खेल
करांची, 27 जून । पाकिस्तान में कुछ भी मुमकिन है। जैसा अजब-गजब देश, वैसी वहां से जुड़ी खबरें। ताजा खबर या ये कहें कि ताजा पहेली पाकिस्तान क्रिकेट से जुड़ी है। दो दिन पहले 10 पाकिस्तानी क्रिकेटर कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इनमें दिग्गज ऑलराउंडर मोहम्मद हफीज भी शामिल थे। अब हफीज का कोरोना टेस्ट एक पहेली सा बन गया है। दरअसल, जनाब एक बार फिर उनके कोरोना टेस्ट का नतीजा पॉजिटिव आया है। शुरुआत में उनका टेस्ट कोरोना पॉजिटिव आया था, फिर उनका दूसरा टेस्ट हुआ तो उसमें नतीजा नेगेटिव आया, काफी हो-हल्ला मचा, फिर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने तीसरा टेस्ट कराया तो फिर से नतीजा पॉजिटिव आ गया है। ये सब कुछ तीन-चार दिन के अंदर हो गया।
पॉजिटिव, निगेटिव और पॉजिटिव..मोहम्मद हफीज की कोरोना वायरस जांच की अब अजब-गजब पहेली बन गई है। एक और बात, ये सब कुछ तब हुआ है जब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पृथकवास प्रोटोकॉल तोडऩे के लिये उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने पर विचार कर रहा है।
मोहम्मद हफीज को बोर्ड द्वारा कराये गए पहले दौर के टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया था। रविवार को इंग्लैंड दौरे पर रवाना हो रहे 29 खिलाडिय़ों का टेस्ट कराया गया था। हफीज के अलावा नौ खिलाडिय़ों और एक अधिकारी का नतीजा पॉजिटिव आया था। अगले ही दिन हफीज ने एक ट्वीट में निजी चिकित्सा केंद्र की रिपोर्ट पोस्ट की जिसमें नतीजा नेगेटिव था। बोर्ड पृथकवास में रहने से हफीज के इनकार से पहले ही खफा है। बोर्ड के सूत्रों के अनुसार शौकत खानम अस्पताल में हफीज का फिर से टेस्ट हुआ जिसमें उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।(टाईम्स नाउ)
वॉशिंगटन, 27 जून । एनबीए और नेशनल बास्केटबॉल प्लेयर्स एसोसिएशन ने कहा है कि सत्र की बहाली की तैयारी की कवायद में कराए गए पहले दौर के कोरोना वायरस टेस्ट में 16 खिलाड़ी पॉजिटिव पाए गए हैं। कुल 302 खिलाडिय़ों का मंगलवार को टेस्ट कराया गया था।
लीग में खेलने वाली सभी 22 टीमों के खिलाडिय़ों की जांच होगी। पॉजिटिव पाए गए खिलाडिय़ों के नाम की घोषणा नहीं की गई है। कैरोलिना हरीकेंस टीम मंगलवार को छोटे समूहों में अभ्यास शुरू करेगी लेकिन प्रशंसकों और मीडिया को प्रवेश की अनुमति नहीं रहेगी।
बता दें कि यह लीग 31 जुलाई से शुरू होगी और इसमें 22 टीमें भाग लेंगी। इस लीग के प्लेऑफ अगस्त में खेले जाएंगे जबकि इसका फाइनल 12 अक्टूबर को प्रस्तावित हुआ है। यह लीग ऑरलैंडो में डिज्नी के वर्ल्ड वाइड स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में होने जा रही है। बता दें कि एनबीए ने इस साल अपना सत्र कोरोना वायरस महामारी के चलते 11 मार्च को सस्पेंड कर दिया था।(लाइव हिन्दुस्तान)
जोहान्सबर्ग, 27 जून। दक्षिण अफ्रीका के ऑलराउंडर एंडिले फेलुकवायो नियमित तौर पर टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहते हैं और वो क्रिकेट के इस सबसे लंबे फॉर्मैट में अपनी छाप छोडऩा चाहते हैं। फेलुकवायो ने अभी तक महज चार टेस्ट मैच खेले हैं। उन्होंने 58 वनडे इंटरनैशनल और 27 टी20 इंटरनैशनल मैच खेले हैं। फेलुकवायो का मानना है कि अगर वो 100 टेस्ट भी खेल लेते हैं, तो यह उनके लिए अच्छी बात होगी।
फेलुकवायो ने स्पोर्ट्स 24 से कहा, मैं टेस्ट में प्रभाव बनाना चाहता हूं। यह खेलने के लिए सबसे बड़ी और कठिन जगह है। अगर आप टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हैं, तो यह किसी भी क्रिकेटर के लिए असली खेल है। मैंने अभी तक चार टेस्ट मैच खेले हैं। अगर मैं 100 टेस्ट खेल पाता हूं तो यह मेरे लिए अच्छा होगा। उन्होंने कहा, मैं मुख्य रूप से सीमित ओवर क्रिकेट खेलता हूं और टी20 वर्ल्ड कप भी करीब आ रहा है, इसलिए मुझे व्हाइट-बॉल क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन करने पर अपना ध्यान लगाना है।
तेज गेंदबाज ने कहा, टेस्ट टीम निश्चित रूप से एक ऐसी जगह है जहां मैं रहना चाहता हूं। मैं खुद को चुनौती देना चाहता हूं, मैं उस स्थान पर लंबे समय तक बने रहना चाहता हूं, जब तक टीम को मेरी जरूरत है। मैं प्रतिस्पर्धा करना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण मजबूरी में मिले ब्रेक से उन्हें अपने शरीर पर काम करने का पूरा मौका दिया है, जो उन्हें अपने करियर को लम्बा खींचने में मदद करेगा। फेलुकवायो ने कहा, मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा बेहतर और मजबूत बनने की कोशिश करना है। अगर मैं 10 प्रतिशत या पांच फीसदी भी बेहतर महसूस करता हूं, तो यह मेरे करियर को लंबा खींचने में मदद करेगा। (एजेंसी)
नई दिल्ली, 27 जून । कोरोना वायरस की महामारी के कारण मार्च से इंटरनेशनल क्रिकेट पर ब्रेक लगा हुआ है। ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के कप्तान एरॉन फिंच भले ही इस संक्रमण के कारण क्रिकेट से दूर हैं, लेकिन फिर भी वह लगातार इस खेल के बारे में सोच रहे हैं। फिंच ने खुद बताया कि उन्होंने अभी से भारत में खेले जाने वाले 2023 वनडे विश्व कप के लिए रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। आइये जानें विश्व कप को लेकर फिंच ने क्या कुछ कहा।
ऑस्ट्रेलिया के लिमिटेड ओवर कैप्टन फिंच को लगता है कि यह समय एशियाई कंडीशंस की तैयारी के लिए बेहतर है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के सन रेडियो से बातचीत में कहा, मैं क्रिकेट को लेकर काफी जुनूनी हूं। इसलिए लगातार इस खेल के बारे में ही सोचता रहता हूं। कप्तान होने की वजह से मैं आगामी टी-20 विश्व कप और भारत में होने वाले 2023 विश्व कप के बारे में सोच रहा हूं।
33 साल के फिंच ने आगे कहा कि हम इन टूर्नामेंट में जीत हासिल करने की योजना बना रहे हैं। हम इन तीनों टूर्नामेंट में सफलता हासिल करने की योजना बना रहे हैं। भारत में होने वाले 2023 वनडे विश्व कप को लेकर फिंच ने कहा, '2023 विश्व कप से पहले हमें काफी काम करने की ज़रूरत है। हम इसके लिए विस्तृत योजना बना रहे हैं। हम रणनीति बना रहे हैं कि भारतीय कंडीशंस के हिसाब से क्या टीम बेहतर होगी और कैसे हम विश्व कप जीत सकते हैं।
उन्होंने इसको लेकर आगे कहा कि भारत में हम दो स्पिनर खिलाएंगे। हम टीम संयोजन के बारे में अभी से सोच रहे हैं। बता दें कि ऑस्ट्रेलिया ने सबसे ज्यादा पांच बार विश्व कप के खिताब को अपने नाम किया है। हालांकि, 2019 विश्व कप में फिंच की कप्तानी में ऑस्ट्रेलियाई टीम सेमीफाइनल तक का ही सफर तय कर सकी थी।(एजेंसी)
नई दिल्ली , 27 जून (नवभारत टाईम्स)। कोविड- 19 (KOVID-19) वायरस के प्रकोप के चलते बीते तीन महीने से खेल गतिविधियां तो ठप्प पड़ी हैं। ऐसे में वर्तमान और पूर्व खिलाड़ी अपने सुनहरे दौर को याद कर रहे हैं और खिलाडिय़ों की तुलना कर रहे हैं या फिर अपने पसंदीदा खिलाडिय़ों को चुनकर उनकी विशेषताओं पर बात कर रहे हैं। कुछ ऐसा ही पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज उमर गुल ने किया। जब उमर से उनके फेवरिट भारतीय खिलाड़ी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पहले वह सचिन तेंडुलकर के मुरीद थे लेकिन अब वह विराट कोहली को पसंद करते हैं।
उमर गुल पाकिस्तान की फेमस स्पोर्ट्स ऐंकर सवेरा पाशा को यूट्यूब पर इंटरव्यू दे रहे थे। पाशा ने उनसे जब उनके पसंदीदा भारतीय क्रिकेटर के बारे में सवाल किया तो उन्होंने कहा, पहले सचिन तेंडुलकर मेरे फेवरिट थे लेकिन वर्तमान में यहां विराट कोहली हैं।
इस राइट आर्म फास्ट बोलर ने बताया, पिछले 4 से 5 सालों में जिस अंदाज में विराट कोहली ने जैसा परफॉर्मेंस किया है, वह मेरे फेवरिट बल्लेबाज हैं। जिस ढंग से उन्होंने खुद को बदला है, मैदान पर उनका व्यवहार। जब उन्होंने हमारे खिलाफ खेलना शुरू किया था और अब उनके व्यवहार में जमीन-आसमान का अंतर है। अब उनका पूरा ध्यान सिर्फ क्रिकेट पर है। उन्हें बैटिंग करते देखना सौभाग्य की बात है। मैं उनकी बैटिंग खूब एंजॉय करता हूं।
बता दें उमर गुल सचिन तेंडुलकर और विराट कोहली दोनों के ही साथ क्रिकेट खेले हुए हैं। गुल ने अपने इंटरनैशनल करियर में 47 टेस्ट, 130 वनडे ?र 60 टी20ढ्ढ मैच खेले हैं, इनमें उनके नाम क्रमश: 163, 179 और 85 विकेट्स हैं। पहले टी20 वर्ल्ड कप (2007) टूर्नमेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज उमर गुल ही थे।
सेंट लूसिया, 26 जून ।19 साल के किमानी मेलियस ने इस साल की शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका में संपन्न अंडर-19 वल्र्ड कप में वेस्टइंडीज का नेतृत्व किया था, जहां कैरेबियाई टीम पांचवें स्थान पर रही थी। हालांकि, वह अंडर-19 वल्र्ड कप में दमदार प्रदर्शन नहीं कर सके थे, लेकिन अपनी टीम की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज जरूर थे। उन्होंने कमजोर नाइजीरिया के खिलाफ 246 रन के विशाल अंतर की जीत में अर्धशतक जमाया था, जो टूर्नामेंट में उनका एकमात्र 50+ स्कोर था। मगर दुनिया को पता चला कि मेलियस विशेष खिलाड़ी हैं। युवा बल्लेबाज ने लिस्ट ए के डेब्यू मैच में शानदार स्ट्रोक से सजी पारी में 46 रन बनाए थे। इसकी मदद से उन्हें आगे बढऩे में मदद मिली, लेकिन अब उन्होंने ऐसा धमाल किया है कि हर कोई बस उनकी इस पारी के बारे में ही बात कर रहा है।
सेंट लूसिया टी10 ब्लास्ट की अभी शुरुआत हुई है और किमानी मेलियस अपनी छाप छोडऩे में कामयाब हो गए हैं। कोविड-19 महामारी के बाद वेस्टइंडीज में क्रिकेट लौटा तो सेंट लूसिया में मेलियस ने तूफानी शतक जमाकर इसके लौटने का जश्न मनाया। ग्रोस आइसेट कैनन ब्लास्टर्स के लिए खेलते हुए किमानी मेलियस ने केवल 34 गेंदों में 4 चौके व 11 छक्के की मदद से नाबाद 103 रन बनाए। वेस्टइंडीज अंडर-19 टीम के कप्?तान ने टैरिक गेब्रियल के साथ 166 रन की अविजित साझेदारी की। गेब्रियल ने भी अर्धशतक जमाया।
किमानी मेलियस के शतक ने वियूक्स फोर्ट नॉर्थ रैडर्स से पूरी तरह मैच छीन लिया था क्योंकि उन्हें मैच जीतने के लिए प्रति ओवर 17 रन की दरकार थी। मेलियस के शतक की बदौलत उनकी टीम ने निर्धारित 10 ओवर में बिना विकेट गंवाए 166 रन बनाए। जवाब में वियूक्स फोर्ट की टीम 10 ओवर में 5 विकेट खोकर 103 रन बना सकी और 63 रन से मुकाबला गंवा बैठी। यह सेंट लूसिया टी10 ब्लास्ट 2020 का चौथा मैच था।
इसमें कोई शक नहीं कि मेलियस ने ताबड़तोड़ पारी खेली, लेकिन वो एक ओवर में लगातार 6 छक्के जडऩे का कमाल करने से चूक गए। बल्लेबाज ने शीम पॉल द्वारा किए पारी के आखिरी ओवर में पहली पांच गेंदों पर लगातार पांच छक्के जमाए, लेकिन आखिरी गेंद पर वह छक्का जमाने से चूक गए और गेंद बाउंड्री पार चार रनों के लिए चली गई।
वैसे, यह कहना बहुत जल्दी होगा कि युवा बल्लेबाज का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सुनहरा भविष्य होगा, लेकिन इसकी झलक मिल चुकी है कि वो लंबे-लंबे शॉट जमाने में माहिर हैं। अब जब क्रिस गेल अपने करियर के आखिरी पड़ाव पर हैं, तो वेस्टइंडीज को अगली पीढ़ी का शानदार ओपनर मिल चुका है, जिसने टी10 मैच में शतक जमा दिया।(टाईम्स नाउ)
साओ पाउलो, 26 जून। ब्राजील के फुटबॉल क्लबों ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों की कोरोना वायरस महामारी को लेकर दी गई कड़ी चेतावनी के बावजूद नौ अगस्त से देश की मुख्य चैंपियनशिप आयोजित करने का फैसला किया है। यह शीर्ष स्तर की लीग पहले मई में शुरू होनी थी, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था।
ब्राजील फुटबॉल परिसंघ ने गुरुवार को बयान जारी करके कहा कि दो मुख्य डिवीजनों के 40 क्लबों के प्रतिनिधियों के बीच हुई बैठक में तिथियों और स्वास्थ्य संबंधी उपायों को लेकर सहमति बनी। लीग की शुरुआत हालांकि स्वास्थ्य विभाग से मंजूरी मिलने पर ही हो पाएगी।
ब्राजील में लगभग 12 लाख लोग कोविड-19 से संक्रमित रहे हैं, जिनमें से 55,000 से अधिक लोगों की मौत हुई है। यहां कोरोना वायरस के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है।
दुनियाभर में कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या 9,714,805 लाख हो गई है। अब तक महामारी की वजह से 491,856 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 5,250,085 लोग इस वायरस से ठीक हो चुके हैं। फिलहाल पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से संक्रमित एक्टिव केस 3,972,864 हैं।
कोविड-19 से प्रभावित होने के मामले में अमेरिका विश्व भर में पहले, ब्राजील दूसरे और रूस तीसरे स्थान पर है। वहीं. इसके कारण हुई मौतों के आंकड़ों के मामले में अमेरिका पहले, ब्राजील दूसरे और ब्रिटेन तीसरे स्थान पर है।
विश्व महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना से अब तक 24.22 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं तथा 124402 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। ब्राजील में अब तक 12.29 लाख लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं जबकि 54971 लोगों की मौत हो चुकी है। रूस में भी कोविड-19 का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है और यहां इसके संक्रमण से अब तक 6.14 लाख लोग प्रभावित हुए हैं तथा 8,594 लोगों ने जान गंवाई है। ब्रिटेन में इस संक्रमण के कारण हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं। यहां अब तक इस महामारी से 3.10 लाख लोग संक्रमित हुए हैं तथा 43,354 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। (एजेंसी)
नई दिल्ली, 26 जून। वेस्टइंडीज के धाकड़ बल्लेबाज आज बेहद ही मस्तमौला लाइफ जीते हैं। उनका जमैका में अपना बहुत बड़ा घर है, जिसमें हर तरह की सुविधाएं हैं लेकिन ये जानकर हैरानी होगी कि ये खिलाड़ी बचपन में इतना गरीब था कि उसे खाना खाने के लिए चोरी तक करनी पड़ी। क्रिस गेल ने पेट पालने के लिए कचरा तक उठाया और उनकी मां सड़क पर मूंगफली बेचती थी।
आज क्रिस गेल जमैका की राजधानी किंग्सटन में एक आलीशान घर के मालिक हैं। उनके पास कई कार हैं, वो करोड़पति हैं लेकिन उनका बचपन इतनी गरीबी में बीता, जिसका अंदाजा तक लगाना फैंस के लिए मुश्किल है। क्रिस गेल का जन्म एक बेहद ही गरीब परिवार में हुआ उनकी मां मूंगफली बेचा करती थीं। क्रिस गेल का पूरा परिवार एक कच्ची झोपड़ी में रहता था। गरीबी के चलते गेल अपनी पढ़ाई तक पूरी नहीं कर पाए। वो 10वीं क्लास तक ही पढ़े क्योंकि उनके माता-पिता के पास स्कूल फीस भरने के लिए पैसे नहीं थे। गेल ने बताया कि उन्हें अपना पेट पालने के लिए सड़क पर कचरा तक बीनना पड़ा। वो प्लास्टिक की बोतल उठाते थे और उन्हें बेचते थे।
क्रिस गेल ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया था कि एक बार उन्हें बहुत भूख लगी और घर पर खाने के लिए कुछ नहीं था। उनकी जेब में पैसे नहीं थे तो उन्हें पेट भरने के लिए चोरी तक करनी पड़ी। गेल अपने बचपन की कहानी बताते हुए उस इंटरव्यू में रो पड़े थे। गेल ने बताया कि अगर वो क्रिकेट नहीं खेलते तो उनकी जिंदगी आज भी सड़कों पर ही कटती। क्रिस गेल ने 1998/99 में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया और साल 1999 में ही उन्होंने वेस्टइंडीज की टीम में जगह बना ली। गेल ने जब इंटरनेशनल क्रिकेट खेलना शुरू किया तो उसके 6 साल बाद उन्हें एक बार फिर बड़ा सदमा लगा। गेल को पता चला कि उनके दिल में छेद है। बस फिर क्या था गेल ने अपनी जिंदगी और खेलने का तरीका ही बदल लिया और उसके बाद वो दुनिया के सबसे खतरनाक बल्लेबाज बन गए।
क्रिस गेल आज दुनिया के सबसे बड़े टी20 खिलाड़ी माने जाते हैं। उनके नाम ऐसे रिकॉर्ड हैं जहां तक पहुंचना ही नामुमकिन सा लगता है। गेल ने टी20 क्रिकेट में 13 हजार से ज्यादा रन बनाए हैं और उनके बल्ले से 22 शतक निकले हैं। गेल ने टी20 क्रिकेट में 978 छक्के लगाए हैं। यही नहीं गेल ने 103 टेस्ट में 42 से ज्यादा की औसत से 7214 रन भी बनाए हैं। वनडे में उनके बल्ले से 25 शतकों की मदद से 10,480 रन निकले हैं। क्रिस गेल वनडे में दोहरा शतक लगाने का कारनामा भी कर चुके हैं। (न्यूज18)
नई दिल्ली, 26 जून । टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली की आलोचना इस बात को लेकर हो चुकी है कि उनकी अगुवाई में भारत ने अभी तक कोई वल्र्ड कप नहीं जीता है। विराट की कप्तानी में टीम इंडिया आईसीसी टूर्नामेंट्स में सेमीफाइनल या फाइनल तक पहुंचकर बाहर हुई है, ऐसे में विराट की कप्तानी पर कुछ क्रिकेट जानकर सवाल खड़े कर चुके हैं। वहीं 1983 वल्र्ड कप विजेता टीम के कप्तान कपिल देव का मानना है कि विराट की कप्तानी में टीम इंडिया अच्छा प्रदर्शन कर रही है। उन्होंने कहा कि विराट पर ऐसा कोई दबाव नहीं है कि वो अपनी कप्तानी में टीम को वल्र्ड कप खिताब दिलाएं। कपिल देव ने कहा कि वल्र्ड कप जीतना ही सबकुछ नहीं होता है।
1983 में कपिल देव पहले ऐसे भारतीय कप्तान बने थे, जिन्होंने वल्र्ड कप ट्रॉफी उठाई थी। 28 साल बाद 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत वर्ल्ड चैंपियन बना था। कपिल ने एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा, मौजूदा क्रिकेट टीम पर कोई दबाव नहीं है, मेरा मानना है कि वो अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसा नहीं है एक अच्छी टीम कहलाने के लिए आपको वर्ल्ड कप जीतना ही है। विराट कोहली अच्छा काम कर रहे हैं, सौरव गांगुली ने अच्छा काम किया था। हम सुनील गावस्कर को कैसे भूल सकते हैं? वो भी बहुत अच्छे कप्तान थे। वर्ल्ड कप उठाना ही सबकुछ नहीं होता है। आप टीम को किस तरह बनाते हैं वो मैटर करता है।
2017 में टीम इंडिया विराट की कप्तानी में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचकर हार गई थी। इसके बाद 2019 वर्ल्ड कप में टीम सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद न्यूजीलैंड से हारकर बाहर हो गई थी। विराट की कप्तानी में भले ही भारत ने अभी तक आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीता है, लेकिन विराट की ही कप्तानी में भारत ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीती। (लाइव हिन्दुस्तान)
लिवरपूल, 26 जून । लिवरपूल का इंग्लिश प्रीमियर लीग फुटबॉल चैंपियनशिप जीतने का पिछले 30 साल से चला आ रहा लंबा इंतजार यहां मैनचेस्टर सिटी की चेल्सी के हाथों हार के साथ ही खत्म हो गया। लिवरपूल ने इससे पहले आखिरी बार 1990 में खिताब जीता था और अगले खिताब का उसका इंतजार तब खत्म हुआ जबकि उसके खिलाडिय़ों ने मैदान पर कदम भी नहीं रखा।
उसने चेल्सी की दूसरे नंबर पर काबिज मैनचेस्टर सिटी पर 2-1 से जीत से अपना खिताब सुरक्षित किया। इस परिणाम का मतलब है कि सिटी बाकी बचे सात दौर के मैचों में लिवरपूल की बराबरी तक नहीं पहुंच पाएगा।
लिवरपूल के 31 मैचों में 86 जबकि सिटी के इतने ही मैचों में 63 अंक हैं। दोनों के बीच अब 23 अंकों का अंतर हो गया है। चेल्सी के 54 अंक हैं और वह तीसरे स्थान पर काबिज लिस्टर सिटी से एक अंक पीछे और पांचवें नंबर के मैनचेस्टर यूनाईटेड से पांच अंक आगे है।
लिवरपूल ने ऐसे समय में यह खिताब जीता जबकि कोरोना वायरस के कारण लीग लगभग तीन महीने तक ठप्प रही और इसके बाद मैचों का आयोजन खाली स्टेडियम में किया जा रहा है।स्टैमफोर्ड ब्रिज पर जब अंतिम सीटी बजी तो कुछ दर्जन दर्शक ही स्टेडियम के बाहर खड़े थे। लेकिन जल्द ही यह संख्या सैकड़ा पार कर गई और उन्होंने आतिशबाजी करके लिवरपूल की जीत का जश्न मनाया।
लिवरपूल के मैनेजर जर्गेन क्लॉप ने कहा, ''यह बहुत बड़ा क्षण है। मैं बेहद खुश हूं। मैच में चेल्सी की तरफ से क्रिस्टियन पुलिसिच ने 36वें मिनट में जबकि विलियन ने 78वें मिनट में पेनल्टी पर गोल किया। यह पेनल्टी चेल्सी को फर्नाडिन्हो की गलती से मिली जिन्हें लाल कार्ड दिखाया गया था। सिटी की तरफ से केविन डि ब्रूएन ने 55वें मिनट में गोल दागा था। एक अन्य मैच में आर्सनल ने एडी निकिटिया (20वें) और जो विलोक (87वें मिनट) के गोल की मदद से साउथम्पटन को 2-0 से हराया।(एजेंसी)
चंडीगढ़, 25 जून (एजेंसी)। कोविड-19 महामारी का प्रभाव कम होता नहीं दिख रहा जिससे शीर्ष निशानेबाज मनु भाकर रोजमर्रा की एक जैसी ट्रेनिंग की बोरियत को खत्म करने के लिए खेतों में ट्रैक्टर चलाने के अलावा अपने शौक जैसे पेंटिंग और घुड़सवारी करने में समय बिता रही हैं।
कोविड-19 महामारी के चलते अभी खेल गतिविधियां शुरू नहीं हो पाई हैं, जिससे मनु हरियाणा के झज्जर जिले में अपने गांव गोरिया में ट्रेनिंग करने में जुटी हैं। 18 वर्ष की निशानेबाज हालांकि शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहने के लिए अन्य चीजें भी कर रही हैं। मनु ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा, महामारी को शुरू हुए काफी समय हो चुका है। मैं पेंटिंग करने के अलावा घुड़सवारी कर रही हूं और खेतों में ट्रैक्टर भी चला रही हूं।
टोक्यो ओलंपिक भी अगले साल तक स्थगित हो चुके हैं और कई अन्य प्रतियोगितायें भी स्थगित हो गई या रद्द हो गई हैं तो खिलाडिय़ों के लिए ध्यान एकाग्रचित्त रखना चुनौती बन जाता है। उन्होंने कहा, मैं कड़ी ट्रेनिंग कर रही हूं और ध्यान केंद्रित किए हूं।
उन्होंने कहा, योग और ध्यान इसमें काफी अहम भूमिका निभाते हैं, विशेषकर कोविड-19 द्वारा पैदा हुई इन मुश्किल परिस्थितियों में। इनसे मानसिक और शारीरिक समस्या निपटने में मदद मिलती है। जब आप ध्यान लगाते हो तो आप मानसिक रूप से काफी मजबूत होते हो, आप जानते हो कि एकाग्र कैसे हुआ जाए।
यह पूछने पर कि जब चीजें सामान्य होंगी और खेल गतिविधियां शुरू होंगी तो खिलाडिय़ों को किन किन चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है तो मनु ने कहा कि उनके लिए यह ज्यादा समस्या नहीं होगी। उन्होंने कहा, हमने हाल के दिनों में कोई टूर्नामेंट नहीं खेला। शिविर भी रद्द हो गये। लेकिन मैं अपने गृहनगर में ट्रेनिंग कर रही हूं ताकि मेरा ध्यान केंद्रित रहे।
नई दिल्ली, 25 जून (एजेंसी)। भारत की स्टार महिला फुटबॉलर बाला देवी कोविड-19 से प्रभावित बाल मजदूरों के लिए पैसा जुटाने की पहल से जुड़ी हैं। गैर सरकारी संगठन क्राई (चाइल्ड राइट्स एंड यू) ने 30 साल की इस स्ट्राइकर को अपने साथ जोड़ा है। इस पहल के तहत जो भी पैसा मिलेगा उसका इस्तेमाल बच्चों की प्राथमिक शिक्षा और सुविधाओं के लिया किया जाएगा।
बाला देवी ने स्कॉटलैंड में अपने बेस से पीटीआई से कहा, हमें हमेशा से बाल मजदूरी की समस्या का सामना करना पड़ा है... इस महामारी के चलते लोगों के नौकरी गंवाने के कारण और अधिक बच्चों का शिक्षा और खेलने का सपना टूटेगा।
उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि प्रत्येक बच्चे को अपना सपना पूरा करने का मौका मिलना चाहिए और हमेशा शिक्षा का मौका मिलना चाहिए- इसी ने मुझे इस पहल से जुडऩे के लिए प्रेरित किया। मेरा कभी इस तरह की घटना से सामना नहीं हुआ लेकिन हमें पता है कि देश में बाल मजदूरी व्याप्त है।
भारत की ओर से 2005 से 50 से अधिक अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाली बाला देवी यूरोप की शीर्ष पेशेवर लीग में खेलने वाली पहली भारतीय महिला फुटबॉलर हैं। वह स्कॉटिश प्रीमियर लीग में रेंजर्स की ओर से खेलती हैं। कोरोना वायरस महामारी के कारण यह लीग अभी निलंबित है। लीग के निलंबित होने से पहले वह दो मैच खेली थी।
मैड्रिड, 25 जून (एजेंसी)। सर्जियो रामोस के फ्रीकिक पर किए गए बेहतरीन गोल की मदद से रियल मैड्रिड ने रियल मालोर्का को 2-0 से हराकर स्पेनिश फुटबॉल लीग ला लिगा में बार्सिलोना के साथ शीर्ष पर पहुंचने की रोमांचक होड़ में खुद को फिर से आगे कर दिया।
अल्फ्रेडो डि स्टेफनो स्टेडियम में खेले गए इस मैच में जीत से रियल मैड्रिड के भी बार्सिलोना के समान 31 मैचों में 68 अंक है लेकिन गोल अंतर बेहतर होने के कारण वह शीर्ष पर पहुंच गया है। मालोर्का तालिका में 18वें स्थान पर बना हुआ है।
19 साल के विनिसियस जूनियर ने 19वें मिनट में गोल करके मैड्रिड को बढ़त दिलाई, लेकिन वह रामोस थे जिन्होंने 56वें मिनट में फ्री किक पर खूबसूरत गोल किया। इस डिफेंडर का यह सत्र में आठवां गोल है।
इस मैच के एक नया रिकॉर्ड भी बना। मालोर्का की तरफ से 15 साल 219 दिन के लुका रोमेरो मैदान पर उतरे और इस तरह से वह ला लिगा में खेलने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए। इस बीच सोसियाडाड को लीग के फिर से शुरू होने के बाद अपनी पहली जीत का इंतजार है। सेल्टा विगो ने उसे 1-0 से हराया। विजेता टीम की तरफ से इगोस इस्पास ने पहले हाफ के इंजुरी टाइम में पेनल्टी पर गोल किया।
मार्च में जब कोरोना वायरस के कारण लीग रोकी गई थी तो सोसियाडाड चौथे स्थान पर था लेकिन अब वह सातवें स्थान पर खिसक गया है। उसके 31 मैचों में 47 अंक हैं। सेल्टा विगो 16वें स्थान पर बना हुआ है। एक अन्य मैच में ओसासुना ने एल्वेस को 1-0 से हराकर पिछले तीन मैचों से चला आ रहा हार का क्रम तोड़ा।
मेलबर्न, 24 जून (एजेंसी)। जापान के हटने के बाद ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड 2023 में होने वाले महिला विश्व कप फुटबॉल की संयुक्त मेजबानी की दौड़ में सबसे आगे पहुंच गए हैं। इन दोनों की संयुक्त मेजबानी का दावा उनके एकमात्र प्रतिद्वंद्वी कोलंबिया की तुलना में मजबूत है। विश्व फुटबॉल की संचालन संस्था फीफा के निरीक्षण अंकों में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड को पांच में से 4.1 जबकि कोलंबिया को 2.8 अंक मिले हैं।
जापान को पांच में से 3.9 अंक दिए गए थे और उसके दौड़ में बने रहने से एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) के सात प्रतिनिधियों के मत बंटने की संभावना थी। ऑस्ट्रेलिया भी एएफसी का सदस्य है। विश्व फुटबॉल की संचालन संस्था फीफा गुरुवार को इस पर मतदान करेगी।
एएफसी के अध्यक्ष शेख सलमान बिन इब्राहीम अल खलीफा ने जापान के हटने के फैसले का स्वागत करते हुए एशियाई सदस्यों से ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के पक्ष में मतदान करने की अपील की। ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड और कोलंबिया ने इससे पहले कभी महिला विश्व कप की मेजबानी नहीं की है। अगर ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड को मेजबानी मिलती है तो यह पहला अवसर होगा जबकि दो परिसंघ मिलकर विश्व कप का आयोजन करेंगे।
न्यूजीलैंड ओसियाना फुटबॉल परिसंघ का सदस्य है और फीफा परिषद में उसके तीन सदस्य हैं लेकिन न्यूजीलैंड फुटबॉल के अध्यक्ष जोहाना वुड ऑनलाइन बैठक में मतदान नहीं कर पाएंगे।
स्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और उनके न्यूजीलैंड समकक्ष जैसिंडा आरडर्न ने फीफा को एक पत्र में लिखा है कि दोनों देश इस टूर्नामेंट की संयुक्त मेजबानी करने पर गौरवान्वित होंगे।
उन्होंने कहा, फुटबॉल एक ऐसा खेल है जो हम सभी को जोड़ता है। हमें पूरी उम्मीद है कि ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड फीफा महिला विश्व कप हम सभी को 2023 में फिर से एक साथ लाएगा।
नई दिल्ली, 24 मई (एजेंसी)। विश्व कराटे महासंघ (डब्ल्यूकेएफ) ने पिछले साल चुनावों के दौरान विश्व संस्था के नियमों का पालन नहीं करने के कारण भारतीय कराटे संघ (केएआई) की तुरंत प्रभाव से अस्थायी तौर पर मान्यता रद्द कर दी है। डब्ल्यूकेएफ ने कहा कि जांच के बाद यह फैसला किया गया। डब्ल्यूकेएफ के प्रमुख एंटोनियो एस्पिनोस ने केएआई के अध्यक्ष हरिप्रसाद पटनायक को पत्र भेजकर यह जानकारी दी।
उन्होंने लिखा है, भारतीय कराटे संघ (केएआई) की स्थिति की समीक्षा के लिए गठित आयोग की जांच के बाद डब्ल्यूकेएफ कार्यकारी समिति ने डब्ल्यूकेएफ के नियमों के अनुसार 22 जून से तुरंत प्रभाव से केएआई की मान्यता अस्थायी तौर पर रद्द करने का फैसला किया है जिसके कि आप अध्यक्ष हैं।फुटबॉल राउंडअप: ला लिगा में टॉप पर बार्सिलोना, श्वक्करु में केन के गोल से टोटेनहैम की जीत।
विश्व संस्था ने साफ किया है कि वह भारतीय संघ के अंदरूनी कलह से खुश नहीं हैं जिसके कारण पिछले साल जनवरी में नियमों का उल्लंघन करके चुनाव कराए गए। डब्ल्यूकेएफ अध्यक्ष ने लिखा है, केएआई का वर्तमान प्रबंधन अपनी विश्वसनीयता खो चुका है। वर्तमान प्रबंधन अब पंगु हो चुका है क्योंकि प्रबंधन के एक गुट की अगुवाई कर रहे लिखा तारा का दावा है कि पदाधिकारियों का चुनाव गैरकानूनी तरीके से किया गया जबकि प्रबंधन का एक गुट इस पर नियंत्रण की बात करता है जबकि एक अन्य गुट भरत शर्मा को उपाध्यक्ष पद पर बहाल करने की पेशकश कर रहा है।
उन्होंने 22 जून को भेजे गए पत्र में कहा, इसे देखकर लगता नहीं कि केएआई निकट भविष्य में मतभेदों और सभी मुद्दों का सौहार्दपूर्ण समाधान कर पाएगा। इसके बजाय आयोग को लगता है कि आंतरिक संघर्ष बढ़ेगा और ऐसे में राष्ट्रीय महासंघ की स्वायत्तता में हस्तक्षेप की संभावना है।
डब्ल्यूकेएफ ने हालांकि केएआई को मान्यता रद्द करने के खिलाफ 21 दिनों के अंदर अपील करने का विकल्प दिया है। केएआई की मान्यता रद्द करने के फैसले को मंजूरी के लिए डब्ल्यूकेएफ अपनी अगली बैठक में कांग्रेस के समक्ष रखेगा।
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने इस साल जनवरी में ही उसके संविधान और दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने के लिए केएआई की मान्यता रद्द कर दी थी। यह मसला केएआई के जनवरी 2019 में हुए चुनावों से संबंधित है, जिसमें आईओए का पर्यवेक्षक नहीं था और आरोप लगाए गए हैं कि यह पूरी प्रक्रिया वैध नहीं थी।
नई दिल्ली, 24 जून (टाईम्स नाउ)। पूर्व भारतीय बल्लेबाज मोहम्मद कैफ का मानना है कि महेंद्र धोनी के पास अभी भी क्रिकेट को देने के लिए बहुत कुछ है। वर्ष 2013 में आज ही दिन 23 जून को भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में इंग्लैंड को पांच रनों से हराया था। इस जीत के साथ धोनी क्रिकेट के इतिहास में सभी प्रमुख आईसीसी ट्रॉफी (50 ओवर का विश्व कप, 20 ओवर का विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी) जीतने वाले दुनिया के पहले कप्तान बने थे।
कैफ ने ट्विटर पर लिखा, आज ही के दिन सात साल पहले धोनी तीनों आईसीसी ट्रॉफी-चैंपियंस ट्रॉफी (2013), विश्व कप (2011) और टी विश्व कप (2007) जीतने वाले पहले कप्तान बने। महान कप्तान और एक चैंपियन खिलाड़ी। भारत के सबसे बडे मैच विजेता। मुझे लगता है कि उनके पास अभी भी भारतीय क्रिकेट को देने के लिए बहुत कुछ है।
महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय टीम की जर्सी में अपना आखिरी मुकाबला 2019 विश्व कप का सेमीफाइनल खेला था, जिसमें न्यूजीलैंड के हाथों विराट कोहली के नेतृत्व वाली टीम इंडिया को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी। इसके बाद से एमएस धोनी लंबे समय से ब्रेक पर हैं। उन्होंने कोई प्रतिस्पर्धी मैच नहीं खेला। कई बार बीच में खबरें भी आईं कि धोनी द्विपक्षीय सीरीज में खेलते हुए नजर आ सकते हैं, लेकिन उन्होंने किसी सीरीज में हिस्सा नहीं लिया। इस साल धोनी को बीसीसीआई के केंद्रीय अनुबंध लिस्ट से भी बाहर कर दिया गया।
इस दौरान सबसे बड़ा चर्चा का मुद्दा रहा एमएस धोनी का संन्यास। पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी ने स्पष्ट कर दिया था कि जनवरी तक उनसे कोई इस संबंध में सवाल नहीं करें। वहीं मोहम्मद कैफ का मानना है कि धोनी में अब भी भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करने की क्षमता है। धोनी ने इस साल आईपीएल से क्रिकेट एक्शन में वापसी की उम्मीद जताई थी। उन्होंने आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स के ट्रेनिंग शिविर में हिस्सा भी लिया था, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण यह अनिश्चितकालीन समय के लिए स्थगित कर दिया गया। खबरों की मानें तो एमएस धोनी की कोशिश है कि वह टी20 विश्व कप खेलने के बाद संन्यास लें।(times now)
नई दिल्ली, 24 जून (एजेंसी)। भारत के पूर्व बल्लेबाज कृष्णामाचारी श्रीकांत ने 1983 विश्वकप विजेता टीम के अपने कप्तान कपिल देव की सराहना करते हुए कहा है कि उन्होंने खिलाडिय़ों को खुद पर भरोसा रखना सिखाया। श्रीकांत ने स्टार स्पोट्र्स के कार्यक्रम विनिंग द वल्र्ड कप-1983 में विश्वकप फाइनल के लम्हों को याद करते हुए कहा, वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर फील्डिंग करने का फैसला किया। ओस पडऩे के कारण विकेट पर काफी नमी थी। हमें पहले बल्लेबाजी करनी थी और हमारे पास लॉर्ड्स में खेलने के कोई खास अनुभव नहीं था। यह हमारे लिए बहुत नया था।
पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा, वहीं अगर आप वेस्टइंडीज की गेंदबाजी आक्रमण को देखें तो उनमें एक से एक दिग्गज गेंदबाज थे और जोएल गार्नर ने अपनी लंबाई का पूरा इस्तेमाल करते हुए बल्लेबाजों को गेंद ठीक से देखना और खेलना मुश्किल बना दिया था।
श्रीकांत ने कहा, ऐसे वक्त में कपिल ने हमारे सामने उदाहरण पेश किया। उनका आत्मविश्वास और खेल के प्रति उनका नजरिया उनके बारे में सबसे अच्छी चीजें हैं। कपिल की खासियत थी कि उन्होंने भारतीयों को खुद पर भरोसा रखना सिखाया और यही उनकी महानता है।
बता दें कि श्रीकांत ने कम स्कोर वाले फाइनल में सर्वाधिक रन बनाए थे। इस दौरान गेंद ओस के बीच 10 फीट की ऊंचाई से आ रही थी। श्रीकांत जूझ रहे थे, लेकिन मैंने उन्होंने अमरनाथ से बात की और उन्होंने श्रीकांत को अपना स्वाभाविक खेल खेलने को कहा। अगले ओवर में श्रीकांत ने चौका जड़ा और अंत में 38 रन बनाए, जो विश्व कप फाइनल का सर्वोच्च स्कोर रहा था।
फाइनल मैच में 183 रनों पर आउट होने के बावजूद भारत ने दिग्गजों से सजी वेस्टइंडीज की टीम को लॉर्डस में 43 रनों से हराकर पूरी दुनिया को चकित कर दिया। पहला विश्व कप 1975 में खेला गया था। वेस्टइंडीज दो बार विश्व कप जीत चुका था, लेकिन कपिल देव ने तीसरी बात खिताब जीतने का उनका सपना चूर-चूर कर दिया।
नई दिल्ली, 23 जून। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की सबसे सफल टीम है- मुंबई इंडियंस। पिछले साल रोहित शर्मा की कप्तानी में मुंबई इंडियंस ने चेन्नई सुपर किंग्स को फाइनल मैच में महज एक रन से हराकर चौथी बार यह खिताब जीता था। मुंबई की अपना शैली है, वह किसी विस्फोटक अंदाज के साथ टूर्नामेंट में आगे नहीं बढ़ते। 2010 में भी वह इसी तरह बहुत धीमे-धीमे आगे बढ़े थे। 2013 में भी वे फाइनल में पहुंचे और शीर्ष पर रहे। तब से टीम ने कभी फाइनल नहीं हारा है। टीम हर एक साल छोड़कर खिताब जीतती रही है। टीम के प्रमुख कोच महेला जयवर्धने ने हाल में मुंबई इंडियंस और इसके खिलाडिय़ों को लेकर कई बातें शेयर कीं।
महेला जयवर्धने ने सोनी टेन पिटस्टॉप से बातचीत में कहा, वह अलग-अलग क्षमताओं वाले खिलाडिय़ों को ड्रेसिंग रूम में मैनेज करने का काम करते हैं, ताकि वे अपना बेस्ट दे सकें। उन्होंने कहा कि हर खिलाड़ी की अलग खासियत है। आपको बस उन्हें अभिव्यक्त होने देना है।
जयवर्धने ने कहा, आपको ऐसा वातावरण तैयार करना होता है कि सारे खिलाड़ी मिलकर परफॉर्म कर सकें। आप इन सभी खिलाडिय़ों का मैनेजर होना होता है। उन्होंने कहा, कुछ खिलाड़ी मैदान में और कुछ बाहर कुछ और होते हैं। जब जसप्रीत बुमराह मैदान पर जाते हैं तो उनका रंग अलग होता है। जसप्रीत बुमराह वैसे तो शांत रहते हैं, लेकिन जब वह मैदान पर उतरते हैं तो अलग ही स्तर के जोश से भर जाते हैं।
उन्होंने कहा, हार्दिक पांड्या थोड़े लाउड हैं और मैदान पर भी वह लाउड ही रहते हैं। ड्रेसिंग रूम में हमारे पास कुछ चमत्कारिक खिलाड़ी हैं। बेहद प्रतिभाशाली। इनसे मिलना और इन्हें मैनेज करना अच्छा अनुभव है।
महेला जयवर्धने 2017 से टीम के साथ जुड़े हैं और वह टीम को दो खिताब जितवा चुके हैं। वहीं, जयवर्धने ने कहा कि एक स्वाभाविक कप्तान होने के अलावा रोहित शर्मा की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वह आईपीएल में मुंबई इंडियंस की कप्तानी करने से पहले काफी सारी जानकारी इक_ा करते हैं। (एजेंसी)
लंदन 23 जून । वेस्टइंडीज के कप्तान जेसन होल्डर ने कहा है कि इंग्लैंड के खिलाफ अगले महीने शुरू होने वाली तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में कोई भी उन्हें हल्के में नहीं ले सकता। यह सीरीज कोविड-19 के कारण आई रुकावट के बीच पहली क्रिकेट सीरीज होगी। वेस्टइंडीज ने पिछली सीरीज में अपने घर में इंग्लैंड को मात दी थी। होल्डर ने कहा है कि यह प्रतिस्पर्धी सीरीज होने वाली है।
डेली मेल के मुताबकि होल्डर ने नासीर हुसैन को दिए इंटरव्यू में कहा, अगर कोई हमें हल्के में लेगा तो वह वेबकूफ होगा। ऐसा अतीत में हुआ है और हमने लोगों को उनके शब्दों पर पछतावा करवाया है। मुझे पूरा विश्वास है कि हम अच्छा करेंगे। मुझे लगता है कि यह शानदार सीरीज होने वाली है।
वेस्टइंडीज के तीन खिलाडिय़ों- डैरेन ब्रावो, शिमरोन हेटमायर और कीमो पॉल ने कोविड-19 के कारण इस दौरे पर न आने का फैसला किया। होल्डर ने कहा कि उनके फैसले का सम्मान किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, हर किसी को फैसला लेना था और कई खिलाडिय़ों के बच्चे भी हैं। मुझे पता है कि यह बहुत बड़ी चुनौती थी। बच्चों को घर में छोड़कर वायरस को वापस घर लाने की संभावना के साथम करना आसान नहीं था। उन्होंने कहा, मैं उन तीनों खिलाडिय़ों को शुभकामनाएं देता हूं। मुझे पता है कि वह घर में रहकर हमें सर्मथन देंगे। हम एक परिवार हैं और हमें वो करना चाहिए जो हमें करने की जरूरत है।
बता दें कि दोनों देशों के बीच टेस्ट सीरीज की शुरुआत 8 से 12 जुलाई के बीच साउथैंप्टन में होने वाले पहले टेस्ट मैच से होगी। सीरीज का दूसरा मैच 16 से 20 जुलाई के बीच मैनचेस्टर में खेले जाने की घोषणा हो चुकी है। इसके अलावा सीरीज का आखिरी टेस्ट मैच 24 से 28 जुलाई के बीच मैनचेस्टर में ही खेला जाएगा। बता दें कि वेस्टइंडीज की टीम जून 9 को इंग्लैंड पहुंचेगी और 14 दिनों तक सभी वेस्टइंडीज खिलाडिय़ों को क्वारंटाइन किया जाएगा।
इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज का फुल शेड्यूल-
पहला टेस्ट 8-12 जुलाई (एजिस बॉउल)
दूसरा टेस्ट 16-20 जुलाई (ओल्ड ट्रैफर्ड)
तीसरा टेस्ट 24-28 जुलाई (ओल्ड ट्रैफर्ड)(एजेंसी)
लंदन 23 जून । वेस्टइंडीज की टीम ने इंग्लैंड पहुंचने के बाद सोमवार को 14 दिन का अनिवार्य क्वारंटाइन पूरा कर लिया है। अब वह अपने आपस में तीन दिवसीय अभ्यास मैच खेलकर अगले महीने होने वाली तीन टेस्ट मैचों की सीरीज की तैयारी करेगी। वेस्टइंडीज की टीम नौ जून को विशेष विमान से मैनचेस्टर पहुंची थी और तभी से उसके खिलाड़ी ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान और उससे जुड़े होटल में क्वारंटाइन पर थे।
वेस्टइंडीज 25 सदस्यीय टीम लेकर यहां आया है, जिसमें 11 रिजर्व खिलाड़ी भी शामिल हैं ताकि किसी खिलाड़ी के चोटिल होने या कोविड-19 से संक्रमित होने की स्थिति में उसकी जगह तुरंत ही नये खिलाड़ी को टीम में लिया जा सके। कैरेबियाई टीम अब अपने आपस में ही तीन दिवसीय अभ्यास मैच खेलेगी।
पहला टेस्ट मैच आठ जुलाई से एजेस बॉउल में खेला जाएगा जबकि दूसरा (16 से 20 जुलाई) और तीसरा (24 से 28 जुलाई) टेस्ट मैच ओल्ड ट्रैफर्ड में होंगे। इस तरह से तीनों टेस्ट मैच 21 दिन के अंदर खेले जाएंगे। इन स्थलों का चयन इसलिए किया गया है कि क्योंकि इनमें स्टेडियम के अंदर या उसके पास में होटल है और इनमें जैव सुरक्षित वातावरण तैयार किया जा सकता है।
इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के इन प्रयासों के बावजूद वेस्टइंडीज के तीन खिलाडिय़ों डैरेन ब्रावो, शिमरोन हेटमायर और कीमो पॉल ने अपने क्रिकेट बोर्ड से स्वविवेक से फैसला करने की छूट मिलने पर दौरे पर आने से इनकार कर दिया।
सीरीज के दौरान खेलते हुए भी खिलाडिय़ों को कुछ कड़े स्वास्थ्य नियमों का पालन करना होगा जिसमें गेंद को चमकाने के लिये लार का उपयोग नहीं करना भी शामिल है। इसके अलावा खिलाडिय़ों और सहयोगी स्टाफ का लगातार परीक्षण किया जाएगा।
वेस्टइंडीज को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मई और जून में इंग्लैंड का दौरा करना था लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था।
वेस्टइंडीज की टेस्ट टीम : जेसन होल्डर (कप्तान), जर्मेन ब्लैकवुड, नक्रुमा बोनर, क्रैग ब्रैथवेट, शमर ब्रूक्स, जॉन कैंपबेल, रोस्टन चेज, रकीम कॉर्नवाल, शेन डाउरिच, केमार होल्डर, शाई होप, अल्जारी जोसेफ, रेमन रीफर और केमार रोच।
रिजर्व खिलाड़ी : सुनील अंबरीस, जोशुआ डासिल्वा, शैनन गेब्रियल, कीन हार्डिंग, काइल मेयर, प्रेस्टन मैकस्वीन, मार्कि्वनो मिंडले, शाइनी मोसले, एंडरसन फिलिप, ओशेन थॉमस और जोमेल वार्रिकान। (एजेंसी)
नई दिल्ली, 23 जून । बल्लेबाजों के लिए चाइनामैन गेंदबाजी का सामना करना आसान नहीं। भारत के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव इसी शैली की बदौलत वनडे इंटरनेशनल में दो बार हैट्रिक जमा चुके हैं। कुलदीप जैसे बॉलिंग एक्शन वाले कलाई के स्पिनरों को चाइनामैन कहने की कहानी बड़ी रोचक है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कम ही गेंदबाज इस स्टाइल के लिए जाने गए।
दरअसल, चाइनामैन बॉलिंग स्टाइल नहीं है, बल्कि यह एक गाली थी। जो बाद में गेंदबाजी की एक शैली बन कर क्रिकेट शब्दावली में शामिल हो गई। चाइनामैन का अर्थ है- चीन का व्यक्ति। क्रिकेट में चीन का कोई प्रभाव नहीं दिखा है, लेकिन मजे की बात है कि क्रिकेट का पहला चाइनामैन गेंदबाज (एलिस एचॉन्ग) चीनी मूल का था। हालांकि, शुरुआती दौर में चाइनामैन गेंदबाजी से जुड़ा पहला नाम दक्षिण अफ्रीका के चार्ली लेवेलिन का रहा, जो 19वीं सदी की समाप्ति के आसपास खेले थे, लेकिन एलिस एचॉन्ग को इसका जनक माना जाता है।
यह वाकया 25 जुलाई 1933 का है, जब मैनचेस्टर में इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट मैच खेला जा रहा था। वेस्टइंडीज की ओर से बाएं हाथ के स्पिनर एलिस एचॉन्ग गेंदबाजी कर रहे थे। एचॉन्ग मूलत: चीन के थे। एचॉन्ग ने कलाई के सहारे एक अप्रत्याशित गेंद डाली, जो ऑफ से लेग की तरफ टर्न हुई। बल्लेबाजी कर रहे वाल्टर रॉबिन्स टर्न को समझ नहीं पाए और स्टंप हो गए।
फिर क्या था, बल्लेबाज रॉबिन्स गुस्से में आ गए। आउट होकर पवेलियन लौटते हुए उन्होंने अंपायर जे. हार्डस्टाफ से कहा, इस ब्लडी चैइनामैन ने मुझे भरमाया...और मैं आउट हो गया। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर रिची बेनो ने इसका खुलासा किया था। इसी के बाद एचॉन्ग की ऐसी गेंदों को चाइनामैन के तौर पर पहचान मिल गई। और बाद के दिनों में जिस किसी बाएं हाथ के स्पिनर ने कलाई की मदद से टर्न हासिल की, उसे चाइनामैन गेंदबाज कहा गया।
एक लेफ्ट आर्म स्पिनर जब उंगलियों की बजाए कलाई से गेंद को घुमाता है, तो वह चाइनामैन गेंदबाज कहलाता है। चाइनामैन गेंदबाज की गेंद दाएं हाथ के बल्लेबाजों के अंदर आती है, जबकि बाएं हाथ के बल्लेबाज के बाहर की ओर घूमती है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कम ही गेंदबाज हैं, जिन्हें चाइनामैन के रूप में पहचान मिली। इस कड़ी में दक्षिण अफ्रीका के पॉल एडम्स, ऑस्ट्रेलिया के माइकल बेवन, साइमन कैटिच, ब्रेड हॉग, श्रीलंका के लक्षण रंगिका के बाद भारत के कुलदीप यादव इस कड़ी में शामिल हैं। (आजतक)
रोम, 23 जून। क्रिस्टियानो रोनाल्डो और पाउलो डायबाला के गोल की मदद से जुवेंटस ने इटालियन कप फाइनल में मिली हार को भुलाकर रोम में बोलोनी को 2-0 से हराकर सेरी ए फुटबाल चैम्पियनशिप में अपनी स्थिति मजबूत की। जुवेंटस इटालियन कप के फाइनल में नैपोली से पेनल्टी शूट आउट में हार गया था, लेकिन कोरोना वायरस के कारण लगभग तीन महीने तक ठप रही सेरी ए में उसने शानदार शुरुआत की।
रोनाल्डो ने 23वें मिनट में पेनल्टी को गोल में बदला। इसके साथ ही पुर्तगाल के इस दिग्गज फॉरवर्ड ने इस सीजन में 22वां गोल दागा, जो पिछली बार की तुलना में एक ज्यादा है। जुवेंटस की 2-0 से इस जीत में डायबाला ने 36वें मिनट में गोल किया। लगातार नौवीं बार इटालियन लीग का खिताब जीतने की कवायद में लगे जुवेंटस ने अब अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी लाजियो पर चार अंक की बढ़त बना ली है। उसके 27 मैचों में 66 जबकि लाजियो के 26 मैचों में 62 अंक हैं।
लाजियो को बुधवार को अटलांटा से भिडऩा है। इस बीच एसी मिलान को चोटिल जाल्टन इब्राहिमोविच की गैरमौजूदगी के बावजूद लेसी को 4-1 से हराने में किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। मिलान की तरफ से सामु कास्टिलेजो, जियाकोमो बोनावेंटुरा, एंटे रेबिच और राफेल लियो ने गोल दागा।
लेसी की तरफ से एकमात्र गोल मार्को मनकोसु ने पेनल्टी पर किया। इस जीत से मिलान की यूरोपीय टूर्नामेंटों के लिए क्वालीफाई करने की संभावना बन गई है। उसके अब नैपोली के समान 39 अंक हैं। नैपोली ने हालांकि उससे एक मैच कम खेला है। एक अन्य मैच में अंतिम स्थान पर चल रहे ब्रेसिया ने फियोरेनटिना के साथ 1-1 से ड्रा खेला। (एजेंसी)
नई दिल्ली, 23 जून। पूर्वी लद्दाख में हिंसक झड़प में 20 सैनिकों के शहीद होने के एक सप्ताह बाद चीन से आने वाले उपकरणों को खराब बताते हुए भारतीय भारोत्तोलन महासंघ ने सोमवार को चीनी खेल उपकरणों के बहिष्कार की मांग की। महासंघ ने चीनी कंपनी जेडकेसी से पिछले साल चार भारोत्तोलन सेट मंगवाये थे। महासंघ ने कहा कि उपकरण खराब निकले और भारोत्तोलक उनका इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं।
महासंघ के महासचिव सहदेव यादव ने कहा, हमें चीनी उपकरणों का बहिष्कार करना चाहिए। भारतीय भारोत्तोलन महासंघ ने फैसला लिया है कि हम चीन में बने किसी उपकरण का इस्तेमाल नहीं करेंगे। महासंघ ने भारतीय खेल प्राधिकरण को लिखे पत्र में इसकी सूचना दे दी है।
यादव ने कहा, हमने साइ को पत्र लिखकर बता दिया है कि हम चीनी उपकरणों का इस्तेमाल नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, भविष्य में भी हम चीनी सेटों का इस्तेमाल नहीं करेंगे। हम भारतीय या अन्य कंपनियों के सेटों का प्रयोग करेंगे लेकिन चीन के नहीं।
राष्ट्रीय कोच विजय शर्मा ने बताया कि ये सेट खराब निकले। उन्होंने कहा, कोरोना वायरस लॉकडाउन में रियायत मिलने के बाद भारोत्तोलकों ने इनका प्रयोग शुरू किया लेकिन ये खराब निकले। हम इनका इस्तेमाल नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा, शिविर में शामिल सभी भारोत्तोलक चीन के खिलाफ हैं। उन्होंने टिकटॉक जैसे चीनी एप का इस्तेमाल भी बंद कर दिया है।आनलाइन सामान खरीदते समय भी देख रहे हैं कि कहीं वह चीनी तो नहीं है। यह पूछने पर कि ये सेट ऑर्डर ही क्यों किये गए थे, शर्मा ने कहा कि कोई और विकल्प नहीं था, क्योंकि टोक्यो ओलंपिक में चीनी उपकरण ही इस्तेमाल किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि चीन से पहली बार उपकरण खरीदे गए थे। भारतीय टीम फिलहाल स्वीडन में बने उपकरणों के साथ अभ्यास कर रही है। यादव ने कहा कि चीनी उपकरणों के विकल्प मौजूद है। उन्होंने कहा हमारे पास कई विकल्प हैं। हम अच्छे भारतीय सेटों का इस्तेमाल कर रहे हैं। स्वीडन से भी उपकरण मंगवाये हैं जिनका इस्तेमाल किया जाएगा। गलवान वैली में हुई हिंसक झड़प के बाद चीनी उत्पादों के इस्तेमाल के बहिष्कार की मांग की जा रही है। भारतीय ओलंपिक संघ ने भी कहा है कि वह चीनी उपकरणों का बहिष्कार करने के लिए तैयार हैं। (एजेंसी)
कोच्चि, 22 जून। तेज गेंदबाज एस श्रीसंत ने कहा है कि अगस्त 2013 में जब बीसीसीआई ने उन्हें तथाकथित आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में आजावीन बैन लगा दिया था तब लगतार उनके दिमाग में खुदकुशी के विचार आ रहे थे। उन्हें 2015 में हालांकि दिल्ली हाईकोर्ट की विशेष अदालत ने बरी कर दिया था। उन्होंने बताया कि वह अपनी जिंदगी में मुश्किल दौर से गुजर रहे थे और आत्महत्या तक के विचार उन्हें आ रहे थे।
श्रीसंत ने कहा, ये ऐसी चीज है जिससे मैं 2013 में लगातार लड़ रहा था। ये सोच मेरे साथ बनी रहती थी, लेकिन मेरे परिवार ने मुझे संभाले रखा। मुझे परिवार के साथ ही रहना था। मुझे पता है कि उन्हें मेरी जरूरत है। श्रीसंत ने कहा कि वह अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के काफी अच्छे दोस्त थे। सुशांत ने 14 जून को खुदकुशी की थी। वो डिप्रेशन से जूझ रहे थे।
उन्होंने कहा, इसीलिए, सुशांत की मौत ने मुझे इतना ज्यादा प्रभावित किया, और वो मेरे अच्छे दोस्त भी थे। मैं भी ऐसी ही कगार पर था लेकिन मैं लौट आया क्योंकि मुझे पता था कि इससे उन लोगों को कितना दुख होगा जो मुझे प्यार करते हैं। मैं एक किताब लिख रहा हूं जो एक-दो महीनों में आ जाएगी। इसमें मैंने इस बारे में लिखा है और साथ ही लिखा है कि आप कैसे अकेले नहीं हैं। अगर आप अगर अकेले भी हैं तो बुरी बात नहीं है क्योंकि कई अच्छी चीजें अकेले में ही होती हैं।
37 साल के इस गेंदबाज ने कहा अकेलापन कई बार आपको अपने अंदर की कई सारी चीजों से अवगत करा देता है। ये बड़ी बात है क्योंकि कई बार लोग इस बात को समझ ही नहीं पाते कि वो क्या हैं। मैं इस बारे में बात करना नहीं चाहता लेकिन ऐसा भी समय था जब मैं अपने बिल नहीं दे पा रहा था। मुझे नहीं पता था कि मेरा अगला भोजन कहां से आएगा। इसलिए मैं उन सभी शो का शुक्रगुजार हूं जिन्होंने मुझे मौका दिया और मुझ पर विश्वास किया। (आएएनएस)
नई दिल्ली, 22 जून । इंटरनेशनल योग दिवस के मौके पर वैसे तो सभी सेलीब्रेटीज ने दुनिया को योग अपनाने के लिए प्रेरित करने को एक से एक बढिय़ा संदेश दिया। यहां तक कि खिलाड़ी भी योग दिवस पर इसकी महिमा से सबको परिचित कराने में पीछे नहीं रहे, लेकिन इन सभी के बीच में एक पूर्व दिग्गज क्रिकेटर ने ऐसे अनूठे तरीके से योग की अहमियत सभी को समझाई कि आप भी जानकर हंसे बिना नहीं रहेंगे। ये दिग्गज क्रिकेटर हैं गौतम गंभीर और उन्होंने बताया कि योग करना कैसे एक बल्लेबाज को रनआउट से बचने में मदद कर सकता है।
पूर्व भारतीय ओपनिंग बल्लेबाज गंभीर ने योग के बारे में समझाने के लिए अपने इंस्टाग्राम पर एक फोटो शेयर की है। यह फोटो श्रीलंका के खिलाफ 2011 के आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप के फाइनल मैच की है, जिसमें गंभीर रनआउट से बचने के लिए जबरदस्त तरीके से शरीर को स्ट्रैच करते दिखाई दे रहे हैं। गौतम ने इस फोटो पर कैप्शन लिखा, योगाभ्यास करना हमेशा मदद करता है।
इस क्रिकेट वर्ल्ड कप फाइनल में भले ही टीम इंडिया के चैंपियन बनने के लिए महेंद्र सिंह धोनी के आखिरी ओवर में छक्के को याद रखा जाता हो, लेकिन असल बात ये है कि जीत की नींव गंभीर ने ही 97 रन की जोरदार पारी खेलकर रखी थी। गंभीर ही थे, जिन्होंने सचिन तेंदुलकरऔर विरेंदर सहवाग के जल्द आउट होने पर पारी को संभाला और संवारा था।
फिलहाल पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद गंभीर ने योग दिवस पर एक और फोटो भी पोस्ट किया है। इस फोटो के कैप्शन में गंभीर ने श्रीमद् भगवद् गीता का एक संदेश पोस्ट किया है। गंभीर ने लिखा, योग स्वयं में, स्वयं के जरिये, स्वयं को पाने की यात्रा है- भागवद् गीता। साथ में गंभीर ने इंटरनेशनल योग दिवस का हैशटैग शेयर किया है। (जी न्यूज)