कारोबार
रायपुर, 6 मई। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीडिय़ा प्रभारी संजय चौबे ने बताया।
कैट ने बताया कि एमएसएमई विकास संस्थान एवं कैट के द्वारा व्यापारियों का उधम आधार पंजीकरण प्रक्रिया एवं एमएसएमई से व्यापारियों को मिलने वाले लाभो विषयक पर कैट सी.जी. चैप्टर के प्रदेश कार्यालय मिटिंग सम्पन्न हुई। मिटिंग में एमएसएमई रायपुर के लोकेश परगनिहा, उप निर्देशक, के द्वारा व्यापारियों को उधम आधार पंजीकरण प्रक्रिया एवं एमएसएमई से व्यापारियों को मिलने वाले लाभो की जानकारी दी।
सर्वप्रथम मिटिंग की शुरुआत कैट सी.जी. चैप्टर के प्रदेश महामंत्री सुरिन्दर सिह ने मिटिंग में उपस्थित एमएसएमई के अधिकारियों, कैट के पदाधिकारियों एवं सभी व्यापारियों का स्वागत किया। तत्पश्चात् एमएसएमई के अधिकारियों एवं व्यापारिक संगठनो के पदाधिकारियों का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया।
उपाध्यक्ष श्री पारवानी ने बताया कि पूर्व में व्यापारी (ट्रेड़र्स) भी एमएसएमई की परिभाषा में शामिल थे किन्तु वर्ष 2017 में उन्हें इस परिभाषा से निकाल दिया था उसके बाद से कैट लगातार इस मुद्दे को सरकार के साथ उठाता रहा और केंद्र सरकार ने व्यापारियों को इस परिभाषा में दोबारा जोडऩे का निर्णय लिया।
7 जुलाई 2021 को व्यापारियों को इस परिभाषा के अंतर्गत जोडऩे का आदेश दिया। सरकार के इस फैसले से देश के करीब 8 करोड़ से ज्यादा छोटे कारोबारियों को फायदा होगा। सरकार का यह कदम न केवल अर्थव्यवस्था बल्कि भारत के सबसे जीवंत खुदरा व्यापार को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा। व्यापारियों के लिए सुनहरा अवसर है, सभी व्यापारियो को एमएसएमई मे उद्यम आधार पंजीयन करवाना चाहिए।
श्री दोशी ने बताया कि उद्यम आधार से पंजीकृत व्यापारियों को बैंकों से कज़ऱ् प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग के तहत औरों से कम ब्याज दर पर मिल सकता है जिससे वर्तमान में आर्थिक तंगी से जूझ रहे व्यापारियों को बड़ी राहत मिल सकती है। कोरोना के कारण पिछले दो वर्षों से व्यापारी अपने सामान्य व्यापार से महरूम हैं जिसके कारण बेहद आर्थिक तंगी का सामना उन्हें करना पड़ रहा है। उन व्यापारियों के लिए उधम आधार पंजीकरण प्रक्रिया एवं एमएसएमई से व्यापारियों को मिलने वाले लाभ एक वरदान साबित होगा।
श्री परगनिहा ने बताया कि उद्यम आधार पंजीयन से व्यापारी एमएसएमई श्रेणी के अंतर्गत आएंगे और प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र के आधार पर दिए जाने वाले ऋण को बैंकों और वित्तीय संस्थानों से आसानी से प्राप्त कर सकेंगे। इसके अलावा अब व्यापारियों द्वारा विभिन्न सरकारी योजनाओं के कई अन्य लाभों को भी प्राप्त किया जा सकेगा जिनका लाभ एमएसएमई श्रेणी के व्यापारी अभी उठा रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि आज देश के व्यापारिक समुदाय जो लगभग 40 करोड़ लोगों को रोजगार प्रदान कर रहा है और लगभग 115 लाख करोड़ का सालाना कारोबार कर रहा है। कोविड महामारी से प्रभावित व्यापारी अब बैंकों से आवश्यक वित्त प्राप्त करके अपने व्यवसाय को बहाल करने में सक्षम होंगें। ृ
रायपुर, 6 मई। मद्रासी ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर शफीक अहमद ने बताया कि अतंर्राज्यीय बस स्टैण्ड रोड, भाटागॉव चौक के पास स्थित ब्रांच मद्रासी हाईवे का नयी साज-सज्जा के साथ शुभारंभ हुआ जिसमें लोग वही बेहतरीन व स्वादिष्ट भोजन का आनंद उठा सकेंगे।
शफीक अहमद ने बताया कि पल-पल में परिवर्तन ही प्रकृति का नियम है-उक्ति के तहत इंटर स्टेट बस अड्डे में प्रदेश के बाहर से आने जाने वाले लोगों को शानदार डाईनिंग का अनुभव कराने के उद्देश्य से मद्रासी ग्रुप ने स्वाद प्रेमियों के लिये इस संस्थान में बेहतरीन इंतेजाम किया है. शीघ्र ही संस्थान में थाली एवं कॉम्बो लाने की योजना है।
श्री शफीक ने बताया कि इस नये ब्रांच की स्ट्रेंथ 60-70 लोगों की है, जहां क्वालिटी फूड का आनंद उठाया जा सकता है। यहां मद्रासी होटल की भांति सभी वर्गों के लिये स्वादिष्ट व्यंजनों की लाजवाब श्रृंखला है. मीनू के आयटम्स में समय समय पर नये डिश भी जोड़े जाते हैं. संस्थान मेंं बिरयानी के अलावा चायनीज, वेज, नॉनवेज जैसे विशिष्ट आयटम्स है।
उल्लेखनीय है कि संस्थान द्वारा स्वच्छता को सबसे अधिक तरजीह दी जाती है. उपरोक्त सभी आयटम्स उच्च स्तर के साफ-सफाई को ध्यान मेंं रखकर निर्मित किये जाते है. अपनी सतत सफलता के बारे में शफीक भाई ने बताया कि इसका श्रेय संस्था से जुड़े समस्त शुभचिंतकों, ग्राहकों को ही जाता है जिनके द्वारा समय-समय पर दिये गये अमूल्य सुझाव एवं मार्गदर्शन से ही प्रेरणा मिलती रही है एवं उनसे रो•ााना कुछ नया सीखते हैं व उस पर अमल करने की कोशिश करते हैं।
रायपुर, 5 मई। सफलता कभी भी संयोग से नहीं प्राप्त होती है सफलता पाने के लिए उच्च लक्ष्य रखना चाहिए और कड़ी मेहनत करनी चाहिए। लोगों के साथ वैसा ही व्यवहार करना चाहिए जैसा कि वे आपसे उम्मीद रखते है। उक्त बातें अपने उद्बोधन में डॉ. सुमित मित्रा, टेस्को ग्लोबल बिजनेस सर्विसेज और टेस्को बेंगलुरु के सीईओ ने कलिंगा विश्वविद्यालय में एक विशेष इंटरैक्टिव कार्यक्रम के दौरान कही, उन्होंने यहां विश्वविद्यालय के छात्रों को संबोधित किया।
कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर श्रीधर ने स्वागत भाषण दिया और विश्वविद्यालय में छात्रों को कौ-रु39याल आधारित शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य के बारे में बताया और छात्रों को उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित किया। सोमनाथ बैश्य, पीपल डायरेक्टर, टेस्को बिजनेस सर्विसेज और टेस्को बेंगलुरु, वेंकट राघवन, एसोसिएट डायरेक्टर और ग्लोबल हेड, एनालिटिक्स, टेस्को बिजनेस सर्विसेज और कुसुम सिंह, सीओओ, किंग्समीड बिजनेस सॉल्यू-रु39यांस लिमिटेड यूके, डॉ. सुमित मित्रा के साथ कार्यक्रम के दौरान उपस्थित थे। डॉ. सुमित मित्रा ने छात्रों को संबोधित करते हुए पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से अपनी जीवन यात्रा के बारे में बताया।
उन्होंने भविष्य आधारित कौशल विकसित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि 2026 तक यूरोप की साठ प्रतिशत नौकरियां मौजूद नहीं होंगी क्योंकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाले रोबोटों द्वारा नौकरियों पर कब्जा कर लिया जाएगा। रोबोट से होगी मेडिकल सर्जरी। उनका मत था कि व्यक्ति को जिज्ञासु होना चाहिए और नई चीजें सीखते रहना चाहिए क्योंकि दुनिया सीखने वालों के लिए है। युद्ध के समय नेतृत्व के गुणों का विकास किया जाना चाहिए।
जब संकट के दौरान ग्राहकों की
क्रय शक्ति कम हो जाती है तो यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ग्राहकों को न्यूनतम मूल्य पर कैसे सेवा दी जाए। साथ ही व्यक्ति को अपने संचार कौशल को बढ़ाना चाहिए और अपनी स्थिति या परीस्थिति को 30 सेकंड से 1 मिनट में सम-हजयाने में सक्षम होना चाहिए। उन्होंने अपने जीवन का उदाहरण दिया, 16 साल की उम्र में उन्होंने शेफ के रूप में सेवा की, 19 साल की उम्र में उन्होंने उद्यमी के रूप में सेवा की और उनका अपना रेस्तरां था, बाद में वे डॉक्टर बने, एमबीए किया और अंत में बिजनेस लीडर बने।
उन्होंने कहा कि ज्ञान, कौशल और दृष्टिकोण मनुष्य को सफल बनाता है। बाद में अतिथियों ने कलिंगा विश्वविद्यालय परिसर का दौरा किया। कार्यक्रम के दौरान कलिंगा विश्वविद्यालय के समस्त विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक, कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे।‘
रायपुर, 5 मई। महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल कॉलेज (मैक) में वाणिज्य संकाय के प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों में अपने सीनियर फाईनल ईयर के साथी छात्रों के लिए विदाई समारोह आयोजित किया।
दो वर्षो से कोरोना काल के कारण इस तरह की सभी गतिविधियाँ बाधित रही है। विदाई समारोह में छात्रों में अलग ही उत्साह देखने को मिला। सभी छात्र आकर्षक एवं सुन्दर परिधानों में अलग ही छटा बिखेर रहे थे। वही ऑडिटोरियम को बहुत सुंदर ढंग से सजाया गया था।
बेहद सौम्य किन्तु मस्ती भरे माहौल में नृत्य, गायन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ कई गेम्स भी रखे गए थे साथी जिसमें फाईनल ईयर के सभी छात्रों ने बढ़ चढक़र हिस्सा लिया एवं खूब एन्जॉय किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के चेयरमेन राजेश अग्रवाल जी ने सभी विद्यार्थियों को इतने सुन्दर आयोजन के लिए बधाईयाँ दी एवं फाईनल ईयर के विद्यार्थियों को आने वाले भविष्य के के शुभकामनाएं प्रेषित की। स्वयं के छात्रजीवन के अनुभव साझा करते हुए कहा कि यह वक्त जीवन का सबसे महत्वपूर्ण क्षण होता है जिसमें खुशी और थोड़ा दु:ख दोनों शामिल होता है। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. ज्योति जनस्वामी जी ने भी सभी छात्र-छात्राओं को बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की साथ ही उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अब हम धीरे-धीरे नार्मल हो रहे है। कोविड से बाहर निकल रहे हैं लेकिन हमारे पास चुनौतियाँ भी कई है। जिनका डटकर मुकाबला करने हमें तैयार होना होगा।
रायपुर, 5 मई। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीडिय़ा प्रभारी संजय चौबे ने बताया।
कैट ने बताया कि दिल्ली में हुई एक राष्ट्रीय बैठक में देश के सभी राज्यों के 50 से अधिक शीर्ष व्यापार नेताओं ने सर्वसम्मति से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के मद्देनजर रूस को भारतीय उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के कार्य का नेतृत्व करने का निर्णय लिया है जो प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दुनिया के अन्य देशों में भारतीय उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने में एक बड़ी भूमिका निभाएगा और उनके इसी दृष्टिकोण से प्रेरित हो कर कैट ने इस दिशा में कार्य करने का निर्णय लिया है।
यह अवसर यूरोपीय संघ, संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य देशों द्वारा रूस पर प्रतिबंधों के कारण उत्पन्न हुआ है। प्रतिबंधों के चलते रूस में पहली बार आवश्यक उत्पादों की कमी होने की संभावना है। ज्ञातव्य है कि रूसी सरकार द्वारा समर्थित कई रूसी कंपनियों ने भारतीय सामानों की खरीद फरोख्त के लिए कैट से सम्पर्क किया है।
श्री पारवानी और श्री दोशी ने कहा कि देश के शीर्ष व्यापार नेताओं की बैठक में रूस में व्यापार के पर्याप्त अवसरों पर विस्तार से चर्चा हुई। केवल एफएमसीजी और प्रसंस्कृत खाद्य श्रेणियों में आज तक मौजूद संपूर्ण व्यापार अवसर 10 बिलियन अमरीकी डालर से अधिक का है। अगर हम गारमेंट्स, फुटवियर, फार्मा और अन्य श्रेणियों को जोड़ते हैं तो यह अवसर बहुत बड़ा है- दोनों व्यापारी नेताओ ने बताया।
श्री पारवानी एवं श्री दोशी ने कहा कि रूस के साथ अमेरिका का सारा व्यापार यानी 5.8 अरब डॉलर से अधिक का निर्यात पूरी तरह से बंद हो गया है और भारत इसे आसानी से अपने कब्जे में ले सकता है। पी एंड जी, नेस्ले, यूनिलीवर और कई अन्य बड़ी अमेरिकी और यूरोपीय कंपनियां का व्यापार रूस में बंद हो गया हैं या वापस ले ली गई हैं या उन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसी तरह यूरोप के अन्य देशो ने भी रूस के साथ व्यापार करना बंद कर दिया है, और इस कर के उन्होंने भारतीय व्यवसायों के लिए रूस मे एक बड़ा बाजार छोड़ दिया हैं।
रूस के प्रमुख व्यक्तिगत व्यापारिक साझेदार संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, नीदरलैंड, जर्मनी, बेलारूस, तुर्की, इटली, दक्षिण कोरिया, जापान थे।
श्री पारवानी और श्री दोशी ने कहा कि भारत और रूस के बीच ये लेन देन रुपया-रूबल व्यापार तंत्र के तहत की जायेगी, जिसे रूसी सेंट्रल बैंक और आरबीआई के बीच बहुत सक्रिय रूप से स्थापित किया जा रहा है। दोनों देशों के बीच परेशानी मुक्त व्यापार प्रवाह के लिए रूसी सरकार द्वारा समर्थित रूसी बैंकों के तत्वावधान में भारत में एक खरीद/व्यापार गृह स्थापित करने का प्रावधान किया जा रहा है। यह खरीद घर भारत में निर्यातकों और रूस में आयातकों के लिए एकल खिडक़ी इकाई के रूप में काम करेगा।
श्री पारवानी और श्री दोशी ने कहा कि भारतीय निर्यातकों के लिए भुगतान नियम और शर्तें बहुत आकर्षक हैं और सख्त गुणवत्ता नियंत्रण उपायों की भी आवश्यकता है। रूस में व्यापारिक समूहों द्वारा सभी खरीद को रूस में सरकार समर्थित बैंकों द्वारा समर्थित किया जा रहा है। रूस में बड़े खुदरा समूह, जिनके पास हजारों सुपर और हाइपर मार्केट हैं, वे भारत से बड़ी संख्या में सामानों को खरीद अपने मार्केट्स में रखेंगे।
दोनों व्यापार जगत के नेताओं ने कहा कि भारत से निर्यात की जाने वाली वस्तुओं की सूची बहुत लंबी है और इसमें शामिल हैं:- एफएमसीजी, प्रसंस्कृत और असंसाधित खाद्य पदार्थ, चाय, कॉफी, फार्मा, वस्त्र, इनरवियर, सौंदर्य प्रसाधन, मशीन स्पेयर पार्ट्स, जूते, आदि। रूस में भारतीय आयुर्वेदिक उत्पादों की भारी मांग है। हमारे दोनों देशों ने वर्षों से एक सांस्कृतिक बंधन साझा किया है। रूसी नागरिक उच्च शिक्षित और गुणवत्ता के प्रति जागरूक हैं और उन्होंने हमेशा भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता दी है। रूस में अब प्रतिबंधित देशों की कंपनियों के किसी भी उत्पाद को बेचने की अनुमति नहीं है।
श्री पारवानी और श्री दोशी ने कहा कि सभी श्रेणियों में भारतीय ब्रांडों की गुणवत्ता चीनी ब्रांडों की तुलना में काफी ऊपर है और खाद्य उत्पादों में चीन का कोई स्थान नही है। भारत रूस के साथ सबसे पसंदीदा राष्ट्र का दर्जा प्राप्त करता है और व्यापार गतिविधियों में वरीयता प्राप्त करता है। रूस में भारत से आयात किए जा रहे सामानों की निकासी के लिए विशेष सीमा शुल्क क्षेत्र बनाए गए हैं। व्यापार प्रवाह को सक्षम करने और शिपिंग चुनौतियों को कम करने के लिए, रूसी सरकार भारत से कार्गो उठाने के लिए रूसी कार्गो एयरक्राफ्ट और सैन्य कार्गो एयरक्राफ्ट भेजने के विकल्प भी तैयार कर रही है। भारत सरकार सभी सीआईएस देशों सहित रूस के साथ व्यापार के लिए चाभर बंदरगाह मार्ग को फिर से सक्रिय करने पर भी विचार कर रही है। जैसे ही दोनों सरकारों द्वारा भुगतान तंत्र की स्थापना और घोषणा की जाती है, व्यापार प्रवाह शुरू हो जाएगा।
रायपुर, 1 मई। कलिंगा विश्वविद्यालय का कंप्यूटर विज्ञान और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग 4-5 मई, 2022 को इमर्जिंग कंप्यूटिंग टेक्नोलॉजीज में हाल में हुए नवाचारों पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस आयोजित करने जा रहा है। कॉन्फ्रेंस कलिंगा विश्वविद्यालय के सभागार में हाइब्रिड (ऑनलाइन एवं ऑफलाइन) मोड में होगा।
कॉन्फ्रेंस के संयोजक श्री कैलाश देवांगन, सहायक प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष, कम्प्यूटर विज्ञान एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रभारी ने बताया कि कॉन्फ्रेंस के लिए बड़ी संख्या में पंजीयन किये जा चुके हैं। इस कॉन्फ्रेंस में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग, डेटा माइनिंग और वेयरहाउसिंग एज कंप्यूटिंग, क्वांटम कंप्यूटिंग, वर्चुअल रियालिटी और ऑगमेंटेड रियालिटी, ब्लॉकचैन, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (ढ्ढशञ्ज), 5त्र, डीप लर्निंग, साइबर सिक्योरिटी इमेज प्रोसेसिंग, स्पैटियल कंप्यूटिंग, कंप्यूटर विजन और डिजिटल हेल्थ जैसे विविध विषयों पर पेपर प्रस्तुत किये जाएंगे।
संगोष्ठी का उद्घाटन विश्वविद्यालय के समारोह सभागार में सुबह 10:30 बजे मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय (सीएसवीटीयू) भिलाई के कुलपति डॉ. एम के. वर्मा और विशिष्ट अतिथि डॉ. कोकुला कृष्ण हरि रणनीति और नीति निदेशक, विश्व डेटा संगठन, लंदन, यूके की गरिमामयी उपस्थिति में किया जाएगा।
समापन समारोह 5 मई 2022 को दोपहर 3 बजे होगा जिसके मुख्य अतिथि डॉ. राजर्षि महापात्रा, एसोसिएट प्रोफेसर और डीन अकादमिक आईआईआईटी, नया रायपुर होंगे।
मुख्य वक्ता डॉ. अरुणा ए देवस्कर प्रिंसिपल एटीएसएस कॉलेज ऑफ बिजनेस स्टडीज एंड कंप्यूटर एप्लीकेशन, पुणे, डॉ. वेंकन्ना यू, सहायक प्रोफेसर, आईआईआईटी नया रायपुर, डॉ. विजय एम वधाई निदेशक, एस्ट्यूट अकादमी, शिकागो यूएसए, डॉ. मनाली क्षीरसागर यशवंतराव चव्हाण इंजीनियरिंग कॉलेज एवं डॉ. धीमान साहा सहायक प्रोफेसर आईआईटी भिलाई होंगे।
ऱायपुर, 1 मई। देश के 256 जिलों में भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा अनिवार्य हॉलमार्किंग का 23 जून 2021 से सफल कार्यान्वयन के बाद, जिसमें हर दिन 3 लाख से अधिक सोने की वस्तुओं को एचयूआईडी के साथ हॉलमार्क किया जा रहा है, सरकार द्वारा अनिवार्य हॉलमार्किंग के दूसरे चरण को 01 जून 2022 से लागू करने के लिए गोल्ड ज्वैलरी और गोल्ड आर्टिफैक्ट्स (संशोधन) ऑर्डर, 2022, द्वारा अधिसूचित किया गया है।
अनिवार्य हॉलमार्किंग के दूसरे चरण में गोल्ड ज्वैलरी / आर्टिफैक्ट्स के तीन अतिरिक्त कैरेट 20,23 एवं 24 शामिल होंगे। जैसा कि भारतीय मानक आईएस 1417 में उल्लेखित है। और अनिवार्य हॉलमार्किंग व्यवस्था के तहत 32 ऐसे नए जिले को शामिल किया गया है जहां अनिवार्य हॉलमार्किंग आदेश के पहले चरण के कार्यान्वयन के बाद एसेइंग एंड हॉलमार्किंग केन्द्र (एएचसी) की स्थापना की गई है।
छत्तीसगढ़ में दो नए जिले (राजनांदगांव एवं बिलासपुर) को अब अनिवार्य हॉलमार्किंग के तहत् शामिल किया गया है। जिलों की सूची बीआईएस की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
बीआईएस ने आम उपभोक्ता को बीआईएस से मान्यता प्राप्त एसेइंग एंड हॉलमार्किंग केन्द्र (एएचसी) में अपने बिना हॉलमार्क वाले सोने के आभूषणों की शुद्धता की जांच कराने की अनुमति देने का प्रावधान किया है।
एएचसी प्राथमिकता के आधार पर आम उपभोक्ताओं के सोने के आभूषणों का परीक्षण करेगा और उपभोक्ता को परीक्षण रिपोर्ट प्रदान करेगा। उपभोक्ता को जारी की गई परीक्षण रिपोर्ट उपभोक्ता को उनके आभूषणों की शुद्धता के बारे में आश्वस्त करेगी और यदि उपभोक्ता अपने पास पड़े आभूषणों को बेचना चाहता है तो भी यह उपयोगी होगा।
4 वस्तुओं तक के सोने के आभूषणों के परीक्षण का शुल्क 200 रुपये है। 5 या अधिक वस्तुओं के लिए शुल्क 45 रुपये प्रति वस्तु है। उपभोक्ता के सोने के आभूषणों के परीक्षण पर विस्तृत दिशानिर्देश और मान्यता प्राप्त एसेइंग एंड हॉलमार्किंग केन्द्र की सूची को बीआईएस वेबसाइट के होम पेज के माध्यम से देखा जा सकता है। उपभोक्ता द्वारा खरीदे गए एचयूआईडी नंबर वाले हॉलमार्क वाले सोने के आभूषणों की प्रामाणिकता और शुद्धता को बीआईएस केयर ऐप (जिसे प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है) में ‘वेरीफाई एचयूआईडी’ का उपयोग करके भी सत्यापित किया जा सकता है।
रायपुर, 1 मई। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तम गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र जग्गी,विक्रम सिंहदेव,राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल ने बताया कि चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज बिलासपुर इकाई में आज छत्तीसगढ़ चेम्बर के प्रदेश महामंत्री अजय भसीन एवं उनकी पूरी टीम बिलासपुर टीम के साथ मिलकर चेम्बर सलाहकार श्री देवीदास वाधवानी जी से विशेष रूप से आशीर्वाद प्राप्त कर छत्तीसगढ़ चेम्बर की गतिविधियों से अवगत कराया साथ ही बिलासपुर चेम्बर इकाई को चेम्बर के माध्यम से शासन द्वारा लीज होल्ड से फ्री होल्ड किये जाने एवं फ्री होल्ड पर व्यापारियों के लिये शासन से सरलीकरण की मांग से संबंधित जानकारी दी।
श्री भसीन ने चेम्बर को एक नये मुकाम तक कैसे पहुंचाएं उसके लिए बिलासपुर की पूरी टीम के साथ मिलकर उन्होंने अपना सारगर्भित मार्गदर्शन देते हुए अपना अनुभव साझा किया। बिलासपुर चेम्बर की टीम ने संकल्प लेते हुए श्री भसीन से चेम्बर सदस्यता दिवस (सितंबर माह) तक बिलासपुर के 1000 सदस्यों को चेम्बर से जोडऩे की बात कही।
चेम्बर प्रदेश महामंत्री अजय भसीन बिलासपुर में आयोजित क्रिकेट प्रतियोगिता सुपरसिक्स के उद्घाटन समारोह में उपस्थित हुए एवं उस प्रतियोगिता की तर्ज पर छत्तीसगढ़ के अनेक जिलों में ऐसे ही प्रतियोगिता करवाने पर बल दिया। क्रिकेट प्रतियोगिता के आयोजन के लिए बिलासपुर युवा चेम्बर की टीम को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आगे कभी भविष्य में रायपुर या भिलाई में क्रिकेट प्रतियोगिता कराई जायेगी तो बिलासपुर इकाई से लिया अनुभव साझा किया जाएगा।
इस अवसर पर बिलासपुर से चेम्बर उपाध्यक्ष नवदीप सिंह अरोरा, प्रदेश मंत्री अनिल वाधवानी, बिलासपुर इकाई अध्यक्ष संजय मित्तल, युवा चेम्बर के अध्यक्ष अरविंद सिंह टुटेजा उद्योग चेम्बर के अध्यक्ष नवदीप छाबड़ा एवं चेम्बर महामंत्री अजय भसीन के साथ चेम्बर सलाहकार राकेश ओचवानी, उपाध्यक्ष नीलेश सेठ, मंत्री शंकर सचदेव, मनोहर कृष्णानी सहित बिलासपुर इकाई के अन्य पदाधिकारी भी प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
बालकोनगर, 27 अप्रैल। भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने सामुदायिक विकास कार्यक्रम की ‘उपचार आपके द्वार’ मुहिम के अंतर्गत चलित स्वास्थ्य इकाई के माध्यम से मार्च-अप्रैल 2022 में लगभग 2000 मरीजों का उपचार किया। स्वास्थ्य शिविरों में सामान्य बीमारियों के साथ हीमोग्लोबीन, मधुमेह और उच्च रक्तचाप की जांच की गई। शिविरों तक आने में असमर्थ नागरिकों को घर पहुंच चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई गई।
लाभान्वित नागरिकों ने बताया कि शिविरों में उन्हें नि:शुल्क परामर्श और दवाइयां दी जा रही हैं। स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति नागरिकों में जागरूकता आई हैं। लोगों ने बालको की पहल को प्रशंसनीय बताया।
बालको ने हेल्पएज इंडिया के सहयोग से चलित स्वास्थ्य इकाई संचालित की है। इस परियोजना से कोरबा के 48 ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के लगभग 6000 नागरिक लाभान्वित हो चुके हैं। प्रतिदिन पूर्व निर्धारित तीन स्थानों पर स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाते हैं। एमबीबीएस डॉक्टर के साथ ही अन्य प्रशिक्षित चिकित्साकर्मी शिविरों में सेवाएं दे रहे हैं।
रायपुर, 26 अप्रैल। कलिंगा विश्वविद्यालय मध्य भारत का एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान है। नवाचार एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) के द्वारा बी प्लस की मान्यता प्रदान की गयी है। यह छत्तीसगढ़ में एकमात्र निजी विश्वविद्यालय है, जो एनआईआरएफ रैंकिंग 2021 में उत्कृष्ट 151-200 विश्वविद्यालयों में सम्मिलित है।
यहाँ पर वैश्विक मापदंड के अनुरूप विद्यार्थियों में नवोन्मेष को विकसित करने के लिए उच्च गुणवत्तापूर्ण बहु-विषयक अनुसंधान केंद्रित शिक्षा एवं कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया जाता है। जिससे उनमें नेतृत्वशक्ति के विकास होने के साथ एक जिम्मेदार नागरिक बनने की भावना विकसित हो सके।
विद्यार्थियों को उनके भविष्य के लिए रोजगार की संभावनाओं और स्टार्टअप पर मार्गदर्शन के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए कलिंगा विश्वविद्यालय के द्वारा 23 अप्रैल 2022 को सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में कलिंगा विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के सहा. प्राध्यापक श्री शेख अब्दुल कादिर उपस्थित थे।
मुख्य वक्ता श्री शेख अब्दुल कादिर ने विद्यार्थियों से पत्रकारिता एवं जनसंचार के क्षेत्र में रोजगार की असीम संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्तमान युग सूचना प्रौद्योगिकी का युग है। सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं तकनीक की बेहतर जानकारी और मार्गदर्शन से रोजगार प्राप्त करने के अनेक विकल्प मौजूद हैं।
उन्होंने कहा कि परिश्रम, आत्मविश्वास और सही मार्गदर्शन से मनोवांछित सफलता का मिलना तय होता है। विदित हो कि पत्रकारिता के क्षेत्र में श्री शेख अब्दुल कादिर का लगभग 21 वर्षो का लंबा अनुभव है। उन्होंने अपने अनुभव को विद्यार्थियों से साझा किया। उक्त संगोष्ठी में विभिन्न स्कुलों तथा कॉलेजों के प्रतिभागी उपस्थित थे।
उक्त संगोष्ठी में कलिंगा विश्वविद्यालय के निर्देशक (एडमिशन) श्री अभिषेक शर्मा ने बताया कि वर्तमान परिदृश्य में विद्यार्थियों के बीच पत्रकारिता एवं जनसंचार पाठ्यक्रम बहुत लोकप्रिय है। इस विषय पर सही मार्गदर्शन एवं डिग्री प्राप्त करके विभिन्न मीडिया प्रतिष्ठान में रोजगार की संभावनाएं सबसे ज्यादा है।
इस सेमिनार में उपस्थित विद्यार्थियों न अपनी जिज्ञासाओं को मुख्य वक्ता के समक्ष प्रस्तुत किया और उनसे उचित मार्गदर्शन प्राप्त किया।
कार्यक्रम की समाप्ति के उपरांत मुख्य अतिथि के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करके आभार व्यक्त किया गया। उक्त सेमिनार में विश्वविद्यालय के मार्केटिंग एवं एडमिशन विभाग के निर्देशक श्री अभिषेक शर्मा, कु. काजल सिंह, श्री विशाल, कु. गरिमा सोनवानी और प्रवेश विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
हैदराबाद, 26 अप्रैल। भारत के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक एनएमडीसी ने 21 जून, 2022 को मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का काउंटडाउन प्रारम्भ करते हुए आज अपने मुख्यालय और परियोजनाओं में योग अभ्यास और प्रदर्शन का आयोजन किया। श्री प्रवीण कुमार, अधिशासी निदेशक (कार्मिक) ने हैदराबाद में योग सत्र का उद्घाटन करते हुए कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों को सक्रिय रूप से प्रतिभागिता के लिए प्रोत्साहित किया।
एनएमडीसी ने नमस्ते इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से इस कार्यक्रम का आयोजन किया। योग गुरु श्री बृजभूषण पुरोहित, श्री एस. रवि कुमार और श्री रवि किशोर ने आयुष मंत्रालय के प्रोटोकॉल के अनुसार योग आसनों का प्रदर्शन किया। उनके नेतृत्व में एनएमडीसी परिवार ने उत्साह के साथ योग आसनों और प्राणायाम क्रिया का पालन किया ।
आयुष मंत्रालय द्वारा योग महोत्सव 2022 अभियान के हिस्से के रूप में, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 के लिए 100 दिनों के रन-अप में योग अभ्यास और प्रदर्शन आयोजित करने के लिए सौ संगठनों की पहचान की गई है। आयुष मंत्रालय ने 13 मार्च, 2022 को अभियान शुरू किया और इस्पात मंत्रालय और इसके सीपीएसई को 23 अप्रैल, 2022 आवंटित किया ।
आजादी का अमृत महोत्सव की पृष्ठभूमि में, 75 हेरिटेज शहरों और सांस्कृतिक स्थलों को आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 21 जून, 2022 को योग सत्र आयोजित करने के लिए चुना गया है। स्वस्थ जीवन शैली के अग्रदूत, एनएमडीसी के सीएमडी श्री सुमित देब ने कहा, एनएमडीसी फिट इंडिया आन्दोलन का संरक्षक रहा है और देश के साथ योग का उत्सव मनाना हमारे लिए गर्व की बात है।
श्री देब ने बताया कि मैं एनएमडीसी परिवार को योग के माध्यम से अनुशासित मन और शरीरिक शक्ति का निर्माण करने और एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित करता हूं। फिटनेस और एक स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने के लिए एनएमडीसी नियमित रूप से मैराथन, गेमीफाइड वॉकॉथंस, खेल टूर्नामेंट, और योग सत्र आयोजित करता है।
कांकेर, 26 अप्रैल। शहर के सरंगपाल में स्थित जेपी इंटरनेशनल स्कूल में कक्षा बारहवीं के विद्यार्थियों के लिए टॉक शो के पहले पड़ाव का आयोजन किया गया जिसके अन्तर्गत हर शनिवार देश एवं विदेश के विभिन्न कार्य क्षेत्रों से विद्वान उनके करियर चुनाव हेतु मार्गदर्शन करेंगे। कार्यक्रम का आयोजन वर्चुअल मोड में किया गया।
इस पहले हफ्ते की मुख्य वक्ता सुश्री अरुणिमा मिश्रा जी हैं जो द गल्फ टाइम ,अबू धाबी कि एसोसिएट एडिटर हैं। इन्होंने अपनी प्रजेंटेशन के माध्यम से सर्वप्रथम विद्यार्थियों को पत्रकारिता एवं मीडिया के वास्तविक कार्यो के विषय में जानकारी दी। तत्पश्चात समाज में पत्रकारिता के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए इससे संबंधित करियर के विषयों की जानकारी दी।
सभी विद्यार्थी गर्मजोशी के साथ इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु आगे बढ़े एवं पत्रकारिता से संबंधित कई प्रकार के प्रश्न पूछें। सुश्री अरुणिमा जी ने ना केवल सभी विद्यार्थियों का हौसला बढ़ाया अपितु उनकी सभी सवालों का समाधान उनके जीवन से उदाहरण लेकरसरल भाषा में समझाया। उन्होंने इस क्षेत्र में उनके द्वारा की गई कृतियों का विवरण अत्यंत रोचक ढंग से किया जिससे सभी विद्यार्थी अत्यंत प्रभावित नजर आ रहे थे।
संस्था के संचालक श्री प्रताप राय गिदवानी, निदेशक श्री शंकर गिदवानी, शैक्षिक सलाहकार श्री गोविंद मुदलियार, संस्था प्राचार्य श्री रितेश चौबे एवं उप-प्राचार्य श्री विजयन वी ने कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु समस्त छात्रगण एवं शिक्षकगणों को शुभकामनाएं प्रेषित की गई।
रायपुर, 26 अप्रैल। स्कूल ऑफ साइंसेज और स्कूल ऑफ लाइब्रेरी साइंस ने माइंडब्रेकर्स नामक पुस्तक मेले का आयोजन किया। पुस्तक मेले का उद्घाटन कुलाधिपति श्री गजराज पगरिया एवं महानिदेशक श्री प्रियेश पगरिया ने किया। कुलपति श्री के पी यादव ने छात्रों को उनके प्रयासों के लिए बधाई दी। पुस्तक मेले में कुलसचिव श्री गोकुलानंद पांडा ने टीम वर्क की सराहना की। प्रो वाइस चांसलर डॉ. दीपिका ढांड ने छात्रों से कुछ किताबें खरीदीं।
पुस्तक मेले में विद्यार्थियों ने विभिन्न पुस्तकों के संग्रह की प्रदर्शनी लगाई। छात्रों द्वारा 200 से अधिक पुस्तकों का प्रदर्शन किया गया। आयोजकों डॉ भाग्यश्री देशपांडे, डॉ आशीष सराफ तथा डॉ कल्पना चंद्राकर ने छात्रों को पुस्तक पढऩे के लिए प्रेरित करने के लिए पुस्तक मेला आयोजित करने के इरादे के बारे में जानकारी दी।
डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. राकेश सोनी ने पुस्तकों का प्रदर्शन करने वाले छात्रों से बातचीत की। सीओई श्री प्रदीप सक्सेना, ओएसडी पीएच.डी. डॉ. विश्वप्रकाश रॉय ने उनके प्रयासों के लिए टीम की सराहना की। पुस्तकालय समिति के अध्यक्ष डॉ. प्रशांत मुंडेजा ने छात्रों के अथक प्रयासों पर टिप्पणी करते हुए भविष्य में इस तरह के आयोजन करने को कहा।
रायपुर, 25 अप्रैल। कलिंगा विश्वविद्यालय के वनस्पति और प्राणी विज्ञान विभाग द्वारा संयुक्त रूप से माइकोबियल एवं बायोकेमिकल तकनीक का प्रशिक्षण 18-19 अप्रैल को दिया गया। कार्यक्रम की शुरूवात कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर. श्रीधर के उदबोधन से हुई। डॉ. आर. श्रीधर ने बताया कि बढ़ती चिकित्सकीय चुनौतियों और नई-नई बीमारियों के उदभव की वजह से आज वर्तमान में एंटी माइकोबियल तकनीक पर काम करना जरूरी हो गया है।
इसी तरीके से कैंसर जैसी बीमारियों के उपर और भी रिसर्च की आवश्यकता है ताकि किसी भी अवस्था में कैंसर को उपचारित किया जा सके। तत्पश्चात तकनीकी सत्र की शुरूवात डॉ. योगेश पटेल, सुक्ष्म जीव विज्ञान विभाग सरदार कृषिनगर कृषि विश्वविद्यालय दांतीवाडा गुजरात के व्याख्यान से हुई।
डॉ. पटेल ने चर्चा करते हुये व्याख्यान में बताया कि एंटीबायोटिक के अत्यधिक और सही डोज में न लेने से माइकोब प्रतिरोधक क्षमता प्राप्त कर रहे है संभव है कि आने वाले समय में मौजूद एंटीबायोटिक काम न करे। उन्होंने किसी एकक ड्रग अणुओं के बजाय मल्टी मॉलिक्यूल कटेनिंग ड्रग की उपयोगिता के बारे में विस्तार से बताया।
उन्होंने बताया कि मौजूदा दौर में वैज्ञानिक पादपों से प्राप्त निष्कर्षण का उपयोग एंटीबायोटिक के तौर पर करके देख रहे है। व्याख्यान के पश्चात एंटीबैक्टीरियल और एंटीमाइकोबियल एक्टीविटी का प्रशिक्षण दिया गया इसके अलावा हैवी मेटल की आलिगोडायनामिक एक्टिविटी का टेस्ट भी बच्चो को कराया गया।
तकनीकिय अध्ययन के दुसरे सत्र में एमाइलेज, जिलेटिनेज, कैसीनेज एक्टिविटी प्रदर्शित करने वाले माइकोब की स्क्रीनिंग की गई।
तकनीकी के दूसरे दिन डॉ. गौरव दुबे, असिस्टेट रिसर्च साइसटिस्ट, सरदार कुशीनगर कृषि विश्वविद्यालय दांतीवाडा गुजरात ने एंटीबाडी रिएक्टीविटी के बारे में बच्चों को बताया।
व उसका प्रायोगिक परीक्षण भी बच्चों को दिया उसके पश्चात एसडीएस पेज इलेक्ट्रोफोरेसिस का प्रशिक्षण भी बच्चों को दिया गया।
अंतिम तकनीकी सत्र में डॉ. गौरव दवे में एंटीमायोटिक और एंटीकैंसर • एक्टिविटी को मूंग की दाल, प्याज की मदद से करके दिखाया और बताया कि किस तरीके से सीमित संसाधन के साथ आप हाइ ओरियंटल रिसर्च कर सकते है ।
कार्यक्रम के संयोजक अभिषेक कुमार पाण्डेय ने आये हुयें अतिथि विद्वानों को धन्यवाद स्थापित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मनोज सिंह आयोजक सचिव ने किया। बायोटेक विभाग की सहायक प्रध्यापक सुश्री निराली बुध्दभाटी और डॉ. रामस्वरूप सैनी के निर्देशन में बच्चों ने प्रायोगिक कार्यक्रम सम्पन्न किया।
अंत में श्री अभिषेक कुमार पाण्डेय ने फार्मेसी विभाग के प्रधानाचार्य डॉ. संदीप तिवारी और श्री सुदीप मंडल को कार्यक्रम को सफल बनाने में अभूतपूर्व योगदान के लिये विशेष धन्यवाद ज्ञापित किया ।
रायपुर, 25 अप्रैल। कलिंगा विश्वविद्यालय मध्य भारत का एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान है। नवाचार एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) के द्वारा बी प्लस की मान्यता प्रदान की गयी है। यह छत्तीसगढ़ में एकमात्र निजी विश्वविद्यालय है जो एनआईआरएफ रैंकिंग 2021 में उत्कृष्ट 151-200 विश्वविद्यालयों में सम्मिलित है।
यहाँ पर वैश्विक मापदंड के अनुरूप विद्यार्थियों में नवोन्मेष को विकसित करने के लिए उच्च गुणवत्तापूर्ण बहु-विषयक अनुसंधान केंद्रित शिक्षा एवं कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया जाता है। जिससे उनमें नेतृत्वशक्ति के विकास होने के साथ एक जिम्मेदार नागरिक बनने की भावना विकसित हो सके।
विद्यार्थियों को उनके भविष्य के लिए रोजगार की संभावनाओं और स्टार्टअप पर मार्गदर्शन के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए कलिंगा विश्वविद्यालय के द्वारा 16 अप्रैल 2022 को आयोजित सेमिनार में विभिन्न स्कूल और कॉलेज के अंतिम वर्ष में अध्ययनरत विद्यार्थी, शिक्षक और प्राचार्य उपस्थित थें। उक्त संगोष्ठी में कक्षा 12 वीं के छात्र, स्नातक अंतिम वर्ष के छात्र और उच्च माध्यमिक विद्यालयों के विभिन्न शिक्षकों सहित लगभग 220 प्रतिभागी उपस्थित थे।
इस संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर. श्रीधर उपस्थित थें। उन्होंने प्रतिभागी विद्यार्थियों को स्टार्टअप और उद्यमिता के बारे में विस्तार से बताते हुए रोजगारमूलक पाठ्यक्रम की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि परिश्रम, आत्मविश्वास और सही मार्गदर्शन से मनोवांछित सफलता का मिलना तय होता है।
वर्तमान परिदृश्य में उन्होंने स्टार्टअप से रोजगार की संभावनाओं के बारे में प्रेरक वक्तव्य दिया। उक्त सेमिनार में विश्वविद्यालय के एडमिशन निर्देशक श्री अभिषेक शर्मा, श्री विशाल, श्रीमती सोनम दुबे और मार्केटींग विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।