मनोरंजन
हैदराबाद, 17 अक्टूबर | बेंगलुरु की अभिनेत्री रश्मिका मंदाना दक्षिण में सबसे अधिक पसंद की जाने वाली नायिकाओं में से एक हैं। अपनी आगामी बॉलीवुड एंट्री के साथ, रश्मिका ने नॉर्थ में भी काफी प्रसिद्ध पाई है। फोर्ब्स इंडिया द्वारा सबसे प्रभावशाली एक्टर्स की सूची में शीर्ष स्थान पर आ कर रश्मिका ने सामंथा, विजय देवरकोंडा और यश को पीछे छोड़ दिया है।
अपने सोशल मीडिया पेजों पर फोलोवर्स की संख्या में उच्च वृद्धि दर दर्ज करते हुए, रश्मिका मंदाना सबसे प्रभावशाली एक्टर्स की सूची में शीर्ष स्थान पर हैं।
विजय देवरकोंडा, जिन्होंने अपनी फिल्मों 'पेली चोपुलु' और 'अर्जुन रेड्डी' से प्रसिद्धि हासिल की, सूची में दूसरे स्थान पर हैं, इसके बाद कन्नड़ के सबसे हैंडसम हंक यश हैं। सामंथा रुथ प्रभु इस सूची में चौथे स्थान पर हैं, इसके बाद अल्लू अर्जुन हैं।
फोर्ब्स ने 30 सितंबर तक अपने सबसे हालिया सोशल मीडिया पोस्ट पर तेलुगू, तमिल, मलयालम और कन्नड़ फिल्म उद्योगों की लोकप्रिय हस्तियों की इंस्टाग्राम गतिविधि पर विचार किया है।
रश्मिका मंदाना अल्लू अर्जुन की आगामी एक्शन-ड्रामा 'पुष्पा' में एक ग्रामीण लड़की की भूमिका निभा रही हैं, जबकि वह जल्द ही शरवानंद की 'आदवल्ली मीकू जोहरलु' में दिखाई देने वाली हैं।(आईएएनएस)
मुंबई, 17 अक्टूबर | टेलीविजन अभिनेत्री और पूर्व-बिग बॉस प्रतियोगी हिना खान ने हाल ही में प्रतियोगियों के व्यवहार के बारे में 'बिग बॉस' पर सवाल उठाते हुए कई ट्वीट किए। उन्होंने पूछा कि क्या इस सीजन के लिए 'बिग बॉस' के नियम बदल गए हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि रियलिटी शो 'स्मैकडाउन और रॉ' की भावना देता है। उनके ट्वीट में यह भी उल्लेख किया गया था कि पहले प्रतियोगियों को एक-दूसरे को छूने की अनुमति नहीं थी, लेकिन अब शो में चीजें बदल गई हैं और नियम तोड़े जा रहे हैं।
हिना ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया, "यह शो कैसा चल रहा है दोस्तों, क्या आप स्मैकडाउन और रॉ का हैशटैग कलर्स पर सोम-शुक्र रात 10:30 बजे आनंद ले रहे हैं। एक समय था, जब उंगली लगाने की अनुमति नहीं दी थी और अब क्या हो रहा है बिग बॉस? मैं आमतौर पर बीबी के बारे में ट्वीट नहीं करती, लेकिन यह बहुत मजेदार है और मैं खुद को रोक नहीं सकी।"
ट्वीट के बाद उनके कई प्रशंसक उनके समर्थन में आए और उनके द्वारा उठाए गए सवालों पर सहमति जताते हुए अपने विचार व्यक्त किए।(आईएएनएस)
लॉस एंजेलिस, 16 अक्टूबर| हॉलीवुड फॉरेन प्रेस एसोसिएशन (एचएफपीए) ने घोषणा की है कि वह पत्रकार संगठन में नस्लवाद और लिंगवाद पर कई विवादों को नजरअंदाज करते हुए 9 जनवरी, 2022 को 79वें वार्षिक गोल्डन ग्लोब अवार्डस प्रदान करने की योजना बना रही है। कहा गया गया है कि अमेरिकी नेटवर्क एनबीसी को बदलने के लिए कोई टेलीकास्ट पार्टनर नहीं है, जिसने इस साल की शुरुआत में इस कार्यक्रम से खुद को अलग कर लिया था।
शुक्रवार को, एचएफपीए ने विभिन्न श्रेणियों में जमा करने की समय सीमा के साथ पारंपरिक कैलेंडर का अनावरण किया। फरवरी में 'लॉस एंजिल्स टाइम्स' की रिपोर्ट में संगठन की संदिग्ध आंतरिक प्रथाओं और विविधता की कमी को इंगित करते हुए एचएफपीए के उथल-पुथल में डूब जाने के बाद इसने 79वें गोल्डन ग्लोब्स के भाग्य पर अटकलों पर विराम लगा दिया।
एनबीसी, जो एचएफपीए का लंबे समय से टेलीकास्ट पार्टनर रहा है, ने संगठन को हिला देने वाले आंतरिक मुद्दों के कारण बाहर निकलने का फैसला किया।
जब टॉम क्रूज ने 1990 के दशक में जीते गए तीन गोल्डन ग्लोब लौटाए तो मामले सिर पर आ गए और स्कारलेट जोहान्सन ने एचएफपीए की बढ़ती आलोचना में अपनी आवाज जोड़ी। संगठन ने कहा है कि उसने अपने नए जर्मन अध्यक्ष के निर्देश पर अपने अधिनियम को स्पष्ट कर दिया है। (आईएएनएस)
बीजिंग, 14 अक्टूबर | शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म टिकटॉक सितंबर 2021 में 59 मिलियन से अधिक इंस्टॉल के साथ दुनिया भर में सबसे अधिक डाउनलोड किए जाने वाले गैर-गेमिंग ऐप के रूप में उभरा है। सेंसर टॉवर के अनुसार, सबसे बड़ी संख्या में इंस्टॉल करने वाले देश चीन के डॉयिन में 16 प्रतिशत थे, इसके बाद अमेरिका में 12 प्रतिशत थे।
फेसबुक पिछले महीने 51 मिलियन से अधिक इंस्टाल के साथ दुनिया भर में दूसरा सबसे अधिक इंस्टॉल किया गया गैर-गेमिंग ऐप था। सबसे अधिक फेसबुक इंस्टाल करने वाले देशों में भारत से 29 प्रतिशत, उसके बाद इंडोनेशिया में 7 प्रतिशत थे।
इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और मैसेंजर ने महीने के लिए दुनिया भर में शीर्ष पांच सबसे अधिक इंस्टॉल किए गए गैर-गेमिंगऐप को राउंड आउट किया।
इस बीच, टेनसेंट का पबजी मोबाइल अगस्त 2021 के लिए दुनिया भर में सबसे अधिक कमाई करने वाला मोबाइल गेम था, जिसमें खिलाड़ियों ने इस पर लगभग 270 मिलियन डॉलर खर्च किए, जो अगस्त 2020 से 4.7 प्रतिशत की वृद्धि का प्रतिनिधित्व करता है।
पबजी मोबाइल के राजस्व का लगभग 61.4 प्रतिशत चीन से था, जहां इसे गेम फॉर पीस के रूप में स्थानीयकृत किया गया है, इसके बाद अमेरिका से 9 प्रतिशत और तुर्की से 6.5 प्रतिशत है।
ऑनर ऑफ किंग्स फ्रॉम टेनसेंट अगस्त 2021 के लिए दुनिया भर में दूसरा सबसे अधिक कमाई करने वाला मोबाइल गेम था, जिसमें सकल राजस्व में 256.2 मिलियन डॉलर था, जो अगस्त 2020 से लगभग 3 प्रतिशत की साल-दर-साल वृद्धि का प्रतिनिधित्व करता था।
पिछले साल, भारत सरकार ने कहा कि वह चीनी फर्मों द्वारा विकसित 59 ऐप पर प्रतिबंध लगाया था जिसमें बाइटडांस के टिकटॉक और पबजी मोबाइल शामिल हैं। इस चिंता से कि ये ऐप राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाली गतिविधियों में शामिल थे। (आईएएनएस)
मुंबई, 13 अक्टूबर | बॉलीवुड की पहली स्टंटवुमन रेशमा पठान 'कौन बनेगा करोड़पति 13' के 'शानदार शुक्रवार' एपिसोड में नजर आएंगी। हेमा मालिनी 16 अक्टूबर को अपना 73वां जन्मदिन मना रही हैं, यह शो में उनके लिए एक सरप्राइज होगा।
मशहूर फिल्म 'शोले' में सभी स्टंट्स के लिए हेमा मालिनी की बॉडी डबल की भूमिका निभाने वाली रेशमा पठान एक सरप्राइज के रूप में आएंगी। वह आते ही डॉयलॉग बोलती है, अरे ओ बसंती, जन्मदिन मुबारक हो। पहचानना मुझे? रेशमा इंडस्ट्री की पहली स्टंटवुमन थीं और उन्हें 'शोले गर्ल' के नाम से जाना जाता है।
बॉलीवुड स्टार हेमा मालिनी और 'शोले' के निर्देशक रमेश सिप्पी शो में हॉटसीट बैठे और मेगास्टार अमिताभ बच्चन के सवालों का जवाब देते हुए नजर आ गए। वे 'शोले' के 46 साल पूरे होने का जश्न मनाएंगे। शो के दौरान दोनों फिल्म की दिलचस्प कहानियां और पर्दे के पीछे के पलों को साझा करेंगे।
हेमा मालिनी ने कहा कि आपने 'शोले' में मेरा बॉडी डबल रोल किया है, और आपके द्वारा किए गए सभी कठिन और खतरनाक शॉट्स के कारण, मैं प्रसिद्ध हो गई। मुझे वह सब याद है। और, मुझे यह भी याद है कि शूटिंग के दौरान, हमने एक साथ बहुत समय बिताया है।
हेमा मालिनी की प्रशंसा करते हुए, रेशमा पठान कहती हैं कि आपने मुझे कभी भी अपने बॉडी डबल के रूप में नहीं सोचा है। आपने हमेशा मुझे एक नायिका (साथी कलाकार) के रूप में माना है। आपके लिए, भले ही एक शॉट में मुझे मेरी जान दे देनी पड़े, मैं दे दूंगी।
'कौन बनेगा करोड़पति 13' का 'शानदार शुक्रवार' 15 अक्टूबर को सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर प्रसारित होगा। (आईएएनएस)
मुंबई, 13 अक्टूबर | अभिनेत्री तापसी पन्नू ने खुलासा किया है कि 'रश्मि रॉकेट' में अपनी भूमिका के लिए, उन्होंने दौड़ने से पहले, बाद में और दौड़ते समय बहुत सारे भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय एथलीटों की बॉडी लैंग्वेज की तस्वीरें और वीडियो देखे थे। तापसी ने कहा कि हां, मैंने 'रश्मि रॉकेट' के लिए अपने स्तर पर बहुत शोध किया है। मैंने बहुत सारे एथलीटों की तस्वीरें और वीडियो देखे थे, भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय। मैं उनकी बॉडी लैंग्वेज, दौड़ने से पहले, बाद में और दौड़ते समय, सिर्फ उनके शरीर के प्रकारों को देखने के लिए वीडियों देखे थे। क्योंकि मुझे एथलीटों का संदर्भ लेना था, खासकर जो मेरे कद के हैं।
"बेशक, मैंने अपने शरीर को उस तरह के आकार में कभी नहीं देखा है, इसलिए आप आश्चर्यचकित हो जाते हैं जब आप उन मांसपेशियों को बाहर निकालने की कोशिश कर रहे होते हैं, क्योंकि आप देखना चाहते हैं कि वे आपको कैसे देखते हैं। मुझे नहीं पता था वे मुझे कैसे देखेंगे, यह विश्वास था जो मैंने अपने प्रशिक्षण के साथ किया अपने ऊपर किया था,और मुझे खुशी है कि मेरी मेहनत रंग लाई।"
रोनी स्क्रूवाला, नेहा आनंद और प्रांजल खंडड़िया द्वारा निर्मित, नंदा पेरियासामी, अनिरुद्ध गुहा और कनिका ढिल्लन द्वारा लिखित और आकाश खुराना द्वारा निर्देशित, 'रश्मि रॉकेट' में सुप्रिया पाठक, अभिषेक बनर्जी, प्रियांशु पेन्युली और सुप्रिया पिलगांवकर भी हैं।(आईएएनएस)
फिल्म का प्रीमियर 15 अक्टूबर को जी5 पर होगा।
-रेहान फ़ज़ल
जब अमिताभ बच्चन फ़िल्मों में आए तो बांग्लादेश पूर्वी पाकिस्तान था, बीटल्स में फूट नहीं पड़ी थी, हॉकी अभी भी भारत का सबसे लोकप्रिय खेल था, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में अभी तक विभाजन नहीं हुआ था, राजधानी एक्सप्रेस को चलते अभी एक साल भी नहीं बीता था और इंसान ने अभी अभी चाँद पर क़दम रखा था.
उन दिनों ख़्वाजा अहमद अब्बास फ़िल्म 'सात हिंदुस्तानी' के लिए अभिनेताओं की तलाश में थे.
एक दिन ख़्वाजा अहमद अब्बास के सामने कोई एक लंबे युवा व्यक्ति की तस्वीर ले कर आया. अब्बास ने कहा, "मुझे इससे मिलवाइए".
तीसरे दिन शाम के ठीक छह बजे एक शख़्स उनके कमरे में दाख़िल हुआ. वो कुछ ज़्यादा ही लंबा लग रहा था, क्योंकि उसने चूड़ीदार पायजामा और नेहरू जैकेट पहनी हुई थी.
हरिवंशराय बच्चन की इजाज़त ज़रूरी
ख़्वाजा अहमद अब्बास ने इस बातचीत का पूरा विवरण अपनी आत्मकथा, 'आई एम नॉट एन आईलैंड' में लिखा है-
"बैठिए. आपका नाम?"
"अमिताभ"(बच्चन नहीं)
"पढ़ाई?"
"दिल्ली विश्वविद्यालय से बीए"
"आपने पहले कभी फ़िल्मों में काम किया है?"
"अभी तक किसी ने मुझे अपनी फ़िल्म में नहीं लिया."
"क्या वजह हो सकती है ?"
"उन सबने कहा कि मैं उनकी हीरोइनों के लिए कुछ ज़्यादा ही लंबा हूँ."
"हमारे साथ ये दिक्क़त नहीं है, क्योंकि हमारी फ़िल्म में कोई हीरोइन है ही नहीं. और अगर होती भी, तब भी मैं तुम्हें अपनी फ़िल्म में ले लेता."
"क्या मुझे आप अपनी फ़िल्म में ले रहे हैं? और वो भी बिना किसी टेस्ट के?"
"वो कई चीज़ों पर निर्भर करता है. पहले मैं तुम्हें कहानी सुनाऊंगा. फिर तुम्हारा रोल बताऊंगा. अगर तुम्हें ये पसंद आएगा, तब मैं तुम्हें बताऊंगा कि मैं तुम्हें कितने पैसे दे सकूंगा."
इसके बाद अब्बास ने कहा कि पूरी फ़िल्म के लिए उसे सिर्फ़ पांच हज़ार रुपए मिलेंगे. वो थोड़ा झिझका, इसलिए अब्बास ने उससे पूछा, "क्या तुम इससे ज़्यादा कमा रहे हो?"
उसने जवाब दिया, "जी हाँ. मुझे कलकत्ता की एक फ़र्म में सोलह सौ रुपए मिल रहे थे. मैं वहाँ से इस्तीफ़ा दे कर यहाँ आया हूँ."
अब्बास आश्चर्यचकित रह गए और बोले, "तुम कहना चाह रहे हो कि इस फ़िल्म को पाने की उम्मीद में तुम अपनी सोलह सौ रुपए महीने की नौकरी छोड़ कर यहाँ आए हो? अगर मैं तुम्हें ये रोल ना दूँ तो?"
उस लंबे व्यक्ति ने कहा, "जीवन में इस तरह के 'चांस' तो लेने ही पड़ते हैं."
अब्बास ने वो रोल उसको दे दिया और अपने सचिव अब्दुल रहमान को बुला कर कॉन्ट्रैक्ट 'डिक्टेट' करने लगे. उन्होंने उस शख़्स से इस बार उसका पूरा नाम और पता पूछा.
"अमिताभ."
उसने कुछ रुक कर कहा, "अमिताभ बच्चन, पुत्र डॉक्टर हरिवंशराय बच्चन."
"रुको." अब्बास चिल्लाए. "इस कॉन्ट्रैक्ट पर तब तक दस्तख़्त नहीं हो सकते, जब तक मुझे तुम्हारे पिता की इजाज़त नहीं मिल जाती. वो मेरे जानने वाले हैं और सोवियत लैंड नेहरू अवार्ड कमिटी में मेरे साथी हैं. तुम्हें दो दिनों तक और इंतज़ार करना होगा."
इस तरह ख़्वाजा अहमद अब्बास ने कॉन्ट्रैक्ट की जगह डॉक्टर बच्चन के लिए एक टेलिग्राम डिक्टेट किया और पूछा, "क्या आप अपने बेटे को अभिनेता बनाने के लिए राज़ी हैं?"
दो दिन बाद डॉक्टर हरिवंशराय बच्चन का जवाब आया, "मुझे कोई आपत्ति नहीं. आप आगे बढ़ सकते हैं."
आगे की घटनाएं इतिहास हैं.
आनंद में अभिनय से मिली पहचान
सात हिंदुस्तानी कुछ ख़ास चली नहीं. उसके बाद ऋषिकेश मुखर्जी ने उन्हें अपनी फ़िल्म 'आनंद' में एक रोल दिया. इस फ़िल्म में पहली बार पूरे भारत की नज़र अमिताभ के अभिनय पर गई और उन्हें 1972 में फ़िल्मफ़ेयर का सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार मिला.
कुछ साल पहले अनुपमा चोपड़ा की एक किताब आई थी '100 फ़िल्म्स टू सी बिफ़ोर यू डाई'. इस किताब में 'आनंद' फ़िल्म को भी जगह मिली थी. इस फ़िल्म के क्लाइमेक्स में राजेश खन्ना मर जाते हैं और अमिताभ बच्चन उन्हें झिंझोड़ रहे हैं.
राजेश खन्ना की जीवनी 'अनटोल्ड स्टोरी ऑफ़ इंडियाज़ फ़र्स्ट सुपर स्टार' लिखने वाले यासेर उस्मान बताते हैं, 'उस सीन की शूटिंग से पहले अमिताभ बच्चन परेशान थे कि वो इसे कैसे शूट करेंगे. उन्हें अभी अभिनय का इतना अनुभव नहीं था. राजेश खन्ना 'हिस्ट्रियोनिक्स' के बादशाह थे. वो अपने दोस्त महमूद के पास गए. महमूद ने बस एक लाइन कही तुम बस ये सोचो कि राजेश खन्ना वाक़ई मर गए हैं. इसके अलावा कुछ सोचने की ज़रूरत नहीं है. वो सीन अपने-आप हो जाएगा.'
इसके बाद अमिताभ ने वो डायलॉग बोला था, 'आनंद मरा नहीं, आनंद मरते नहीं' और इसने अमिताभ को अचानक ही भारत के पहली पंक्ति के अभिनेताओं में शामिल कर दिया था.
16 फ़िल्मों के बाद पहली हिट
लेकिन व्यवसायिक सफलता के लिए अमिताभ को 16 और फ़िल्मों का इंतज़ार करना पड़ा. ये सफलता उन्हें जा कर 'ज़ंजीर' फ़िल्म में मिली. उन्होंने उस ज़मान में वो फ़िल्म की जब रोमांटिक फ़िल्मों का बोलबाला था.
हाल में अमिताभ बच्चन की जीवनी 'अमिताभ बच्चन अ केलेडोस्कोप' लिखने वाले प्रदीप चंद्रा बताते हैं, 'अगर आपको 16 फ़िल्मों तक काम मिलता रहा, इसका मतलब कि आपने अपनी जगह 'ऑलरेडी' बना ली थी. अगर न बनाई होती तो तीन फ़िल्मों के बाद आपको कोई नहीं पूछता. कभी-कभी क्या होता है कि समय भी आपका साथ देता है. 'ज़ंजीर' को देवानंद ने इस बात पर 'रिजेक्ट' कर दिया था कि उसमें कोई रोमांटिक 'एंगिल' या गाना नहीं था. उसे राज कुमार और यहाँ तक धर्मेंद्र ने भी 'रिजेक्ट' कर दिया था. सिर्फ़ बच्चन की ही समझ में आया कि वो इस फ़िल्म के ज़रिए बाज़ी पलट देंगे और वो सही साबित हुए.'
महमूद का राजीव गांधी को 5000 रुपए का साइनिंग अमाउंट
जब अमिताभ फ़िल्मों में जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे तो कॉमेडियन महमूद ने उन्हें अपनी छत्रछाया में ले लिया. महमूद की जीवनी लिखने वाले हनीफ़ ज़वेरी ने अपनी किताब 'महमूद अ मैन ऑफ़ मैनी मूड' में एक दिलचस्प घटना का ज़िक्र किया.
'बॉम्बे टू गोवा की रिलीज़ से पहले अमिताभ एक बहुत ही स्मार्ट शख़्स को अपने साथ मुंबई लाए. महमूद 'काम्पोज़' की गोली खाने के बाद थोड़े नशे में थे. उनके भाई अनवर ने उस शख़्स का परिचय महमूद से करवाने की कोशिश की लेकिन नशे में होने के कारण महमूद की समझ में कुछ नहीं आया.
उन्होंने अपनी जेब से 5000 रुपए निकाले और अमिताभ के साथ गए उस शख़्स के हाथ में रख दिए. जब उनसे रुपए देने का कारण पूछा गया तो महमूद ने कहा कि ये शख़्स अमिताभ से ज़्यादा स्मार्ट दिखता है और एक इंटरनेशनल स्टार बन सकता है. ये पैसे उसे उनकी अगली फ़िल्म में लेने का साइनिंग अमाउंट है.'
ज़वेरी आगे लिखते हैं, 'अनवर को उस शख़्स का महमूद से दोबारा परिचय करवाना पड़ा, यह कह कर कि वो इंदिरा गाँधी के बेटे राजीव गाँधी हैं. ये सुनते ही महमूद ने राजीव गाँधी को दिए वो पैसे वापिस ले लिए और अमिताभ और राजीव ने ज़ोर का ठहाका लगाया. बाद में अमिताभ बच्चन ने मशहूर पत्रकार राशिद किदवई से बात करते हुए स्वीकार किया कि महमूद की भविष्यवाणी सही निकली. राजीव सही में इंटरनेशनल स्टार बने, लेकिन राजनीति में, अभिनय में नहीं.'
जब महमूद ने दी अमिताभ को अपनी आधी आस्तीन की स्वेटर
बाद में 'फ़िल्मफ़ेयर' पत्रिका में फ़रहाना फ़ारूक को दिए एक इंटरव्यू में अमिताभ ने महमूद को याद करते हुए कहा था, ''उस समय जब मुझे हर जगह नकारा जा रहा था तो महमूद ही वाहिद शख़्स थे जो हमेश मेरे लिए बड़े सपने देखते थे. वो मुझे हमेशा डेंजर डायबोलिक कह कर पुकारते थे. उन्होंने मुझे कभी नहीं बताया कि इसका मतलब क्या था. एक बार महमूद ने राज कपूर के साथ काम करने के बाद उनसे फ़रमाइश की कि वो उन्हें अपनी कोई निजी इस्तेमाल की चीज़ दे दें. राज कपूर ने उन्हें हरे रंग का अपना आधी आस्तीन का स्वेटर दे दिया. वो महमूद के लिए उनकी सबसे प्रिय चीज़ हो गई. एक बार एक फ़िल्म में मेरे अभिनय से ख़ुश होकर वो मेरे घर आए और राज कपूर का दिया वो स्वेटर मुझे भेंट कर दिया. वो स्वेटर आज भी मेरे पास है.'
अमिताभ ने सोनिया को कराया दिल्ली दर्शन
जब 13 जनवरी, 1968 को सोनिया गाँधी. राजीव गाँधी से विवाह करने दिल्ली आईं तो इंदिरा गांधी ने उन्हें अपने घर या होटल में न ठहरा कर हरिवंशराय बच्चन के घर ठहराया.
सोनिया की जीवनी लिखने वाले राशिद क़िदवई बताते हैं, ''इंदिरा गाँधी को भारतीय संस्कृति का बहुत ख्याल था. जब सोनिया गाँधी यहाँ आईं तो उनके पिता उनके साथ नहीं आए, क्योंकि वो उस रिश्ते से ख़ुश नहीं थे. शादी से पहले लड़की का लड़के के घर में रहना मुनासिब नहीं समझा जाता, इसलिए उन्होंने उन्हें अपने पुराने मित्र हरिवंशराय बच्चन के यहाँ ठहरवाया.''
बाद में इस पूरे प्रकरण का ज़िक्र करते हुए अमिताभ बच्चन ने एक इंटरव्यू में कहा, ''जैसे ही हमें इस बारे में पता चला डैड ने सारे घर की रंगाई पुताई कराई. एक अतिरिक्त गीज़र मंगवाया गया. सोनिया की फ़्लाइट सुबह साढ़े तीन बजे आने वाली थी. राजीव ने मुझसे कहा कि तुम रात में मेरे घर ही आ कर सो जाना.''
''हम लोग काफ़ी पहले आधी रात को ही हवाई अड्डे पहुंच गए. भोर फूटने से पहले ही सोनिया का विमान नीचे उतरा. राजीव बोले, घर चलने से पहले चलो उन्हें दिल्ली घुमाते हैं और हम लोग तीन चार घंटों तक दिल्ली की सड़कों पर गाड़ी घुमाते रहे और क़रीब 9 बजे घर पहुंचे. बाद में पता चला कि राजीव ने ऐसा इसलिए किया था कि घर पर माँ और डैड को जल्दी उठने का कष्ट न दिया जाए. वहीं 13 विलिंग्टन क्रेसेंट के हमारे घर में ही राजीव और सोनिया की मेंहदी की रस्म हुई. ऊपर से नीचे तक फूलों के गहनों से सजी, घाघरा पहने सोनिया बहुत सुंदर लग रही थीं. फिर फ़रवरी में एक सादे समारोह में एक सफ़दरजंग रोड पर सोनिया और राजीव की शादी हुई और सोनिया हमारे घर से ही विदा हो कर गईं.''
अमिताभ और जया की शादी
चार साल बाद तीन जून, 1973 को अमिताभ बच्चन और जया भादुड़ी की भी शादी मुंबई में हुई. एक ओर अमिताभ को फ़िल्मों में पहले पहले लाने वाले ख़्वाजा अहमद अब्बास बैठे थे, दूसरी तरफ़ गुलाबी पगड़ी पहने मशहूर साहित्यकार भगवती चरण वर्मा और नरेंद्र शर्मा बैठे हुए थे.
उस शादी में मौजूद धर्मयुग के संपादक धर्मवीर भारती की पत्नी पुष्पा भारती याद करती हैं, ''सच पूछिए तो साफ़ा सबसे ज़्यादा सज रहा था दाढ़ी बढ़ाए इंदिरा गाँधी के छोटे बेटे संजय गाँधी के सफ़ेद खादी के कुर्ते पायजामे पर. अमिताभ ज़रीदार काम की रुपहली शेरवानी और सफ़ेद सिल्क का पायजामा पहने, लाल पगड़ी बाँधे सेहरा बंधाने आए.''
''जया के पिता मशहूर पत्रकार तरुण कुमार भादुड़ी ने वर पक्ष का स्वागत किया. जया के फ़िल्म इंस्टिट्यूट के साथी और मशहूर हास्य कलाकार असरानी फूल मालाएं ले कर हम बारातियों का स्वागत कर रहे थे. उसी दौरान मौसम की पहली बारिश हुई. किसी ने हंस कर कहा लगता है जया ने बचपन में कभी कढ़ाई की खुरचन चाटी है, तभी तो ब्याह में पानी बरस रहा है.' शादी के अगले ही दिन अमिताभ और जया अपने हनीमून के लिए लंदन रवाना हो गए थे.''
इलाहाबाद का चुनाव
1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राजीव के ही अनुरोध पर बच्चन ने राजनीति में प्रवेश किया और इलाहाबाद से लोकसभा चुनाव लड़ने का फ़ैसला किया. उनका मुक़ाबला था उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हेमवतीनंदन बहुगुणा से.
उस चुनाव को कवर करने वाली वरिष्ठ पत्रकार कुमकुम चड्ढ़ा बताती हैं, ''उस चुनाव में बच्चन अपना रोल नहीं बदल पाए. वो आख़िर तक यही समझते रहे कि वो फ़िल्म स्टार हैं. उन्होंने सर्किट हाउस में बंद कमरे से चुनाव लड़ा. उनके चुनाव प्रचार की ज़िम्मेदारी उनके छोटे भाई अजिताभ के हाथों में थी. उनका रोल होता था लोगों को भगाना.''
कुमकुम कहती हैं, ''सर्किट हाउस का गेट बंद रहता था. अमिताभ के कमरे का दरवाज़ा भी बंद रहता था. अजिताभ हर सुबह आ कर ड्राइव वे पर जमा हुए पत्रकारों और लोगों को भगाने का काम करते थे. इसके विपरीत जब आप बहुगुणा के घर जाएं तो आपको हाथों-हाथ लिया जाता था. चुनाव प्रचार में हर जगह अमिताभ रटे-रटाए पाँच या छह वाक्य बोलते थे.''
''उनको चुनाव की बारीकियों और गहमागहमी की बिल्कुल भी समझ नहीं थी. शुरू में वो शर्तिया चुनाव हार रहे थे. उनके पक्ष में हवा तब बदली जब जया चुनाव प्रचार में कूदीं. उन्होंने 'भाभी', 'देवर' और 'मुंहदिखाई' वाले जुमले बोल कर फ़िज़ा अमिताभ के पक्ष में कर दी. मेरा तब भी मानना था और अब भी मानना है कि अगर जया चुनाव प्रचार में नहीं कूदीं होती तो अमिताभ के लिए चुनाव जीतना तेढ़ी खीर होता.'
राजीव से मनमुटाव
लेकिन अमिताभ और राजीव की ये दोस्ती बहुत दिनों तक नहीं चल पाई और 1987 में अमिताभ ने इलाहाबाद की अपनी लोकसभा सीट से इस्तीफ़ा देने का फ़ैसला कर लिया. मैंने कुमकुम चड्ढ़ा से पूछा कि अमिताभ के इस फ़ैसले के पीछे वजह क्या थी?
कुमकुम ने बताया, ''मेरे पास इस बात का कोई सुबूत तो नहीं हैं लेकिन लोगों का कहना है कि अमिताभ को ये बात बुरी लगी जब बोफ़ोर्स घोटाले में नाम आने पर राजीव ने उनसे इस्तीफ़ा देने के लिए कहा. मेरा मानना है कि राजीव निजी तौर पर भ्रष्ट नहीं थे लेकिन उनके क़रीबी लोगों के बारे में ये बात नहीं कही जा सकती.''
''वैसे भी अमिताभ का ट्रैक रिकॉर्ड रहा है कि उनकी दोस्ती बहुत दिनों तक नहीं चलती. एक ज़माने में उनके भाई अजिताभ उनके सबसे क़रीब थे. लेकिन एक समय आया कि उनसे उनकी बातचीत तक बंद हो गई. सोनिया उनको राखी बाँधती थीं लेकिन उनसे भी उनकी बोलचाल बंद हो गई. अमर सिंह भी उनके ख़ासमख़ास होते थे. उन्होंने ख़ुद स्वीकार किया था कि उन्होंने उन्हें मुसीबतों से बाहर निकाला था लेकिन आज उनके बीच दुश्मनी है.'
सेट पर समय से पहले पहुंचने की आदत ने बनाया लोकप्रिय
कहा जाता है कि 70 के दशक के मध्य और पूरे 80 के दशक में अमिताभ की लोकप्रियता अपने चरम पर थी. मई, 1980 में वीर सांघवी ने इंडिया टुडे में लिखा था, ''दिन के किसी समय कम से कम एक लाख लोग सिनेमा के पर्दे पर इस शख़्स को गाते, नाचते और लड़ते हुए देखते हैं. इस चुप्पे स्टार की माँग इस क़दर है कि प्रोड्यूसरों को ये बता देने के बावजूद कि उन्हें 1983 से पहले कोई डेट नहीं मिल सकती, वो उनको साइन करने के लिए आतुर हैं. उनके लिए अमिताभ एक स्टार नहीं बल्कि एक उद्योग हैं.''
1979 में फ़िल्मफ़ेयर ने लिखा था कि अकेले मुंबई में 96 हेयर कटिंग सैलून हैं जिन पर बच्चन की तस्वीर पेंट की गई है. 70 की दहाई पार कर जाने के बावजूद बच्चन अभी भी हिंदी सिनेमा के स्तंभ हैं. जैसे-जैसे वो और परिपक्व हुए हैं, उनके अभिनय में और निखार आया है. ये संयोग नहीं हैं कि उन्हें अभिनय के लिए मिले चार राष्ट्रीय पुरस्कारों में से तीन, साठ साल की उम्र पार करने के बाद आए हैं.
कहा जाता था कि बच्चन की फ़्लॉप फ़िल्में भी दूसरी हिट फ़िल्मों से अधिक व्यवसाय करती थीं. ये भी कहा जाता था कि उनका पारिश्रमिक उनके सबसे बड़े प्रतिद्वंदी से कम से कम दोगुना होता था. 1991 में टाइम्स पत्रिका ने बच्चन के लिए एक वाक्य लिखा था कि 'बॉलीवुड फिल्म उद्योग में एक से ले कर 10 स्थानों पर सिर्फ़ बच्चन ही काबिज़ हैं.'
प्रदीप चंद्र बताते हैं, ''बच्चन में एक बड़ी बात है कि उनका पूरा लुक बहुत शिष्ट है. उनका कपड़े पहनने का और बात करने का तरीक़ा और उनकी भाषा दूसरे फ़िल्म वालों से काफ़ी फ़र्क है. कुछ दिनों पहले जावेद अख़्तर से मेरी बात हो रही थी. उनका सेट पर वक्त से आना और दूसरे कलाकारों के साथ उनके बेहतरीन बर्ताव ने उन्हें बहुत फ़ायदा पहुंचाया.''
''उनके पहले अभिनेता 12 बजे की जगह पर चार बजे आते थे. कोई नशे में आता था तो कोई चमचों की भीड़ लेकर आता था. अगर 7 बजे की शिफ़्ट हो तो अमिताभ अपनी वैन में साढ़े छह बजे बैठ जाते थे. केतन देसाई ने भी मुझे बताया था कि एक बार जब वो सुबह 7 बजे शिफ़्ट पर पहुँचे तो बच्चन अपनी वैन में पहले से ही बैठे हुए थे. हमें ये देख कर बहुत शर्मिंदगी हुई कि सुपर-स्टार हमसे पहले सेट पर पहुंचा हुआ था.'
विद्युत जामवाल ने पिछले महीने नंदिता महतानी संग सगाई की है. सोशल मीडिया पर विद्युत ने स्पेशल तस्वीर शेयर कर इस बात की जानकारी फैंस को दी थी. वहीं अब दोनों अपनी शादी की तैयारियों में जुटे हैं. तारीख भले ही अभी तक तय नहीं हुई है लेकिन जल्द ही दोनों शादी के बंधन में बंधना चाहते हैं. जिसकी तैयारियां भी इन्होंने शुरू कर दी है. हाल ही में एक इंटरव्यू में विद्युत जामवाल ने अपनी शादी का प्लान बताया, जिसे सुनकर आपके और इस शादी में आने वाले मेहमानों के होश उड़ सकते हैं.
शादी में करेंगे स्काईडाइविंग
एक्टर विद्युत जामवाल ने अपनी शादी को लेकर कहा है कि ये आमतौर पर होने वाला शादी समारोह नहीं होगा बल्कि उनके दिमाग में शादी को यादगार और खास बनाने के लिए एक बेहतरीन आइडिया है और यकीन मानिए उनका ये आइडिया सुनकर आपका और इस शादी में शरीक होने वाले मेहमानों का सिर चकरा जाएगा. उन्होंने बताया कि वो चाहते हैं कि उनकी शादी में 100 मेहमानों के साथ वो स्काईडाइविंग करें. इससे वो अपनी शादी को सभी के लिए यादगार बना सकेंगे. हालांकि ऐसा होगा या नहीं ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन ये तो मानना पड़ेगा कि विद्युत का प्लान वाकई जबरदस्त है.
कौन हैं नंदिता महतानी?
अगर विद्युत जामवाल की होने वाली दुल्हनिया नंदिता महतानी की बात करें तो आपको बता दें कि नंदिता की पहले भी शादी हो चुकी है. वो करिश्मा कपूर के पूर्व पति संजय कपूर की पहली पत्नी है. अब विद्युत जामवाल संग अपने रिश्ते को लेकर वो काफी सुर्खियां बटोर रही हैं. नंदिता महतानी स्टाइलिस्ट हैं और वो फिलहाल विराट कोहली के साथ लंबे अरसे से जुड़ी हैं. विराट की स्टाइलिंग का जिम्मा नंदिता महतानी के कंधों पर ही है.
ड्रग्स मामले में गिरफ़्तार अभिनेता शाहरुख़ ख़ान के बेटे आर्यन ख़ान की ज़मानत याचिका ख़ारिज हो गई है. अब उन्हें जेल में ही रहना होगा.
मुंबई के मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट ने आर्यन ख़ान, अरबाज़ ख़ान और मुनमुन धमेचा की ज़मानत याचिका ख़ारिज कर दी है. शुक्रवार को किला कोर्ट में आर्यन, अरबाज़ और मुनमुन की ज़मानत याचिका पर सुनवाई हुई.
इसी बीच एनसीबी ने आर्यन समेत 6 पुरुष अभियुक्तों को आर्थर रोड जेल जबकि दोनों महिला अभियुक्तों को भायखला जेल भेजा है.
क्रूज़ पर ड्रग्स पार्टी के मामले में बॉलीवुड अभिनेता आर्यन ख़ान और अन्य अभियुक्तों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था.
एनसीबी ने अभियुक्तों की अपने यहाँ हिरासत अवधि बढ़ाए जाने का अनुरोध किया था लेकिन अदालत ने इसकी अनुमति नहीं दी थी.
आर्यन के साथ अरबाज़ मर्चेंट और मुममुन धमेचा को भी न्यायिक हिरासत में रखा गया था.
क्या है पूरा मामला
यह मामला मुंबई में एक क्रूज पर हो रही कथित रेव पार्टी से जुड़ा है.
एनसीबी प्रमुख एसएन प्रधान ने बताया कि मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले की निष्पक्ष जाँच की जाएगी.
प्रधान ने कहा, "हम इस मामले में निष्पक्ष रूप से काम कर रहे हैं. ग़ौरतलब कि इस मामले में बॉलीवुड और कुछ अमीर लोग भी शामिल हैं. उनमें कोई भी होगा तब भी हम अपना काम कानून के दायरे में रहकर काम करेंगे."
एनसीबी का कहना है कि अभियुक्तों के मोबाइल में ड्रग पेडलर से चैट मिले हैं और उनके पास से ड्रग बरामद किए गए हैं.
एनसीबी ने मामले में आर्यन ख़ान समेत आठ लोगों को हिरासत में लिया था, इनमें आर्यन ख़ान समेत तीन की गिरफ़्तारी की गई थी (bbc.com)
लखनऊ, 8 अक्टूबर | उत्तर प्रदेश सरकार अपनी 'एक जिला एक उत्पाद' (ओडीओपी) योजना की ब्रांडिंग को और आगे बढ़ाने की योजना बना रही है। राज्य के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह और अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) नवनीत सहगल ने गुरुवार को लखनऊ में अभिनेत्री कंगना रनौत से मुलाकात कर, तौर-तरीकों पर चर्चा की। कंगना को ओडीओपी योजना का ब्रांड एंबेसडर नामित किया गया है।
मंत्री ने कहा कि कंगना ने इस योजना के लिए अपना समर्थन देने का आश्वासन दिया है, जिसे राज्य में पारंपरिक उद्योगों को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले में विशिष्ट रूप से पहचाने जाने योग्य उत्पादों की पहचान की गई है। कारीगरों को उन्नत उपकरण दिए गए हैं और उनके उत्पादों की आकर्षक पैकेजिंग सुनिश्चित की गई है। इसी के साथ ई-कॉमर्स प्रमुख फ्लिपकार्ट और अमेजॅन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं ताकि उन्हें विश्व स्तर पर बेचा किया जा सके।
उन्होंने कहा कि कारीगरों को बैंकों से जोड़कर उनकी वित्तीय समस्याओं का समाधान किया जा रहा है।
एसीएस नवनीत सहगल ने आशा व्यक्त की कि ब्रांड एंबेसडर के रूप में, कंगना रनौत ओडीओपी को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी और ये उत्पाद अंतत: लोगों की पसंद बन जाएंगे।
कंगना ने जवाब दिया कि वह इस साल दिवाली के दौरान अपने परिवार के सदस्यों और दोस्तों को ओडीओपी उत्पाद उपहार में देंगी। उनका विचार है कि ओडीओपी उत्पादों को बढ़ावा देने वाले विज्ञापनों के माध्यम से उपभोक्ता की आकांक्षाओं को पूरा किया जाना चाहिए।
मंत्री ने कहा कि हमने अच्छी चर्चा की। मैंने उन्हें सूक्ष्म और लघु उद्योगों के बारे में बताया जो राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को आकार दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह इस योजना को जल्द से जल्द बढ़ावा देने के लिए शूटिंग शुरू करना चाहती हैं।
मंत्री ने कहा कि यूपी में ऐसे उत्पाद हैं जो आमतौर पर कहीं और नहीं मिलते हैं, जैसे 'काला नमक' चावल की किस्म। यूपी अद्भुत चीजों से भरा है। इनमें से कई उत्पाद अब जीआई-टैग किए गए हैं, जिसका अर्थ है कि वे यूपी में किसी दिए गए क्षेत्र के लिए विशिष्ट होने के रूप में प्रमाणित हैं। (आईएएनएस)
मुंबई, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)| बॉलीवुड स्टार रणवीर सिंह अपनी अभिनेत्री पत्नी दीपिका पादुकोण को एक होस्ट के रूप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में मदद करने का श्रेय देते हैं और कहते हैं कि वह उनकी सबसे बड़ी विश्वासपात्र साथी हैं, और उनके काम की रचनात्मक आलोचना करती हैं। 'द बिग पिक्च र' के लॉन्च के दौरान, रणवीर ने खुलासा किया कि कैसे दीपिका ने उन्हें शो का हिस्सा बनने में मदद की है।
"दीपिका ने मुझे मेजबान के रूप में बेहतर काम करने के लिए बहुत सारे टिप्स दिए हैं। वह हमेशा मेरी सबसे बड़ी विश्वासपात्र रही हैं, और मेरे लिए रचनात्मक आलोचना साझा करती हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं वास्तव में आभारी हूं कि मेरे पास मेरे साथी के रूप में इतना तेज दिमाग है। उनके प्यार और समर्थन के साथ, मैं निश्चित रूप से अपना सर्वश्रेष्ठ देने में सक्षम हूं।"
'द बिग पिक्च र' का प्रीमियर 16 अक्टूबर को कलर्स, वूट और जियो टीवी पर होगा।
वर्कफ्रंट पर बात करें तो, रणवीर जल्द ही कबीर खान की '83' में दिखाई देंगे, जो 1983 में भारत की ऐतिहासिक विश्व कप क्रिकेट जीत पर आधारित है, इसके अलावा रणवीर रोहित शेट्टी की कॉमेडी फिल्म 'सर्कस' और एक्शन ड्रामा 'सूर्यवंशी' में भी दिखाई देंगे।
वह यशराज फिल्म्स की दिव्यांग ठक्कर द्वारा निर्देशित 'जयेशभाई जोरदार' का भी इंतजार कर रहे है।
ड्रग केस में फंसे फ़िल्म अभिनेता शाहरुख़ ख़ान के बेटे आर्यन ख़ान को मुंबई की किला कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. चार अक्तूबर से आर्यन ख़ान नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की हिरासत में हैं.
इस बीच सोशल मीडिया पर आर्यन के समर्थन और विरोध में पोस्ट किए जा रहे हैं.
फ़िल्म अभिनेता रितिक रोशन ने आर्यन का हौसला बढ़ाने के लिए इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट किया तो इसके कुछ देर बाद ही कंगना रनौत ने भी इस पर सवाल उठाते हुए एक पोस्ट कर दिया.
रितिक रोशन ने अपने पोस्ट में लिखा, "....मैं तुम्हें तबसे जानता हूं जब तुम बच्चे थे और अब भी जानता हूं जब तुम परिपक्व हो गए है. अपनी ज़िम्मेदारी स्वीकार करो. जो भी तुम अनुभव कर रहे हो उसे स्वीकार करो, ये तुम्हें मिले तोहफ़े हैं. मुझ पर भरोसा करो. जब तुम आगे चलकर बिंदुओं को जोड़ेगे, तो मैं वादा करता हूं... तुम्हें ये सब समझ आएगा."
रितिक रोशन ने लिखा, "तुम दानव की आंखों में देखो और अपना धैर्य बनाए रखो. समझो. आज का ये घटनाक्रम तुम्हारे कल को आकार देगा. और तुम्हारा कल सुनहरा है. लेकिन उसके लिए तुम्हें अंधेरे से होकर गुज़रना है. धैर्य रखो, शांत रहो और अपने आप की ज़िम्मेदारी लो. उस रोशनी पर विश्वास रखो जो तुम्हारे भीतर है. ये रोशनी हमेशा से तुम्हारे भीतर है."
रितिक के इस इंस्टाग्राम पोस्ट के कुछ देर बाद ही कंगना ने इंस्टाग्राम पर स्टोरी लगाते हुए लिखा कि "अब सभी माफ़िया पप्पू आर्यन ख़ान के बचाव में आ रहे हैं."
कंगना ने लिखा, "हम गलतियां करते हैं लेकिन हमें उनका महिमामंडन नहीं करना चाहिए. मैं सोचती हूं कि इससे आर्यन को नज़रिया मिलेगा और वो अपने किए काम के परिणामों के बारे में सोच सकेंगे. उम्मीद है कि वो इससे सबक लेंगे और एक बेहतर इंसान बनेंगे."
कंगना लिखती हैं, "जब कोई कमज़ोर स्थिति में हो तो उनके बारे में चर्चाएं न करना अच्छा है लेकिन जब आप उन्हें ये अहसास कराते हैं कि उन्होंने कुछ ग़लत ही नहीं किया है तो फिर ये आपराधिक है."
इसी बीच महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने कहा है कि आर्यन की गिरफ्तारी महाराष्ट्र और महाराष्ट्र सरकार को बदनाम करने की साज़िश है.
मीडिया को दिए बयान में नवाब मलिक ने कहा, "एनसीबी की कार्रवाई महाराष्ट्र और महाराष्ट्र सरकार को बदनाम करने और बॉलीवुड के ज़रिए मुंबई और फ़िल्म इंडस्ट्री को बदनाम करने का षडयंत्र है."
उन्होंने कहा, "एक साल में रिया सिंह हों, भारती सिंह हों, अर्जुन रामपाल हों, रिया चकर्वर्ती हों या आर्यन ख़ान हों, इन सभी लोगों को प्रचार के लिए गिरफ़्तार किया गया. फ़र्ज़ीवाड़ा किया गया और बड़े पैमाने पर उगाही का भी काम एजेंसी के माध्यम से हो रहा है और इसके लिए प्राइवेट लोगों को रखा जा रहा है. फ़र्ज़ी निजी डिटेक्टिव लोगों में डर पैदा कर रहे हैं. उनके ज़रिए बड़े पैमाने पर उगाही हो रही है और बदनाम करके लोगों को डराया जा रहा है."
सोशल मीडिया पर आर्यन ख़ान की रिहाई के लिए ट्रेंड भी चलाया जा रहा है. बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो तर्क दे रहे हैं कि आर्यन ख़ान यदि बड़े स्टार के बेटे हैं तो इसका मतलब ये नहीं है कि वो क़ानून से ऊपर हैं.
आर्यन ख़ान समेत 17 लोगों को मुंबई में एक क्रूज़ पर हो रही कथित रेव पार्टी से जुड़े मामले में गिरफ़्तार किया गया था.नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने अदालत से कहा था कि अभियुक्तों के मोबाइल में ड्रग पेडलर से चैट मिले हैं. इसलिए उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ ज़रूरी है. सभी अभियुक्त एक दूसरे के संपर्क में थे.गुरुवार को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने अदालत से 11 अक्तूबर तक के लिए आर्यन की हिरासत मांगी थी. अदलात ने सभी आठों अभियुक्तों को एनसीबी की हिरासत में भेजने के बजाए न्यायिक हिरासत में भेजा है. इसके तुरंत बाद आर्यन ने ज़मानत के लिए अर्ज़ी दायर कर दी.एनसीबी ने शनिवार, 2 अक्तूबर को मुंबई तट पर एम्प्रेस क्रूज़ शिप पर कथित तौर पर चल रहे एक हाई-प्रोफाइल रेव पार्टी पर छापा मारा. वहां से एनसीबी ने 10 लोगों को हिरासत में लिया था. हिरासत में लिए गए लोगों के बयानों के आधार पर बाद में सात अन्य लोगों की गिरफ़्तारी की गई.महाराष्ट्र टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई पुलिस को सूचना मिली थी कि मुंबई से गोवा जा रही एक क्रूज़ शिप पर रेव पार्टी चल रही है. इसलिए एनसीबी के अधिकारी यात्री बन गए और एक क्रूज़ पर चले गए. एनसीबी ने कहा कि क्रू़ज़ के समुद्र के बीच में जाने के बाद पार्टी शुरू हुई.एनसीबी की टीम ने ड्रग्स लेना शुरू करने के बाद इन सभी को पकड़ा. पुलिस ने जिस क्रूज़ शिप को अपने क़ब्ज़े में लिया है, उसकी सर्विस कुछ दिन पहले ही शुरू हुई थी. साथ ही कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इस पार्टी के लिए क्रूज़ शिप का टिकट क़रीब 80,000 रुपये का था. (bbc.com)
मुंबई, 7 अक्टूबर | 'बिग बॉस 15' की प्रतियोगी अकासा सिंह की मां अमृता ने एक चौंकाने वाली टिप्पणी करते हुए कहा है कि उनकी गायिका बेटी के मन में सह-प्रतियोगी प्रतीक सहजपाल के लिए कोई सॉफ्ट कॉर्नर नहीं है, प्रतीक सहजपाल मेरी बेटी के पीछे हैं। अकासा पिछले कुछ दिनों से प्रतीक के लिए अपनी भावनाओं के बारे में चर्चा कर रही है। शो में वह प्रतियोगियों मीशा अय्यर और डोनल बिष्ट से बात करती नजर आईं। प्रतीक ने भी उनके लिए एक सॉफ्ट कॉर्नर होने के बारे में राज खोला, और हाल के एक एपिसोड में कबूल किया है कि अकासा घर की एकमात्र लड़की है जिसके साथ वह रिश्ते में है।
इस पर अकासा की मां अमृता सिंह ने कहा कि हम सभी घर में एक दूसरे से बहुत जुड़े हुए हैं और वह हमें याद कर रही है। हम हमेशा साथ रहे हैं और वह हमेशा मजाकिया और छोटे नोक-झोक करती रहती है। वह सभी से बात कर रही है। जैसा कि वह अपने परिवार से बात करती है।
उन्होंने कहा कि प्रतीक अकासा से काफी पीछे है।
'नागिन' हिटमेकर की मां का कहना है कि अकासा शायद अपने भाई आशु (आसा सिंह) को प्रतीक में देख रही है। प्रतीक इसे दूसरे तरीके से ले रहा है।
आकासा की माँ ने कहा कि वह उसके साथ अधिक से अधिक समय बिताने की कोशिश कर रहा है। जबकि वह सबका ख्याल रख रही हैं। वह हर समय किचन में रहती है। उसके पास प्रतीक के लिए कोई सॉफ्ट कॉर्नर नहीं है। इसमें कोई अटकलें लगाने की कोई बात नहीं है।
"वह हमेशा मजाकिया और शरारती अंदाज में रहती है। मैंने प्रतीक को देखा है और वह हमेशा लड़कियों के साथ रहता है। वह लड़कियों के साथ बहुत दोस्ताना रहना चाहता है। मुझे नहीं पता कि वे इसे कैसे दिखाएंगे लेकिन ऐसा कुछ नहीं है।"
'बिग बॉस 15' कलर्स पर प्रसारित हो रहा है।(आईएएनएस)
‘कौन बनेगा करोड़पति 13’ के लेटेस्ट एपिसोड में अमिताभ बच्चन उस समय हैरान रह गए, जब उन्हें पता चला कि एक कंटेस्टेंट के पिता करीब तीस साल पहले उनके पर्सनल बॉडीगार्ड हुआ करते थे. कंटेस्टेंट रश्मि कदम अपने पिता को शो में मेहमान के तौर पर साथ लेकर आई थीं.
केबीसी में अमिताभ बच्चन हमेशा कंटेस्टेंट के प्रोफेशन के बारे में पूछते हैं. इसी क्रम में जब साइकोलॉजिस्ट रशिम से भी उनके पेशे के बारे में जानकारी ली. फिर अमिताभ ने उनके पिता को इशारों में उनसे पूछा. रश्मि के पिता ने कहा, ‘सर, मेरा नाम राजेंद्र कदम है और मैं पुणे, महाराष्ट्र से हूं.’ फिर अमिताभ ने उनसे पूछा, ‘क्या आप पुलिसवाले हैं ‘?
अमिताभ बच्चन के सवाल का जवाब देते हुए रश्मि के पिता राजेंद्र ने कहा, ‘सर… मैं साल 1992 में आपका पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर था. लिहाजा, मैंने आपके बॉडीगार्ड के तौर पर काम किया है.’ राजेंद्र की बातों को सुनकर अमिताभ हैरान रह गए. राजेंद्र ने आगे कहा, ‘मेरी हमेशा से इच्छा थी कि मैं आपके साथ एक तस्वीर लूं, उस वक्त मोबाइल फोन वाले कैमरे नहीं थे. लेकिन आज मैं आपके सामने हूं, इसके लिए मैं अपनी बेटी को बहुत शुक्रगुजार हूं. आज मैं बहुत खुश हूं’.
राजेंद्र कदम की बातों को सुनकर अमिताभ बच्चन ने मुस्कुराते हुए कहा, ‘दुनिया बहुत छोटी है, मुझे आपके साथ फोटो क्लिक करवाने में बहुत खुशी होगी.’ अमिताभ की बातों को सुनकर शो में मौजूद दर्शकों ने जमकर तालियां बजाईं.
गेम को आगे बढ़ाते हुए अमिताभ ने रश्मि के पिता से अनुरोध किया कि जिस शख्स के साथ वो शादी करना चाहते हैं, उसकी वे अनुमति दे दें. राजेंद्र ने अपनी सहमती देती. वहीं रश्मि ने साढ़े बारह लाख रूपए जीते.
केबीसी के हर सीजन की तरह यह सीजन भी लोगों को भा रहा है. अमिताभ बच्चन अपने अंदाज में लोगों का भरपूर मनोरंजन कर रहे हैं. केबीसी का यह तेरहवां सीजन है. गौरतलब है कि इस शो की शुरूआत वर्ष 2000 में हुई थी.
बेंगलुरू, 6 अक्टूबर | बेंगलुरु के एक कैब ड्राइवर ने कन्नड़ अभिनेत्री संजन्ना गलरानी के खिलाफ टैक्सी में एयर-कंडीशनर चालू नहीं करने पर कथित तौर पर गाली देने के लिए शिकायत दर्ज कराई है। कैब ड्राइवर का कहना है कि एसी चलाना कर्नाटक के कोविड -19 दिशानिर्देशों के खिलाफ है, लेकिन गलरानी ने सोशल मीडिया पर कहा कि उसे कैब ड्राइवर ने परेशान किया था और उन्होंने कोविड -19 दिशानिर्देशों के बारे में कुछ भी नहीं बताया। इस बीच घटना का वीडियो वायरल हो गया है।
कैब ड्राइवर ने अपनी शिकायत में कहा कि संजना मंगलवार सुबह यहां दोम्मलूर के पास अपनी टैक्सी में सवार हुई थी। वह वाहन में बैठ गई और मुझे एयर-कंडीशनर चालू करने के लिए कहा। उन्होंने कहा, "मैंने सरकार के कोविड -19 दिशानिर्देशों के अनुसार एयर-कंडीशनर को चालू करने से इनकार कर दिया। हालांकि, उन्होंने आवाज ऊंची कर कहा कि मुझे एयर-कंडीशनर चालू करना चाहिए और मैंने इसे स्तर 1 पर रखना चाहिए।"
अपनी शिकायत में घटना को याद करते हुए ड्राइवर ने कहा, "अभिनेत्री ने इसे स्तर 4 तक बढ़ा दिया और मुझे गालियां दीं। उन्होंने मेरे खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज करने और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मेरे खिलाफ अभियान चलाने की धमकी भी दी। मैंने कर्नाटक ड्राइवर्स फेडरेशन के साथ मामला उठाया है।"
संजना ने घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वह इससे दुखी हैं। "आखिरकार, क्या मैं एक कैब ड्राइवर को चुनौती दे सकती हूं? मैं इतना नीचे कभी नहीं जाऊंगी। इतनी सारी महिलाओं का अपमान किया जाता है और कैब ड्राइवरों द्वारा पूरा किराया देने के बावजूद उन्हें उतार दिया जाता है। एक ग्राहक के रूप में यह मेरा अधिकार है कि मैं अच्छी सेवा मांगूं। कैब ड्राइवर द्वारा लगाए गए आरोप केवल कहानियों से ज्यादा कुछ नहीं है।"
घटनाओं के क्रम के बारे में अपना पक्ष रखते हुए संजना ने बुधवार को सोशल मीडिया पर कहा, "शुरू में, ड्राइवर ने कहा कि वह एसी बिल्कुल नहीं चालू करेगा और वह काफी अडियल था। फिर वह मुझ पर चिल्ला रहा था। उन्होंने एक बार भी 'कोविड रूल्स' शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया और ना ही कोई कोविड नियम हमारे लिए लिखित में थे। मैं एक एसी कार के लिए भुगतान कर रही हूं और एयर-कंडीशनिंग को चालू करने के लिए कहना ग्राहक का अधिकार है।"
संजना ने आगे कहा, "आखिरकार, उसने कार में चार लोगों के साथ एसी को लेवल 1 पर रखा और हमने उसे भी समायोजित किया। अगर कोई ड्राइवर सड़क के बीच में किसी भी महिला को 35 किलो के बड़े सूटकेस के साथ उतारने की धमकी देता है। विशेष रूप से, जब उसे चिकित्सकीय रूप से भारी वजन उठाने की अनुमति नहीं है, तो उसे मजबूत होना चाहिए।"
संजन्ना ने कहा, "मैंने एक भी गाली नहीं दी। मैंने बस उससे पूछा कि क्या वह ऐसी स्थिति में अपनी मां या बहन के साथ वैसा ही व्यवहार करेगा। शूटिंग की लोकेशन 50 मीटर दूर थी। यह आदमी हमें गलत पते पर ले जा रहा था और हमें सही जगह पर छोड़ने के बजाय सड़क पर छोड़ रहा था।"
उन्होंने कहा, "मैंने उससे पूछा कि क्या वह फिर 10,000 रुपये की मांग करेगा। मैंने केवल इसलिए ²ढ़ता से बात की, क्योंकि वह बहुत घमंडी था और हमें गलत पते पर उतरने के लिए मजबूर कर रहा था। मैंने सुबह 10:30 बजे पुलिस को फोन किया और उन्हें सूचित किया कि ड्राइवर कार को रोक नहीं रहा है और हमें गोल-गोल घुमा रहा था। जानबूझकर मीटर रीडिंग बढ़ा रहे था और मुझे सही पते पर ले जाने में सहयोग नहीं कर रहे हैं।"
पुलिस को कॉल करने के बाद ही, अभिनेत्री ने कहा, ड्राइवर ने कार रोक दी, पते की पुष्टि की और पांच मिनट के भीतर उसे सही जगह पर उतार दिया। साथ ही उन्होंने कहा, "मैं मजदूर वर्ग के लोगों के दर्द का सम्मान करती हूं, लेकिन बहुत हो गया। मैं अब अपने खिलाफ कोई नकली कहानी नहीं बना सकती।"
बरहाल, राजराजेश्वरीनगर पुलिस मामले की जांच कर रही है। (आईएएनएस)
मुंबई, 6 अक्टूबर | बॉलीवुड अभिनेत्री नुसरत भरुचा आगामी फिल्म 'जनहित में जारी' के सेट पर एक डांस सीक्वेंस की शूटिंग के दौरान घायल हो गई है। उनके पैर में चोट लग गई है। प्रोडक्शन यूनिट के एक सूत्र ने खुलासा किया कि सेट अप पर होली गीत की शूटिंग शुरू कर दी गई थी, लेकिन एक डांस सीक्वेंस की शूटिंग के दौरान, नुसरत के पैर में मोच आ गई। शुरू में, उसे लगा, वह एक ब्रेक के बाद सही हो जाएंगी और शूटिंग जारी रखें क्योंकि बहुत सारे क्रू मेंबर्स इसका हिस्सा थे। लेकिन चेक-अप और एक्स-रे के बाद, डॉक्टर ने सख्ती से उन्हें 3-4 दिनों तक आराम करने की सलाह दी है।
निमार्ताओं और निर्देशक ने नुसरत के पूरी तरह से ठीक होने तक ब्रेक लेने का फैसला किया है।
फिल्म 'जनहित में जारी' राज शांडिल्य द्वारा लिखित, विनोद भानुशाली द्वारा निर्मित और जय बसंतू सिंह द्वारा निर्देशित है। (आईएएनएस)
मुंबई, 6 अक्टूबर | 'हम दो हमारे दो' के निमार्ताओं ने बुधवार को राजकुमार राव और कृति सेनन स्टारर आगामी फिल्मका टीजर रिलीज कर है, जो कमेडी से भरपूर है। 'हम दो हमारे दो' के टीजर में बड़ी दुविधा में नजर आते है, जब उनकी लव लेडी कृति उनसे अपने माता-पिता को उनकी शादी के बारे में बात करने के लिए कहती है, और घर आने के लिए बोलती है।
आगे क्या होता है, यह तो मूवी रिलीज के बाद ही पता चलता है। लेकिन टीजर देखकर कहा जा सकता है कि यह फिल्म मनोरंजन, कॉमेडी और इमोशन से भरपूर होने वाली है।
दिनेश विजन द्वारा प्रस्तुत, 'हम दो हमारे दो' में परेश रावल, रत्ना पाठक शाह और अपारशक्ति खुराना भी हैं। यह अभिषेक जैन द्वारा निर्देशित है, साथ ही मैडॉक ओरिजिनल फिल्म को दिनेश विजान ने निर्मित किया है।
'हम दो हमारे दो' 29 अक्टूबर को डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज होगी। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 6 अक्टूबर | तापसी पन्नू को नहीं पता था कि लिंग परीक्षण क्या होता है और जब उन्हें इसके बारे में पता चला तो वह चौंक गई। अभिनेत्री का कहना है कि वह उस समस्या को पेश करने का माध्यम बनना चाहती थीं, जो आज भी प्रासंगिक है। तापसी ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि अगर वह जानती हैं कि लिंग परीक्षण या लिंग वेरिफिकेशन क्या है, तो तापसी ने कहा, "मुझे इसके बारे में नहीं पता था और यही एक कारण है कि मैं इसे करना चाहती थी क्योंकि मैं खुद खेलों को पसंद करती हूं। इसलिए मैं बहुत हैरान थी।"
आकर्ष खुराना द्वारा निर्देशित स्पोर्ट्स ड्रामा, एक छोटे शहर की लड़की की कहानी है, जो राष्ट्रीय स्तर की एथलीट बनने के लिए सभी सामाजिक बाधाओं को पार करती है, लेकिन जब उसे लिंग परीक्षण से गुजरने के लिए कहा जाता है, तो उसे रोक दिया जाता है।
तापसी ने आगे कहा, "मैंने वापस जाकर इस पर बहुत शोध किया और देखा कि समस्या केवल महिलाओं के साथ हो रही है। इससे मुझे और भी ज्यादा प्रेरणा मिली कि मुझे इस समस्या को पेश करने के लिए वाहन बनने की जरूरत है, जिसके बारे में चर्चा नहीं की जा रही है और वर्षों से अब तक इस टोक्यो ओलंपिक के रूप में मौजूद है। इसे सामने लाया जाना चाहिए।"
यह फिल्म 15 अक्टूबर को जी5 पर रिलीज होगी। (आईएएनएस)
सैन फ्रांसिस्को, 5 अक्टूबर| नेटफ्लिक्स ने अपने एंड्रॉइड उपयोगकर्ताओं के लिए एक नई सुविधा 'प्ले समथिंग' लॉन्च किया है जो उपयोगकर्ता के कन्फ्यूजन को दूर करेगा और देखने के लिए कंटेंट ढूंढना आसान बना देगा। फिलहाल आईओएस यूजर्स नए शफल फीचर का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। लेकिन नेटफ्लिक्स ने घोषणा की कि वह आने वाले महीनों में आईओएस पर प्ले समथिंग का टेस्ट शुरू कर देगा।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि कभी-कभी आप केवल नेटफ्लिक्स पर नई कहानी देखना चाहते हैं। इसीलिए हमने कुछ नया सिस्टम शुरु किया है, जो वापस आने और देखने का एक रोमांचक नया तरीका है। जब आप 'प्ले समथिंग' बटन दबाते हैं, तो आप तुरंत नई सीरीज या फिल्म को देख सकते है।
नेटफ्लिक्स ने अपना फास्ट लाफ फीचर भी लॉन्च किया, जो इस साल की शुरूआत में एंड्रॉइड मोबाइल पर आईओएस पर शुरू हुआ था। फास्ट लाफ एक टिकटॉक-स्टाइल फीचर है जो प्लेटफॉर्म पर मिलने वाले विभिन्न कॉमेडी के क्लिप दिखाता है।
एंड्रॉइड पर, फास्ट लॉफ एक समर्पित टैब के साथ नीचे नेविगेशन बार से सुलभ होगा।
नेटफ्लिक्स ने हाल ही में वीडियो गेम निर्माता नाइट स्कूल स्टूडियो के अधिग्रहण की घोषणा की, जो स्ट्रीमिंग दिग्गज के लिए गेमिंग स्टूडियो की पहली खरीद को चिह्न्ति करता है।
अधिग्रहण के साथ ही, कंपनी ने चुनिंदा यूरोपीय बाजारों में पांच मोबाइल गेमिंग टाइटल भी पेश किए हैं। (आईएएनएस)
मुंबई, 5 अक्टूबर| आयुष्मान खुराना का कहना है कि वह स्वाभाविक रूप से आकर्षक कंटेंट की ओर आकर्षित होते हैं और वह पूरी तरह से निर्देशक के अभिनेता हैं। श्रीराम राघवन द्वारा निर्देशित 'अंधाधुन' की तीसरी वर्षगांठ पर, आयुष्मान ने निर्देशक को उनके साथ काम करने के लिए धन्यवाद दिया।
आयुष्मान ने कहा, "मैं स्वाभाविक रूप से अच्छे स्क्रिप्ट की ओर आकर्षित होता हूं। 'अंधाधुन' हर चीज का एक संयोजन था।"
उन्होंने आगे कहा कि श्रीराम राघवन हमारे देश के सर्वश्रेष्ठ निर्देशकों में से एक हैं और मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे उनके साथ रचनात्मक रूप से सहयोग करने का अवसर मिला।
"मुझे गर्व है कि अंधाधुन मेरी फिल्मोग्राफी का हिस्सा है। यह एक ऐसा प्रोजेक्ट है जिसने मुझे बहुत कुछ सीखाया। एक नेत्रहीन व्यक्ति की भूमिका निभाना जो पियानो बजाता है, कोई आसान काम नहीं था।"
अभिनेता ने खुलासा किया कि तैयारी प्रक्रिया और शूटिंग के दौरान निर्देशक ने मेरी सहायता की थी, जिसके परिणामस्वरूप उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया, जिसके लिए उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिला।
आयुष्मान ने 'अंधाधुन' के दौरान एक कलाकार के रूप में चुनौती महसूस की और इसने उन्हें स्क्रीन पर अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरित किया।
वह कहते हैं, "मैं कुल मिलाकर निर्देशक का अभिनेता हूं और 'अंधाधुन' ने मुझे पहले से बेहतर अभिनेता बना दिया। इसने मुझे एक कलाकार के रूप में हमेशा खुद को चुनौती देना सिखाया। (आईएएनएस)
-फ्रैंक गार्डनर
आखिरकार कोरोना महामारी और अचानक निर्देशक बदलने से हुई देरी के बाद बहुप्रतीक्षित बॉन्ड फ़िल्म 'नो टाइम टू डाई' पर्दे पर आ ही गई.
बॉन्ड सिरीज़ की यह 25वीं फ़िल्म है और डेनियल क्रेग आखिरी बार 007 के किरदार में दिख रहे हैं.
तो क्या बॉन्ड की फ़िल्मों में जो रोमांच दिखाया जाता है, ब्रिटेन की सीक्रेट इंटेलीजेंस सर्विस एमआई6 के साथ उसका कोई ताल्लुक है?
इससे भी ज़रूरी यह कि आज के डिजिटल युग में कोई जासूसी संस्था कितनी प्रासंगिक है?
सैम (बदला हुआ नाम) एमआई6 के उन कई ख़ुफ़िया अधिकारियों में से हैं जो आतंक निरोधी कार्रवाइयों का अनुभव रखते हैं. बॉन्ड की फ़िल्म रिलीज़ होने से पहले मैंने अनुरोध कर उनका ये इंटरव्यू लिया.
जब ये सवाल मैंने उनसे पूछा तो उन्होंने कहा, "सबसे बड़ा अंतर जो मुझे लगता है वो ये है कि हम पर्दे वाले बॉन्ड की तुलना में हम एक दूसरे के सहयोग से मिलकर काम करते हैं. ऐसा शायद ही होता है जब बग़ैर किसी सहारे एकदम अकेले बाहर जाते हैं. यह टीमवर्क होता है, आपके इर्दगिर्द हमेशा एक बचाव टीम होती है."
ठीक है, तो अगर वो बॉन्ड नहीं हैं, तो थेम्स नदी के किनारे पर स्थित उनके मुख्यालय या विदेशी में ड्यूटी के दौरान वास्तविक जीवन में एमआई6 के अधिकारी क्या करते हैं?
एक अन्य अधिकारी तारा (बदला हुआ नाम) बताती हैं, "ऐसे बहुत सारे किरदार हैं, जो आप निभा सकते हैं. हमें टेक्नीकल एक्सपर्ट की ज़रूरत होती है, कम्यूनिकेशन की टीम होती है, अग्रिम पंक्ति में बहुत पैनापन होता है. कभी ऐसा नहीं होता कि केवल एक ही आदमी सबकुछ कर रहा हो. सीक्रेट सर्विस के लिए काम करने की वास्तविकता में फ़िल्म से बहुत कम समानता है. तो मुझे लगता है कि जो दिखाया जाता है, वो कोई वास्तव में करना चाहे तो उन्हें ये बहुत जल्दी महसूस हो जाएगा कि ये उनके लिए नहीं है."
क्या एमआई6 के एजेंट अपने पास हथियार रखते हैं?
इसे लेकर मुझे आधिकारिक प्रतिक्रिया मिलीः "हम न तो इसकी पुष्टि करते हैं और न ही इनकार."
लेकिन एमआई6 के एक अन्य अधिकारी ने मुझे बताया, "अपने ही अंदाज में दुनिया के किसी भी हिस्से में घुस जाना और लोगों को गोली मार देना हमारा सिद्धांत नहीं है. ऐसे किसी व्यक्ति को यहां जगह नहीं मिलेगी."
लेकिन एक पल लिए सोचिए कि दुनिया के कुछ बेहद ख़तरनाक इलाके में ब्रिटेन की विदेशी ख़ुफ़िया एजेंसी कार्रवाई करने वाली है तो यह मानना मुश्किल है कि उनके पास हथियार नहीं हैं और उनके क़रीब के किसी को इससे लैस किया जाएगा और उन पर नज़र रखी जाएगी.
सच पूछिए तो, एमआई6 के अधिकारी एजेंट नहीं है. ये वो ख़ुफ़िया अधिकारी हैं जो वास्तविक एजेंट, जैसे कि मान लीजिए कि अल-क़ायदा के हमले की योजना बनाने वाली सेल या दुश्मन देश के न्यूक्लियर रिसर्च टीम में घुसे व्यक्ति, को अपनी सरकार की ओर से अहम सुरागों को चुराने के लिए मनाते हैं या तैयार करते हैं.
ये एजेंट हैं जो सबसे बड़ा जोखिम उठाते हैं, तो ज़ाहिर है कि एमआई6 उनकी और उनके परिवार की पहचान को गोपनीय रखने का भरपूर प्रयास करता है.
एक अन्य कार्यरत अधिकारी टॉम कहते हैं, "परस्पर निर्भरता है. आप किसी की ज़िंदगी के लिए ज़िम्मेदार हैं, ऐसे में आप एक-दूसरे से ऐसी बातें कहते हैं जो वे सुनना नहीं चाहते हैं. आपके बीच कड़ी बातचीत भी हो सकती है, लेकिन ये सब उनकी सुरक्षा को लेकर है."
तारा कहती हैं, "लोग हमारे साथ काम करने के दौरान अपनी जान को जोखिम में डालते हैं. उनमें से कुछ बहुत जोखिम भरे नहीं हैं. लेकिन कुछ ऐसे लोग हैं जिनके साथ काम करना हमारा सौभाग्य है, लेकिन अगर यह पता चल जाए कि वो हमारे लिए काम कर रहे हैं तो वो गंभीर ख़तरे में होंगे. वो अपनी जांन गंवा सकते हैं ऐसे में हम उनके साथ बातचीत के शुरुआती पल से ही इसे बहुत गंभीरता से लेते हैं."
2015 में बॉन्ड की जो पिछली फ़िल्म स्पेक्ट्रा आई थी उसके बाद से छह वर्षों के दौरान जासूसी की वास्तविक दुनिया में बहुत कुछ हुआ है.
इस्लामिक स्टेट समूह की स्वघोषित खिलाफत आई और चली गई, ईरान की परमाणु महत्वकांक्षाओं पर लगाम लगाने का समझौता विफल हो गया और चीन एक बार फिर ताइवान पर अधिकार जमाने का शोर मचा रहा है.
लेकिन जब हम उस युग में रह रहे हैं जहां उठाया गया कोई भी क़दम अपने निशान छोड़ देते हैं, तो ऐसे में क्या वहां पुरानी पद्धति से चलने वाले उस इंसानी दिमाग की भी कोई जगह है जिनके पास लोगों को किसी दूसरे व्यक्ति के रहस्यों को चुराने में मदद करने के लिए राज़ी करने की प्रशंसनीय कला मौजूद है?
एक अन्य वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी एमा (बदला हुआ नाम) कहती हैं, "अगर आप किसी डेटा के दोनों सिरों के पूरे जीवनचक्र को जोड़कर विश्लेषण करते हैं तो आप पाएंगे कि किसी भी प्रक्रिया के हर चरण में लोग शामिल होते हैं. और वो वह संबंध है जो हम बना रहे हैं. निश्चित तौर पर अपने ख़ुफ़िया अधिकारियों का साथ देने के लिए हम उन सभी तकनीकों का उपयोग करने पर काम कर रहे हैं."
तो क्या लंदन के वॉक्सहॉल क्रॉस हाउस के एमआई6 मुख्यालय में गैजेट्स को लेकर वर्कशॉप भी आयोजित की जाती हैं?
ज़ाहिर तौर पर हां.
एम्मा कहती हैं, "फ़िल्मों में जो देखते हैं, ये उससे काफ़ी अलग है. मेरे पास इंजीनियरों की एक बड़ी टीम है जो हमारी तकनीकी काबिलियत को बढ़ाने का काम करते हैं. और फ़िल्मों के विपरीत हममें से सभी सफ़ेद कोट नहीं पहनते और न ही सभी गैजेट्स में दिलचस्पी लेने वाले लोग हैं."
लेकिन गैजेट्स के मामले में हम ख़ुफ़िया अधिकारियों के साथ मिलकर काम करते हैं ताकि यह पता लगाया जा सकते कि वे क्या चाहते हैं."
इयॉन फ्लेमिंग की किताबें
जेम्स बॉन्ड की फ़िल्मों की शुरुआत हुए 60 साल हो गए हैं. 1962 में बॉन्ड की पहली फ़िल्म डॉ. नो आई थी और उससे भी 10 साल पहले इयॉन फ्लेमिंग ने अपनी पहली किताब में इस काल्पनिक पात्र की रचना की थी. तब से जासूसी करने का तरीका और इसका रूप लगभग पूरी तरह से बदल चुका है.
आज एमआई6 के उच्च पदों पर ऐसे अधिकारी हैं जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत या तो मोबाइल फ़ोन के या इंटरनेट के आने से भी पहले की थी, सोशल मीडिया की तो बात ही छोड़िए. तब रिकॉर्ड तिजोरियों और स्टील के कैबिनेट में रखे जाते थे. बायोमिट्रिक डेटा तब उपयोग नहीं किया जाता था और आधिकारिक तौर पर 1994 तक तो एमआई6 भी मौजूद नहीं था. तब सीमा पार या दुश्मन के इलाके में एक गुप्त ख़ुफ़िया अधिकारी पाना अपेक्षाकृत आसान होता था जो अपनी पहचान छुपाने में माहिर होते थे, जिसके लिए कभी कभी झूठी दाढ़ी और चश्मे की भी मदद ली जाती थी.
इन दिनों ऐसा कर पाना मुश्किल है- हालांकि आज भी यह असंभव नहीं है. सालिसबरी की बेरोकटोक यात्रा करने वाले रूसी जीआरयू टीम को ही लें, मेट्रोपोलिटन पुलिस के मुताबिक उन्होंने 2018 में केजीबी के पूर्व अधिकारी सर्गेई स्क्रीपल की हत्या की थी.
छह वर्षों तक (पिछले साल तक) एमआई6 को चलाने वाले सर एलेक्स यंगर कहते हैं, "आज डेटा क्रांति, आइरिस की पहचान, बायोमिट्रिक डेटा, आर्टिफिशल इंटेलिजेंस, साइबर, इन्क्रिप्शन और क्वांटम कम्प्यूटिंग जासूसी के लिए सबसे अहम ज़रूरतों में से हैं. लेकिन इंसानी दिमाग हमेशा से अपरिहार्य रहे हैं, इनकी ज़रूरत थी और रहेगी."
पर्दे पर उनके काल्पनिक पात्र, एम, जिसे नो टाइम टू डाई में राल्फ फिएनेस ने निभाया है, चेतावनी देते हैं, "हम जिस तेज़ी से प्रतिक्रिया देते हैं, उससे कहीं अधिक तेज़ी से दुनिया में हथियार बढ़ रहे हैं."
निश्चित तौर पर यह कुछ वैसा है जो एमआई6 के वास्तविक जीवन की महिलाओं और पुरुषों को काम करने के लिए प्रेरित करता है. (bbc.com)
अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) जांच कर रही है.
एनसीबी ने शनिवार (2 अक्टूबर) आधी रात को मुंबई में एक क्रूज पर छापा मारा था.
एनसीबी मुंबई के निदेशक समीर वानखेड़े ने जानकारी दी है कि इस मामले में आर्यन खान की जांच की जा रही है.
एनसीबी ने मामले में आर्यन खान समेत आठ लोगों को हिरासत में लिया गया है.
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों के नाम आर्यन खान, अरबाज़ मर्चेंट, मूनमून धमेचा, नुपुर सारिका, इस्मित सिंह, मोहक जसवाल, विक्रांत चोकर और गोमित चोपड़ा हैं.
वानखेड़े ने कहा कि हिरासत में लिए गए लोगों से इस बारे में पूछताछ की जा रही है.
एनसीबी प्रमुख एसएन प्रधान ने बताया कि मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी.
प्रधान ने कहा, "हम इस मामले में निष्पक्ष रूप से काम कर रहे हैं. ग़ौरतलब कि इस मामले में बॉलीवुड और कुछ अमीर लोग भी शामिल हैं. उनमें कोई भी होगा तब भी हम अपना काम कानून के दायरे में रहकर काम करेंगे."
वास्तव में क्या हुआ?
मुंबई के ड्रग कंट्रोल स्क्वॉड ने शनिवार आधी रात को बड़ा ऑपरेशन शुरू किया.
महाराष्ट्र टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, समुद्र के बीच में एक क्रूज शिप पर कथित तौर पर ड्रग पार्टी चल रही थी. वहां रेड पड़ी है और एनसीबी ने 10 लोगों को हिरासत में लिया है.
पुलिस को सूचना मिली थी कि पार्टी मुंबई से गोवा जा रही एक क्रूज शिप पर चल रही थी.
इसलिए एनसीबी के अधिकारी यात्री बन गए और एक क्रूज पर चले गए. एनसीबी ने कहा कि क्रूज के समुद्र के बीच में जाने के बाद पार्टी शुरू हुई.
एनसीबी की टीम ने ड्रग्स लेना शुरू करने के बाद इन सभी को गिरफ्तार कर लिया. इसमें एक अभिनेता का बेटा भी शामिल था. शनिवार को रवाना हुए इस क्रूज को सोमवार को मुंबई लौटना था.
पुलिस ने जिस क्रूज शिप को अपने कब्जे में लिया है, उसकी सर्विस कुछ दिन पहले ही शुरू हुई थी.
साथ ही कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इस पार्टी के लिए क्रूज शिप का टिकट क़रीब 80,000 रुपये का था.
इस बीच इस मामले में तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी हैं.
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव और प्रवक्ता अतुल लोंधे ने भी मुंबई के समुद्र में क्रूज शिप पर पार्टी के दौरान एनसीबी की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, "गुजरात में मिले नशीले पदार्थों का क्या हुआ?"
अतुल लोंधे ने पूछा है कि ये छोटी-छोटी कार्रवाई बड़ी घटना को छिपाने के लिए नहीं है (bbc.com)
-ताहिर सरवर मीर और रियाज़ सुहैल
लंबे समय तक पाकिस्तान में कॉमेडी थिएटर की दुनिया पर राज करने वाले कलाकार उमर शरीफ़ का जर्मनी में निधन हो गया है. वह 66 वर्ष के थे और दिल की बीमारी के अलावा और भी कई बीमारियों से पीड़ित थे.
उमर शरीफ़ को इलाज के लिए 28 सितंबर को जर्मनी के रास्ते पाकिस्तान से अमेरिका ले जाया जा रहा था, उनके परिवार के अनुसार, वो अस्थाई तौर पर जर्मनी में रुके थे, उसी दौरान उनकी हालत बिगड़ गई और वो चल बसे.
उमर शरीफ़ की पत्नी की बहन, अंबरीन ने बीबीसी को बताया कि अमेरिका जाते समय रास्ते में ही उनकी हालत बिगड़ गई थी, जिस वजह से उन्हें जर्मनी में ही रोक लिया गया था. उन्होंने कहा, "पिछले चार दिनों से वहां उनका इलाज चल रहा था. उन्हें निमोनिया और बुख़ार था."
अंबरीन के मुताबिक़, उनकी बहन ज़रीन ने उन्हें बताया था कि डॉक्टर कह रहे थे कि जैसे ही उनकी हालत में सुधार होगा, वह अमेरिका के लिए रवाना हो जाएंगे. लेकिन उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ और शनिवार की सुबह उनका निधन हो गया.
सरकारी टीवी के मुताबिक़, उमर शरीफ़ का असली नाम मोहम्मद उमर था, और उनका जन्म 1955 में कराची में हुआ था. जब उनके पिता की मृत्यु हुई, तब उनकी उम्र चार साल थी, उस समय उनके परिवार को आर्थिक तौर पर बहुत सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा.
कराची में वह जिस इलाक़े में रहते थे, वहां पास में ही कव्वालों के भी घर थे. बचपन में उनकी दोस्ती इन कव्वालों के बच्चों के साथ रही और जब होश संभाला तो अपने पड़ोस के विभिन्न किरदारों सहित मशहूर फ़िल्म अभिनेताओं की बोल-चाल और अंदाज़ की मिमिक्री करने लगे.
यही वजह थी कि उमर शरीफ़ की जुमलेबाज़ी और चुटकुले पूरे इलाक़े में मशहूर हो गए थे. उमर शरीफ़ जब स्कूल के बाद गली मोहल्ले में निकलते तो उनके आसपास लड़कों की भीड़ होती और वह उन्हें हंसाने में लग जाते.
उमर शरीफ़ ने पहली बार में ही करिश्मा कर दिखाया था!
उमर शरीफ़ महज 14 साल की उम्र में बतौर अभिनेता थिएटर से जुड़ गए थे. उनके स्टेज एक्टर बनने की कहानी भी बेहद दिलचस्प है.
कराची के आदम जी हॉल में होने वाले स्टेज ड्रामे के एक गुजराती एक्टर को अपने रिश्तेदार की मौत हो जाने की वजह से नाटक छोड़ कर जाना पड़ा. शो से दो घंटे पहले, उमर शरीफ़ को बुलाया गया और मेकअप रूम में काग़ज़ात का एक पुलिंदा यह कह कर हाथ में थमा दिया कि आपको एक ज्योतिष बनना है.
इस नाटक के लिए उमर शरीफ़ को तीन बार एंट्री करनी थी. कराची के बहुत से कलाकारों का कहना है कि उमर शरीफ़ ने पहली ही एंट्री पर अपनी अदाकारी से दर्शकों का दिल जीत लिया और जब वह स्टेज से गए, तो काफी देर तक तालियां बजती रहीं. शो के अंतिम दिन, 14 वर्षीय उमर शरीफ़ को नाटक में उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए 5 हज़ार रुपये, एक 70 सीसी मोटरसाइकिल और पूरे साल का पेट्रोल इनाम में दिया गया.
इस क्षेत्र में उन्होंने अभिनय के अलावा, लेखक और निर्देशक के रूप में भी अपनी कला का लोहा मनवाया. उमर शरीफ़ ने 70 से ज़्यादा नाटकों की स्क्रिप्ट लिखीं, जिनके लेखक, निर्देशक और अभिनेता वो ख़ुद थे और इन नाटकों ने लोकप्रियता के रिकॉर्ड बनाये.
'बहरूपिया' वो खेल था जिसमें उमर शरीफ़ का टैलेंट खुल कर सामने आया और फिर 'बुड्ढा घर पे है' और 'बकरा किस्तों पे' ने उन्हें पाकिस्तान के साथ-साथ भारत में भी ऐसी लोकप्रियता दिलाई कि उमर शरीफ़ उपमहाद्वीप के पसंदीदा हास्य कलाकार (कॉमेडियन) बन गए.
'बकरा किश्तों पे' नाटक इतना लोकप्रिय हुआ कि उमर शरीफ़ ने इसके पांच पार्ट बनाए. उमर शरीफ़ ने ही पहली बार स्टेज ड्रामों को रिकॉर्ड करने का रिवाज़ भी शुरू किया. "यस सर ईद, नो सर ईद" उमर शरीफ़ का पहला नाटक था, जिसकी वीडियो रिकॉर्डिंग की गई थी. स्टेज ड्रामों की वीडियो रिकॉर्डिंग ने उन्हें उपमहाद्वीप सहित पूरी दुनिया में उर्दू और पंजाबी बोलने वालों का पसंदीदा कॉमेडियन बना दिया था.
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उनका कहना था कि "मुनव्वर ज़रीफ़ मेरे आध्यात्मिक गुरु हैं. अपने करियर की शुरुआत में उमर शरीफ़ ने अपना नाम उमर ज़रीफ़ भी रखा था, लेकिन 70 के दशक में जब मिस्र के अभिनेता उमर शरीफ़ की फिल्म 'लॉरेंस ऑफ़ अरबिया' रिलीज़ हुई तो नौजवान मोहम्मद उमर, उमर शरीफ़ बन गए.
कुछ महीने पहले एक टीवी इंटरव्यू में मुनव्वर ज़रीफ़ के बारे में अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, कि "मैंने उनके जैसा इंसान और कलाकार कभी नहीं देखा, और न ही कोई मुझे उतना अच्छा लगा. हमारे देश के कलाकार बहुत अच्छे हैं, लेकिन मैं सच कह रहा हूं, दुनिया में कोई दूसरा मुनव्वर ज़रीफ़ पैदा नहीं हुआ."
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उमर शरीफ़ ने पाकिस्तान में निजी टीवी चैनलों पर भी शो किए जो सुपरहिट रहे
उमर शरीफ़ कहते थे कि उनकी बदक़िस्मती हैं कि वो (उमर शरीफ़) जिंदगी में मुनव्वर ज़रीफ़ से नहीं मिल पाए. उमर शरीफ़ कहते थे कि एक बार वह अपने पत्रकार दोस्त परवेज़ मज़हर के साथ मुनव्वर ज़रीफ़ से मिलने कराची के एक होटल में गए थे, लेकिन मुनव्वर जी की व्यस्तता के कारण मुलाक़ात नहीं हो सकी थी.
मुनव्वर ज़रीफ़ के प्रति उमर शरीफ़ की भक्ति ऐसी थी कि एक बार कराची से लाहौर आए तो दाता गंज बख़्श की दरगाह पर हाज़िरी देने के बाद, सीधे टैगोर पार्क में स्थित मुनव्वर ज़रीफ़ के घर गए और उनके घर की दीवारों को चूमते रहे.
90 के दशक में उमर शरीफ़ कराची से लाहौर आ गए, जहां उन्होंने इचरा में शमा सिनेमा को लाहौर थिएटर में बदल दिया. उमर शरीफ़ ने इस थिएटर में कई यादगार नाटक किये.
400 से अधिक गेटअप, कैरेक्टर और एक्सेंट
स्टेज ड्रामों के साथ-साथ उमर शरीफ़ ने मिस्टर 420, मिस्टर चार्ली और चांद बाबू जैसी फ़िल्में भी प्रोड्यूस की. उन्हें मिस्टर 420 के लिए दो नेशनल और चार निगार अवार्ड भी मिले, जो पाकिस्तान में एक रिकॉर्ड है. इसके अलावा, उन्होंने जिन फिल्मों में काम किया है, उनमें हिसाब, कुंदन, बहरूपिया, पैदागीर, ख़ानदान और लाट साहब शामिल हैं.
उमर शरीफ़ ने पाकिस्तान में निजी टीवी चैनलों पर भी शो किए और ऐसे ही एक शो 'उमर शरीफ़ वर्सेज़ उमर शरीफ़' में वह 400 से ज़्यादा रूपों में नज़र आए जो कि एक रिकॉर्ड है.
इस शो के लिए उमर शरीफ़ के साथ काम करने वाले मेकअप आर्टिस्ट इमरान नवाब कहते हैं, कि मैंने और मेरे पिता नवाब अली ने उमर शरीफ़ को 400 से ज़्यादा गेटअप दिए और उन्होंने उतने ही कैरेक्टर और एक्सेंट भी अपनाये.
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'उमर शरीफ़ वर्सेज़ उमर शरीफ़' में वह 400 से ज़्यादा रूपों में नज़र आए, जो एक रिकॉर्ड है
वह वरिष्ठ कॉमेडियन ख़ालिद अब्बास डार हों या सोहेल अहमद या उनके सहकर्मी हनीफ़ राजा और शहज़ाद रज़ा, सभी उनकी टाइमिंग और हाज़िर जवाबी के प्रशंसक थे.
उमर शरीफ़ की यही टाइमिंग और हाज़िर जवाबी थी, जिसने उन्हें उपमहाद्वीप के हास्य कलाकारों में सबसे ऊपर रखा. भारत और पाकिस्तान के मशहूर कलाकार मानते हैं कि "आधा लॉफ़्टर तो उमर शरीफ़ का लहज़ा था"
उन कलाकारों का कहना है कि उमर शरीफ़ का ऑब्ज़र्वेशन कमाल का था और स्टेज पर खड़े होते तो बात से बात ऐसे निकालते जैसे आसमान से बारिश हो रही हो.
उमर शरीफ़ ने बिग बी को इतना हंसाया कि उनकी आंखों में आंसू आ गए
उमर शरीफ़ शायद एकमात्र पाकिस्तानी कॉमेडियन हैं जिनके प्रशंसक पूरी दुनिया में हैं. अमिताभ बच्चन हों, शाहरुख़ ख़ान हों या बॉलीवुड के बड़े-बड़े नाम, सभी उनके प्रशंसक थे. एक बार जब उमर शरीफ़ मुंबई गए तो अभिनेत्री फ़राह और तब्बू घर से खाना बना कर रोज़ाना उस होटल में लेकर जाती थीं जहां उमर शरीफ़ ठहरे हुए थे.
फ़राह ने बताया था कि एक बार जब वह डिप्रेशन का शिकार हुईं तो उनके ससुर ने उन्हें उमर शरीफ़ के नाटक देते हुए कहा था कि इन्हें देखो. फ़राह के मुताबिक़ उमर शरीफ़ के नाटक देख कर वो इतना हंसती थी कि उनका डिप्रेशन दूर हो गया.
मुझे भी एक बार उमर शरीफ़ के साथ दुबई में होने वाले ज़ी सनी अवार्ड्स में भाग लेने का मौक़ा मिला. ये वही कार्यक्रम था जिसमें बॉलीवुड के बड़े-बड़े नामों ने उमर शरीफ़ का जादू देखा था.
कार्यक्रम में जब उमर शरीफ़ मंच पर आए तो उन्होंने अमिताभ बच्चन को संबोधित करते हुए कहा, कि ''आज पहली बार मैंने अमिताभ बच्चन को ज़िंदा देखा है यानी लाइव(आमने-सामने) देखा है." उमर शरीफ़ ने बातचीत शुरू की तो अमिताभ बच्चन गंभीरता से सुनने लगे, लेकिन कुछ ही पलों के बाद हंसते-हंसते अमिताभ बच्चन की आंखों में आंसू आ गए.
इस कार्यक्रम में यह सच भी सामने आ गया कि भारतीय हास्य कलाकार न केवल उमर शरीफ़ से प्रभावित हैं, बल्कि उन्हें अपना गुरु भी मानते हैं. बॉलीवुड के मशहूर कॉमेडियन जावेद जाफ़री का कहना है कि वह बचपन से ही उमर शरीफ़ के फैन थे और उन्हें, उनके (उमर शरीफ़ के) नाटकों का हर वाक्य और एक्ट याद है. जॉनी लीवर का कहना है कि पाकिस्तान इस लिए ख़ुशक़िस्मत है कि वहां मोइन अख़्तर और उमर शरीफ़ जैसे कॉमेडी स्टार्स पैदा हुए.
बेटी का सदमा
उमर शरीफ़ ने तीन शादियां की थीं. समा टीवी पर निदा यासिर के शो में उन्होंने कहा था कि उनकी पहली पत्नी उनकी पड़ोसन थीं, घर में उनका आना-जाना था और वो उनकी मां की देखभाल करती थी, इसलिए उन्होंने उनसे शादी कर ली. उमर शरीफ़ की दूसरी शादी ड्रामा आर्टिस्ट शकीला क़ुरैशी से हुई थी, लेकिन यह ज़्यादा समय तक नहीं चली, इसके बाद उनकी तीसरी शादी स्टेज एक्ट्रेस ज़रीन ग़ज़ल से हुई.
उनकी तीसरी पत्नी ज़रीन ही उनके साथ इलाज के लिए विदेश गई थीं, जबकि दोनों के बीच प्रॉपर्टी को लेकर सिंध हाई कोर्ट में एक केस चल रहा था. जहां उमर शरीफ़ ने अपील की थी, कि उनकी याददाश्त कमज़ोर है और उनकी पत्नी ने उनसे गिफ़्ट डीड पर दस्तख़त करा लिए थे और वह 11 करोड़ की क़ीमत का एक फ्लैट बेचना चाहती थी, लेकिन उस फै़सले से उनका कोई संबध नहीं है.
उमर शरीफ़ के जीवन में एक बड़ा सदमा उनकी जवान बेटी हीरा शरीफ़ की मौत थी, जिनकी अवैध ऑर्गन ट्रांसप्लांट के दौरान मौत हो गई थी. उनके बेटे ने एफ़आईए को एक शिकायत की थी कि लाहौर के एक डॉक्टर ने उनसे 34 लाख रुपये लिए थे और उसके बाद कश्मीर शिफ़्ट किया गया, जहां ऑपरेशन के बाद हीरा की हालत बिगड़ गई और उनकी मृत्यु हो गई. जब वो अपनी बेटी का जिक्र करते थे तो उदास हो जाते थे.
कुछ महीने पहले सोशल मीडिया पर एक तस्वीर ने उमर शरीफ़ के फ़ैन्स को उदास कर दिया था. उस तस्वीर में वह व्हीलचेयर पर बैठे थे और उनकी दाढ़ी बढ़ी हुई थी.
इस तस्वीर के सामने आने के बाद, सिंध सरकार और संघीय सरकार ने उनका इलाज कराने की घोषणा की और इसके लिए सिंध सरकार ने 4 करोड़ रुपये भी जारी किए, जिसके बाद उन्हें कराची से एक विशेष एयर एम्बुलेंस से अमेरिका ले जाया जा रहा था, जहां उनके दोस्तों ने उनका इलाज कराने का आश्वासन दिया था. (bbc.com)
नई दिल्ली, 3 अक्टूबर | 'बिग बॉस 15' का बहुप्रतीक्षित प्रीमियर शनिवार की रात को सामान्य धूमधाम और मजाक के साथ शुरू हुआ, जब सलमान खान जंगल-थीम वाले घर में 'जंगल है आधी रात है' गाने की धुन बजाते हुए दाखिल हुए। सलमान ने टीवी अभिनेता और रियलिटी शो होस्ट जय भानुशाली को आने वाले हफ्तों में घर के आसपास दौरा करते रहने को कहा।
भानुशाली अपनी पत्नी माही विज और बेटी तारा को पीछे छोड़कर 14 अन्य प्रतियोगियों में शामिल हो गए, जो शीर्ष पर पहुंचने के लिए तैयार हैं।
अन्य प्रतियोगी हैं : 'ये रिश्ता क्या कहलाता है' के करण कुंद्रा, 'स्वरंगिनी' अभिनेत्री तेजस्विनी प्रकाश, 'स्प्लिट्सविला' के दिग्गज सिम्बा नागपाल, पूर्व पत्रकार और अभिनेत्री डोनल बिष्ट, 'बिग बॉस 13' के फस्र्ट रनर-अप आसिम रियाज के भाई उमर रियाज, मॉडल और अभिनेता साहिल श्रॉफ, 'तितलियान वर्गा' फेम पंजाबी सिंगर अफसाना खान, 'बिग बॉस ओटीटी' सेकेंड रनर-अप और हेडलाइन ग्रैबर शमिता शेट्टी, एमिटी लॉ स्कूल के स्नातक प्रतीक सहजपाल, जिन्हें आखिरी बार 'बिग बॉस ओटीटी' और डेटिंग रियलिटी शो, 'लव स्कूल' में देखा गया था, गायक अकासा सिंह, कोरियोग्राफर और 'बिग बॉस ओटीटी' के फस्र्ट रनर-अप निशांत भट्ट, 'स्प्लिट्सविला 12' से मीशा अय्यर, 'उड़ान' की टीवी एक्ट्रेस विधि पांड्या उर्फ इमली और जेट एयरवेज के पूर्व क्रू मेंबर से एक्टर और मॉडल बने ईशान सहगल।
प्रीमियर में उमर को 'सुल्तानी अखाड़ा' में डोनल की उत्तरजीविता किट के लिए ईशान के साथ लड़ाई करते देखा गया, जो एक झिलमिलाता लाल पोशाक में दिखाई दिया। अकासा ने सलमान के साथ ठुमके लगाए। सलमान ने करण को 'लवर बॉय' और 'टेलीविजन का बैड बॉय' दोनों कहा।(आईएएनएस)