गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 16 मई। कृषि विज्ञान केन्द्र गरियाबंद एवं केन्द्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केन्द्र रायपुर के संयुक्त तत्वाधान में 14 मई को पादप स्वास्थ्य दिवस मनाया गया। यह कार्यक्रम विभिन्न विषयों पर आधारित था। जिसमें वृक्ष लगाव, पृथ्वी बचाव, प्राकृतिक मित्र कीटों का प्रबंधन कार्यक्रम में सीआईपीएमसी के सहायक निदेशक नीरज कुमार सिंह द्वारा धान में लगने वाले विभिन्न कीटों एवं कीट नाशकों का उपयोग एवं उनके गुणवत्ता की पहचान कैसे की जाये इस पर विस्तारपूर्वक किसानों को जानकारी दी गई। इसके अलावा बीजोपचार की महत्ता से संबंधित जानकारी, कीड़ों के जीवन चक्रों की जानकारी, कीटनाशकों के दुष्प्रभाव एवं उनके संतुलित प्रयोग एवं समन्वित एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन के बारे में विस्तृत चर्चा एवं किसानों से जुड़ी सभी समस्याओं का समाधान बताया गया।
कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. मनीष चौरसिया ने बीजोपचार के सही तरीके, ट्राइकोकार्ड एवं प्रकाश प्रपंच का कीट नियंत्रण में महत्व के बारे में सुझाव दिया गया। सहायक वनस्पति संरक्षक अधिकारी अशोक कुमार ने मक्के में लगने वाले फाल आर्मी वर्म के बारे में जानकारी देते हुए इसके समन्वित नियंत्रण के बारे में सुझाव दिया।
तुषार मिश्रा एवं डॉ. ज्योति रमा भारद्वाज द्वारा भी कीटों के जैविक नियंत्रण के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर जिले के सभी विकासखंडों के कृषकगण उपस्थित थे।