गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 26 नवंबर। छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ जिला इकाई गरियाबंद की बैठक बुधवार को गायत्री मन्दिर राजिम में रखा गया था, जिसमें गरियाबंद, छुरा और फिंगेश्वेर ब्लॉक के सभी पदाधिकारीगण उपस्थित हुए।
उक्त बैठक में एक सूत्रीय मांग रखी गई है, जिसमें सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति को दूर करते हुए सभी संवर्ग के शिक्षकों की प्रथम नियुक्ति से सेवाकाल की गणना की जाए तथा क्रमोन्नत वेतनमान पदोन्नति की जाए तथा पुरानी पेंशन पुन: बहाल की जाए ,उक्त मांग को लेकर क्रम बद्ध आंदोलन करने की रूप रेखा बनी।
बैठक की जानकारी देते हुए संघ के जिलाध्यक्ष संजय कुमार महाडिक़ ने बताया कि संघ के द्वारा आयोजित तीन चरण के कार्यक्रम की समीक्षा की गई। साथ ही साथ संघ के ब्लॉक इकाई के गठन की जानकारियों के साथ-साथ सदस्यता अभियान की समीक्षा की गई।
उक्त सभी विषयों के साथ-साथ संघ के उद्देश्य पर भी चर्चा की गई। उद्देश्य पर चर्चा करते हुए जिलाध्यक्ष ने बताया कि हमारा संघ छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ ही एक मात्र संघ है जिसने सभी शिक्षक संवर्ग के हितों के लिए कार्य किया है और आगे भी करता रहेगा। संविलियन पूर्व भी हमारा संघ चुनावी वर्ष के अलावा पूरे हर वर्ष जब भी जरूरत हुई संघर्ष करते रहे। जब-जब सभी संघों की एकता की बात आती तब तब सभी संघ से बात कर एक साथ मिलकर संघर्ष किया। परिणाम सबके सामने है।
आगे उन्होंने बताया कि आगे भी हम सबको मिलकर संघर्ष को आगे बढ़ाना है तथा हम सबकी बची समस्याओं के लिए पुन: एकजुटता के साथ संघर्ष करना है। संघर्ष के लिए एक सूत्रीय मांग रखी गई है, जिसमें सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति को दूर करते हुए सभी संवर्ग के शिक्षकों की प्रथम नियुक्ति से सेवाकाल की गणना की जाए तथा क्रमोन्नत वेतनमान पदोन्नति की जाए तथा पुरानी पेंशन पुन: बहाल की जाए।
सरकार द्वारा लिए गए निर्णय पदोन्नति के लिए छूट 3 वर्ष किया जाने का स्वागत किया गया , परन्तु अन्य मुद्दों को भी हल करने की मांग की गई ।सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति को दूर करने क्रमोन्नति के साथ साथ प्रथम नियुक्ति से सेवाकाल की गणना करने एवं पुरानी पेंशन बहाली की मांग जमकर उठाने की बात की गई।
उक्त आंदोलन के प्रथम चरण में संघ के प्रांतीय निर्णय अनुसार सभी जिलों में अपने अपने जन प्रतिनिधियों सांसद विधायकों को ज्ञापन सौंपा गया और उनसे हमारी मांगो के समर्थन में मुख्यमंत्री को पत्र लिखने का आग्रह किया गया।
इसके पालनार्थ हमारे जिले में भी प्रतिनिधि मंडल द्वारा सांसद माननीय चुन्नी लाल साहू जी को एवम् विधायकअमितेश शुक्ल जी को ज्ञापन सौंपा गया।
कार्यक्रम के द्वितीय चरण में पांचों संभाग में माननीय मुख्यमंत्री , शिक्षा मंत्री मुख्य सचिव और शिक्षा सचिव के नाम ज्ञापन संयुक्त संचालक को सौंपा गया ।यदि सरकार द्वारा हमारी मांगों पर गंभीरता से विचार कर निराकरण नहीं किया जाता है तो तीसरे चरण के रूप में उग्र आंदोलन धरना प्रदर्शन की जा सकती है।