रायगढ़
बस का किराया नहीं देने पर साथियों ने की थी पिटाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 11 जून। कलेक्टर बंगले के परिसर में लावारिस हालत में फांसी पर लटकते मिले शव के मामले में कोतवाली पुलिस ने आज खुलासा कर लिया है। युवक के दोस्तों ने ही उसे बस स्टैंड में किराया नहीं देने पर पीटा था। जब युवक को कोई बचाने नहीं आया तो वह उनसे जान बचाकर भागा। अंत में दुखी होकर उसने कलेक्टर बंगले के पीछे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस के मुताबिक 9 जून की सुबह कलेक्टर बंगला परिसर के पीछे हिस्से में एक खंडहरनुमा टॉयलेट के अंदर एक अज्ञात युवक की लाश मिली थी। सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। मृतक की पहचान करियापारा सुर थाना सीतापुर जिला सरगुजा निवासी आशीष कुमार एक्का पिता लालसाय एक्का उम्र 28 वर्ष के रूप में हुई।
पोस्टमार्टम में पता चला कि मौत के पूर्व युवक से मारपीट की गई थी। पुलिस ने अपनी जांच शुरू की। शहर के लगभग 150 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले गये। फुटेज में आशीष से हाथापाई होते और उसके भागते हुए की तस्वीरें पुलिस को मिली।
इस आधार पर पुलिस ने मृतक के दोस्तों को रायगढ़ बुलाया। मृतक के दोस्त सीनू कुमार बड़ा, मनीष बड़ा, भीमबली बड़ा, हितेश एक्का उर्फ नितेश ने पूछताछ में आशीष से मारपीट की बात कबूल की। आशीष मारपीट के डर से भाग गया था। इसलिए उसके दोस्त उसे छोडक़र वापस अपने गांव चले गए। दूसरे दिन सुबह उन्हें युवक के फांसी लगाने के बारे में पता चला।
मामले का शीघ्र खुलासा करने में सीएसपी रायगढ़ दीपक मिश्रा, नगर निरीक्षक थाना कोतवाली मनीष नागर, उपनिरीक्षक नंदलाल पैकरा, सहायक उपनिरीक्षक अवधेश सिंह, प्रधान आरक्षक नंदू सारथी, विक्रम चैरसिया एवं आरक्षक उत्तम सारथी की अहम भूमिका रही है ।
इस वजह से हुई थी मारपीट
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे सभी एक साथ बेंगलुरु काम करने गए थे, जहां चारों बेंगलुरु में साथ रहकर काम करते थे। आठ जून को ट्रेन की जनरल टिकट कटाकर स्लीपर कोच में सफर कर रहे थे। इस दौरान ट्रेन टीटी ने 3600 की पेनाल्टी बनाई। जिसे आशीष ने अपनी जेब से टीटीई को दी। रायगढ़ रेलवे स्टेशन पर उतरने के बाद आशीष कहीं से शराब पीकर आ गया। सभी गांव जाने के लिए बस स्टैंड पहुंचे। आशीष से बस का किराया मांगने पर उसने ट्रेन का पेनाल्टी अकेले भरने की बात कही। इसी बात पर झगड़ा शुरु हुआ।
शहर के बीच मार से बचने दौड़ता रहा लेकिन नहीं मिली मदद
आशीष बस स्टैंड में आरोपियों की मार से बचने के लिए जौहल पैलेस के रास्ते से भागा। फिर ट्रैफिक थाने के सामने से होकर निकला। इस बीच वह खून से लथपथ होकर भागता रहा, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। अंत में उसने इसी आत्मग्लानि से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने मृतक के चार दोस्तों सीनू कुमार बड़ा (21) करियापुर थाना सीतापुर जिला सरगुजा, मनीष बड़ा (20) करियापुर थाना सीतापुर जिला सरगुजा, भीमबली बड़ा उर्फ जमई (22) करियापुर थाना सीतापुर जिला सरगुजा, नितेश उर्फ हितेश बड़ा (20) करियापुर थाना सीतापुर जिला सरगुजा को आत्महत्या के लिए उकसाने तथा मारपीट करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।