गरियाबंद
नवापारा-राजिम, 6 मई। महाप्रभूजी का 547वां जन्ममहोत्सव उनके देश विदेश से आए भक्तजनों द्वारा बड़ी श्रद्धा भक्ति के साथ धूमधाम से उनके प्राकट्योत्सव के अवसर चंपारण में मनाया गया।
पीठाधिपति द्वारकेश लालजी एवं अनुग्रह जी के पावन सानिध्य में प्रात: ब्रह्म मुहूर्त में वन क्षेत्र की परिक्रमा की गई जिसमें बंबई, अहमदाबाद, सूरत, जामनगर, अमरावती, बैंगलोर और छत्तीसगढ़ के कोने कोने से भक्त जन पधारे थे। सुबह की मंगला के दर्शन भी सभी ने किए, मनुभाई मोदी, पोरबंदर सखीभाई जतीपुरा भारती बेन लंदन, किशोर भाई अवतं कल्याण बंबई से विशेष रूप से मनोरथी के रूप में आए हुए थे, जो आज बरूठनी एकादशी के दिन इस महा महोत्सव में शामिल हुए।
पण्डित ब्रह्मदत्त शास्त्री ने सपरिवार छट्टी बैठक के दर्शन किए एवं द्वारकेशलाल जी से भेंट की। द्वारकेशलाल जी ने उन्हें उपर्णा ओढ़ा कर एवम प्रसादी कर्णिका देकर अनुग्रहित किया। नगर से नवनीत भाई लोटिया, कोटक परिवार, रमन भाई सोनी, पुष्पा बबला भाई दम्मानी एवम गोवर्धन नाथ की हवेली जी से मुखिया जी भी सपत्नीक आए थे।