सूरजपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भैयाथान, 23 दिसंबर। विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत बड़सरा के रिजर्व वन भूमि में विभाग द्वारा पौधरोपण कर कंटीले तार से फेंसिंग कर दिया गया है, जो कई जगह से खुला है, जिसमें मवेशी घुसकर पौधों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, वहीं आरक्षित भूमि पर कई लोगों ने कब्जा कर रखा है।
इस संबंध में वन मण्डलाधिकारी बीएस भगत ने कहा कि फेंसिंग के मामले की जांच करवाता हूं। अगर कोई कमी है तो उसे पूर्ण कराया जाएगा। आरक्षित भूमि पर जो भी कब्जा किया है, उसे हटाया जाएगा।
राज्य में पौधारोपण को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वन अफसरों को आगाह किया था कि हर बार आप लोग लाखों पौधे लगाते हैं, लेकिन दिखता कहीं नहीं है। इस बार इतने पौधे ही लगाएं जो दिखें। सीएम ने यह भी कहा है कि वे स्वयं पौधों का निरीक्षण करेंगे, लेकिन विभाग पौधे तो लगाता है लेकिन इनको बचाने हेतु कंटीले तार से फेंसिंग को भी महज खानापूर्ति तक सीमित कर दिया जाता है।
ग्राम पंचायत बड़सरा में लगभग 100 हेक्टेयर भूमि फॉरेस्ट विभाग के नाम आरक्षित है, जिसमें गत वर्ष आधे अधिक में बांस का पौधरोपण किया गया है, जिसे कंटीले तार से फेंसिंग भी किया गया है, शेष दस हेक्टेयर भूमि में इस वर्ष पौधरोपण किया गया है और शेष भूमि में दूसरे ग्राम के लोग आठ दस घर व खेत बनाकर कब्जा भी किए हुए हैं।
बोर्ड तो बनाया लेकिन लिखा कुछ नहीं
पौधरोपण और फेंसिंग निर्माण कार्य का बोर्ड बनाया है लेकिन आज तक उस पर कुछ नहीं लिखा है, जबकि नागरिकों के जानकारी हेतु बोर्ड बनाया जाता है, जिसमें स्वीकृत राशि, निर्माण एजेंसी का नाम, लागत राशि, विभाग के अधिकारी का नाम व संपर्क नंबर अंकित होता है।