गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 13 अपै्रल। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी के निर्देशन में निजी पार्टनर पिरामिल स्वास्थ्य के जिला पर्यवेक्षक, कम्युनिटी मोबेलाईजर, पैरामेडिकल स्टॉफ एवं जिला के समस्त एनटीईपी कर्मचारियों का एक दिवसीय टी.बी. मुक्त प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित किया गया।
जिसके अंतर्गत पिरामिल स्वास्थ्य के द्वारा कोविड एवं टी.बी. के संक्रमण की कड़ी को तोडऩे हेतु जिले के आदिवासी विकासखण्ड गरियाबंद, छुरा एवं मैनपुर में 100 दिवसीय टी.बी. मरीज खोज एवं जनजागरूकता अभियान चलाया जायेगा। जिसमें पिरामिल स्वास्थ्य से कार्यरत कम्युनिटी मोबेलाईजर, पैरामेडिकल स्टॉफ के द्वारा प्रत्येेक गांव मेें भ्रमण करते हुए टी.बी. संदेहाप्रदों का सेम्पल लेकर नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों, डीएमसी में कराया जायेगा।
सोमवार को जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी के निर्देशन में निजी पार्टनर पिरामिल स्वास्थ्य के जिला पर्यवेक्षक, कम्युनिटी मोबेलाईजर, पैरामेडिकल स्टॉफ एवं जिला के समस्त एनटीईपी कर्मचारियों का एक दिवसीय टी.बी. मुक्त प्रशिक्षण कार्यशाला के दौरान
राज्य समन्वयक पिरामिल स्वास्थ्य फैजल रजा खान द्वारा टी.बी. रोग लक्षण, कारण, उपचार एवं कार्यक्रम संबंधी विस्तार से जानकारी दिया गया तथा पिरामिल स्वास्थ्य के द्वारा संचालित आश्वासन अभियान एवं उसके कार्य प्रणाली को समझाया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एन.आर नवरत्न के द्वारा बताया गया कि 100 दिवसीय टी.बी. खोज एवं जांच के लक्ष्य के अनुरूप कार्य करते हुए सभी संदेहाप्रदो का जांच एवं उपचार अनिवार्य रूप से किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। उक्त प्रशिक्षण में जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी डॉ. एके हुमने द्वारा पिरामिल स्वास्थ्य एवं एनटीईपी कर्मचारियों को सही समन्वय के साथ कार्य संपादन करने हेतु निर्देशित किया गया एवं टी.बी. बीमारी के संक्रमण एवं बचाव को विस्तार से समझाया गया।