साहित हैं और प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ा है।
कुमगांव के ग्रामवासी रानो दुग्गा और मंगाया दुग्गा ने बताया कि सदियों से बसे इन गांवों में लगभग 100 लोग रहते है। कुछ महीने पहले इस गांव तक पहुंच पाना ही सबसे बड़ी समस्या होती थी। इस गांव तक पहुंचने के लिए एकमात्र साधन पगडंडी थी। इस पगडंडी से लोग लाठी का सहारा लेकर ही यहां से आते जाते थे। हमे पहले शासन की योजना का लाभ नही मिल पाता था अब हमारे गांव का सर्वे पूर्ण हो गया है। सर्वे उपरांत कलेक्टर साहब हमारे गांव आये थे, हमारे गांव पहुँचने वाले पहले कलेक्टर थे। पूरा गांव को घूमकर देखे थे उसके कुछ दिनों बाद ही यहां रोड बनाना शुरू हुआ।