जशपुर
जिले के 26 दिव्यांग बच्चे होंगे लाभान्वित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पत्थलगांव, 13 जनवरी। समग्र शिक्षा एवं माध्यमिक शिक्षा मंडल छत्तीसगढ़ रायपुर द्वारा आज बच्चों हेतु एक दिवसीय उनमुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिले के कुल 26 दिव्यांग बच्चे लाभन्वित होंगे, इसमें 10 बोर्ड में 18 और 12 बोर्ड परीक्षा में 8दिव्यांग बच्चों को लाभ मिलेगा।
सहायक जिला परियोजना अधिकारी बी पी जाटवर ने बताया की उनमुखीकरण में दिए प्रावधान के अनुसार बच्चों दृष्टि बाधित, मूक बधिर, सेरेब्रेल पॉलिसी ( मानसिक रूप से नि:शक्त ) विद्यार्थियों से 10 वीं व 12 वीं में आवेदन शुल्क को छोडक़र शेष संपूर्ण शुल्क पर रियायत दी जा रही है।
40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले विद्यार्थियों को आवश्यकता के अनुरूप लेखक, वाचक, प्रयोगशाला सहायक की सुविधा प्रदान की जाएगी। प्रतिभागी के पास स्वयं का लेखक, वाचक, प्रयोगशाला सहायक रखने अथवा निवेदन करने का अधिकार है या परीक्षा आयोजकों द्वारा लेखक, वाचक, प्रयोगशाला सहायक की व्यवस्था दी जाती है । उन्होंने बताया कि ऐसे परीक्षार्थी जो हाथ की हड्डी टूट जाने के कारण अथवा हाथ की खराबी के कारण लिखने में सक्षम न हो उन्हें भी लेखक की सुविधा प्रदान की जा रही है। यदि परीक्षा केन्द्र द्वारा स्क्राइब, रीडर प्रदान किया जाता है तो उसकी योग्यता परीक्षा के न्यूनतम योग्यता मानदंड से अधिक नहीं होती, यदि विद्यार्थियों को स्क्राइब, रीडर की अनुमति दी जाती है तो उसकी योग्यता उम्मीदवार की योग्यता से एक कक्षा नीचे होती है। प्रश्न पत्र प्रदान करने का समय सही तरीके से चिन्हित कर पूरक उत्तर पुस्तिका समय पर प्रदान किया जाता है। यदि छात्र लेखक की सुविधा नहीं चाहता है तो उसके अनुरोध पर उसे पाठक की सुविधा प्रश्न पत्र को पढऩे के लिये केन्द्राध्यक्ष की अनुमति से दी जा रही है। दृष्टिबाधित एवं मानसिक रूप से दिव्यांग विद्यार्थियों को निर्धारित समय से 01.30 घंटे का अतिरिक्त समय दिया जा रहा है ।
बी पी जाटवर ने बताया कि परीक्षा के एक दिन पूर्व प्रतिभागी को अपने लेखक से मिलकर यह सुनिश्चित करने का अवसर दिया जा रहा है। यह लेखक उनके लिए उचित है या नहीं। दृष्टिहीन विद्यार्थियों के लिए नक्शे, ग्रॉफ, चित्र समावेश वाले विषयों में प्रश्नों के विकल्प में सैद्धांतिक प्रश्न दिये जाते हैं। दृष्टि बाधित, श्रवण बाधित एवं मानसिक विमंदित छात्र तीन भाषाओं की जगह पर दो भाषा का चयन कर सकते है। दृष्टि बाधित छात्र गणित एवं विज्ञान के स्थान पर संगीत एवं श्रवण बाधित छात्र चित्रकला का चयन कर सकते है। दृष्टि बाधित छात्र की प्रायोगिक परीक्षा मौखिक रूप से आयोजित की जाती है।