महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 1 अक्टूबर। जिला प्रशासन और यूनिसेफ के संयुक्त तत्वावधान में जिला पंचायत के सभाकक्ष में सपोर्टिव सुपरविजन विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान स्वस्थ आज और कल कार्यक्रम के अंतर्गत गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य, पोषण व अन्य सेवाओं का लोगों तक पहुंच के तहत आयोजित था। इसमें महिला एवं बाल विकास व जिला स्वास्थ्य के सुपरवाईजर और एनआरएलएम को प्रशिक्षण दिया गया।
कलेक्टर ने प्रशिक्षण के शुभारंभ अवसर पर कहा कि स्वास्थ्य, पोषण व अन्य सेवाओं में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, पंचायत प्रतिनिधि, मितानिन एवं आंगनबाड़ी व प्रभावी व्यक्तियों के समूह, महिला समूह आदि तक पहुंच बनाने व सामंजस्य स्थापित करने के लिए सपोर्टिव सुपरविजन प्रशिक्षण कारगर साबित होगा। उन्होंने जिले में यूनिसेफ के तकनीकी सहयोग से संचालित 5 संकल्प कार्यक्रम के कार्यों की सराहना की। कलेक्टर ने सामाजिक सूचकांक को और बेहतर करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण से पर्यवेक्षकों या किसी भी अधिकारी-कर्मचारी के लिए लाभदायक होता है। उनकी कार्य क्षमताओं में और निखार आता है। साथ ही उनके दृष्टिकोण बदलने, कौशल एवं पर्यवेक्षण के स्तर में गुणात्मक वृद्धि होगी।
इस दौरान जिला पंचायत सीईओ एस. आलोक ने कहा कि हम आशा करते हैं कि इस सपोर्टिव सुपरविजन के माध्यम से हम लक्षित उद्देश्य को जल्द से जल्द हासिल करने की ओर अग्रसर होंगे और सभी मापदंडों का पालन करते हुए स्वास्थ्य व पोषण के व्यवहारों को समाज में स्थापित करने में सफल होंगे। यूनिसेफ सलाहकार अभिषेक त्रिपाठी व मास्टर ट्रेनर गायत्री सिंह द्वारा पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया।
इस मौके पर यूनिसेफ डी एम सी तेज सारथी सहित सैकड़ों प्रशिक्षु अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।