रायगढ़
छत्तीसगढ़ संवाददाता
रायगढ़, 30 मार्च। रायगढ़ जिला भाजपा में आया भूचाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। कुछ दिन पहले ही महिला भाजपा कार्यकर्ता द्वारा अशोभनीय हरकत के आरोप के बाद रायगढ़ के मंडल अध्यक्ष को इस्तीफा देना पड़ा था, यह मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि रायगढ़ भाजपा जिलाध्यक्ष पर भी इसी तरह का आरोप न सिर्फ लगाया गया है, बल्कि इसकी शिकायत प्रदेश भाजपाध्यक्ष से भी की गई है। इस मामले को जिलाध्यक्ष ने अपने खिलाफ साजिश बताया है।
महिला नेत्री व प्रदेश उपाध्यक्ष सरला कोसरिया रायगढ़ में मंडल अध्यक्ष पर लगे आरोपों की जांच करने आई थी, उसी समय पीडि़ता ने भाजपा जिलाध्यक्ष के खिलाफ भी मौखिक शिकायत की थी। इसके बाद उन्हें प्रदेश कार्यालय जाकर लिखित शिकायत करने की सलाह सरला कोसरिया ने दी थी। दूसरे ही दिन पीडि़त महिलाएं रायपुर पहुंच गई थी और प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय से मिलकर लिखित शिकायत की थी।
जब 25 मार्च को एक अन्य महिला पीडि़ता के आरोप की जांच करने भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रायगढ़ आई तब यह पीडि़त भी वहां पहुंची और अपनी बात बताई। इसके बाद उसे प्रदेश में लिखित शिकायत करने कहा गया इसके बाद उसने यह शिकायत प्रदेश अध्यक्ष को किया है जहां से उसे कार्रवाई का आश्वासन मिला है। पीडि़ता ने न सिर्फ प्रदेशाध्यक्ष बल्कि कई राष्ट्रीय व राज्यस्तरीय नेताओं को भी यह प्रतिलिपि प्रेषित किया है।
इस मामले पर भाजपा जिलाध्यक्ष उमेश अग्रवाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जब कुछ लोग एक अन्य मामले में मेरी संलिप्तता साबित नहीं कर पाए तो इस तरह के षड़तंत्र कर रहे हैं। यदि पीडि़ता सच बोल रही होती तो उसे थाना जाने का विकल्प क्यों नहीं चुना या उसने इस संबंध में कभी सांसद या अन्य भाजपा नेताओं से शिकायत क्यों नहीं की। अब जबकि मेरे खिलाफ एक षड्यंत्र फेल हो चुका है तो दूसरा षड्यंत्र का यह हिस्सा प्रतीत होता है।
बहरहाल अब जिला भाजपा में यह बवाल फिलहाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। भाजपा इस मुद्दे पर पूरी तरह बंटी दिख रही है। जहां कुछ लोग अभी भी जिला भाजपाध्यक्ष के साथ खड़े दिख रहे हैं तो कई नेता और कार्यकर्ता उनके खिलाफ भी खड़े हैं। अब देखना यह है कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व इस मुद्दे पर क्या फैसला लेता है।