कारोबार
रायपुर, 31 अक्टूबर। कलिंगा विश्वविद्यालय के विधि संकाय ने अनुसंधान विद्वानों, शिक्षाविदों और छात्रों को बेहतर बनाने के उद्देश्य से हाइब्रिड मोड में एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया, जिसमें दुनिया भर से कुल 165 प्रतिभागियों ने उपस्थित और प्रस्तुतकर्ता के रूप में भाग लिया।
संवैधानिकता पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन एक प्रतिष्ठित वैश्विक कार्यक्रम था जो विद्वानों, कानूनी विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं और चिकित्सकों को संवैधानिक कानून के विभिन्न पहलुओं पर गहन चर्चा करने के लिए एक साथ लाता था।
सम्मेलन के पहले दिन एचएनएलयू के कुलपति प्रोफेसर (डॉ) वीसी विवेकानंदन मुख्य अतिथि थे। इस अवसर पर सीजी उच्च न्यायालय के अधिवक्ता खालिद तनवीर जलानी, मैट्स विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर प्रशांत कुमार, एचएनएलयू के सहायक प्रोफेसर अभिनव शुक्ला, एचएनएलयू के सहायक प्रोफेसर मयंक श्रीवास्तव विशिष्ट अतिथि और और तकनीकी सत्रों के चेयरपर्सन थे।
सुश्री चांदनी हरिरामनी , सहायक प्रोफेसर, विधि संकाय, कलिंगा विश्वविद्यालय, रायपुर समारोह के संचालक थी । श्रीमती सलोनी त्यागी श्रीवास्तव, विभागाध्यक्ष-कानून संकाय, कलिंगा विश्वविद्यालय और सम्मेलन की संयोजक, ने स्वागत भाषण दिया, जिसके बाद दिन के मुख्य अतिथि द्वारा मुख्य भाषण दिया गया।
यह सम्मेलन मुख्य रूप से अनुसंधान विद्वानों, शिक्षाविदों, छात्रों को लाभ पहुंचाने और विभिन्न देशों और कानूनी प्रणालियों में संवैधानिक सिद्धांतों, शासन और कानून के शासन को मजबूत करने और बनाए रखने के लिए विचारों, सर्वोत्तम प्रथाओं और नवीन दृष्टिकोणों के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करके संवैधानिकता पर वैश्विक संवाद को बढ़ावा देने पर केंद्रित था।
सम्मेलन के दूसरे दिन सुश्री ध्रुति देवांगन , छात्र संयोजक, अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन, कलिंगा विश्वविद्यालय, रायपुर ने समापन समारोह की मेजबानी की।