कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 9 अप्रैल। सीआरपीएफ 188 वीं बटालियन द्वारा 9 अप्रैल को मुख्यालय चिकलपुटटी, कोण्डागांव के प्रांगण में 57 वां शौर्य दिवस मनाया गया। 188 वीं बटालियन के कमाण्डेन्ट सुनील कुमार के निर्देशन में शौय दिवस के अवसर पर सुबह 10 बजे द्वितीय कमान अधिकारी प्रेमजीत कुमार द्वारा सलामी ली गई।
द्वितीय कमान अधिकारी द्वारा सभी जवानों और उनके परिवार को शौर्य दिवस की हार्दिक बधाई दिया व अपने संबोधन में ने बताया कि इस शौर्य दिवस के अवसर पर सीआरपीएफ के शहीद बहादुर अधिकारियों व जवानों को याद किया गया।
देश के सबसे बड़े अर्धसैनिक बल सीआरपीएफ कर्मियों को जम्मू-कश्मीर मे आतंक रोधी अभियानो और माओवाद से प्रभावित क्षेत्रों मे नक्सलियों के आंतरिक सुरक्षा हेतु तैनात किया है। जिसमें वीर जवानो द्वारा अपनी शहादत देकर वीरता की परिचय देते हुए बल की गरिमा को गौरवान्वित किया। शौय दिवस का एक वीर गाथा से जुड़ा हुआ आयोजन है। इसी दिन सन 1965 को पश्चिमी पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रन ऑफ कच्छ (गुजरात) के सरदार पोस्ट पर हुए हमले में सभी जवानों ने डटकर पाकिस्तान की एक ब्रिगेड से लोहा लेते हुए।
उनके साजिश को विफल कर दिया और 12 घंण्टे तक रोक कर रखा यह अद्वितीय अविस्मरणीय साहस का परिचय देते हुए देश का नाम उँचा किया। जिसे हम याद कर निरंतर शौर्य दिवस के रूप में मनाते है। सभी जवानों को शौर्य दिवस की बधाई देते हुए। सीआरपीएफ के योगदान को हमेशा ध्यान में रखते हुए सभी जवान बल की गरिमा को अविरत्त आगे बढऩे की कोशिश करेंगें।
द्वितीय कमान अधिकारी द्वारा संशोधन के उपरांत गार्ड व उपस्थित सभी जवानों की कार्य की सराहना किया। इस वाहिनी के सभी कैम्प में शौर्य दिवस अवसर पर शपथ ग्रहण का कार्यक्रम किया गया। इस दौरान वाहिनी के अधिकारी, अधीनस्थ अधिकारी, जवान उपस्थित थे।