बलौदा बाजार
470 तालाबों तक पहुंचा पानी, एक-दो दिन में बाकी भी लबालब
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 30 अप्रैल। गर्मी की दस्तक के साथ ही बलौदाबाजार में सभी छोटे-बड़े बांध और तालाब सूखने लगे थे। जिले की आधी आबादी की निस्तार इन्हीं पर निर्भर है। ऐसे में इलाके में जल संकट खड़ा हो गया है। इसके बाद जिले की नहरों में गंगरेल बांध से पानी छोड़ा गया है। 239 गांव तक राहत की जलधारा पहुंचने से करीब 470 तालाब लबालब है।
जिले में गर्मी इस बार आफत बनकर आई है। अप्रैल की शुरुआत में ही डैम और तालाब सूखने लगे थे। इससे जिले का जल स्तर भी तेजी से नीचे गिरा। कई गांव में हैंडपंपों से पानी आना ही बंद हो गया है। इसे देखते हुए बीते दिनों जिले के 259 गांव के लिए गंगरेल बांध से 700 क्यूसेक पानी बीबीसी और एलबीसी कैनाल से होते हुए बलौदाबाजार डैम यानी छुईया टैंक तक पहुंच चुका है।
अब शाखा नहरों के जरिए जिलेभर में वाटर सप्लाई की जा रही है। जिले के 506 में से 470 सूखे तालाबों तक पानी पहुंच भी गया है, 13 गांव के 19 तालाबों तक भी एक-दो दिन में पानी पहुंच जाएगा। सात गांवों के 17 तालाबों में मनरेगा के तहत काम चल रहा है। गांव वालों की मांग पर यहां अभी पानी नहीं छोड़ा जा रहा है।
जानकार कहते हैं कि तालाबों में पानी भरने से जिले का जल स्तर अब फिर से ठीक हो गया। जो पंप सूख चुके हैं, उनमें पानी आने लगा।
पहले चिंता थी कि गर्मी कैसे कटेगी, लेकिन अब उम्मीद है कि मई और जून की तप देने वाली गर्मी में भी इलाके में पानी की कमी नहीं होगी।
सूख चुके बोर में फिर लौटी धारा
नहरों में पानी छोड़े जाने से सबसे ज्यादा खुश नहर किनारे रहने वाले लोग हैं। नहर में पानी भरे रहने से आसपास निवास करने वाले लोगों की बंद पड़ी बोरिंग तथा सूख चुके कुओं में फिर से पानी आने लगा है।
कमल कॉलोनी, इंदिरा कॉलोनी गार्डन चौक में रहने वाले लोगों ने बताया कि उनके घरों के कुएं तथा हैंडपंपों से बीते महीना भर से पानी आना बंद हो गया था। लेकिन सप्ताह भर से नहर में पानी से भरा होने से कुआँ और हैंडपंपों में फिर से पानी आने लगा है। इलाके के हैंडपंप में भी पानी की अच्छी धारा है। लोगों में अब उम्मीद जगी है कि मई और जून के पहले पखवाड़े तक उन्हें पानी के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।
नहरों से पानी तालाबों में
नगर वासियों की लगातार मांग के बाद बीते दिनों गंगरेल जलाशय से छोड़ा गया पानी बीबीसी और एनबीसी के माध्यम से सीधे बलौदाबाजार में आ रहा। नहरों के माध्यम से पानी नगर के तालाब में भरने के लिए भी छोड़ जा रहा है।
तालाबों को भरने से पूर्व अतिक्रमण और गंदगी से पूरी तरह से पट चुकी नहरों की नगर पालिका ने अनेक हिस्सों में सफाई कराई थी। इसके लिए पालिका अमले मिलकर काफी तगड़ा अभियान चलाया। नहरों की सफाई पूरी होने के बाद ही पानी छोड़ा गया, इससे वाटर सप्लाई काफी तेज हुई। इससे नगर के चिन्नास्वामी धोबी तालाब, पिपराहा तालाब, रानी सागर सोलहा देवरहा तालाब में पानी भर रहा है। इससे नगरवासी काफी खुश हैं। मई जून तक निस्तरी की समस्या दूर होने से वे निश्चिंत है।
ज्ञात हो कि पखवाड़े भर पहले जब इलाके में जलाशय जल संकट पर नगर के प्रमुख तालाब करीब सूखने की कगार पर आ चुके थे। इसका मटमैला पानी निस्तारी लायक भी नहीं बचा था। इसमें पिपराहा धोबी तालाब चिन्ना स्वामी रामसागर तालाब रानी सागर देवरहा और सोलहा तालाब प्रमुख हंै। इसके अलावा शहर में पानी का मुख्य स्रोत छुईया डैम लगभग सूख चुका था। शहर में बसने वाली बड़ी आबादी निस्तारी लिए इन्हीं पर निर्भर है। ऐसे में लोगों के सामने बड़ा संकट खड़ा था। पशु पालक परेशान थे। गौरव पथ इंदिहरा कॉलोनी वैष्णो कॉलोनी परसा भदेर रोड पुरानी बस्ती में भी जलस्तर कम था। बहरहाल डैम और तालाबों में पानी भरने से लोगों ने राहत की सांस ली है।
प्रभारी ईई इरिगेशन बलौदाबाजार वी के सिरमौर का कहना है कि 506 तालाबों में भरने का लक्ष्य था, 470 तालाबों तक पानी पहुंच चुके हैं। बाकी तालाबों तक भी एक-दो तीन में पानी पहुंच जाएगा। गर्मी में लोगों को निस्तार की समस्या नहीं होगी।