गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 6 मई। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के शिक्षा सेवा प्रभाग द्वारा बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए समर कैंप का आयोजन किया गया। नवापारा राजिम स्थित ब्रह्माकुमारीज की त्रिमूर्ति भवन के ग्लोबल पीस सभा हाल में बच्चों के लिए आयोजित कार्यक्रम का शुभारम्भ 2 मई गुरुवार को नगर के प्रतिष्ठित समाजसेवी डॉ. राजेन्द्र प्रसाद गदीया एवं डिगेश्वर प्रसाद साहू व्याख्याता शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पिपरौद के आतिथ्य में ब्रह्माकुमारी पुष्पा दीदी ने दीप प्रज्वलित कर किया।
इस अवसर पर बाल सभा को सम्बोधित करते हुए डॉ. गदीया ने कहा कि व्यक्तित्व में निखार लाने के लिए सकारात्मक सोच और आत्म विश्वास जरूरी है। सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ें। हमेशा सीखने के लिए तैयार रहे। ईश्वर ने हमें दो कान और एक मुंह दिए हैं ताकि हम सुनें ज्यादा और बोलें कम। उन्होंने बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि चरित्र निर्माण की शिक्षा प्राप्त करने के लिए ब्रह्माकुमारीज संस्थान का समर कैम्प सबसे अच्छी जगह है। आप लोग जब बड़े होकर किसी जिम्मेदार पद पर कार्य करेंगे तब आप लोगों को यहाँ से प्राप्त शिक्षाएं बहुत काम आएंगी।
व्याख्याता डिगेश्वर साहू ने बच्चों को कहा कि जीवन में नैतिकता का गुण सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। यह व्यक्तित्व विकास के लिए भी जरूरी है। उन्होंने आगे कहा कि सफलता प्राप्त करने के लिए अपने लक्ष्य पर फोकस करें, रोज उसके लिए समय निकालें तो दिन-प्रतिदिन आपको सुधार दिखाई देगा और कुछ समय बाद आप उस क्षेत्र में मास्टर बन जाएंगे। हमें हर परिस्थिति का मुकाबला करना चाहिए। सीखिए और अपने में सुधार करिए। इससे जीवन में आगे बढऩे में मदद मिलेगी।
कार्यक्रम की आयोजक व प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी पुष्पा दीदी ने बच्चों को अपने आशीर्वचन मे कहा कि हरेक माता-पिता को अपने बच्चों के प्रति यह शुभ इच्छा होती है कि उनका बच्चा बड़ा होकर किसी उँचे पद पर आसीन हो और उनका नाम रौशन करे।
इसलिए वह लोग बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए पूरा प्रयास भी करते हैं तो हमे माँ बाप के सपनो को साकार करने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। जिसके लिए अच्छी सोच और अच्छी शिक्षा को जीवन मे धारण करना चाहिए। ब्रह्माकुमारी प्रिया दीदी ने बताया कि यह समर कैम्प का मुख्य उद्देश्य बच्चों में नैतिक एवं आध्यात्मिक गुणों का समावेश कर उनके व्यक्तित्व का विकास करना है। कैंप में नगर के लगभग 60 से 70 बच्चों ने भाग लिया। यह कार्यक्रम 2 मई से 6 मई तक संचालित हुआ। कार्यक्रम का संचालन ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी ने किया।