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ढाका (आईएएनएस)| बेगम खालिदा जिया की अगुवाई वाली बांग्लादेश की राजनीतिक पार्टी बीएनपी के भ्रष्ट कारोबारी, करनाफुली शिप बिल्डर्स के मालिक इंजीनियर एम. ए. राशिद को अभी भी सरकारी एजेंसियों से भारी रिश्वत के बदले में समर्थन मिल रहा है। बांग्लादेश अंतर्देशीय जल परिवहन प्राधिकरण (बीआईडब्ल्ल्यूटीए) के सूत्रों ने आईएएनएस से इस बात की पुष्टि की।
योजना मंत्री एम. ए. मन्नान ने आईएएनएस से कहा, "यह कहते हुए दुख हो रहा है कि माननीय पीएम के कहने के मुताबिक, भ्रष्ट शिपिंग कंपनियों और मालिकों को काली सूची में डालने और दंडित करने के मेरे आदेश का सरकारी एजेंसियों द्वारा पालन नहीं किया गया है।"
इससे पहले, बांग्लादेश सरकार ने देश की नदियों की नेविगेबिलिटी बढ़ाने के लिए बीआईडब्ल्ल्यूटीए के लिए 20 ड्रेजर खरीदने का फैसला किया। ड्रेजर की खरीद के हिस्से के रूप में करनाफुली शिप बिल्डर्स को 2017 में 770 करोड़ टका की लागत से 10 ड्रेजर बनाने का वर्क ऑर्डर मिला।
चटोग्राम आधारित एक एकल कंपनी करनाफुली शिप बिल्डर्स ने 2016 में 10 ड्रेजर खरीदने के लिए निविदा को दिया था। इसके तुरंत बाद संसदीय स्थायी समिति की बैठक में बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने 10 ड्रेजर खरीदने के लिए एक ही कंपनी होने पर निविदा को मंजूरी देने से इनकार कर दिया।
1975 से पहले बंगबंधु के शासनकाल के दौरान खरीदे गए सात पुराने ड्रेजर, हाल के दिनों में खरीदे गए नए ड्रेजर की तुलना में अभी भी बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, नए ड्रेजर्स आपात स्थिति के दौरान उद्देश्य को पूरा करने में विफल रहे हैं।
योजना मंत्री मन्नान ने आईएएनएस को बताया कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने 21 जुलाई को राष्ट्रीय आर्थिक परिषद की कार्यकारी समिति बैठक में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए सक्रिय होने का निर्देश दिया।
इससे पहले, शिपिंग मंत्रालय पर संसदीय स्थायी समिति के कुछ सांसदों ने सवाल उठाया था कि कैसे एक ही कंपनी को हमेशा ड्रेजर बनाने के लिए वर्क ऑर्डर मिलते हैं।
राशिद तीन मछली पकड़ने वाले जहाजों का मालिक है। इनमें से दो का वास्तविक मालिक बीएनपी सरकार के पूर्व जल परिवहन मंत्री दिवंगत (रिटायर) कर्नल अकबर हुसैन का बेटा सिमोन है।
बांग्लादेश के खुफिया अधिकारियों को रिपोर्ट मिली है कि राशिद ने निविदाओं को हड़पने के लिए कुछ असरदार लोगों के माध्यम से बड़ी रकम भेजी थी।
मन्नान ने राशिद के भ्रष्टाचार के बारे में कहा, "मुझे पता है कि बीआईडब्ल्ल्यूटीए में अत्यधिक भ्रष्टाचार है। मुझे याद है कि माननीय प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया था। मैंने स्वयं आदेश पढ़ा और सरकारी एजेंसियों को उन लोगों को ब्लैकलिस्ट करने के निर्देश दिए जो अभी बड़ी निविदाओं में शामिल हैं। प्रधानमंत्री का स्पष्ट निर्देश था कि भविष्य में उन्हें कोई काम नहीं दिया जाना चाहिए और मैंने इसके लिए कहा। लेकिन, मुझे यह कहना ही पड़ेगा, जैसा कि हम कहते हैं कि आदेश नीचे जाने के दौरान हल्का हो जाता है और इसकी समग्रता घट जाती है।"
उन्होंने कहा, "दुर्भाग्य से इसकी गति बहुत धीमी है। प्रधानमंत्री ने नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने हमसे इसके कारणों का पता लगाने के लिए कहा।"
लेकिन बीआईडब्ल्ल्यूटीए चेयरमैन कमोडोर गोलाम सादिक ने आईएएनएस से कहा, "हां, मैं जानता हूं कि करनाफुली शिप यार्ड एक नियमित कंपनी है जो बीआईडब्ल्ल्यूटीए के साथ काम करती है। लेकिन मैं उनके किसी भी गलत व्यवहार के बारे में नहीं जानता न ही यह जानता हूं कि कंपनी का नाम किसी भी काली सूची में है। जैसा कि मुझे कंपनी के गलत कामों के बारे में पता चला है तो मैं इस आरोप के बारे में पता करूंगा।"
उन्होंने कहा, "लेकिन, टेंडर को मंजूर करने की सर्वोच्च अथॉरिटी माननीय प्रधानमंत्री हैं।"
संसद सदस्यों ने आश्चर्य व्यक्त किया कि कैसे बीआईडब्ल्यूटीए और बांग्लादेश के शिपिंग मंत्रालय ने एक निश्चित कंपनी करनाफुल शिप बिल्डर्स के पक्ष में पीएम की मंजूरी के लिए प्रस्ताव भेजा जबकि खरीद में एक बड़ी राशि शामिल थी।
हालांकि, बीआईडब्ल्यूटीए ने 13 सितंबर 2017 को 940 करोड़ टका की लागत से 10 ड्रेजर, 72 सहायक जहाजों, और अन्य उपकरणों की खरीद के लिए फिर से निविदा जारी की।
सूत्रों ने कहा कि एक अंतर्राष्ट्रीय कंपनी सहित कुल चार कंपनियों ने निविदाएं प्रस्तुत कीं। स्थानीय कंपनियों में करनाफुली शिप बिल्डर्स, खुलना शिपयार्ड (सरकारी) और आनंदा बिल्डर्स लिमिटेड और संयुक्त अरब अमीरात स्थित एपीटी मरीन सर्विसेज लिमिटेड को निविदा में शामिल किया गया था।
--आईएएनएस
बैतूल (आईएएनएस)| मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश महेंद्र कुमार त्रिपाठी एवं उनके युवा पुत्र अभियनराज मोनू का असमय निधन हो गया है। इसका कारण विषाक्त भोजन बताया जा रहा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, एडीजे महेंद्र कुमार त्रिपाठी (50) का रविवार की सुबह इलाज के दौरान नागपुर के एलिक्सिस अस्पताल में निधन हो गया। जबकि उनके पुत्र अभियन राज (25) ने नागपुर जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रद्धा जोशी के मुताबिक, फूड पॉइजनिंग के बाद पिता-पुत्र को 23 जुलाई को पाढर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां हालत बिगड़ने पर उन्हें नागपुर रेफर किया गया था। एडीजे के बेटे की हालत अधिक गंभीर थी और उसने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया।
एएसपी के मुताबिक, पिता-पुत्र व परिवार ने 20 जुलाई की रात में जो भोजन किया, उसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई। पुलिस को संदेह है कि मजिस्ट्रेट परिवार ने जो चपातियां खाई थीं, उससे फूड पॉइजनिंग हुई। मजिस्ट्रेट और उनके दो पुत्रों ने चपाती खाई थी। जबकि पत्नी ने चपाती नहीं खाई थी, बल्कि चावल खाया था। इसी कारण वह पॉइजनिंग का शिकार नहीं हुईं। वहीं, एक बेटे की तबीयत सुधर गई।
एएसपी ने बताया कि पुलिस इस मामले में घर में रखे आटे की सैम्पलिंग करेगी और बिसरा भी जांच के लिए भेजा जाएगा। पिता-पुत्र दोनों के शवों का परीक्षण नागपुर में ही किया जा रहा है। उनके नाखून और बाल संरक्षित कर रखे जाने के लिए कहा गया है।
पाढर हॉस्पिटल के प्रबंधन का कहना है कि 23 जुलाई को पिता-पुत्र को गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया था।
--आईएएनएस
नई दिल्ली, 26 जुलाई (आईएएनएस)| कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 35 लोधी एस्टेट बंगला खाली करने से पहले भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी को चाय पर आमंत्रित किया। प्रियंका गांधी के करीबी सूत्रों ने कहा कि शनिवार को बंगले के नए अलॉटी बलूनी को औपचारिक निमंत्रण दिया गया। सूत्रों ने कहा कि यह बस शिष्टाचार वश किया गया है।
कांग्रेस नेता को सरकार ने 1 जुलाई को सरकारी आवास खाली करने के लिए कहा था क्योंकि वह अब वह एसपीजी (विशेष सुरक्षा समूह) सुरक्षा प्राप्त लोगों की सूची में नहीं है।
प्रियंका गांधी के करीबी सहयोगी ने कहा कि सीपीडब्ल्यूडी और एस्टेट विभाग को बंगला सौंपने की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी।
गृह मंत्रालय ने 30 जून के अपने कम्युनिकेशन में कहा था कि प्रियंका गांधी को अखिल भारतीय आधार पर सीआरपीएफ कवर के साथ 'जेड प्लस' सुरक्षा प्रदान की गई है जिसमें सरकारी आवास के आवंटन का कोई प्रावधान नहीं था।
प्रियंका अभी अस्थायी रूप से गुरूग्राम शिफ्ट हो रही हैं।
मुंबई, 26 जुलाई (आईएएनएस)| महानायक अमिताभ बच्चन कोरनावायरस से पॉजिटिव पाए जाने के बाद, वर्तमान में मुंबई के नानावटी अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने मरीजों के मानसिक स्वास्थ्य पर कोरोनावायरस के खतरनाक प्रभावों के बारे में बात की है। महानायक अभी किसी के संपर्क में नहीं हैं, लेकिन उनका ब्लाक हमेशा की तरह अभी भी आ रहा है। इस बार ब्लाक में उन्होंने अस्पताल के अनुभव के बारे में बताया है।
उन्होंने लिखा, "रात के घने अंधेर में और एक ठंडे कमरे में, मैं गाता हूं. सोने की कोशिश में आंखें बंद करता हूं.. आपके पास कोई नहीं होता। कोरोना वायरस से पीड़ित मरीज की मानसिक स्थिति स्पष्ट दिखती है। अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया है।"
उन्होंने साझा किया कि कैसे वह डॉक्टरों के साथ बातचीत करने में असमर्थ हैं।
उन्होंने कहा, "कई हफ्तों से किसी अन्य इंसान को देखने के लिए नहीं मिला। नर्स और डॉक्टर होते हैं, लेकिन वे हमेशा पीपीई यूनिट में दिखते हैं। आपको कभी पता नहीं चलता कि वे कौन हैं, उनकी बनावट और भाव कैसे हैं, क्योंकि वे हमेशा प्रोटेक्शन यूनिट में कवर रहते हैं। सब सफेद हैं। उनकी मौजूदगी लगभग रॉबोटिक है। जो दवाइयां खाने के लिए दी जाती हैं, बस वहीं देने आते हैं और चले जाते हैं। चले इसलिए जाते हैं, क्योंकि कहीं संक्रमण उन्हें न हो जाए। जिन डॉक्टर्स की निगरानी में इलाज चल रहा है वे भी आपके पास नहीं होते हैं। वे मरीजों से वीडियो कॉल के जरिए बात करते हैं। अभी के हालात के लिए यही सबसे उचित है।
अमिताभ कहते हैं कि क्या इसका असर मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। साइकोलॉजिस्ट के मुताबिक इसका असर पड़ता है। यहां से निकलने के बाद भी मरीज डरे हुए रहते हैं। वे सार्वजनिक स्थानों पर जाने से डरते हैं। उन्हें डर लगता है कि लोग उनके साथ अलग तरह से व्यवहार करेंगे। ऐसे व्यवहार करेंगे जैसे आप वो बीमारी लेकर चल रहे हैं। इसे परियाह सिंड्रोम (छुआछूत का डर) कहते हैं। इससे लोग डिप्रेशन और अकेलेपन में जा रहे हैं।
अभिषेक बच्चन, ऐश्वर्य राय बच्चन और बेटी आराध्या भी कोरोनावायरस से पॉजिटिव पाए जाने के बाद वर्तमान में अस्पताल में भर्ती हैं।
मोतिहारी, 26 जुलाई (आईएएनएस)| बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में बाढ़ राहत एवं बचाव कार्य में जुटी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 9वीं बटालियन की रेस्क्यू बोट पर रविवार को एक गर्भवती महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया।
पूर्वी चंपारण के बंजारिया प्रखंड का गोबरी गांव बाढ़ में डूबा हुआ है। इसी गांव के मुनिलाल महतो की पत्नी रीमा देवी को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। उनके परिवार के लोगों के सामने सबसे बड़ी चुनौती रीमा को जल्द से नजदीक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाने की थी।
रीमा की हालत की सूचना उसी गांव के नजदीक बचाव अभियान में जुटे एनडीआरएफ के कमांडर सहायक उपनिरीक्षक जितेंद्र कुमार को मिली, उन्होंने अपने प्रभारी अधिकारी अरविंद मिश्रा को सूचना दी तथा उनके निर्देश पर एनडीआरएफ के बचावकर्मी त्वरित कार्यवाही करते हुए तुरंत प्रसव पीड़िता महिला के घर के नजदीक रेस्क्यू बोट से पहुंच गए।
एनडीआरएफ की टीम प्रसव पीड़िता महिला रीमा देवी को उनके परिजनों एवं साथ में एक 'आशा' सेविका को लेकर रेस्क्यू बोट से नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाने में जुट गए।
उफान के साथ बह रही बूढ़ी गंडक नदी की मझधार में गर्भवती महिला की प्रसव वेदना और बढ़ गई। महिला की गंभीर हालत को देखते हुए एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू बोट पर ही प्रसव कराने का फैसला लिया गया।
एनडीआरएफ के बचावकर्मी, 'आशा' सेविका तथा उनके परिवार के महिलाओं के सहयोग से सफल एवं सुरक्षित प्रसव करा लिया गया और बाढ़ के बीच मझधार में एक नन्ही बच्ची की किलकारी गूंजी।
इस तरह रीमा देवी ने एनडीआरएफ रेस्क्यू बोट पर एक बच्ची को जन्म दिया। बाद में जच्चा और बच्चा को भोला चौक रोड के नजदीक सुरक्षित लाकर एंबुलेंस की मदद से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, बंजारिया (मोतिहारी) में भर्ती करवा दिया गया। जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
एनडीआरएफ के कमांडेंट विजय सिन्हा ने बताया, "बाढ़ प्रभावित इलाकों से सुरक्षित निकालने के क्रम में वर्ष 2013 से एनडीआरएफ की 9वीं बटालियन के रेस्क्यू बोट पर यह दसवें शिशु के जन्म की घटना है, जिसमें एक जुड़वे बच्चे का जन्म भी शामिल है।"
सिन्हा ने बताया कि बिहार में बाढ़ आपदा से निपटने के लिए वर्तमान में एनडीआरएफ की 21 टीमें राज्य के 12 अलग-अलग जिलों में तैनात हैं मोतिहारी जिले में अरविंद मिश्रा, सहायक कमांडेंट के नेतृत्व में तीन टीमें तैनात हैं।
रजनीश सिंह
नई दिल्ली, 26 जुलाई (आईएएनएस)| प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस(एसएफजे) ने कनाडाई साइबरस्पेस से जम्मू एवं कश्मीर में खालिस्तान रेफ्रेंडम के लिए पंजीकरण शुरू कर दिया है। इससे एक दिन पहले कनाडा ने रेफ्रेंडम-2020 को खारिज करने का फैसला किया था, जिसका भारत ने स्वागत किया था।
पोर्टल 'डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट कनाडारेफ्रेंडम 2020 डॉट सीए' के लैंडिंग पेज पर स्पष्ट रूप से कनाडा का लाल और सफेद राष्ट्रीय झंडा, खालिस्तान के झंडे के साथ दिख रहा है।
समूह ने इसी तरह के कनाडाई पोर्टल को खालिस्तान की मांग के लिए दिल्ली में लांच करने की कोशिश की थी, लेकिन भारतीय कानून प्रवर्तक एजेंसियों की कार्रवाई से संगठन इसमें सफल नहीं हो पाया था। संगठन पंजाब में सिखों के लिए अपनी अलग स्वतंत्र भूमि चाहता है।
इससे पहले चार जुलाई को भी पंजाब में संगठन की इस तरह की गतिविधि को एजेंसियों ने विफल कर दिया था।
लगातार विफलता मिलने के बाद, एसएफजे ने एक सप्ताह पहले लोगों के समर्थन के लिए 26 जुलाई को खालिस्तान रेफ्रेंडम के लिए मतदान पंजीकरण कराने की घोषणा की थी। गृह मंत्रालय ने जुलाई में इस संगठन को रेफ्रेंडम-2020 की अनुशंसा के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया था।
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई एसएफजे द्वारा लांच किए गए अभियान को समर्थन दे रही है, क्योंकि बड़ी संख्या में पाकिस्तानी ट्विटर हैंडल ने इस कथित रेफ्रेंडम के पक्ष में ट्वीट करने शुरू कर दिए।
कश्मीर में सिखों को स्वंतत्रता सेनानी और सिख योद्धा बताते हुए अमेरिका स्थित खालिस्तानी कट्टरपंथी संगठन ने उनसे रेफ्रेंडम-2020 को समर्थन देने की अपील की है, जोकि संगठन द्वारा भारत को सांप्रदायिक आधार पर बांटने के लिए प्रमोट किया जा रहा है।
खुफिया एजेंसियों ने इस बारे में आगाह किया था कि यह संगठन घाटी में 26 जुलाई को मतदान पंजीकरण के लिए रेफ्रेंडम-2020 लांच कर सकता है। जिसका उद्देश्य जम्मू एवं कश्मीर में रह रहे 3 लाख सिखों से समर्थन प्राप्त करना है।
एसएफजे के जनरल कौंसल गुरपतवंत सिंह पन्नू ने तब दावा किया था कि सगठन जम्मू एवं कश्मीर में पंजाब की स्वतंत्रता के लिए रेफ्रेंडम के मद्देनजर मतदान पंजीकरण लांच करेगा। उसने तब इसे 26 जुलाई को श्रीनगर में गुरुद्वारा छटी पातशाही और गुरुद्वारा सिंबल कैंप में 'अरदास' समारोह के साथ लांच करने की बात कही थी।
पन्नू उन नौ खालिस्तानियों में शामिल है जिसे भारत सरकार ने इस माह की शुरुआत में आतंकवादी घोषित किया था। वह इस अभियान में बड़ी भूमिका निभा रहा है।
पन्नू ने कश्मीरी सिखों से रेफ्रेंडम-2020 को समर्थन देने का आग्रह किया है। संगठन का दावा है कि स्वतंत्र खालिस्तान कश्मीर की स्वतंत्रता का मार्ग प्रशस्त करेगा।
एसएफजे को पाकिस्तान स्थित हैंडलर्स से पैसे और लॉजिस्टिक समर्थन मिलता है। संगठन का प्रमुख अवतार सिंह पन्नू और गुरपतवंत सिंह पन्नू ने रेफ्रेंडम 2020 के लिए ऑनलाइन अभियान की शुरुआत की थी।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कनाडा द्वारा रेफेंडम-2020 को खारिज करने के फैसले का स्वागत किया था। सिंह ने कनाडा के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के बयान से संबंधित मीडिया रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया दी थी। प्रवक्ता ने कहा था, "कनाडा भारत की संप्रभुता, एकता और क्षेत्रीय अखंडता का समर्थन करता है और कनाडा इस रेफ्रेंडम को मान्यता नहीं देगा।"
एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार पंजाब के मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया पर जवाब देते हुए एसएफजे कौंसल गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कहा कि टड्रो सरकार के भारत की संप्रभुता व क्षेत्रीय अखंडता के समर्थन में बयान कनाडाई सिखों के अधिकारों को फैलाने और कनाडा में रेफ्रेंडम 2020 को आयोजित करवाने से नहीं रोक सकते।
जयपुर. राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच कांग्रेस ने रविवार को भी राज्यपाल कलराज मिश्र पर दबाव बनाए रखा है. कांग्रेस ने राज्यपाल पर आरोप लगाया है कि वह पक्षपाती राजस्थान राजभवन की तरफ से 'मास्टर्स' के बयान हू-ब-हू पढ़े जा रहे- कांग्रेसढंग से काम कर रहे हैं और केंद्र में बैठे अपने 'मास्टर्स' की बात हू-ब-हू कह रहे हैं. कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंधवी ने कहा कि राज्य सरकार (काउंसिल ऑफ मिनिस्टर्स) की सहायता और सलाह से कोई भी फैसला करने को राज्यपाल बाध्य होते हैं, लेकिन राजस्थान के राज्यपाल केंद्र में बैठे अपने मास्टर्स की आवाज सुन रहे हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा कि राज्यपाल ने विश्वास दिलाया था हमें कि संविधान की मर्यादाओं का पालन करेंगे. उन्होंने पूछा कि कांग्रेस पार्टी तो कई कारणों से विधानसभा का सत्र बुलाना चाहती है. पुडुचेरी में सत्र हुआ, बिहार और महाराष्ट्र में हो रहा है, तो राजस्थान में क्या दिक्कत है.
सीएम की विधानसभा सत्र बुलाने की मांग
राजस्थान में चल रहे सियासी संकट में रोज नए-नए मोड़ आते दिख रहे हैं. ताजा प्रकरण यह है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर राज्यपाल कलराज मिश्र को विधानसभा सत्र बुलाने को लेकर प्रस्ताव भेजा है. सीएम गहलोत ने अपने प्रस्ताव में राज्यपाल से मांग की है कि 31 जुलाई से विधानसभा का सत्र बुलाया जाए. प्रदेश सरकार ने कल देर रात यह प्रस्ताव गवर्नर को भेजा है. इसके साथ ही सरकार ने राज्यपाल को 6 बिंदुओं का जवाब भी भेज दिया है. सरकार ने कल ही कैबिनेट से विधानसभा का सत्र बुलाने का प्रस्ताव पारित कराया था. हालांकि बताया गया है कि राज्यपाल कलराज मिश्र ने सत्र बुलाने को लेकर अभी कोई फैसला नहीं किया है.
4 बार विधानसभा में लाया गया विश्वास प्रस्ताव
इन दिनों प्रदेश की सियासत में सरकार सत्ता में बहुमत के आधार पर है या नहीं है इसको लेकर भी अपने अपने अटकलें लगाई जा रही हैं. इतिहास के पन्नों को खंगालने पर पता चलता है कि विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लाता है, पर ऐसा नहीं है, सत्ता पक्ष भी विश्वास प्रस्ताव लाकर सरकार में बने रहने का दावा पेश करता है. राजस्थान विधानसभा के इतिहास के पन्नों को देखने पर पता चलता है कि विभिन्न सरकारों की ओर से अब तक 4 बार विश्वास प्रस्ताव सदन में लाया गया है. इन चार बार के विश्वास प्रस्ताव में तीन बार तो अकेले भैरों सिंह शेखावत सदन में लेकर आए हैं और विश्वास प्रस्ताव को पारित कराने में सफल हुए हैं. वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी पूर्व की सरकार यानी साल 2009 से 2013 के बीच में एक बार विश्वास प्रस्ताव लेकर आए थे और वह भी प्रस्ताव को पास करवाने में सफल हुए. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार भी इतिहास अशोक गहलोत के लिए मददगार होगा.
नई दिल्ली, 26 जुलाई (आईएएनएस)| दिल्ली में अगले साल 31 मार्च तक 31 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इनमें से करीब 8.5 लाख पौधे लगा दिए हैं। 6 लाख पौधे सरकार के विभिन्न विभागों ने लगाए हैं और दिल्ली के निवासियों को 2.5 लाख पौधे लगाने के लिए मुफ्त दिए गए। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, "इस पखवाड़े के आखिरी दिन दिल्ली की सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में स्थानीय विधायकों के नेतृत्व में पौधारोपण किया गया। पौधों की सुरक्षा और उनके विकास को सुनिश्चित करने के लिए सभी पौधों का थर्ड पार्टी ऑडिट कराया जाएगा।"
अभी 'पौधा लगाओ, पर्यावरण बचाओ' पखवाड़ा समाप्त हुआ है, लेकिन पौधारोपण अभियान मार्च 2021 तक चलेगा। दिल्ली सरकार के मुताबिक इस कोरोना काल में भी दिल्ली में पर्यावरण को बचाने के लिए वन विभाग और उद्यान विभाग के साथ डीडीए, एमसीडी, पीडब्ल्यूडी और अलग-अलग एजेंसियों के कर्मचारियों व अधिकारियों ने एक साथ कार्य किया है।
पिछले 15 दिनों के दौरान दिल्ली के अंदर 8.5 लाख पौधों का रोपण हो चुका है। जिसमें 6 लाख पौधे विभागों ने खुद लगाए हैं और 2.5 लाख पौधे दिल्ली के निवासियों को नर्सरी से मुफ्त दिया गया है। दिल्ली के निवासियों ने भी इस अभियान में भाग लिया है।
लगभग 7.5 हेक्टेयर जमीन पर पौधारोपण का कार्य पूरा किया गया है। यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि दिल्ली को आक्सीजन मिल सके, वातावरण का कार्बनडाई ऑक्साइट दूर कर सकें।
पौधारोपण के दौरान यह ख्याल रखा गया है कि किस मिट्टी में कौन से पौधे विकसित और जिंदा रह सकते हैं। विभाग ने इसका भी ख्याल रखा है कि शीशम, अर्जुन या अन्य पौधों को उनके अनुरूप उपजाऊ मिट्टी में रोपित किया गया है। मिट्टी में कौन सा पौधा लगाने से उसका जल्द विकास होगा। इन सब बातों का ख्याल रखा गया है।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, "इस कोरोना महामारी के दौरान आप सभी लोगों ने मिल कर दिल्ली के निवासियों की जिंदगी व उनकी सांसों को बचाने के लिए शिद्दत के साथ काम किया है और यह तारीफ के योग्य है। हम साल के अंत में पूरे पौधारोपण अभियान का आकलन करेंगे। इस दौरान हर जिले और रेंज में सबसे अच्छा काम करने वाले कर्मचारी को सम्मानित करेंगे। एक रेंज के तीन-तीन कर्मचारियों को सम्मानित किया जाएगा। जो कर्मचारी सबसे अच्छा काम करेगा और जिसके सबसे अधिक पौधे बचेंगे, उनको सरकार की तरफ से सार्वजनिक तौर पर 'पर्यावरण मित्र' का सम्मान दिया जाएगा।"
नई दिल्ली, 26 जुलाई। कोविड-19 महामारी के बीच एक और लड़ाई दिल्ली के सिर पर मंडरा रही है। दिल्ली में वेक्टर जनित बीमारियों के मामले बढ़ रहे हैं। तीनों नगर निगमों द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, शहर में अब तक डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के 73 मामले दर्ज किए गए हैं। इन 73 मामलों में से 38 मलेरिया के हैं, 22 डेंगू के हैं और शेष 13 चिकनगुनिया के हैं।
हालांकि, इस संख्या को लेकर अधिकारी काफी आशावादी हैं। उनका मानना है कि स्थिति नियंत्रण में है क्योंकि पिछले वर्ष की तुलना में यह संख्या 30 प्रतिशत कम है। 2019 में शहर में इस समय तक डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के 107 मामले दर्ज हो चुके थे। उत्तरी दिल्ली नगर निगम की अतिरिक्त नगर आयुक्त इरा सिंघल ने कहा, "स्थिति नियंत्रण में है और आने वाले दिनों में इससे निपटने के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं।"
सिंघल ने यह भी कहा कि एमसीडी कर्मचारी इस प्रकोप को रोकने के लिए तमाम उपाय कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "घरों में मच्छरों के प्रजनन की जांच, फॉगिंग, एंटी-लार्वा स्प्रे आदि कर रहे हैं। इसके अलावा हम निवासियों को जागरूक करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी कर रहे हैं।"
सिंघल ने यह भी कहा कि एमसीडी निरीक्षण अभियान चला रही है। उन व्यक्तियों या प्रतिष्ठानों को दंडित किया जा रहा है, जहां मच्छरों के प्रजनन स्थल पाए जाते हैं। आंकड़ों के अनुसार, निगमों ने अब तक 11,942 कानूनी नोटिस दिए हैं और उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ 106 अभियोग चलाए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि निगम ने व्यापारियों के संघों और आरडब्ल्यूए के साथ मिलकर खुली नालियों को ढंका था। हालांकि, आरडब्ल्यूए ने एमसीडी अधिकारियों के दावों का खंडन किया है। पूर्वी दिल्ली आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष वोहरा ने कहा, "जमीनी स्तर पर बहुत कम काम हुआ है। पूर्वी दिल्ली के इलाकों में कई नालियां अभी भी ठीक नहीं हैं। गाद जमा होने के कारण कुछ ही मिनट की बारिश में कॉलोनियों में पानी भर रहा है। यदि इसे ठीक नहीं किया गया तो डेंगू और मलेरिया से लड़ने के सारे प्रयासों पर पानी फिर जाएगा।"
दिल्ली मेडिकल काउंसिल के सदस्य डॉ.पंकज सोलंकी ने कहा है कि यदि कोविड-19 और वेक्टर-जनित बीमारियां मिल गईं तो स्थिति बहुत खराब हो सकती है। उन्होंने कहा, "पहले से ही कोविड -19 संक्रमण से पीड़ित रोगियों में ब्लड प्लेटलेट्स में आई गिरावट घातक साबित होगी।"
राहुल गांधी द्वारा ट्वीट किए गए वीडियो मे दिखाया गया है कि कैसे आज पूरा देश कोरोना जैसी जानलेवा बीरमारी से जूझ रहा है। वहीं, इस महामारी में भी बीजेपी ‘शर्मनाक’ हरकतों और साजिशों से बाज नहीं आ रही है। वीडियो दिखाया गया है कि पूरा देश जहां कोरोना महामारी से जूझ रहा है, वहीं इस मुश्किल घड़ी में भी बीजेपी लोकतंत्र को गिराने उसे बर्बाद करने में जुटी हुई है। वीडियो में कहा गया है कि 2018 में राजस्थान की जनता ने अपने वोटों से कांग्रेस को राज्य में बहुमत दिया था, लेकिन कांग्रेस की चुनी हुई सरकार के खिलाफ बीजेपी षड्यंत्र रच रच रही है और सरकार को गिराने में जुटी हुई है।
राहुल गांधी द्वारा ट्वीट किए गए वीडियो में कहा गया है कि मध्य प्रदेश में भी ठीक इसी तरह की बीजेपी ने कांग्रेस की चुनी हुई सरकार के खिलाफ साजिश रची थी और सरकार को गिरा दिया था और अब बीजेपी राजस्थान में लोकतंत्र की हत्या की कोशिश कर रही है। वीडियो में कहा गया है कि हम यह मांग करते हैं कि बीजेपी को चुनी हुई सरकार के खिलाफ इस तरह की हरकतों को रोकनी चाहिए, हमारी आप से अपील है कि लेकतंत्र के लिए आगे आइए और अपनी आवाज बुलंद कीजिए।
वहीं, कांग्रेस पार्टी #SpeakUpForDemocracy के तहत ट्वीट कर कहा, “2018 के विधानसभा चुनाव में राजस्थान की जनता ने कांग्रेस पार्टी पर विश्वास जताया था। लेकिन बीजेपी सरकार जनमत का अनादर कर लोकतांत्रिक प्रक्रिया से चुनी हुई सरकार को गिराने का षड्यंत्र रच रही है। हमारे #SpeakUpForDemocracy अभियान से जुड़ कर लोकतंत्र के लिए अपनी आवाज बुलंद कीजिए।”
इससे पहले शनिवार को राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने कोरोना संकट के समय श्रमिक ट्रेनों के माध्यम से आपदा को मुनाफे में बदल दिया। उन्होंने एक खबर शेयर करते हुए ट्वीट किया, बीमारी के ‘बादल’ छाए हैं, लोग मुसीबत में हैं। आपदा को मुनाफे में बदल कर कमा रही है गरीब विरोधी सरकार।
कांग्रेस नेता ने जो खबर शेयर की उसके मुताबिक, श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से रेलवे को 428 करोड़ रुपये की आमदनी हुई। गौरतलब है कि कोरोना वायरस के मद्देनजर 24 मार्च को देश में लॉकडाउन लागू होने के बाद तमाम शहरों में बड़ी संख्या में प्रवासी फंस गए थे। श्रमिकों को उनके प्रदेश अथवा गृह जिले तक पहुंचाने के लिए सरकार ने श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था की थी। श्रमिक स्पेशल ट्रेनें एक मई से चलाई गई थी।
तिरुपति, 26 जुलाई (आईएएनएस)| आंध्र प्रदेश में 101 वर्षीय एक बुजुर्ग महिला ने कोरोनावायरस जैसी घातक बीमारी से जंग जीतकर एक उदाहरण पेश किया है। उनके डॉक्टर का कहना है कि उनकी इच्छाशक्ति इस बीमारी से लड़ने में उनकी ताकत बनी। यह बुजुर्ग महिला अब अन्य कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए प्रेरणास्रोत बन गई है। वह ऐसे समय में ठीक हुई हैं जब राज्य में कोरोनोवायरस के मामलों और मौतों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है।
पलाकुरी मंगम्मा को शनिवार को श्री वेंकटेश्वर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसवीआईएमएस) से छुट्टी दे दी गई। वह राज्य में कोरोना से ठीक होने वाली सबसे उम्रदराज मरीज हैं।
तिरुपति की रहने वाली महिला को लगभग 10 दिनों पहले कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद एसवीआईएमएस में भर्ती कराया गया था। सबसे कमजोर होने के बावजूद, महिला ने स्वास्थ्य में जबरदस्त सुधार दिखाया।
एसवीआईएमएस के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आर. राम ने कहा, "इलाज के प्रति उनकी अच्छी प्रतिक्रिया रही। वह अपनी इच्छा शक्ति से इस बीमारी को हरा सकी। यह निश्चित रूप से कई लोगों के लिए प्रेरणा है।" उन्होंने आशा जताई की बुजुर्ग महिला की रिकवरी कई अन्य लोगों को प्रेरित करेगी।
डॉ. राम ने कहा कि इच्छाशक्ति बहुत मायने रखती है कई लोग कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद उम्मीद खो देते हैं। मंगम्मा ऐसे लोगों के लिए एक मिसाल हैं।
हापुड़, 26 जुलाई (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है जहां अपने बेटे के हिंसक व्यवहार और भव्य जीवनशैली से परेशान होकर एक पिता ने उसका कत्ल करवा दिया। सिंभौली इलाके में बुधवार की सुबह पीड़ित ऋषभ तोमर अपने कार में मृत पाया गया। उसके गले पर रेंतने के निशान मिले।
इस मामले को सुलझाने में पुलिस को महज दो दिन लगे। मृत लड़के के पिता कमल चंद तोमर और भाड़े पर लिए गए दो अपराधियों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। कमल ने इन्हें इस काम के लिए दो लाख रुपये चुकाए थे।
एक ऑटोमोबाइल रिपेयर शॉप के मालिक कमल ने पुलिस स्टेशन में संवाददाताओं को बताया, "मेरे बेटे ने अपना होश खो दिया था। वह गालियां देता था और यहां तक कि पैसे के लिए वह मुझे और अपनी मां को पीटता भी था। एक बार उसने अपनी मां का हाथ ही तोड़ डाला था। मैं उसे एक डॉक्टर के पास भी लेकर गया था और उसका ट्रीटमेंट चल रहा था, लेकिन अब वह हर दूसरे दिन पैसे की मांग करता था। हमारी जिंदगी जहन्नुम हो गई थी। मेरे पास इसके अलावा और कोई रास्ता नहीं था।"
हापुड़ के पुलिस अधीक्षक (एसपी) संजीव सुमन ने कहा, "कमल चंद ने ऋषभ की हत्या करवाने के लिए अपने पड़ोसी कमल पाल को दो लाख रुपये दिए थे। पाल ने अपने एक दोस्त प्रमोद को इसमें शामिल किया जो ऋषभ को अच्छे से जानता था। वे ऋषभ को सिंभौली लेकर गए जहां इन्होंने मिलकर शराब पिया और बाद में ऋषभ की हत्या कर दी।"
एसपी ने कहा, "जब ऋषभ के माता-पिता ने आकर हमें मर्डर के बारे में बताया तभी हमें शक हुआ। वे ज्यादा परेशान नहीं दिख रहे थे और न ही उन्होंने शव का पोस्ट मॉर्टम करवाने के लिए हमसे कुछ कहा। प्राथमिकी दर्ज कराने को लेकर भी उनमें कोई दिलचस्पी नहीं थी। बाद में गहरी छानबीन के बाद हमें इस पूरी प्रक्रिया के बारे में पता चला। हमने किराए पर लिए गए युवाओं से 1.3 लाख रुपये निकलवाया है।"
वडोदरा, 26 जुलाई (वार्ता)। पश्चिम रेलवे के गुजरात में वडोदरा मंडल के वडोदरा रेलवे स्टेशन को भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने ‘ईट राइट स्टेशन’ का प्रमाण-पत्र प्रदान किया है।
मंडल के जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीना ने रविवार को बताया कि वडोदरा रेलवे स्टेशन को फाइव स्टार रेटिंग के साथ ‘ईट राइट स्टेशन’ का दर्जा मिला है। एफएसएसएआई ने अपनी टैगलाइन ‘सही भोजन, बेहतर जीवन’ के तहत निर्धारित मानकों पर खरा उतरने पर वडोदरा स्टेशन को फाइव स्टार की रेटिंग दी है। इसके अंतर्गत स्टेशन पर खाद्य संरक्षा, स्वच्छता और खाद्य प्रबंधन सेवा जैसे मानकों को देखा गया।
नई दिल्ली, 26 जुलाई (वार्ता)। डीजल की कीमत रविवार को लगातार दूसरे दिन बढ़ते हुए दिल्ली में 82 रुपये प्रति लीटर के करीब पहुंच गई, जबकि मुंबई में यह 80 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंच गयी। पेट्रोल के दाम लगातार 27वें दिन स्थिर रहे।
देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज डीजल की कीमत 15 पैसे बढक़र 81.94 रुपये प्रति लीटर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। मुंबई में यह 14 पैसे महंगा होकर 80.11 रुपये प्रति लीटर बिका। कोलकाता और चेन्नई में डीजल का मूल्य 13-13 पैसे की वृद्धि के साथ क्रमश: 77.04 रुपये और 78.86 रुपये प्रति लीटर पर रहा जो अक्टूबर 2018 के बाद का उच्चतम स्तर है।
दिल्ली में पेट्रोल का मूल्य 80.43 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर रहा जो 27 अक्टूबर 2018 के बाद का उच्चतम स्तर है। कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में भी पेट्रोल की कीमत क्रमश: 82.10 रुपये, 87.19 रुपये और 83.63 रुपये प्रति लीटर पर टिकी रही।
नई दिल्ली, 26 जुलाई (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोविड-19 संकट को लेकर कहा कि इसका खतरा अभी तक खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने ये बात मासिक रेडियो कार्यक्रम-मन की बात में कही।
नई दिल्ली, 26 जुलाई (वार्ता)। देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में हो रही तेज वृद्धि के बीच पिछले 24 घंटों में राहत की बात यह रही कि इस दौरान सर्वाधिक 36 हजार से अधिक मरीज संक्रमणमुक्त हुए जिससे स्वस्थ हुए लोगों की संख्या 8.85 लाख के पार पहुंच गई।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से रविवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में पिछले 24 घंटों में 36,145 लोग स्वस्थ हुए हैं जिससे रोगमुक्त हुए लोगों की संख्या में 8,85,577 हो गयी है। इस दौरान 48,661 नये मामले सामने आने से संक्रमितों का आंकड़ा बढक़र 13,85,522 हो गया तथा इस अवधि में 705 लोगों की मौत होने से कुल मृतक संख्या 32,063 हो गयी। देश में अभी कोरोना संक्रमण के 4,67,882 सक्रिय मामले हैं।
विभिन्न राज्यों में पिछले 24 घंटों के दौरान स्थिति पर नजर डालें तो सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र में संंक्रमण के 9,251 नये मामले सामने आये और 257 लोगों की मौत हुई। यहां अब संक्रमितों का आंकड़ा 3,66,668 और मृतकों की संख्या 13,389 है, वहीं 2,07,194 लोग संक्रमण मुक्त हुए हैं।
संक्रमण के मामले में दूसरे स्थान पर स्थित तमिलनाडु में इस दौरान 6,988 नए मामले सामने आये और 89 लोगों की मौत हुई जिससे संक्रमितों की संख्या 2,06,737 और मृतकों का आंकड़ा 3,409 हो गया है। राज्य में 1,51,055 लोगों को अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना महामारी की स्थिति अब कुछ नियंत्रण में है और यहां संक्रमण के मामलों में वृद्धि की रफ्तार थोड़ी कम हुई है। राजधानी में अब तक 1,29,531 लोग कोरोना की चपेट में आये हैं तथा इसके कारण मरने वालों की संख्या 3,806 हो गयी है। यहां अब तक 1,13,068 मरीज रोगमुक्त हुए हैं।
दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक संक्रमितों की संख्या के मामले में चौथे स्थान पर पहुंच गया है। राज्य में 90,942 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 1,796 लोगों की इससे मौत हुई है, वहीं 33,750 लोग स्वस्थ भी हुए हैं।
आंध्र प्रदेश में संक्रमितों की संख्या में तेजी से वृद्धि होने के कारण यह सर्वाधिक प्रभावित राज्यों की सूची में उत्तर प्रदेश और गुजरात से आगे निकल गया है। राज्य में 88,671 लोग संक्रमित हुए हैं तथा मरने वालों की संख्या 985 हो गयी है, जबकि 43,255 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
आबादी के हिसाब से देश का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश कोरोना संक्रमण के मामले में गुजरात को पीछे छोडक़र छठे स्थान पर आ गया है। राज्य में अब तक 63,742 मामले सामने आए हैं तथा इस महामारी से 1,387 लोगों की मौत हुई है जबकि 39,903 मरीज ठीक हुए हैं।
देश का पश्चिमी राज्य गुजरात संक्रमण के मामले में सातवें स्थान पर है, लेकिन मृतकों की संख्या के मामले में यह महाराष्ट्र, दिल्ली और तमिलनाडु के बाद चौथे स्थान पर है। गुजरात में 54,626 लोग वायरस से संक्रमित हुए हैं तथा 2,300 लोगों की मौत हुई है। राज्य में 39,631 लोग इस बीमारी से स्वस्थ भी हुए हैं।
पश्चिम बंगाल में 56,377 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आए हैं तथा 1,332 लोगों की मौत हुई है, वहीं अब तक 35,654 लोग स्वस्थ हुए हैं।
दक्षिण भारतीय राज्य तेलंगाना से आज कोरोना के आंकड़े अद्यतन नहीं किये गये हैं। राज्य में कल तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 52,466 हो गयी थी और 455 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 40,334 लोग इस महामारी से ठीक हुए थे।
राजस्थान में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या 35,298 हो गयी है और अब तक 613 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 25,306 लोग पूरी तरह ठीक हुए हैं। हरियाणा में 30,538 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं तथा 389 लोगों की मौत हुई है।
कोरोना की महामारी से मध्य प्रदेश में 799, जम्मू-कश्मीर में 305, पंजाब में 291, बिहार में 234, ओडिशा में 130, असम में 77, झारखंड में 82, उत्तराखंड में 63, केरल में 59, पुड्डुचेरी में 38, छत्तीसगढ़ में 39, गोवा में 33, चंडीगढ़ में 13, हिमाचल प्रदेश और त्रिपुरा मे 11, मेघालय में पांच, नागालैंड में चार, अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख में तीन-तीन तथा दादर-नागर हवेली एवं दमन-दीव में दो-दो लोगों की मौत हुई है।
नई दिल्ली, 26 जुलाई (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मासिक रेडियो कार्यक्रम -मन की बात- के दौरान कारगिल विजय दिवस पर चर्चा करते हुए कहा कि कारगिल का युद्ध जिन परिस्थितियों में हुआ था, वो भारत कभी नहीं भूल सकता। प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान ने बड़े-बड़े मंसूबे पालकर भारत की भूमि हथियाने और अपने यहां चल रहे आंतरिक कलह से ध्यान भटकाने को लेकर दुस्साहस किया था। भारत तब पाकिस्तान से अच्छे संबंधों के लिए प्रयासरत था लेकिन, कहा जाता है न दुष्ट का स्वभाव ही होता है, हर किसी से बिना वजह दुश्मनी करना।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ऐसे स्वभाव के लोग, जो हित करता है, उसका भी नुकसान ही सोचते हैं, इसीलिए भारत की मित्रता के जवाब में पाकिस्तान द्वारा पीठ में छुरा घोंपने की कोशिश हुई थी,लेकिन, उसके बावजूद भारत की वीर सेना ने जो पराक्रम दिखाया, भारत ने अपनी जो ताकत दिखाई, उसे पूरी दुनिया ने देखा।
उन्होंने कहा कि आज 26 जुलाई है। आज का दिन बहुत खास है। आज कारगिल विजय दिवस है। 21 साल पहले आज के ही दिन कारगिल के युद्ध में हमारी सेना ने भारत की जीत का झंडा फहराया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, आप कल्पना कर सकते हैं। आप कल्पना कर सकते हैं कि ऊचें पहाडों पर बैठा हुआ दुश्मन और नीचे से लड़ रही हमारी सेना, हमारे वीर जवान लेकिन जीत पहाड़ की ऊंचाई की नहीं,भारत की सेनाओं के ऊंचे हौंसले और सच्ची वीरता की हुई। उस समय, मुझे भी कारगिल जाने और हमारे जवानों की वीरता के दर्शन का सौभाग्य मिला, वो दिन, मेरे जीवन के सबसे अनमोल क्षणों में से एक है।
प्रधानमंत्री मोदी ने देश के नौजवानों से आग्रह करते हुए कहा कि आज दिन-भर कारगिल विजय से जुड़े हमारे जाबाजों की कहानियां, वीर-माताओं के त्याग के बारे में, एक-दूसरे को बताएं और साझा करें। गैलेंट्री अवार्ड वेबसाइट पर विजिट करें, जहां वीर पराक्रमी योद्धाओं और उनके पराक्रम के बारे में बहुत सारी जानकारियां प्राप्त होंगीं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कारगिल युद्ध के समय अटल जी ने लालकिले से जो कहा था, वो, आज भी हम सभी के लिए बहुत प्रासंगिक है। अटल जी ने, तब, देश को, गांधी जी के एक मंत्र की याद दिलाई थी। महात्मा गांधी का मंत्र था, कि, यद किसी को कभी कोई दुविधा हो, कि, उसे क्या करना, क्या न करना, तो, उसे भारत के सबसे गरीब और असहाय व्यक्ति के बारे में सोचना चाहिए। उसे ये सोचना चाहिए कि जो वो करे जा रहा है, उससे, उस व्यक्ति की भलाई होगी या नहीं होगी।
गांधी जी के इस विचार से आगे बढ़कर अटल जी ने कहा था, कि, कारगिल युद्ध ने, हमें एक दूसरा मंत्र दिया है-ये मंत्र था, कि, कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले, हम ये सोचें, कि, क्या हमारा ये कदम, उस सैनिक के सम्मान के अनुरूप है जिसने उन दुर्गम पहाड़ियों में अपने प्राणों की आहुति दी थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, युद्ध की परिस्थिति में, हम जो बात कहते हैं, करते हैं, उसका सीमा पर डटे सैनिक के मनोबल पर उसके परिवार के मनोबल पर बहुत गहरा असर पड़ता है। इसलिए हमारा आचार, व्यवहार, वाणी, बयान, हमारे लक्ष्य, सभी, कसौटी में ये जरूर रहना चाहिए कि हम जो कर रहे हैं, कह रहे हैं, उससे सैनिकों का मनोबल बढ़े, उनका सम्मान बढ़े। राष्ट्र सर्वोपरि का मंत्र लिए, एकता के सूत्र में बंधे देशवासी, हमारे सैनिकों की ताकत को कई हजार गुणा बढ़ा देते हैं। हमारे यहां तो कहा गया है न संघे शक्ति कलयुगे।
नई दिल्ली, 26 जुलाई (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कारगिल विजय दिवस पर कहा कि पाकिस्तान ने कारगिल युद्ध के रूप में भारत को धोखा दिया था लेकिन हमारी सेनाओं ने वीरता का प्रदर्शन करते हुए उसके मंसूबों पर पानी फेरा था और पूरी दुनिया इसकी गवाह बनी थी। प्रधानमंत्री मोदी ने यह बात शनिवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में कही।
मुंबई, 25 जुलाई (आईएएनएस)| अभिनेता राजीव खंडेलवाल अभिनीत नक्सलबारी की शूटिंग शुरू हो चुकी है। इस अवसर पर अभिनेता ने कहा कि वह इस वेब श्रृंखला में एक एसटीएफ एजेंट की भूमिका निभा रहे हैं। राजीव खंडेलवाल ने कहा, "इसमें बहुत तीव्रता है। स्तब्धता इसके लिए एक स्वाभाविक प्रश्न है और मूंछें रखना एक ऐसी चीज है जिसे मैंने पहली बार रखी है। उम्मीद है कि दर्शक इसे स्वीकार करेंगे। सबसे बड़ी चुनौती सही तीव्रता के साथ शांति को संतुलित करना है, जिसे सहजता से होना होगा।"
उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर, यह निर्देशक पार्थो मित्रा के लिए बहुत बड़ा टास्क है। अभी शूटिंग का सबसे दिलचस्प हिस्सा, बारिश में घने जंगलों में एक्शन दृश्य शूट करना हैं, जहां चारों ओर कीचड़ है। कीड़े, पक्षियों और कभी-कभार सांप की अनुकूल कंपनी, इसे मजेदार और रोमांचक बना देती है। सुबह से ले कर शाम तक, यह अपने आप में एक नया अनुभव है।
आठ-एपिसोड की यह एक्शन से भरपूर सीरीज, एक लाल विद्रोह के खिलाफ नायक की लड़ाई की एक काल्पनिक कहानी है। यह राघव (राजीव खंडेलवाल) के लिए समय के खिलाफ एक दौड़ है - एक पुलिस वाला, जो दिन बचाने के लिए सभी बाधाओं के खिलाफ खड़ा है। एक्शन से भरपूर यह सीरीज महाराष्ट्र और महानगरों के घने जंगलों के बीच स्थापित है, जो नक्सलवादी के लिए नया अड्डा बन गया है।
स्टार कास्ट में राजीव खंडेलवाल (राघव), टीना दत्ता (केतकी), श्रीजिता डे (प्रकृति), सत्यदीप मिश्रा (पाहन), शक्ति आनंद (बिनु अत्रम) और आमिर अली (केसवानी) प्रमुख भूमिकाओं में हैं। नक्सलबारी को इस वर्ष के अंत में विशेष रूप से जी5 पर रिलीज किया जाएगा।
--आईएएनएस
नई दिल्ली/लद्दाख, 25 जुलाई (आईएएनएस)| लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा(एलएसी) के पास डेढ़ महीना पहले भारतीय सेना के साथ हुए झड़प के बाद अब चीनी सेना पीछे हट गई है, लेकिन उसने पोंगोंग सो क्षेत्र में कई नए निर्माण किए हैं। यह जानकारी नवीनतम सेटेलाइट इमेज से प्राप्त हुई है।
इस महीने की शुरुआत में, दोनों देश गलवान घाटी में विवादास्पद पेट्रोल पोस्ट 14(पीपी14) से पीछे हट गए थे, जहां 15 जून को हुए हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे और अज्ञात संख्या में चीनी जवान मारे गए थे। गलवान घाटी में दोनों तरफ 3 किलोमीटर का बफर जोन बनाया गया, लेकिन पेंगोंग सो क्षेत्र में तनाव जारी रहा।
मेक्सर से आईएएनएस द्वारा प्राप्त 15 जुलाई के सेटेलाइट इमेज में दिख रहा है कि फोक्सहोल प्वाइंट पर चीनी निर्माण हो रहा है, वहां पीएलए ने कई तारपॉलिन टेंट लगाए हैं।
एक वरिष्ठ रक्षा विशेषज्ञ ने आईएएनएस से पुष्टि करते हुए कहा कि यह स्पष्ट है कि ये चीनी टेंट हैं क्योंकि पीएलए का टेंट लाल तारपॉलिन का है और यह चीन की तरफ है। इसके अलावा पीएलए स्क्वायर टेंट और भारत इग्लू व राउंड शेप टेंट का प्रयोग करता है।
सेटेलाइट इमेज में भारतीय टेंटों की दो बड़ी स्थापनाएं भी दिखती है, ऊपर का सफेद क्लस्टर इग्लू आकार का है और निचला हरा क्लस्टर गोल शेप का है।
विशेषज्ञ ने कहा, "कई और टेंट भी एलएसी को चिह्न्ति करते हुए फिंगर 4 की ऊंचाई पर दिखाई देते है, जहां के बारे में गूगल अर्थ बताता है कि यही एलएसी है।"
भारत और चीन के बीच एलएसी लद्दाख में पहाड़ी ठंडे रेगिस्तान में है, जो पानी और भूमि से होकर गुजराता है और इसमें 135 किलोमीटर लंबा पेंगोंग सो समाहित है।
--आईएएनएस
श्रीनगर, 25 जुलाई। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने शनिवार को यहां कहा कि उन्हें दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के बिजबेहरा में अपने नाना व पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की कब्र पर जाने की अनुमति नहीं दी गई। इल्तिजा मुफ्ती ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि उन्होंने चार दिन पहले अनुमति मांगी थी। उन्होंने कहा, "मुझे बताया गया है कि वह एक रेड जोन है, इसलिए मैं बिजबेहरा नहीं जा सकती।"
उन्होंने कहा, "यह दोहरा रवैया है। जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेतृत्व को कश्मीर में कहीं भी जाने की अनुमति है, वहीं मुझे रोक दिया गया है।"
जबकि दो पूर्व मुख्यमंत्रियों सहित अन्य एसएसजी सुरक्षा प्राप्त व्यक्तियों को गुलमर्ग की यात्रा करने की अनुमति दी गई थी, समस्या तब हो गई जब उन्होंने (इल्तिजा) ने क्षेत्र का दौरा करने की अनुमति मांगी। उन्होंने कहा, "मुझे जम्मू-कश्मीर में केंद्र सरकार के कृत्यों के खिलाफ बोलने की सजा दी जा रही है।"
उन्होंने दावा किया कि उन्हें पहले भी अपने नाना की कब्र पर जाने से रोका जा चुका है। उन्होंने कहा, "मैं जनवरी में वहां जाना चाहती थी, लेकिन अनुमति देने से इनकार कर दिया गया था।"(ians)
हरियाणा, 25 जुलाई। एक ही परिवार की तीन सगी बहनों ने IAS बनकर कामयाबी की एक अनूठी मिसाल पेश की है।
केशनी आनंद अरोड़ा, मीनाक्षी आनंद चौधरी और उर्वशी गुलाटी वो तीन बहने हैं जिन्होंने अपने परिवार का नाम रोशन किया है। ये तीनों बहनें, पंजाब विश्वविद्यालय में प्रोफेसर पद से रिटायर हुए जे.सी. आनंद की बेटियां हैं। तीनों ने सालों पहले आईएएस बनकर पिता का सीना गर्व से चौड़ा किया था और एक बार फिर इन तीनों बहनों ने सभी को गर्व करने का मौका दिया है। इन तीनों बहनों को हरियाणा के मुख्य सचिव पद पर काम करने का गौरव हासिल हुआ है।
इतिहास में शायद यह पहली बार हुआ है जब एक ही परिवार की 3 बेटियों ने कामयाबी की यह इबारत लिखी हो।
केशनी आनंद 1983 बैच की आईएएस अधिकारी रही हैं। 30 जून 2019 को उन्होने हरियाणा की मुख्य सचिव का पदभार संभाला था और 30 सितंबर 2020 को वह रिटायर होंगी। इससे पहले उनकी दो बहनें (मीनाक्षी आनंद चौधरी और उर्वशी गुलाटी) भी मुख्य सचिव की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं।(thebetterindia)
नई दिल्ली, 25 जुलाई। विदेश में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों और विदेश में जाने की तैयारी कर रहे भारतीय छात्रों के लिए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने 'स्टे इन इंडिया और स्टडी इन इंडिया' का नया नारा दिया है। 'स्टडी इन इंडिया' मंत्रालय का एक प्रोग्राम है।
नए नारे को साकार करने को लेकर लेकर एक कमेटी बनाई गई है जिसे 15 दिनों में अपनी रिपोर्ट देनी है।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने कहा, "कोविड महामारी से पैदा हुई स्थिति की वजह से विदेश में पढ़ाई करने की चाह रखने वाले कई छात्रों ने भारत में रहने का फैसला लिया है। कई ऐसे छात्र जो विदेश में पढ़ाई कर रहे हैं वो भारत आना चाहते हैं। मंत्रालय को दोनों ही तरह के छात्रों को ध्यान में रखकर उनकी जरूरतों को पूरा करने की तमाम कोशिशें करनी चाहिए।"
विदेश जाने की चाह रखने वाले छात्रों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ऐसे कदम उठाने और ऐसे अवसर देने के फैसले लिए गए हैं जिसके तहत उन्हें भारत में रोका जा सके। इसके लिए मंत्रालय उन्हें भारत के सर्वोत्तम संस्थानों में पढ़ाई का मौका देने की तैयारी करने वाला है। वहीं, विदेश में पढ़ रहे ऐसे छात्र जो भारत लौटना चाहते हैं उन्हें उनका प्रोग्राम पूरा करने में मदद करने की भी तैयारी की जा रही है।
इसे लेकर एक कमेटी बनाई जानी है जिसके प्रमुख यूजीसी के चेयरमैन डीपी सिंह होंगे। कमेटी को ज्यादा से ज्य़ादा छात्रों को भारत में रोकने को लेकर एक गाइडलाइन तैयार करनी है। इसका रास्ता भी बताना है कि अच्छे विश्वविद्यालयों में छात्रों की संख्या को कैसे बढ़ाया जा सकता है। इसके अलावा मल्टी डिसिप्लिनरी और इनोवेटिव प्रोग्राम शुरू करने के रास्ते भी तलाशे जाएंगे।
इन प्रयासों के तहत ट्विनिंग और ज्वाइंट डिग्री प्रोग्राम, क्रॉस कंट्री डिजाइनिंग सेंटर, विदेश के मशहूर शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन लेक्च र, अकादमिक और व्यापार जगत को लिंक करने, ज्वाइंट डिग्री वेंचर शुरू करने और भारतीय उच्च संस्थानों में लेटरल एंट्री देने पर भी गौर किया जाएगा। इन फैसलों के तहत एआईसीटीई के चेयरमैन अनिल सहस्रबुद्धे तकनीकी संस्थानों से जुड़े मुद्दों पर काम करेंगे।
आईआईटी, एनआईटी, आईआईआईटी, काउंसिल ऑफ आर्किटेक्चर और केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की अलग से सब कमेटी बनाई जानी है। ये कमेटियां यूजीसी और एआईसीटीई के चेयरमैन की सहायता करेंगी। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के चेयरमैन और सीबीएसई के चेयरमैन से भी शिक्षा जगत में उनके अनुभव के आधार पर सलाह ली जा सकती है।(ians)
मथुरा, 25 जुलाई। उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में सरकार के आदेश पर अवैध सम्पत्ति अर्जित करने वाले बदमाशों के खिलाफ चलाए जा रहे कुर्की एवं तोड़-फोड़ की कार्यवाही का नेतृत्व करने वाले सहायक अभिलेख अधिकारी एवं एसडीएम राजीव उपाध्याय को बदमाशों ने जान से मारने की धमकी दी है.
डिप्टी कलेक्टर राजीव उपाध्याय ने बताया, ‘मैं उस समय आफीसर्स कालोनी के अपने घर में था कि तभी (शुक्रवार) रात करीब 9 बजकर 20 पर एक सफेद रंग की एसयूवी मेरे आवास के बाहर आकर रुकी. उसमें पांच-छह आदमी हथियार के साथ बैठे हुए थे. उन्होंने वहां पहरा दे रहे होमगार्ड के जवान से कहा कि ‘उसका (उपाध्याय का) समय पूरा हो गया है. वह कहीं भी दुकानें तुड़वाने और ग्राम समाज की जमीन खाली करवाने पहुंच जाता है. उसे यह बहुत भारी पड़ने वाला है. हम उसे जल्द निपटा देंगे.’
धमकी देने के बाद बदमाश मौके से फरार हो गए. एसडीएम ने इस मामले की जानकारी तत्काल जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दी.
जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र ने एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर को उनकी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के निर्देश देते हुए तत्काल प्रभाव से एक गनर नियुक्त करने के आदेश दिए. इस घटना के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
कानपुर पुलिस मुठभेड़ के वांछित अभियुक्त विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद सरकार द्वारा बदमाशों के खिलाफ विशेष धरपकड़ अभियान चलाया जा रहा है.(theprint)
जयपुर, 25 जुलाई। राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बड़ा बयान सामने आया है। जयुपर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में उन्होंने कहा कि अगर जरूरत हुई तो राष्ट्रपति भवन जाएंगे और राष्ट्रपति से मिलेंगे। अगर जरूरत पड़ी तो प्रधानमंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन भी करेंगे। विधानसभा सत्र बुलाने की मांग को लेकर सीएम गहलोत एक बार फिर से राज्यपाल कलराज मिश्र से आज मुलाकात करेंगे।
विधायक दल की बैठक में सीएम गहलोत का बड़ा बयान
जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पहले शाम चार बजे राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलने का कार्यक्रम था। हालांकि, अब ऐसी खबर है कि सीएम शाम तक में राज्यपाल से मिलेंगे। इस बीच मुख्यमंत्री आवास (सीएमआर) पर कैबिनेट की बैठक हुई। बैठक में विधानसभा सत्र प्रस्ताव पारित हुआ। अब राज्यपाल से मुलाकात कर इसे सौंपा जाएगा। इससे पहले शनिवार को जयपुर के फेयरमोंट होटल में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। जिसमें मौजूदा सियासी हालात पर चर्चा हुई।
'जरूरत पड़ी तो पीएम के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे'
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सीएम अशोक गहलोत ने कहा, 'जरूरत पड़ने पर हम राष्ट्रपति से मिलने राष्ट्रपति भवन जाएंगे। साथ ही, आवश्यकता पड़ने पर हम पीएम के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे।' गहलोत विधानसभा में बहुमत परीक्षण के जरिए विरोधियों को जवाब देना चाहते हैं। ये बताना चाहते हैं कि सचिन पायलट की बगावत से उनकी सरकार को कोई खतरा नहीं है। यही वजह है कि वो लगातार राज्यपाल से विधानसभा का सत्र बुलाने की मांग कर रहे हैं। हालांकि, अभी तक राज्यपाल की ओर से इसको लेकर स्पष्ट तौर पर कुछ भी नहीं कहा गया है।
सुरजेवाला का ट्वीट- संविधान और लोकतंत्र की रक्षा हम करेंगे
राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट किया है। उन्होंने इसमें बीजेपी पर निशाना साधा है। सुरजेवाला ने लिखा, 'राजस्थान में जनता की निर्वाचित सरकार धरने पर बैठी है, बीजेपी जनमत की हत्या में मगन है, प्रजातंत्र बेड़ियों में है, और देश खतरे में है! संविधान और लोकतंत्र की रक्षा हम करेंगे। संघर्ष की इस आंधी के बाद नया दृष्य आएगा, मूल्यों और नीति का झंडा फिर से लहराएगा।'
राज्यपाल से मिलेंगे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष
दूसरी ओर, बीजेपी के नेता राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलने पहुंचे हैं। राज्य में कोरोना और उससे उत्पन्न स्थितियों को लेकर राज्यपाल राजस्थान बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल मुलाकात करने पहुंचा है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया की अगुआई में ये प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलने पहुंचा। बीजेपी नेताओं के मुताबिक, प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण और उससे उत्पन्न स्थितियों के बारे में चर्चा और सुझाव को लेकर मुलाकात करने पहुंचे हैं।(nbt)