राष्ट्रीय
श्रीनगर, 25 जुलाई। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों ने शनिवार को जैश-ए-मुहम्मद (जेईएम) के एक आतंकी ठिकाने का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने कहा कि एक विशिष्ट खुफिया इनपुट मिलने के बाद पुलिस, राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने मिलकर कार्रवाई करते हुए शनिवार तड़के चिनफडी मचामा (त्राल) के वन क्षेत्र में एक तलाशी अभियान शुरू किया।
पुलिस ने कहा, "तलाशी अभियान के दौरान 8 फीट लंबे, 8 फीट चौड़े और 5-फीट की ऊंचाई वाले जैश के आतंकवादियों के ठिकाने को नष्ट कर दिया गया। नष्ट किए गए ठिकाने से जेएम संगठन की कई आपत्तिजनक और भड़काने वाली सामग्री बरामद की गई है। इन सामग्रियों को जांच के उद्देश्य से पुलिस ने बरामद कर लिया है। वहीं संबंधित पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है।"(ians)
कानपुर, 25 जुलाई। उत्तर प्रदेश सरकार ने कानपुर में एक लैब टेक्नीशियन 27 वर्षीय संजीत राय के अपहरण और हत्या के मामले में बर्रा पुलिस स्टेशन के आठ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही कानपुर दक्षिण की एएसपी अपर्णा गुप्ता, डीप्टी एसपी मनोज गुप्ता को भी निलंबित कर दिया गया है।
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, इसी मामले में एक हफ़्ते पहले एसएचओ रंजीत राय को सस्पेंड किया गया था।
इस मामले में संजीत राय के परिवार का दावा है कि उन्होंने कथित रूप से कहने पर पुलिस के कहने पर 30 लाख रुपये की फिऱौती दी है।
हालांकि, पुलिस प्रशासन का कहना है कि इस मामले में अब तक की जांच में सामने आया है कि पीडि़त परिवार ने किसी तरह की फिरौती नहीं दी है।(bbc.com/hindi)
नई दिल्ली, 25 जुलाई। भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर उर्जित पटेल ने अपनी नई किताब ‘ओवरड्राफ्ट : सेविंग द इंडियन सेवर’ की रिलीज के दौरान बैंकरप्सी कानून के नियमों में ढील दिए जाने पर केंद्र सरकार की आलोचना की है।
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, उर्जित पटेल ने कहा है कि केंद्र सरकार ने इंसॉल्वेंसी और बेंकरप्सी कानून के नियमों में ढील दी और केंद्रीय बैंक की शक्तियों में भी कमी की है जिससे एनपीए की समस्या को हल करने के लिए साल 2014 से जो कोशिशें की गई थीं, उन पर नकारात्मक असर पड़ा है।
वहीं, हिंदी दैनिक जनसत्ता ने भी इस ख़बर को प्रमुखता से छापा है।
सितंबर 2016 से लेकर दिसंबर 2018 तक आरबीआई के गवर्नर पद पर रहे उर्जित पटेल ने बताया कि आरबीआई चाहता था कि बैंकरप्सी क़ानून को सख्त बनाया जाए ताकि भविष्य में जो कंपनियां डिफॉल्ट करने की फिराक में हों उन्हें सबक़ मिले।
फऱवरी 2018 में आरबीआई की तरफ़ से एक सर्कुलर जारी किया गया था। इसमें कहा गया था कि जो भी लेनदार राशि नहीं चुका रहा है उन्हें डिफ़ॉल्टर्स की लिस्ट में डाला जाए। इसके अलावा सर्कुलर में यह भी कहा गया था कि जो कंपनी डिफ़ॉल्ट कर जाएगी उसके प्रमोटर इनसॉल्वेंसी ऑक्शन के दौरान कंपनी में हिस्सेदारी बायबैक नहीं कर सकते हैं। सरकार की इस पर राय जुदा थी। सरकार इस बात से सहमत नहीं थी।
उन्होंने बताया कि सर्कुलर के आने तक उनकी और सरकार की राय एक थी, उनकी वित्त मंत्री से बातचीत भी होती थी लेकिन इस सर्कुलर के आने के बाद उनकी और सरकार की राय जुदा हो गई। उन्होंने बताया कि सरकार चाहती थी कि बैंक अपना सर्कुलर वापस ले ले लेकिन बैंक ने ऐसा करने से इंकार कर दिया था। (bbc.com/hindi)
हैदराबाद, 25 जुलाई (भाषा)। एक महिला ने तेलंगाना उच्च न्यायालय का रुख कर आरोप लगाया कि उनके पति की कोरोना वायरस के कारण मौत हो गई है और एक निजी अस्पताल ने बिल बकाया होने की वजह से शव नहीं दिया है।
महिला दिहाड़ी मजदूर हैं और उन्होंने रिट याचिका में अदालत से राहत का अनुरोध किया है।
महिला के पति चौकीदार थे। उन्हें 13 जुलाई को तेज बुखार तथा सांस लेने में परेशानी की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
महिला ने याचिका में कहा कि अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें सूचित किया कि उनके पति की कोरोना वायरस से कारण 22 जुलाई को मौत हो गई।
महिला के वकील ने बताया कि याचिका को सूचीबद्ध कर दिया गया है।
याचिकाकर्ता के अनुसार, उन्होंने उधार लेकर शुरू में 2.50 लाख रुपये जमा कर दिए थे और 22 जुलाई को अस्पताल ने उन्हें बताया कि इलाज का कुल बिल 8.91 लाख रुपये है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, आरोप है कि महिला द्वारा जमा किए 2.50 लाख रुपये की अग्रिम राशि में कटौती के बाद अस्पताल अधिकारियों ने उससे 6.41 लाख रुपये का भुगतान करके अपने पति का शव ले जाने के लिए कहा था।
महिला ने उच्च न्यायालय से मांग की है कि अस्पताल के कार्यों को अवैध, मनमाना घोषित करे। साथ ही अनुरोध किया है कि अस्पताल प्रशासन बिल भुगतान पर जोर दिए बिना उसके पति के शव को सौंपने का निर्देश दे।
याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में राज्य और केंद्र सरकारों को अन्य उत्तरदाताओं के रूप में नामित किया है।
इस बीच कॉन्टिनेंटल अस्पताल (हैदराबाद) के सीईओ राहुल मेदाक्कारिन ने एक बयान में इन आरोपों का खंडन किया है।
उन्होंने कहा, ‘अस्पताल के सभी डॉक्टरों ने मरीज को बचाने के लिए 11 दिन आईसीयू में रखकर देखभाल की। सभी प्रयासों के बावजूद भी मरीज को नहीं बचा पाए।’
डॉक्टर ने कहा, ‘हम रोगी के परिवार के साथ सहानुभूति रखते हैं, लेकिन इस तरह के आरोप हमारे कर्मचारियों और डॉक्टरों के लिए बहुत निराशाजनक और अपमानजनक हैं।’ (thewirehindi)
भुवनेश्वर, 25 जुलाई (आईएएनएस)। ओडिशा राज्य में कोविड-19 के कारण 10 और मौतों की सूचना मिली है। ये राज्य में एक दिन में हुई मौतों की सबसे बड़ी संख्या है। इसके बाद यहां अब तक हुई कुल मौतों की संख्या बढक़र 130 हो गई है। नई मौतों में गंजम में 3, बालासोर में 2, सुंदरगढ़ में 2, रायगड़ा, झारसुगुड़ा और गजपति जिले में हुई 1-1 मौत शामिल है।
वहीं पिछले 24 घंटों में 1,320 नए मामलों की बड़ी वृद्धि के साथ यहां कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 24,013 तक बढ़ गई है।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक विभिन्न हॉटस्पॉट क्षेत्रों से 887 मामले सामने आए हैं और शेष 433 मामले स्थानीय संपर्क के हैं।
हॉटस्पॉट जिले गंजम में सबसे अधिक 560 मामले दर्ज हुए। इसके बाद खोड़ा में 174, गजपति में 90, पुरी में 90 और रायगड़ा में 65 मामले दर्ज किए गए।
राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या बढक़र 8,650 हो गई है और 15,200 मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं।
नई दिल्ली, 25 जुलाई (वार्ता)। पेट्रोल की कीमत शनिवार को लगातार 26वें दिन स्थिर रही, जबकि चार दिन स्थिर रहने के बाद डीजल के दाम में एक बार फिर बढ़ोतरी की गई।
देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज डीजल की कीमत 15 पैसे बढक़र 81.79 रुपये प्रति लीटर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। मुंबई में यह 14 पैसे महंगा होकर 79.97 रुपये प्रति लीटर बिका। कोलकाता में डीजल का मूल्य 14 पैसे और चेन्नई में 13 पैसे की वृद्धि के साथ क्रमश: 76.91 रुपये और 78.73 रुपये प्रति लीटर पर रहा जो अक्टूबर 2018 के बाद का उच्चतम स्तर है।
दिल्ली में पेट्रोल का मूल्य 80.43 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर रहा जो 27 अक्टूबर 2018 के बाद का उच्चतम स्तर है। कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में भी पेट्रोल की कीमत क्रमश: 82.10 रुपये, 87.19 रुपये और 83.63 रुपये प्रति लीटर पर टिकी रही।
श्रीनगर, 25 जुलाई (आईएएनएस)। श्रीनगर के बाहरी इलाके रणबीरगढ़ पंजीनारा में शनिवार को आतंकियों की सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए हैं। आईजी पुलिस विजय कुमार ने बताया है कि मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए हैं। मारे गए आतंकवादियों की पहचान का अभी तक पता नहीं चल पाया है।
सुरक्षा बलों ने एक विशिष्ट खुफिया इनपुट मिलने के बाद सुबह ऑपरेशन शुरू किया था।
पुलिस, सीआरपीएफ और सेना की एक संयुक्त टीम ने आतंकवादियों के छिपने की जगह की घेराबंदी की। इसके बाद उन पर हुई भारी गोलीबारी से मुठभेड़ शुरू हो गई।
मारे गए आतंकियों के पास से हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है।
नई दिल्ली, 25 जुलाई (वार्ता)। देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बीच पिछले 24 घंटों के दौरान 48,916 नये मामले सामने आने से कुल संक्रमितों का आंकड़ा 13.36 लाख के पार तथा 757 लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या 31 हजार से अधिक हो गई।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में पिछले 24 घंटों में संक्रमितों का आंकड़ा बढक़र 13,36,861 हो गया तथा कुल मृतक संख्या 31,358 हो गयी। इस दौरान कोरोना संक्रमण से 32,223 मरीजों के स्वस्थ होने के साथ संक्रमणमुक्त हुए लोगों की संख्या 8,49,432 हो गई। देश में अभी कोरोना संक्रमण के 4,56,071 सक्रिय मामले हैं।
विभिन्न राज्यों में पिछले 24 घंटों के दौरान स्थिति पर नजर डालें तो सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र में संंक्रमण के 9,615 नये मामले सामने आये और 278 लोगों की मौत हुई। यहां अब संक्रमितों का आंकड़ा 3,57,117 और मृतकों की संख्या 13,132 है, वहीं 1,99,967 लोग संक्रमण मुक्त हुए हैं।
संक्रमण के मामले में दूसरे स्थान पर स्थित तमिलनाडु में इस दौरान 6,785 नये मामले सामने आये और 88 लोगों की मौत हुई जिससे संक्रमितों की संख्या 1,99,749 और मृतकों का आंकड़ा 3,320 हो गया है। राज्य में 1,43,297 लोगों को अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना महामारी की स्थिति अब कुछ नियंत्रण में है और यहां संक्रमण के मामलों में वृद्धि की रफ्तार थोड़ी कम हुई है। राजधानी में अब तक 1,28,389 लोग कोरोना की चपेट में आये हैं तथा इसके कारण मरने वालों की संख्या 3777 हो गयी है। यहां अब तक 1,10,931 मरीज रोगमुक्त हुए हैं।
दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक संक्रमितों की संख्या के मामले में चौथे स्थान पर पहुंच गया है। राज्य में 85,870 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 1724 लोगों की इससे मौत हुई है, वहीं 31,347 लोग स्वस्थ भी हुए हैं।
आंध्र प्रदेश में संक्रमितों की संख्या में तेजी से वृद्धि होने के कारण यह सर्वाधिक प्रभावित राज्यों की सूची में उत्तर प्रदेश और गुजरात से आगे निकल गया है। राज्य में 80,858 लोग संक्रमित हुए हैं तथा मरने वालों की संख्या 933 हो गयी है, जबकि 39,935 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
आबादी के हिसाब से देश का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश कोरोना संक्रमण के मामले में गुजरात को पीछे छोडक़र छठे स्थान पर आ गया है। राज्य में अब तक 60,771 मामले सामने आए हैं तथा इस महामारी से 1348 लोगों की मौत हुई है जबकि 37,712 मरीज ठीक हुए हैं।
देश का पश्चिमी राज्य गुजरात संक्रमण के मामले में सातवें स्थान पर आ गया है, लेकिन मृतकों की संख्या के मामले में यह महाराष्ट्र, दिल्ली और तमिलनाडु के बाद चौथे स्थान पर है। गुजरात में 53,545 लोग वायरस से संक्रमित हुए हैं तथा 2,278 लोगों की मौत हुई है। राज्य में 38,849 लोग इस बीमारी से स्वस्थ भी हुए हैं।
पश्चिम बंगाल में 53,973 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आए हैं तथा 1290 लोगों की मौत हुई है, वहीं अब तक 33,529 लोग स्वस्थ हुए हैं।
एक और दक्षिण भारतीय राज्य तेलंगाना में भी कोरोना संक्रमण के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। तेलंगाना में कोरोना संक्रमितों की संख्या 52,466 हो गई है और 455 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 40,334 लोग अब तक इस महामारी से ठीक हुए हैं।
राजस्थान में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या 34,178 हो गयी है और अब तक 602 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 24,547 लोग पूरी तरह ठीक हुए हैं। हरियाणा में 29,755 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं तथा 382 लोगों की मौत हुई है।
कोरोना की महामारी से मध्य प्रदेश में 791, जम्मू-कश्मीर में 296, पंजाब में 282, बिहार में 220, ओडिशा में 120, असम में 76, झारखंड में 70, उत्तराखंड में 60, केरल में 54, पुड्डुचेरी में 35, छत्तीसगढ़ में 36, गोवा में 29, चंडीगढ़ में 13, हिमाचल प्रदेश और त्रिपुरा मे 11, मेघालय में पांच, अरुणाचल प्रदेश में तीन, लद्दाख और दादर-नागर हवेली एवं दमन-दीव में दो-दो तथा नागालैंड में एक व्यक्ति की मौत हुई है।
कमल नाथ ने उठाए सवाल
भोपाल/गुना (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश के गुना जिले में एक व्यक्ति को जिला अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया, वह अपनी पत्नी और मासूम बच्चे के साथ अस्पताल के बाहर पड़ा रहा और आखिर में उसकी मौत हेा गई। कहा जा रहा है कि अस्पताल की पर्ची कटवाने के लिए उसके पास पांच रुपये नहीं थे। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने इस घटना पर सवाल उठाया है। घटना गुरुवार की है। कहा जा रहा है कि अशोक नगर निवासी सुनील धाकड़ टीबी पीडित था। बुधवार की देर रात को उसकी पत्नी अपने ढाई साल के मासूम के साथ उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंची। अस्पताल के कर्मचारियों ने उससे अस्पताल में उपचार व भर्ती कराने के लिए पांच रुपये की पर्ची कटवाने के लिए बोला गया, मगर महिला के पास पांच रुपये नहीं थे, वह अस्पताल कर्मचारियों से गुहार लगाती रही मगर किसी ने नहीं सुनी। सुबह होते तक सुनील ने दम तोड़ दिया।
इस घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने एक के बाद एक कुल तीन ट्वीट किए और सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर चिंता जताई।
उन्होंने कहा, "क्या हालत हो गयी प्रदेश की हमने तो ऐसा प्रदेश नहीं सौंपा था। आप विधायकों की खरीद-फरोख्त करते रहो, खुली बोलियां लगाते रहो, वही प्रदेश के गुना में जिला अस्पताल के सामने अशोक नगर निवासी एक महिला अपने ढाई साल के बच्चे के साथ अपने पति के इलाज के लिये दिन भर गुहार लगाती रही।
उन्होंने आगे कहा पांच रुपये नहीं होने पर उसका इलाज का पर्चा नहीं बनाया गया और उसका इलाज नहीं किया गया और उसकी आंखो के सामने ही उसके पति ने तड़प- तड़प कर दम तोड़ दिया। यह है प्रदेश कि स्वास्थ्य सेवाएं , शिवराज सरकार में प्रदेश की स्थिति दावे बड़े- बड़े लेकिन धरातल पर स्थिति जीरो।
उन्होंने मुख्यमंत्री पर तंज सकते हुए कहा, "खुद को मामा बताने वाले व खुद को बड़ा जनसेवक बताने वाले आंख खोलकर देखे यह सच्चाई , प्रदेश वासियो को झूठे हवाई सपने दिखाना बंद करे, जमीन पर लौट आये, प्रदेश को वापस गर्त में ना ले जाये , प्रदेश के गरीब वर्ग की चिंता करे, उन्हें कम से कम इलाज तो उपलब्ध करवाये।"
वहीं जिलाधिकारी कुमार पुरुषोत्तम ने इस मामले की बिंदुवार जांच कर तत्काल रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश सिविल सर्जन सह अधीक्षक जिला चिकित्सालय को निर्देश दिए हैं। साथ ही यह ब्यौरा भी मांगा गया है कि 22 जुलाई की रात को उस समय किस डॉक्टर एवं पैरामेडिकल स्टाफ व जिम्मेदार अधिकारी एवं कर्मचारी ड्यूटी पर थे ।
टीकमगढ़, 24 जुलाई (आईएएनएस)| केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक गरीबों को आवास देने की बात करती हैं, मगर मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले में एक दलित परिवार पिछले कई सालों से शौचालय में रहने को मजबूर है। वहीं प्रशासन दलित परिवार के शौचालय में रहने की बात को नकार रहा है। मगनलाल अहिरवार का परिवार टीकमगढ़ जिले के मोहनगढ़ क्षेत्र के केशवगढ़ ग्राम पंचायत में निवास करता है। उसके परिवार में पत्नी औ चार बच्चे भी हैं। ये सभी चार साल से शौचालय में रह रहे हैं। मगनलाल की पत्नी फूला देवी बताती है कि उसे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान नहीं मिला है, उसने कई बार अधिकारियों से कहा, मगर किसी ने नहीं सुना। इस दंपति ने बेटी की शादी भी इसी शौचालय में की थी।
परिजनों की मानें तो इस शौचालय के नाम पर बिजली कनेक्शन भी मिल गया है और उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन भी, मगर मकान नहीं मिला।
मोहनगढ़ के तहसीलदार डॉ. अभिजीत सिंह ने आईएएनएस से कहा, "यह मामला मुझे भी सुनने में आया है, रिपोर्ट मंगाई है। दो-तीन दिन पहले मगनलाल स्वयं आया था और उसने इस बात को नकारा था कि वह अपने परिवार के साथ शौचालय में रहता है। गांव में उसका पैतृक मकान है।"
डॉ. सिंह ने आगे कहा कि जिस व्यक्ति के परिवार का मसला सामने आ रहा है, वह फिलहाल शौचालय में नहीं रहता, हो सकता है कि पहले कभी रहा हो।
कोच्चि, 24 जुलाई (आईएएनएस)| केरल में सोना तस्करी मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने यहां शुक्रवार को एनआईए की एक विशेष अदालत को बताया कि उन्होंने आरोपी स्वप्ना सुरेश के बैंक लॉकर से एक करोड़ रुपये और एक किलो सोना जब्त किया है, जिसे (स्वप्ना) एक अन्य सह आरोपी संदीप नायर के साथ 21 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। दोनों को शुक्रवार को उनके रिमांड के अंत में अदालत में पेश किया गया। अदालती कार्यवाही के बाद, दोनों को काक्कनाड जेल भेज दिया गया।
अदालत में अपनी पेशी के दौरान, स्वप्ना ने अनुरोध किया कि वह बहुत दबाव में है और उसने अपने दोनों बच्चों को देखने की इच्छा व्यक्त की।
सोने की तस्करी का मामला तब सामने आया जब यहां यूएई वाणिज्य दूतावास के एक पूर्व कर्मचारी पी.एस. सरिथ को सीमा शुल्क ने 5 जुलाई को दुबई से तिरुवनंतपुरम राजनयिक सामान में 30 किलोग्राम सोने की तस्करी करने के मामले में गिरफ्तार किया था।
कस्टम ने कोर्ट से स्वप्ना और सुरेश को हिरासत में लेने की मांग की जिन्हें एनआईए टीम ने इस महीने बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था।
कस्टम ने मामले को आर्थिक अपराध के रूप में दर्ज किया है और एक अलग अदालत इस मामले को देखेगी।
चूंकि वह अदालत सोमवार को खुलेगी, इसलिए एजेंसी को तब तक दोनों आरोपियों को पेश करने और उनकी हिरासत की मांग करने के लिए इंतजार करना होगा।
गोंडा, 24 जुलाई (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश में कानपुर के बाद अब गोंडा में अपहरण का मामला सामने आया है। शुक्रवार को मास्क व सेनिटाइजर बांटने के बहाने बदमाशों ने एक किराना व्यवसायी के बेटे का अपहरण कर लिया। अपर पुलिस अधीक्षक महेंद्र कुमार ने बताया कि मामला कर्नलगंज कोतवाली क्षेत्र का है। कस्बे के रहने वाले परचून व्यवसायी राजेश कुमार गुप्ता के पौत्र का बदमाशों ने अपहरण कर लिया। उन्होंने बताया कि कार से स्वास्थ्य विभाग का परिचयपत्र गले में टांगकर कुछ लोग मोहल्ले में मास्क का वितरण करने के लिए आए और लोगों का नाम एक कागज पर लिख रहे थे। वे जब राजेश गुप्ता के घर के सामने पहुंचे तो उन्होंने सेनिटाइजर देने की बात कही और बच्चे को साथ लेकर यह कहते हुए निकल गए कि गाड़ी से सेनिटाइजर निकालकर बच्चे को दे देंगे। बदमाश बच्चे को लेकर फरार हो गए।
पुलिस अब सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से बदमाशों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। पुलिस के मुताबिक, पूरे जिले में वाहनों की जांच कराई जा रही है। इस मामले को लेकर पूरा प्राशसनिक अमला लगा हुआ है। जल्द ही सफलता मिलेगी। सारे पहलुओं को खांगाला जा रहा है।
बच्चे के अपहरण के बाद बदमाशों ने परिजन को फोन कर फिरौती मांगी है। इसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया है। बताया जाता है कि पहले तो मामले को छुपाने का प्रयास किया गया, लेकिन बाद में पुलिस को सूचना दी गई।
नई दिल्ली, 24 जुलाई (आईएएनएस)| राजस्थान के शीर्ष पुलिस अधिकारी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रशासन में विश्वासपात्र अधिकारी अनिल पालीवाल का गहलोत के सहयोगियों के साथ व्यापारिक हित का पता लगा है। आईएएनएस द्वारा देखे गए दस्तावेज से यह जानकारी मिली। राजस्थान में जिस तरह से राजनीतिक संकट गहरा रहा है, यह आरोप हैं कि गहलोत राजस्थान में विपक्षी को निशाना बनाने के लिए राजनीति से प्रेरित और भ्रष्ट नौकरशाह का प्रयोग कर रहे हैं।
राजस्थान स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप(एसओजी) को राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को काफी सक्रिय रूप से निशाना बनाते हुए देखा गया है। एसओजी ने कांग्रेस के बागी नेता सचिन पायलट को नोटिस दिया था। पालीवाल तब एसओजी के प्रभारी एडीजी थे।
पालीवाल वही अधिकारी हैं जिन्होंने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत को फंसाने के लिए संजीवनी को-ओपरेटिव सोसायटी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है।
अब यह जानकारी सामने आ रही है कि पालीवाल और उसके परिवार के गहलोत व उसके सहयोगियों के साथ कई व्यापारिक साझेदारी है।
आईएएनएस द्वारा देखे गए दस्तावेज से पता चलता है कि पालीवाल की पत्नी सारिका अनिल पालीवाल, ट्रिटोन होटल्स एंड रिसॉर्ट्स में रतनकांत शर्मा के साथ प्रमोटर हैं, जिसके अंतर्गत फेयरमाउंट होटल है। एक इंसाइडर के अनुसार, रतनकांत शर्मा वैभव गहलोत के व्यापारिक साझेदार के रूप में जाने जाते हैं। वैभव गहलोत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे हैं।
पालीवाल की पत्नी गोल्डन पीस रिसॉर्ट्स और मयंक शर्मा इंटरप्राइजेज की भी प्रमोटर है।
गहलोत परिवार के व्यापारिक हितों की जटिलता इस तरह बुनी हुई है कि मयंक शर्मा इंटरप्राइजेज के शेयरधारक ट्रिटोन होटल्स एंड रिसॉर्ट्स के भी शेयरधारक हैं।
आईएएनएस द्वारा देखे गए आरओसी दस्तावेजों के अनुसार, सारिका पालीवाल, रतनकांत शर्मा और ट्रिटोन होटल्स एंड रिसॉट्स के अन्य प्रमोटरों का पता भी 103 शांतिवन, 2ए, रहेजा टॉउनशिप मलाड(ई) है।
सारिका पालीवाल, ट्रिटोन होटल्स एंड रिसार्ट्स के मयंक शर्मा व पीएल कमलेश के साथ प्रमोटर शेयरहोल्डर्स है, जिसे मुंबई में 14 मार्च 2007 को निगमित किया गया था।
सारिका पालीवाल के पास ट्रिटोन के 7500 शेयरों में से 3500 शेयर है। बाद में 3500 शेयर रतनकांत शर्मा और उसकी पत्नी जूही शर्मा को ट्रांसफर कर दिए गए, जोकि अब ट्रिटोन होटल्स के 50 प्रतिशत शेयरधारक हैं।
सारिका पालीवाल गोल्डन पीस रिसॉर्ट्स एंड होटल्स और मयंक शर्मा इंटरप्राइजेज की शेयरधारक और निदेशक हैं और रतनकांत शर्मा की करीबी व्यापारिक सहयोगी है, जिसे वैभव गहलोत का पार्टनर बताया जा रहा है।
सारिका पालीवाल के पास फिलहाल मयंक शर्मा इंटरप्राइजेज का 11 प्रतिशत शेयर है, जो जयपुर में फाइव स्टार होटल ली मेरिडियन का स्वामित्व अपने पास रखता है।
ट्रिटॉन रिसार्ट्स के शेयरधारक मयंक शर्मा इंटरप्राइजेज के भी शेयरधारक हैं, इसलिए सामान्य व्यापारिक हित स्थापित होता है।
नई दिल्ली, 24 जुलाई (आईएएनएस)| उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों ने यूं तो सब कुछ बदलकर रख दिया, जिंदगियां ही बेपटरी हो गईं, फिर भी दंगा प्रभावित इलाकों में रह रहे छात्रों के हौसले कम नहीं हुए। हाल ही में 10वीं और 12वीं के छात्रों के जो रिजल्ट घोषित किए गए, उसमें 12वीं की छात्रा नरगिस नसीम ने 62 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं।
नरगिस पर उस वक्त दुखों का पहाड़ टूट गया था, जब दंगों के दौरान दंगाइयों ने उसके घर को आग के हवाले कर दिया, जिसमें उसकी सारी किताबें जल कर खाक हो गईं।
25 फरवरी को नरगिस का घर जलकर खाक हो गया, घर में रखा सारा सामान जला दिया गया। बिना किताबों के नरगिस ने अपने एक रिश्तेदार के घर में रहकर परीक्षा दी। नरगिस ने आईएएनएस को बताया, "24 फरवरी को मेरा शारीरिक शिक्षा का पेपर था। रास्ते में ही मेरे घर के पास खजूरी खास में हिंसा भड़क गई थी। अगले दिन 25 फरवरी को मेरे घर में घुसकर आग लगा दी गई, जिसमें मेरी सब किताबें, घर के सारे कागजात, मेरी मां ने जो मेरे लिए जेवर बनवाए थे वो सब जला दिए गए, घर में जो नगदी रखी थी उसे लूट लिया गया था। उसके अगले दिन 26 फरवरी को मेरा पेपर था, वो रद्द हो गया। जो स्कूल में पढ़ा था, बस वही याद था।"
उत्तरी-पूर्वी दिल्ली में नरगिस अकेली नहीं जो इस दंगों से प्रभावित हुई। शिव विहार में रहने वाली शिल्पी गोला भी परीक्षा में काफी डरी हुई थी। शिल्पी ने बताया कि घर में माता-पिता थे, जिसकी वजह से हिम्मत बनी रही। शिल्पी ने कक्षा 12वीं में 96 प्रतिशत अंक हासिल किए। पूरी क्लास में शिल्पी के सबसे अधिक अंक हैं।
शिल्पी ने आईएएनएस को बताया, "मेरी तैयारी बहुत अच्छी थी, लेकिन जिस वक्त दंगे हुए, मैं बहुत डर गई थी। मेरे पापा मुझे शिव विहार की गलियों से मुझे खजूरी जहां मेरा सेंटर पड़ा था, वहां छोड़ने जाते थे और लेकर भी आते थे।"
दिल्ली के खजूरी इलाके में किराये के मकान में रहने वाली जेनिया अंसारी ने 10वीं में 92 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं।
जेनिया के पिता ने बताया, "जिस घर में हम रहते थे, उस गली में आग लगा दी थी, मेरे घर का दरवाजा तोड़ दिया गया था। हम अपने परिवार को लेकर ओल्ड मुस्तफाबाद अपने रिश्तेदारों के यहां चले गए थे। कुछ दिन वहां रुके, फिर मैं अपने एक दोस्त के यहां रुक वहीं से मेरी बेटी ने इम्तिहान दिए।"
जेनिया अंसारी ने आईएएनएस को बताया, "उस वक्त पढ़ाई के लिए माहौल बिल्कुल ठीक नहीं था। हम जिस घर में रहते हैं, वो मेन रोड पर था। हर तरफ खामोशी थी। घर से बाहर कोई नहीं निकल रहा था। मेरे घर के बगल में एक बाइक का शोरूम था, जिसमें आग लगा दी गई, उस वक्त मैं बहुत घबरा गई थी।"
उसने कहा, "आग की लपटें देखकर हमारी रूह कांप गई थी, लेकिन हमने हिम्मत नहीं हारी, हम अपने रिश्तेदार के चले गए थे। मेरा साइंस के पेपर था, मेरे पास किताबें नहीं थीं। जिस दिन थोड़ा सा रास्ता खुला था, मेरे पिताजी मेरी किताबें ले आए थे।"
दरअसल, उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान दंगाइयों ने भारी उत्पात मचाया था। जाफराबाद, मौजपुर, शिव विहार, खजूरी, चांदबाग, मुस्तफाबाद और आस-पास के इन इलाकों में कई मकान जला दिए गए और दुकानें लूट ली गई थीं। हिंसा इतनी भयावह थी कि इन इलाकों में रह रहे लोग अपने घर छोड़कर भाग गए थे।
नई दिल्ली, 24 जुलाई (आईएएनएस)| भारतीय जनता पार्टी ने सूचना और तकनीक के मामले में दूसरी पार्टियों को पीछे छोड़ दिया है। गांवों तक पार्टी डिजिटल नेटवर्क खड़ी करने में सफल रही है। आज गांवों के हर बूथ पर बनी टीम में बीजेपी आईटी सेल का एक प्रतिनिधि है, जिससे सभी दिशा-निर्देशों को पार्टी रियल टाइम में बूथ लेवल तक पहुंचाने में सफल हो रही है। यह बीजेपी का डिजिटल नेटवर्क है जो आज दिल्ली के केंद्रीय मुख्यालय से लेकर प्रदेश मुख्यालयों पर बैठे नेता बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं से भी रूबरू होने में सफल हो जाते हैं।
भाजपा आईटी सेल के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि पार्टी ने कोरोना काल में इस डिजिटल नेटवर्क को और बड़ा रूप दिया ताकि बूथ लेवल तक वर्चुअल रैलियों व मीटिंग से बात पहुंचाई जा सके। पार्टी ने प्रदेश संगठनों के चुनाव के दौरान यह निर्देश दिया था कि बूथ पर बनने वाली टीम में एक ऐसा सदस्य जरूर होना चाहिए, जिसके पास बेहतर स्मार्ट फोन हो और वह तकनीक की जानकारी रखने वाला हो। पार्टी के निर्देश पर हर बूथ और सेक्टर लेवल पर आईटी सेल के एक सदस्य को रखा गया है।
पदाधिकारी ने कहा कि जब लॉकडाउन लगने पर संवाद की समस्या खड़ी हुई तो आईटी सेल ने बूथ लेवल तक के कार्यकर्ताओं को जूम आदि ऐप के इस्तेमाल की जानकारी दी। जिससे पार्टी लाखों कार्यकर्ताओं तक अपनी बात पहुंचाने में सफल रही। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बीते दिनों सेवा कार्यो की समीक्षा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी को बताया था कि कोरोना काल में करीब 700 ऑडियो ब्रिज से 70 लाख से अधिक पार्टी कार्यकर्ताओं से पार्टी नेताओं ने संपर्क किया।
पार्टी के सेवा कार्यो की समीक्षा के दौरान ही उत्तर प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताया था कि डिजिटल अभियान के दौरान 75 साल के त्रिवेणी राम को भी डिजिटल फ्रेंडली बनाया गया। आज वह वीडियो काल पर बात करते हैं। पार्टी के निर्देश पर इस बार सभी प्रदेश, जिला और मंडल इकाइयों की ओर से व्हाट्सअप ग्रुप बनाकर सेवा कार्यो की निगरानी की गई।
भाजपा नेता अश्विनी उपाध्याय ने आईएएनएस से कहा कि कोरोना काल में पार्टी ने डिजिटल मोड में आकर काम किया। सेवा कार्यो का संचालन और कारगर मानीटरिंग इससे संभव हो सकी। लॉकडाउन में जब सब कुछ थम गया था, तब ऑडियो-वीडियो कांफ्रेंसिंग से पार्टी ने शहर लेकर ग्रामीण इलाके के कार्यकर्ताओं से संवाद कायम किया।
गांव-गांव डिजिटल नेटवर्क खड़ा करने में बीजेपी के अत्याधुनिक कार्यालयों ने खास भूमिका निभाई। प्रदेश ही नहीं बीजेपी के सभी जिला कार्यालय भी ऑडियो-वीडियो कांफ्रेंसिंग सुविधाओं से लैस हैं। कोरोना काल में कार्यकर्ताओं और आम आम जनता से संवाद करने में पार्टी ने अहम भूमिका निभाई। करीब सात सौ जिलों में पार्टी ने अपने जिला कार्यालयों को डिजिटल फ्रेंडली बनाया है। पार्टी ने 11 हजार फिट ऊंचाई पर स्थित लद्दाख के प्रदेश मुख्यालय को भी हाईटेक बनाया है। जिससे लद्दाख के पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से संपर्क साधना और आसान हुआ है।
जयपुर, 24 जुलाई (आईएएनएस)| राजस्थान में जारी राजनीतिक संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके खेमे के विधायक शुक्रवार अपराह्न राजभवन पहुंचे और विधानसभा के विशेष सत्र की मांग को लेकर नारे लगाते देखे गए और अपनी मांग को लेकर सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए लॉन में ही धरने पर बैठ गए। हाईकोर्ट द्वारा प्रतिद्वंद्वी सचिन पायलट खेमे को राहत देने के तुरंत बाद, गहलोत ने दोपहर 12.30 बजे राज्यपाल कलराज मिश्र के साथ मुलाकात करना तय किया। हालांकि, बाद में उन्होंने अपनी रणनीति बदल दी और फेयरमोंट होटल में समर्थक विधायकों की बैठक बुलाई।
विधायक चार बसों से दोपहर करीब 2.30 बजे होटल पहुंचे। इस रिपोर्ट को फाइल करने के समय विधायक राजभवन के लॉन में धरने पर बैठे थे।
इस बीच, कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे ने एक ट्वीट में दावा किया कि कांग्रेस के पास सदन में बहुमत है और वह इसे साबित करने के लिए विशेष सत्र बुलाना चाहती है।
पांडे ने ट्वीट कर कहा, "सत्य, जनता व संख्या हमारे साथ है। भाजपा द्वारा लोकतंत्र की हत्या के प्रयासों के खिलाफ हमारी इंसाफ की मांग जारी रहेगी। सत्यमेव जयते।"
एआईसीसी के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी ट्वीट कर भाजपा पर 'संविधान को सर्कस में बदलने' का आरोप लगाया।
सुरजेवाला ने कहा, "भाजपा ने संविधान को 'सर्कस' बना दिया है,
प्रजातंत्र को 'द्रौपदी' व जनमत को 'बंधक'। भूलें मत, 'द्रौपदी' का चीरहरण' करने वाले 'कौरवों' का जो हाल हुआ था, वही हाल 'कृष्ण रूपी' राजस्थान की जनता भाजपाई साजिश का करेगी। अब होगा न्याय।"
गहलोत ने सोमवार को विधानसभा सत्र बुलाने के लिए गुरुवार को राज्यपाल से मुलाकात कर अनुरोध किया था। हालांकि, राज्यपाल ने अभी तक इस पर मुहर नहीं लगाई है।
नई दिल्ली, 24 जुलाई (आईएएनएस)| ईकॉमर्स जाएंट -अमेजन की भारतीय इकाई के पेमेंट्स आर्म-अमेजन पे ने एको जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड के साथ साझेदारी करते हुए भारत में चार और दो पहिया वाहनों का इंश्योरेंस बेचना शुरू कर दिया है। अमेजन के माध्यम से ग्राहकों को अमेजन पे पेज, मोबाइल वेबसाइट या फिर मोबाइल ऐप पर जाना होगा और कुछ आसान स्टेप्स के साथ इंश्योरेंस खरीद लेना होगा।
अमेजन ने गुरुवार को एक ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से यह जानकारी दी।
अमेजन पे ने कहा है कि ग्राहकों को फौरी तौर पर इंश्योरेंस मिल जाएगा क्योंकि यहां किसी प्रकार की कागजी कार्यवाही की जरूरत नहीं। साथ ही अमेजन प्राइम मेम्बर्स को अतिरिक्त छूट के साथ-साथ कुछ अन्य फायदे भी मिलेंगे।
पेमेंट के लिए अमेजन पे बैलेंस, यूपीआई या फिर क्रेडिट या डेबिट कार्ड का उपयोग किया जा सकता है।
मुम्बई, 24 जुलाई (आईएएनएस)| अपनी लॉन्चिंग के दो महीने के भीतर ही जियोमार्ट देश के ऑनलाइन ग्रोसरी सेगमेंट में ग्राहकों की पहली पसंद बन कर उभरा है। कंपनी ने कुछ दिन पहले ही गूगल प्ले स्टोर और एप्पल ऐप स्टोर पर जियोमार्ट-ऐप लॉन्च किया था और कुछ ही दिनों में जियोमार्ट-ऐप, गूगल प्ले स्टोर से 10 लाख से अधिक बार डाउनलोड हो चुका है। ऐप्स की रैकिंग करने वाली दुनिया की प्रतिष्ठित कंपनी ऐप-एनी के अनुसार, जियोमार्ट ऐप, ओवरऑल शॉपिंग श्रेणी में भी झंडे गाड़ रहा है। यह इंडियन रैंकिंग में ऐप्पल ऐप स्टोर में दूसरे और गूगल प्ले स्टोर पर तीसरे स्थान पर पहुंच गया है।
जियोमार्ट पर प्रतिदिन के हिसाब से 2.5 लाख ऑर्डर बुक किए जा रहे हैं। ऑर्डर की यह संख्या ऑनलाइन ग्रोसरी सेगमेंट में सबसे अधिक है। ऑर्डरों की संख्या में लगातार इजाफा भी हो रहा है। सोडेक्सो कूपन का इस्तेमाल करने वाले ग्राहक, जियोमार्ट पर इसका इस्तेमाल कर भुगतान कर पा रहे हैं। इसका फायदा ग्राहको के साथ जियोमार्ट, दोनों को मिल रहा है।
जियोमार्ट-ऐप से पहले कंपनी अपनी वेबसाइट पर ऑर्डर बुक किया करती थी। ऐप के आ जाने के बाद भी ग्राहकों का पुराना खाता जस का तस बना रहेगा। कंपनी ने कुछ ऐसी व्यवस्था की है जिसमें ग्राहक वेबसाइट, एंड्रायड और एप्पल स्टोर जैसे लगभग सभी प्लेफार्म्स पर अपने लॉगइन एकाउंट का इस्तेमाल कर लॉगइन कर पाएगा। यानी वेबसाइट पर ऑर्डर किए गए आइटम ग्राहक के एंड्रायड मोबाइल फोन पर और मोबाइल फोन से किए गए ऑर्डर वेबसाइट पर उपलब्ध होंगे।
इसी वर्ष मई के आखिरी सप्ताह में जियोमार्ट ने 200 शहरों से अपनी शुरूआत की थी। 90 शहरों में पहली बार ग्राहक ग्रोसरी की ऑनलाइन शॉपिंग के साथ जुड़े थे। अपने लॉन्च के साथ ही जियोमार्ट प्रतिद्वंदियों से दो दो हाथ करने को तैयार है। जियोमार्ट पर अधिकतर उपलब्ध चीजें दूसरी ऐसे ही प्लेटफॉर्म्स से 5 फीसदी सस्ती हैं। ब्रांडेड सामान की कीमतें भी कुछ कम रखी गई हैं।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने हाल ही में एजीएम के दौरान जियोमार्ट की महत्वाकांक्षी विस्तार योजना पर कहा "जियोमार्ट अब अपनी पहुंच और वितरण क्षमताओं को बढ़ाने पर जोर देगा। उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधाएं और खरीदारी का अनुभव देने के लिए जियोमार्ट प्रतिबद्ध है। किराना के अलावा हम आने वाले दिनों में इलेक्ट्रॉनिक्स, फैशन, फार्मास्युटिकल और हेल्थकेयर के क्षेत्रों को भी कवर करेंगे। आने वाले वर्षों में, हम कई और शहरों में कहीं अधिक ग्राहकों की सेवा करेंगे।"
फेसबुक के साथ डील की घोषणा करते हुए मुकेश अंबानी ने देश के 12 करोड़ किसानों और 3 करोड़ किराना दुकान मलिकों को जोड़ने की बात की थी। संगठित रिटेल सेगमेंट में असंगठित किराना स्टोर्स को यह मिश्रण ही जियोमार्ट की विशेषता होगी।
वैश्विक ब्रोकर हाउस गोल्डमैन-सैक्स की रिपोर्ट के अनुसार रिलायंस की फेसबुक के साथ साझेदारी के परिणामस्वरूप कंपनी ऑनलाइन ग्रॉसरी स्पेस में मार्केट लीडर बन सकती है। 2024 तक कंपनी देश के पास 50 प्रतिशत मा*++++++++++++++++++++++++++++र्*ट हिस्सेदारी होने की संभावना है।
नई दिल्ली, 24 जुलाई (आईएएनएस)| वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पियूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि वैश्विक टेक कम्पनी- एप्पल ने अपने सबसे अधिक बिकने वाले स्मार्टफोन आईफोन 11 का भारत में उत्पादन शुरू कर दिया है। गोयल के मुताबिक यह मेक इन इंडिया अभियान के लिए एक बड़ी सफलता है। अपने ट्वीट में गोयल ने कहा कि मेक इन इंडिया अभियान को जबरदस्त प्रोत्साहन मिला है। एप्पल ने भारत में आईफोन 11 का उत्पादन शुरू कर दिया है। इससे यह टाप लाइन माडल पहली भारत में बनकर बिक्री के लिए तैयार है।
रिटेल सूत्रों ने आईएएनएस से कहा कि भारत में असेम्बल्ड कुछ फोन उनके स्टोर्स तक पहुंचे हैं। उनके अनुसार लाकडाउन के कारण असेम्बलिंग की प्रक्रिया में देरी हुई लेकिन अब कम्पनी इस प्रक्रिया में तेजी लाते हुए अधिक से अधिक फोन बाजार में लाने का प्रयास कर रही है।
कम्पनी ने हालांकि भारत में असेम्बल फोन्स की कीमतों में कोई कमी नहीं की है। इनकी कीमत पहले जैसी ही बनी हुई है।
मौजूदा समय में आईफोन एक्सआर और आईफोन 11 फाक्सकान द्वारा इसके चेन्नई स्थित प्लांट में असेम्बल किए जाते हैं जबकि आईफोन 7 की असेम्बलिंग बेंगलुरू स्थित विस्ट्रान के प्लांट में होती है।
ओरीजिनल आईफोन एसई और आईफोन 6एस की भी बेंगलुरू में ही असेम्बलिंग होती थी लेकिन 2019 में इसे बंद कर दिया गया।
अब एसा कहा जा रहा है कि एप्पल अपने आईफोन एसई को भारत मे असेम्बल करने पर विचार कर रहा है।
इस बीच, एप्पल के लिए भारत में अच्छी खबर यह है कि आईफोन 11 की सफलता के बूते वह इस साल की दूसरी तिमाही में भी अल्ट्रा प्रीमियम स्मार्टफोन सेगमेंट में भारत का शीर्ष ब्रांड बना हुआ है।
एक रिपोर्ट में शुक्रवार को इसका खुलासा हुआ।
अल्ट्रा प्रीमियम स्मार्टफोन सेगमेंट (45 हजार रुपये से ऊपर) के सेगमेंट में आईफोन 11 के अच्छा करने के कारण एप्पल को यह फायदा हुआ है। इस सेगमेंट में एप्पल को हालांकि सैमसंग, हुवेई और वनप्लस से टक्कर मिली है लेकिन आईफोन 11 के अच्छा करने के कारण उसकी पैठ बरकरार रही।
एप्पल को हालांकि दूसरी तिमाही में वनप्लस के हाथों बाजार हिस्सेदारी का कुछ हिस्सा गंवाना पड़ा। यह खुलासा काउंटरप्वाइंट रिसर्च की रिपोर्ट में हुआ है।
प्रीमियम सेगमेंट (30 हजार रुपये से ऊपर) में वनप्लस अपने वनप्लस 8 सीरीज की बदौलत टाप ब्रांड बना हुआ है। यह सीरीज 5जी सुविधा से लैस है।
अल्ट्रा प्रीमियम सेगमेंट में शाओमी ने भी फ्लैगशिप एमआई10 5जी डिवाइस की मदद से दूसरी तिमाही में अच्छा मार्केट शेयर हासिल किया है।
एप्पल अब 5जी फोन्स लाने की तैयारी में है और इससे इसकी अल्ट्रा प्रीमियम स्मार्टफोन सेगमेंट में मौजूदगी और मजबूत होगी।
संजीव शर्मा
नई दिल्ली, 24 जुलाई (आईएएनएस)| सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा है कि वह एस्ट्राजेनेका के साथ अरेंजमेंट के चलते अगले एक साल में कोविशील्ड वैक्सीन की एक बिलियन खुराक बना लेंगे। यह डोज भारत और अन्य निम्न और मध्यम-आय वाले देशों के लिए होंगी।
आईएएनएस के साथ साक्षात्कार में पूनावाला ने कहा, "हम एक व्यक्तिगत जोखिम पर कुछ लाख खुराक का उत्पादन शुरू करेंगे। अब तक परीक्षणों में जो सफलता मिली है उसके आधार पर हम इसे इस साल के अंत तक लॉन्च करने की उम्मीद कर रहे हैं। मेरा मानना है कि अगले साल की पहली तिमाही तक यह लोगों तक पहुंचना शुरू हो जाएगा।"
पूनावाला ने कहा, "जैसे ही हमें आवश्यक रेगुलेटरी अप्रूवल्स मिलेंगे हम बड़ी मात्रा में निर्माण शुरू कर देंगे। हम हर महीने लगभग 60-70 मिलियन यानी कि 6 से 7 करोड़ खुराक का निर्माण करेंगे (जो बाद में 100 मिलियन खुराक तक जा सकता है)। इसके साथ ही इस साल के अंत तक हम लगभग 300-400 मिलियन यानी कि 30 से 40 करोड़ डोज बनाना चाहते हैं।"
उन्होंने कहा कि हमें भारत में तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल्स के अगस्त 2020 तक शुरू होने की उम्मीद है। इसमें हम भारत में 4000 से 5000 रोगियों को देखने की योजना बना रहे हैं।
वैक्सीन के मूल्य निर्धारण को लेकर उन्होंने कहा, "वैक्सीन की कीमत पर टिप्पणी करना बहुत जल्दबाजी होगी। हालांकि, हम इसे 1,000 रुपये से कम रखेंगे। हम पहले भी कह चुके हैं कि हमारा उद्देश्य एक प्रभावशाली और सस्ती वैक्सीन उपलब्ध कराना है। हमें लगता है कि यह सरकारों द्वारा खरीदी जाएंगी और बिना किसी शुल्क के वितरित की जाएंगी।"
भूमिका
नई दिल्ली, 24 जुलाई। भारत की राजधानी दिल्ली के सबसे बड़े कोविड सेंटर सरदार पटेल कोविड सेंटर में कोविड पॉजिटिव नाबालिग के साथ कथित तौर पर रेप का मामला सामने आया है। सेंटर में ही इलाज करा रहे 19 साल के एक युवक पर रेप करने का आरोप है और उसके एक अन्य साथी पर रेप का वीडियो बनाने का।
कथित तौर पर रेप की घटना उस समय हुई जब युवती देर रात वॉशरूम जा रही थी। इस मामले के दोनों अभियुक्तों को हिरासत में ले लिया गया है।
साउथ दिल्ली के एडिशनल डिप्टी कमिश्नर ऑफ़ पुलिस परविंदर सिंह ने घटना की पुष्टि की है।
बीबीसी से बातचीत में उन्होंने बताया कि यह मामला 15 जुलाई का है और उनके संज्ञान में 16 जुलाई को आया। उन्होंने बताया, यह मामला हमारे संज्ञान में 16 जुलाई को आया। लडक़ी की उम्र 14 साल है। मुख्य अभियुक्त और उसका साथी 18-19 साल के हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आईपीसी की धारा 376 व पॉक्सो (प्रोटेक्शन ऑफ चल्ड्रेन फ्रॉम सेक्शुअल ऑफ़ेस) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और जाँच की जा रही है।
उन्होंने बताया कि पीडि़ता को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया है। दोनों अभियुक्तों को ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया गया है।
घटना की सूचना
चूंकि पीडि़ता और अभियुक्त कोविड पॉजिटिव हैं इसलिए प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। लेकिन कोविड सेंटर में तो सिर्फ मरीज ही मौजूद होते हैं, तो उन्हें इस घटना की सूचना कैसे मिली?
इस सवाल के जवाब में एडिशनल डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस परविंदर सिंह ने बताया कि सेंटर की तरफ से ही उन्हें इस घटना की सूचना दी गई थी।
सेंटर से जुड़े एक अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर बीबीसी को बताया कि यह मामला करीब एक सप्ताह पुराना है और इस मामले में जाँच चल रही है।
उन्होंने कहा, यह मामला 15-16 जुलाई की रात का है। लडक़ी वॉशरूम जा रही थी और तभी यह घटना हुई।
उन्होंने बताया कि पीडि़ता ने अगले दिन सेंटर में मौजूद डॉक्टरों को इसकी सूचना दी। जिसके तुरंत बाद डॉक्टरों ने पुलिस को इस बारे में अवगत करा दिया था। उनका कहना है कि पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई की और दोनों अभियुक्तों को हिरासत में लेकर ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया गया है और एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
इस सवाल के जवाब में वो कहते हैं कि ये खुले इलाक़े हैं, जहाँ कोविड मरीज़ों के लिए बेड की व्यवस्था की गई है।
महिला और पुरुष के वर्गीकरण पर वो कहते हैं कि इस संबंध में व्यावहारिक दृष्टि से एक सबसे बड़ी समस्या यह है कि अगर एक ही परिवार के दो लोग संक्रमित हैं तो वे चाहते हैं कि उनके बेड साथ-साथ हों।
मसलन, माँ-बेटा या बहन-भाई हैं, तो वे चाहते हैं कि साथ रहें। कई मरीज़ ऐसे आते हैं, जो कभी अकेले नहीं रहे तो वे परिवार के साथ ही रहने की जिद करते हैं।
हालाँकि वे इस बात पर भी ज़ोर देते हैं कि सुरक्षा के सभी इंतज़ाम किए गए हैं और इस घटना के सामने आने के बाद इसे और बढ़ा दिया गया है।
राजधानी दिल्ली में किसी कोविड सेंटर में आया यह अपने तरह का पहला मामला है। लेकिन इससे पूर्व बिहार में ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जिसमें एक युवती ने अपने साथ रेप की शिकायत की थी।
बिहार के ही एक अन्य मामले में एक महिला के परिवार वालों ने कोविड सेंटर के वॉर्ड ब्वॉय पर दुराचार करने का आरोप लगाया था। इस मामले में बाद में महिला की मौत हो गई थी।
साउथ दिल्ली के छत्तरपुर इलाक़े में बना यह कोविड सेंटर भारत का सबसे अधिक क्षमता वाला कोविड सेंटर है।
सरदार पटेल कोविड सेंटर राधा स्वामी सत्संग ब्यास परिसर में बना है और इसके संचालन की जि़म्मेदारी आईटीबीपी के हवाले है। आईटीबीपी ही इसकी नोडल एजेंसी है।
इससे पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 28 जून को छतरपुर स्थित राधा स्वामी सत्संग ब्यास में बनाए गए सरदार पटेल कोविड सेंटर का दौरा कर इसकी तैयारियों की समीक्षा की थी।
अमित शाह ने कहा था कि 10,000 बिस्तर वाला यह कोविड केयर सेंटर दिल्ली के लोगों को बड़ी राहत प्रदान करेगा।
इस अवसर पर गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, गृह सचिव अजय भल्ला सहित केंद्र और दिल्ली सरकार के अनेक वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। (bbc.com/hindi)
गोंडा (उत्तर प्रदेश), 24 जुलाई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में 60 वर्षीय व्यक्ति का सिर काटकर बलि देने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने अपनी और अपने भाईयों की जल्दी शादी कराने के लिए भगवान को प्रसन्न करने बलि दी थी। घटना गुरुवार को हुई और कुछ ही घंटों में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। ग्रामीणों ने कहा कि शुक्ला और उसके पांच भाई अविवाहित थे। पिछले हफ्ते एक पुजारी ने उनसे मुलाकात की थी।
ग्रामीणों में से एक ने मीडिया को बताया, पुजारी ने उन्हें बताया था कि अगर वे नींद में बूढ़े व्यक्ति का सिर काट दें तो उनकी जल्दी ही शादी हो जाएगी। ये काम एक देवता को खुश करने के लिए करना था।
कर्नलगंज के एसएचओ राजनाथ सिंह ने कहा कि 25 वर्षीय आरोपी उदय प्रकाश शुक्ला का मृतक बाबूराम या उसके परिवार के साथ कोई विवाद या झगड़ा नहीं था। उन्होंने कहा, हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि किसने उन्हें यह कदम उठाने के लिए प्रेरित किया। हमने एक तेज धार वाला हथियार बरामद किया है, जिसे अदालत में सबूत के तौर पर पेश किया जाएगा।
सिंह ने आगे कहा कि हत्या के बाद शुक्ला ने शोर मचाया। फिर उसने लोगों से उसे गिरफ्तार कराने के लिए कहा। वह लॉक-अप में भी बड़बड़ा रहा था लेकिन उसके शब्द समझ में नहीं आ रहे थे।
पूछताछ के दौरान आरोपी ने पुलिस को बताया कि बाबूराम के साथ उसका कोई विवाद नहीं था। उसने केवल देवता को खुश करने के लिए मानव बलि के रूप में उसका सिर काटा था।
अयोध्या, 24 जुलाई (आईएएनएस)। अयोध्या में 5 अगस्त को राममंदिर के लिए भूमि पूजन की निकाली गई तिथि पर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपांनद सरस्वती द्वारा सवाल उठाए जाने पर रामनगरी के संत भडक़ उठे। संतों ने उनके इस बयान को राजनीति से प्रेरित बताया है।
श्रीरामजन्मभूमि के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने आईएएनएस से कहा, किसी भी शुभ काम में बाधा जरूर आती है। जब वाराणसी के ज्योतिषियों ने मुहूर्त निकाल दिया है और कहा है कि यह बहुत शुभ घड़ी है। यह ज्योतिष विज्ञान और रामभक्तों की दृष्टि में शुभ अवसर है। ऐसे में स्वरूपानंद सरस्वती का बयान राजनीति से प्रेरित है। इस माह किए गए कार्य हानिकारक नहीं हो सकते। भगवान के काम के लिए हर माह शुभ होता है।
रामकचहरी के महंत और सरयू आरती के संयोजक शशिकांत दास ने कहा, सारे विद्वान-मनीषी सब जानते हैं। कई विद्वानों ने अपना मत दिया है। कई लोगों ने कहा कि इस समय भगवान झूलन में होते हैं तो ऐसे में यह अशुभ घड़ी कैसे हो सकती है? स्वरूपानंद व्यक्तिगत राजनीति से प्रेरित होकर ऐसी भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। वह मंदिर आंदोलन के जमाने से हर चीज में अड़ंगेबाजी करते रहे हैं।
वहीं, हनुमानगढ़ी के पुजारी राजूदास ने कहा, भगवान राम के लिए कौन सा मुहूर्त होता है, जिनसे सृष्टि की उत्पत्ति हुई है। उनके लिए यह मायने नहीं रखते हैं। यह सब साधारण मनुष्य के लिए होते हैं। ईश्वर का हर क्षण और हर भूमि शुभ है। स्वरूपानंद अपन टीस के कारण ऐसा बयान दे रहे हैं। कांग्रेस के समय रामालय ट्रस्ट बना था। उसमें वह कुछ करा नहीं सके, इसीलिए अब मंदिर बन रहा तो ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं। इनके बयान पूर्णतया राजनीतिक घरानों जैसे हैं।
अयोध्या संत समिति के अध्यक्ष कन्हैया दास ने कहा, स्वरूपानंद आंदोलन से लेकर आज तक सिर्फ मंदिर के खिलाफ ही तो बोलते आ रहे हैं तो अब भमि पूजन में कौन सा अच्छा बोल देंगे। उनका यह बयान पूर्णतया राजनीति से जुड़ा हुआ है। उसे बढ़ावा देने वाला है। उनके बयान का कोई मतलब नहीं है
उधर, बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने कहा, भगवान से बड़ा कोई नहीं है। ये संत-महात्मा की बाते हैं। इन पर क्या कहा जाए। हर धर्म में सबसे बड़ा ईश्वर को बताया गया है। बाकी संत-महात्मा सब स्वयं बुद्धिमान हैं।
ज्ञात हो कि रामनगरी अयोध्या में 5 अगस्त को श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण को लेकर भूमि पूजन की तैयारी जोरों पर है। इसी बीच भूमि पूजन के लिए निकाले गए शुभ मुहूर्त पर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज ने सवाल उठाया है। उनका मानना है कि 5 अगस्त को भूमि पूजन के लिए शुभ मुहूर्त नहीं है।
जयपुर, 24 जुलाई (आईएएनएस)। राजस्थान हाईकोर्ट ने शुक्रवार को राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट खेमे के कांग्रेस विधायक पृथ्वीराज मीणा की उस याचिका को स्वीकार कर लिया जिसमें विधानसभा स्पीकर द्वारा पायलट गुट के विधायकों को अयोग्य ठहराने संबंधी नोटिस के मामले में केंद्र को पक्षकार बनाए जाने की मांग की गई है। मीणा ने बुधवार को दायर अपनी याचिका में कहा, विनम्रतापूर्वक प्रार्थना की जाती है कि सचिव, विधि एवं न्याय मंत्रालय (कानूनी मामलों के विभाग) के माध्यम से भारत संघ को न्याय व कानून के हित में वर्तमान रिट याचिका के लिए एक पक्षकार/प्रतिवादी बनाया जाए।
विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने जुलाई में कांग्रेस विधायक दल की बैठकों में पायलट व बागी विधायकों के शमिल नहीं होने और पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पायलट सहित उनके खेमे के विधायकों की अयोग्यता संबंधी नोटिस जारी किए थे।
स्पीकर को पहले मामले में पिछले सप्ताह तीन दिनों तक कार्रवाई स्थगित करने के लिए कहा गया था, जब हाईकोर्ट ने उस मामले की सुनवाई शुरू की जिसमें याचिकाकर्ता विधायकों ने संविधान के संबंधित प्रावधान चुनौती दी है।
पायलट खेमे के तर्कों को सुनने के बाद हाईकोर्ट ने मंगलवार को उन्हें तीन और दिनों के लिए राहत दी थी और 24 जुलाई के लिए निर्णय सुरक्षित रखा।
बागी विधायकों ने तर्क दिया कि जब विधानसभा सत्र नहीं हो रहा हो तब कोई व्हिप जारी नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ कांग्रेस छोडऩे की उनकी कोई योजना नहीं है लेकिन वे राजस्थान नेतृत्व में बदलाव चाहते थे।
इस बीच, स्पीकर जोशी ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में सीएलपी दायर की और सोमवार को इसकी सुनवाई होनी है।
हैदराबाद, 24 जुलाई (आईएएनएस)। हैदराबाद को दुनिया के शीर्ष 20 ऐसे शहरों की सूची में 16 वें नंबर पर रखा गया है, जो कैमरों के जरिए निगरानी में अव्वल हैं। यहां 1 करोड़ लोगों की आबादी पर 3 लाख कैमरों के जरिए निगरानी होती है। इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि प्रति 1,000 लोगों पर 29.99 कैमरे हैं। निगरानी को लेकर यह सूची ब्रिटेन स्थित टेक रिसर्च फर्म कंपेरिटेक द्वारा जारी की गई है। इस सूची में भारत के एकमात्र शहर हैदराबाद का नाम है।
सूची में तीसरे स्थान पर आने वाले लंदन और 16 वें नंबर के हैदराबाद को अलावा इस सूची में चीन के बाहर का कोई अन्य शहर नहीं हैं। 1,000 लोगों के लिए 119.57 कैमरों के साथ ताइयुआन पहले नंबर पर है जबकि वूशी 1,000 लोगों के लिए 92.14 कैमरों के साथ दूसरे स्थान पर है। अन्य सभी रैंक पर भी चीनी शहर ही हैं।
लंदन में 93 लाख से अधिक की आबादी के लिए 6,27,727 कैमरे हैं। यानि कि प्रति 1,000 लोगों पर 67.47 कैमरे हैं।
गुरुवार को तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक एम. महेन्द्र रेड्डी ने हैदराबाद को मिली इस पहचान के बारे में बताते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, सभी हितधारकों को बधाई। सबसे पहले यहां के लोगों को धन्यवाद जिन्होंने शहर को रहने के लिए सुरक्षित स्थान बनाया।
प्रभावी पुलिसिंग के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के प्रयासों के चलते हैदराबाद पिछले कुछ वर्षों से लगातार सीसीटीवी कैमरे लगा रहा है।
डीजीपी ने पिछले साल घोषणा की थी कि हैदराबाद, साइबराबाद और राचकोंडा के तीन पुलिस कमिश्नेरेट क्षेत्रों को कवर करते हुए ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) की सीमा में 10 लाख सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।