महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 17 सितंबर। एक स्वास्थ्य कर्मी दंतैल के साथ सेल्फी ले पाता, इससे पहले ही हाथी ने उसे उठाकर पटक दिया और कुचलकर मार डाला। सूचना पाकर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में ले लिया है। घटना कल शाम 4.30 बजे के आसपास की बताई जा रही है। मृतक भृत्य के पद पर ग्राम खट्टी के स्वास्थ्य केंद्र में था।
जानकारी मिली है कि वह गुरुवार को ग्राम कोना में वैक्सीन की खेप छोडऩे गया था। उसे ग्रामीणों ने जंगल की ओर जाने से मना किया, लेकिन वह नहीं माना। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी, लेकिन टीम के आने से पहले मौत की खबर आई। महासमुंद वन परिक्षेत्र अधिकारी एसआर डड़सेना ने बताया कि घटना कक्ष क्रमांक 78 जीवतरा पहाड़ी के आसपास की है।
रेंजर ने बताया कि ग्रामीणों के बताए अनुसार वह दंतैल के साथ सेल्फी लेने के लिए जंगल में घुसा था। उसी दौरान दंतैल की नजर उस पड़ी और उसे दौड़ाते हुए सूंड से उठाकर पटक दिया। दंतैल के जाने के बाद टीम जंगल के अंदर गई और शव को अपने कब्जे में ले लिया।
गुरुवार को ग्राम कोना में वैक्सीनेशन था। यहां वैक्सीन कम पडऩे पर खट्टी स्वास्थ्य केंद्र में फोन कर वैक्सीन की खेप मंगाई। भृत्य अजय तिवारी को वैक्सीन लेकर ग्राम कोना रवाना किया गया। अजय ने वैक्सीन छोड़ी और वापस रवाना हुआ। इसी दौरान एमई-1 के जीवतरा पहाड़ी के जंगल से बाहर ग्राम कोना की ओर आने की सूचना पर वन विभाग की टीम ने अलर्ट जारी किया, लेकिन टीम के जाने के बाद अजय उसी ओर चला गया, जहां दंतैल के आने की सूचना थी। फिर यह हादसा हो गया।
मालूम हो कि महासमुंद जिले में साल 2015 में हाथी के हमले से पहली बार मौत का मामला सामने आया था। इसके बाद से अब तक कुल 33 लोगों की जान जा चुकी है। इस साल 9 महीने में ही सर्वाधिक 8 लोगों की मौत हाथी के हमले से हो चुकी है। इसमें से चार मौतें तो इसी महीने (सितंबर) के 16 दिन में हुई है। एमई-1 टस्कर ने 3 लोगों को मौत के घाट उतारा है। इसके पहले साल 2017 में हाथियों के हमले से कुल 7 मौतें हुई थी।