महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 24 अप्रैल। महासमुंद लोकसभा निर्वाचन में मतदान दलों के लिए यात्री बस, कार और ट्रकों का अधिग्रहण हो गया है। कृषि उपज मंडी में यात्री बसें खड़ी होने लगी हैं। अत: 24 अप्रैल से यात्रियों को मतदान के दूसरे दिन तक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
महासमुंद से रायपुर मार्ग पर चलने वाली ट्रेनों में लोग रायपुर जा सकते हैं। यात्रियों को अकेले ट्रेन का ही सहारा है। पुरी-दुर्ग एक्सप्रेस, कोरबा एक्सप्रेस, समता एक्सप्रेस आदि ट्रेनें रायपुर की ओर जाती हैं। अन्य मार्ग पर ट्रेनें नहीं चलने से यात्रियों को असुविधा हो सकती है।
हालांकि ट्रेन देर से चलने से भी यात्रियों को परेशानियों को सामना करना पड़ सकता है। पूरे चार दिन तक वाहनों के अधिग्रहण होने से लोगों को महासमुंद से सरायपाली, राजिम, सिरपुर, कसडोल की ओर लोगों को अपने-अपने संसाधनों से जाना होगा। मतदान को लेकर ज्यादातर प्राइवेट वाहन भी बुक हैं। कारें भी आसानी से नहीं मिलेंगी। 23 अप्रैल से ही कई रूट पर ऑटो दौड़ रही हैं।
परिवहन विभाग से 300 से अधिक मिनी बसें, 169 कार और 8 ट्रकों का अधिग्रहण किया गया है। बसों के अधिग्रहण के बाद सडक़ों पर यात्री बसों की संख्या काफी कम हो गई है। कल मंगलवार को बस स्टैंड से बसों की रवानगी शुरू कर दी गई है। यदि कोई बस गलत दिशा में जा रही है तो उसमें बैठी टीमों से कंट्रोल रूम से ही संपर्क किया जाएगा, ताकि बस सही दिशा में जा सके।
बसों में परिवहन विभाग के द्वारा जीपीएस डिवाइस लगाया जा रहा है। इससे बसों की गतिविधियों पर भी नजर रहेगी। कंट्रोल रूम की टीमें जीपीएस लोकेशन लगातार ट्रेस करते हुए अन्य अधिकारियों को हर बसों की रिपोर्ट देंगी। मतदान के लिए पोलिंग पार्टियों, दलों के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा व्यवस्था की गई है। दलों को सलाह भी दी जाएगी। इससे पहले के विधानसभा चुनाव में भी 300 से अधिक बसें अधिग्रहित की गई थी।
जिला परिवहन अधिकारी आरके ध्रुव ने बताया कि कृषि उपज मंडी में बसें खड़ी होनी शुरू हो गया है। 24 अप्रैल को सभी बसें खड़ी हो जाएंगी। बसों के साथ-साथ प्राइवेट वाहन और अन्य भारी वाहनों का भी अधिग्रहण किया गया है। चुनाव में लगी सभी बसों में जीपीएस लगी हुई हैं।
बस एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश चंद्राकर ने बताया कि 24, 25, 26 को बसे नहीं चलेंगी। मतदान ड्यूटी के लिए सभी बसें बुक कर ली गई हैं। कुछ बसें राजनीतिक कार्यक्रम के लिए सोमवार को बुक थी। इस कारण बसें भी कम चली। मतदान के बाद 27 अप्रैल को कुछ बसें यात्रियों की सुविधा के लिए भेजी जाएंगी और 28 अप्रैल से सभी बसें अपनी-अपनी रूट पर दौडऩे लगेंगी।