छत्तीसगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 10 मई। कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने आदेश जारी करते हुए जिले में स्थित सभी सीमेंट कंपनियों के सीएसआर राशि के उपयोग पर रोक लगा दी गई है। जिसके तहत सभी सीमेंट कंपनियां इस राशि का उपयोग कलेक्टर के अनुमति बिना नहीं कर सकते हैं। साथ ही कलेक्टर ने सभी सीमेंट कंपनियों के प्रमुखों से सीएसआर मद की पूरी जानकारी देने कहा है। जिसमें पिछले वित्त वर्ष सहित इस वर्ष की जानकारी भी शामिल हैं।
गौरतलब है कि बलौदाबाजार-भाटापारा जिला कोरोना से संक्रमित सर्वाधिक प्रभावित जिलों में शामिल हैं। संक्रमित मरीजों के बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिले में 500 बिस्तर नवीन कोविड हॉस्पिटल की स्थापना की गई है। जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री के हाथों हुआ है। इस हॉस्पिटल के परिचालन के लिए यह राशि उपयोग में लाई जाएगी, साथ ही जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार करनें की योजना बनायी जा रही है।
कोरोना गाइडलाइन का अनिवार्य रूप से पालन हो
कलेक्टर श्री जैन ने सभी चूना एवं अन्य खदानों में कोरोना गाइडलाइन का अनिवार्य रूप से पालन करने का निर्देश दिए गए हैं। इस संबंध में अलग से पत्र खनिज अधिकारी के नाम से सभी खदानों के माइनिंग अधिकारी को प्रेषित किया गया है। जिसमें कार्य के दौरान मजदूरों से कोरोना गाइडलाइन का अनिवार्य रूप से पालन करना शामिल हैं। जिसके तहत सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क एवं सैनिटाइजर का सतत उपयोग शामिल हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 मई। राजधानी रायपुर और आसपास के इलाकों में रविवार की शाम से देर रात तक तेज बारिश और आंधी तूफान की वजह से कई पेड़ उखड़ गए। बिजली भी कई घंटे गुल रही। तेज बारिश से कई निर्माण कार्य भी टूट गए।
न सिर्फ रायपुर कई अन्य जिलों में भी तेज बारिश और आंधी तूफान चला है। इस वजह से उद्यानिकी फसलों को तो नुकसान हुआ ही है, और शहर में भी जन जीवन बुरी तरह प्रभावित रहा। कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए। हालांकि किसी तरह की जनहानि के समाचार नहीं है। महिला थाना, अंबेडकर अस्पताल के पास पेड़ उखड़ जाने से कुछ देर के लिए यातायात में बाधा पहुंची। आंधी तूफान इतना तेज था कि बिजली व्यवस्था भी कई जगहों पर चरमरा गई। कई जगहों पर तार टूटने की खबर है, और इस वजह से भी घंटेभर तक बिजली गुल रही। बिजली का अमला पूरी आपूर्ति व्यवस्था तो दूरस्त करने में लगा रहा।
बाहरी इलाकों में तो घंटों बिजली व्यवस्था ठीक नहीं हो पाई थी। निर्माण कार्यों को भी नुकसान हुआ है। रायपुर के साथ-साथ दुर्ग, बिलासपुर और कोरबा में भी बारिश की खबर है। इससे उद्यानिकी फसलों को काफी नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 मई। 18 प्लस के 41 हजार लोगों को सोमवार को वैक्सीनेशन हुआ। इनमें से सबसे ज्यादा एपीएल के 20 हजार लोगों को वैक्सीन लगाया गया। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम पहुंचे, और उन्होंने वैक्सीनेशन की स्थिति का जायजा लिया, और स्वास्थ्य कर्मियों से चर्चा की।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक 18 से 44 वर्ष की आयु वाले 41 हजार 281 लोगों को वैक्सीन लगाया गया। इनमें एपीएल के 19963, बीपीएल के 16692, अंत्योदय के 2460 और 2166 फ्रंटलाइन वर्कर हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने यहां संचालित टीकाकरण केंद्र पहुंचकर उन्होंने उपस्थित स्वास्थ्यकर्मियों से चर्चा की। इस दौरान कोविड उपयुक्त व्यवहार के साथ की गई व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए उन्होंने क्रमबद्ध तरीके से व्यवस्थाओं का अवलोकन किया, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने वैक्सीन लगवाने आये 18-44 आयुवर्ग के प्रदेशवासियों से चर्चा कर उनकी प्रतिक्रिया भी प्राप्त की।
उन्होंने शंकरनगर स्थित बीटीआई ग्राउंड में निर्मित वैक्सीनेशन केंद्र का औचक निरीक्षण किया, जहां उपस्थित स्वास्थ्यकर्मियों से चर्चा के दौरान उन्होंने वैक्सीन लगवाने पहुंच रहे लोगों की संख्या व विभाग द्वारा की गई व्यवस्थाओं की भी समीक्षा की। इसके साथ ही उन्होंने वैक्सीनेशन में जुड़े स्वास्थ्यकर्मियों के लिए भोजन आदि की व्यवस्था की जानकारी भी प्राप्त की। श्री सिंहदेव ने इस केंद्र में पहुंचे अंत्योदय वर्ग व अन्य लोगों से संवाद करते हुए उनके विचार जाने एवं व्यवस्थाओं को और बेहतर करने की दिशा में आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए।
रायपुर जिले की पॉजिटिव दर 15 फीसदी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 मई। प्रदेश की पॉजिटिविटी दर पिछले छह दिनों से लगातार घट रही है। बीते 9 मई को प्रदेश में पॉजिटिविटी दर 19 फीसदी रही है। 9 मई को प्रदेश भर में हुए 48 हजार 732 सैंपलों की जांच में से 9120 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। प्रदेश में विगत 5 अप्रैल के बाद पहली बार पॉजिटिविटी दर 20 प्रतिशत से नीचे पहुंची है। पिछली बार 5 अप्रैल को यह दर 18 प्रतिशत थी।
प्रदेश की पॉजिटिविटी दर में पिछले छह दिनों से लगातार गिरावट देखी गई है। विगत 4 मई को यह दर 28 प्रतिशत, 5 मई को 25 प्रतिशत, 6 मई को 23 प्रतिशत, 7 मई को 22 प्रतिशत, 8 मई को 20 प्रतिशत और 9 मई को 19 प्रतिशत रही है।
पिछले एक सप्ताह में रायपुर जिले की पॉजिटिविटी दर में भी अच्छी गिरावट देखी गई है। विगत 2 मई को रायपुर जिले की पॉजिटिव दर 31 प्रतिशत थी जो घटते-घटते अब 15 फीसदी पर आ गई है। पिछले एक सप्ताह के दौरान रायपुर में 3 मई और 4 मई को 25-25 प्रतिशत, 5 मई को 21 प्रतिशत, 6 मई को 18 प्रतिशत, 7 मई और 8 मई को 16-16 प्रतिशत और 9 मई को 15 प्रतिशत रही है।
रायपुर, 10 मई। आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने अपने एक बयान में कहा कि किसानों को चार किस्त में देने वाली राशि को बिना रकम काटे एकमुश्त दिया जाए। फसल की रकम को चार किस्तो में भुगतान जो किया जा रहा है जबकि चुनावी घोषणा पत्र में इस बात का उल्लेख नही किया गया था की समर्थन मूल्य की राशि को सरकार इस तरह से किस्तो में भुगतान करेगी।
प्रदेश के किसानों के साथ यह एक तरह का छल किया गया है आज वैश्विक महामारी के दौर में ग्रामीण अर्थव्यवस्था बिल्कुल चरमरा सी गयी है लोगो की रोजमर्रा की जरूरत के हिसाब से उनके पास पैसे नही है वे इस दौर में दर दर भटक रहे है आम आदमी पार्टी ने मांग की है कि किसानों के फसल की राशि का भुगतान एकमुश्त करें व रवि फसल लेने वाले किसानों के ऊपर प्राकृतिक आपदा के रूप में ओला बारिश से जो नुकसान किसानों को हुआ है उसका आपदा प्रबंधन के रूप में सरकार मुआवजा राशि भुगतान करें ताकि ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को बल मिले।
आप नेत्री दुर्गा झा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में मनरेगा श्रमिकों को 1 अप्रैल 2021 से प्रतिदिन 193 रूपए मजदूरी देना तय हुआ है। भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा मनरेगा के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए राज्यवार प्रतिदिन मजदूरी की दर का राजपत्र में प्रकाशन कर दिया गया है। मनरेगा के तहत काम करने वाले अकुशल हस्त कर्मकारों हेतु छत्तीसगढ़ के लिए 193 रूपए प्रतिदिन की मजदूरी तय की गई है। यह नई दर 1 अप्रैल 2021 से प्रभावी हो चुकी है। केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए 190 रूपए मजदूरी दर निर्धारित थी।
आईसोलेशन सेंटर बनाकर किया गया ईलाज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 मई। बाल संप्रेक्षण गृह एवं प्लेस ऑफ सेफ्टी, माना के सभी बच्चे एवं स्टॉफ सुरक्षित एवं कोरोना के उपचार के उपरांत पूर्णत: स्वस्थ है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग रायपुर ने बताया कि इस संप्रेक्षण गृह में कुल 73 अपचारी बच्चे निवासरत है जिनका सुरक्षागत कारणों से 29 अपै्रल 2021 को रैपिड एंटीजन तथा आर.टी.पी.सी.आर. टेस्ट कराया गया था, इसके अतिरिक्त वहां कार्यरत सभी कर्मचारियों का भी टेस्ट कराया गया था। रिपोर्ट के अनुसार 45 बच्चों एवं 05 कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण के प्रारंभिक लक्षण प्राप्त होते ही तत्काल सभी संक्रमित बच्चों को सामान्य बच्चों से पृथक करते हुए संस्था के अंदर ही आइसोलेशन सेंटर बनाकर उनके त्वरित एवं तत्काल उपचार की कार्यवाही आरंभ की गई। जिला कलेक्टर डॉ.एस.भारतीदासन के निर्देंशानुसार तत्काल इस संप्रेक्षण गृह को कोविड सेंटर के रूप में विकसित कराते हुए शासन द्वारा निर्धारित कोविड प्रोटोकाल का पालन सुनिश्चित कराया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के माध्यम से यहां तत्काल 01 डॉक्टर एवं 06 नर्स की ड्यूटी लगाते हुए नगर पंचायत माना के मुख्य नगर पालिका अधिकारी के माध्यम से सभी बच्चों एवं स्टॉफ के लिए दवाईयां उपलब्ध कराई गई। वर्तमान में सभी बच्चे कोरोना बीमारी से निजाद पाकर सामान्य हो चुके है।
मुख्य नगर पालिक अधिकारी, माना के द्वारा प्रत्येक दिन संस्था का सेनेटाईजेशन भी किया जा रहा है तथा संस्था के माध्यम से बच्चों के लिए फल, दूध इत्यादी की व्यवस्था की गई है। संस्था में नवीन प्रवेशित अपचारी बालकों के लिए कोरोना टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है तथा ऐसे बच्चों के लिए संस्था में पृथक से आइसोलेशन सेंटर बनाया गया है। बाहरी व्यक्तियों एवं परिजनों के बच्चों से मिलने हेतु कोविड प्रोटोकाल का पालन अनिवार्य रूप से आवश्यकता आधारित सुनिश्चित कराया गया है। शेष बालकों को दूरभाष के माध्यम से परिवार से संपर्क एवं बातचीत कराया जा रहा है।
रायपुर, 10 मई। छत्तीसगढ़ किसान सभा ने केन्द्र सरकार द्वारा खाद कंपनियों को रासायनिक खाद की कीमतों में 45 से 60 प्रतिशत तक की भारी वृद्धि करने की अनुमति देने की तीखी निंदा की है तथा इसे वापस लेने की मांग की है। किसान सभा ने कहा है कि इससे फसलों की लागत में काफी बढ़ोतरी होगी, जो कृषि व्यवस्था और नागरिकों की उपभोक्ता प्रणाली के लिए काफी नुकसानदेह है।
जारी एक बयान में छग किसान सभा के अध्यक्ष संजय पराते और महासचिव ऋषि गुप्ता ने कहा है कि दो माह पहले ही इफको ने यह घोषणा की थी कि खेती-किसानी की लागत को कम करने के उद्देश्य से वह रासायनिक खादों की कीमतों में वृद्धि नहीं करेगी। लेकिन अब उसने मूल्य वृद्धि की घोषणा की है, तो स्पष्ट है कि ये कंपनियां रासायनिक खाद निर्माण के लिए सरकार से मिल रही सब्सिडी को किसानों को हस्तांतरित करने के लिए तैयार नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह वृद्धि ऐसे समय की गई है, जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में कमी आई है और इसके बावजूद देश के किसान डीजल व अन्य कृषि आदानों की बढ़े हुए दामों के कारण और अनियोजित लॉक डाउन के चलते दोहरे आर्थिक संकट की मार झेल रहे हैं। इस वृद्धि से स्पष्ट है कि मोदी सरकार किसानों की आय को दुगुनी करने के बजाए कृषि लागत को दुगुनी करने की नीति पर चल रही है।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में इफको के द्वारा गैर-यूरिया रासायनिक खादों के दाम में 45 से 60 फीसदी तक की वृद्धि की गई है। किसान सभा नेताओं ने कहा कि एक ओर तो मोदी सरकार सी-2 लागत का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने से इंकार कर रही है, वहीं दूसरी ओर खाद कंपनियों द्वारा अनाप-शनाप मुनाफ़ा बटोरने पर भी रोक लगाने के लिए तैयार नहीं है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 मई। कलेक्टर डॉ एस भारतीदासन ने आज अनेक टीकाकरण केंद्रों में पहुंचकर यहां की व्यवस्थाओं का अवलोकन किया । उन्होंने शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेन्द्र नगर, डिग्री गर्ल्स कॉलेज. रायपुर, शासकीय माध्यमिक शाला पुरैना और शासकीय मातृसदन बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ,मंदिर हसौद के टीकाकरण कार्य का अवलोकन किया।
उल्लेखनीय है कि रायपुर जिले में 18 से 44 आयु वर्ग के नागरिकों के कोरोना र्टीकाकरण के लिए केंद्रों की संख्या 8 से बढ़ाकर 18 की गई है ।
रायपुर जिले में इसी तरह मारुति मंगलम गुढियारी, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (बी.टी.आई.) परिसर अभ्यास पूर्व मा. एवं प्रा. शाला शंकरनगर, सांस्कृतिक भवन चंगोराभाठा, पं.दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम,सामुदायिक भवन कबीरनगर, अडवानी आलिकान उच्चतर माध्यमिक शाला बीरगांव , शासकीय उच्च माध्यमिक शाला सरोरा,दाऊ पोषण लाल चंद्रवंशी शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परसतराई धरसींवा, पूर्व माध्यमिक शाला बरबंदा धरसींवा,सांस्कृतिक भवन, वार्ड क्रमांक 18, तिल्दा, भारत देवांगन शा.उ.मा. विद्यालय खरोरा, शासकीय कन्या उच्चतर विद्यालय, अभनपुर, शासकीय हरिहर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नवापारा और बद्री प्रसाद लोधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय आरंग में टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं ।
इन टीकाकरण केंद्रों में 4 काउंटर बनाए गए हैं, जो अंत्योदय राशन कार्डधारियों, बीपीएल राशन कार्डधारियों , एपीएल के साथ-साथ फ्रंटलाइन वर्गों के लिए है ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 10 मई। राज्य सरकार द्वारा जारी नए दिशा निर्देशों के अनुसार आज जिले के 60 वैक्सीनेशन सेंटर्स में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों के लिए टीके लगाने का कार्य शुरू किया गया। शहर के अधिकांश एपीएल और बीपीएल काउंटर में भीड़ लगी रही लेकिन पहले की तरह ही वैक्सीनेशन कराने में अंत्योदय की रुचि नहीं दिखी। सबसे बड़ी दिक्कत कोरोना वॉरियर्स श्रेणी में बहुत से कैटेगरी लाए जाने के कारण हो रही है। इस श्रेणी में आने वाले लोगों को किस दस्तावेज के आधार पर टीका लगायें यह दुविधा बनी हुई है।
बिलासपुर जिले को कल शाम 23 हजार वैक्सीन उपलब्ध कराए गए। इसके पहले वैक्सीन कम होने के कारण शहर के जिन तीन एपीएल केंद्रों में लोगों को लौटाना पड़ा था। बर्जेस स्कूल जहां पर कल विवाद की स्थिति पैदा हुई थी वहां पर आज कल से दो गुना 400 टीके लगाने का लक्ष्य रखा गया। लाल बहादुर शास्त्री स्कूल शाला भवन में कोरोना वारियर्स श्रेणी के लिये केन्द्र बनाया गया। यहां आज मीडिया कर्मियों को टीका लगाया गया। वकीलों व दूसरे श्रेणी के लोगों को भी अलग से टीका लगवाने की व्यवस्था की जायेगी ऐसा प्रशासन की ओर से बताया गया।
फिलहाल जिले में कोरोना वारियर्स के लिये अलग काउन्टर नहीं रखे गये हैं। इसी तरह ग्रामीण क्षेत्रों में अन्त्योदय कार्डधारकों के लिये भी अलग केन्द्र नहीं रखे गये हैं। इन्हें बीपीएल, एपीएल कार्डधारकों के केन्द्र में ही प्रमाण पत्र के आधार पर टीका लगाया जा रहा है। अन्त्योदय श्रेणी के लिये अलग व्यवस्था केवल शहरी क्षेत्र में की गई है। इसके अलावा दो मोबाइल यूनिट भी लगाये गये हैं। जिन मोहल्ले में अन्त्योदय कार्डधारक अधिक संख्या में हैं वहां जाकर ये यूनिट टीकाकरण का कार्य कर रही है।
ग्रामीण क्षेत्रों में कड़ार,महमद, बेलतरा, हरदी कला, बरतोरी, सेंदरी, अमने, बेलगहना, करगी कला, लिटिया, मजगांव, शिवतराई, शीश, छतौना, सीपत, दर्रीघाट, मस्तूरी, गतौरा, खम्हरिया, धनिया, अमसेना, गनियारी, सागर, लामेर आदि टीकाकरण केंद्रों में एपीएल व बीपीएल श्रेणी के लिये बनाए गए केन्द्रों में टीकाकरण का कार्य श्रेणी निर्धारण के पहले दिन सुचारू रूप से चल रहा है। इन केन्द्रों में अन्त्योदय श्रेणी के कार्डधारकों को भी टीका लगाया जा रहा है।
आज सबसे बड़ी दिक्कत कोरोना वारियर्स की लम्बी सूची व उनके लिये 20 प्रतिशत टीका का लक्ष्य निर्धारित करने को लेकर आ रहा है। उपलब्ध टीकों में किस श्रेणी के लिये कितना टीका रखा जाये इसे लेकर असमंजस की स्थिति को देखते हुए इन टीकाकरण केन्द्रों में पहुंचने वाले सभी लोगों को उपलब्धता के अनुसार फिलहाल टीके लगाये जा रहे हैं। साथ ही दर्ज किया जा रहा है कि उन्हें किस श्रेणी के अंतर्गत लाभान्वित किया गया। इसकी गणना टीकाकरण का वर्तमान चरण समाप्त होने के बाद की जायेगी। कोरोना वारियर्स श्रेणी में पत्रकार, वकील, उनके परिजन, राज्य सरकार के कर्मचारी, कोमोरबिडिटी वाले व्यक्ति, भोजन देने वाले, सब्जी विक्रेता, बस ड्राइवर, कंडक्टर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पंचायत सचिव, पीडीएस दुकान संचालक और विक्रेता, कोटवार, पटेल, पब्लिक सेक्टर के कर्मचारी और उनके परिजन वृद्ध आश्रम में देखभाल करने वाले लोग, श्मशान और कब्रिस्तान में कार्यरत लोग, दिव्यांग, सहकारी समितियों में कार्यरत लोगों को शामिल किया गया है। पर इन सबके लिये 20 प्रतिशत का कोटा निर्धारित किया गया है। अनेक ऐसे लोग केन्द्रों में पहुंच रहे हैं जो एपीएल या बीपीएल श्रेणी में टीका लगा रहे हैं। सब्जी विक्रेता सहित कुछ अन्य श्रेणियों को किसकी ओर से जारी प्रमाण पत्र के आधार पर कोरोना वारियर्स श्रेणी में टीका लगाया जाये यह असमंजस है। इसे देखते हुए यदि उनके पास बीपीएल या एपीएल कार्ड है तो उसी श्रेणी में रखकर टीका लगाया जा रहा है।
टीकाकरण केन्द्रों में मौजूद अधिकारियों ने कहा कि कोरोना वारियर्स की श्रेणी में परिभाषित अधिकांश लोगों के पास अपना परिचय पत्र होता है, संस्थानों की ओर से भी प्रमाण पत्र जारी किये जाते हैं। लोगों को अपनी श्रेणी में टीका लगवाने में दिक्कत न हो इसके लिये एक दो दिन में व्यवस्था दुरुस्त कर ली जायेगी।
बलौदाबाजार, 10 मई। बलौदाबाजार जिला सहकारी बैंक के नोडल अफसर धनराज पुरबिया का आज निधन हो गया। रायपुर के तेलीबांधा स्थित एक निजी अस्पताल में आज रात 3 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। वे वहां भर्ती होकर कोरोना का इलाज करा रहे थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 मई। राजनांदगांव जिले में सोमवार को एक और शिक्षक की कोरोना से जंग लडऩे में नाकाम होने के बाद मौत हो गई। राजनांदगांव विकासखंड के भर्रेगांव में पदस्थ कुलदीप देशमुख ने दुर्ग में एक अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वैश्विक महामारी से लड़ाई के दौरान शिक्षा जगत से कई नामचीन शिक्षकों और कर्मियों को भी कोरोना ने अपना ग्रॉस बनाया। देशमुख करीब सप्ताहभर पहले कोरोनाग्रस्त हुए थे। उनके निधन से हर कोई अवाक रह गया।
बताया जा रहा है कि शिक्षा क्षेत्र में हो रही सिलसिलेवार कोरोना मौत से मातम छाया हुआ है। राजनांदगांव जिले में अब तक 44 से अधिक शिक्षकों की कोरोना ने जान ली है। इनमें कुछ शिक्षक कोरोना वारियर्स के तौर पर लड़ाई लड़ते जान गंवा चुके। वहीं कुछ का अस्पताल में उपचार के दौरान निधन हो गया। बताया जा रहा है कि कोरोना संकट से मुकाबला करने में शिक्षा जगत भी डटा हुआ है। पिछले कुछ महीनों के भीतर शिक्षकों की मौत की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। लगातार शिक्षा जगत के कर्मियों की मौत होने के बाद शिक्षक फेडरेशन की ओर से उचित सुरक्षा और मुआवजे की मांग उठी है।
इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा करते छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन के प्रांतीय महामंत्री सतीश ब्यौहरे ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षकों की सुरक्षा को लेकर ठोस नीति बनाए। साथ ही शिक्षकों के परिजनों को पर्याप्त आर्थिक मदद दे। इस बीच जिले के छुईखदान ब्लॉक से 11, छुरिया ब्लॉक से 5, चौकी ब्लॉक से 7, डोंगरगढ़ ब्लॉक से 9, मोहला ब्लॉक से 6 व डोंगरगांव ब्लॉक से 6 शिक्षकों ने कोरोना से जान गंवाई।
तेज अंधड़ से टहनियां टूटी, शहरी नालों की धार बढ़ी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 मई। बेमौसम बारिश का सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा। सुबह तेज गर्जना और बिजली चमकने के साथ करीब 2 घंटे मूसलाधार बारिश हुई। तेज बारिश से शहर के नालों की धार जहां बढ़ गई। वहीं तेज हवाओं की चपेटे में आने से पेड़ों की टहनियां टूट गई। रविवार शाम को भी बादल करीब घंटेभर बरसे। मई के पहले सप्ताह में औसतन हर दिन बारिश हुई। बारिश के चलते लोगों की सेहत पर भी असर पड़ा है। बेमौसम बारिश से सर्दी-खांसी के मामलों में भी बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं लोगों को शारीरिक कष्टता से भी जूझना पड़ रहा है।
कोरोनाकाल में सर्दी-खांसी होने से लोगों पर मानसिक दबाव बढ़ा है। सोमवार सुबह करीब 6 बजे से लगभग 8.30 बजे तक तेज बारिश हुई। आसमान में छाए बादल सुबह होते ही तेज बूंदों के साथ बरसने लगे। बेमौसम बारिश से शहरी नालों की धार भी बढ़ी। वहीं मैदान और दूसरे खाली जगह भी पानी में डूब गए। हालांकि दोपहर बाद फिर से तेज धूप हो गई। धूप बढ़ते ही उमस और गर्मी से लोग हलाकान हो गए।
आज सुबह हुई बारिश से तापमान तेजी से लुढक़ गया। पिछले सप्ताहभर से तापमान 32 से 35 डिग्री के मध्य बना रहा। यानी भीषण गर्मी के महीने में तापमान करीब 6 डिग्री नीचे आ गया। मई के महीने में चिलचिलाती धूप से उबाल जैसी स्थिति रहती है। मौसम के करवट बदलने से तेज चुभन जहां गायब हो गई है। वहीं दिन और रात के तापमान में कमी आने से वातावरण में काफी नमी आई है।
कोरोनाग्रस्त माहौल से कारोबार चौपट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 मई। कोरोना से उपजे संकट से निपटने लगाए गए बंदिशों के कारण रमजान के मुबारक महीने में ईद-उल-फितर पर्व की पारंपरिक तैयारी पर प्रतिकूल असर पड़ा है। लगातार दूसरे साल ईद पर्व की खुशियां कोरोना के चलते फीकी पड़ गई है। 13 मई को मुस्लिम धर्मावलंबी रमजान माह में कठिन व्रत रखने के बाद ईद पर्व मनाएंगे। बताया जा रहा है कि शहर के अलग-अलग मस्जिदों के सदर और समाज प्रमुखों ने घरों में ही नमाज अता करने की गुजारिश की है। लिहाजा ईद की सामुहिक नमाज नहीं होगी। कोरोना के चपेटे में आने से शहर और जिले में लगातार संक्रमण अब भी फैल रहा है।
बताया जा रहा है कि घरों में ईद की नमाज अता करने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की गई है। मस्जिदों में सदर और चुनिंदा पदाधिकारी ही नमाज अता करने के लिए जुटेंगे। बीते साल भी देशव्यापी लॉकडाउन होने से समाज के लोगों को घरों में ही नमाज अता करना पड़ा था। मस्जिद जहां जम्हूरियत की गैर मौजूदगी से सूने रहे। वहीं ईदगाह मैदान में भी सन्नाटा पसरा रहा। पिछले 13 अप्रैल से समाज के लोग रोजा रखकर अल्लाह-ता-आला से कोरोना को दुनिया से रूखसत करने की दुआएं मांग रहे हैं। घरों में पांच वक्त का नमाज अता कर रोजेदार अल्लाह की इबादत कर रहे हैं।
इस संबंध में जूनीहटरी स्थित हन्फी मस्जिद के सदर जावेद अंसारी ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि समाज के लोग घरों में ही नमाज अता करेंगे। उन्होंने ईद के मौके पर दीन-दुखियों की मदद के लिए हाथ बढ़ाने की गुजारिश की है। श्री अंसारी का कहना है कि अभी संकट के दौर में एकजुट होकर इस वैश्विक महामारी से लड़ा जा सकता है। समाज भी देश के साथ कोरोना से जंग लडऩे खड़ा है।
इधर पर्व पर कोरोना से पड़े असर से कारोबार पर भी व्यापक असर पड़ा है। आमतौर पर ईद से सप्ताहभर पहले बाजार में रौनकता बढ़ जाती है। वहीं लोग त्यौहारी खरीदारी कर घरों में ईद पर्व मनाने की तैयारी में जुटे नजर आते हैं। हालांकि घरों में अब भी आंशिक तैयारी चल रही है। मसलन घरों में मीठी सेवाई बनाने के साथ-साथ पारंपरिक व्यंजनों को भी तैयार किया जा रहा है। कोरोना से इस पर्व के लिए कपड़ों की खरीददारी पर रोक लगी हुई है। इससे कपड़ा बाजार भी नुकसान उठा रहा है।
ईद पर बेसहारों की मदद असली इबादत - परवेज
समाजसेवी व हन्फी मस्जिद के पूर्व सदर परवेज अहमद ने ईद मनाने के साथ लोगों से बेसहारों को मदद करने आगे आने की अपील की है। उन्होंने गुजारिश करते लोगों से कहा कि जरूरतमंद लोगों को सहायता देना ही अल्लाह की असली इबादत है। नेक इरादे के साथ मुश्किल में फंसे लोगों की मदद करना समय की मांग है। कोरोनाकाल में एक वर्ग ऐसा है जिसके सामने दो वक्त का भोजन जुटाना मुश्किल हो गया है। तकलीफदेह वर्ग के लिए मदद करने से अल्लाह भी खुश होते हैं। श्री अहमद ने कहा कि भूखे और गरीब वर्ग को मदद करना खुदा की इबादत करने जैसा है।
अप्रैल की तुलना में मई के 9वें दिन तक मौत के आंकड़े में एक फीसदी गिरावट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 मई। चौथे दौर के लॉकडाउन में मई के गुजरे 9 दिन में कोरोना संक्रमित मरीजों की रिकवरी रेट में सुधार आना एक राहत की खबर है। प्रशासन ने कोरोना संक्रमण की चेन को तोडऩे के लिए करीब एक माह से अलग-अलग तारीखों में लॉकडाउन लागू किया है। प्रशासन के इस कदम के अब सकारात्मक नतीजे सामने आने लगे हैं। मई के बीते 9 दिन में संक्रमण दर काफी कम हुआ है। यानी लोगों के स्वस्थ होने की संख्या नए संक्रमितों की तुलना में अधिक है। बताया जा रहा है कि मई माह में 4658 कोरोनाग्रस्त हुए थे। जिसमें अप्रैल में और मई में संक्रमित हुए 6151 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं। मई में नांदगांव शहर से 687 और ग्रामीण इलाकों से 3319 संक्रमित पाए गए थे।
बताया जा रहा है कि अप्रैल की तुलना में मई के पहले सप्ताह में हालात काफी हद तक सामान्य हो गया है। अप्रैल के पूरे महीने में कोरोना का आतंक था। अप्रैल भर में ताबड़तोड़ 26 हजार 841 कोरोना संक्रमित हुए थे। जिसमें 19 हजार 696 कोरोना को मात देकर स्वस्थ जिंदगी में लौट आए। अप्रैल का महीना मौत की वजह से भी काफी डरावना रहा। पूरे महीने में 208 लोग कोरोना से हारकर दुनिया को अलविदा कह गए। अप्रैल की तुलनात्मक स्थिति पर गौर करें तो मई का पहला सप्ताह में कोरोना काबू होते दिख रहा है। मई के पहले सप्ताह में 47 लोगों की वैश्विक महामारी से जान चली गई। हालांकि 9 दिन में हर दिन 5 को कोरोना ने अपना शिकार बनाया। अप्रैल के हर दिन मौतों का आंकड़ा 6 के करीब रहा। यानी जिले में माहभर से लागू कड़े लॉकडाउन में सिर्फ एक फीसदी ही गिरावट दर्ज हुई है।
बताया जा रहा है कि संक्रमण के मामलों में बहुत हद तक कमी आई है। लोग इस बात को लेकर फिक्रमंद हैं कि संक्रमण से ज्यादा मौतों की संख्या में कमी आना जरूरी है। बहरहाल मई का पहला सप्ताह एक तरह से राहत लेकर आया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 9 मई। कोरिया जिले में अब ग्रामीण क्षेत्रों में मौत का आंकडा बढने लगा है, आज सुबह एक निजी नर्सिग होम में एक युवक की कोरोना से मौत हो गई, तो कल दो सगे भाइयों के साथ कुल 4 लोगों की मौत कोरोना से हो गई थी, इसके अलावा जिला अस्पताल में भी दो कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई। आज खबर लिखे जाने तक 3 लोगों की और मौत कोविड अस्पताल में हो चुकी है, यहां 100 बेड पूरे भर चुके है। वही प्रशासन के द्वारा जारी आंकडे रोज हो रही मौत से मेल नहीं खा रहे है। इधर, ग्रामीण क्षेत्रों में मौत की मुख्य वजह लापरवाही और जांच नहीं कराना सामने आ रहा है।
इस संबंध में सीएचएचओ डॉ रामेश्वर शर्मा का कहना है कि मौते हो रही है दुख तो है, इतने कम ऑक्सिलन सेचुरेशन में मरीज उनके पास पहुंचता है कि उसे बाहर लाना बेहद कठिन होता जा रहा है। कोविड अस्पताल में बेड की व्यवस्था और बढाई जा रही है, पूरा अमला हमारा मुस्तैदी से लोगों की जान बचाने में लगा हुआ है।जानकारी के अनुसार शनिवार को दो सगे भइयों के साथ 4 लोगों ने कोविड अस्पताल में दम तोड दिया, बेहद मिलनसार भाजपा के सलका मंडल के अनुसूचित जाति मोर्चा के मंडल अध्यक्ष रामप्रताप कुर्रे, जिन्हे प्यार से लोग बबलु कहा करते थे, मृदुभाषी कार्यशैली के होने के कारण वे हर दिल अजीत थे, मुख्य रूप से बाईक मिस्त्री के रूप में हर कोई उनको जानता था, पहले उनकी बडे भाई सुदामा कुर्रे की मौत हुई कुछ घंटे के अंतराल में उनकी मौत हो गई, जिसके बाद पूरे सलका में गमगीन माहौल पसर गया। दोनो का इलाज कोविड अस्पताल बैकुंठपुर में चल रहा है, यहां दो अन्य मरीजों की भी मौत हुई। शनिवार के दिन ही 2 लोगों की जिला अस्पताल में कोरोना से मौत हो गई। जिसमे एक मरीज बुढार और एक मनेन्द्रगढ के थे। दोनों को कोविड प्रोटोकाल के तहत उनके घर भेजा गया। वहीं आज 9 मई 2021 को सुबह एक निजी अस्पताल में जूनापारा निवासी पं.सुनील तिवारी का निधन कोरोना से गया जिससे कि जूनापारा मोहल्ले के अलावा शहर में उनके शुभचिंतकों में शोक की लहर फैल गयी। खबर लिखे जाने तक कोविड अस्पताल में 3 लोगो की और मौत हो चुकी है। जिसमें 1 बैकुंठपुर,ृ मनेन्द्रगढ और 1 चिरमिरी के बताए जा रहे है। तीनों को कोविड प्रोटोकॉल के तहत उनके घर भेजा दिया गया।
आते ही कर रहे है टेस्ट
चिरमिरी और मनेन्द्रगढ से रेफर मामले में कल काफी बढोतरी देखी गई, शनिवार को 10 से 15 मामले चिरमिरी और मनेन्द्रगढ से जिला अस्पताल पहुंचें, वहां से रेफर होकर आने वाले सभी मामले नेगेटिव बताए गए, बाद में जिला अस्पताल में दुबारा जांच हुई जिसमें काफी ज्यादा लोग पॉसिटिव निकले, जिसके बाद 10 लोगों को कोविड अस्पताल भर्ती करवाया गया। दरअसल, जिला अस्पताल के 80 प्रतिशत स्टॉफ और चिकित्सक कोरोना पॉजिटिव हो चुके है, ऐसे मे कुछ चिकित्सक बचे हे, जिसके कारण आने वाले हर मरीज का कोरोना टेस्ट करके स्वयं के साथ अन्य मरीजों को भी संक्रमित होने से बचाया जा रहा है। पॉजिटिव आने पर तत्काल उन्हें आईशोलेट कर इलाज शुरू किया जाता है। जबकि पहले ऐसा नही किया जा रहा था जिससे स्टाफ और चिकित्सक संक्रमित हो गए।
कोरिया जिले में अभी तक ग्रामीण क्षेत्रों मेें 11 सौ से ज्यादा शादियां संपन्न हो चुकी है, ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमित काफी संख्या मे हर दिन बढ रहे है, लोग पहले तो इसे कुछ मानते ही नहीं है, जब बीमारी बढने लगती है तो झोला छाप चिकित्सकों के झांसे में आ जाते है। कोविड में जितनी भी मौतें हो रही है लगभग मरीज बेहद कम ऑक्सिजन सेचूरेशन में कोविड लाए गए, ऐसे में चिकित्सकों के हाथ में कुछ नहीं रह पाता है।
वहीं दो दिन पहले सीएम भूपेश बघेल ने वीडियो कांफ्रेसिंग में जिला प्रशासन को कहा कि आखिर इतनी शादियों की ूमॉनिटरिंग कैसे हो पाई। उन्होनें ग्रामीण क्षेत्रों मे बडी मात्रा में शादी विवाह के लिए दी गई अनुमति पर भी सवाल उठाए। वही अब कई चिकित्सक भी कह रहे है कि अब भी ग्रामीण क्षेत्रो में होने वाले आयोजनों पर एकदम रोक लगाए प्रशासन, नहीं तो स्थिति में कोई सुधार नहीं होगा।
जगदलपुर, 9 मई । भारतीय जनता पार्टी ने कोरोना संकट काल में प्रदेश में भेदभाव रहित टीकाकरण करने के संबंध में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सुझाव पत्र भेजा है।भाजपा प्रतिनिधि मंडल ने आज दोपहर कलेक्ट्रेट पहुँच कर मुख्यमंत्री के नाम सुझाव पत्र सौंपा।प्रतिनिधि मंडल में भाजपा जिलाअध्यक्ष रूप सिंह मंडावी,डा.सुभाऊ कश्यप,पूर्व विधायक संतोष बाफना प्रमुख रुप से शामिल थे।
भाजपा ने सुझाव पत्र में कहा है कि कोरोना के वैश्विक संकट में छग में टीकाकरण में की जा रही राजनीति दु:खद है।माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में टीकाकरण किये जाने ऐसी नीति बनायी जाये,जिसमें कोई भेदभाव न हो।अंत्योदय,बीपीएल एवं एपीएल श्रेणी के लिये अलग-अलग कस्बों में टीकाकरण केन्द्र बनाये जाने का निर्णय अव्यवहारिक है,प्रत्येक केन्द्र में सभी श्रेणी के बूथ बना कर टीकाकरण किया जाना चाहिये।
भारतीय टीके के खिलाफ प्रदेश में राजनीतिक कारणों से लगातार दुष्प्रचार किया गया,जिसके कारण गा़ँव-कस्बों में टीका लगाने गये कर्मियों पर हमले की ख़बरें निरंतर आ रही हैं।टीकाकर्मियों की पूरी सुरक्षा के साथ उनका पर्याप्त बीमा भी हो,साथ ही जनमानस में फैलायी गयी भ्रांतियों को दूर करने के लिये प्रदेश व्यापी जनजागरण अभियान चलाया जाना चाहिये।टीके की वर्तमान कमी का बडा़ कारण समय पर राज्य सरकार द्वारा आर्डर नहीं दिया जाना भी है।हमारे पडो़सी नये राज्य ने अनुमति मिलते ही 8 करोड़ टीकों के लिये आदेश कर दिया,जबकि छग प्रदेश सरकार अंतिम दिन तक पत्र ही लिखती रही,अत: आग्रह है कि अनावश्यक पत्र व्यवहार न कर त्वरित निर्णय लें।प्रदेश में करीब 2.50 लाख टीके बर्बाद हुए है,जिसे रोकने केरल मॉडल की प्रेरणा राज्य सरकार ले।
छग में टेस्टिंग कम होना अत्यंत चिंताजनक है,अधिक टेस्टिंग की पर्याप्त व्यवस्था गंभीरता से करायी जाय,जिसके कारण ही प्रदेश में मृत्यु दर का आंकडा़ बढ़ रहा है।
हर पंचायत में दवाकिट,थर्मामीटर,आक्सीमीटर शीघ्र उपलब्ध कराये व पत्रकारों को फ्रंटलाईन वर्कर मानते हुए प्राथमिकता के आधार पर उनका टीकाकरण किया जाय।
आज भाजपा प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री के नाम सुझाव पत्र संयुक्त कलेक्टर सुश्री दीप्ति गौते को सौंपा। प्रतिनिधि मंडल में उपाध्यक्ष योगेन्द्र पांडे,महामंत्री रामाश्रय सिंह,नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे,नगर मंडल अध्यक्ष सुरेश गुप्ता,मंडल महामंत्री संग्राम सिंह राणा,भाजयुमो जिलाअध्यक्ष अविनाश श्रीवास्तव भी शामिल थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 9 मई। अम्बिकापुर नगरपालिक निगम के सांसद प्रतिनिधि और भाजपा जिला संयोजक एनजीओ प्रकोष्ठ कैलाश मिश्रा ने आज कलेक्टर सरगुजा को ज्ञापन प्रेषित कर कोरोना की तीसरी लहर आने से पहले स्वास्थ्य व्यवस्था चाक-चौबंद करने और बच्चों के लिए अलग से कोविड वार्ड बनाने की मांग की है।
इस संबंध में कैलाश मिश्रा ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि सदी के इस बहुत बड़े महामारी में सरगुजा संभाग के साथ-साथ पूरे छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य व्यवस्था छिन्न-भिन्न हो गई हैं, लोगों को समुचित उपचार समय पर न मिलने के कारण लगातार जाने भी जा रही हैं, स्वास्थ्य व्यवस्था पुरी तरह चरमरा गई हैं, यह हाल ऐसा है जब कोरोना की दूसरी लहर चल रही है, जबकि आने वाला समय और घातक सिद्ध हो सकता है।
सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है और वैज्ञानिक भी बता रहे हैं कि देश में कोविड की तीसरी लहर आने वाली है और यह लहर बच्चो को भी प्रभावित करेगी, और तेजी से फैलेगी। यदि ऐसा हुआ तो बच्चे बिमार होंगे और उपचार हेतु अस्पताल जायेंगे तो बच्चो के अभिभावक को भी साथ जाना होगा, ऐसे में जरुरत है, तीसरी लहर का सामना करने के लिये तैयारी की जाये। इसके लिये तैयारी सही दिशा में होनी चाहिये। बच्चों का कोविड वार्ड बनाते हुये उसमें ऑक्सीजन एवं वेंटिलेटर की पर्याप्त व्यवस्था की जाये और इसकी तैयारी हम अभी से करेंगे तभी तीसरी लहर से हम निपट पायेंगे।
लखनपुर, 9 मई। रविवार को स्वास्थ्य अमला के द्वारा लखनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहित विभिन्न स्थानों में 87 लोगों की कोरोना जांच की गयी। जांच उपरांत 45 लोगों की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट तथा 42 लोगों की नेगेटिव रिपोर्ट आई, वहीं शनिवार को भी 68 कोरोना से संक्रमित पाए गए थे।
लगातार क्षेत्र में कोरोना संक्रमितों का ग्राफ बढ़ रहा है। यदि दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में सही से जांच की जाये तो सम्भवत: हर गांव में कोविड-19 से संक्रमित पाये जा सकते हंै।
थाना प्रभारी के कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद दवाइयां लेकर होम आइसोलेट हो गए हैं, बाकी संपर्क में आए लोगों का जांच कराने की बात कही जा रही है. पिछले सत्र में भी लखनपुर थाना के समस्त स्टॉप के संक्रमित होने कारण वैकल्पिक थाना सामुदायिक भवन में लगाया गया था। मिली जानकारी के मुताबिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रविवार को 87 लोगों का एंटीजन किट से सैंपल लिया गया। स्वास्थ्य अमला के द्वारा संक्रमित मरीजों को होम आइसोलेट करके दवा का वितरण शुरू किया गया। जांच के लिए जिला मुख्यालय अंबिकापुर भेजा गया था। उक्त जानकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कोविड-19 के नोडल अधिकारी डॉ. विनोद भार्गव के द्वारा दी गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 9 मई। कोण्डागांव जिला के कलेक्टर के मार्गदर्शन से डिप्टी कलेक्टर गौतम पाटिल और नर्सिंग होम एक्ट कोण्डागांव के नोडल डॉ सूरज सिंह राठौर, ड्रग इंस्पेक्टर सुखचौन ध्रुवे, खाद्य सुरक्षा अधिकारी डोमेन्द्र धुव, की सयुंक्त टीम ने शिकायत के आधार पर किबाई बालेंगा कोकड़ी में झोलाछाप आनंद सिंह व दीपक हलधर के क्लिनिक में छापा मार कार्यवाही किया, मौके पर झोलाछाप आनद सिंह व दीपक हलधर घर से चिकित्सीय सामाग्री के साथ घर से नदारथ था, किंतु दीपक हलधर के क्लीनिक में भारी मात्र में दवा, मलेरिया जांच किट व इंजेक्शन पाए गए। टीम ने नर्सिंग होम एक्ट तथा महामारी नियम उलंघन के तहत दीपक हलधर के झोलाछाप क्लीनिक को सील बंद करते हुए, समस्त दवा इंजेक्शन को जप्त किया। महामारी के समय में ये झोलाछाप अपने क्लीनिक का अवैध संचालन कर मरीजो को इलाज कर रहे थे। गांव की भोली भाली जनता इस महामारी के समय में शासकीय स्वस्थ्य केंद्रों तक नही जा रहे हैं, जिसका फायदा उठा कर झोला छाप मरीजो का बिना महामारी नियंत्रण प्रोटोकाल के इलाज कर रहें और आम जनता की जान को जोखिम में डाल रहे हैं।
महामारी के वक्त प्रदेश में शराब की होम डिलीवरी निंदनीय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 9 मई। व्यापारिक संगठन कैट के प्रदेश मंत्री व भाजपा के नगर कोषाध्यक्ष शुभम अग्रवाल ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि एक ओर पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है तो दूसरी ओर छत्तीसगढ़ में अब शराब की होम डिलीवरी शुरू कर दी है।
शुभम अग्रवाल ने कहा कि एक ओर जहां व्यापारी वर्ग व्यापार बंद होने से काफी परेशान है व ग्रामीण क्षेत्र के गरीब किसान अपनी उपज बेच नहीं पा रहे हैं, ऐसे में छत्तीसगढ़ सरकार का शराब बेचना बेहद निंदनीय है। व्यापारियों को केवल अति आवश्यक वस्तुओं की होम डिलीवरी की अनुमति मिली है, परंतु पता नहीं सरकार के लिए शराब कैसे आवश्यक वस्तु बन गई। पिछले 1 महीने से व्यापार बंद है। व्यापारी वर्ग काफी परेशान है। व्यापारियों के खाने के लाले पड़े हुए हैं, ऐसे में सरकार का शराब बेचना समझ से परे है।
शुभम ने आरोप लगाया है कि सरकार व्यापारियों के हित में कार्य नही कर रही है। शराब बेचने की जितनी उत्सुकता सरकार को है अगर स्वास्थ्य के लिए इतनी उत्सुकता होती तो लोगों को आसानी से वेक्सीन लग जाता व अस्पतालों में भी मरीजों को परेशानी नहीं होती। सरकार को शराब बिक्री बंद कर स्वास्थ सुविधा में ध्यान देना चाहिए। क्योंकि शराब से लोगों का इम्युनिटी पावर और कम हो जाएगा व कोरोना में फेफड़े खराब होने की संभावना भी बढ़ जाएगी। पूरे भारत मे ऐसा किसी प्रदेश में नहीं है जहाँ कोरोना महामारी के वक्त शराब के लिए सरकार को इतनी बेचैनी हो।
दंतेवाड़ा, 9 मई। पुलिस ने बुरगुम में नक्सली स्मारक धराशायी किया। पुलिस को सूचना मिली थी कि दंतेवाड़ा व सुकमा जिले के सीमांत इलाके में स्थित बुरगुम में नक्सली स्मारक का निर्माण किया गया है। उक्त स्मारक को मुठभेड़ में मारे गए विज्जे और अनिल की शहादत के स्मारक के रूप में बनाया गया था। जिला आरक्षी बल के जवान बुरगुम के उस स्थान पर पहुंचे, जहां नक्सलियों द्वारा स्मारक बनाया गया था। जवानों द्वारा गांव की घेराबंदी उपरांत स्मारक विध्वंस कर दिया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 9 मई। कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर स्थित मानस भवन में दूसरे दिन 18 प्लस लोगों का टीकाकरण का अभियान के तहत 9 मई को सुबह निर्धारित समय पर लोगो की भारी भीड जुट गयी थी लेकिन वैक्सिनेशन का कार्य शुरू नही हुआ था, जिसके बाद भाजयुमो ने मौके पर पहुंच कर स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद 100 लोगो का वैक्सिनेशन शुरू हो पाया।
इस संबंध में भाजयुमो के नेता शारदा प्रसाद गुप्ता का कहना है कि प्रशासन को यदि वैक्सिनेशन नहीं करना था तो पूर्व में सूचना दी जानी चाहिए थी, कोरोना कॉल में लोग अपने घरो से निकलकर यहां आ रहे है, भीड बढ गयी है, इसके लिए प्रशासन को पहले से व्यवस्था करनी चाहिए ताकि संक्रमण न फैले।
रविवार को मानस भवन में सुबह 9.30 बजे से काफी संख्या में लोग एकत्रित हो गए, शनिवार को 250 लोगों का वैक्सिनेशन किया गया था, परन्तु रविवार को वैक्सिनेशन नहीं होगा इसकी जानकारी किसी को नहीं थी। काफी देर तक कोई भी जिम्मेदार मौके पर नहीं पहुंचा, सीएमएचओ डॉ रामेश्वर शर्मा ने बताया कि वैक्सिन खत्म हो चुकी है, कल आएगी तक वैक्सिनेशन हो पाएगा, मौके पर पहुंच भाजूयमो के शारदा गुप्ता ने सीएमएचओ से चर्चा कीं, जिसके बाद खत्म वैक्सिन अचानक आ गई और 100 लोगों को वैक्सिनेशन करने स्वास्थ्य विभाग और नगर पालिका के कर्मचारी मौके पर पहुंच गए, कुछ देर में तहसीलदार मनमोहन सिंह पहुंचें और लंबी लंबी लाइन से लगे लोगों को सोशल डिस्टेंिसग का पालन करने की हिदायत दी, उनके आने के बाद एसडीएम बैकुंठपुर भी मौके पर पहुंचें। यहां आज 100लोगो का वैक्सिनेशन किया गया।
जिले में 17 वैक्सीनेशन साइट
जिले भर मे जिला प्रशासन ने 17 वैक्सिनेशन साइट बनाई है। जिसमें बैकुंठपुर एपीएल के लिए मानस भवन, बीपीएल के लिए बैकुंठपुर के महलपारा स्थित आयुर्वेद अस्पताल, अन्त्योदय के लिए डुमरिया उपस्वास्थ्य केन्द्र, खडगवां में एपीएल के लिए एनआरसी भवन, बीपीएल और अंत्योदय के लिए प्राथमिक शाला बचरापोडी, भरतपुर मेें एपीएल के लिए सीएचसी जनकपुर, बीपीएल के लिए सामुदायिक भवन जनकपुर और अंत्योदय के लिए पीएससी बहरासी, मनेन्द्रगढ में एपीएल के लिए शा उ कन्या विद्यालय मनेन्द्रगढ, बीपीएल के लिए शाउमा विद्यालय (अजाक) और अंत्योदय के लिए उप स्वास्थ्य केन्द्र कठौतिया और सोनहत में एपीएल के लिए शा उ मा विद्यालय सोनहत, बीपीएल के लिए शामा विद्यालय सोनहत और अंत्योदय के लिए शा प्रा शाला सोनहत, इसके अलावा नगर निगम चिरमिरी में कन्या शाला एकता नगर,, बीपीएल के लिए एसईसीएल होस्पिटल चिरमिरी और अंत्योदय के लिए शाउमा स्कूल हल्दीबाडी चिरमिरी का स्थान तय किया गया है। जहां प्रतिदिन मात्र 100 लोगो को टीका लगाया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 9 मई। भाजपा आदिवासी मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष रामलखन पैकरा ने भूपेश सरकार द्वारा कोरोना वॉरियर्स के रूप में काम कर रहे कर्मचारियों के एक दिन की वेतन कटौती को गलत बताते हुए इसे तत्काल वापस लेने की मांग की है।
उन्होंने राज्यपाल व प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कोरोनाकाल में अपनी जान जोखिम में डालकर काम करने वाले विभागों जैसे स्वास्थ्य, पुलिस, नगरीय प्रशासन, तथा शिक्षा विभाग के कर्मचारियों की वेतन कटौती को सरकार का गलत निर्णय बताया है। उन्होंने पत्र में कहा है कि इन कोरोना वॉरियर्स कर्मचारियों को 50 लाख का बीमा कवर देकर उन्हें प्रोत्साहन राशि दिया जाना चाहिए ताकि प्रदेश के कर्मचारी वर्ग इस महामारी के समय और बेहतर काम करने के लिए प्रेरित हों तथा प्रदेश में कोरोना की लड़ाईई को बल मिले।
जगदलपुर, 9 मई । संसदीय सचिव एवं विधायक जगदलपुर रेखचंद जैन द्वारा लॉकडाउन के मद्देनजर गरीब एवं मध्यमवर्गीय परिवारो के समक्ष उपजे संकट के समाधान हेतु शहर के विभिन वार्डो मे और ग्रामीण क्षेत्रो मे राशन सामग्री,आयुष रोग प्रतिरोधक़ काढ़ा एवं मच्छर दानी का लगातार वितरण कर रहे है।
आज इसी कड़ी मे बड़ेमुरमा,कवाली कला, छोटे कवाली, नानगुर सिडमूड, अलनार ,मांझीगुडा मे श्री जैन द्वारा के रहवासियों के बीच जाकर राहत सामग्री पहुंचाई। श्री जैन द्वारा लगातार लोगो से कोरोना प्रोटोकॉल को मानने एवं वैक्सीन लगवाने की अपील भी कर रहे है इसके साथ ही राशन दुकानों का निरीक्षण कर संचालकों वितरण संबंधी जानकारी लेकर कोरोना के प्रोटोकाल के तहत ही सामग्री प्रदान करने के निर्देश दिये । आज वितरण कार्यो के दौरान विकास दुग्गड,धीरज महंत,अजय बिसाई, अरुण गुप्ता ,नीलू राम,बघेल, सुनील दास, मनधर शिवम, हरी बंधु नाग, पार्वती बघेल, राजन कुमार बघेल,श्रीमती शांति बघेल, अरावती बघेल, शंकर नाग ,हरिहर सेठिया, अमल बैश, शरद नागेश, जयदेव, राधिका, कमल ,लक्ष्मी बघेल, मनबोध बघेल, लोकेश सेठिया, धर्म बघेल ,त्रिलोचन बघेल, विजय बघेल, गणेश सेठिया, गिनता राम, मेह तरराम, बंशीधर बघेल, नानूराम नाग ,मंकी नाग, सुगली, जालंधर ठाकुर, देव नाथ नाग,पदम नाग ,धनीराम नाग, श्रीनाथ बघेल, मालिकराम नाग, सचिन अरुण सेठिया, राज भूषण धुर्वे ,तुलाराम बघेल, मनोज बघेल, मोहन सेठिया, जानिक बघेल, मेघनाथ धरत, विनोद सेठिया, सुनील दास, राधा मोहन दास, हारून दास,धन सिंह बघेल ,कमल शाह सहित मीतानीन,स्वस्थ्य विभाग के कर्मचारी, कोटवार, पटेल पुजारी एवं ग्रामीण जन उपस्थित रहे ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 9 मई। कोरोना से लडऩे में एनएमडीसी पिछले साल भर से महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। देशभर में कोविड महामारी फैला हुआ है, दंतेवाड़ा जिला में इसका असर है। ऐसे में जिला प्रशासन के साथ मिलकर एनएमडीसी कोरोना जंग को जीतने के लिए सभी प्रयास कर रही है। कोविड केयर सेंटर से लेकर टीककारण तक सभी व्यवस्थाएॅ जो एनएमडीसी द्वारा दी जा रही है वह अन्य इलाको के तुलना में बेहतर है। मिली जानकारी के अनुसार इस कड़ी में मुख्यालय एनएमडीसी प्रबंधन द्वारा बचेली के अपोलो अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधा को बढ़ाते हुए वेंटीलेंटर व ऑक्सीजन कंसेंट्ेटर उपलब्ध कराए है। इस पर मेटल माईन्स वर्कर्स यूनियन इंटक एवं संयुक्त खदाना मजदूर संघ दोनो यूनियनो ने प्रबंधन की सकारात्मक कार्यवाही के लिए प्रबंधन के उच्चाधिकारियो का आभार देते हुए धन्यवाद दिया है।
एमएमडब्ल्यू के महामंत्री आशीष यादव ने बताया कि गत दिनो गत मार्च महिने में विशाखापट्टनम में संपन्न बैठक में यूनियन की मंाग पर सकारात्मक कार्यवाही करते हुए मुख्यालय प्रबंधन ने एनएमडीसी अपोलो केन्द्रीय अस्पताल को 5 नए वेंटीलेंटर, 3 हाईफलो ऑक्सीजन मशीन और 7 ऑक्सीजन कंसेट्ेटर उपलब्ध कराए है। इस तरह अपोलो अस्पताल में कुल 10 वेंटीलेंटर उपलब्ध है।
एसकेएमएस सचिव टीजे शंकरराव ने कहा कि कोविड महामारी से लडऩे यूनियन द्वारा स्वास्थय सुविधा बढ़ाने यूनियन द्वारा मांग किया गया था, जिस पर प्रबंधन ने त्वरित कार्यवाही की है और वेंटीलेंटर, ऑक्सीजन कॉन्सट्ेटर की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही सीटी स्कैन मशीन एवं ऑक्सीजन प्लांट की व्यवस्था की जानी है जो कि अभी पेंडिंग है। एसकेएमएस यूनियन मंाग करती है कि जल्द से जल्द सीटी स्कैन मशीन एवं ऑक्सीजन प्लंट की व्यवस्था की जाये।
दोनों यूनियनों के कर्मचारियों की ओर से एनएमडीसी के सीएमडी सुमित देब एवं बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के सभी अधिकारी पीके शतपथी, अमिताभ मुखर्जी, आलोक कुमार मेहता, सेामनाथ नंदी, एसपी हिमांशु, बचेली परियेाजना के अधिशासी निदेशक एके प्रजापति, उपमहाप्रबंधक प्रदीप सक्सेना सहित ऑल इंडिया एनएमडीसी वर्कर्स फेडरेशन का धन्यवाद देते हुए आभार व्यक्त किया है। अत्याधुनिक उपकरणों की मदद से एनएमडीसी कर्मियो, उनके परिजनो सहित बचेली नगर व आसपास के गॉव के नागरिको के इलाज में सहयोग मिलेगा और मरीजो को कोरोना महामारी से बचाने में कामयाब होगे। पिछले वर्ष से एनएमडीसी ने कोविड से लडऩे के लिए स्थानीय मंगल भवन को कोविड केयर सेंटर बनाया गया है, टीकाकारण के लिए भी उचित व्यवस्था की गई है।