विधानसभा
स्पीकर के यह कहते ही कि जांच आप कराएंगे या मैं, मंत्री अकबर ने जांच की घोषणा की
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 16 मार्च। कोरोनाकाल में जांजगीर-चांपा समेत अन्य जिलों में डीएमएफ फंड से वेंटिलेटर और सीटी स्कैन मशीनें खरीदे जाने का मामला बुधवार को विधानसभा में उठा। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए स्पीकर चरणदास महंत ने मंत्री से पूछा आप जांच कराएंगे या मैं। इसके बाद प्रश्न का उत्तर दे रहे मंत्री मोहम्मद अकबर ने जांच की घोषणा की। अकबर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की अनुपस्थिति में जवाब दे रहे थे।
प्रश्नकाल में यह मामला उठाते हुए भाजपा के सौरभ सिंह ने जांजगीर-चांपा से डीएमएफ से 5 करोड़ 57 लाख रूपए की राशि से वेंटिलेटर खरीदे गए वह भी केवल दो सप्लायरों से लिए गए, जो भंडार क्रय नियम का सीधा-सीधा उल्लंघन है। उन्होंने दोनों फर्मों के नाम खरीदी की प्रक्रिया, और प्राप्त वेंटिलेटर की संख्या पूछा। मंत्री अकबर ने बताया कि श्रेयस कॉर्पोरेशन रायगढ़, और मल्टी इंटरनेशनल रायपुर से कोटेशन के आधार पर खरीदी की गई है। इनसे कुल 28 वेंटिलेटर 5.45 करोड़ में खरीदे गए। सौरभ सिंह ने कहा पिछले सत्र में 7 खरीदे जाने की जानकारी दी गई थ।
उन्होंने कहा यह आपदा को अवसर में बदलकर पैसे के दुरूपयोग का सबसे बड़ा उदाहरण है। सिंगल कोटेशन में खरीदी की गई है। एक ही कंपनी से तीन अलग-अलग रेट पर खरीदा गया। क्या इसकी जांच कराएंगे। मंत्री अकबर ने कहा कि तीन कंपनी के 2 सप्लायर से खरीदा गया है। इनके ब्रांड अलग है, और इनकी कंपनियां भी अलग है। स्पीकर महंत ने कहा 28 खरीदे गए हैं बताया जा रहा है। इनमें से पांच हंै बाकी वेंटिलेटर कहां हैं। आप जांच कराएंगे या मैं करा दूं। मंत्री अकबर ने कहा कि कोरोनाकाल में भंडार क्रय नियम को शिथिल कर कोटेशन के आधार पर खरीदी की गई है। फिर भी विधायक को संदेह है तो जांच करा लेंगे।