बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 28 अप्रैल। जिला मुख्यालय में करीब 25 वर्ष पूर्व प्रारंभ हुई एक मात्र गैस एजेंसी पर उपभोक्ताओं का बहुत ही दबाव है। इन परिस्थितियों का फायदा उठाते हुए आसपास के ग्रामों के ग्रामीण वितरकों द्वारा खुलेआम नियम कायदे को ताक पर रखकर नगर की कुछ दुकानों में घरेलू सिलेंडर की आपूर्ति कर धड़ल्ले से विक्रय कराया जा रहा है। रिहायशी इलाके में बगैर किसी सुरक्षा इंतजाम के सिलेंडर का भंडारण करने से अभी भी गंभीर हादसा घटित हो सकता है।
ज्ञात हो कि जिला मुख्यालय में पिछले कई वर्षों से विभिन्न स्थानों पर सिलेंडर का विक्रय धरने से किया जा रहा है। मुख्यालय मार्ग पर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के समीप स्थित एक जूते चप्पल की दुकान नया बस स्टैंड स्थित किराना दुकान समेत अन्य कुछ एक संस्थानों पर संचालित दुकानों में ग्रामीण वितरकों से सिलेंडर लाकर भंडारण किया जा रहा है। इसके पश्चात इन दुकानदारों द्वारा 100 150 रुपए अतिरिक्त लेकर जरूरतमंदों को सिलेंडर की आपूर्ति किया जाता है। इन दुकानदारों द्वारा अपने दुकानों के बाहर बेखौफ सिलेंडर भी विक्रय हेतु रखा जाता है। यही नहीं इसमें से कुछ अवैध विक्रेताओं द्वारा गैस सिलेंडर रिपेयरिंग का कार्य भी वैधानिक तरीके से किया जा रहा है। जिसकी जरा सी चुक से बहुत बड़ा हादसा घटित हो सकता है। यद्यपि गत वर्ष आदि विभाग की टीम द्वारा नगर के एक शूज सेंटर टपरीनुमा दुकान के अलावा भाटापारा में रोड स्थित एक निवास स्थान पर कार्रवाई कर 97 घरेलू कमर्शियल व खाली सिलेंडर जब्त कर द्रवित पेट्रोलियम गैस के प्रावधानों के उल्लंघन के तहत कार्रवाई किया गया था। जिसके कुछ माह-बाद धड़ल्ले से यह अवैध कार्य पुन: जारी हो चुका है।
शासन को हो रही है राजस्व की क्षति
अवैध सिलेंडर विक्रेताओं द्वारा बड़ी संख्या में घरेलू सिलेंडर विक्रय कर शासन को राजस्व की क्षति पहुंचाई जा रही है। आसानी से ब्लैक में घरेलू सिलेंडर की उपलब्धता की वजह से नगर के बहुत से होटलों ठेलों व दुकानदारों में कमर्शियल की बजाय घरेलू सिलेंडर का उपयोग किया जा रहा है। नियमानुसार इन व्यावसायिक संस्थानों में केवल कमर्शियल सिलेंडर का ही उपयोग किया जा सकता है।
नगर में द्वितीय एजेंसी की दरकार
नगर में करीब 25 वर्ष पूर्व गैस एजेंसी का संचालन प्रारंभ किया गया था तब यहां की जनसंख्या करीब 17 से 18 हजार थी जो वर्तमान में बढक़र 40 हजार से अधिक हो चुकी है। इस एक मात्र गैस एजेंसी पर उपभोक्ताओं का अत्यधिक दबाव है। यदि यहां द्वितीय गैस एजेंसी प्रारंभ किया जाए तो अवैध सिलेंडर के व्यापार पर रोक लगने के अलावा उपभोक्ताओं को भी राहत मिल सकेगी।