रायगढ़
24 घंटे के भीतर एसपी ने किया हत्याकांड का खुलासा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 1 अप्रैल। रायगढ़ जिले के कापू थाना क्षेत्र से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जिसमें एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या कर दी गई, वारदात को अंजाम देने वाले दो महिला एवं दो पुरूष को पुलिस ने 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 31 मार्च को करीब 11-12 बजे के मध्य थाना प्रभारी कापू उप निरीक्षक एके बेक को ग्राम धवईडांड, चाल्हा के निकट फांदापाली जंगल में वृद्ध महिला समेत एक ही परिवार के तीन लोगों का शव उनके झोपड़ी के बाहर पड़ा है सूचना प्राप्त हुआ। थाना प्रभारी कापू द्वारा तत्काल सूचना से एसपी, एएसपी एवं एसडीओपी धरमजयगढ़ को अवगत कराकर अपने स्टाफ के साथ मौके के लिये रवाना हुये।
घटनास्थल पर धवईडांड महिला दुहनीबाई (65), उसके बेटे अमृत लाल (24 ) और उसकी नतनी अमृता बाई (13) का शव पड़ा हुआ मिला, जिनके सिर एवं शरीर पर गंभीर चोट के निशान पाये गये। प्रथम दृष्टया हत्या का मामला प्रतीत होने पर तत्काल मर्ग जांच करते हुए हत्या का मामला दर्ज किया गया।
एसपी से प्राप्त निर्देशों पर घटनास्थल का सूक्ष्मता से जांच कर रहे एफएसएल टीम एवं थाना प्रभारी कापू द्वारा विस्तृत मुआयना किया गया। जहां खून के काफी छिंटे पत्तों व जमीन पर होते मृतकों के झोपड़ी के बाजू मिला, जिसमें चाल्हा उरांवपारा में रहने वाला फूलसाय अगरिया जो मृतकों का नाते रिस्तेदार है, अपने परिवारवालों के साथ रहकर महुआ बीनने का कार्य करते थे। जांच की टीम पहुंची प्रारंभिक पूछताछ में फूलसाय और उसकी पत्नी टुनी बाई से पृथक-पृथक पूछताछ की गई, तब उनके द्वारा गोल मोल जवाब देने पर संदेह होने पर पुलिस की एक टीम उनके मूल गांव चाल्हा पहुंचे। जहां फूलसाय का बेटा विकेश अगरिया और विकेश की पत्नी कौशल्या अगरिया मिले। दोनों पति-पत्नी से पूछताछ करने पर घटना का वृतांत व सच सामने आ गया।
आरोपी विकेश अगरिया पुलिस को दिए बयान में बताया कि पिछले 5-6 साल से धवईडांड के फांदापाली जंगल में अपने मामा सुखसाय के खेत के पास महुआ बिनते आ रहे हैं। बगल में मामा अमृतलाल अगरिया (मृतक) का खेत लगा हुआ है। वहां अमृतलाल अगरिया अपनी मां दुहनीबाई तथा अमृता बाई के साथ इस साल झोपड़ी में रुके हुए थे। सुखसाय जो अमृतलाल का बड़ा साला है, सुकसाय अपनी बहन टुनी बाई और उसके पति फुलसाय के परिवार को अपने हिस्से की जमीन के आसपास उपयोग करने बोला था। इसके कारण पहले भी अमृत लाल के परिवार के साथ विवाद हुआ था और नानी दुहनीबाई पर शंका था कि कुछ जादू टोना करती है, जिसके कारण पत्नी कौशल्या को बच्चा नहीं हो रहा है और मेरा भी हमेशा तबीयत खराब रहता था, चक्कर आता था।
बुधवार 30 मार्च को रात करीब 6-7 बजे अपने पिता फुलसाय मां टुनी बाई और पत्नी कौशल्या के साथ झोपड़ी में बैठकर खाना सब्जी बना रहे थे। उसी समय नानी दुहनीबाई उसकी नतनी अमृता को लेकर झोपड़ी में घूमने आई। सब लोग बैठकर घरेलू बातचीत कर रहे थे, तभी नानी दुहनीबाई बोली की बहू कौशल्या का बच्चा कैसे नहीं हो रहा है। इस बात पर नानी पर गुस्सा आ गया और तुम्हारे कारण बाल बच्चे नहीं हो रहे हैं, कहकर गुस्से में आकर पास रखे टांगी से नानी दुहनीबाई के सिर में 3-4 बार मारा और उसकी नतनी अमृता बाई को भी टांगी से मारा। दोनों वहीं मर गए, जिसके बाद पिताजी फुलसाय के साथ अमृतलाल अगरिया के झाला में गया। जहां अमृतलाल अगरिया शराब पीकर लेटा था, सोते हालत में उसे टांगी से मारा, पिताजी फुलसाय लकड़ी के डंडे से अमृतलाल के छाती में मारा, जिससे तत्काल उसकी मृत्यु हो गई।
गिरफ्तार आरोपी में विकेश अगरिया, फुलसाय अगरिया , टुनी बाई अगरिया, कौशल्या अगरिया सभी ग्राम चाल्हा थाना कापू जिला रायगढ़ शामिल है।