कारोबार
रायपुर, 5 अप्रैल। रामकृष्ण केयर अस्पताल ने बताया कि अभी हाल ही में शहर के जाने-माने जोड़ प्रत्यारोपण विशेषज्ञ डॉ. अंकुर सिंघल ने मिनीमम कट तकनीक द्वारा 45 बीएमआई वाले मरीज का सफल नी रिप्लेसमेन्ट (टीकेआर) परफॉर्म किया।
हॉस्पिटल ने बताया कि इस सर्जरी की खास बात यह थी मरीज का वजन 100 कि.ग्रा. था और बेसल मेटाबोलिक इंडेक्स (बीएमआई) 45 और वह मोटापे की ग्रुण रोगिष्ठ मोटापा कैटेगरी में आता था। ज्यादा वजनी का ऑपरेशन ना सिर्फ कठिन होता है इसमें, इंफेक्शन की संभावनाएं अधिक होती है।
हॉस्पिटल ने बताया कि डॉ. अंकुर सिंघल, एमएस ऑर्थो (मुंबई) एफजेआरएस (यूके) फ्रिस (यूएस) वरिष्ठ ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. सिंघल ने यह ऑपरेशन अपनी इनोवेटिव मिनिमम कट तकनीक से किया है। जिसकी वजह से मरीज का ना सिर्फ जोड़ ठीक किया गया, उनका पैरों के टेढ़ेपन को भी ठीक किया गया।
हॉस्पिटल ने बताया कि मरीज पूरी तरह स्वस्थ्य है एवं अपनी सामान्य जीवन-यापन कर रहा है तथा उसका घुटना पूरी तरह ठीक हो गया है।
डॉ. सिंघल ने बताया कि अधिक बीएमआई वाले मरीज का नी रिप्लेसमेन्ट (टीकेआर) एक अपने आप में जटिल क्रिया है लेकिन इस अद्भूत मिनीमम कट तकनीक द्वारा क्षतिग्रस्त जोड़ को भी फिर से ठीक किया जाता है। डॉ. सिंघल ने इस सर्जरी के लिये विदेश जैसे इग्लैण्ड एवं अमेरिका में ट्रेनिंग लिया है।
डॉ. सिंघल ने बताया कि मरीजों में उनके द्वारा इज़ात की हुई इस मिनिमम कट तकनीक से 7000 से भी ज्यादा सफल जोड़ प्रत्यारोपण सर्जरी की है। इस तकनीक से मरीजों की रिकवरी फास्ट होती है और जटिल से जटिल सर्जरी आसानी से की जा सकती है।