दुर्ग
टेस्टिंग, ट्रेसिंग एवं ट्रीटमेंट में लापरवाही बर्दाश्त नहीं- वोरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 7 दिसंबर। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन भारत में पहुंचने के बाद इसके फैलाव पर नियंत्रण के लिए प्रदेश सरकार ने सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। संक्रमण के बढ़ते मामलों के लेकर टेस्टिंग, ट्रेसिंग एवं टीकाकरण पर जोर दिया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ जिले के सबसे बड़े अस्पताल में आरटीपीसीआर की जांच कर तत्काल रिपोर्ट उपलब्ध करवाने 50 लाख की लागत से वायरोलॉजी लैब का निर्माण हुए लगभग 5 माह गुजर जाने के बाद भी अब तक मशीनें नहीं लगाई जा सकी हैं एवं आरटीपीसीआर की जांच के लिए अब भी जिला अस्पताल एम्स एवं निजी अस्पतालों के भरोसे चल रहा है।
नया भवन बन जाने के बाद भी मेडिकल सर्विसेस कारपोरेशन द्वारा जरूरी इक्विपमेंट्स सप्लाई नहीं करने के कारण लैब बंद पड़ा है। लोगों को आरटीपीसीआर जांच की सुविधा नहीं मिल रही है। वरिष्ठ कांग्रेस विधायक अरुण वोरा ने लैब का निरीक्षण करते हुए तत्काल लैब शुरू करने और कोरोना के संदिग्ध मरीजों की नि:शुल्क आरटीपीसीआर जांच शुरू करने के निर्देश दिये हैं।
वोरा ने नाराजगी जताते हुए कहा है कि कोरोना महामारी ने प्रदेश में हजारों लोगों की जान ली है। इस महामारी से निपटने के लिए सजगता से तेज गति से काम करना जरूरी है। सुस्त चाल से काम करके महामारी से नहीं निबटा जा सकता है। वोरा ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जीएस ठाकुर से कहा है कि लैब के लिए आवश्यक मशीनें व अन्य संसाधन तत्काल उपलब्ध कराएं और लैब में जांच प्रारंभ कराएं। आरटीपीसीआर जांच के लिए अभी भी एम्स में सैंपल भेजना पड़ रहा है जिसके कारण रिपोर्ट आने में समय लगता है। ज्यादा समय लगने से महामारी और फैल सकती है। जांच रिपोर्ट तत्काल मिलने पर समय पर उपचार की सुविधा मिलने पर कोरोना नियंत्रण में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से भी चर्चा कर जांच के लिए जरूरी मशीनरी व इक्युपमेंट तत्काल सप्लाई करने के निर्देश देने कहा जाएगा। इधर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जीएस ठाकुर का कहना है कि लैब में सुविधाएं न होने के कारण अब वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। जल्द ही चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कालेज में लोगों को निशुल्क आरटीपीसीआर जांच की सुविधा मिलने लगेगी। इस दौरान महापौर धीरज बाकलीवाल, सिविल सर्जन पी बालकिशोर, डॉ.राजेन्द्र खंडेलवाल, भोला महोबिया, राजेश शर्मा, अजय मिश्रा, दिलीप ठाकुर, पप्पू श्रीवास्तव मौजूद थे।
पोटिया स्वास्थ्य केंद्र का काम क्यों लटका-वोरा ने किया सवाल
वोरा ने पोटिया स्थित स्वास्थ्य केंद्र का भवन निर्माण पिछले एक साल से बंद होने पर भी नाराजगी जताई है। वोरा ने कहा कि पोटिया स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण पूरा न होने के कारण लोगों को सुविधायुक्त स्वास्थ्य जांच और इलाज की सुविधा नहीं मिल रही है। उन्होंने सीजीएमएससी के अफसरों को जवाबतलब करते हुए कहा है कि आखिर किस वजह से काम रोका गया? उन्होंने तत्काल भवन निर्माण कार्य पूरा करने के निर्देश दिये हैं।