कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 27 अप्रैल। नगर पालिका के प्लेसमेंट कर्मचारियों को पिछले तीन माह से वेतन का भुगतान नहीं हो पाया है। जिसके चलते कर्मचारी लगातार आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं और वे उच्चधिकारियों से पत्राचार करते हुए वेतन भुगतान की मांग तो कर रहे हंै, लेकिन इनकी सुनवाई करने में नगर पालिका प्रशासन के अब तक द्वारा कोई कार्रवाई होती नहीं दिख रही है। जिसके चलते ये 112 प्लेसमेंट कर्मी अब धरने पर जाने की योजना बना रहे है।
कर्मचारियों ने बताया कि समय रहते वेतन भुगतान नहीं होने की स्थिति में वे धरने पर बैठने को मजबूर हो जाएंगे। कर्मचारियों की माने तो हमसे तो नगर पालिका नियमित रूप से काम करवा रहा है, यहां तक कि चुनाव जैसे अहम कार्य में भी वे संलग्न रहकर काम करते आ रहे हैं, लेकिन वेतन देने में प्रशासन के द्वारा आनाकानी की जा रही हैं, जिससे हमको आर्थिक समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।
पीआईसी से मिल चुकी है अनुमति
ज्ञात हो कि, पिछले दफे प्लेसमेंट एजेंसी के लिए जारी किये गए टेंडर प्रक्रिया में अनियमितता का मामला सामने आने के चलते नगर पालिका की पीआईसी ने उस टेंडर प्रक्रिया को कैंसिल करते हुए नए टेंडर लगाने पर अपनी सहमति दी थी, लेकिन इसी बीच विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लग जाने के चलते यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई थी। तब दिसंबर 2023 में हुए पीआईसी की बैठक में यह भी निर्णय लिया गया था कि, जब तक टेंडर जारी नहीं हो जाता, तब तक निकाय मद से प्लेसमेंट कर्मचारियों के वेतन का भुगतान किया जाए, और इसी आधार पर इन कर्मचारियों को नवंबर, दिसंबर 2023 और जनवरी व फरवरी 2024 के वेतन का भुगतान तत्कालीन सीएमओ के द्वारा किया जाता रहा है। लेकिन वतर्मान में पदस्थ सीएमओ के द्वारा पीआईसी के इस निर्णय को लेकर संचालनालय से स्वीकृति के लिए पत्राचार तो किया है, लेकिन अब तक वहां से कोई उचित जवाब नहीं आने के चलते वेतन का भुगतान नहीं हो पा रहा है।
नपा के सीएमओ राजेंद्र पात्रा का कहना है कि पीआईसी इस मामले में सक्षम नहीं है, इसलिए संचालनालय को सीधे निकाय से प्लेसमेंट एजेंसी के चयन होने तक वेतन भुगतान की अनुमति के लिए पत्राचार किया गया है, लेकिन संचालनालय स्तर से अनुमति अब तक नहीं मिल पाई है।