जशपुर
जशपुरनगर, 7 अगस्त। जिले की हरीतिमा को संरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है क्योंकि जलवायु परिवर्तन का प्रभाव अब यहां की शस्य श्यामला धरती पर दिखने लगा है। उक्त विचार विधायक विनय भगत ने एकलव्य विद्यालय घोलेंग में आयोजित जिला स्तरीय वन महोत्सव कार्यक्रम में विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये।
आज के कार्यक्रम में जिला कलेक्टर जशपुर श्री रितेश अग्रवाल ने छात्रों से सीधा संवाद करते पर्यावरण संरक्षण के साथ मानव जीवन की अन्तरसम्बद्धता को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों को केवल वृक्षारोपण ही नहीं अपितु उनके रखरखाव के लिए भी प्रतिबद्धता को अत्यावश्यक बताया।इस अवसर पर वनमंडलाधिकारी जितेंद्र उपाध्याय एवम सहायक आयुक्त आदिवासी विकास बी के राजपूत ने भी छात्रों को संबोधित करते हुए प्रकृति के साथ मानव जीवन के अन्योन्य आश्रित संबंधों पर प्रकाश डालते हुए पौधों के ओषधि गुणों और उपयोगिता को रेखांकित किया। वन महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत वन विभाग द्वारा प्रदाय सीता अशोक,आम, जामुन , कटहल , नीम एवम अन्य फलदार पौधे भी विद्यार्थियों एवं विद्यालयीन स्टाफ द्वारा परिसर में लगाए गए।
इस अवसर पर विद्यालय में कार्यरत शिक्षकगण दिव्या रानी तिर्की,आशा लकड़ा,मो वसीम, काजल गुप्ता,रितिका रात्रे सहित अन्य शैक्षणिक एवम कार्यालयीन स्टाफ उपस्थित थे।आभार प्रदर्शन विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य दुर्गेश कुमार पाठक ने किया।
वन महोत्सव मनाने के तारतम्य में संयुक्त एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय घोलेंग जशपुर नगर में विधायक विनय भगत, जिला कलेक्टर महोदय रितेश कु. अग्रवाल , सहायक आयुक्त बी.के. राजपूत एवं वनमंडलाधिकारी जितेंद्र उपाध्याय ने वृक्षारोपण करके बच्चों को वनों के महत्व को समझाने का प्रयास किया। एकलव्य विद्यालय के चारो तरफ वृक्षारोपण करने के पश्चात सभी अतिथियों ने बच्चों से बातचीत की। कलेक्टर महोदय ने बच्चों के मन को टटोला और पर्यवारण से संबंधित प्रश्न पूछे , जिसका बच्चों ने बहोत अच्छे से जवाब दिया। विधायक महोदय ने सभी बच्चों से प्रश्न किया कि वो पढ़ लिखकर क्या बनना चाहते है और वृक्षों के प्रति हमारी क्या जिम्मेवारी है इस बात को बच्चों के सामने रखा।
वन मंडल अधिकारी ने बताया कि वन महोत्सव की शुरुवात देश के तात्कालीन कृषि मंत्री के.एम. मुंशी ने 1950 में किया था। अंत मे संस्था के प्राचार्य दुर्गेश पाठ ने सभी अतिथियों का आभार प्रकट कर कार्यक्रम का समापन किया। कार्यक्रम समाप्ति के उपरांत सभी अतिथियों ने सभी बच्चों के साथ फोटो भी खिंचवाया और विधायक एवं वनमंडल के अधिकारियों ने बच्चों को चॉकलेट भी वितरित किया।