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नई दिल्ली, 27 सितंबर । दादा साहब फाल्के अवॉर्ड के लिए इस साल जानी-मानी अभिनेत्री आशा पारेख को चुना गया है।
आशा पारेख अब फिल्मों में काम नहीं करती हैं। फि़ल्मों में उन्होंने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट काम करना शुरू किया था।
हिंदी सिनेमा में वो 1952 से 1995 के बीच सक्रिय रहीं। करीब 79 साल की आशा पारेख ने शादी नहीं की।
साल 1992 में भारत सरकार मे पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा था।
क्या है ये पुरस्कार
दादा साहब फाल्के पुरस्कार भारत में सिनेमा का सबसे बड़ा पुरस्कार माना जाता है।
हर साल ये पुरस्कार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में दिया जाता है। यह पुरस्कार भारतीय सिनेमा में अभूतपूर्व योगदान के लिए दिया जाता है।
इस अवॉर्ड में स्वर्ण कमल मेडल, शॉल और दस लाख रुपये दिए जाते हैं।
पहला दादा साहब फाल्के पुरस्कार अभिनेत्री देविका रानी को दिया गया था। उन्हें भारतीय सिनेमा की पहली महिला कहा जाता है। (bbc.com/hindi)