गरियाबंद

गोबर के बाद अब गोमूत्र खरीदी 4 रुपये प्रति लीटर
29-Jul-2022 3:10 PM
गोबर के बाद अब गोमूत्र खरीदी 4 रुपये प्रति लीटर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 29 जुलाई।
गोधन न्याय योजना अन्तर्गत अब  छ ग सरकार ने हरेली त्यौहार के अवसर पर गरियाबंद जिले के दो गोठान फुलकर्रा (गरियाबंद) और  भेण्ड्री (फिंगेश्वर) से गोमूत्र खरीदी की शुरुवात की गयी इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनियों एवं मुख्य कार्यपालन जनपद पंचायत गरियाबंद सहित पशु विभाग कृषि विज्ञान केन्द्र  के अधिकारी सहित एन आर एल एम टीम उपस्थित रहे।

ग्राम गोठान  प्रबंधन समिति फुलकर्रा द्वारा अब तक कुल 1941 क्विंटल गोबर खरीदी हुई है,  जिससे पशुपालको को 3,88,200 रुपये प्राप्त हुये है, वर्मी खाद विक्रय से स्वसहायता समूह को लगभग 1,83,000 की लाभांश राशि प्राप्त हुई है,
कार्यक्रम मे उपस्थित जनपद पंचायत गरियाबंद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी करुण कुमार डहरिया ने बताया कि राज्य में गोधन न्याय योजना की शुरुआत छत्तीसगढ़ में आज से दो वर्ष पहले 20 जुलाई 2020 को हरेली पर्व के दिन से हुई थी जिसके तहत गौठानों में पशुपालक ग्रामीणों से दो रुपये प्रति किलोग्राम की दर से गोबर खरीदी जा रही है। यह योजना आमजन की योजना है, गौठान को मल्टीएक्टिविटी के रुप मे विकसित करने की दिशा मे काम किया जाक्षरहा है,  गौधन एवं गौमुत्र से होने वाली उत्पाद पशुपालकों के लिए कम खर्चे पर बेहतर विकल्प है, फुलकर्रा मे रामजानकी स्वसहायता समूह, छत्तीसगढ़ महिला स्वसहायता समूह,  गरिमा स्वसहायता समूह,  वैभव लक्ष्मी स्वसहायता समूह द्वारा चैन लिंक तार फेनिंसिंग, पोल निर्माण, वर्मी खाद निर्माण, मुर्गीपालन, मछलीपालन कर आजीविका मे वृध्दि किये की दिशा मे प्रयास किया रहा है, गोबर खरीद के जरिए बड़े पैमाने पर जैविक खाद का निर्माण और उसके उपयोग के उत्साहजनक परिणामों को देखते हुए अब गोमूत्र खरीद कर इससे कीट नियंत्रक उत्पाद, जीवामृत, ग्रोथ प्रमोटर बनाए जाएंगे। इसके पीछे मकसद यह भी है कि खाद्यान्न उत्पादन की विषाक्तता को कम करने के साथ ही खेती की लागत को भी कम किया जा सके। हरेली तिहार के इस पावन अवसर पर जनपद सी. ई. ओ. के के डहरिया गेड़ी चढक़र उत्साहवर्धन करते नजर आये।

जनपद पंचायत गरियाबंद के उपाध्यक्ष प्रवीण यादव ने खेती बाड़ी  मे रासायनिक खाद के प्रयोग से कम हो रही उर्वराशक्ति पर चिंता व्यक्त करते हुये प्राचीन काल मे गोबर खाद से उत्पादित धान और वर्तमान मे डी ए पी यूरिया एवं कीटनाशक रासायनिक खाद दवाई से उत्पादित विषाक्त चावल, सब्जी,  फल आदि, भोजन मे  स्वास्थ्य के लिए हानिकारक तो वही गोबर खाद और गौमुत्र से निर्मित खाद एवं दवाई का किसान भाई भरपूर उपयोग करे।जनपद सदस्य छबीलाल नेताम, जनपद पंचायत गरियाबंद के संचार एवं संकर्म सभापति बीरेन्द्र ठाकुर सभापति खिलेश्वरी आयाम ने गौ मूत्र के फायदे गिनाए
प्रथम दिवस मे कुल 7 पशुपालकों रामूराम, मानसिंग,  राजाराम,  साकेश्वरी,  राजाराम, हेमंत, डगेश कंवर से कुल 74 लीटर गौमूत्र क्रय किया गया। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र एवं पशुपालन, एन आर एल एम,  जिला पंचायत डीपीएम रमेश वर्मा,  पंकज,  कुटारे,  प्रफूल देवांगन,  दुर्गेश साहू,  सरपंच आसवन बाई कंदर,  जनपद सदस्य श्यामाकंवर,  गोठान समिति अध्यक्ष कौशिक राम देवांगन, पंच डोमन ठाकुर,  चुनेश्वर निषाद,  हसीना कंवर, कांति साहू,  गायत्री कामधेनु गौशाला समिति अध्यक्ष रामरतन कंवर, रतनसिंह कंवर,  ग्राम प्रमुख मिलन कंवर, समूह सदस्य दुलेश्वरी ध्रुव,  महेश्वरी ध्रुव, शिवकुमारी साहू, सचिव सती यादव,  रोजगार सहायक दयाबती  साहू आदि उपस्थित थे ।
 

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