खेल
नई दिल्ली, 8 जुलाई । पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी ने एक बार फिर सचिन तेंडुलकर के बारे में विवादास्पद बयान दिया है। अफरीदी ने नौ साल पहले कहा था कि महान बल्लेबाज को पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर की गेंदबाजी का सामना करने से डर लगता था। अफरीदी ने एक बार फिर इस विवादास्पद बात को दोहराया है। अफरीदी ने कहा कि सचिन इस बात को मानेंगे नहीं लेकिन वह अख्तर से डरते थे। हालांकि खुद शोएब अख्तर कह चुके हैं कि ऐसी कोई बात नहीं है।
अफरीदी ने अपनी किताब ने कहा था, सचिन शोएब से डरते थे। मैंने खुद देखा है। मैं स्केवर लेग पर खड़ा होता था। जब अख्तर गेंदबाजी करने आते थे तो सचिन के पांव कांपते थे।
जैनब अब्बास के साथ यूट्यूब चैनल पर उन्होंने कहा, देखिए सचिन तेंडुलकर अपने मुंह से तो कहेगा नहीं कि मैं डर रहा हूं। शोएब अख्तर के ऐसे कई स्पेल होते थे जिसमें सिर्फ सचिन ही नहीं दुनिया के कई सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों को डराया।
अख्तर ने कहा, जब आप मिड-ऑफ या कवर्स पर फील्डिंग करते हैं तो आप इसे देख सकते हैं। आपको किसी खिलाड़ी की बॉडी लैंग्वेज के बारे में पता चल जाता है। आप आसानी से समझ जाते हैं कि बल्लेबाज दबाव में है और वह अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं दे पा रहा है। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि शोएब ने सचिन को डरा दिया लेकिन शोएब के ऐसे कुछ स्पेल थे जिन्होंने दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों, जिनमें सचिन मभी शामिल हैं, को बैकफुट पर रखा।
अफरीदी ने यह भी कहा कि सचिन को मिस्ट्री बोलर सई अजमल से भी डर लगता था। अख्तर शायद 2011 के वर्ल्ड कप का जिक्र कर रहे थे जब एक विवादास्पद फैसले में ऑनफील्ड अंपायर ने सचिन को अजमल की गेंद पर एलबीडब्ल्यू दे दिया था लेकिन तीसरे अंपायर के नतीजे से साफ हुआ कि गेंद लेग स्टंप के बाहर जा रही है।
अफरीदी ने यह भी कहा, वर्ल्ड कप के दौरान सचिन सईद अजमल से डरते हुए नजर आए। यह कोई बड़ी बात नहीं है। खिलाड़ी कई बार दबाव महसूस करते हैं और यह उनके लिए चुनौतीपूर्ण हो जाता है।
हाल के दिनों में शाहिद ने कई विवादास्पद बयान दिए हैं। उन्होंने हाल ही में कहा था कि पाकिस्तान की टीम भारतीय टीम को इतना हराती थी कि टीम इंडिया उनसे माफी मांगती थी। (नवभारत टाईम्स)
नई दिल्ली, 8 जुलाई। दर्शकों के बिना क्रिकेट मैच की कुछ महीने पहले तक कल्पना तक नहीं की जा सकती थी लेकिन कोरोना महामारी के चलते अब यह एक हकीकत बन गया है।
इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच बुधवार से शुरू हो रहे टेस्ट मैच से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी हो रही है। करीब चार महीने बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट शुरू हो रहा है। यह मैच खाली स्टेडियम में बिना दर्शकों के खेला जाएगा। टेस्ट क्रिकेट के 143 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा।
इंग्लैंड और वेस्टइंडीज की टीमें जब मैदान में पहुंचेंगी तो उनका स्वागत करने के लिए स्टैंड में दर्शक मौजूद नहीं होंगे। बेशक, खिलाड़ी भी मैदान पर दर्शकों के जोश, पोस्टर्स और स्लोगन को मिस करेंगे। क्रिकेट के खेल में रोमांच बनाए रखने के लिए इन सबका अहम किरदार होता है।
बंद दरवाजों में खेली जाने वाली इस सीरीज में अंपायर्स, खिलाड़ी, रेफरी होंगे, लेकिन अपने पसंदीदा खिलाडिय़ों की हौसला अफजाई के लिए दर्शक नहीं होंगे। खिलाडिय़ों को गेंद चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल की इजाजत नहीं होगी। अगर कोई ऐसा करता है तो अंपायर दो बार चेतावनी देगा और तीसरी बार ऐसा करने पर टीम पर पांच रन की पेनल्टी लगाई जाएगी। ट्रैवलिंग के नियम बहुत सख्त हैं इसलिए टेस्ट सीरीज में न्यट्रल अंपायर नहीं होंगे। स्थानीय अंपायर ही करेंगे अंपायरिंग। (navbharattimes.indiatimes.com)
नई दिल्ली, 7 जुलाई। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन का मानना है कि भारतीय टीम के पास बमुश्किल असफल होने वाले शीर्ष क्रम के कारण अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के टूर्नामेंटों के लिये वैकल्पिक योजना की कमी है। चाहे वह 2014 में आईसीसी विश्व टी20 हो या 2017 की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी या इंग्लैंड में 2019 का विश्व कप, प्रत्येक टूर्नामेंट में एक खराब मैच का टीम को खामियाजा भुगतना पड़ा। हुसैन ने स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम 'क्रिकेट कनेक्टेडÓ में कहा कि मैं कहूंगा कि आईसीसी टूर्नामेंटों में परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाना नहीं, बल्कि भारत का चयन गलत रहा। यह केवल एक मैच की योजना से जुड़ा हुआ नहीं है।
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान को लगता है कि सीमित ओवरों की क्रिकेट में कप्तान विराट कोहली और उनके साथ उपकप्तान रोहित शर्मा के शानदार प्रदर्शन से मध्यक्रम हमेशा मुश्किल परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने के लिए तैयार नहीं रहते। उन्होंने कहा कि अगर कोहली और रोहित आउट हो जाते हैं और स्कोर दो विकेट पर 20 रन हो जाता है तो क्या आपका मध्यक्रम इस परिस्थिति के लिए तैयार है। भारतीय क्रिकेट के लिए यह गलत हो सकता है कि उसका शीर्ष क्रम बहुत अच्छा है। जब कोहली, रोहित शतक जड़ते हैं और मध्यक्रम के बल्लेबाजों को मौका नहीं मिलता है तो ठीक रहता है।
नासिर हुसैन का मानना है कि जब भारत शुरू में तीन विकेट गंवा देता है तो उसके पास इसका कोई जवाब नहीं होता है। उन्होंने कहा कि अचानक आप का स्कोर तीन विकेट पर 20 रन हो जाता है और मध्यक्रम को मिशेल स्टार्क और जोश हेजलवुड का सामना करना होता है और फिर आप संभल नहीं पाते हो। इसलिए इसके लिए 'प्लान बीÓ जरूरी होता है। केवल 'प्लान एÓ से ही काम नहीं चलता है। हुसैन को कोहली का कप्तान के रूप में नजरिया पसंद है जो कि महेंद्र सिंह धोनी से भिन्न है हालांकि कुछ विभाग हैं जिनमें वह भारत के वर्तमान कप्तान से सुधार चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अब भी कुछ विभाग हैं जिनमें उन्हें सुधार करने की जरूरत है। मैं उसे बदलाव करने वाला व्यक्ति मानता हूं। (न्यूज18)
नई दिल्ली, 7 जनवरी । इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) ने फ्रेंचाइजी आधारित इस टूर्नामेंट के मैचों में विदेशी खिलाडिय़ों के लिए तीन प्लस एक नियम को स्वीकृति दी। पांच विदेशी खिलाडिय़ों के मौजूदा नियम में बदलाव से स्थानीय खिलाडिय़ों का प्रतिनिधित्व बढ़ेगा। यह नियम 2021-22 में आईएसएल के आठवें सीजन के
टूर्नामेंट नियमों का हिस्सा होगा। यह फैसला फुटबॉल स्पोर्ट्स डेवलमेंट लिमिटेड (एफएसडीएल) की बैठक में लिया गया, जिसमें इसकी अध्यक्ष नीता अंबानी ने भी हिस्सा लिया। इस फैसले की सूचना सभी हितधारकों को दे दी गई है, जिसमें क्लब और अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) भी शामिल है। नए नियम के मुताबिक आईएसएल क्लब टीम में अधिकतम छह विदेशी खिलाडिय़ों को अनुबंधित कर पाएंगे, जिसमें एक अनिवार्य रूप से एशियाई मूल का खिलाड़ी होगा। मैच के दौरान चार विदेशी खिलाडिय़ों को मैदान पर उतारने की स्वीकृति होगी। विदेशी खिलाडिय़ों से जुड़ा तीन प्लस एक का नियम एशियाई फुटबॉल परिसंघ के प्रतियोगिता नियमों का हिस्सा है।
इस कदम से इस शीर्ष लीग में भारतीय खिलाडिय़ों का प्रतिनिधित्व बढऩे की उम्मीद है। आईएसएल क्लबों को अभी सात इंटरनैशनल खिलाडिय़ों को अनुबंधित करने की स्वीकृति है, जिसमें से पांच को मैदान पर उतारा जा सकता है। आईएसएल को एशियाई फुटबॉल परिसंघ और फीफा ने 2019 में भारत की शीर्ष लीग का दर्जा दिया था। आईएसएल अब एएफसी प्रतिस्पर्धी नियमों का हिस्सा है और भारतीय फुटबॉल में विदेशी खिलाड़ी नियमों में बदलाव भारतीय लीग के एशियाई फुटबॉल के इंटरनैशनल नियमों के अनुसार ढलने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। मई में एआईएफएफ की कार्यकारी समिति ने सर्वसम्मति से 2020-21 सीजन के लिए आईलीग में विदेशी खिलाडिय़ों से जुड़े तीन (विदेशी खिलाड़ी) प्लस एक (एशियाई खिलाड़ी) नियम को स्वीकृति दी थी।(लाइव हिन्दुस्तान)
सोफिया, 7 जुलाई । लैब की गलती से बुल्गारिया के दो शीर्ष फुटबॉल क्लबों के 20 से ज्यादा खिलाडिय़ों और अधिकारियों को क्वारंटाइन में जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है। टीमों ने सोमवार को बताया कि त्सारस्को सेलो का डिफेंडर मार्टिन कावदानस्की कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद चेर्नो मोरे वर्ना के खिलाफ गुरुवार को लीग मैच में खेला।
जिस लैब ने खिलाडिय़ों का टेस्ट किया था, उसने बुल्गारियन फुटबॉल यूनियन को बताया था कि मैच से पूर्व किए गए सभी टेस्ट नेगेटिव हैं। इस रिपोर्ट के बाद कावदानस्की को स्टार्टिंग लाइनअप में रखा गया था. लेकिन लैब ने शुक्रवार को स्वीकार किया कि उससे एक गलती हो गई है और कावदानस्की का टेस्ट पॉजिटिव है।
त्सारस्को सेलो ने भी एक बयान में कहा कि तीन और खिलाड़ी भी नए टेस्ट के बाद पॉजिटिव आए हैं। स्थानीय मीडिया का कहना है कि त्सारस्को सेलो के मालिक का टेस्ट भी पॉजिटिव आया है। चेर्नो मोरे का कहना है कि क्लब भी 16 पॉजिटिव टेस्ट से प्रभावित हुआ है। सभी खिलाडिय़ों को क्वारंटाइन में रखा गया है।
अमेरिका का शीर्ष फुटबॉल क्लब एफसी डलास 10 खिलाडिय़ों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद मेजर लीग सॉकर (एमएलएस) की वापसी से जुड़ी प्रतियोगिता एमएलएस इज बैक टूर्नामेंट से हट गया। लीग ने सोमवार को कहा कि वाल्ट डिज्नी वर्ल्ड होटल में ठहरे 557 खिलाडिय़ों में से 13 का परीक्षण पॉजीटिव आया है। इनमें से दस खिलाड़ी डलास के हैं जबकि नैशविल्ले के दो और कोलंबस का एक खिलाडी का परीक्षण भी पॉजीटिव पाया गया है। इसके अलावा डलास के कोच भी संक्रमित हैं।
एमएलएस के कमिश्नर डॉन गर्बर ने एसोसिएटेड प्रेस से कहा, टूर्नामेंट में भाग नहीं लेने का फैसला इस प्रतियोगिता से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति, डलास के खिलाडिय़ों और 25 अन्य टीमों के सर्वश्रेष्ठ हित में किया गया। स्वास्थ्य और सुरक्षा कारणों के अलावा अधिक संख्या में पॉजीटिव मामलों का मतलब है कि डलास प्रतिस्पर्धी मैच में नहीं खेल सकता है।(एजेंसी)
कोलकाता, 7 जुलाई। पूर्व कप्तान और भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के वर्तमान अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा कि वर्तमान में भारत के तेज गेंदबाजी विभाग के मजबूत बनने के मुख्य कारण सांस्कृतिक बदलाव और फिटनेस के बढ़ते मानक हैं। युवा जसप्रीत बुमराह और अनुभवी इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, उमेश यादव और भुवनेश्वर कुमार की उपस्थिति में भारतीय तेज गेंदबाजी विश्व में सबसे मजबूत आक्रमण के रूप में उभरा है।
गांगुली से भारतीय टेस्ट सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल के साथ बीसीसीआई ट्विटर हैंडल पर चैट शो में पूछा गया कि बदलाव लाने में अहम भूमिका किसने निभाई? उन्होंने कहा, मैं इसमें इन सभी का योगदान मानता हूं, कोच, फिटनेस ट्रेनर और मुझे लगता है कि सांस्कृतिक बदलाव भी। उन्होंने कहा, भारत में अब यह धारणा बन गई है कि हम अच्छे तेज गेंदबाज तैयार कर सकते हैं। केवल तेज गेंदबाज ही नहीं बल्कि बल्लेबाज भी फिटनेस के प्रति जागरूक हुए हैं। उनके फिटनेस मानदंड बदले हैं। मुझे लगता कि इसमें काफी बदलाव आया है।
जवागल श्रीनाथ, जहीर खान और आशीष नेहरा जैसे अच्छे तेज गेंदबाजों की अगुवाई करने वाले गांगुली ने कहा कि वर्तमान गेंदबाजों में यह विश्वास आ गया है कि वे रफ्तार के सौदागर बन सकते हैं। उन्होंने बीसीसीआई की सीरीज दादा ओपन्स विद मयंक में कहा, और इससे सभी की समझ में यह बात आ गई कि अगर वे फिट है, अगर वे दमदार हैं तो फिर हम भी दूसरों की तरह तेज गेंदबाजी कर सकते हैं।
गांगुली ने कहा, मेरी पीढ़ी के या उससे पहले के वेस्टइंडीज के खिलाड़ी नैसर्गिक तौर पर मजबूत और दमदार थे। हम भारतीय कभी नैसर्गिक रूप से इतने मजबूत और दमदार नहीं रहे, इसलिए हमने मजबूत बनने के लिए कड़ी मेहनत की। इसलिए मुझे लगता है कि यह संस्कृति में बदलाव है जो कि बेहद महत्वपूर्ण है।
हाल में वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाजी इयान बिशप ने भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण की प्रशंसा की और कहा था कि जिस तरह से 1970 और 1980 के दशक में उनकी टीम ने तेज गेंदबाजी को आगे बढ़ाया वही काम अब भारत कर रहा है। (एजेंसी)
सट्टेबाजों ने फर्जी मैच में कमाए करोड़ों
चंडीगढ़, 7 जुलाई । पंजाब के मोहाली जिले के खरड़ कस्बे में पंजाब पुलिस ने फ्रॉड का एक अनोखा मामला दर्ज करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग श्रीलंका क्रिकेट लीग के नाम पर फर्जी मैचों की लाइव स्ट्रीमिंग कराकर सट्टा खेल रहे हैं। इसके लिए खिलाडिय़ों को श्रीलंका क्रिकेट लीग टीम का फर्जी ड्रेस पहनाकर माहौल भी बनाया गया। जब इसकी जांच हुई तो कई हैरान करने वाले खुलासे हुए। इस मामले में पुलिस ने पंकज नाम के एक व्यक्ति और उसके साथी को गिरफ्तार किया है, उनके पास से श्रीलंका क्रिकेट लीग की टीमों की फर्जी ड्रेस और कई अन्य सामान बरामद किए गए हैं।
दरअसल जिस ग्राउंड में मैच कराया गया था उसका नाम है स्ट्रोकर्स क्रिकेट एकेडमी। इसे शॉर्ट में स्ष्ट्र कहते हैं लेकिन धोखेबाजों ने इसे (स्ष्ट्र) लोगों के सामने Srilanka Cricket Academy4 बनाकर दिखाया। 29 जून को गांव सवारा की इस एकेडमी में एक मैच हुआ, इसे श्रीलंका के बांदुला शहर में 'युवा टी20 लीग' मैच के तौर पर यूट्यूब पर लाइव स्ट्रीम कर दिखाया गया।
बांदुला शहर श्रीलंका के युवा प्रांतीय क्रिकेट संघ का घरेलू मैदान है। यहां पर फर्जी मैच को यूट्यूब के साथ ही कई अन्य साइटों पर भी प्रसारित किया गया। जिन खिलाडिय़ों को मैदान में उतारा गया था, उन्होंने मास्क आदि पहने हुए थे। इस वजह से कोई भी खिलाड़ी को पहचान ही नहीं सका और सट्टे का खेल चलता रहा।
पंजाब पुलिस के डीएसपी पाल सिंह ने बताया कि खरड़ कस्बे के लांडरा के पास एक गांव सवारा में एक पिच तैयार की गई थी, जहां पर यह मैच खेला गया। खिलाडिय़ों के मुंह पर मास्क डाले गये थे और फर्जी ड्रेस पहना कर श्रीलंका क्रिकेट लीग की टीमों के नाम पर मैच कराया गया। दर्शकों के सामने ये शो किया गया कि ये मैच श्रीलंका क्रिकेट लीग के बैनर तले करवाया जा रहा है और इस फर्जी लाइव मैच के एवज में सट्टा खिलाया जा रहा था।
कुछ लोगों को जब इस मामले में शक हुआ तो इसकी शिकायत पंजाब पुलिस से की गई। जिसके बाद पंजाब पुलिस ने इस फर्जीवाड़े का खुलासा किया। फिलहाल पंजाब पुलिस अन्य लोगों की तलाश में जुटी है, जिन्होंने फर्जी मैच के नाम पर सट्टेबाजी कराकर करोड़ों रुपये के वारे-न्यारे किए।
पुलिस ने यह कार्रवाई ऑनलाइन शिकायत मिलने के बाद शुरू की थी। शुरुआती जांच में यूवीए प्रीमियर टी-20 लीग में ऑनलाइन सट्टेबाजी की बात सामने आ रही है। माना जा रहा है कि इस फर्जी टी-20 लीग को भारत और अन्य देशों के बुकियों द्वारा आयोजित किया जा रहा था। टी-20 लीग के प्रचार के दौरान इसमें तिलकरत्ने दिलशान, परवेज महरूफ, तिलन तुषारा और अजंता मेंडिस जैसे श्रीलंका के दिग्गज खिलाडिय़ों के बतौर कप्तान खेले जाने की बात कही गई थी। लेकिन श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने इससे इनकार कर दिया है।
लाइव स्ट्रीम किये गये मैच में पंजाब के ही स्थानीय खिलाडिय़ों ने हिस्सा लिया, जिन्होंने कोरोना की आड़ में चेहरे को मास्क से छिपाकर रखा था। इतना ही नहीं यूट्यूब पर लाइव कवरेज के दौरान किसी भी खिलाड़ी का क्लोज शॉट नहीं लिया गया। बीसीसीआई ने भी इस मामले की जांच शुरू कर दी है। श्रीलंका क्रिकेट के सीईओ एश्ले डी सिल्वा ने भ्रष्टाचार निरोधक अधिकारी से इस मामले को देखने का निर्देश दिया है। (आजतक)
नई दिल्ली, 6 जुलाई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के कोषाध्यक्ष ने उन लोगों को जमकर आड़े हाथों लिया है, जो बोर्ड के उद्देश्यों पर सवाल उठाते रहे हैं। धूमल ने सभी से आग्रह किया है कि वे आईपीएल को मनी-मेकिंग इवेंट कहने से बचें। उन्होंने कहा कि आईपीएल ने बोर्ड और खिलाडिय़ों को वित्तीय स्थिरता प्रदान की है। इसके साथ ही इस फील्ड बाहर के हजारों लोगों को भी रोजगार प्रदान कर उन्हें लाभान्वित किया है। इसके अलावा, बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष के अनुसार आईपीएल ने यात्रा और पर्यटन उद्योग को भी बढ़ावा दिया है।
अरुण धूमल ने क्रिकबज को दिए एक इंटरव्यू में कहा, यह पूरी चर्चा है कि आईपीएल एक पैसा बनाने वाली मशीन है, अगर ऐसा है भी तो। वह पैसा कौन लेता है? वह पैसा खिलाडिय़ों के पास जाता है, वह पैसा किसी भी पदाधिकारियों के पास नहीं जाता है। वह पैसा राष्ट्र के विकास में जाता है, यात्रा और पर्यटन उद्योग के कल्याण के लिए जाता है। टैक्स के रूप में यह पैसा देश के विकास में जाता है।
उन्होंने आगे कहा, तो पैसे के लिए विरोध क्यों? खिलाडिय़ों और टूर्नामेंट का आयोजन करने वाले मौजूद सभी लोगों को पैसे दिए जाते हैं। मीडिया को अब रुख बदलना होगा और इस टूर्नामेंट के लाभ के बारे में बताना होगा, जो हो रहा है।
धूमल ने कहा, यदि बीसीसीआई कर के रूप में हजारों करोड़ का भुगतान कर रहा है, तो यह राष्ट्र-निर्माण में जा रहा है। यह पैसा सौरव गांगुली, जय शाह या मेरी जेब में नहीं जा रहा। सही? तो ऐसे में आपको खुश होना चाहिए कि अगर खेल पर पैसा खर्च करने के बजाय पैसा बनाया जा रहा है।
कोरोना वायरस महामारी के चलते आईपीएल 2020 अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया है। हालांकि, बीसीसीआई इसकी पूरी कोशिश कर रहा है कि इस साल इस टूर्नामेंट का आयोजन करवाया जाए। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली आईपीएल 2020 नहीं होने पर तकरीबन 4000 करोड़ रुपये नुकसान की बात कह चुके हैं। (लाइव हिन्दुस्तान)
नई दिल्ली, 6 जुलाई। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी लगातार भारत के खिलाफ जहर उगलते रहते हैं। अपने हालिया बयान में उन्होंने फिर भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ बयानबाजी की है। पाकिस्तान के इस पूर्व ऑलराउंडर ने कहा है कि पाकिस्तान की टीम ने भारत को इतनी बार हराया है कि वे मैच के बाद उनसे माफी मांगते थे।
शाहिद अफरीदी के इस बयान के बाद सवाल उठता है कि आखिर उनकी बातों में कितना दम है। अफरीदी ने 1996 में पाकिस्तानी टीम में डेब्यू किया। उन्होंने वर्ल्ड कप में भारत के खिलाफ चार मुकाबलों में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया और हर बार भारत ने जीत हासिल की। इसके अलावा वर्ल्ड टी20 में भी पांचों मुकाबलों में पाकिस्तान को शिकस्त मिली।
टी20 का रेकॉर्ड भी शर्मनाक
शाहिद अफरीदी के रहते पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ 8 टी20 मुकाबले खेले जिसमें से सात में भारत को जीत मिली। यानी पाकिस्तान ने सिर्फ एक मैच ही जीता है।
वनडे में पाकिस्तान का पलड़ा भारी, पर...
वहीं अफरीदी ने भारत के खिलाफ 67 मैचों में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया पाकिस्तान ने 36 मुकाबले जीते और भारत ने 29। यहां आपको पाकिस्तान का पलड़ा भारी नजर आ सकता है लेकिन साल 2000 के बाद तस्वीर का एक और पहलू नजर आता है। बीते 20 साल में दोनों टीमों के हुए 39 वनडे मुकाबलों में यह अंतर घटकर तीन का रह जाता है। बीते 10 मुकाबलों की बात करें तो भारत ने पाकिस्तान को सात बार हराया है और पाकिस्तान ने सिर्फ तीन मुकाबले जीते हैं।
आंकड़ों की कहानी
शाहिद अफरीदी के ओवरऑल रेकॉर्ड की बात करें तो उन्होंने 398 मैचों में 8064 रन बनाए हैं। उनका बल्लेबाजी औसत रहा है 23.51 का। अब अगर भारत के खिलाफ उनके वनडे इंटरनैशनल रेकॉर्ड की बात करें तो उन्होंने 25.40 के औसत से रन बनाए हैं। अब इस औसत को कैसे पिटाई की श्रेणी में रखा जा सकता है यह अफरीदी बेहतर बता सकते हैं।
भारतीय बल्लेबाजों ने की पिटाई!
अफरीदी 395 वनडे विकेट भी लिए हैं। उनका गेंदबाजी औसत रहा है 34.52 का है। उनकी गेंदबाजी देखें तो यह दिखता है कि भारत के खिलाफ उनकी गेंदबाजी की पिटाई हुई है। अफरीदी का करियर गेंदबाजी औसत जहां 34.52 का है वहीं भारत के खिलाफ यह 60.52 का हो जाता है। गेंदबाजी औसत बताता है कि एक गेंदबाज ने एक विकेट के लिए कितने रन खर्च किए। यानी अफरीदी के खिलाफ भारतीय बल्लेबाजों ने जमकर रन कूटे। करियर में नौ बार पारी में पांच विकेट लेने वाले अफरीदी भारत के खिलाफ एक बार भी ऐसा नहीं कर सके।
टी20 क्रिकेट में भी बूम-बूम फुस्स
अगर टी20 क्रिकेट की बात करें तो पाकिस्तान ने अफरीदी के रहते भारत से सिर्फ एक मैच जीता है जिसमें अफरीदी ने नाबाद तीन रन बनाए थे और 26 रन देकर एक विकेट ही लिया था। भारत के खिलाफ 8 टी20 इंटरनैशनल मुकाबलों में अफरीदी ने कुल जमा 53 रन बनाए हैं और औसत रहा है 7.57 का। इतना ही नहीं 52.25 के औसत से सिर्फ चार विकेट लिए हैं।
बात टेस्ट क्रिकेट की करें तो अफरीदी ने 4 टेस्ट मैच ही खेले हैं भारत के खिलाफ और यहां उन्होंने एक ही शतक लगाया है। बल्लेबाजी औसत भी 36 का है जो उनके करियर औसत 36.51 के बराबर ही है।
भारतीय खिलाडिय़ों से मांगी थी मदद
शाहिद अफरीदी ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में भारतीय क्रिकेटरों से मदद मांगी थी। युवराज सिंह और हरभजन सिंह ने अफरीदी के फाउंडेशन की मदद करने की अपील भी की थी। जिसके बाद काफी विवाद हुआ था हालांकि उस समय कई लोगों ने पुराने झगड़े अलग रखने की वकालत की थी। पर अफरीदी ने पाक अधिकृत कश्मीर में जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जहर उगला था तब युवराज और हरभजन ने भी माना था कि उन्होंने गलत आदमी का सपॉर्ट किया है। (नवभारत टाईम्स)
नई दिल्ली, 6 जुलाई। इंग्लैंड के सीनियर तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्राड को वेस्टइंडीज के खिलाफ बुधवार से शुरू होने वाले पहले टेस्ट क्रिकेट मैच की अंतिम एकादश में जगह मिलने की संभावना नहीं है। इंग्लैंड का टीम प्रबंधन तेज गेंदबाजी के अगुआ जेम्स एंडरसन के साथ जोफ्रा आर्चर और मार्क वुड को अंतिम एकादश में रखने पर गंभीरता से विचार कर रहा है।
‘ब्राड को आठ साल में पहली बार घरेलू टेस्ट मैच से बाहर होना पड़ सकता है क्योंकि इंग्लैंड जोफ्रा आर्चर और मार्क वुड की तेज गेंदबाजी की जोड़ी को जल्द से जल्द मौका देने पर गंभीरता से विचार कर रहा है। वुड और आर्चर दोनों चोटों से परेशान थे लेकिन अब वे फिट है। इंग्लैंड के दक्षिण अफ्रीकी दौरे के दौरान चोटिल होने वाले वुड अब खेलने के लिये तैयार है। टीम में ऑफ स्पिनर डोमिनिक बेस के रूप में केवल एक स्पिनर है और ऐसे में ब्राड को अंतिम एकादश से बाहर रखा जा सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘बुधवार से शुरू होने वाले मैच के लिये चुनी गयी (तेरह सदस्यीय) टीम में कोई अतिरिक्त बल्लेबाज नहीं है और एक स्पिनर डॉम बेस है, ऐसे में मुख्य कोच क्रिस सिल्वरवुड और कार्यवाहक कप्तान बेन स्टोक्स को केवल तेज गेंदबाजी आक्रमण के बारे में ही सोचना होगा। यहां तक कि इंग्लैंड की टीम के बीच आपस में खेले गये अभ्यास मैच में अच्छा प्रदर्शन करने वाले क्रिस वोक्स को भी एजिस बॉउल में मौका मिलने की संभावना नहीं है।
ब्राड को आखिरी बार 2012 में वेस्टइंडीज के खिलाफ ही घरेलू टेस्ट में विश्राम दिया गया था। उन्होंने अब तक 485 टेस्ट विकेट लिये हैं और इंग्लैंड की तरफ से एंडरसन के बाद सर्वाधिक विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज हैं। इंग्लैंड के मुख्य कोच सिल्वरवुड और कार्यवाहक कप्तान स्टोक्स हालांकि वुड को प्राथमिकता दे सकते हैं जो 90 मील प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं। इंग्लैंड को वेस्टइंडीज और पाकिस्तान के खिलाफ लगातार छह टेस्ट मैच खेलने हैं और ऐसे में तेज गेंदबाजों को तरोताजा बनाये रखने के लिये वह रोटेशन की नीति अपना सकता है।
इंग्लैंड की 13 सदस्यीय टीम: बेन स्टोक्स (कप्तान), जेम्स एंडरसन, जोफ्रा आर्चर, डोमिनिक बेस, स्टुअर्ट ब्रॉड, रोरी बर्न्स, जोस बटलर (विकेटकीपर), जॉक क्रॉली, जो डेनली, ओली पोप, डोम सिबली, क्रिस वोक्स, मार्क वुड। (भाषा)
नई दिल्ली, 6 जुलाई । भारतीय क्रिकेट में चार चांद लगाने के लिए अब देश के पास एक ऐसा स्टेडियम है जिसकी वजह से दुनिया भर में भारतीय क्रिकेट प्रेमी गर्व कर सकेंगे। गुजरात के नए मोटेरा स्टेडियम में काम अब पूरा हो चुका है और ये स्टेडियम अब मैचों के लिए तैयार है। स्टेडियम के पुनर्निर्माण का काम फरवरी 2020 में पूरा हो गया था लेकिन कुछ चीजें होनी बाकी थीं, इसी स्टेडियम में 24 फरवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के लिए नमस्ते ट्रम्प नाम का कार्यक्रम कराया गया था। अब स्टेडियम पूरी तरह से तैयार होने के बाद बीसीसीआई सचिव जय शाह ने इसकी शानदार तस्वीर शेयर की है।
बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने रविवार को नए मोटेरा स्टेडियम की फोटो शेयर की जिसका आधिकारिक नाम सरदार वल्लभभाई पटेल स्टेडियम है। शाह ने स्टेडियम फोटो के साथ ट्वीट करते हुए लिखा, भव्य मोटेरा, सरदार पटेल स्टेडियम।
इस स्टेडियम में 1,10,000 दर्शक बैठ सकते हैं। ये दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है और दुनिया के दूसरे सबसे बड़े स्टेडियम का दर्जा भी इसे प्राप्त है। इस स्टेडियम ने ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में स्थिति मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) को पीछे छोड़ते हुए दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम होने का रुतबा हासिल किया है। मोटेरा के अलावा भारत में एक और विशाल क्रिकेट स्टेडियम बनने जा रहा है। यह स्टेडियम राजस्थान के जयपुर में बनेगा।
नए स्टेडियम में पहला मुकाबला अगले साल भारत और मेहमान इंग्लैंड के बीच खेला जाएगा। अगले साल इंग्लिश टीम को भारत का दौरा करना है जिस दौरान पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जानी है। इस सीरीज में एक डे-नाइट टेस्ट भी निर्धारित है, जिसको मोटेरा में कराने की योजना है।(टाईम्स नाउ)
बुकारेस्ट, 6 जुलाई। विश्व की नंबर दो महिला टेनिस खिलाड़ी रोमानिया की सिमोना हालेप ने कहा कि वह कोविड-19 महामारी के बाद पहली बार आयोजित किए जा रहे डब्लूटीए इवेंट पालेर्मो ओपन में अगले महीने हिस्सा ले सकती हैं। पिछले वर्ष की विंबलडन विजेता हालेप ने रोमानिया के शहर क्लूज-नापोसा में पत्रकारों से कहा, मैंने अभी तक कुछ स्पष्ट निर्णय नहीं लिया है, लेकिन उम्मीद है कि पालेर्मो ओपन से दोबारा वापसी करूंगी।
उन्होंने कहा, टूर्नामेंट के बिना बहुत मुश्किल होती है। मैं उन सबको बहुत मिस करती हूं। मुझे उम्मीद है कि हम जल्द ही बिना किसी डर के यात्रा कर सकेंगे। मेरी जिंदगी बदल गई है। सब कुछ अलग लगता है। लेकिन इस बीच मैंने बहुत यात्राएं नहीं की जो अच्छा ही रहा। मैंने इस दौरान काफी आराम किया और यही मैं चाहती थी। मुझे उम्मीद है कि हम इन सबसे जल्द उबर जाएंगे।
28 साल की हालेप ने 22 फरवरी को दुबई ड्यूटी फ्री टेनिस चैंपियनशप जीतने के बाद से कोई मैच नहीं खेला है। हालेप ने रविवार को क्लूज-नपोसा में एक प्रदर्शनी युगल मैच में अपनी हमवतन होरिया टेकाउ के साथ खेलने को लेकर सहमत हो गयी हैं।
डब्लूटीए सत्र की शुरुआत पालेर्मो इवेंट से तीन अगस्त से शुरू होगी। आयोजनकर्ता इसमें विश्व की कुछ बेहतरीन खिलाडिय़ों को आमंत्रित करने की उम्मीद जता रहे हैं। पिछले महीने हालेप ने अमेरिकी ओपन में नहीं खेलने का मन बनाया था। उन्होंने हालांकि कहा कि अगर जुलाई मध्य तक कोरोना की स्थिति में सुधार आता है तो वह अपने फैसले पर दोबारा सोचेंगी। (एजेंसी)
चेन्नई, 6 जुलाई। तमिलनाडु के जी आकाश देश के 66वें शतरंज ग्रैंडमास्टर जबकि उनके राज्य के एम प्रणेश और गोवा के अमेया ऑडी अंतरराष्ट्रीय मास्टर्स बन गए हैं। आकाश के ग्रैंडमास्टर खिताब की अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ (फिडे) परिषद की हाल में हुई बैठक में पुष्टि की गई।
चेन्नई के इस खिलाड़ी की फिडे रेटिंग 2495 है। उन्होंने कहा कि वह ग्रैंडमास्टर बनकर खुश हैं और उनका लक्ष्य अपनी रेटिंग 2600 तक पहुंचाना है। आकाश ने पीटीआई-भाषा से कहा, मैं भारत के ग्रैंडमास्टरों की सूची में शामिल होकर खुश हूं। यह मेरे लिए विशेष पल है। मैं कड़ी मेहनत जारी रखूंगा और मेरा लक्ष्य जितना जल्दी हो सके 2600 रेटिंग हासिल करना है।
आकाश ने 2014 में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के लिए एक ब्रेक लिया। उन्होंने 2018 में वापसी की और अपने प्रतिष्ठित जीएम खिताब को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की। उन्होंने कहा, मैंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के लिए खेल से समय निकाल लिया और 2018 में वापस आया। मैंने अपने जीएम मानदंडों और शीर्षक को हासिल किया।
इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग ग्रेजुएट आकाश ने पिछले साल सिक्किम में नेशनल 'ए' चैंपियनशिप में तीसरा जीएम मानदंड अर्जित किया और इस साल के शुरू में प्राग में चौथा जीएम मानदंड था। चेन्नई के इस खिलाड़ी ने पूर्व राष्ट्रीय चैंपियन के विश्वेश्वरन से ट्रेनिंग ली है। (एजेंसी)
नई दिल्ली, 5 जुलाई। भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली एक तरफ जहां अपनी शानदार बल्लेबाजी के लिए विख्यात हैं तो वहीं फिटनेस को लेकर भी काफी सुर्खियां बटोरते हैं। अभी हाल ही में कोहली ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जिसमें वो वर्क आउट करते हुए नजर आए। कोहली ने वीडियो शेयर कर लिखा कि यदि उन्हें रोज एक व्यायाम करने का विकल्प चुनना होगा तो यही होगा। इस वीडियो को लोगों ने खूब पसंद भी किया था। वहीं, कोहली के वर्कआउट वाले वीडियो के साथ हार्दिक पंड्या ने भी सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वो मुश्किल भरा पुश-अप मारते हुए नजर आ रहे थे। हार्दिक ने वीडियो शेयर कर अपने कप्तान कोहली को चैलेंज दिया। हार्दिक जिस तरह से मुश्किल पुश-अप कर रहे हैं उसे सुपरमैन पुश-अप बताया जा रहा है। कोहली भी हार्दिक के पुश-अप वाले वीडियो को देखकर कमेंट किए बिना नहीं रह पाए हैं। उन्होंने हार्दिक के वीडियो पर कमेंट किया और लिखा, हाहा...टॉप वर्क एच (॥)। कोहली के साथ-साथ उनकी वाइफ नताशा ने भी कमेंट किए और लिखा, माई बेबू द बेस्ट लिखा है।
गौरतलब है कि हाल के समय में विराट ने अपनी फिटनेस से हर किसी को हैरान किया है। ऐसे में बाकी खिलाड़ी भी विराट की ही तरह खुद को फिट रखने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं। भारतीय टीम के ज्यादातर खिलाड़ी इस समय काफी फिट हैं। (एनडीटीवी)
नई दिल्ली, 5 जुलाई। बायर्न म्यूनिख ने बायर लीवरकुसेन को 4-2 से हराकर जर्मन लीग के 20वें खिताब के साथ घरेलू खिताब का डबल पूरा किया। खिलाडिय़ों ने हालांकि घरेलू सत्र में लगातार दूसरे खिताब का जश्न खाली स्टेडियम में मनाया। यह पहली बार था जब कोरोना वायरस महामारी के कारण कप फाइनल का आयोजन खाली स्टेडियम में कराना पड़ा। पहले ही लगातार आठवां बुंदेसलीगा खिताब जीत चुके बायर्न की ओर से रॉबर्ट लेवानदोवस्की ने दो जबकि डेविड अलाबा और सर्ज ग्नेब्री ने एक-एक गोल दागा। लेवानदोवस्की ने इसके साथ ही इस सत्र में गोल का अर्धशतक भी पूरा किया। बार्यन ने लगातार दूसरे साल लीग और कप खिताब का डबल पूरा किया है। टीम ने कुल 13वीं बार यह उपलब्धि हासिल की।
ग्रेनाडा ने वेलेंसिया को बराबरी पर रोका
वेलेंसिया को स्पेनिश फुटबॉल लीग ला लीगा में ग्रेनाडा ने 2-2 से बराबरी पर रोक दिया। इस ड्रॉ के साथ वेलेंसिया का लगातार तीन मैच में हार का क्रम टूट गया लेकिन टीम पिछले चार मैचों में जीत दर्ज करने में नाकाम रही है। कोरोना वायरस महामारी के निलंबन के बाद लीग के दोबारा शुरू होने पर वेलेंसिया की टीम सात मैचों में सिर्फ एक जीत दर्ज कर पाई है और अंक तालिका में नौवें स्थान पर चल रही है। वेलेंसिया पर अगले सत्र में यूरोपीय लीग से बाहर रहने का खतरा मंडरा रहा है। ग्रेनाडा को 86वें मिनट में फेडे विको ने फ्री किक पर गोल दागकर बराबरी दिलाई। ग्रेनाडा ने 61वें मिनट में कार्लोस फर्नांडिज के पेनल्टी किक पर दागे गोल से बढ़त बनाई लेकिन वेलेंसिया ने 63वें मिनट में मनु वालेजो और 68वें मिनट में गोंसालो गुएडेस के गोल की बदौलत स्कोर 2-1 कर दिया था।
रोस बर्कले के शानदार प्रदर्शन से चेल्सी ने रेलीगेशन का खतरा झेल रहे वैटफोर्ड को 3-0 से हराकर प्रीमियर लीग में चौथे स्थान पर अपनी स्थिति मजबूत कर ली। इंग्लैंड के मिडफील्डर बर्कले ने 28वें मिनट में ओलिवर गिरोड के गोल में अहम भूमिका निभाई जिससे चेल्सी ने बढ़त बनाई। विलियन ने 43वें मिनट में पेनल्टी को गोल में बदलकर स्कोर 2-0 किया। बर्कले ने इसके बाद दूसरे हाफ के इंजुरी टाइम में गोल दागकर चेल्सी की 3-0 से जीत सुनिश्चित की। इस जीत से चेल्सी की टीम चौथे स्थान पर मैनचेस्टर यूनाईटेड से दो अंक आगे जबकि लीसेस्टर से एक अंक पीछे है। प्रीमियर लीग में शीर्ष पांच में जगह बनाने वाली टीमें चैंपियन्स लीग के लिए क्वॉलिफाई करेंगी। वैटफोर्ड की टीम कोरोना वायरस के कारण निलंबन के बाद लीग दोबारा शुरू होने पर अब तक जीत दर्ज नहीं कर पाई है। टीम अंक तालिका के आधार पर निचली लीग में खिसकने वाली टीमों से सिर्फ एक अंक आगे है।
े साथ वोल्वरहैम्पटन की पहली बार चैंपियंस लीग फुटबॉल टूर्नामेंट के लिए क्वॉलिफाई करने की उम्मीदों को झटका लगा है। आर्सेनल की ओर से लगातार सुर्खियां बटोर रहे 18 साल के मिडफील्डर बुकायो साका ने 43वें मिनट में पहला गोल दागा जबकि स्थानापन्न खिलाड़ी एलेक्सांद्र लाकाजते ने 86वें मिनट में टीम की बढ़त को 2-0 कर दिया जो निर्णायक स्कोर साबित हुआ। लीग दोबारा शुरू होने के बाद वोल्व्स की टीम ने पहली बार अंक गंवाए हैं। टीम ने इससे पहले लगातार तीन जीत दर्ज की थी। इस हार से चैंपियन्स लीग के लिए क्वालीफाई करने की वोल्वरहैम्पटन की उम्मीदों को झटका लगा है क्योंकि लीग में जगह बनाने की दौड़ में उसके प्रतिद्वंद्वियों लीसेस्टर और मैनचेस्टर यूनाईटेड दोनों ने शनिवार को जीत दर्ज की। प्रीमियर लीग में शीर्ष पांच में रहने वाली टीमें यूरोप की शीर्ष लीग (चैंपियन्स लीग) के लिए क्वालीफाई करेंगी। वोल्व्स की टीम अभी छठे स्थान पर है। (एजेंसी)
मिलान, 5 जुलाई । क्रिस्टियानो रोनाल्डो के फ्री किक पर दागे गोल की मदद से जुवेंट्स ने सिरी ए फुटबॉल टूर्नामेंट में टोरिनो को 4-1 से हराया। इस मैच के दौरान जियानल्युगी बुफोन ने सिरी ए में सर्वाधिक मैचों में उतरने का रिकॉर्ड भी बनाया। रोनाल्डो ने जुवेंट्स की ओर से तीसरा गोल दागा, जिससे मौजूदा लीग में उनके लीग गोलों की संख्या 25 हो गई।
वह लाजियो के काइरो इमोबाइल से चार गोल पीछे हैं जो शीर्ष पर चल रहे हैं। रोनाल्डो का जुवेंट्स की ओर से लगभग दो सत्र में फ्री किक पर यह पहला गोल है। उन्होंने अपने 43वें प्रयास में गोल दागा। यह रोनाल्डो का फ्री किक पर 46वां क्लब गोल है।
रोनाल्डो के अलावा जुवेंट्स की ओर से पाउलो डाइबाला और युआन कुआड्रेडो ने पहले हाफ में गोल दागे जबकि टोरिनो की ओर से एंड्रिया बेलोटी ने गोल किया। टोरिनो के डिफेंडर कोफी जिदजी ने दूसरे हाफ में आत्मघाती गोल भी दागा। जुवेंट्स ने इस जीत से अपने रिकॉर्ड में सुधार करने वाले लगातार 10वें खिताब की ओर मजबूत कदम बढ़ाए।
टीम ने दूसरे स्थान पर चल रहे लाजियो पर सात अंक की बढ़त बना ली है, जिसे एसी मिलान के खिलाफ 0-3 से हार का सामना करना पड़ा। जुवेंट्स के बुफोन का इटली की शीर्ष लीग में यह 648वां मैच था जिससे 42 साल के इस गोलकीपर ने एसी मिलान के पूर्व दिग्गज पाउलो मालदीनी को पीछे छोड़ दिया। मालदीनी ने 2009 में रिकॉर्ड बनाया था।(एजेंसी)
नई दिल्ली, 5 जुलाई । घातक कोविड-19 महामारी को देखते हुए फुटबॉल दिल्ली ने वित्तीय बोझ को कम करने के उद्देश्य से खिलाडिय़ों के रजिस्ट्रेशन और क्लब एवं अकैडमी की मान्यता और लाइसेंस फीस माफ करने का फैसला किया है। इसकी अवधि 31 मार्च 2021 तक रहेगी। यह फैसला विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित फुटबॉल दिल्ली की वर्किंग कमिटी की बैठक में लिया गया।
फुटबॉल दिल्ली के अध्यक्ष शाजी प्रभाकरण ने कहा, ‘कोरोना के चलते खिलाड़ी, रेफरी, दिल्ली के क्लब एवं फुटबॉल अकैडमी वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं। इस कठिन समय में उनके साथ एकजुटता दिखाते हुए हम कम से कम इतना तो कर ही सकते हैं।’
इसके साथ ही कमिटी ने तीन अगस्त को दिल्ली फुटबॉल दिवस के मौके पर डिजिटल फुटबॉल सम्मेलन का आयोजन करने का फैसला लिया। कोरोना के कारण फिलहाल देश में खेल प्रतियोगिताओं पर ब्रेक लगा हुआ है। (नवभारत टाईम्स)
तोक्यो, 5 जुलाई। खतरनाक कोरोना वायरस महामारी के कारण चार महीने तक स्थगित रहने के बाद जापान की पेशेवर फुटबॉल लीग (जे-लीग) शनिवार को फिर से शुरू हुई। लीग के फिर से शुरू होने पर सभी 18 शीर्ष टीमों मैदान में उतरी, इस दौरान स्टेडियम में प्रशंसकों की गैरमौजूदगी में 9 मैच खेले गए। इस दौरान गत चैंपियन योकोहामा का सामना उरवा रेड्स से तोक्यो के बाहरी इलाके में स्थित साइतामा में हुआ।
जे-लीग के शीर्ष डिवीजन में केवल एक दौर के मैच के बाद फरवरी में स्थगित कर दिया गया था। जापान की लोकप्रिय प्रो-बेसबॉल लीग भी स्टेडियम में दर्शकों के बिना पिछले महीने फिर से शुरू हुई थी।
उम्मीद जताई जा रही की इस महीने के आखिर में प्रशंसकों को स्टेडियम में आने की अनुमति मिल सकती है। यह हालांकि कोविड-19 के मामलों पर निर्भर करेगा जो हाल के दिनों में तोक्यो में बढ़े हैं। जापान में कोरोना वायरस से मरने वालों का संख्या 1000 से कम है। (एजेंसियां)
नई दिल्ली, 5 जुलाई । टेस्ट क्रिकेट में 500 विकेट लेना एक बड़ा मुकाम माना जाता है। अगर आप रिकॉर्ड बुक को खंघालेंगे तो पाएंगे कि सिर्फ 6 गेंदबाजों ने इस उपलब्धि का हासिल किया है। मुथैया मुरलीधरन ने 800, शेन वॉर्न ने 708, अनिल कुंबले ने 619, जेम्स एंडरसन ने 584, ग्लेन मैक्ग्रा ने 563 और कर्टनी वॉल्स 519 विकेट हासिल किए हैं। टेस्ट में 500 विकेट सबसे पहले वेस्टइंडीज के कर्टनी वॉल्स ने लिया था।
आईसीसी ने ट्वीट करते हुए ये याद दिलाने की कोशिश की है कि स्टुअर्ट ब्रॉड भी जल्द 500 विकेट के क्लब में शामिल हो सकते हैं, वो इस मंजिल को पाने के लिए 15 विकेट की जरूरत है। इस तरह वो इंग्लैंड के दूसरे और दुनिया के छठे गेंदबाज बन जाएंगे जिन्होंने ये मुकाम हासिल किया हो। 8 जुलाई को इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच सीरीज का पहला टेस्ट मैच खेला जाएगा। साउथम्पटन में स्टुअर्ट ब्रॉड के पास मौका होगा कि वो 500 विकेट के और करीब पहुंच जाएं।
स्टुअर्ट ब्रॉड ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत दिसंबर 2007 में श्रीलंका के खिलाफ की थी। वो अब तक इंग्लैंड की तरफ से 138 टेस्ट में अपनी मौजूदगी दर्ज करा चुके हैं। वो 17 बार एक एक पारी में 5 विकेट ले चुके हैं। इसके अलावा 2 बार टेस्ट मैच में 10 विकेट ले चुके हैं। उनका बेस्ट बॉलिंग फिगर 8/15 है। टेस्ट में 500 विकेट लेना आसान नहीं है, इसके लिए लगातार कड़ी मेहनत और चोट रहित करियर की जरूरत पड़ती है। स्टुअर्ट ब्रॉड ने हर मुश्किलों को पार करते हुए अपने करियर में कई ऊंचाइयों को छुआ है।(जी न्यूज)
नई दिल्ली, 4 जून। हर कोई जानता है कि मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर टेनिस खेल के कितने बड़े फैन हैं साथ ही दिग्गज टेनिस खिलाड़ी रोजर फेडरर को भी सचिन काफी पसंद करते हैं। सचिन अक्सर इंग्लैंड या फ्रांस जाकर टेनिस मैच का लुत्फ उठाते नजर आए हैं। साथ ही वो गर्मियों की छुट्टियों में ऑल इंग्लैंड टेनिस क्लब में टेनिस का प्रतिष्ठित टूर्नामेंट विम्बलडन देखना नहीं मिस करते हैं। शुक्रवार शाम सचिन ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है जहां वो टेनिस गेंद को स्मैश करते नजर आ रहे हैं।
इस वीडियो के साथ सचिन तेंदुलकर ने महान रोजर फेडरर से एक सलाह भी मांगी है। सचिन ने कैप्शन में लिखा कि, हे रोजर फेडरर...मेरे फोरहैड के लिए कोई टिप्स। सचिन के इस वीडियो के बाद यह देखना काफी रोचक होगा कि फेडरर इसपर क्या रिएक्ट करते हैं। कुछ समय पहले रोजर फेडरर ने क्रिकेट को लेकर सचिन तेंदुलकर से सलाह मांगी थी। यह सब दिखाता है कि दोनों खिलाड़ी कितने अच्छे दोस्त हैं।
सचिन तेंदुलकर को दुनिया के महान क्रिकेटरों में से एक माना जाता है वहीं फेडरर भी दुनिया के महान टेनिस खिलाडिय़ों में से एक हैं। सचिन कई बार फेडरर की तारीफ कर चुके हैं। एक बार सचिन ने उनके बारे में कहा था कि वो फेडरर के खेल को पिछले दस साल से देख रहे हैं। वो काफी सभ्य और जमीन से जुड़े व्यक्ति हैं। इस समय लॉकडाउन की वजह से अधिकतर खेल गतिविधियों पर विराम लगा हुआ है। ऐसे में सभी खिलाड़ी अपने आप को बिजी और फिट रखने की कोशिश कर रहे हैं। (लाइव हिन्दुस्तान)
नई दिल्ली, 4 जुलाई। चीन के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी लिन डैन ने संन्यास की घोषणा कर दी है। लिन डैन ने सोशल मीडिया के जरिए अपने संन्यास की घोषणा की। दो बार ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट और पांच बार के वर्ल्ड चैंपियन लिन डैन का 20 साल लंबा शानदार करियर इस तरह से खत्म हुआ। 36 वर्षीय इस बैडमिंटन खिलाड़ी ने 2000 से खेलना शुरू किया था। लिन डैन ने 2008 और 2012 ओलंपिक गेम्स में गोल्ड मेडल जीता।
चीन के ट्विटर जैसे सोशल मीडिया वीबो पर लिन डैन ने लिखा, 2000 से 2020, 20 साल बाद, मुझे अपनी राष्ट्रीय टीम को अलविदा कहना पड़ रहा है। इस बारे में बात करना बहुत मुश्किल है। चीनी बैडमिंटन असोसिएशन के मुताबिक लिन डैन ने कुछ दिन पहले फॉर्मल रिटायरमेंट अप्लीकेशन जमा कर दी थी।
लिन डैन ने 2006, 2007, 2009, 2011 और 2013 वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी गोल्ड मेडल अपने नाम किया। 2005, 2006 में उन्होंने वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल अपने नाम किया। 2019 में लिन डैन ने अपने करियर का दूसरा मलेशिया ओपन खिताब जीता था। (लाइव हिन्दुस्तान)
जयपुर, 4 जुलाई । राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) द्वारा जयपुर में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम दुनिया का तीसरा और देश का दूसरा सबसे बड़ा स्टेडियम होगा। आरसीए के सचिव महेंद्र शर्मा ने आज बताया कि इसकी क्षमता 75 हजार दर्शकों की होगी जो गुजरात के मोटेरा क्रिकेट स्टेडियम और ऑस्ट्रेलिया के मेलबोर्न क्रिकेट स्टेडियम के बाद तीसरा सर्वाधिक है। स्टेडियम का दो चरणों में निर्माण किया जाएगा। पहले चरण में 45 हजार दर्शकों की क्षमता होगी जबकि दूसरे चरण में इसकी क्षमता बढ़ाकर 75 हजार दर्शकों की की जाएगी। उन्होंने बताया कि यह स्टेडियम 100 एकड़ जमीन में निर्मित किया जाएगा, जिसमें बहुउद्देशीय प्रशिक्षण अकादमी, इंडोर खेलों की सुविधाओं से युक्त आधुनिक क्लब हाऊस, चार हजार कारों के लिए पार्किंग और पब्लिक ट्रांस्पोर्ट के लिए विशेष स्थान का निर्माण किया जाएगा। शर्मा ने बताया कि स्टेडियम के पूरब और पश्चिम में जनता की सुविधा के लिए रेस्टोरेंट सहित अन्य सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएंगी। शर्मा ने बताया कि स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय स्तर के दो मैदान भी होंगे जिनमें 30 प्रैक्टिस नेट होंगे। इसके अलावा मीडिया के लिए अत्याधुनिक 250 सीटों की क्षमता का प्रेस कांफ्रेंस कक्ष होगा।
शर्मा ने बताया कि इस सम्बन्ध में इंदौर की मेहता ऐंड एसोसिएट और दिल्ली की स्पोर्ट्स डिजाईन कंसल्टेंट फर्म द्वारा स्टेडियम के निर्माण की पूर्ण जानकारी आज राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष एवं आरसीए के मुख्य संरक्षक डा़ सी पी जोशी और आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत को विस्तृत रूप से दी गई। उन्होंने बताया कि इस विश्व स्तरीय ग्रीन क्रिकेट स्टेडियम में मुख्य रूप से अत्याधुनिक ग्रैंड पैवेलियन स्टैंड्स , कॉपोर्रेट बॉक्सेस, विश्वस्तरीय खेल मैदान, स्टेडियम में आने वाले सभी खिलाडियों, दर्शकों सहित सभी विशिष्ट खेल प्रेमियों के लिए उच्च स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
शर्मा ने बताया कि इससे पहले आज आरसीए अकादमी पर आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत की अध्यक्षता में राजस्थान क्रिकेट संघ कार्यकारिणी की बैठक हुई जिसमें सर्वसम्मति से जयपुर में राजस्थान क्रिकेट संघ के स्वयं के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण, आरसीए की घरेलू क्रिकेट प्रतियोगिताओं के आयोजन, चयन समिति के गठन के लिए आवश्यक प्रक्रिया शुरु करने, राज्य की विभिन्न आयु वर्ग की टीमों के कोच एवं स्पोर्ट स्टाफ की नियुक्ति की नए सिरे से प्रक्रिया शुरू करने सहित अन्य कार्यों पर सहमति प्रदान की गई।(एजेंसी)
दुबई, 4 जून । इंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने कहा है कि वर्ल्ड कप 2011 के फाइनल पर संदेह करने का कोई कारण नहीं है जिसमें भारत ने श्रीलंका को हराया था। आईसीसी ने कहा कि इस मैच से ऐसा कोई सबूत नहीं मिलता जिसकी जांच की जाए। श्रीलंका पुलिस के विशेष जांच विभाग ने शुक्रवार को इस संबंध में जांच बंद कर दी जिसके बाद विश्व क्रिकेट संस्था का बयान आया है।
श्रीलंका के पूर्व खेल मंत्री महिंदानंदा अलुथगामगे ने आरोप लगाया था कि श्रीलंका में कुछ पक्षों ने फाइनल को फिक्स किया था जिसके बाद श्रीलंका पुलिस ने जांच की थी। पुलिस ने कहा कि उसे अलुथगामगे के निराधार दावों के पक्ष में कोई सबूत नहीं मिले।
आईसीसी भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (एसीयू) के महाप्रबंधक एलेक्स मार्शल ने बयान में कहा, ‘हमारे पास पुरुष वर्ल्ड कप फाइनल 2011 पर संदेह करने के लिए कोई कारण नहीं है। आईसीसी इंटीग्रिटी यूनिट ने वर्ल्ड कप फाइनल-2011 को लेकर हाल के आरोपों पर गौर किया है। इस समय हमारे सामने दावे के समर्थन में ऐसा कोई सबूत पेश नहीं किया गया जिससे लगे कि भ्रष्टाचार निरोधक संहिता के तहत जांच शुरू करनी चाहिए।’
पूर्व श्रीलंकाई मंत्री के इस दावे को भी मार्शल ने बकवास करार दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि आईसीसी को फिक्सिंग के आरोपों से संबंधित पत्र भेजा गया था। मार्शल ने कहा, ‘श्रीलंका के तत्कालीन खेल मंत्री द्वारा इस संबंध में आईसीसी को पत्र भेजने का कोई रेकॉर्ड नहीं है और उस समय आईसीसी में कार्यरत वरिष्ठ कर्मचारियों ने भी पुष्टि की उन्हें ऐसा कोई पत्र प्राप्त करने की याद नहीं है जिसके कारण जांच हुई होगी।’(भाषा)
नई दिल्ली, 4 जुलाई। खेल मंत्री किरेन रीजिजू ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार 2028 तक ओलंपिक चैंपियन तैयार करने के उद्देश्य से जल्द ही देश में जूनियर एथलीटों के लिए लक्ष्य ओलंपिक पोडियम कार्यक्रम (टॉप्स) शुरू करेगी। रीजिजू ने फिट है तो हिट है फिट इंडिया वेबिनार के दौरान इस बारे में घोषणा की। इस वेबिनार में मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल, ओलंपिक पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु और भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने भी भाग लिया। खेल मंत्री ने कहा कि यह हर भारतीय का सपना है और मैं इसे हकीकत में बदलना चाहता हूं। ओलंपिक सबसे बड़ा खेल आयोजन है और जब पदक तालिका में भारत का नाम नहीं होता है तो काफी दुख होता है।
उन्होंने कहा कि हमने अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की है, हमने बड़ा आधार बनाया है। फिलहाल टॉप्स की योजना ओलंपिक में पदक की संभावना वाले सीनियर एथलीटों के लिए है, लेकिन हम जल्द ही जूनियर खिलाडिय़ों के लिए भी टॉप्स योजना शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए 10 से 12 साल की प्रतिभा की पहचान कर उन्हें अपनाएगी। उन्होंने कहा कि हम उनकी हर जरूरत का ख्याल रखेंगे और 2028 ओलंपिक तक उन्हें पदक की संभावनाओं के रूप में तैयार करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर हम क्षमता पहचान सकते है तो सरकार उन्हें संवारने में पूरा ध्यान रखेगी, ताकि वे 2024 पेरिस और 2028 लॉस एंजिल्स के लिए तैयार हो सके। अगर सरकार उन्हें अपने संरक्षण में रखेगी तो उनके माता-पिता को भी कोई चिंता नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गठित ओलंपिक कार्य समिति की सिफारिशें आ गई हैं और सरकार उसके कार्यान्वयन की प्रक्रिया में है। खेल मंत्री ने कहा, मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि भारत 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक की तालिका में शीर्ष 10 में होगा। उन्होंने कहा कि जब मैं खेल मंत्री बना था तो मैंने 2028 ओलंपिक में पदक तालिका में शीर्ष 10 में जगह बनाना लक्ष्य रखा था। मैं पूरे यकीन के साथ कह रहा हूं कि इसे हासिल किया जा सकता है। इस वेबिनार में रीजिजू ने भारत के फिट होने पर जोर दिया और कहा कि फिट इंडिया मूवमेंट इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए बहुत बड़ा योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा कि फिट इंडिया मूवमेंट सही मायनों में लोगों का अंदोलन बन गया है। इसका अंतिम मकसद भारत को फिट बनाना है। उन्होंने कहा कि यह सही तरीके से आगे बढ़ रहा है और 29 अगस्त को एक साल पूरा हो जाएगा। हमने इन एक वर्षों में काफी कुछ हासिल किया है। (एजेंसी)
कोलंबो, 3 जुलाई । श्रीलंका के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा ने गुरुवार को विशेष जांच समिति को 10 घंटे तक बयान दर्ज कराए। देश के पूर्व खेल मंत्री के इन आरोपों की जांच कर रही है कि भारत के खिलाफ टीम का 2011 वल्र्ड कप फाइनल ‘कुछ पक्षों’ ने फिक्स किया था। पूर्व खेल मंत्री महिंदानंदा अलुथगमगे ने आरोप लगाए थे कि दो अप्रैल 2011 को खेला गया फाइनल फिक्स था।
उन्होंने हालांकि इसके संदर्भ में कोई ठोस सबूत नहीं दिए। इसके बाद श्रीलंका के खेल मंत्रालय ने जांच शुरू की। ‘न्यूजवायर एलके’ के अनुसार विश्व कप 2011 फाइनल में श्रीलंका की कप्तानी करने वाले संगकारा ने 10 घंटे से अधिक समय तक अपना बयान दर्ज कराया। हालांकि उन्होंने क्या बयान दिया इसकी जानकारी नहीं मिली है। दूसरी तरफ, बताया जाता है कि इससे फैंस नाराज हुए और विरोध प्रदर्शन किया।
वेबसाइट के अनुसार, ‘श्रीलंका के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा ने खेल मंत्रालय के विशेष पुलिस जांच विभाग में लगभग 10 घंटे तक बयान दर्ज कराए।’ वेबसाइट के अनुसार इस दौरान युवाओं की पार्टी समागी थारुना बालावेगाया के सदस्य श्रीलंका क्रिकेट के कार्यालय के बाहर पोस्टर लेकर एकत्रित हुए और आरोप लगाने लगे कि इस दिग्गज क्रिकेटर को अधिकारी प्रताडि़त कर रहे हैं।(आजतक)