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धान खरीदी, मिलिंग के लिए उठाव, और सूखत को लेकर विपक्ष ने मंत्री टेकाम को घेरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 मार्च। इस साल हुई धान खरीदी, और मिलिंग के लिए उठाव को लेकर समूचे विपक्ष ने सहकारिता विभाग को जमकर घेरा। विपक्ष के धर्मजीत सिंह ने यहां तक कह दिया कि इस विभाग का मालिक कोई है। तो भाजपा के अजय चंद्राकर ने कहा भगवान मालिक है। मंत्री ने इससे इंकार करते हुए कहा भगवान नहीं सरकार मालिक है।
भाजपा के शिवरतन शर्मा ने यह मामला प्रश्नकाल में उठाया। उन्होंने मंत्री से पूछा कि इस साल हुई धान खरीदी के बाद मिलिंग और सुखत के क्या नियम हैं। सहकारिता मंत्री प्रेमसाय टेकाम ने कहा कि खरीदी केन्द्रों से जल्द उठाने का नियम है। इस साल हमने 93.5 लाख टन धान खरीदा है, और इसमें से अब तक 95 प्रतिशत तक धान का उठाव हो चुका है। शिवरतन शर्मा ने मंत्री पर गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि 3 दिन के अंदर उठाव के नियम हैं। ऐसा नहीं हो रहा है इससे सुखत बढ़ती जा रही है, और समितियों को नुकसान हो रहा है। उन्होंने प्रश्न किया कि अब तक कितना नुकसान हुआ है, और समितियों को इसकी भरपाई कौन करेगा। मंत्री टेकाम ने जवाब दिया कि 3 प्रतिशत सुखत होने पर समितियों को एक मुश्त भरपाई के लिए 218 करोड़ रूपए सरकार ने दिए हैं। उससे ऊपर का लॉस सरकार वहन करेगी। शिवरतन शर्मा ने कहा समितियों को अब तक एक पैसा नहीं दिया गया है। इसके चलते कर्मचारियों का वेतन भी नहीं मिल पा रहा है। मंत्री का जवाब था कि पूर्व के वर्षों में हुए नुकसान की भरपाई करते हुए 115 करोड़ बैंक के जरिए सीधे समितियों को दिए जाएंगे।
शिवरतन ने फिर प्रश्न किया इस साल अब तक कितना धान मिलिंग के लिए उठाव हो चुका है। सहकारिता मंत्री ने कहा मिलर्स ने 70 लाख टन उठाव कर लिया है, और 22.69 लाख टन परिवहन किया जा रहा है। 5 लाख टन का उठाव बाकी है। शिवरतन ने आरोप लगाया। इससे समितियों को नुकसान होने वाला है। जोगी कांग्रेस के धर्मजीत सिंह ने कहा कि धान उठाव हर साल की समस्या हो गई है। इससे जुड़े सवाल के जवाब कभी कृषि मंत्री, कभी सहकारिता मंत्री, कभी खाद्य मंत्री इसलिए पहले बताए इस विभाग का मालिक कौन है। इस पर अजय चंद्राकर ने चुटकी ली कि भगवान मालिक है।