रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 17 जुलाई। दो दिनों की बारिश के बाद प्रदेश की अन्य नदियों के साथ-साथ केलो भी उफान पर है और चक्रपथ सहित दोनो रपटा डूबे हुए हैं। ऐसे में कुछ लोग उफनती नदी में स्टण्ट करने से भी बाज नहीं आ रहे जो किसी के लिये जान लेवा भी हो सकता है। पुलिस और प्रशासन को ऐसे दुस्साहसों पर रोक लगाने की जरूरत है।
रायगढ़ जिले में गुरूवार और शुक्रवार को लगातार हो रही बारिश के चलते शहर व आसपास के इलाकों में जन जीवन खासा प्रभावित हुआ है। वहीं जिले की जीवनदायिनी कहे जाने वाली केलो नदी भी उफान पर है। आसपास के कई रास्ते इसकी जद में आ गए हैं और मरीन ड्राईव व चक्रपथ में बाढ़ का पानी आने से कुछ मार्ग में जाम की स्थिति बनी हुई है, लोग खासे परेशान हैं, वहीं यहां भरे पानी से कभी भी गंभीर दुर्घटना हो सकती है, जिसके बचाव के लिये पुलिस ने कोई ठोस प्रबंध नहीं किया है और इसका लाभ कुछ युवक ऐसे उठा रहे हैं जैसे उनके लिये यह मौज मस्ती का जरिया बन गया हो।
40 फीट उपर से स्टंण्ड करते हुए सीधे उफनती केलो नदी के पानी में छलांग लगाकर कुछ युवक लगातार मस्ती कर रहे हैं। इतना ही नहीं कुछ लोग तो यहां मछली पकडक़र व्यवसाय भी शुरू कर चुके हैं। बाढ़ के चलते रास्ते बंद होने से स्थानीय लोगों का कहना है कि शहर के कलेक्ट्रेट तथा अन्य सरकार काम काज के लिए जाने के लिये रास्ते बंद हो गए हैं और पानी उतरने के बाद ही यह मार्ग खुलेगा। उनका कहना है कि केलो नदी में आई बाढ़ के चलते चक्रपथ व मरीन ड्राईव पूरी तरह डूब जाते हैं और यह रास्ता कई दिनों तक बंद रहता है।