छत्तीसगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 जनवरी। राजधानी रायपुर के डीडी नगर क्षेत्र में शादी का झांसा देकर एक युवती से बलात्कार किया गया। पुलिस, आरोपी जिम संचालक के खिलाफ बलात्कार, धमकी मामला दर्ज कर जांच में जुटी है। फिलहाल आरोपी पकड़ से बाहर है।
पुलिस के मुताबिक आरोपी युवक विनोद जांगड़े यहां जिम सेंटर चलाता है और उसका यहां एक युवती से परिचय हुआ। इस दौरान जिम संचालक युवक ने फिटनेस के लिए आ रही युवती को शादी का झांसा देकर उसके साथ बलात्कार किया। इस दौरान उसने युवती को यह बताया था कि वह अविवाहित है। पीडि़त युवती ने शादी के लिए दवाब बनाया तो उसने शादी करने से इंकार कर दिया। पुलिस में शिकायत करने की बात पर उसने जान से मारने की धमकी दी। डीडी नगर पुलिस बलात्कार, धमकी मामला दर्ज कर घटना की जांच में जुटी है।
पुलिस का कहना है कि घटना के बाद से आरोपी फरार है। वह रायपुर से बाहर कहीं दूसरी जगह का रहने वाला है। उसकी तलाश चल रही है। पकड़ में आने के बाद घटना से जुड़ी और भी जानकारी सामने आएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 जनवरी। प्रदेश भाजपा के आव्हान पर धान खरीदी में होने वाली अव्यवस्था, कॉग्रेंस सरकार की किसानों से वादाखिलाफी के विरोध व किसानों के अधिकारों के समर्थन में 22 जनवरी के प्रदेशव्यापी गिरफ्तारी, धरना, प्रदर्शन के मद्देनजर भाजपा रायपुर जिला द्वारा कार्यक्रम को सफल बनाने बैठकों का दौर प्रारंभ हो गया है । भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर रायपुर के प्रथम बैठक में जिला अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी ने भाजपा रायपुर शहर के पार्षद दल व पार्षद प्रत्याशियों की बैठक ली।
उन्होंने कहा के रायपुर के प्रदर्शन का नेतृत्व भाजपा छत्तीसगढ़ प्रभारी डी पुरंदेश्वरी जी व भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह करेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों की आवाज को ताकत देने के लिए भारी संख्या में कार्यकर्ताओं सहित शामिल होकर कार्यक्रम को सफल बनाएं।
भाजपा जिला मीडिया प्रभारी अनुराग अग्रवाल ने बताया कि इसी परिपेक्ष में 19 जनवरी दोपहर महिला मोर्चा की व 4 बजे युवा मोर्चा की बैठक भी आहूत की गई है । किसान आंदोलन रायपुर जिला संयोजक छगन मूंदड़ा व सह संयोजक डॉ प्रमोद साहू को बनाया गया है।
बैठक को भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने भी संबोधित किया । बैठक में मुख्य रूप से भाजपा जिला महामंत्री रमेश सिंह ठाकुर, ओंकार बैस, वरिष्ठ पार्षद सूर्यकांत राठौर, मीनल चौबे, मृत्युंजय दुबे, भाजपा नेता सुभाष तिवारी, जिला मंत्री अकबर अली, जिला मीडिया प्रभारी अनुराग अग्रवाल, पार्षदगण सीमा साहू, तिलक पटेल, नारद कौशल, कामिनी देवगन, सरिता आकाश दुबे, विश्वादिनी पांडेय, सुमन राम प्रजापति, दीपक जायसवाल, सावित्री जगत, योगेंद्र वर्मा, सुभाष तिवारी, सुनील चौधरी, सचिन मेघानी, रोहित साहू, भोला राम साहू, यूनुस कुरैशी, राजियांत ध्रुव, टेशू साहू, ललिता झा, शिल्पा राहुल गोलछा आदि उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 जनवरी। गिरौदपुरी धाम में इस साल तीन दिवसीय गुरूदर्शन मेले का आयोजन 18 से 20 मार्च 2021 तक किया जायेगा। जगतगुरू गुरू गद्दीनशीन श्री विजय कुमार गुरू की अध्यक्षता में गिरौदपुरी मेला आयोजन समिति की आज बलौदाबाजार-भाटापारा जिला पंचायत के सभागार में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में मेले की तिथि का निर्धारण किया गया।
राज्य शासन के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गुरू रूद्रकुमार, राज राजेश्वरी कौशल माता, राजमहंत गण सहित जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे। बैठक में लाखों दर्शनार्थियों के मेले में समागम को देखते हुए तैयारियों के संबंध में व्यापक विचार-विमर्श करते हुए मेले के सफल आयोजन की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया गया। श्री विजय कुमार गुरू ने कोरोना काल को ध्यान में रखते हुए दर्शनार्थियों को इसके बचाव के उपाय करते हुए मेले में आने का आग्रह किया है।
मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने बैठक में कहा कि मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु जुटते हैं। उनके लिए बुनियादी सुविधाओं का इंतजाम करना जिला प्रशासन की जिम्मेदारी है। सभी विभाग आपसी ताल-मेल के साथ काम करके इस बड़े आयोजन को सफल बनाने में अपना सहयोग प्रदान करें। उन्होंने मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को भी कोरोना से बचाव का संपूर्ण उपाय सुनिश्चित करने की अपील भी की है। कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने बैठक की कार्यवाही का संचालन करते हुए मेले के लिए इस साल प्रस्तावित की गई व्यवस्था की जानकारी दी। मेले की तमाम व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कसडोल एसडीएम श्री मिथिलेश डोण्डे को मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है। कानून व्यवस्था में उन्हें सहयोग प्रदान करने के लिए राज्य स्तर से करीब 15 डिप्टी कलेक्टरों की तैनाती की जाएगी। इसके लिए सामान्य प्रशासन विभाग को पत्र लिखा गया है। दर्शनार्थियों के लिए पेयजल एवं निस्तारी जल की पर्याप्त इंतजाम रहेगी।
उन्होंने बताया कि मेला स्थल पर मौजूद 30 लाख, 8 लाख एवं 75 हजार लीटर क्षमता के टैंक को साफ कराकर पानी से भरा जाएगा। मंदिर परिसर, महराजी, छातापहाड़ एवं पंच कुण्डीय में अलग से पानी टंकी का इंतजाम रहेगा। इसके साथ ही 17 पानी टैंकर भी उपलब्ध रहेंगे, जिसे आवश्यकतानुसार घुमाया जा सकेगा। मेले के दौरान पेयजल की समुचित व्यवस्था तीनों दिन चैबीसों घण्टे रहेगी। निस्तार जल के लिए महराजी एनीकट सहित कटगी एवं अमोदी के पास जोंक नदी को बांधकर पानी रोका जायेगा। समुचित स्थलों पर बायोटॉयलेट, चलित टॉयलेट और स्थायी टॉयलेटों की साफ-सफाई के निर्देश दिए गए। बिजली संबंधी जरूरत का भी आंकलन कर समय रहते आवश्यक सुधार कर लिया जाए। गुरू निवास सहित सभी स्थानों पर चिकित्सा संबंधी सुविधाएं और पर्याप्त दवाईयों एवं एम्बुलैंस के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात रहेगी। मेला स्थल की साफ-सफाई के लिए प्रत्येक नगरीय निकाय से 8-8 सफाई कर्मी आएंगे। सुबह और शाम सफाई की व्यवस्था रहेगी।
मेला में आये दर्शनार्थियों के लिए रियायती दर पर दाल-भात केन्द्र स्थापित किये जाएंगे। आस-पास गांवों के स्कूलों में मध्यान्ह भोजन बनाने वाले स्व सहायता समूहों को दाल-भात केन्द्र चलाने की जिम्मेदारी दी जाएगी।
उल्लास से जय श्रीराम किए जयघोष
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 जनवरी। अयोध्या में प्रस्तावित श्रीराम मंदिर के निर्माण की तैयारी के बीच शहर में मंगलवार को महिलाओं ने बाइक रैली निकालकर अपना समर्थन दिया है। इससे पहले शहर में शोभायात्रा व कलश यात्रा निकाली गई थी, जो शहर के विभिन्न मार्गों में भ्रमण किया। इधर बाइक रैली में आम लोगों के अलावा खास लोग भी शामिल हुए। इससे पहले शोभायात्रा में शहर के राजनीतिक दलों के अलावा आम नागरिकों ने भी शामिल होकर अपना समर्थन दिया।
मंगलवार को महिलाओं की बाइक रैली महावीर चौक प्रारंभ होकर गुरूनानक चौक, जमातपारा होते हुए अन्य मार्गों में भ्रमण किया और इसका समापन महावीर चौक में हुआ। इस दौरान महिलाओं ने जय श्रीराम के जयघोष भी किया। वहीं महिलाओं में उत्साह भी नजर आया। बाइक रैली में महापौर हेमा देशमुख, पार्षद गणेश पवार, शरद सिन्हा, कमल सोनी, राजेश अग्रवाल, राजू वर्मा समेत बड़ी संख्या में महिलाएं और अन्य लोग शामिल हुए।
जिले में आधे से अधिक पर ताले
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 जनवरी। राज्य सरकार की बहुमहत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना का राजनांदगांव शहर में बुरा हाल है। शुरूआत के कुछ सालों में ही योजना बेपटरी होते दिख रही है। शहर के दर्जनभर केंद्रों में पशुपालकों से गोबर खरीदी की जा रही थी। एकाएक निगम प्रशासन ने 8 सेंटरों को अब बंद करने का विधिवत आदेश जारी कर दिया है। इस योजना को बेहद उत्साह के साथ प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर ने प्रारंभ किया था। गोबर खरीदी के जरिये पशुपालकों को अतिरिक्त आय हो रही थी।
बताया जा रहा है कि अब निगम ने सिर्फ 4 गौठानों में ही गोबर खरीदी-बिक्री का निर्णय लिया है। बताया जा रहा है कि पशुपालकों को गोबर बेचने के लिए अब खुद ही परिवहन कर सेंटरों में पहुंचना होगा। ऐसे में पशुपालकों को निगम के इस निर्णय से घाटा होने का अंदेशा है। उधर कांग्रेस के स्थानीय नेताओं में निगम के इस निर्णय को लेकर पेशोपेश की स्थिति है। बताया जा रहा है कि तामझाम से शुरू हुए इस योजना के जरिये सरकार ने पशुपालकों के बीच अपनी छवि को बेहतर बनाया था। नगर निगम के अधीन सेंटरों में गोबर खरीदी बंद होने के निर्णय से सरकार की छवि पर आंच पडऩे का अंदेशा जताया जा रहा है। पूर्व में 8 एसएलआरएम सेंटरों में गोबर खरीदी की जा रही थी। इसके अलावा मोहारा, बजरंगपुर नवागांव, रेवाडीह और लखोली के गौठानों में भी खरीदी की जा रही।
बताया जा रहा है कि 8 एसएलआरएम सेंटरों को पूरी तरह से बंद करने का निर्णय लिया गया है। बताया जाता है कि आने वाले दिनों में बिक्री में गिरावट आने की आशंका भी जताई जा रही है। हालांकि पशुपालकों को सेंटरों तक गोबर ले जाने के लिए अतिरिक्त खर्च वहन करना पड़ेगा। इसी के चलते योजना में प्रतिकूल असर पडऩे की आशंका जताई गई है।
इस संबंध में जिला कांग्रेस अध्यक्ष पदम कोठारी ने कहा कि सेंटर बंद न हो इस मसले को लेकर महापौर और निगम प्रशासन से चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि पूर्व की भांति व्यवस्था बनी रहेगी। भाजपा ने इस मामले में सरकार पर कड़ा प्रहार किया है। जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया में गोबर योजना में बड़े घोटाले का संदेह जताया है। उनका कहना है कि बिहार में जिस तरह चारा घोटाला हुआ था, वैसे ही छत्तीसगढ़ में भी इस योजना में बड़ा गोलमाल हुआ है। उन्होंने कहा कि बिना ठोस प्लानिंग के योजना का शुरूआत करने से स्थिति खराब हुई है। श्री सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार हर मोर्चे पर फेल हुई है। अब तक प्रदेश में किसी भी एक योजना को सफलतापूर्वक मूर्तरूप देने में भी सरकार फिसड्डी साबित हुई है। उधर शहर के अलावा ग्रामीण इलाकों में योजना की स्थिति काफी लचर बनी हुई है। बताया जा रहा है कि कई सेंटरों में गोबर खरीदी बंद पड़ी हुई है। ऐसे में सरकार की इस योजना के लंबे समय तक चलने पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं।
जागरूकता लाने कई कार्यक्रम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 जनवरी। बढ़ते यातायात दबाव और आए दिन हो रहे सडक़ दुर्घटनाओं से होने वाले जन-धन की हानि को रोकने एवं आम नागरिकों में यातायात के प्रति जागरूकता लाने जिला पुलिस राजनांदगांव यातायात शाखा द्वारा राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा माह 2021 का शुभारंभ किया गया। उक्त सुरक्षा माह 18 जनवरी से 17 फरवरी तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन जिले के सभी अनुविभाग स्तर के पुलिस थानों के माध्यम से किया जाना है।
राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा माह वर्ष 2021 का उद्घाटन 18 जनवरी को पुलिस अधीक्षक डी. श्रवण ने यातायात परिसर राजनांदगांव में किया। इस अवसर पर यातायात विभाग के यातायात प्रभारी गजेन्द्र सिंह, आरआई अमित सिंह, समाजसेवी सतीश भट्टड समेत जिले के पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों, एनसीसी कैडेट्स एवं लायंस क्लब के पदाधिकारियों की उपस्थिति रही। माहभर चलने वाली सडक़ सुरक्षा सप्ताह आगामी 17 फरवरी तक विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन जिले के सभी अनुविभाग स्तर के पुलिस थानों के माध्यम से किया जाना है। इसमें प्रथम सप्ताह में खैरागढ़/गंड़ई अनुविभाग एवं दूसरे सप्ताह में डोंगरगढ़ अनुविभाग, तीसरे सप्ताह में अं. चौकी अनुविभाग, चौथे सप्ताह में मानपुर अनुविभाग में यातायात जागरूकता अभियान नुक्कड नाट्य एवं प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण संजीवनी के माध्यम से किया जाना हैै।
इसके अलावा राजनांदगांव अनुभाग एवं शहर में प्रतिदिन विभिन्न कार्यक्रम होंगे। वहीं कल 20 जवरी को चित्रकला, 21 को निबंध, 22 को वाद-विवाद सुबह 11 से 2 बजे तक तथा 17 फरवरी को रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन यातायात परिसर में ओपन स्तर पर किया जाएगा। इसी प्रकार राजनांदगांव शहर में पदयात्रा, ट्रक यूनियन एवं ठाकुरटोला टोलप्लाजा में आटो-टैम्पो-ट्रक चालकों का नि:शुल्क नेत्र एवं स्वास्थ्य शिविर पृथक-पृथक से आयोजन किया जाएगा। साथ ही वाहन में बीमा को अनिवार्यता को ध्यान में रखते एलआईसी प्रबंधक द्वारा वाहन बीमा के संबंध में विस्तृत कार्यशाला का आयोजन किया जाना है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मैनपुर/गरियाबंद, 19 जनवरी। देवभोग पुलिस ने तेन्दुआ के खाल की तस्करी करने वाले दो अंतरराज्यीय तस्करों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। दोनों तस्कर पड़ोसी राज्य ओडिशा के कालाहंडी जिला क्षेत्र के रहने वाले बताए जा रहे हैं। तस्करों से पुलिस ने तेन्दुआ की दो खाल भी बरामद की है, जिसकी कीमत 10 से 12 लाख रूपए बताई जा रही है। बताया जाता है कि आरोपी दूसरे तस्करों से खाल खरीदकर गरियाबंद जिला में बेचने की फिराक में थे, परंतु इसके पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
सोमवार को पत्रकार वार्ता में पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने ग्राम धूपकोट में बांध के पास तेंदुआ की खाल बेचने ग्राहक तलाश रहे दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास दो खाल बरामद भी की है जिसमें एक शावक तेन्दुआ व एक युवा तेन्दुआ की खाल है। खाल की अनुमानित कीमत 10 से 12 लाख होगी।
एसपी ने बताया कि पकड़े गए दोनों आरोपियों के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम की धारा 1972 के तहत मामला पंजीबद्ध कर जेल भेज दिया गया है। दोनों आरोपी रमेश नायक और केशब मांझी ओडिशा के कालाहण्डी जिला क्षेत्र के रहने वाले हंै।
उन्होंने बताया कि आरोपियों ने दूसरे तस्कर से खाल खरीदी थी, उसकी भी पुलिस खोजबीन कर रही है। शीघ्र अन्य आरोपी भी पुलिस के गिरफ्त में होंगे। उन्होंने बताया कि घटना में प्रयुक्त बाइक क्रमांक ओडी 08 एन 0876 को भी जब्त कर लिया गया है।
ज्ञात हो कि पहली बार पुलिस ने एक साथ दो तेन्दुआ की खाल तस्करों से बरामद की है। वहीं इसके पहले भी पुलिस ने तीन तस्करों को अलग-अलग घटना में तेन्दुए की खाल के साथ गिरफ्तार किया है।
जंगल इलाका छोड़ मैदानी इलाके में भाग रहे तस्कर
एसपी ने पत्रकारों को बताया कि पुलिस की लगातार सक्रियता से अवैध तस्करों के हौसले पस्त हैं। जंगली क्षेत्र में दबाव बनने के बाद अब तस्कर मैदानी इलाकों की ओर रूख किया है। पहले सामन्यत: तस्कर जंगल क्षेत्र में ही ऐसे काम को अंजाम देते थे, परंतु पुलिस की सक्रियता के कारण उन्हें अब मैदानी इलाकों की ओर भागना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि अवैध तस्करी की रोकथाक के लिए पुलिस पहले की अपेक्षा और तेजी से काम करेगी। इस अवसर पर डीएसपी टी कंवर तथा एएसपी संतोष महतो भी मौजूद थे।
उक्त कार्रवाई में एसपी भोजराम पटेल द्वारा पुलिस टीम को पुरस्कृत किया गया, जिसमें देवभोग थाना निरीक्षक हर्षवर्धन सिंह बैस, स उ नि जैनसिंह दीवान , सायबर टीम प्रधान आरक्षक अंगद राव, भूषण बांधे, आरक्षक चूड़ामणि देवता, सुशील पाठक दीप्तनाथ प्रधान, जयप्रकाश मिश्रा, यादराम ध्रुव, लव कुमार की सराहनीय भूमिका रही।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 19 जनवरी। पुलिस पर फायरिंग करने वाले एक स्थायी वारंटी नक्सल आरोपी को जिला पुलिस बल, डीआरजी एवं 02 वाहिनी सीआरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में थाना केरलापाल क्षेत्रान्तर्गत सामसेट्टी के जंगल में घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया है।
रविवार को नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना पर थाना केरलापाल से डीआरजी कमाण्डर उनि. रामअवतार भारद्वाज के हमराह जिला बल, डीआरजी एवं सीआरपीएफ कैंप केरलापाल से एसी.सुधीर सिंह के हमराह 02 वाहिनी सीआरपीएफ ‘जी’ कम्पनी की संयुक्त पार्टी एरिया डोमिनेशन/नक्सली आरोपियों की धरपकड़ हेतु ग्राम सामसेट्टी एरिया की ओर रवाना हुए थे। अभियान के दौरान ग्राम सामसेट्टी के जंगल के पास 1 संदिग्ध व्यक्ति पुलिस को देखकर भागने-छुपने की कोशिश कर रहा था, जिसे पुलिस पार्टी के द्वारा घेराबंदी कर पकड़ा गया।
पूछताछ करने पर अपना नाम मिडिय़म नंदा (45) सामसेट्टी केरलापाल का होना बताया। प्रतिबंधित नक्सली संगठन में जनमिलिशिया सदस्य के पद पर कार्य करना बताये जाने से नक्सली को पकड़ कर थाना केरलापाल लाया गया। आरोपी वर्ष 02 -11 2014 को गादीरास थाना क्षेत्र में ग्राम मनकापाल व पोरदेम के मध्य पुलिस पार्टी पर फायरिंग करने के प्रकरण में शामिल होना कबूला। थाना में प्रकरण पंजीबद्ध कर नक्सली आरोपी को सुकमा न्यायालय के समक्ष पेश कर मामले पर गिरफ्तार कर आरोपी को जेल भेजा गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 19 जनवरी। मान्यताओं को दरकिनार कर इकलौते भाई को 5 बहनों में सबसे छोटी बहन 40 वर्षीय सुषमा केशरवानी ने मुखाग्नि दी। भाई के शव को बहन द्वारा अग्नि देने का शहर में पहला मौका था।
गणेश चौक निवासी बालकिशन केशरवानी के पुत्र आकाश केशरवानी (गुड्डू) का रविवार शाम निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार सोमवार सुबह रायपुर रोड स्थित मुक्तिधाम में किया गया। भाई नहीं होने के कारण 5 बहनों में सबसे छोटी बहन 40 वर्षीय सुषमा केशरवानी ने भाई को मुखाग्नि देकर समाज में एक नई परंपरा की शुरुआत की। बहन ने भाई को मुखाग्नि देने का निर्णय लिया तो परिवार के अन्य सभी लोग भी सहमत हो गए। बहन द्वारा भाई को मुखाग्नि देते समय अंतिम संस्कार में पहुंचे लोग भी भावुक हो गए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 19 जनवरी। थाना अमलेश्वर के अंतर्गत ग्राम भोथली में खलियान में रखे 45 एकड़ के पैरावट में लगी भीषण आग को 1 घंटे की मशक्कत के बाद कंट्रोल रूम भिलाई में तैनात अग्निशमन दल के द्वारा आग पर काबू पाया गया। आगजनी की घटना 18-19 जनवरी की दरमियानी रात की बताई गई है। आग लगने का कारण धूम्रपान के शौकीन व्यक्ति द्वारा जलती हुई तीली बीड़ी अथवा सिगरेट पैरावट में फेंका जाना बताया गया है। पुलिस ने किसान को 45 हजार रुपए का नुकसान होना बताया है।
थाना अमलेश्वर पुलिस के मुताबिक ग्राम भोथली के किसान हेमलाल चेलक के द्वारा बायपास से लगे अपने खलियान में 45 एकड़ खेत का पैरावट भंडारण कर रखा गया था। बीती रात्रि 12.45 बजे के लगभग 112 को आगजनी की घटना की सूचना प्राप्त हुई थी। इस पर थाना अमलेश्वर स्टाफ के द्वारा तत्काल घटनास्थल पहुंचकर ग्रामीणों के प्रयास से आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया। इस दौरान कंट्रोल रूम भिलाई को भी सूचित किया गया था। जिस पर पुलिस नियंत्रण कक्ष में तैनात अग्निशमन वाहन को तत्काल घटनास्थल भेजा गया। जिसके द्वारा 1 घंटे की मशक्कत में इस भीषण आग पर काबू पाया गया। इस दौरान अग्निशमन दल के द्वारा करीब 16 फेरे पानी से बौछार की गई। आगजनी भीषण होने के कारण दुर्ग फायर ब्रिगेड कर्मचारियों का भी बैकअप रखा गया था।
पुलिस ने बताया कि किसान का खलियान बायपास रोड रायपुर के किनारे स्थित है। रात्रि में गुजरते हुए धूम्रपान के शौकीन व्यक्ति के द्वारा माचिस की जलती हुई तीली अथवा जलता हुआ बीड़ी, सिगरेट पैरावत पर फेंक दिए जाने के कारण आगजनी घटना होने की आशंका है। फिलहाल इस आगजनी की घटना में किसान को 45000 रुपए का नुकसान होना बताया गया है।
कोरिया जिले में तीन तलाक का तीसरा मामला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 19 जनवरी। कोरिया जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर में तीन तलाक का मामला सामने आया। अब तक जिले का यह तीसरा मामला बताया जा रहा है। आरोपी पति अपने ससुराल में आकर मायके में रह रही पत्नी को तीन बार तलाक कहकर अपने घर वापस लौट गया। पीडि़त महिला ने सिटी कोतवाली में लिखित रिपोर्ट दर्ज करायी। पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है।
इस संबंध में उप पुलिस अधीक्षक धीरेन्द्र पटेल ने प्रेस वार्ता कर बताया कि बैकुंठपुर शहर के डबरीपारा मोहल्ला निवासी आवेदिका रेहाना कुरैशी ने 18 जनवरी को सिटी कोतवाली में उपस्थित होकर रिपोर्ट दर्ज करायी कि उसका विवाह करीब 12 वर्ष पूर्व सामाजिक रीति रिवाज के अनुसार एजाज कुरैशी निवासी पेंड्रा मस्जिद मोहल्ला के साथ हुआ था। दोनों के दांपत्य जीवन से 4 संतान भी हुई। वर्ष 2013 से पति एजाज कुरैशी आवेदिका को प्रताडि़त करने लगा जिससे परेशान होकर महिला अपने मायके बैकुंठपुर डबरीपारा चली गयी। इस बीच आवेदिका अपने ससुराल पेंड्रा बीच-बीच में आना-जाना करती थी। इसके बाद जब पति द्वारा प्रताडऩा ज्यादा होने लगी, तभी वर्ष 2018 में आवेदिका ने अपने पति के विरूद्ध सिटी कोतवाली बैकुंठपुर में 498 का अपराध पंजीबद्ध कराया, यह प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है।
17 जनवरी 2021 को आवेदिका का पति बैकुंठपुर आकर महिला को तलाक के लिए धमकाने लगा, लेकिन आवेदिका द्वारा तलाक देने से इंकार करने पर पति द्वारा एकतरफा तीन बार तलाक कहकर तलाक दे गया। महिला ने अपने पति के इस कृत्य को लेकर सिटी कोतवाली में लिखित रिपोर्ट दर्ज करायी। जिस पर सिटी कोतवाली प्रभारी कमलाकांत शुक्ला के नेतृत्व में पुलिस ने आरोपी पति के खिलाफ धारा 4, 5 मुस्लिम महिला के संरक्षण अधिनियम 2019 के तहत मामला पंजीबद्ध किया और तत्काल कार्यवाही करते हुए आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया। वहीं मामले की विवेचना की जा रही है जिसके बाद चार्जशीट न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि शहर में तीन तलाक के मामले में पुलिस ने पीडि़ता की रिपोर्ट दर्ज करने के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी पति को गिरफ्तार करने में देरी नही कीं। इसके अलावा इसके पूर्व जिले का पहला मामला मनेन्द्रगढ़, दूसरा केल्हारी और बैकुंठपुर ये मामला तीसरा है।
35 साल की बंदिश से कई दावेदार दौड़ से बाहर, आलोक-भावेश और मोनू के बीच जंग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 जनवरी। भारतीय जनता पार्टी के जिला युवा मोर्चा अध्यक्ष बनने के लिए पार्टी में एक अनार सौ बीमार के हालात बन गए हैं। राजनीतिक रूप से जिला युवा मोर्चा का अध्यक्ष का पद बेहद महत्वपूर्ण है। सत्ता से बाहर होने के दो साल बाद भाजपा में सांगठनिक स्तर पर अलग-अलग प्रकोष्ठों की नियुक्ति का सिलसिला चल रहा है। मुख्य विंग में मनोनयन होने के बाद जिलेवार युवा मोर्चा के गठन को लेकर तैयारी चल रही है।
राजनांदगांव जिले का प्रदेश में काफी दबदबा है। सत्ता में रहते हुए नांदगांव को हाईप्रोफाईल जिले का दर्जा था। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का निर्वाचन जिला होने की वजह से अध्यक्ष पद का पूरा दारोमदार उनके रजामंदी पर टिका हुआ है। बताया जा रहा है कि पूर्व सीएम डॉ. सिंह के अलावा जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव और पूर्व सांसद अभिषेक सिंह की राय के आधार पर ही जिले की कमान नए अध्यक्ष को सौंपी जाएगी।
बताया जा रहा है कि जल्द ही जिला और शहर भाजयुमो अध्यक्ष के नाम की घोषणा होगी। इससे पहले भाजयुमो नेताओं में अध्यक्ष बनने के लिए जोर आजमाईश चल रही है। आपसी द्वंद के बीच नए अध्यक्ष में आलोक श्रोती, भावेश बैद और मोनू बहादुर का नाम सुर्खियों में है। आलोक श्रोती शहर अध्यक्ष भी रहे हैं। अपने कार्यकाल में उन्होंने युवाओं को संगठित किया था। नतीजतन शहर में बनी टीम आज भी सक्रिय है।
आलोक का सभी वरिष्ठ नेताओं से बेहतर रिश्ता है। राजनीतिक रूप से उनकी गिनती निर्विवाद होने से उनका दावा काफी मजबूत है। भाजपा की गुटीय राजनीति में वह सर्वमान्य दावेदार माने जाते हैं। लिहाजा आलोक श्रोती के नाम पर विरोध होने की संभावना कम है। आलोक के पूर्व सीएम डॉ. सिंह से लेकर तमाम शीर्ष नेताओं से बेहतर ताल्लुकात हैं। बताया जा रहा है कि आलोक की टीम द्वारा रक्तदान कर कई मरीजों को जीवनदान भी दिया गया। जिसकी शहर में काफी चर्चा रही।
उधर लंबे समय से भाजयुमो की राजनीति के चर्चित चेहरे भावेश बैद भी जिलाध्यक्ष की कमान सम्हालने के लिए आतुर हैं। वह सक्रिय होकर सांगठनिक कामकाज को बखूबी अंजाम देते रहे हैं। उनके साथ भी युवाओं की अच्छी टीम है। पूर्व मुख्यमंत्री के साथ-साथ उनके मौजूदा आला नेताओं से मधुर संबंध हैं। भावेश ने कई मौकों पर सांगठनिक गतिविधियों को बेहतर तरीके से संचालित किया है। प्रदेश के युवा नेताओं में भावेश को भी गिना जाता है।
इधर मोनू बहादुर भी एक सक्षम दावेदार माने जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि मोनू बहादुर के साथ भी युवा जुड़े हुए हैं। कोरोना काल में मोनू बहादुर की टीम ने कई असहाय और जरूरतमंदों के हित में काम किया। हालांकि मोनू का नाम सामने आते ही उनके विरोधी सक्रिय हो गए हैं। बताया जा रहा है कि मोनू ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह के समक्ष अपना दावा पेश कर दिया है। यह बात सुनते ही विरोधी खेमे में उनके नाम को लेकर विरोध के स्वर तेज कर दिए हैं।
उधर पार्टी द्वारा 35 साल से अधिक के युवाओं को अध्यक्ष नहीं बनाए जाने के नीति से कई दावेदार मायूस हो गए हैं। वैसे नांदगांव जिले में दर्जनभर से अधिक दावेदार अध्यक्ष बनने के लिए जोर लगा रहे थे। एकाएक पार्टी के नए फैसले के बाद दावेदारों ने दूसरे पदों को हासिल करने का रूख कर लिया। फिलहाल तीनों दावेदारों में पद के लिए जबर्दस्त उठापटक चल रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 जनवरी। राजनंादगांव जिले में 16 और 18 जनवरी को हुए दो बार के कोरोना टीकाकरण में अब तक सबकुछ सामान्य स्थिति में है। सेहत के लिहाज से अब तक किसी भी हितग्राही के कोरोना टीकाकरण के बाद तबियत बिगडऩे का मामला सामने नहीं आया है। स्वास्थ्य महकमा इस अनुकूल माहौल को लेकर काफी उत्साहित है। 16 जनवरी को हुए टीकाकरण में प्रशासन के आग्रह पर प्रतिष्ठित चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों ने टीका लगाया।
प्रशासन इसके जरिये यह संदेश देने की कोशिश में था कि कोरोना टीकाकरण के कोई साईड इफेक्ट नहीं है। इस बीच 18 जनवरी को दूसरी बार हुए टीकाकरण में 218 कोरोना वारियर्स को टीका लगाया गया। बताया जा रहा है कि वैक्सीन लगाने के लिए 4 सेंटर बनाए गए। जिले में फ्रंट लाईन वारियर्स को कोरोना के खिलाफ जंग में मोर्चा सम्हालने के लिए लगातार टीकाकरण किया जा रहा है।
बताया जाता है कि 16 जनवरी को हुए टीकाकरण में 251 हितग्राहियों ने टीके का लाभ उठाया। अब तक 469 हितग्राही कोरोना टीका लगा चुके हैं। बताया जा रहा है कि टीका लगाने वाले हितग्राहियों की स्वास्थ्य विभाग की एक टीम विशेष रूप से निगरानी कर रही है। उनकी मॉनिटरिंग करते हुए हितग्राहियों को किसी भी विपरीत परिस्थिति में सहयोग करने के लिए टीम अलर्ट है।
बताया जा रहा है कि सोमवार को हुए टीकाकरण में शासकीय मेडिकल कालेज पेंड्री में 56, मातृ शिशु हॉस्पिटल बसंतपुर में 30, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र डोंगरगढ़ में 60 एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सोमनी में 72 वैक्सीन लगाया गया है। दो बार हुए टीकाकरण में हितग्राहियों को दूसरा डोज करीब 28 दिन बाद दिया जाएगा। हितग्राहियों को जारी टीकाकरण कार्ड में अगली डोज की तिथि भी स्पष्ट तौर पर लिखी गई है। उधर कोरोना वारियर्स टीके लगाने के बाद नियमित तौर पर सामान्य कामकाज कर रहे हैं। अब तक किसी भी तरह की साईड इफेक्ट नहीं होने से स्वास्थ्य महकमे में उत्साह का माहौल है।
सीएमएचओ डॉ. मिथलेश चौधरी समेत अन्य निजी चिकित्सकों ने टीका लगाकर लोगों को संदेश दिया है। चिकित्सकों के टीकाकरण के बाद दूसरे वर्गों में टीके को लेकर चल रहे भ्रामक चर्चाओं पर रोक लगी है। इस बीच कोरोना टीका के साथ नए मरीजों के मामले में भी तेजी से गिरावट आई है। राजनंादगांव जिले में संक्रमित मरीजों का दर महज एक प्रतिशत तक पहुंच गया है। राजनांदगांव शहर में भी तेजी से संक्रमण दर घटा है। पिछले दो-तीन दिनों से कोरोना के चलते किसी भी मरीज की मौत का एक भी मामला सामने नहीं आया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 18 जनवरी। कोटोलबेड़ा बोर कराने पर शांति फाउंडेशन ने जिला प्रशासन का आभार जताया है।
गौरतलब है कि, शांति फाउंडेशन समाजसेवी संस्था के द्वारा नये साल के दिन ग्राम कोटोलबेड़ा जाकर ग्रामवासियों को नये कपड़े बांट कर जब शांति फाउंडेशन के सदस्यों ने गांव का हाल जाना तो पता चला कि कुछ परिवार आज भी झरिया का पानी पीने में मजबूर हैं। इसकी जानकारी शांति फाउंडेशन ने तत्काल कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा को दिया। जिस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए कलेक्टर ने बोर का आदेश कर गांव में बोर कराया गया। जिससे गांव वालों में खास उत्साह देखने को मिला। ये गांववासियों के लिए बहुत खुशी की बात यह थी कि, जहां पांच बोर फेल हो चुका था आज वहां भी पानी निकल गया जिसके चलते सभी के चहरे में मुस्कान देखने को मिली। इस कार्य के लिए शांति फाउंडेशन टीम ने कलेक्टर का तहेदिल से धन्यवाद किया है।
इस नेक कार्य व जिला को एक नया पहचान दिलाने के लिए शांति फाउंडेशन के सभी सदस्य यतिन्र्द छोटू सलाम, मो शकिल सिद्दीक, मुकेश यादव, पवन सिंह ठाकुर, अतुल सिंह ठाकुर, राहुल लिलहारे, पंकज बाकची मौजूद रहे।
जगदलपुर, 18 जनवरी। छग प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक दुबे ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा तीनों कृषि कानून पर रोक लगाने के अंतरिम निर्णय का स्वागत करते हुये कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा अलोकतांत्रिक तरीके से तीन कृषि कानून लागू किये गये थे, उसके क्रियान्वयन पर रोक लगाने के आदेश से यह साबित होता है कि भारत में कृषि व कृषकों की चिंता भले केंद्र सरकार ना करें, लेकिन न्याय व्यवस्था को उनकी चिंता अवश्य है।
प्रदेश प्रवक्ता श्री दुबे ने कहा है कि केन्द्र सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण काल के दौरान,अलोकतांत्रिक प्रक्रिया से देश के सर्वोच्च सदन संसद में बिना चर्चा कराए तीन कृषि कानून पास किये गये थे। देश के कृषक समुदाय ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था उसके बाद भी पूंजीपतियों की पक्षधर भाजपा, किसानों की चिंता किए बिना उनके आंदोलन को अर्बन नक्सली आंदोलन, खालिस्तानी,विदेशी फंड से होने वाले आंदोलन की संज्ञा देकर किसान व कृषि का लगातार अपमान कर रही थी।
उन्होंने जारी विज्ञप्ति में आगे कहा है कि अनवरत 48 दिन से अधिक सर्द मौसम व जान की परवाह किये बुजुर्ग, महिला, बच्चे और किसानों के डटे होने की दशा में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर चिंता जाहिर करते हुए केंद्र सरकार के इस कानून पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए इस पर जल्द निर्णय लेने का निर्देश दिया था। परन्तु केंद्र सरकार अपनी हठधर्मिता व निष्क्रियता के चलते समाधान निकालने में असफल रही। अत: सर्वोच्च न्यायालय ने आगामी आदेश तक के लिए इस कानून पर रोक लगाने के निर्णय दिया जो कृषकों के सम्मान की जीत है और उनके सम्मान की रक्षा न्यायालय ने की है। इसके साथ ही उच्च न्यायालय ने तीनों कृषि कानून में किसानों के हित और अहित की समीक्षा का जो निर्देश दिया है। इससे भी यह साबित होता है कि केंद्र सरकार ने उक्त तीनों काले कानून पारित कर, देश में अफरातफरी का माहौल पैदा कर दिया था। जिस पर सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय से रोक लग सकी है।
बचेली, 18 जनवरी। दन्तेवाड़ा जिले के ग्राम पंचायत भांसी लेम्प्स में समर्थन मूल्य पर धान बेचने किसान पहुंच रहे हंै। अब तक 6140 क्विंटल से अधिक धान की खरीदी भांसी लेम्प्स में हो चुकी है। यहां 18 गाँव के किसान बेच रहे हंै।
धान खरीदी का कार्य 1 दिसम्बर 2020 से शुरू हुआ है जो 31 जनवरी 2021 तक चलेगा। वहां उपस्थित धान अधिकारी द्वारा किसानों द्वारा लाये धान में नमी की चेकिंग की जा रही है, नमी होने पर वापस किया जा रहा है।
जगदलपुर, 18 जनवरी। कलेक्टर रजत बंसल और पुलिस अधीक्षक दीपक झा ने जगदलपुर शहर में चल रहे विकास कार्यों का अवलोकन किया। इस निरीक्षण दौरे में दलपत सागर, मां दंतेश्वरी एयरपोर्ट, सिटी ग्राउंड, लाला जगदलपुरी लायब्रेरी,हाता ग्राउंड और प्रियदर्शनी स्टेडियम के बैंडमिंटन कोर्ट का अवलोकन कर कार्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर अति. पुलिस अधीक्षक ओपी शर्मा, आयुक्त नगर निगम प्रेमपटेल, सीएसपी हेमसागर सिदार , डीएसपी पंकज ठाकुर सहित निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
जगदलपुर, 18 जनवरी। स्वास्थ्य विभाग जिला बस्तर द्वारा आयुष्मान प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना अंतर्गत विभिन्न बीमारियों के ईलाज के सहायता हेतु जिले के पात्र हितग्राहियों को नि:शुल्क ई-कार्ड प्रदान किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि इन दोनों योजना के अन्तर्गत जिले के शासकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल एवं महारानी अस्पताल जगदलपुर, सिविल अस्पताल भानपुरी जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं जिले के पंजीकृत निजी चिकित्सालयों में ओपीडी एवं आई पी डी में आने वाले समस्त पात्र मरीजों को नि:शुल्क ई-कार्ड प्रदाय किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस योजना के अन्तर्गत इन स्वास्थ्य केन्द्रों में बीमारियों के ईलाज के सहयोग हेतु ई-कार्ड बनाने के लिए संबंधित व्यक्ति का आधार कार्ड, राशन कार्ड एवं मोबाईल नम्बर प्रस्तुत करना अनिवार्य है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत सामाजिक, आर्थिक एवं जातीय जनगणना 2011 के चयनित श्रेणीयों में सूचीबद्ध परिवारों को प्रतिवर्ष 5 लाख रूपए तक की स्वास्थ्य सहायता प्रदान की जाती है। साथ ही डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के अन्तर्गत अन्त्योदय एवं प्राथमिकता राशनकार्डधारी परिवारों को 5 लाख रूपये तक एवं शेष एपीएल परिवारों को 50 हजार रूपये तक स्वास्थ्य सहायता प्रदान किया जाता है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के आम नागरिकों से सर्दी खांसी से लेकर किसी भी बीमारी की ईलाज हेतु अस्पताल जाने पर अपना आधार कार्ड, राशन कार्ड एवं मोबाइल नबंर दर्जकराकर इस योजना का लाभ लेने की अपील की गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 18 जनवरी। बस्तर जिले में बर्ड फ्लू के दो मामलों की पुष्टि हो चुकी है। कलेक्टर रजत बंसल ने बर्ड फ्लू के नियंत्रण के लिए सभी आवश्यक प्रतिबंधात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए। बर्ड फ्लू के संक्रमण को रोकने के लिए कलेक्टर की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन जिला पंचायत कार्यालय में किया गया। बैठक में वन मंडलाधिकारी स्टायलो मंडावी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी इंद्रजीत चंद्रवाल, पशुधन विकास विभाग की संयुक्त संचालक लक्ष्मी अजगले, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आरके चतुर्वेदी, जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी कैलाश कोड़ोपी सहित पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग और पशुधन विकास विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में पशुधन विकास विभाग की संयुक्त संचालक श्रीमती अजगले ने बताया कि बस्तर जिले में दो प्रकरणों में बर्ड फ्लू के वायरस पाए जाने की पुष्टि हो चुकी है तथा इस पर नियंत्रण के लिए सभी कार्रवाई की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि पक्षियों की अप्रत्याशित मौतों की स्थिति में जानकारी प्राप्त करने के लिए नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है। इसका नोडल अधिकारी डॉक्टर राजोंरिया को बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि एक मामला जगदलपुर के पॉवर हाउस चौक का है, वहीं दूसरा मामला बस्तर विकास खण्ड मुख्यालय में स्थित आईटीआई के समक्ष पाया गया है। यहां मृत पाए गए पक्षियों को जांच के लिए भेजा गया था जहां बर्ड फ्लू के पाए जाने की पुष्टि हुई है। वहीं अन्य नमूने भी भेजे गए थे, जहां इसके विषाणु नहीं पाए गए।
कलेक्टर श्री बंसल ने बर्ड फ्लू के संक्रमण को रोकने के लिए सभी जरुरी सावधानियां बरतने के निर्देश देते हुए कहा कि इस रोग का प्रभाव सबसे अधिक पक्षियों पर देखा गया है। उन्होंने पोल्ट्री फार्मों में सभी आवश्यक सावधानियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही चिकन सेंटर, बत्तख व्यावसायियों से भी शासन द्वारा प्राप्त सभी निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने को कहा। कांगेर घाटी में भी पक्षियों की पूरी निगरानी के निर्देश दिए। पक्षियों की अप्रत्याशित मृत्यु की स्थिति में उसे पूरी सावधानी के साथ नमूने को जांच के लिए भेजने और पक्षी का जलस्त्रोत से दूर निष्पादन के निर्देश दिए।
कलेक्टर- एसपी पहुंचे संजय मार्केट
कलेक्टर रजत बसंल आज संजय बाजार स्थित चिकन मार्केट पहुंचे। उनके साथ पुलिस अधीक्षक दीपक झा भी मौजूद थे। कलेक्टर ने सभी चिकन व्यवसायियों से बर्ड फ्लू को देखते हुए सभी आवश्यक सावधानी बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने यहां अपशिष्ट पदार्थों का शासन द्वारा दिये गए निर्देशों के अनुसार निस्तारण करने के निर्देश दिए।
प्रभावित क्षेत्रों में किया गया सेनेटाइजेशन
जिन क्षेत्रों में पक्षियों की मृत्यु बर्ड फ्लू से होने की पुष्टि हुई है। वहां सुरक्षा के तौर पर सेनेटाइजेशन का कार्य किया गया।
किलेपाल, 18 जनवरी। चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम लगातार अपने क्षेत्र में भ्रमण पर हैं और क्षेत्रवासियों से निरंतर जनसंपर्क कर उनकी समस्याओं को सुनकर तत्काल निराकरण भी कर रहे हैं।
आज भी अपने क्षेत्र भ्रमण दौरान सर्वप्रथम बस्तानार 2 के लमड़ी पारा में ग्रामवासियों की प्राथमिक समस्या सडक़ को ध्यान में रखते हुए बस्तर विकास प्राधिकरण मद अंतर्गत पुलिया निर्माण कार्य लागत 3 लाख का भूमिपूजन किया। लमड़ी पारा बास्तानार 2 में भूमिपूजन पश्चात अपने क्षेत्र के दूसरे पंचायत बड़े किलेपाल के पटेल पारा में 4.29 लाख रु के सीसी सडक़ का भूमिपूजन किया।
अपने क्षेत्रीय प्रवास के दौरान कोड़ेनार पंचायत के कुमापारा में आरसीसी स्लैब पुलिया 2 नग जिसकी लागत 3.02 लाख रु का भूमिपूजन किया, साथ ही गोरियापाल में जनसंपर्क कार्यक्रम में शामिल हुए व लोगों की समस्याएं सुनी। जहां खराब सोलर पम्प को तुरंत अधिकारियों से बात कर जल्द निराकरण हेतु आश्वस्त किया ।
आज के इस क्षेत्रीय प्रवास में चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम के साथ अध्यक्ष ब्लॉक् कांग्रेस कमेटी बास्तानार चंद्रशेखर ठाकुर , उपाध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस कमेटी जगबंधु ठाकुर , उपाध्यक्ष जनपद बस्तानार बंको भास्कर , जप सदस्य बुधराम कवासी, बुधराम कर्मा, देवेंद्र पोडियामी, लक्ष्मण , जितेन्द्र सिंह चौहान, नन्नू पोयाम,हांदो गावड़े, सुमन कार्तिक व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
अयोध्या में राम मंदिर बनाने सहयोग राशि में बढक़र आगे आने की अपील
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 18 जनवरी। सुकमा जिले के दोरनापाल में अयोध्या में हो रहे राम मंदिर निर्माण के लिए सहयोग राशि के संकलन से पहले संकलन हेतु बनाए गए समिति की अगुवाई में भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा की शुरूआत राम मंदिर से हुई, जिसके बाद नगर वासियों और जनप्रतिनिधियों ने इस शोभायात्रा में बढ़-चढक़र हिस्सा लिया। नगर भ्रमण के साथ शोभायात्रा में आतिशबाजी भी की गई। इस शोभायात्रा के साथ लोगों के बीच जा जाकर पीला चावल देकर उनसे राम मंदिर निर्माण में सहयोग हेतु आगे आने की अपील की गई।
राम मंदिर निर्माण हेतु सहयोग राशि के लिए सुकमा जिले में समिति का गठन किया गया है जिसमें जिला व मंडल वार सभी को जिम्मेदारी दी गई है। इसी कड़ी में दोरनापाल में मंडल अध्यक्ष बलवंत सिंह चौहान की अगुवाई में कार्यक्रम हुआ, जिसमें समिति के पदाधिकारी मुन्नाराम, लच्छूराम ,जिला अध्यक्ष पी. विजय जिला उपाध्यक्ष अमन सिंह भदोरिया जिला, खंड व मंडल स्तर के पदाधिकारी समेत राम मंदिर हेतु सहयोग राशि संकलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सभी लोग शामिल रहे। इसके अलावा जनप्रतिनिधियों ने भी इस शोभायात्रा में बढ़-चढक़र हिस्सा लिया।
ज्ञात हो कि राम मंदिर निर्माण हेतु राशि का संकलन पूरे देश भर में हो रहा है और इस ऐतिहासिक मंदिर को भव्य बनाने देश के कोने-कोने से इकाइयां राशि का संकलन कर राम मंदिर ट्रस्ट में एक ही दिन में पैसा जमा करने का निर्णय लिया है जिसके लिए समिति का गठन टोली स्तर तक किया गया है, 31 जनवरी के दिन एक ही दिन में सारी संकलित राशि एक साथ राम मंदिर ट्रस्ट एक खाते में डाली जाएगी। इसी कार्यक्रम से पहले शोभायात्रा निकाली गई। इस कार्यक्रम में पदाधिकारी संजय शुक्ला राजू सिंह चौहान सुरेश सिंह चौहान धर्मेंद्र भदोरिया रामलाल गुप्ता दुर्गेश गुप्ता राजा राठौर अर्जित हलदर नरेश सिंह दुलाल शाह नगर पंचायत अध्यक्षा बबीता माड़वी उपाध्यक्ष यूथपति पार्षद राधा मंडावी पुष्प लता भदोरिया लक्ष्मी चौहान हुर्रा कवासी । संकलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली टोली के सभी सदस्य व नगरवासी शामिल रहे।
इस दौरान राम जन्मभूमि समिति के जिलाध्यक्ष पी विजय ने कहा कि राम जन्मभूमि में मंदिर निर्माण एक ऐतिहासिक पल है जिसके हम साक्षी बनने जा रहे हैं और ऐसे पल में हम सौभाग्यशाली हैं कि हमें मंदिर निर्माण में सहयोग करने का मौका मिल रहा है, इसलिए अपनी क्षमता अनुरूप हमें सहयोग राशि के तौर पर की जानी चाहिए, ताकि मंदिर का भव्य निर्माण हो सके। यह हमारे ही पूर्वजों का सपना था जो शायद हमें साकार करने का मौका मिल रहा है।
जगदलपुर, 18 जनवरी। राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा माह का शुभारम्भ धरमपाल सैनी एवं वरिष्ठ नागरिक जयचंद जैन, अनिल लुक्कड़, पत्रकार बंधु व अति पुलिस अधीक्षक तथा पुलिस विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों की उपस्थिति में रिबन काट किया गया। पद्मश्री धरमपाल सैनी ने आम नागरिकों को यातायात नियमों का पालन करने अपील करते हुए यातायात जागरूकता रथ को झंडी दिखाकर नियमों का प्रचार-प्रसार हेतु रवाना किया। जागरूकता रथ के द्वारा शहर के सभी वार्ड में भ्रमण कर यातायात नियमों की जानकारी देते हुए नियमों का पालन करने अपील की जाएगी। गुरुनानक चौक पर स्टॉल लगाकर ध्वनि विस्तारक यंत्र से यातायात नियमों के प्रचार एवं पाम्पलेट वितरण कर यातायात नियमों के संबंध में प्रचार प्रसार कर नागरिकों को जागरूक किया गया। वहीं 40 लोगों को नि:शुल्क यातायात हेल्प कार्ड वितरण किया गया। आज से प्रत्येक दिन एक माह तक शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर रैली , नुक्कड़, नाटक ध्वनि विस्तारक यंत्र पाम्पलेट के माध्यम से यातायात जागरूकता अभियान चलाया जाएगा साथ ही ऑटो, बस एवं ट्रक मालक चालक का नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण एवं दवाई वितरण स्वास्थ्य विभाग के द्वारा किया जायेगा। राष्ट्रीय राजमार्ग घाटलोंहगा
में बने टोल प्लाजा के पास फस्ट-टेग बनाकर वितरण किया जायेगा एवं प्रत्येक दिन अलक- अलग क्षेत्र के हाट -बाजारों में जाकर यातायात नियमों की जाककारी दी जाएगी। बीमा सलाहकार के द्वारा वाहन के बीमा के संबंध में जानकारी दी जायेगी साथ ही दो पहिया वाहन चालक के द्वारा हेलमेट धारण एवं चार पहिया वाहन में सीट बेल्ट धारण करने वाले वाहन चालकों को गुलाब भेंट किया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 18 जनवरी। दन्तेवाड़ा जिला में बर्ड फ्लू की दस्तक हो गई है। पहला मामला बचेली नगर में देखने को मिला है। पशुधन विभाग द्वारा इसकी पुष्टि की गई है। जिसके बाद अब प्रशासन द्वारा जिले में अलर्ट जारी किया गया है।
दरअसल बचेली नगरपालिका क्षेत्र के वार्ड 16 में गत दिनों एक कौआ मृत मिला था, जिसके बाद विभाग द्वारा उसका सैंपल भोपाल भेजा गया था, जिसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
जिला पशुधन विभाग के प्रमुख अजमेर सिंह ने बर्ड फ्लू की पुष्टि की है। पशुधन विभाग व अनुविभागीय अधिकारी की टीम द्वारा उस इलाके का निरीक्षण किया गया, साथ ही उसके आसपास के 1 किमी के क्षेत्र को सैनिटाइज किया गया। टीम के द्वारा इस बीमारी के फैलने के लक्षण व उनसे बचाव के लिए लोगों को जागरूक भी किया जा रहा। जिले में दर्जनों पक्षी के सैम्पल बाहर लैब भेजे गए हैं, जिनके जांच रिपोर्ट आना बाकी है।
कोण्डागांव, 18 जनवरी। स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ ने हड़ताल का आह्वान किया है। इसी तारतम्य में 17 जनवरी को फरसगांव में बैठक आहुत की गई थी।
बैठक में बताया गया कि, इससे पहले भी स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ द्वारा वर्ष 2018 में 48 दिन का हड़ताल किया था। जिसमें मीजल्स रूबेला कार्यक्रम को प्रभावित किया था। स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ अब आर-पार की लड़ाई की मंसूबा लिए पुन: संगठित हो रहे हैं। इससे पूर्ववर्ती सरकार ने मांगें पूरी करने का आश्वासन भी दिया था। साथ ही कांग्रेस के घोषणापत्र में स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ को प्रमुखता से लिया भी गया था। परंतु आज तक मांगें पूरी नहीं हो पाई है, इसलिए मजबूरी वस अपनी मांगों को मनवाने के लिए आंदोलन का राह को अपनाना पड़ रहा है।
ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक अपनी मांगों के लिए 23 जनवरी को राजधानी में धरना प्रदर्शन की तैयारी में हैं। इनकी प्रमुख मांग स्वास्थ्य संयोजक की वेतन विसंगति को दूर किया जाने व 2800 ग्रेड पे की मांग, संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को नियमित किया जाने के संबंध में आज बैठक आहुत की गई थी। इसमें भूपेश नायक, प्रेमकांत पांडेय, कानन बागची, अनिता नेताम, मनोज नेताम, लालेश्वर पात्र, पीआर नेताम, ओमप्रकाशनाग, भोजनाथ, बलीराम वट्टी, मुकेश पटेल व अन्य पदाधिकारी गण और सदस्य उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 18 जनवरी। कोरोना टीकाकरण पूरे देश में 16 जनवरी से शुरू की गयी है। टीकाकरण के उपरांत संभावित एडवर्स इवेंट्स फालोइंग इमुनाइजशन (एइएफआई) मामलों के लिए समुचित प्रबंधन की व्यवस्था सरकार द्वारा की गई है।
जिला टीकाकरण अधिकारी सीआर मैत्री ने बताया कि सोमवार को हुए टीकाकरण में बस्तर जिले में आज 580 लाभार्थियों को टीके लगाए जाने थे, जिनमें से शाम 5 बजे तक मिले आंकड़ों के अनुसार 252 लाभार्थियों को टीके लगाए जा चुके थे। सर्वाधिक 70 टीके बस्तर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लगाए गए। इसके अतिरिक्त बकावण्ड में 60, नानगुर में 30, बास्तानार में 29, मेडिकल कॉलेज में 10, जिला अस्पताल जगदलपुर में 53 लाभार्थियों को कोरोना के टीके लगाए गए। देर शाम तक इन आंकड़ों में परिवर्तन हो सकते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार टीकाकरण के उपरांत किसी भी प्रकार की चिकित्सीय परेशानी अगर टीका लगवाने वाले को होती है तो उसे एइएफआई यानी एडवर्स इवेंट्स फोलोइंग इम्यूनाइजेशन की संज्ञा दी जाती है। यह स्थिति कई कारणों से उत्पन्न हो सकती है और यह जरुरी नहीं है कि टीकाकरण ही इसकी वजह हो। टीकाकरण को लेकर आशंका, मन में घबराहट का होना एवं टीकाकरण के समय गलत तकनीक का इस्तेमाल आदि इसके वजह हो सकते हैं। ज्यादातर एइएफआई के लक्षण जैसे जी मितलाना, घबराहट, टीके वाली जगह सूजन एवं सर में दर्द आदि का प्रबंधन आसानी से किया जा सकता है। गंभीर चिकित्सीय जटिलता टीकाकरण के उपरांत होते है लेकिन कम।
एइएफआई के मामलों के लिए है समुचित प्रबंधन की है व्यवस्था
कोविड-19 टीकाकरण के उपरांत एइएफआई मामलों के प्रबंधन के लिए हर जिले में समुचित व्यवस्था की गयी है। यह व्यवस्था जिलों के मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में की गयी है। कोविड-19 को लेकर प्रदेश में 104 नंबर कंट्रोल रूम पर फोन किया जा सकता है या पास के स्वास्थ्य केंद्र में इसकी जानकारी दी जा सकती है। एम्बुलेंस सेवा भी सरकार द्वारा उपलब्ध कारवाई जाएगी।
कोविड-19 वैक्सीन सभी के लिए सुरक्षित
कोविड टीका सभी प्रमाणित वैक्सीन पूरी प्रक्रिया के गुजरने का बाद ही स्वीकृत की गयी है और पूर्णतया सुरक्षित है। चरणवार तरीके से इसे सभी को उपलब्ध कराने की सरकार की योजना है। टीकाकरण के पश्चात लाभार्थी को किसी प्रकार की परेशानी के प्रबंध के लिए सत्र स्थल पर एनाफलीसिस कीट एवं एईएफआई कीट की पर्याप्त संख्या में उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है। इसके लिए संबंधित टीकाकर्मी एवं चिकित्सकों को आवश्यक प्रशिक्षण भी दिया गया है।