गरियाबंद
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
गरियाबन्द, 17 दिसंबर। मामूली विवाद पर पत्नी का अंगीठी से मारकर हत्या करने वाले आरोपी पति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मामला थाना मैनपुर के ग्राम कुल्हाड़ीघाट का है।
पुलिस के अनुसार मंगलवार को सूचना मिली कि कुल्हाड़ीघाट में एक महिला का शव संदिग्ध अवस्था में नाली के गड्ढे में पड़ा हुआ है। जिस पर तत्काल पुलिस टीम ग्राम कुल्हाड़ीघाट रवाना हुई। प्रार्थी रामजी नेताम की सूचना पर देहाती मर्ग इंटीमेशन चाक किया गया, जिसमें मृतका का नाम रामुला बाई नेताम (50) कुल्हाड़ीघाट होना ज्ञात हुआ। पंचनामा कार्यवाही में मृतका के सिर एंव दाहिनी आंख में गंभीर चोटे दिखाई पड़ रही थी की पंचानों के राय के आधार पर शव का पीएम कराया गया। डॉ. के.डी. जोगी द्वारा मृत्यु की प्रकृति होमीसाइडल बताने पर अपराध धारा 302 का पंजीबध्द कर समय 17.10 बजे विवेचना में लिया गया।
पुुलिस टीम कुल्हाड़ीघाट पहुंचकर आरोपी फुलसिंग नेताम (57) के घर जाकर तलाशी लेने पर फुलसिंग को अपने घर में होना पाया गया। जिस पर समक्ष गवाह सक्ती से पूछताछ करने पर फुलसिंग ने अपना अपराध करना स्वीकार किया।
आरोपी ने बताया कि उसने अत्यधिक शराब के नशे में शनिवार 11 दिसंबर को रात्रि 9-10 बजे के मध्य मृतिका रामुला बाई से तम्बाकू मांगने एंव उसके न देने तथा रसोई तरफ चले जाने से फुलसिंग अत्यधिक क्रोधित होकर रामुला से गाली करने लगा जिस पर रामुला बाई द्वारा भी फुलसिंग को गाली देने से व अत्यधिक क्रोधित होकर रसोई में आकर चूल्हे में पड़ी हुई अधजली लकड़ी को उठाकर मृतिका के सिर में जोर से वार करना बताया जिससे उसका सिर फूट गया एवं खून बहने लगा तथा फिर उसी लकड़ी से उसकी दाहिने आंख पर भी वार किया, जिससे पत्नी बाहर की ओर भागी एवं नशे में होने के कारण वह नाली के गड्ढे में जा गिरी। फुलसिंग उसके पीछे गया एंव लकड़ी के टुकड़े को रसोई में ही फेंक देना बताया।
आरोपी फुलसिंग ने बताया कि नशे में होने के कारण रामुला बाई को गड्ढे से नहीं निकाल पाया जहां वह रात भर पड़ी रही और चोटो के कारण उसकी मृत्यु हो गई। सुबह उसे देखने गया तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी जिस पर वह डर के वहां से भागकर गांव में घूम-घूमकर शराब पीना बताया एंव लोगों के पूछने पर रामुला को मायका कठवा जाना बताया।
फुलसिंग द्वारा घटना में प्रयुक्त अध जली जलाऊ लकड़ी को रसोई से उठाकर जब्त कराया गया। फुलसिंग के खिलाफ हत्या करने का अपराध सिद्ध पाये जाने पर गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड में न्यायालय में पेश किया गया।