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![उत्तराखंड : एसडीआरएफ के मुसलमान कर्मी ने पांच कांवड़ियों को गंगा में डूबने से बचाया उत्तराखंड : एसडीआरएफ के मुसलमान कर्मी ने पांच कांवड़ियों को गंगा में डूबने से बचाया](https://dailychhattisgarh.com/uploads/article/1721917958UB.jpg)
हरिद्वार, 25 जुलाई। उत्तराखंड के राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) के एक मुसलमान कर्मी ने दो दिनों में अलग-अलग घटनाओं में गंगा नदी में डूब रहे दो नाबालिगों समेत पांच कांवड़ियों की जान बचाई।
हरिद्वार में लगभग हर कोई हेड कांस्टेबल आशिक अली के साहसी कार्य के लिए उनकी सराहना कर रहा है।
अली, हर की पौड़ी के निकट कांगड़ा घाट पर तैनात हैं।
फरीदाबाद के पीरबाबा मोहल्ले का रहने वाला मोनू सिंह (21) मंगलवार को कांगड़ा घाट पर स्नान करने के दौरान अचानक गंगा नदी के तेज बहाव की चपेट में आकर बहने लगा।
सिंह को बहते देख बिना समय गंवाए अली ने एसडीआरएफ के अपने एक साथी के साथ गंगा नदी में छलांग लगा दी और कांवड़िए को सुरक्षित किनारे तक पहुंचा दिया।
उसी दिन हुई एक अन्य घटना में अली ने उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जिले के रहने वाले 21 वर्षीय कांवड़िया गोविंद सिंह की जान भी बचाई।
इससे पहले, सोमवार को भी अली ने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के रहने वाले संदीप सिंह (21), दिल्ली के करन (17) और हरियाणा के पानीपन के अंकित (15) को भी गंगा में डूबने से बचाया था।
कांवड़ियों को बचाने के इस काम में कांस्टेबल अनिल सिंह कोठियाल, प्रदीप रावत, शिवम सिंह और अग्निशमन सेवा के कांस्टेबल लक्ष्मण चौहान ने भी मदद की।
अली ने ‘पीटीआई भाषा’ से कहा कि लोगों की जान बचाना उनका धर्म है और जब कोई नदी में डूबता है तो वह यह नहीं देखते कि वह इंसान किस जाति या धर्म का है।
उन्होंने भावुक होते हुए कहा, “मेरे लिए तो वह केवल एक इंसान है और उसकी जान बचाना ही मेरा धर्म है।”
उन्होंने कहा कि वह जब भी किसी को डूबने से बचाते है तो उन्हें बहुत आत्मिक संतुष्टि मिलती है।
हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोभाल ने अली को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए ‘मैन आफ द डे’ से सम्मानित किया।
हर वर्ष सावन के महीने में उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा जैसे कई राज्यों से शिवभक्त कांवड़ लेकर गंगाजल भरने के लिए हरिद्वार और ऋषिकेश पहुंचते हैं।
कांवड़ यात्रा सोमवार को शुरू हुई है और इस दौरान गंगाजल भरने के लिए आ रहे शिवभक्तों की सुरक्षा के लिए संवेदनशील घाटों पर एसडीआरएफ को तैनात किया गया है। (भाषा)