बस्तर
राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 24 जुलाई। भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा ने राज्य की कांग्रेस सरकार द्वारा किसानों को समय पर खाद उपलब्ध न कराने व अघोषित बिजली कटौती के विरोध में जिले के सभी ब्लॉक मुख्यालयों में स्थित सहकारी समितियों के समक्ष धरना दिया और किसानों की समस्याओं के अविलंब निराकारण करने राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। धरने के बाद भाजपा कार्यकर्ता बड़ी संख्या में स्थानीय पावर हाऊस बिजली आफिस में तालाबंदी करने भी पहुंचे,जिन्हें पुलिस ने रोका।
धरना प्रदर्शन में भाजपा प्रदेश महामंत्री किरण देव ने कहा कि धान का कटोरा कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ के किसानों को कांग्रेस की राज्य सरकार किसानी कार्यो के प्रारंभिक चरण में प्रताडि़त कर रही है। किसान खाद संकट का सामना कर रहा है । खेती किसानी के कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं मगर छत्तीसगढ़ की अस्मिता की बात कहने वाली ढोंगी भूपेश सरकार दुखी व परेशान किसानों की सुध नहीं ले रही है। भाजपा बारंबार किसानों की समस्याओं को बिना देरी दूर करने आवाज उठा रही है ।
भाजपा जिला अध्यक्ष रुप सिंह मण्डावी ने कहा कि खाद न मिलने की समस्या से जूझ रहे प्रदेश के मेहनतकश किसान अघोषित बिजली कटौती की दोहरी मार झेल रहे हैं। कांग्रेस राज्य सरकार आंख बंद किये बैठी है, किसानो की समस्याओं के निदान के उपाय शून्य है,उल्टे खाद की खुली कालाबाजारी को बढ़ावा दिया जा रहा है।
भाजपा किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष महेंद्र सेठिया ने कहा कि भाजपा प्रदेश के किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए लड़ाई लड़ रही है। संवेदनहीन झूठी कांग्रेस राज्य सरकार को छत्तीसगढ़ के किसान समय आने पर माकूल जवाब देंगे।
कार्यक्रम का संचालन किसान मोर्चा जिला महामंत्री योगेश ठाकुर ने किया। धरना प्रदर्शन व तालाबंदी के दौरान प्रमुख रूप से डा. सुभाऊ कश्यप, संतोष बाफना,बैदूराम कश्यप, लच्छू राम कश्यप, विद्याशरण तिवारी,वेदवती कश्यप,श्रीनिवास मिश्रा,श्री धर ओझा,रामाश्रय सिंह,निर्देश दीवान,संजय पाण्डेय,सुरेश गुप्ता,टिकेश्वरी मण्डावी, संतोष बघेल,प्रदीप देवांगन,अविनाश श्रीवास्तव, संग्राम सिंह राणा,मनीष पारेख, राजपाल कसेर, राकेश तिवारी, योगेश शुक्ला, संतोष बाजपेयी, मनोज पटेल, अभय दीक्षित, रामकुमारी यादव,आनंद झा, रौशन झा, सतीश बाजपेयी, किरणसेन, महेश्वरी ठाकुर, कृष्णा राय, कुसुम परिहार, ममता राणा,नीलम यादव आदि सहित बडी़ संख्या में कार्ऐ मौजूद थे।