स्थायी स्तंभ
- 1522 - ल्यूबेक और डेनमार्क के बीच युद्ध।
- 1649 - इंग्लैंड के सम्राट चाल्र्स प्रथम को फ़ांसी दी गई।
- 1902 - चीन और कोरिया की स्वतंत्रता के बारे में ब्रिटेन और जापान के बीच पहली आंग्ल-जापानी संधि पर लंदन में हस्ताक्षर हुए।
- 1903 - लॉर्ड कजऱ्न ने मेटकाफ़ हॉल में इंपीरियल लाइब्रेरी का उद्घाटन किया।
- 1911 - कैनेडियन नेवल सर्विस का नाम बदलकर रॉयल कैनेडियन नेवी किया गया।
- 1933 - एडॉल्फ़ हिटलर ने आधिकारिक रूप से जर्मनी के चांसलर की कमान सम्भाली।
- 1948 - महात्मा गांधी की हत्या हुई।
- 1957 - राष्ट्र संघ ने दक्षिण अफ्रीका को अपनी नस्ल भेदी नीति पर पुनर्विचार करने के लिए कहा।
- 1965- इसी दिन हज़ारों की संख्या में ब्रिटेन के लोगों ने पूर्व प्रधानमंत्री सर विंस्टन चर्चिल को अंतिम विदाई दी थी। राजकीय सम्मान के बाद चर्चिल का इसी दिन अंतिम संस्कार किया गया। चर्चिल को दिल का दौरा पड़ा था जिसके बाद वो लगभग कोमा की स्थिति चले गए थे जिससे वे कभी नहीं निकल पाए। चौबीस जनवरी को उनका देहांत हो गया। वे 90 साल के थे।
- 1972 - पाकिस्तान ने राष्ट्रमंडल से अपना नाम वापस लिया। आज ही के दिन साल 1972 में ब्रितानी सेना को प्रदर्शनकारियों की एक भीड़ पर गोलियां चलानी पड़ी थी जिसमें 13 नागरिकों की मौत हो गई थी। गोलीबारी तब शुरू हुई जब नागरिक अधिकारों के लिए प्रदर्शन कर रहे लोग परेड और मार्च पर लगे प्रतिबंध को ख़ारिज करते हुए पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड तक पहुंच गए।
- 1979 - रोडेशिया में नया संविधान बना, जिसमें अश्वेतों को सत्ता में भागीदारी का अधिकार मिला।
- 1991- आज ही के दिन साल 1991 में इराक़ी सेना ने सउदी अरब की सीमा के नज़दीक एक शहर पर नियंत्रण कर लिया था। अमरीका के नेतृत्व में सहयोगी देशों की सेना ने अल-ख़ाफज़़ी पर नियंत्रण के लिए कम से कम 24 इराक़ी टैंकों को बर्बाद कर दिया। इस हमले में 12 अमरीकी सैनिकों की मौत हो गई थी।
- 1997 - सैंतालिस वर्षों बाद महात्मा गांधी की अस्थियां संगम में विसर्जित।
- 2008 - चेन्नई की एक विशेष अदालत ने बहुचर्चित स्टाम्प घोटाले के मामले के मुख्य आरोपी अब्दुल करीम तेलगी को 10 साल की सज़ा सुनाई।
- 1890 - हिन्दी साहित्यकार जयशंकर प्रसाद का जन्म हुआ।
- 1913 - प्रसिद्ध भारतीय महिला चित्रकार अमृता शेरगिल का जन्म हुआ।
- 1968 - हिन्दी साहित्यकार माखन लाल चतुर्वेदी का निधन हुआ।
- 1737- इटली के भौतिकशास्त्री और गणितज्ञ लूईची गैलवानी का बोलोनिया नगर में जन्म हुआ। उन्होंने ऑपरेशन के संबंध में अपने व्यापक अध्ययन और शोधकार्य से बहुत ख्याति प्राप्त की। इसी प्रकार उन्होंने पता लगाया कि सजीवों के शरीर में बिजली होती है। 61 वर्ष की आयु में उनका निधन हुआ।
- महत्वपूर्ण दिवस- शहीद दिवस,कुष्ठ निवारण दिवस,सर्वोदय दिवस
विद्या भैया की चर्चा...
सीएम भूपेश बघेल ने पिछले दिनों दिवंगत विद्याचरण शुक्ल चौक का लोकार्पण किया। इस मौके पर वक्ताओं ने इस दिग्गज राजनेता को याद किया। कार्यक्रम में शुक्ल के भतीजे अमितेश शुक्ल को भी सम्मानित किया गया। अमितेश, दिवंगत शुक्ल बंधुओं के इकलौते राजनीतिक वारिस हैं। ऐसे में उन्हें सम्मानित करना गलत भी नहीं था। ये अलग बात है कि निजी चर्चाओं में अमितेश अपने चाचा को भला-बुरा कहने से नहीं चूकते थे। ये बात कांग्रेस के नेता भली-भांति जानते हैं।
खैर, अमितेश के बोलने की बारी आई, तो उन्होंने बताया कि कैसे चाचा के सानिध्य में अपने राजनीति कैरियर की शुरूआत की, और आगे बढ़े। इसके बाद तो सत्यनारायण शर्मा ने अमितेश को यह कहकर खुश कर दिया कि अमितेश, विद्या भईया के कान में जो कुछ भी कह देते थे, वे तुरंत मान लेते थे। और जब नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया की बारी आई, तो अपने उद्बोधन में सामने बैठे राजेंद्र तिवारी और सुभाष धुप्पड़ की तरफ इशारा करते हुए कहा कि अमितेश नहीं, ये सामने बैठे लोग भईया के कान फूंकते थे। इस पर जमकर ठहाके लगे।देखना है आगे होता है क्या
देखना है आगे होता है क्या
प्रदेश में कांग्रेस सरकार सत्तारूढ़ हुई, तो मंत्रालय में एक अफसर के कमरे में आईएएस अफसरों का जमावड़ा रहता था। अफसर के दाऊजी से अच्छे संबंध रहे हैं। दाऊजी एक बार जेल में थे, तो अफसर चुपके से उनसे मिल आए थे। वैसे अफसर के पिछली सरकार के प्रभावशाली नेताओं से अच्छे संबंध रहे हैं। स्वाभाविक है कि यह सब जानने वाले लोग काफी दिनों तक अफसर के पावरफुल होने की प्रत्याशा में आगे-पीछे होते रहे। मगर अफसर के दिन नहीं फिरे। और जब अफसर ने मंत्रालय से बाहर बेहतर पोस्टिंग के लिए जुगाड़ लगाया, तो बस्तर संभाग में पोस्टिंग हो गई। यानी आसमान से गिरे, खजूर में अटके वाली कहावत चरितार्थ हो गई। अब कुछ सामाजिक और राजनीतिक लोगों ने अफसर के लिए पैरवी की है। देखना है आगे होता है क्या।
हरकत औलाद की, गाली माँ को!
हिंदुस्तान की सार्वजनिक जगहों पर लोगों का जो अश्लील प्रदर्शन देखने मिलता है उसका नतीजा है कि देश भर की दीवारों पर इस किस्म की चेतावनी लिखी दिखती है। सडक़ों पर गाडिय़ां चलाने वाले लोग जिस तरह दरवाजे खोल कर पान या तंबाकू की पीक उगलते हैं वह देखना भी भयानक नजारा है. किसी और देश के पर्यटक अगर इसे देखें तो उन्हें लगेगा कि कोई खून की उल्टी कर रहा है और वह एंबुलेंस बुलाने की कोशिश करेंगे। लोग सार्वजनिक जगहों पर कोशिश करके भी पेशाब निकालने में लगे रहते हैं, और अगर उन्हें मुंह में पीक ना भी बने तो भी उन्हें हीन भावना होने लगती है कि सार्वजनिक जगह पर इतनी देर से थूका नहीं है पता नहीं इस जगह पर उनका कब्जा अभी कायम है या नहीं। बिलासपुर के फोटोग्राफर सत्यप्रकाश पांडे ने ये तस्वीरें खींची हैं ।
हिसाब तो मिलना ही चाहिये...
राममंदिर के लिये चंदे की बात अलग है। लोगों में होड़ लगी हुई है। तस्वीरें खिंचाकर लोग बता रहे हैं कितना चंदा दिया। इससे प्रभावित दूसरे लोग भी बढ़-चढक़र रसीद कटवा रहे हैं। कीर्तन, भजन के साथ चंदे की टोली निकल रही है। जिस बड़े पैमाने पर चंदे के लिये टीमें निकली हुई हैं, कांग्रेस ने कई सवाल किये हैं। वह विश्व हिन्दू परिषद् द्वारा बरसों पहले इसी नाम से लिये गये करोड़ों रुपये के चंदे का हिसाब जानना चाह रही है। साथ ही यह भी पूछा है कि किस-किस को चंदा लेने के लिये अधिकृत किया गया है।
बिलासपुर में हू-ब-हू रसीद छपवाकर एक महिला नेत्री द्वारा चंदा मांगने की शिकायत तो थाने में भी हो चुकी है और निचली अदालत से उसकी जमानत याचिका भी खारिज हो चुकी। एक मामला तो पकड़ में आ गया लेकिन क्या पता गांव-गांव में चंदे के लिये निकलने वाली टोलियों में और भी कुछ मामले सामने आ जायें। कांग्रेस का सवाल शायद इसी वजह से है कि बहुत से लोग धोखे का शिकार हो सकते हैं। इसीलिये कांग्रेस सरकार ने अब सीधे ट्रस्ट को पत्र भेजकर जानकारी मांगी है कि चंदा लेने के लिये अधिकृत आखिर कौन है? अपने छत्तीसगढ़ के विधायक अमितेश शुक्ल और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सही तरीका निकाला, सीधे राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को ऑनलाइन रकम भेजी।
गरीब बेटियों को ऐसे शादी कराई मंत्री ने
दूरस्थ बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में हुए सामूहिक विवाह में मंत्री डॉ. प्रेम साय सिंह टेकाम आशीर्वाद तो देकर आ गये पर इन नव दम्पतियों के साथ जो बर्ताव किया गया उसे गंभीरता से नहीं लिया। पेन्डारी गांव में गरीब परिवारों के 85 जोड़ों का विवाह हुआ। विवाह की रस्म पूरी हुई उसके बाद इन जोड़ों के लिये उपहार दिया गया। टूटी अलमारी, पेटियां उनके हिस्से में आईं। अतिथियों व नव दम्पतियों के लिये बैठने की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई। भोजन इधर-उधर जगह बनाकर करना पड़ा। लोग पानी के लिये भी तरसे। महिला बाल विकास विभाग के इस आयोजन में बजट की कमी पड़ गई या कोई और बात थी, यह तो पता नहीं पर जब पंचायत प्रतिनिधियों ने इस बात की शिकायत मंत्रीजी से की तो उन्होंने भी कह दिया- जो है, सब आपके सामने है। अब ऐसा कहकर उन्होंने जिम्मेदारी किसके ऊपर डाली, उन्हें ही पता होगा।
- 1528 - मुग़ल साम्राज्य वंश के संस्थापक बाबर ने मेवाड़ के राजा राणा सांगा को हराकर चंदेरी के कि़ले पर कब्ज़ा किया।
- 1676 - थियोडोर तृतीय रूस के ज़ार बने।
- 1780 - भारत का पहला समाचारपत्र अंग्रेज़ी में हिकीज बंगाल गजट के नाम से प्रकाशित हुआ। हिक्की गजट या बंगाल गजट या कलकत्ता जनरल एडवरटाइजर का कोलकाता से प्रकाशन हुआ। अंग्रेज़ी भाषा के इस समाचार पत्र के संपादक जेम्स ऑगस्टस हिक्की थे।
- 1889 - आस्ट्रिया हंगरी के युवराज आर्कड्यूक रूडोल्फ़ ने अपनी प्रेमिका की हत्या के बाद आत्महत्या कर ली।
- 1939 - रामकृष्ण मिशन सांस्कृतिक संस्थान की स्थापना हुई।
- 1949 - ब्रिटेन ने इजऱायल को मान्यता दी।
- 1953 - संगीत नाटक अकादमी की स्थापना हुई।
- 1963 -फ्रांस के वीटो के कारण यूरोपीय साझा बाज़ार में ब्रिटेन को प्रवेश नहीं मिल सका।
- 1979 - भारत के सबसे पहले जंबो ट्रेन (दो इंजन वाली) तमिलनाडु एक्सप्रेस को नयी दिल्ली स्टेशन से झंडी दिखाकर चेन्नई के लिए रवाना किया गया।
- 1986 - अमेरिकी अंतरिक्ष शटल चैलेंजर दुर्घटनाग्रस्त एवं उसमें सवार सभी 7 अंतरिक्ष यात्रियों की मृत्यु।
- 1992 - भारत आशियान का क्षेत्रीय सहयोगी बना।
- 2008 - लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने तीन लोकसभा सदस्य रमाकांत यादव, भालचन्द्र और अखलास्क की सदस्यता समाप्त कर दी।
- 1597 - उदयपुर, मेवाड़ में शिशोदिया राजवंश के राजा महाराणा प्रताप का जन्म हुआ।
- 1924-एक आइसक्रीम रोलिंग मशीन के लिए पहला अमेरिकी पेटेन्ट उसके आविष्कारक कार्ल आर. टेलर के नाम जारी किया।
- 1978-स्वीडन पहला देश बना जिसने ओज़ोन परत के क्षय की रोकथाम के लिए ऐरोसॉल स्प्रे के इस्तेमाल को प्रतिबंधित किया।
- 1927- अमेरिकी रासायनिक अभियन्ता (केमिकल इंजीनियर) लेविस फ्रेड्रिक एरी का जन्म हुआ , जिन्होंने सर्वत्र इस्तेमाल होने वाली ऐल्केलाइन बैटरियों और बाद में लीथियम बैटरियों का आविष्कार किया। (निधन-19 अक्टूबर 2004)
- 1901- अमेरिकी इंजीनियर ऐलन बी. ड्यू मॉन्ट का जन्म हुआ, जिन्होंने जिन्होंने पहली व्यावसायिक प्रायोगिक कैथोड-रे ट्यूब को परिपूर्ण किया जो ना सिर्फ वैज्ञानिक प्रयोगों तथा तकनीकी उपकरणों में इस्तेमाल होती है बल्कि आधुनिक टी.वी. रिसीवर के आवश्यक उपकरणों में से एक है। (निधन- 15 नवम्बर 1965)
- 1934- जर्मन रसायनज्ञ फ्रिट्ज़ हैबर का निधन हुआ, जिन्होंने 1909 में सीधे नाइट्रोजन तथा हाइड्रोजन के संयोग से अमोनिया बनाने की नई पद्धति विकसित की। इसके लिए उन्हें 1918 में रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार प्राप्त हुआ। (जन्म 9 दिसम्बर 1868)
- 1859-अमेरिकी खगोलशास्त्री विलियम क्रेंच बॉन्ड का निधन हुआ, जिन्होंने अपने बेटे जॉर्ज फिलिप बॉन्ड(1825-65) के साथ मिलकर शनि ग्रह के आठवें उपग्रह हाइपेरियन, तथा एक आंतरिक छल्ले रिंग सी या क्रीप रिंग की खोज की। (जन्म 9 सितम्बर 1789)
अभी तो दिल्ली दूर ही है...
बिलासा एयरपोर्ट, बिलासपुर को थ्री-सी हवाई सेवा की मंजूरी मिलने के बाद श्रेय लेने की होड़ लगी हुई है। वहीं अनेक लोग सोशल मीडिया पर ध्यान दिला रहे हैं कि नागरिक आंदोलन व हाईकोर्ट के दबाव के चलते थ्री-सी लाइसेंस मिला तो है पर ज्यादा उड़ानों की संभावना नहीं है। उड्डयन मंत्रालय ने बिलासपुर-भोपाल के बीच उड़ान की घोषणा की है पर उसकी तारीख अब तक तय नहीं हुई है। बिलासपुर से भोपाल का अब आर्थिक, राजनीतिक सम्बन्ध बहुत ज्यादा रह नहीं गया है। लोग दिल्ली, कोलकाता, हैदराबाद, मुम्बई आदि की उड़ान चाहते हैं। इसके लिये दूसरे छोटे, पूर्वोत्तर राज्यों की तरह सब्सिडी की जरूरत है। इसकी भी घोषणा नहीं हुई है। बिलासपुर के लोग महंगी हवाई यात्रा कर पायेंगे या विमानन कम्पनियां नुकसान में रहकर सेवायें देंगीं?
बिलासपुर को 4सी कैटेगरी हवाईअड्डा का दर्जा देने की मांग की गई है, जिसकी संभावना बहुत जल्दी नहीं दिखाई दे रही है। इसके होने पर ही महानगरों के लिये आसान उड़ानें शुरू हो पायेंगीं। बिलासपुर से छोटे कई शहरों में नियमित हवाई सेवायें शुरू हो चुकी हैं। राज्य बनने के बाद एक ठोस घोषणा तो हुई है जिसका जश्न भी मनाया जा रहा है पर मौजूदा परिस्थितियां यही कह रही है दिल्ली अभी दूर है..।
ऑडिट का मौसम
वित्तीय वर्ष की समाप्ति पर सरकारी विभागों में ऑडिट का काम तेज हो गया है। वैसे तो ज्यादातर दफ्तरों में मासिक ऑडिट होती है, पर मार्च के पहले बजट के सारे हिसाब-किताब दुरुस्त कर बिल वाउचर जमा करने होते हैं। साथ ही इनका परीक्षण करने ऑडिट टीम भी आती है। ऑडिट टीम की चोरी-छिपे खातिरदारी कर गड़बड़ी पर लीपा-पोती भी आम बात है पर यदि यह सेवा खुलेआम होने लगे तो? मुंगेली के सिंचाई विभाग में ऑडिट टीम पहुंची पर पूरा दफ्तर खाली था। टीम नदारत है, बाबू और अफसर भी। मालूम हुआ कि पूरा दफ्तर ऑडिट टीम को साथ लेकर खुडिय़ा बांध घूमने चला गया है। पिकनिक के बीच किस तरह की ऑडिट रिपोर्ट तैयार हुई होगी, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। इसी तरह बिलासपुर में लोक निर्माण विभाग में बिना टेंडर के 20 करोड़ रुपये खर्च करने का मामला सामने आया है। मुख्यालय की नियमित ऑडिट जांच से यह गड़बड़ी पकड़ी गई। रायपुर से आये जांच के आदेश को बिलासपुर के अधिकारी फिलहाल दबाये बैठे हैं। बताया जा रहा है कि जांच की जवाबदारी उन लोगों को ही दे दी गई है जिन पर गड़बड़ी का आरोप है।
ऑफलाइन परीक्षाओं का बोझ
कई वर्षों से अलग-अलग सेमेस्टर में रुक जाने वाले ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट कक्षाओं के छात्रों को कोरोना का बड़ा फायदा मिला। उन्हें घर से ही ऑनलाइन परीक्षा देने की सुविधा मिली और वे डिग्री हासिल करने में कामयाब भी हो गये। यह सिलसिला अब तक चला आ रहा था, लेकिन बस थोड़े दिनों की बात है। नियमित स्कूल, कॉलेज खुलते ही जा रहे हैं। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अलावा माध्यमिक शिक्षा मंडल ने भी ऑफलाइन परीक्षा लेने की घोषणा कर दी है। बोर्ड परीक्षाओं का सिलेबस अधिकांश स्कूलों में 30 से 40 प्रतिशत ही पूरा हो पाया। अब छात्रों को अपनी ही क्षमता, नोट्स और सेल्फ स्टडी के आधार पर नतीजे लाकर दिखाना है।
पिछली बार ओपन स्कूल बोर्ड परीक्षाओं के छात्रों ने भी इसका फायदा उठाया और घरों में नोट्स, किताबों को देख देखकर सवाल हल किये। इस बार भी ओपन बोर्ड परीक्षाओं असाइनमेंट मिलने की उम्मीद थी, इसके चलते 10वीं, 12वीं बोर्ड में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने परीक्षा फॉर्म भरा। कई साल से जो छात्र फेल हो रहे थे, वे भी खुश हो रहे थे कि चलो कोरोना के चलते दाग धुल जायेगा। पर इधर कोरोना के केस कम होने लगे। अब ओपन बोर्ड परीक्षा भी निर्धारित केन्द्रों में जाकर दिलाने की घोषणा कर दी गई है। ऐसे में रिजल्ट को लेकर वे चिंतित हो उठे हैं।
बच गये निजी स्कूल निरीक्षण से
कोरोना के चलते निजी स्कूल इस बार मान्यता के लिये निरीक्षण के झंझट से बच गये। इस बार शिक्षा विभाग इनकी मान्यता का सीधे नवीनीकरण करने जा रहा है। इसके लिये आवेदन लिये जायेंगे और निर्धारित फीस भी ली जायेगी। वैसे भी निरीक्षण होता भी है तो वह ज्यादातर औपचारिक ही होता है। लैब, फर्नीचर, खेल मैदान, टीचिंग और नान टीचिंग स्टाफ जैसे कई मापदंड पूरे होते नहीं हैं पर निरीक्षण दल की मेहरबानी से ओके रिपोर्ट मिल जाया करती है। इस बार इन दलों की खातिरदारी का खर्च निजी स्कूलों ने बचा लिया।
- 1613 -गैलीलियो ने नेपच्यून की खोज की। वृहस्पति के निकट होने के कारण उस समय उन्होंने उसे एक तारा समझा था।
- 1813 - युनाइटेड किंगडम में पहली बार प्राइड एंड प्रेजुडिस किताब का प्रकाशन हुआ।
- 1878 - येल डेली न्यूज़ युनाइटेड स्टेट्स में प्रकाशित होने वाला पहला दैनिक समाचारपत्र बना।
- 1909 - क्यूबा पर से अमेरिका का नियंत्रण समाप्त हो गया।
- 1932 - जापानी सेना ने शंघाई (चीन) पर कब्ज़ा किया।
- 1935 - आइसलैंड गर्भपात को क़ानूनी स्वीकृति देने वाला पहला देश बना।
- 1950 - न्यायाधीश हीरालाल कानिया ने उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का पद सम्भाला।
- 1986 - कैप कैनवरल फ़्लोरिडा से उड़ान भरने के बाद अमेरिकी अंतरिक्ष शटल चैलेंजर में विस्फोट हुआ और सभी सात अंतरिक्ष यात्री मारे गए।
- 1998 - राजीव गांधी हत्याकांड में 26 अभियुक्तों को मृत्युदंड।
- 1999 - भारत में पहली बार संरक्षित भ्रूण से मेमने का जन्म।
- 2005 - पुर्तग़ाल के सुप्रीम कोर्ट ने मुंबई बम विस्फोट के अभियुक्त अबू सलेम के प्रत्यर्पण की इजाजत दी।
- 2010- बांग्लादेश के पूर्व राष्ट्रपति मुजीबुर्रहमान के 5 हत्यारों को फ़ांसी पर लटकाया गया।
- 1865 - स्वतंत्रता सेनानी और प्रमुख नेता लाला लाजपत राय का जन्म हुआ।
- 1899 -भारत के प्रथम आर्मी कमाण्डर इन चीफ़ के.एम. करिअप्पा का जन्म हुआ।
- 1930 - भारतीय शास्त्रीय संगीत के विश्वविख्यात गायक पंडित जसराज का जन्म हुआ।
- 2007 - प्रसिद्ध संगीतकार ओ. पी. नैय्यर का निधन हुआ।
- 1922 -अमेरिकी जैव रसायनज्ञ राबर्ट विलियम हॉली का जन्म हुआ जिन्हें हरगोबिन्द खुराना तथा मार्शल वैरेन नीरेनबर्ग के साथ संयुक्त रूप से 1968 में फीजिय़ोलॉजी का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया। तीनों वैज्ञानिकों ने स्वतंत्र रूप से जीन पर अनुसंधान किए थे। (निधन-11 फरवरी 1993)
- 1858- डच शरीर रचना विज्ञानी तथा भूविज्ञानी यूजीन डिब्वा का जन्म हुआ, जिन्होंने जावा मानव के अवशेषों के बारे में पता लगाया। ये पहले वैज्ञानिक थे जिन्होंने मानव के पूर्वजों के जीवाश्मों की खोज की। (निधन- 16 दिसम्बर 1940)
- 1986 -अमेरिकी शिक्षक क्रिस्टा कॉरिगन मैकॉलिफ का निधन हुआ, जो व्यक्तिगत रूप से अंतरिक्ष में जाने वाली पहली नागरिक के रूप में चुनी गईं। वे उन सात अंतरिक्षयात्रियों में थीं जिनकी चैलेन्जर अंतरिक्ष यान दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। (जन्म- 2 सितम्बर 1948)
- 1907- अंग्रेज़ शरीर क्रिया विज्ञानी तथा शिक्षाविद् सर माइकल फोस्टर का निधन हुआ, जिन्होंने जीवविज्ञान तथा शरीरक्रिया विज्ञान की शिक्षा की आधुनिक पद्धति का प्रस्ताव दिया। उसमें उन्होंने प्रयोगात्मक प्रशिक्षणों पर जोर दिया। (जन्म-8 मार्च 1836)।
फीस निर्धारण समितियों का सच
शिक्षा विभाग ने स्कूलों में फीस निर्धारण समिति के गठन को लेकर इस बार तेवर ढीले नहीं किये। फीस निर्धारण समिति नहीं बनाने के कारण शिक्षा विभाग ने अकेले रायपुर जिले में करीब 250 स्कूलों को अगले सत्र की मान्यता रोक ली थी। इसका असर हुआ कि निजी स्कूल, समितियों का ब्यौरा शिक्षा विभाग को सौंपते जा रहे हैं और उनकी मान्यता देने की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जा रही है। निजी स्कूल कॉलेजों के लिये जनवरी-फरवरी माह बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि नये सत्र के लिये प्रवेश की प्रक्रिया शुरू होती है। कई स्कूलों में शिक्षकों को भी लक्ष्य दिया जाता है कि वे विद्यार्थी लेकर आयें। दूसरी ओर फीस निर्धारण समिति के गठन को हाईकोर्ट में चुनौती भी दी गई है। स्कूल प्रबंधकों की उम्मीद फैसले पर टिकी हुई है। दूसरी तरफ रायपुर में ही पालकों ने जिला शिक्षा अधिकारी से शिकायत की है कि कई स्कूलों में पालकों की सहमति के बगैर ही नोडल अधिकारियों की मिलीभगत से समितियों का गठन कर दिया गया । यानि सिर्फ मान्यता हासिल करने के लिये जैसे-तैसे समितियां भी बनाई जा रही हैं।
बोधघाट बिजली नहीं सिंचाई के लिये
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बस्तर दौरे के दौरान अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को आड़े हाथों लिया। मुद्दा बोधघाट परियोजना का था। पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री अरविन्द नेताम इस योजना का विरोध करते आये हैं। उन्हें लेकर सीएम ने कहा कि हम चाहते हैं कि सबकी आर्थिक स्थिति नेताम की तरह हो जाये। उनके पेट्रोल पम्प हैं, बढिय़ा खेती है, घर में सब नौकरी-चाकरी कर रहे हैं। उन्होंने सम्पन्नता को लेकर सांसद दीपक बैज का भी उदाहरण रखा। कहा, बोधघाट से खेतों में पानी पहुंचेगा और आदिवासी उनकी तरह खुशहाल हों वे यह चाहते हैं।
बस्तर का विकास किस तरह से हो कि आदिवासी परम्परायें और जीवन शैली सुरक्षित रहे यह सवाल हमेशा हर सरकार के लिये महत्वपूर्ण रहा है। अतीत में कुछ बड़े फैसले हुए, विस्थापन हुए जिससे भय का माहौल बना। और हिंसा पर तो अब तक रोक नहीं लग पाई है। ऐसी स्थिति में चिंता व्यक्त करना भी सही है और उसका समाधान निकालना भी जरूरी।
रुक तो नहीं पाई टैक्स चोरी
नोटबंदी और जीएसटी के दौरान करों की चोरी रोकने और कालेधन पर लगाम कसने का जो अनुमान लगाया गया था वह धरातल पर नहीं उतरा। बीते साल सिर्फ एक बार ऐसा हुआ कि जीएसटी कलेक्शन एक लाख करोड़ रुपये से ऊपर पहुंचा। फर्जी फर्मों, कम्पनियों और के जरिये टैक्स चोरी इसकी एक बड़ी वजह मानी जाती है। इसके चलते राज्यों को नुकसान की भरपाई भी नहीं हो पा रही है।
जीएसटी लागू किया गया तब माना गया कि यह फुल प्रूफ तरीका है। टैक्स चोरी पूरी तरह रुक जायेगी। सन् 2017 से लेकर 2019 के बीच करीब 6.80 लाख शेल कम्पनियों को बंद भी किया गया, जिसे लेकर केन्द्र सरकार ने खूब वाहवाही भी बटोरी। लेकिन यह खेल रुका नहीं है। देश के अलग-अलग हिस्सों में जीएसटी चोरी के मामले सामने आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ की राजधानी में तो 258 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया जिसमें 2 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया। छत्तीसगढ़ में यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। दोनों आरोपी न्यायिक रिमांड पर जेल भी भेज दिये गये हैं। टैक्स कलेक्शन सिस्टम को ऑनलाइन करने के बाद इस तरह के खतरे और बढ़े हैं। धोखाधड़ी करने वाले साइबर एक्सपर्ट्स भी हैं। जीएसटी विभाग के अधिकारियों के हाथ में ऐसे गिने-चुने मामले पकड़ में आ जाते हैं पर वास्तव में चोरी कितनी हो रही है इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है।
छत्तीसगढ़ी गाना बजाने पर अर्थदंड
छत्तीसगढ़ी में जिस रफ्तार से गाने व फिल्में रिलीज हो रही हैं उसके मुकाबले उनकी प्रशंसा नहीं होती। किसी राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्पर्धा में नामांकन भी नहीं हो पाता । कई बार यह बॉलीवुड फिल्मों की खराब नकल के रूप में सामने आती हैं। कुछ अच्छे विषयों पर काम होता भी है तो उन्हें निर्देशन, पटकथा, फिल्मांकन की कमियों के कारण दर्शकों की रिस्पांस नहीं मिलता।
इन दिनों एक गीत यू ट्यूब पर चल रहा है जिसे 1 करोड़ 20 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं। इस गीत को बहुत से लोग अश्लील मान रहे हैं। इस गीत के खिलाफ बीते दिनों धरसीवां इलाके कांदुल ग्राम में बकायदा फरमान जारी किया गया। सरपंच, सचिव ने एक आम सूचना निकालकर चेतावनी दी है कि गांव के मड़ई मेले में यह गीत नहीं बजेगा। जो बजायेगा उसे 5551 रुपये अर्थदंड चुकाना होगा। चाहे वह गांव का व्यक्ति हो या बाहरी। अर्थदंड लेना वाजिब है या नहीं, या नहीं इस पर सवाल उठ सकते हैं पर किसी गाने के विरोध में ऐसा फरमान निकालना शायद पहली बार हुआ। गाने में उन्हें इतनी खामी दिखी कि मेले का माहौल बिगड़ सकता है। कई लोगों ने यू ट्यूब पर इस गाने की तारीफ की है पर एक यूजर ने यह भी लिखा है कि भोजपुरी गाने की तरह अश्लीलता मत परोसें।
मोदी के मुकाबले ताम्रध्वज !
गुजरात की 6 महानगर पालिकाओं में 21 फरवरी को मतदान है। यहां से गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू को कांग्रेस ने सीनियर पर्यवेक्षक बनाया है। बात सामने आई कि गुजरात के मोदी और छत्तीसगढ़ के साहू एक ही जाति हैं। प्रह्लाद मोदी जब छत्तीसगढ़ प्रवास पर आये थे तो उन्होंने कहा था- हम पिछड़ी जाति के हैं तो हैं, अपनी जात क्यों छिपायेंगे? यहां के साहू वोटरों को प्रभावित करने के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी पिछले लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान भाटापारा में भी कहा था कि हम साहू हैं। वहां के मोदी वोटरों पर गृह मंत्री साहू का कितना तालमेल बैठ पाता है यह चुनाव परिणाम आने पर मालूम होगा।
अभी तो कोविशील्ड ही खत्म नहीं हुई
केन्द्र सरकार ने जिस उत्साह के कोविड के टीकों को लांच किया, लोगों की तरफ से उसका प्रतिसाद नहीं मिला। प्रदेश में भी टीके लगवाने की रफ्तार धीमी है। स्थिति ऐसी है कि कोविशील्ड के टीकों के दूसरे खेप की राज्य में सप्लाई हो जाने के बाद भी जिला मुख्यालय में इसकी जरूरत ही नहीं पड़ रही है क्योंकि पहली खेप ही अभी खत्म नहीं हुई है। इसी बीच राज्य सरकार के बिना मांगे ही को-वैक्सीन की एक खेप केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भेज दी। अब राज्य सरकार इन टीकों का क्या करे? यह भी बात सामने आ गई है कि इस दवा के तीसरे चरण का ट्रायल ही नहीं हुआ है। अभी तक कोविशील्ड से किसी को गंभीर रियेक्शन नहीं हुआ है पर को-वैक्सीन को लेकर यह दावा नहीं किया जा सकता। जिस कोविशील्ड का सुरक्षित होना प्रमाणित हो चुका है, उसे भी लगवाने में लोग कम रूचि दिखा रहे हैं तो फिर को-वैक्सीन के लिये लोगों का सामने आना और भी मुश्किल हो जायेगा। इसलिये को वैक्सीन अभी स्टोर रूम में ही बंद है।
किस अफसर की क्या पढ़ाई है-2
देश में सबसे ताकतवर समझी जाने वाली सिविल सर्विस, आईएएस में आने वाले लोग कौन सी पढ़ाई करने के बाद इस मुकाबले में उतरते हैं, इसे एक नजर में देखें। कल इसी कॉलम में आईएएस लोगों में शुरू के 27 लोगों की पढ़ाई-लिखाई का जिक्र किया गया था, आज उसके बाद के लोग।
ए.कुलभूषण टोप्पो और अनिल कुमार टुटेजा दोनों ग्रेजुएट। निरंजन दास एम.एस.सी. (जियोलॉजी)। ईमिल लकड़ा एम.ए. इतिहास। गोविंद राम चुरेन्द्र ग्रेजुएट। संगीता पी. मनोविज्ञान में एम.एस.सी.। प्रसन्ना आर. बीटेक (सिविल)। अमित कटारिया बीटेक। अंबलगन पी. बीएससी (माइक्रोबायोलॉजी) एमएससी (एप्लाईड माइक्रोबायोलॉजी)। अलरमेलमंगई डी. एम.कॉम। उमेश कुमार अग्रवाल एम.कॉम., एल.एल.बी.। धनंजय देवांगन बीई सिविल। संजय कुमार अलंग एम.ए. (इतिहास), पीएचडी। कुमारी जिनेविवा किंडो एम.ए.। मुकेश कुमार बी.कॉम., एमबीए। आर.शंगीता बीएससी, एमबीए, एलएलबी। रजक कुमार बीए। राजेश सुकुमार टोप्पो बीए (इतिहास)। एस.प्रकाश बीटेक। टोपेश्वर वर्मा एमएससी। नीलम नामदेव एक्का बीए। अंकित आनंद बीटेक (कम्प्यूटर साईंस एवं इंजीनियरिंग)। श्रुति सिंह एमए (राजनीति विज्ञान)। पी.दयानंद एमए (इतिहास)। डॉ. सी.आर. प्रसन्ना पोस्ट ग्रेजुएट (डेयरी साईंस)। एलेक्स पॉल मेनन (बीई इलेक्ट्रॉनिक, कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, एमए (पब्लिक पॉलिसी)। भुवनेश यादव बीए, एमबीए, एमए (पब्लिक पॉलिसी)। सोलई भारती दासन एमएससी (एग्रीकल्चर) पीएचडी (एग्रीकल्चर)। बाकी अगले अंक में।
- 1565 - तेल्लीकोटा की लड़ाई में विजयनगर साम्राज्य नष्ट हुआ।
- 1579 - डच गणराज्य की स्थापना हुई।
- 1755 - मॉस्को विश्वविद्यालय की स्थापना हुई।
- 1831 - पौलैंड की संसद ने स्वतंत्रता की घोषणा की।
- 1839 - चिली में भूकम्प से करीब 10 हजार लोगों की मौत हुई।
- 1969 - अमेरिका और उत्तरी विएतनाम के बीच पेरिस में शांति वार्ता प्रारम्भ।
- 1971 - हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य घोषित किया गया।
- 1974 -डॉ. क्रिश्चियन बर्नार्ड ने पहली बार पुराने हृदय को निकाले बगैर मानव हृदय का प्रत्यारोपण किया।
- 1975 - शेख मुजीबुर्रहमान बांगलादेश के राष्ट्रपति बने।
- 1980 - मदर टेरेसा को भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
- 1983 - आचार्य विनोबा भावे को भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा।
- 1994 - तुर्की का प्रथम दूरसंचार उपग्रह तुर्कसैट प्रथम अटलांटिक महासागर में गिरा।
- 2004 - अंतरिक्ष यान ऑपर्च्युनिटी मंग्रल ग्रह पर सफलतापूर्वक उतरा।
- 2006-विश्व के क्षुद्रतम कशेरुकी प्राणी पीडोसाइप्रिस प्रोजेनेटिका मछली के बारे में लंदन की रॉयल सोसायटी की कार्यवाही रिपोर्ट में छपा। यह अत्यन्त छोटी, पारदर्शी मछली सुमात्रा (इन्डोनेशिया) के अम्लीय पीट दलदलों में पाई गई थी।
- 1824 - बंगला भाषा के प्रसिद्ध कवि माइकल मधुसूदन दत्त का जन्म हुआ।
- 1930 - भारत के प्रसिद्ध साहित्यकार, पत्रकार और कादम्बिनी पत्रिका के सम्पादक राजेन्द्र अवस्थी का जन्म हुआ।
- 1954 - भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक मानवेंद्र नाथ राय का निधन।
- 2001 - भाजपा की वरिष्ठ नेता राजमाता विजयाराजे सिंधिया का निधन।
- 1627 - ऐंग्लो-आयरिश रसायनज्ञ और प्राकृतिक दर्शनशास्त्री रॉबर्ट बॉयल का जन्म हुआ जो गैस के गुणों पर अपने कार्य तथा गैस के नियम के लिए प्रसिद्ध हैं। वे लन्दन की रॉयल सोसाइटी के संस्थापक सदस्यों में थे। (निधन-30 दिसम्बर 1691)
- 1875 - स्वीडिश-अमेरिकी इलेक्ट्रिकल इंजीनियर अर्नेस्ट फ्रेड्रिक वर्नर एलेक्ज़ेन्डर्सन का जन्म हुआ, जिन्होंने एक उच्च आवृत्ति प्रत्यावर्तित्र (आल्टरनेटर) का निर्माण किया। प्रत्यावर्तित्र एक ऐसा यंत्र होता है जो दिष्ट धारा को प्रत्यावर्ती धारा में बदल देता है। उनका प्रत्यावर्तित्र निरंतर रेडियो तरंगें उत्पन्न करने में सक्षम था। इससे रेडियो संचार में क्रांतिकारी बदलाव हुए। (निधन- मई 1975)
- 1960-अमेरिकी भूकंप विज्ञानी बेनो ग्यूटेनबर्ग का निधन हुआ जो भूकंपीय तरंगों के विश्लेषण तथा पृथ्वी के आन्तरिक भाग की भौतिक विशेषताओं की जानकारी प्रस्तुत करने के लिए जाने जाते हैं। चाल्र्स रिक्टर के साथ उन्होंने भूकम्प की तीव्रता मापने का तरीका इजाद किया। (जन्म-4 जून 1889)
- 1957 -जापानी जीवाणु-विशेषज्ञ कियोशी शीगा का निधन हुआ, जिन्होंने 1897 में अतिसार के जीवाणु, यानी बैसिलस शीगेला की खोज की। यह नाम उनके नाम पर रखा गया। इस जीवाणु-समूह से शीगेलोसिस नामक संक्रमक बीमारी होती है। दस्त, बुखार, पेट में मरोड़ इस बीमारी के लक्षण होते हैं। (जन्म 7 फरवरी 1871)
- महत्वपूर्ण दिवस-अंतर्राष्ट्रीय कस्टम एवं उत्पाद दिवस, राष्ट्रीय मताधिकार दिवस।
जलवायु की सुध...
मौसम में बदलाव अब धीरे-धीरे गंभीर रूप धारण कर रहा है। इससे न सिर्फ कृषि बल्कि जनजीवन पर भी असर पडऩे लगा है। कई राज्यों में इस दिशा में अच्छा काम हो रहा है, और इसके लिए अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से वित्तीय मदद भी मिली है। मगर छत्तीसगढ़ में पिछले वर्षों में इस पर कोई काम नहीं हुआ। हाल यह रहा कि जलवायु परिवर्तन विषय पर राज्य के वन अफसर विदेश यात्रा करते रहे, लेकिन एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट तक तैयार नहीं की गई। जबकि जलवायु परिवर्तन, एसएफआईआरटी के अधीन रहा है, और यहां पीसीसीएफ स्तर के अफसर पदस्थ रहे हैं।
जलवायु परिवर्तन पर अब जाकर सरकार ने सुध ली है, और वन विभाग का नाम बदलकर वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग कर दिया गया है। इसमें सीएम भूपेश बघेल खुद रूचि ले रहे हैं, और उनके सलाहकार प्रदीप शर्मा की मौजूदगी में हेड ऑफ फॉरेस्ट फोर्स राकेश चतुर्वेदी के साथ एक बैठक भी हो चुकी है। जलवायु परिवर्तन पर कार्ययोजना तैयार की जा रही है, और इसके लिए सीनियर एपीसीसीएफ सुधीर अग्रवाल को नोडल अफसर बनाया गया है।
सुधीर बेहद काबिल अफसर माने जाते हैं, और अगले दो-तीन महीने के भीतर कार्ययोजना तैयार कर केन्द्र सरकार को भेज दी जाएगी। उम्मीद है कि जलवायु परिवर्तन पर रिसर्च और विपरीत प्रभाव को रोकने के लिए केन्द्र सरकार 5 सौ करोड़ तक राशि आबंटित कर सकती है। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से भी वित्तीय मदद की भी संभावना है। कुल मिलाकर इस दिशा में काफी काम की गुंजाइश है। खैर, देर से ही सही इस गंभीर समस्या पर काम तो शुरू हुआ।
विपक्ष में होने से महत्व
भाजयुमो अध्यक्ष अमित साहू की पार्टी के भीतर काफी पूछपरख बढ़ गई है। चूंकि अभी तक कार्यकारिणी का गठन नहीं हुआ है। इसलिए पार्टी के नेता अपने समर्थकों को भाजयुमो में एडजेस्ट करने के लिए अमित के आगे-पीछे हो रहे हैं। अमित का हाल यह है कि तीनों मोबाइल लगातार घनघनाते रहते हैं। जिलों के दौरे में अमित की खूब खातिरदारी होती है। सीनियर नेता भी उनसे मिलने आते हैं। चूंकि पार्टी सरकार में नहीं है, इसलिए उन्हें इतना महत्व मिल जा रहा है, जितना पहले किसी भाजयुमो अध्यक्ष को नहीं मिला।
जानें किस अफसर की क्या पढ़ाई है!
देश में सबसे ताकतवर समझी जाने वाली सिविल सर्विस, आईएएस में आने वाले लोग कौन सी पढ़ाई करने के बाद इस मुकाबले में उतरते हैं, इसे एक नजर में देखें। आज राज्य में सबसे सीनियर आईएएस चित्तरंजन कुमार खेतान हिन्दी में एम.ए. हैं, उन्हीं के बैचमेट बी.वी.आर.सुब्रमण्यम मैकेनिकल इंजीनियर हैं। तीसरे नंबर के अमिताभ जैन भी मैकेनिकल इंजीनियर हैं, और उन्होंने एम.टेक भी किया हुआ है। उनके बाद की रेणु पिल्लै समाजशास्त्र में एम.ए. हैं। अगला नंबर सुब्रत साहू का है जो कि राजनीति विज्ञान में एम.ए. हैं। इन दिनों भारत सरकार में प्रतिनियुक्ति पर गए हुए अमित अग्रवाल इलेक्ट्रीकल इंजीनियर हैं। ऋचा शर्मा एम.ए. हैं, और लोकनीति में डिप्लोमा प्राप्त हैं। निधि छिब्बर ने इतिहास में एम.ए. किया, एलएलबी किया, और बौद्धिक संपदा में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा पाया। उनके पति और लिस्ट में अगले, विकासशील इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हैं, और इसी में पोस्ट ग्रेजुएट भी हैं। मनोज कुमार पिंगुआ बॉटनी में बीएससी हैं, और एन्थ्रोपोलॉजी में एमएससी हैं। डॉ. मनिंदर कौर द्विवेदी एमबीबीएस हैं, और उनके पति गौरव द्विवेदी जूलॉजी में ग्रेजुएट हैं। भारत सरकार गए हुए सुबोध कुमार सिंह भी इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हैं और उन्होंने बीई के बाद एमई भी किया हुआ है। डॉ.एम.गीता एन्थ्रोपोलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएट हैं, और पीएचडी भी की हुई है। निहारिका बारिक ने समाजशास्त्र में एम.ए. किया हुआ है। सोनमणि बोरा विख्यात जेएनयू से राजनीति विज्ञान में एम.ए. हैं, और अमरीका से लोकप्रशासन में पोस्ट ग्रेजुएट किया है। डी.डी.सिंह बीए हैं। शहला निगार राजनीति विज्ञान में एम.ए., एम.फिल हैं। भारत सरकार गए हुए डॉ. रोहित यादव एमबीबीएस हैं, और उन्हीं के बैचमेट डॉ. कमलप्रीत सिंह भी एमबीबीएस हैं। अमृत कुमार खलको भूगोल में पीजी हैं, और विजय कुमार धुर्वे इकानॉमिक में एमए हैं। रीता शांडिल्य बीएससी और फिजिक्स में एमएससी हैं। परदेशी सिद्धार्थ कोमल इलेक्ट्रॉनिक्स में बीई किए हुए हैं। रीना बाबासाहब कंगाले एलएलबी हैं। ऋतु सैन राजनीति में एमए हैं, और जेएनयू से अंतरराष्ट्रीय मामलों में एम.फिल हैं। रायपुर में रहते हुए उन्होंने रविशंकर विश्वविद्यालय से एलएलबी भी किया है। अविनाश चम्पावत राजनीति विज्ञान और भूगोल में एमए हैं। (आगे के लोगों के बारे में कल)
- 1824 - रूस में पेट्रोग्राद का नाम बदलकर लेनिनग्राद कर दिया गया।
- 1857 - कलकत्ता विश्वविद्यालय की स्थापना।
- 1859-तेल के लिए खोदे गये कुएं से पहली बार तेल निकला। यह कुऑ अमरीका के पेन्सिलवानिया राज्य में खोदा गया। 230 मीटर गहराई तक ख़ुदाई के बाद इस कुएं से तेल निकला। इस कुएं की खुदाई के लिए प्रयोग किये गये उपकरण अमरीका के एक संग्रहालय में रखे हुए हैं।
- 1925 -सूर्य ग्रहण का पहला चलचित्र अमेरिकी नौसेना द्वारा लिया गया।
- 1950 - जन गण मन को राष्ट्रगान के रूप में स्वीकार किया गया। डॉ. राजेंद्र प्रसाद स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति बने। असली माइक्रोवेव ओवन का पेटेन्ट उसके आविष्कारक पर्सी ली बैरोन स्पेन्सर को मैथड आफ ट्रीटिंग फूडस्टफ के शीर्षक से जारी किया गया।
- 1951 - प्रेम माथुर भारत की पहली महिला कमर्शियल पायलट बनीं।
- 1952 - मुम्बई में पहला अंतरराष्ट्रीय फि़ल्म महोत्सव आयोजित किया गया।
- 1965 - ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री सर विंस्टन चर्चिल का निधन।
- 1966 - एयर इंडिया का बोइंग आल्पस में दुर्घटनाग्रस्त हुआ जिसमें भारतीय वैज्ञानिक डॉ. होमी भाभा सहित 114 लोग मारे गये।
- 1993 - सोयूज टी.एम. 16 प्रक्षेपित किया गया।
- 1996 - सं.रा. अमेरिका के इतिहास में पहली बार देश की प्रथम महिला हिलेरी क्लिंटन को न्यायालय में पेश होने का आदेश दिया गया।
- 2000 - चुनावों में दलितों का आरक्षण 10 वर्ष तक बढ़ाने हेतु संविधान के 79वें संशोधन को राष्ट्रपति की मंजूरी।
- 2002 - भारतीय उपग्रह इनसेट-3सी सफलतापूर्वक अपनी कक्षा में स्थापित।
- 2003 - भारत और फ्रांस के बीच प्रत्यर्पण संधि।
- 2007 - रूस एवं भारत के बीच एटमी रिएक्टर बनाने हेतु समझौता हुआ।
- 2011 - भारत रत्न सम्मानित शास्त्रीय गायक भीमसेन जोशी का निधन हुआ।
- 1828- जर्मनी के प्रकृतिविद तथा वनस्पति वैज्ञानिक फर्डिनैन्ड (जूलियस) कॉह्न का जन्म हुआ, जो जीवाणु-विज्ञान (बैक्टीरियोलॉजी) के संस्थापकों में से एक माने जाते हैं। इन्हें जीवाणु, फफूंद, पादपरोग-विज्ञान, पर इनके अध्ययन के लिए भी जाना जाता है। (निधन- 25 जून 1898)
- 1902- अर्थशास्त्री और गणितज्ञ आस्कर मॉर्गेन्सटर्न का जन्म हुआ, जिन्होंने गेम सिद्धांत बनाया, जो जीत-हार के आधार पर मानव या जानवरों के व्यवहार का विश्लेषण करता है। जॉन वॉन न्यूमैन के साथ उन्होंने थ्योरी आफ गेम्स एण्ड इकोनॉमिक बिहेवियर नामक पुस्तक लिखी। (निधन- 26 जुलाई 1977)
- 1868--इंग्लैण्ड के रसायनज्ञ तथा डॉक्टर जॉन डेवी का निधन हुआ, जिन्होंने फॉस्जीन गैस का नामकरण किया तथा उसकी विशेषताओं के बारे में बताया। वे सर हम्फ्री डेवी के छोटे भाई थे। (जन्म-24 मई 1790)
- 1848 -अमेरिका के दंतचिकित्सक होरेस वेल्स का निधन हुआ, जो शल्य चिकित्सकीय विसंज्ञन (एनेस्थेसिया) का प्रयोग करने वाले प्राथमिक लोगों में से एक थे।(जन्म-21 जनवरी 1815)
- महत्वपूर्ण दिवस- राष्ट्रीय बालिका दिवस।