बस्तर

9 दिनों से हड़ताल पर बैठे अतिथि शिक्षकों को नहीं मिली प्रशासन से तवज्जो, तो किया अनोखा प्रदर्शन, घुटनों के बल चलकर पहुंचे मंदिर
09-Jun-2022 10:31 PM
9 दिनों से हड़ताल पर बैठे अतिथि शिक्षकों को नहीं मिली प्रशासन से तवज्जो, तो किया अनोखा प्रदर्शन, घुटनों के बल चलकर पहुंचे मंदिर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 9 जून।
बस्तर संभाग के अतिथि शिक्षक विगत 9 दिनों से छत्तीसगढ़ स्थानीय अतिथि शिक्षक कल्याण संघ के बैनर तले कृषि उपज मंडी प्रांगण जगदलपुर में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं, परंतु अपनी 9 सूत्रीय मांगों के लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे शिक्षकों से अब तक शासन का कोई प्रतिनिधि नहीं मिला है।

तो शासन प्रशासन के ध्यानाकर्षण के लिए अतिथि शिक्षक नित नए प्रयास कर रहे हैं। कल इन्होंने अपने हाथों में मेहंदी लगाकर प्रदर्शन किया था और आज वो रैली की शक्ल में दंतेश्वरी मंदिर तक पहुंचे तत्पश्चात घुटनों के बल चलकर वह मंदिर के अंदर पहुंचे।

ज्ञात हो कि बस्तर संभाग में वर्तमान में 1500 से ज्यादा अतिथि शिक्षक विभिन्न स्कूलों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, जिनका मानदेय शासन डीएमएफ (खनिज न्यास निधि ) मद से प्रदान कर रहा था।

छत्तीसगढ़ अतिथि शिक्षक कल्याण संघ ने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं करती तब तक ये आंदोलन जारी रहेगा। संघ ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि वो उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्ण विचार करें और अतिथि शिक्षकों की तकलीफों को दूर करें।

नेता प्रतिपक्ष दे चुके हैं मांगों को समर्थन
अपने एक दिवसीय बस्तर प्रवास के दौरान नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक हड़ताली शिक्षकों को अपना समर्थन देने मंडी परिसर भी गए थे और वहां से उन्होंने भूपेश सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए तत्काल अतिथि शिक्षकों की मांगों पर सहानुभूति पूर्ण विचार करने की अपील की थी ।

ये हैं मांगें- प्राथमिक / माध्यमिक एवं हाई / हायर सेकेण्डरी स्कूल अतिथि शिक्षकों को राज्य स्तर अतिथि शिक्षक मे समायोजित किया जावें । बस्तर संभाग के स्थानीय अतिथि शिक्षको को राज्य शासन के अन्य अतिथि शिक्षक (आत्मानंद विद्यालय / डीएवी विद्यालय) के अतिथि शिक्षक के समान 25000/-, 30000/ एवं 35000/- के तर्ज पर वर्तमान मानदेय मे वृद्धि करने हूये सम्मानजनक मानदेय दिया जावें । बस्तर संभाग के स्थानीय अतिथि शिक्षक (जिला खनिज न्यास निधि) से नियुक्त 7 अतिथि शिक्षक को व्यावस्था से हटाकर भर्ती का आदेश दिया एवं लिखा जाए।

बस्तर संभाग के स्थानीय अतिथि शिक्षक (डीएमएफ) सभी अतिथि शिक्षक के नियुक्ति, बारह माह करते हुए, 62 वर्ष तक सेवा सुरक्षा दिया जावें। बस्तर संभाग के स्थानीय अतिथि शिक्षक को शिक्षा विभाग मे शामिल करते हुयें, नियमित किया जाए। बस्तर संभाग के कार्यरत स्थानीय अतिथि शिक्षक (जिला खनिज न्यास निधि ष्ठरूस्न) प्राथमिक / माध्यमिक एवं हाई / हायर सेकेण्डरी स्कूली किसी भी शिक्षक की छटनी नहीं किया जावें, एवं छटनी किये गयें अतिथि शिक्षक को पुन: सेवा मे रखा जाए। बस्तर संभाग के कार्यरत स्थानीय अतिथि शिक्षक के पदों को भरा मानकर राज्य शासन द्वारा भर्ती की जा रही, शिक्षकों को उक्त पदों मे भरा मानकर ही रिक्त पदों मे भर्ती किया जाए। बस्तर संभाग के कार्यरत स्थानीय अतिथि शिक्षक (डीएमएफ) जैसे ट्यूटर शिक्षण सेवक। शिक्षा दूत को एक मानकर के सभी शिक्षकों के पद का नाम केवल अतिथि शिक्षक रखा जावें । संभाग में कार्यरत स्थानीय अतिथि शिक्षक को सीएल, ईएल एवं अन्य कर्मचारी के साथ छुट्टी की सुविधा दिया जाए।

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