बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल, 25 दिसंबर। क्षेत्र के सूखे असिंचित इलाकों की धान फसल को पिछले सप्ताह लगातार हुई बारिश का लाभ मिला है। क्षेत्र के किसान जो सूखे और पीले पड़ते खेतों को देख अकाल की आशंका से मायूस हो गए थे। किंतु पिछली बारिश नें फसलों के लिए संजीवनी का काम किया है। किसान फिर अपनें खेतों को सँवारनें के काम में लग गया है । किंतु लगातार हो रही बदली और बारिश से खेतों की धान फसल में कीट पतंग माहो का प्रकोप शुरू हो गया है । शुरुआती बीमारियों से फसल को बचानें दवाओं का छिडक़ाव शुरू कर दिया है ।
सिंचित मैदानी इलाकों में बीमारी अधिक
बलार जलाशय से सिंचित रकबा के ग्रामों असनीद हटौद खरहा बम्हनी बैगनडबरी नगर कसडोल छरछेद छाँछी पीसीद कोट गोरधा मोहतरा दर्रा सेमरिया खरवे सेल साबर कटगी सरवा बैजनाथ आदि मैदानी क्षेत्र के 25-30 ग्रामों की धान फसल में बीमारी का प्रकोप शुरू हो गया है । इसी तरह मिली जानकारी के अनुसार मैदानी क्षेत्र के ही अर्जुनी ब्यपवर्तन से सिंचित टूण्डरा कुम्हारी खपरीडीह पुलेनी गिधौरी नरधा बरेली कौआताल सुकली मटिया मड़वा गिरौदपुरी मड़वा मानकोनी कोट डेराडीह अमोदी नवापारा धमलपुर हसुवा बलौदा कोटियाडीह बरपाली आदि 25 ग्रामों की फसल में किट पतंग माहो का शुरुआती प्रकोप है । जिसके निजात के लिए दवाओं का छिडक़ाव शुरू कर दिया गया है ।
अर्जुनी तथा बलार जलाशय से बारिश के पूर्व खेतों को लगातार पानी मिल रहा था ।पिछले एक सप्ताह की बारिश नें इन इलाकों को सराबोर कर दिया है ।विगत 10 दिनों से हो रही बारिश और बदली नें जहां कीट नाशक दवाओं के छिडक़ाव में दखल दे रहा है वहीं उपचार के अभाव में बढनें की आशंका हो रही है। उपरोक्त क्षेत्र के किसानों का कहना है कि खेतों को पर्याप्त पानी मिल गया है। अब मौसम खुलना जरूरी है। ताकि दवाओं का छिडक़ाव किया जा सके और तेज धूप मिलनें से बिमारी खत्म होने के आसार बनते हैं। मैदानी क्षेत्रों की धान फसल में कीटों के साथ साथ माहो पतंगों की बीमारी लगी हुई है।
कसडोल क्षेत्र के असिंचित क्षेत्रों सोनाखान 18 गांव अर्जुनी महराजी 10 गांव बार इलाके के 22 गांव तथा सिरपुर रोड के कॉम्सर टेमरी बगार नारायणपुर बोरसी परसदा पुटपुरा पीपरछेड़ी अर्जुनी बलदाकछार औराई आदि 25 ग्रामों में कहीं कहीं फसलों में बीमारी की शिकायत है। ऐसे ही हाल राजादेवरी चांदन थरगांव बिलारी बया अमरूवा डूमरपाली रंगोरा आदि 42 गांव की फसल में कहीं कहीं खेतों में बीमारी के शुरुआत की शिकायत किसानों से मिली है।
कुल मिलाकर किसानों को मौसम खुलने कािि नतजार है। कृषि विभाग नें भी बदली एवं बारिश की अधिकता से बिमारी के शुरुवात की वजह माना है । किसानों को उचित दवाओं के छिडक़ाव का परामर्श दिया जा रहा। पूरे क्षेत्र में फिलहाल धान फसल की स्थिति अच्छी है ।