स्थायी स्तंभ
- 1824 - रूस में पेट्रोग्राद का नाम बदलकर लेनिनग्राद कर दिया गया।
- 1857 - कलकत्ता विश्वविद्यालय की स्थापना।
- 1859-तेल के लिए खोदे गये कुएं से पहली बार तेल निकला। यह कुऑ अमरीका के पेन्सिलवानिया राज्य में खोदा गया। 230 मीटर गहराई तक ख़ुदाई के बाद इस कुएं से तेल निकला। इस कुएं की खुदाई के लिए प्रयोग किये गये उपकरण अमरीका के एक संग्रहालय में रखे हुए हैं।
- 1925 -सूर्य ग्रहण का पहला चलचित्र अमेरिकी नौसेना द्वारा लिया गया।
- 1950 - जन गण मन को राष्ट्रगान के रूप में स्वीकार किया गया। डॉ. राजेंद्र प्रसाद स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति बने। असली माइक्रोवेव ओवन का पेटेन्ट उसके आविष्कारक पर्सी ली बैरोन स्पेन्सर को मैथड आफ ट्रीटिंग फूडस्टफ के शीर्षक से जारी किया गया।
- 1951 - प्रेम माथुर भारत की पहली महिला कमर्शियल पायलट बनीं।
- 1952 - मुम्बई में पहला अंतरराष्ट्रीय फि़ल्म महोत्सव आयोजित किया गया।
- 1965 - ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री सर विंस्टन चर्चिल का निधन।
- 1966 - एयर इंडिया का बोइंग आल्पस में दुर्घटनाग्रस्त हुआ जिसमें भारतीय वैज्ञानिक डॉ. होमी भाभा सहित 114 लोग मारे गये।
- 1993 - सोयूज टी.एम. 16 प्रक्षेपित किया गया।
- 1996 - सं.रा. अमेरिका के इतिहास में पहली बार देश की प्रथम महिला हिलेरी क्लिंटन को न्यायालय में पेश होने का आदेश दिया गया।
- 2000 - चुनावों में दलितों का आरक्षण 10 वर्ष तक बढ़ाने हेतु संविधान के 79वें संशोधन को राष्ट्रपति की मंजूरी।
- 2002 - भारतीय उपग्रह इनसेट-3सी सफलतापूर्वक अपनी कक्षा में स्थापित।
- 2003 - भारत और फ्रांस के बीच प्रत्यर्पण संधि।
- 2007 - रूस एवं भारत के बीच एटमी रिएक्टर बनाने हेतु समझौता हुआ।
- 2011 - भारत रत्न सम्मानित शास्त्रीय गायक भीमसेन जोशी का निधन हुआ।
- 1828- जर्मनी के प्रकृतिविद तथा वनस्पति वैज्ञानिक फर्डिनैन्ड (जूलियस) कॉह्न का जन्म हुआ, जो जीवाणु-विज्ञान (बैक्टीरियोलॉजी) के संस्थापकों में से एक माने जाते हैं। इन्हें जीवाणु, फफूंद, पादपरोग-विज्ञान, पर इनके अध्ययन के लिए भी जाना जाता है। (निधन- 25 जून 1898)
- 1902- अर्थशास्त्री और गणितज्ञ आस्कर मॉर्गेन्सटर्न का जन्म हुआ, जिन्होंने गेम सिद्धांत बनाया, जो जीत-हार के आधार पर मानव या जानवरों के व्यवहार का विश्लेषण करता है। जॉन वॉन न्यूमैन के साथ उन्होंने थ्योरी आफ गेम्स एण्ड इकोनॉमिक बिहेवियर नामक पुस्तक लिखी। (निधन- 26 जुलाई 1977)
- 1868--इंग्लैण्ड के रसायनज्ञ तथा डॉक्टर जॉन डेवी का निधन हुआ, जिन्होंने फॉस्जीन गैस का नामकरण किया तथा उसकी विशेषताओं के बारे में बताया। वे सर हम्फ्री डेवी के छोटे भाई थे। (जन्म-24 मई 1790)
- 1848 -अमेरिका के दंतचिकित्सक होरेस वेल्स का निधन हुआ, जो शल्य चिकित्सकीय विसंज्ञन (एनेस्थेसिया) का प्रयोग करने वाले प्राथमिक लोगों में से एक थे।(जन्म-21 जनवरी 1815)
- महत्वपूर्ण दिवस- राष्ट्रीय बालिका दिवस।
अफवाह, निगरानी, और चौकन्नापन
कहीं पर कांग्रेस पार्टी की सरकार, या कोई दूसरी सत्तारूढ़ पार्टी खुद की हरकतों से कमजोर होती है, तो कहीं पर कोई दूसरी ताकतवर पार्टी सच और झूठ दोनों जरियों से सरकारों को कमजोर करने की कोशिश करती है। बंगाल में रोज सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस से किसी के जाने की खबरें उड़ती हैं, कोई-कोई जाते भी हैं, और कोई ऐसी खबरों को अफवाह साबित करते हुए पार्टी में बने भी रहते हैं।
छत्तीसगढ़ में भी पर्दे के पीछे से कोई राजनीतिक दल, और जाहिर तौर पर सामने से वॉट्सऐप पर अभियान चलाने वाले लोग प्रदेश की कांग्रेस सरकार के भीतर बेचैनी को साबित करने के लिए तरह-तरह की बातें पोस्ट करने में लगे हुए हैं।
अभी सुबह एक सनसनीखेज ब्रेकिंग न्यूज के अंदाज में वॉट्सऐप संदेश लोगों तक पहुंचा कि छत्तीसगढ़ सरकार के एक वरिष्ठ और बहुचर्चित कैबिनेट मंत्री भाजपा के केन्द्रीय नेताओं से मेल-मुलाकात में लगे हैं। यह भी लिखा गया कि इस कैबिनेट मंत्री ने हाल ही में केेन्द्रीय गृहमंत्री से लंबी बैठक की है। यह भी लिखा गया कि वे लंबे समय से सरकार से असंतुष्ट चल रहे हैं, और भाजपा नेताओं से मेल-मुलाकात करके नई राजनीतिक उठापटक कर रहे हैं। सबसे ताजा सनसनीखेज बात इसमें यह जोड़ी गई है कि बीती रात ही इस असंतुष्ट मंत्री ने एक नए नंबर से भाजपा के एक ताकतवर केन्द्रीय मंत्री से 50 मिनट तक बात की है।
इस बारे में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव से पूछा गया तो उन्होंने मुस्कुराते हुए जवाब दिया कि उन्हें भी यह संदेश मिल चुका है, और यह फूहड़ और बचकाना समाचार बनाकर झूठ फैलाने का काम किया जा रहा है।
फिलहाल राज्य में जो लोग अपने फोन टैप होने की आशंका में डूबे हुए हैं वे पहले तो वॉट्सऐप कॉल पर बात करना सुरक्षित समझते थे, अब कई महीनों से ये लोग आईफोन के फेसटाईम के अलावा किसी और कॉल पर बात नहीं करते क्योंकि अमरीका में एक आतंकी के गिरफ्तार होने पर भी वहां की सबसे बड़ी एजेंसी एफबीआई आईफोन की बातचीत तक नहीं पहुंच पाई थी। अब छत्तीसगढ़ के छोटे-छोटे लोगों में अमरीका की एफबीआई से अधिक तो किसी और बड़ी एजेंसी की दिलचस्पी होनी नहीं चाहिए, फिलहाल लोग अपने आपको महत्वपूर्ण मानते हुए फेसटाईम से और अधिक सुरक्षित कोई जरिया ढूंढ सकते हैं।
हवालात के बिना गिरफ्तारियां
हजारों की संख्या में कल गिरफ्तारियां हो गई और किसी के माथे पर कोई शिकन नहीं। न तो पुलिस को और न ही भाजपा के कार्यकर्ताओं को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा। सरकार तो बेफिक्र है ही। यह सब एक रस्म अदायगी थी जो हर सरकार में विपक्षी पार्टियां निभाती आई हैं।
हर जिले में कलेक्ट्रेट गतिविधियों का मुख्य केन्द्र होता है। कलेक्टर ऑफिस के अलावा कचहरी, रजिस्ट्री, एसपी ऑफिस वगैरह भी आसपास होते हैं। पुलिस ने रायपुर, बिलासपुर, राजनांदगांव, रायगढ़ आदि में कलेक्टोरेट के घेराव के ऐलान को देखते हुए चारों और बेरिकेड्स लगा रखे थे और रास्तों को डायवर्ट कर रखा था। परेशान हुई तो सिर्फ आम जनता। उन्हें जगह-जगह पुलिस बता रही थी कि यहां से मत गुजरो, उस रास्ते को पकड़ो। गिरफ्तारियां ऐसी रहीं कि स्टेडियम, मैदान में सब एक जगह इक_े हुए भाजपा नेताओं ने पुलिस को एक सूची थमा दी गई, सबकी गिरफ्तारी मान ली गई, सुर्खियां बन गई। सरकार पर इसका कोई असर हुआ हो या न हो, भाजपा को अपने कार्यकर्ताओं को रिचार्ज करने का मौका मिला और प्रभारी यही तो चाहती थीं।
धान खरीदी के आंकड़े छिप गये
धान खरीदी में इस बार फिर छत्तीसगढ़ का रिकार्ड टूटने जा रहा है। अभी तक 80 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान खरीदा जा चुका है और इसके आखिरी तारीख 31 जनवरी तक तय लक्ष्य 90 लाख या उससे ऊपर पहुंच जाने की संभावना है। इतनी बड़ी उपलब्धि के बावजूद धान खरीदी के डेटा ऑनलाइन दिखाई नहीं दे रहे हैं। हर बार सहकारी बैंक, खाद्य विभाग और मार्कफेड के पास पूरा रिकॉर्ड रोजाना अपडेट होता था कि आज कितना धान खरीदा गया और अभी तक कुल खरीदी कितनी हुई। पोर्टल में इसका अपडेट भी मिल जाया करता था। धान खरीदी की शुरूआत तक यह व्यवस्था इस बार भी मौजूद थी पर मार्कफेड ने अचानक इसे अपडेट करना बंद कर दिया है। सवाल उठ रहा है कि आखिर ऐसा क्यों? धान खरीदी के आंकड़े तो शानदार है और यह विपक्ष को जवाब देने के लिये भी अनुकूल है। अब जानकारी मिल रही है कि पोर्टल में खरीदी के अलावा धान के परिवहन, उठाव और मिलिंग के आंकड़े भी दर्ज किये जाते हैं। खरीदी के आंकड़े तो अच्छे हैं पर बाकी आंकड़ों के सार्वजनिक होने से विफलता उजागर हो जायेगी।
गुमनाम शिकायतें अब रद्दी की टोकरी में
पुलिस महकमे ने तय किया है कि अब वह गुमनाम शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं करेगी। पुलिस मुख्यालय से सभी जिलों में पुलिस अधिकारियों को भेजे गये पत्र में कहा गया है ऐसी शिकायतों को अब रद्दी की टोकरी में डाला जाये। होता यह है कि गुमनाम शिकायतें कई बार दुर्भावनावश कर दी जाती है और आवक-जावक रजिस्टर में दर्ज होने के कारण जांच की औपचारिकता भी पूरी करनी पड़ती है। जांच के लिये शिकायतकर्ता से कुछ साक्ष्य जुटाने की जरूरत पड़ती है तो उनका भी पता नहीं चलता है। ज्यादातर ऐसे मामले कोर्ट तक पहुंच नहीं पाते क्योंकि डायरी पेश करने के लिये आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध नहीं हो पाते।
पुलिस ने यह तो ठीक ही किया लेकिन दूसरी तरफ लोग लिखित शिकायत भी लेकर आते हैं फिर भी दिनों, महीनों उनकी जांच नहीं की जाती। पुलिस विभाग का एक स्थायी आदेश है कि कोई व्यक्ति यदि एफआईआर दर्ज कराने के लिये आता है तो वह जरूर दर्ज किया जाये, पर कई बार होता है कि फरियादी की संतुष्टि के लिये लिखित शिकायत लेकर उसे पावती दे दी जाती है। पीएचक्यू से एक आदेश यह भी निकलना चाहिये कि गुमनाम शिकायतों कार्रवाई न करना हो तो नहीं करें, लेकिन जो नाम, पता, दस्तखत के साथ शिकायत दे गया हो, उसकी जांच तय समय पर जरूर करे।
- 1799 - फ्रांसीसी सैनिकों ने नेपल्स इटली पर कब्ज़ा किया।
- 1849 - प्रशिया ने आस्ट्रिया के बिना जर्मन यूनियन का प्रस्ताव किया।
- 1930 -क्लाइड टॉम्बॉफ ने प्लूटो का फोटो खींचा।
- 1964-डॉ. जेम्स हार्डी ने मिसिसिपी विश्वविद्यालय में एक चिम्पैन्ज़ी के हृदय को बॉयड रश नामक मानव के सीने में प्रत्यारोपित किया। मगर अत्यधिक छोटा होने के कारण हृदय पूरी तरह से रक्त संचरण नहीं कर सका और नब्बे मिनट बाद रश की मृत्यु हो गई।
- 1965 - दुर्गापुर इस्पात संयंत्र ने काम करना शुरू किया।
- 1966 - इंदिरा गांधी भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं।
- 1977 - जनता पार्टी का गठन हुआ।
- 1991 - इराक के तेल मंत्रालय ने गैसोलिन की बिक्री पर रोक लगाई।
- 2003 - नेपाल की चार प्रमुख पार्टियों का राजशाही द्वारा निर्वाचित सरकार को बर्ख़ास्त कर लोकेन्द्र बहादुर चंद के नेतृत्व में बनाई गई सरकार का संयुक्त रूप से विरोध।
- 2004 - मध्यप्रदेश में गोवंश वध पर पूर्णतया प्रतिबंध लागू।
- 2006 - भारत ने पाक को सर्वाधिक वरीयता प्राप्त राष्ट्र का दर्जा देने की सिफारिश को मंजूर कर लिया।
- 2008- खाड़ी क्षेत्र में अपनी मौजूदगी बढ़ाने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा ने बहरीन में अपना पूर्ण परिचालन शुरू करने की योजना बनायी। ईरान के खिलाफ तीसरा प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव पर विश्व की महाशक्तियों के बीच सहमति बनी।
- 2009- फि़ल्मी और टेलीविजऩ कार्यक्रमों में धूम्रपान दृश्यों पर लगा प्रतिबंध समाप्त हो गया।
- 1897 - नेता जी सुभाषचंद्र बोस का जन्म कटक में हुआ।
- 1926 - भारतीय राजनेता और शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे, का जन्म हुआ।
- 1907- जापानी भौतिकशास्त्री हिडेकी युकावा का जन्म हुआ, जिन्होंने नाभिकीय बलों पर अपने सैद्धान्तिक कार्यों के आधार पर मेसॉन के अस्तित्व का अनुमान लगाया। इसके लिए उन्हें 1949 में नोबेल पुरस्कार प्राप्त हुआ। मेसॉन कण इलेक्ट्रॉन से भारी, लेकिन प्रोटॉन से हल्के होते हैं। युकावा जापान के पहले नोबेल पुरस्कार विजेता थे। (निधन- 8 सितम्बर 1981)
- 1872- फ्रांसीसी भौतिकशास्त्री पॉल लैंगेविन का जन्म हुआ,जो पहले वैज्ञानिक थे जिन्होंने पराचुम्बकत्व तथा प्रतिचुम्बकत्व के प्रभावों को प्रतिपादित किया। (निधन-19 दिसम्बर 1946)
- 1810- जर्मन भौतिकशास्त्री जोहॉन विल्हेम रिटर का निधन हुआ, जिन्होंने स्पेक्ट्रम में पराबैंगनी किरणों के क्षेत्र को खोजा। (जन्म-16 दिसम्बर 1776)
- महत्वपूर्ण दिवस- कुष्ठ निवारण अभियान दिवस।
माशिमं परीक्षा तारीख कब ?
10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षाओं के लिये माध्यमिक शिक्षा मंडल ने आवेदन तो जमा करा लिये हैं पर परीक्षाओं की तारीख अब तक तय नहीं हुई है। लिखित परीक्षा तो दूर, आम तौर पर दिसम्बर जनवरी में हो जाने वाली प्रायोगिक परीक्षाओं की तारीख घोषित नहीं की गई। अभिभावकों के अलावा बच्चों की चिंता बढ़ती जा रही है। इस बार कोरोना संकट देखते हुए परीक्षा केन्द्रों में व्यापक स्तर पर तैयारी करनी है। सभी स्कूलों को सेंटर बनाने की घोषणा पहले से की जा चुकी है ताकि डिस्टेंस के साथ बच्चों को बिठाया जा सके। शिक्षा अधिकारियों का कहना है कि 8-10 माह से स्कूलों के बंद रहने के कारण विभाग के लोगों में खुमारी सी आ गई है। उन्हें रिचार्ज करने में समय लग रहा है। अनेक शिक्षकों ने जहां वैकल्पिक पढ़ाई के लिये जोर-शोर से भागीदारी निभाई तो कई अभी भी स्कूल और ऑफिस आने से बच रहे हैं।
मुन्ना भाईयों को रोकने की कवायद...
एक तरफ छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की परीक्षा की तैयारी धीमी है तो दूसरी तरफ सीबीएसई ने न केवल तारीख घोषित कर दी बल्कि कुछ नये प्रयोग करने जा रही है। 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा 4 मई से शुरू होकर 10 जून तक चलेगी। नतीजे भी 10 जुलाई के पहले घोषित करने का निर्णय लिया जा चुका है। मार्च में प्रैक्टिकल परीक्षायें हो जायेंगीं। यह फिजिकल उपस्थिति के साथ होगी। इन सबसे आगे बढक़र तय किया गया कि परीक्षा हाल में बायोमैट्रिक उपस्थिति दर्ज की जायेगी। हर साल ऐसे बहुत मामले सामने आते थे जिनमें वास्तविक परीक्षार्थी की जगह दूसरे लोग परीक्षा देने चले आते थे। एडमिशन कार्ड की फोटो ही पहचान का जरिया रहा है। इसकी जरूरत तो छत्तीसगढ़ की बोर्ड परीक्षाओं में भी है, क्योंकि यहां तो शिक्षक अपने चहेते विद्यार्थियों की पूरी उत्तर पुस्तिका तैयार कर टॉपर तक बना चुके हैं।
शराब दुकान में महाराष्ट्र की बीयर!
छत्तीसगढ़ में शराबबंदी का वादा पूरा करना राज्य सरकार के लिये गले की फांस बन गया है। दूसरे राज्यों का अध्ययन करके टीम आ गई, पर उसने क्या रिपोर्ट दी, कैसे अमल करना है कुछ तय नहीं हो सका। सरकार को आये दिन इस मुद्दे पर विपक्ष घेरता है। आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने एक बार इशारा किया था कि चुनाव के चार-छह महीने पहले रोक लगा देंगे। बिहार में सुशासन लाने के लिये नीतिश कुमार सरकार ने वादा निभाया, पर चुनावों में उन्हें लाभ तो हुआ नहीं। इस बार तो वोट देते समय लोगों ने भुला ही दिया कि कभी उन्होंने शराब बंद करने का कड़ा फैसला लिया था। अपने छत्तीसगढ़ में महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, पंजाब से कहीं अधिक महंगी शराब मिलती है और मनपसंद ब्रांड भी नहीं मिलते। इसके चलते तस्करी बढ़ गई। दूसरे राज्यों में शराब बिक्री ठेकेदारों के हवाले है, जिन पर ज्यादा शराब खपाने का दबाव है। इसके चलते छत्तीसगढ़ लाकर माल खपाया जा रहा है। बीते दिनों सीआरपीएफ के एक जवान को स्विट्जरलैंड और पंजाब की शराब के साथ पकड़ा गया। पर राजधानी में तो हद ही हो गई। रेलवे स्टेशन की शराब दुकान में ‘सेल फॉर महाराष्ट्रा स्टेट’ बीयर बेची जा रही थी। आबकारी अधिकारियों को जवाब नहीं सूझ रहा है, कह रहे हैं गलती से आ गई होगी। जब राजधानी में यह हाल है तो दूसरे जिलों और दूर दराज की शराब दुकानों का क्या हाल होगा?
- 1907- थॉमस अल्वा ऐडिसन को महीन सामग्रियों को पीसने और अलग करने के उपकरण के लिए पेटेन्ट जारी किया गया।
- 1939-कोलम्बिया विश्वविद्यालय में पहली बार यूरेनियम के परमाणु को साइक्लोट्रॉन की सहायता से तोड़ा गया।
- 1981 - रोनाल्ड रीगन का संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के 40वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण।
- 1996 - कैलीफ़ोर्निया विश्वविद्यालय की वेधशाला के वैज्ञानिकों ने पृथ्वी से लगभग 3 लाख 50 हजार प्रकाश वर्ष की दूरी पर दो नए ग्रहों की खोज की।
- 1998-अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन पर मोनिका लेविंस्की ने अवैध शारीरिक संबंध स्थापित करने का आरोप लगाया।
- 2002-फिलीस्तीनी शहर तुल्कोरम पर इस्रायल का कब्ज़ा, अफग़़ानिस्तान के पुनर्निर्माण के लिए टोकियो में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की बैठक में 3.5 अरब डॉलर की मदद की घोषणा।
- 2006 - श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने विद्रोही संगठन लिट्टे से बातचीत की पेशकश की।
- 2008- राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने लोकसभा में विपक्ष के नेता लालकृष्ण आडवाणी को आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान भावी प्रधानमंत्री के रूप में पेश करने के प्रस्ताव का समर्थन किया।
- 2009- फि़ल्म स्लमडॉग मिलेनियर का ऑस्कर के लिए नामांकन हुआ। सरकार ने सार्वजनिक निजी भागीदारी आधार वाली तीन बंदरगाह परियोजनाओं को मंजूरी दी।
- 1934 -अभिनेता और फिल्म निर्देशक विजय आनन्द का जन्म हुआ। जिन्होंने नवकेतन फिल्म्स के बैनर तले कई हिट फिल्मों का निर्देशन किया।
- 1666 - भारत के मुग़ल सम्राट शाहजहां का निधन हुआ।
- 1908- रूसी भौतिकशास्त्री लैव डेविडोविच लैण्डॉव का जन्म हुआ, जिन्होंने मंद तापभौतिकी, परमाणु भौतिकी, नाभिकीय भौतिकी, ठोस अवस्था, तारकीय ऊर्जा और प्लाज़्मा भौतिकी जैसे कई क्षेत्रों में काम किया। भौतिकी के कई शब्द उनके नाम से हैं। अत्यधिक मंद ताप (2.18 के.) पर द्रव हीलियम के विलक्षण अतितरल (सुपरफ्ल्युइड) व्यवहार को प्रतिपादित करने वाले सिद्धान्त के लिए उन्हें 1962 का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया। (निधन-1 अप्रैल 1968)
- 1561-अंग्रेज़ दर्शनशास्त्री फ्रांसिस बैकन का जन्म हुआ, जिनकी पुस्तक ऐडवान्समेन्ट आफ लर्निंग (1605), साइंटिफिक रॉयल सोसाइटी की स्थापना के लिए आंशिक रूप से उत्तरदायी थी। पुस्तक में मानव तथा ब्रह्माण्ड के प्रचलित समवृत्तिता की खोजों की बजाय तर्कसंगत तथा प्रयोगात्मक मूल्यों पर बल दिया गया। (निधन-9 अप्रैल 1626)
- 1831-अंग्रेज़ अन्वेषक जॉन ब्लेन्किन्सॉप का निधन हुआ, जिन्होंने पहले प्रायोगिक तथा सफल रेलगाड़ी के डिब्बे का निर्माण किया। (जन्म-1783)
- 1966 -अमेरिकी भौतिकशास्त्री अल्बर्ट वैलेस हल का निधन हुआ, जिन्होंने स्वतंत्र रूप से एक्स किरणों के पाउडर तरीके से क्रिस्टलों का विश्लेषण करने का तरीका इजाद किया। (जन्म-19 अप्रैल 1880)।
चिडिय़ा चुग गई खेत
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी अंतिम चरण पर है। एक नवंबर से खरीदी शुरू हुई थी जो 31 जनवरी तक चलेगी। इस दौरान किसान बोरियों, टोकन और रकबा घटने की समस्या से जूझते रहे पर बिक्री की रफ्तार घटी नहीं। कांग्रेस ने केन्द्र पर असहयोग का आरोप लगाया और विपक्ष ने राज्य सरकार को अव्यवस्था के लिये जिम्मेदार बताया। अब जब खरीदी के सिर्फ 6 कार्यदिवस बचे हैं, भाजपा इस मुद्दे पर जिला मुख्यालयों में धरना-प्रदर्शन और कलेक्टोरेट का घेराव करने जा रही है।
भाजपा के कार्यकर्ता तो अनुशासित हैं, आदेश मिला और तैनात हो जाया करते हैं। पर इस बार संगठन के पदाधिकारियों को उन्हें तैयार करने में काफी मुश्किल हो रही है। 13 जनवरी को भी जब प्रत्येक विधानसभा मुख्यालय में धरना दिया गया तो कई जगहों पर कुर्सियां खाली रहीं। अब 22 जनवरी के आंदोलन में इसकी पुनरावृत्ति न हो इसके लिये व्यक्तिगत सम्पर्क और सोशल मीडिया की मदद ली जा रही है। भीड़ ज्यादा से ज्यादा जुटे इसकी कोशिश हो रही है। भाजपा कार्यालय के बाहर कुछ कार्यकर्ता कहते हुए मिले कि अब जब धान खरीदी बंद होने के करीब आ गई है तो आंदोलन क्यों हो रहा है, पहले करना चाहिये था। दूसरे ने समझाया कि सरकार पर असर पड़े न पड़े, संगठन पर निगरानी रखने वालों पर तो पड़ेगा।
खिलाडिय़ों को कोरोना से नुकसान
हाईस्कूल व हायर सेकेन्डरी बोर्ड के नतीजों में खिलाडिय़ों को बड़ा लाभ होता है। उपलब्धियों के आधार पर उन्हें बोनस अंक दिये जाते हैं। ये बोनस अंक केवल श्रेणी सुधार में मददगार नहीं होते बल्कि आगे चलकर नौकरियों में भी लाभ दिलाते हैं। पर इस बार कोविड-19 महामारी के कारण कक्षायें ऑनलाइन चलीं और खेल स्पर्धायें तो कुछ हुई ही नहीं। ऐसे में आने वाले बोर्ड एग्जाम में खिलाडिय़ों को कोई फायदा नहीं मिलने वाला है। हाल ही में कुछ खिलाडिय़ों ने स्कूल शिक्षा मंत्री को इस बारे में आवेदन भेजा है और मांग की है कि जिस तरह से कई कक्षाओं में जनरल प्रमोशन दिये गये, अनेक विषयों में औसत अंक देकर पिछले सत्र में लोगों को उत्तीर्ण किया गया, उसी तरह से बीते वर्षों के खेल प्रदर्शन के आधार पर उन्हें भी बोनस अंक दिया जाये। देखें, मंत्री क्या फैसला करते हैं।
यातायात माह की रस्म
यह सही है कि अधिकतर दुर्घटनायें लापरवाही के कारण होती है। बाइक पर तीन सवारी बिठाना उस पर तेज वाहन चलाना, हेलमेट नहीं पहनना, शराब पीकर गाड़ी चलाना ज्यादातर दुर्घटनाओं के पीछे हैं। मरवाही के विधायक डॉ. के. के. धु्रव ने अपने डॉक्टरी पेशे का अनुभव बताते हुए कहा कि उनके पास बाइक सवारों के 70-75 फीसदी ऐसे केस होते हैं जिन्हें हेलमेट नहीं पहनने के कारण गंभीर चोटें आईं। हेलमेट पहनकर चले होते तो दुर्घटना कम खतरनाक होती। कई बार इसी के चलते जान भी चली जाती है।
केन्द्र सरकार के सडक़ परिवहन मंत्रालय की ओर से बीते 28 सालों से यातायात सप्ताह मनाया जाता रहा है। इस बार सप्ताह की जगह महीने भर का कार्यक्रम रखा गया है। ज्यादातर कार्यक्रम निबंध, कविता, कहानी, पोस्टर और रैलियों के आयोजन तय किये गये हैं। पूरा अभियान ऐसा लग रहा है मानों यातायत सुरक्षा सिर्फ पुलिस का काम है। जबकि अन्य विभागों के साथ तालमेल के बिना दुर्घटनाओं को रोकने में मदद नहीं मिल सकती। नगर निगम को शहर सीमा की सडक़ें तो पीडब्ल्यूडी को बाहर की सडक़ें ठीक करनी है। गड्ढों का न होना, संकेतकों का न होना, पुल पुलिया में रेलिंग नहीं होना या फिर टूटा-फूटा होना दुर्घटनाएं लेकर आती है।
रायपुर बिलासपुर नेशनल हाइवे में तो सडक़ मार्ग संकेतक 100 की गति से गाड़ी चलाने की छूट देता है पर नई नई बनी इस सडक़ में कई जगह गड्ढे हैं जो 100 की गति पर चलाने में गंभीर हादसे की वजह बन सकती है। परिवहन विभाग बसों, स्कूल बसों और दूसरे भारी वाहनों की फिटनेस टेस्ट करने में पीछे है। कुल मिलाकर जो रस्म अदायगी पहले एक सप्ताह के लिये हुआ करती थी, इस बार एक महीने तक होती रहेगी।
झूठ का असर सच से अधिक
गुजरात में सूरत की पुलिस ने रिलायंस जियो का ट्रेडमार्क लगाकर बनाए गए आटे के पैकेट बेचते लोगों को गिरफ्तार किया है। राधाकृष्ण ट्रेडिंग कंपनी के खिलाफ रिलायंस ने एफआईआर दर्ज कराई थी कि वह रिलायंस जियो के ट्रेडमार्क से आटे की बोरियां बेच रही है। इस खबर को पढक़र याद पड़ता है कि सोशल मीडिया पर पिछले कुछ हफ्तों से किसान आंदोलन पर आने वाली कई पोस्ट में जियो ब्रांड का आटा दिखता था, और रिलायंस के दावे को झूठा बताया जाता था कि वह किसी किसानी कारोबार में नहीं है। अब पता लगा कि बाजार के लोग ब्रांड की जालसाजी करके रिलायंस के लिए मुसीबत खड़ी कर रहे थे, कंपनी किसी एग्रो-प्रोडक्ट के कारोबार में नहीं है, और बार-बार दावा भी कर रही थी, लेकिन रिलायंस जियो की बोरियां दावे का मुंह चिढ़ा रही थीं। बाजार का हाल ऐसा है कि झूठ का सिक्का सच के नोट को भी खदेडक़र बाहर कर देता है। दस-बारह दिन पहले एक टीवी चैनल पर खबर आई थी- जियो डाटा के बाद जियो का आटा। इसके बाद रिलायंस हरकत में आई और अपने ब्रांड के आटे के धंधे को ढूंढ निकाला। इस बीच पंजाब में जगह-जगह रिलायंस के मोबाइल टॉवरों पर हमले चल ही रहे हैं। झूठ का असर सच से अधिक होता है।
- 1799- ऐडवर्ड जेनर द्वारा चेचक का टीका विकसित किया गया।
- 1984 -ब्रिटेन में पहली बार एक दम्पत्ति को तीन परखनली-शिशुओं की प्राप्ति हुई। जिनकी मां थीं ऐनी माये।
- 1924 - रैक्जे मैक्डोनाल्ड के नेतृत्व में पहली बार ब्रिटेन में लेबर पार्टी की सरकार बनी; ग्रीस (यूनान) की स्वतंत्रता; लेनिन का निधन।
- 1972 - मणिपुर मेघालय और त्रिपुरा राज्य का स्थापना दिवस।
- 1996 - स्वायत्त फिलीस्तीन के ऐतिहासिक प्रथम आम चुनाव में फिलीस्तीनी मुक्ति मोर्चा के नेता यासर अराफात 85 प्रतिशत मत प्राप्त कर निर्वाचित, एशिया का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन चीन की राजधानी बीजिंग में उद्घाटित।
- 2000 - एशिया के प्रथम स्लिट लिवर का प्रत्यारोपण हांगकांग में हुआ, हिमतक्षेस की बैठक मस्कट में प्रारम्भ।
- 2003 - चालक रहित अमेरिकी टोही विमान पाकिस्तान में दुर्घटनाग्रस्त।
- 2008 - भारत ने इस्त्रायल का एक जासूसी सैटेलाइट का प्रक्षेपण कर उसे सफलतापूर्वक पोलर आर्बिट में स्थापित किया।
- 2009- कर्नाटक के बीदर में वायुसेना का एक प्रशिक्षण विमान सूर्यकिरण दुर्घटनाग्रस्त हुआ।
- 1945 - प्रख्यात वकील और शिक्षाविद रास बिहारी बोस का निधन हुआ।
- 1912- अमेरिकी जैवरसायनज्ञ, कोनरॉड ब्लॉक का जन्म हुआ, उन्हें कोलेस्टरॉल और वसीय अम्लों के संश्लेषण के लिए फियोडोर लाईनेन के साथ फीजिय़ोलॉजी या चिकित्सा का 1964 का नोबेल पुरस्कार प्राप्त हुआ। (निधन-15 अक्टूबर 2000)
- 1857 -अमेरिकी भूविज्ञानी जोसफ पैक्सन एडिंग्स का जन्म हुआ, जिन्होंने शिलाविज्ञान की समझ को और विकसित किया। शिलाविज्ञान अर्थात पत्थरों के उद्गम, सरंचना आकार तथा चट्टानों के परिवर्तन का अध्ययन। वे अमेरिका के पहले व्यक्ति थे जिन्होंने पत्थरों के महीन अनुभागों का अध्ययन किया। (निधन- 8 सितम्बर 1920)
- 1926 -इटली के चिकित्सक तथा कोशिका वैज्ञानिक कैमिलो गॉल्गी का जन्म हुआ, जिन्होंने कोशिका के नए घटक की खोज की जिसे आज हम गॉल्गी कॉम्प्लेक्स के नाम से जानते हैं। तंत्रिका तंत्र के स्पष्ट आकार की जाँच पड़ताल करने के लिए उन्हें स्पेन के वैज्ञानिक के साथ 1906 में फीजिय़ोलॉजी अथवा मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार मिला। (निधन-7 जुलाई 1843)
- 1892 - ब्रिटिश गणितज्ञ और खगोलशास्त्री जॉन कॉउच एडम्स का निधन हुआ, जो उन दो लोगों में से एक जिन्होंने स्वतंत्र रूप से नेपच्यून ग्रह की खोज की। उन्होंने खगोलशास्त्र में और भी बहुत से योगदान दिए, खासकर 1866 में ल्यूनिड उल्का-वृष्टि पर किया गया उनका अध्ययन, जिसमें उन्होंने दर्शाया कि उल्का वृष्टि की कक्षा धूमकेतु की कक्षा के काफी समान होती है। (जन्म-5 जनवरी 1819)।
प्रदर्शन कामयाब कैसे हो ?
धान खरीद में अव्यवस्था का आरोप लगाकर भाजपा 22 तारीख को जोरदार प्रदर्शन की तैयारी कर रही है। चूंकि प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी भी प्रदर्शन में शामिल होंगी, ऐसे में कहीं कोई कसर बाकी न रह जाए, इसके लिए पार्टी के प्रमुख नेता व्यक्तिगत रूचि ले रहे हैं। जिला और मोर्चा की बैठक चल रही है, जिसमें ज्यादा से ज्यादा भीड़ लाने पर जोर दिया गया है। सुनते हैं कि युवा मोर्चा की बैठक में तो बड़े नेताओं ने यहां तक कहा कि प्रदर्शन को तभी सफल माना जाएगा, जब बैरीकेट्स टूटे। यानी संकेत साफ है कि प्रदर्शन उग्र होगा। देखना है कि पुलिस संभावित उग्र प्रदर्शन पर कैसे काबू पाती है।
किस-किसने कितना धान बेचा ?
धान खरीद में अव्यवस्था पर किचकिच चल रही है। भाजपा ने अव्यवस्था के चलते धान खरीद बंद का आरोप लगाया, तो कांग्रेस ने उन भाजपा नेताओं की सूची जारी कर दी, जिन्होंने हाल में अपने इलाके के सरकारी केन्द्रों में धान बेचा है। जिसमें रमन सिंह, अभिषेक सिंह, धरमलाल कौशिक, विष्णुदेव साय, संतोष पाण्डेय, रामप्रताप सिंह समेत दर्जनभर से अधिक नेताओं के नाम हैं।
सूची में यह भी बताया गया कि किस-किस नेता को कितना भुगतान हुआ है। मसलन, रमन सिंह को पौने 4 लाख, अभिषेक सिंह को ढाई लाख, धरमलाल कौशिक को सवा दो लाख भुगतान किया गया। राजीव न्याय योजना के तहत भी इन सभी के खाते में राशि गई हैं। इसमें कोई गलत भी नहीं है। लेकिन सूची जारी होने से भाजपा नेता खफा हैं, मगर इस तरह की सूची पहली बार जारी नहीं हुई थी।
पिछली सरकार ने भी एक बार सरकारी धान खरीद को अपनी उपलब्धियों के तौर पर प्रचारित कर विधानसभा में यह बताया गया था कि किस-किस कांग्रेस नेता ने कितनी मात्रा में धान बेचा है, और उन्हें कितनी राशि मिली है। इसमें रविन्द्र चौबे और अन्य नेताओं के नाम थे। अब सरकार बदल गई है, तो कांग्रेस नेता भी धान खरीद को अपने सरकार की उपलब्धियों के तौर पर प्रचारित कर रहे हैं। और अब जब खरीदी बंद होने का आरोप लग रहा है, तो प्रमाण के तौर पर धान बेचने वाले भाजपा नेताओं की सूची जारी कर दी गई। स्वाभाविक है कि खरीदी बंद न होने का इससे बड़ा प्रमाण और नहीं हो सकता था।
वैक्सीन से बचने के दस बहाने..
कई स्वास्थ्य कर्मचारी, कोरोना वारियर्स टीका लगवाने से भाग रहे हैं। वैक्सीनेशन सेंटर से फोन जाने पर फोन ही नहीं उठाते, जो उठा रहे हैं उनके पास तरह-तरह के बहाने हैं। एक ने कहा- मेरी इम्युनिटी कमजोर है तो दूसरे ने बताया उसे बुखार है। कई तो व्यस्त होने का बहाना कर रहे हैं। एक ने कहा वह खेत में गेहूं की फसल को पानी देने पहुंचा है, जो टीका लगवाने से ज्यादा जरूरी है। एक और स्वास्थ्य कर्मी का जवाब था- जब दस माह की कोरोना वार्ड में ड्यूटी करने के बावजूद संक्रमण से बचा रह गया तो अब क्या करूंगा लगवाकर?
वैक्सीनेशन और कोरोना थमने का सिलसिला साथ-साथ चल रहा है। लोगों में कोरोना से घबराहट पहले की तरह रह नहीं गई। छत्तीसगढ़ में वैक्सीनेशन की दर 55 से 60 प्रतिशत तक ही पहुंच पा रही है। यह आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, हेल्थ वर्कर, मितानिन आदि का है जिन पर गांव-कस्बों में लोगों को स्वास्थ्य के लिये सचेत करने की जिम्मेदारी है। जब वे खुद से डर, बच रहे हों तब वे अगले चरण में और लोगों को कैसे टीकाकरण के लिये तैयार कर सकेंगे?
बिलासपुर को मिला पहला केबिनेट मंत्री !
यह पहली मर्तबा हुआ कि सरकार बनने पर छत्तीसगढ़ मंत्रिमंडल में बिलासपुर से कोई भी शामिल नहीं था। जाहिर तौर पर तो यही कहा गया कि पहली बार चुने गये विधायक मंत्री नहीं बनाये जायेंगे लेकिन लोगों ने इस फैसले के पीछे जिले में कांग्रेसियों के बीच चलने वाली उठापठक को भी महसूस किया। जिले से केवल दो ही विधायक कांग्रेस से हैं, उनमें से एक रश्मि सिंह को बीते वर्ष संसदीय सचिव का दर्जा दिया गया। सरकार ने हाईकोर्ट में कबूल किया है, इसलिये किसी संसदीय सचिव को मंत्रियों के समकक्ष कोई सुविधा भी नहीं दी जा रही है।
2013 से 2018 के बीच कांग्रेस के जिन नेताओं ने धरना, प्रदर्शन कर गिरफ्तारियां दीं, टिकट से वंचित रह गये, वे अब तक सत्ता में हिस्सेदारी मांग रहे हैं। पर 70 वर्षीय कांग्रेस नेता बैजनाथ चंद्राकर जिले में सबसे आगे हो चुके हैं। उन्हें बीते साल जुलाई में राज्य सहकारी बैंक (अपेक्स) का अध्यक्ष बनाया गया। नवंबर में उन्हें ठाकुर प्यारेलाल सहकारिता सम्मान मिला और अब सामान्य प्रशासन विभाग ने उन्हें केबिनेट मंत्री का दर्जा दे दिया है। कुछ लोग कह रहे हैं, देर से सही केबिनेट मंत्री के समकक्ष बिलासपुर को एक पद तो मिला। दूसरी तरफ शेष नियुक्ति में अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहे नेता चिंतित हैं कि असंतुलन के बहाने अब उनका पत्ता साफ तो नहीं जायेगा?
ऐसी शरारत तो मत करिये..
प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना की हालत बहुत अच्छी नहीं है। इस योजना में केन्द्र सरकार को 60 फीसदी देना होता है और 40 प्रतिशत रकम राज्य सरकार को। कोरोना, किसानों के भुगतान और कुछ दूसरे कारण होंगे राज्य सरकार ने पीएम आवास में अपनी हिस्से की राशि इस वित्तीय वर्ष में कम कर दी। केन्द्र की तरफ से तो 6 लाख लोगों के लिये आवास की मंजूरी दी गई थी पर राज्य सरकार ने इसे घटाकर 1.20 लाख कर दिया। केन्द्र व राज्य सरकार का फंड मिलाकर हितग्राहियों के खाते में, जैसे-जैसे निर्माण होता है, राशि जमा की जाती है। इस बार बहुत से आवास समय पर फंड नहीं मिलने के कारण अधूरे रह गये। कुछ ने कर्ज लेकर काम आगे बढ़ा लिया, पर अगली किश्त का अब तक इंतजार ही कर रहे हैं।
इधर बालोद जिले के डौंडीलोहारा नगर पंचायत में तो गजब ही हो गया। यहां दिल्ली से ग्रामीण विकास मंत्रालय से कुछ लोगों के पास बधाई की चिट्ठी पहुंच गई। बधाई इस बात कि उनका प्रधानमंत्री आवास बन गया। पत्र लिखने वाले अधिकारी ने कुशल मंगल भी पूछ लिया है। मगर हकीकत यह है कि आवास का बनना तो दूर इनके आवास का आवेदन भी मंजूर नहीं हुआ है। इनमें से कुछ लोगों को आवास स्वीकृत होने की जानकारी दी जा रही है, पर किश्त नहीं आई है। अब यह गड़बड़ी कैसे हो गई? मकान कोई बधाई की चिट्ठी लिखने जैसा आसान काम तो है नहीं, पर जो काम आसान है अधिकारियों ने कर दिया, जो कठिन है वह रुका हुआ है।
- 1265 - इंग्लैंड में संसद की पहली बैठक हुई।
- 1503 - स्पेन में अमेरिकी मामलों को सुलझाने के लिए व्यापार बोर्ड का गठन हुआ।
- 1817 -कलकत्ता हिन्दू कॉलेज की स्थापना हुई।
- 1957 -भारत की पहली परमाणु भट्टी अप्सरा का उद्घाटन हुआ। भारत द्वारा आर्थिक प्रतिबंध लगाए जाने के बाद दक्षिण अफ्रीका ने भारतीय जहाज़ों को अपने यहां सुविधाएं नहीं देने की घोषणा की।
- 1961 - जॉन एफ केनेडी ने अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ ली।
- 1971 - अरुणाचल प्रदेश और मिज़ोरम का उदय केंद्रशासित प्रदेश के रूप में हुआ।
- 1977 - जिम्मी कार्टर संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के राष्ट्रपति बने।
- 1989 - जॉर्ज बुश ने अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ ली।
- 1993 - बिल क्लिंटन द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका के 42वें राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार गहन।
- 2001 - जार्ज बुश जूनियर संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति बने, ग्लोरिया आरोया फिलीपींस की राष्ट्रपति बनीं।
- 2010 -सिनेमेटोग्राफर वी के मूर्ति को वर्ष 2008 के प्रतिष्ठित दादासाहब फाल्के पुरस्कार के लिए चुना गया। वर्ष 1969 में शुरू हुए दादा साहब फाल्के पुरस्कार पहली बार किसी सिनेमेटोग्राफर को दिया गया। एशिया की सबसे बड़ी विमान सेवा जापान एयरलांइस ने खुद को दीवालिया घोषित किया। भारत में मोबाइल पोर्टेबिलिटी सेवाओं की शुरुआत हुई।
- 1926 - भारतीय और पाकिस्तानी उपन्यासकार कुर्रतुलएन हैदर का जन्म हुआ।
- 1988 - भारत रत्न से सम्मानित महान स्वतंत्रता सेनानी ख़ान अब्दुलगफ्फ़़ार ख़ान का निधन।
- 2005 - भारतीय अभिनेत्री परवीन बॉबी का निधन।
- 1820-फ्रांस के भूविज्ञानी ऐलेक्ज़ेन्डर एमील बेग्यूअर डी कैन्कॉर्टोइस का जन्म हुआ, जिन्होंने रासायनिक तत्वों को उनके परमाणु भार के अनुसार क्रम में रखा था। (निधन-14 नवम्बर 1886)
- 1812-अमेरिकी मनोचिकित्सक ऐडवर्ड सेग्युइन का जन्म हुआ, जिन्होंने गंभीर मानसिक विकलांगता से पीडि़त लोगों के लिए दुनिया का पहला विद्यालय खोला। उन्होंने संवेदी प्रशिक्षण विधि का विकास किया। वर्ष 1850 में वे अमेरिका चले गए जहां उन्होंने कई और प्रशिक्षण केन्द्र खोले। (निधन-28 अक्टूबर 1880)
- 1907- रूसी रसायनशास्त्री डिमिट्री इवानोविक मेन्डलीव का निधन हुआ, जिन्होंने 1871 में रासायनिक तत्वों के वर्गीकरण पर आधारित आवर्त सारिणी दी। उन्होंने आवर्त सारणी में जगह छोड़ रखी थी क्योंकि उनका कहना था कि ये जगह उन तत्वों के लिए है जो अभी खोजे नहीं जा सके हैं। (जन्म- 8 फरवरी 1834)
- 1922- फ्रांसीसी गणितज्ञ और इंजीनियर कैमिली जॉर्डन का निधन हुआ, जिन्होंने समूह सिद्धान्त की नींव रखी। इसके अलावा उन्होंने रेखीय तथा बहुरेखीय बीजगणित, विभेदक समीकरणों (डिफरेन्शियल इक्वेशन्स) तथा यान्त्रिकी पर भी कार्य किया।(जन्म-5 1838)
- 1998-अमेरिकी बछड़े का क्लोन तैयार किया गया है। इसका श्रेय मैसाचुसेट्स विश्विद्यालय के डॉ जेम्स रॉब्ल, तथा एड्वान्स सेल टेक्नोलॉजी के डॉ. स्टीवन स्टाइस को जाता है।
- 1929-अमेरिका में पहला सम्पूर्ण चलचित्र लोगों के लिए जारी किया गया जिसका नाम था ओल्ड ऐरिज़ोना।