कोण्डागांव
कोण्डागांव, 6 अप्रैल। विकास आयुक्त हस्तशिल्प वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली व छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन द्वारा ग्रामीण शिल्पियों को एक नए उत्साह के साथ आगे बढऩे हेतु प्रेरित करने के उद्देश्य से जिले की शिल्पियों को विशेष तकनीकी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ताकि उनके द्वारा निर्मित शिल्प कृतियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों के अनुरूप नवीन डिजाईनों में निर्मित किया जा सके। इसके तहत कोण्डागांव के लोहार पारा में लौह शिल्प रॉट आयरन से जुड़े युवाओं के लिए तीन माह के तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
जिसके तहत जिले के 20 युवा शिल्पकारों को लौह शिल्प में नवाचार के रूप में नवीन डिजाईनों और कलाकृतियों को फिनिशिंग देने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिससे जिले के शिल्पियों की कलाकृतियां भी आधुनिक युग में अपनी उत्कृष्टता के साथ अंतरराष्ट्रीय बाजारों में प्रतिस्पर्धी बन सकें व शिल्पकार स्वरोजगार के साथ अपनी कला को नए आयाम तक पहुंचा सकें। प्रशिक्षण की अवधि में सभी युवा शिल्पियों को प्रशिक्षण छात्रवृत्ति के रूप में 15 सौ रूपए भी प्रदान किए जाएगे। जिससे शिल्पियों को आर्थिक सहायता भी प्राप्त होगी।